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  • खैरागढ़ के ऐतिहासिक फतेह मैदान में विधायक यशोदा ने फहराया जिला के प्रथम गणतंत्र दिवस का तिरंगा

    खैरागढ़ के ऐतिहासिक फतेह मैदान में विधायक यशोदा ने फहराया जिला के प्रथम गणतंत्र दिवस का तिरंगा

    खैरागढ़ 27 जनवरी 2023

     

    खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला के प्रथम गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम जिला मुख्यालय खैरागढ़ के ऐतिहासिक राजा फतेह सिंह खेल मैदान में सम्पन्न हुआ।  इस अवसर पर सर्वप्रथम मुख्यअतिथि माननीय विधायक यशोदा निलाम्बर वर्मा द्वारा प्रातः 9 बजे ध्वजारोहण किया गया। आईटीबीपी के पुलिस जवानों , नगर सेना व एनसीसी व स्काउट के केंडटों द्वारा मैदान में यशोदा नीलाम्बर वर्मा विधायक खैरागढ़ को सलामी दी गई। जिला के कलेक्टर जगदीश सोनकर व पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने मुख्य अतिथि का अगुआई किया।
    माननीय मुख्यमंत्री के सन्देश का वाचन
    मुख्य अतिथि ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का प्रदेश के नाम संदेश वाचन किया गया । आज भारत के चोहत्तरवां गणतंत्र दिवस हवय। हम भारत के लोग के बनाए अपन संविधान ल लागू करे के पावन दिन हे। ये बेरा म मे ह आप मन के हार्दिक अभिनंदन करथंव। जब हम अपने गौरवशाली संविधान की बात करते हैं तो हमारी आंखों के सामने उन अमर शहीदों के चेहरे नजर आते है। जिनकी बदौलत भारत आजाद हुआ था। अमर शहीद गैंदसिंह, शहीद वीर नारायण सिंह, वीर गुण्डाधूर जैसी विभूतियों की बदौलत 1857 की क्रांति के पहले से हमारा छत्तीसगढ़, भारत की राष्ट्रीय चेतना से जुड़ा था। आजादी के आंदोलन से लेकर गणतंत्र का वरदान दिलाने तक जिन महान विभूतियों ने अपना योगदान दिया, उन सबको मैं सादर नमन करता हूं। हमारे दूरदर्शी पुरखों ने आजादी की लड़ाई के साथ-साथ आजाद भारत के संविधान का सपना ही नहीं देखा था, बल्कि इसकी ठोस तैयारी भी शुरू कर दी थी। यही वजह है कि हमारे संविधान में देश की विरासत, लोकतांत्रिक मूल्य, पंचायत की अवधारणा को अहम स्थान मिला।
    राष्ट्रपिता महात्मा गांधीए प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, प्रथम विधि मंत्री बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर, प्रथम उप प्रधानमंत्री तथा गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल, प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद सहित, संविधान निर्माण की प्रक्रिया में शामिल महानुभावों और उस दौर की विभूतियों ने भारत के नवनिर्माण की नींव रखी थी। उसी पर देश बुलंदियों के नए-नए शिखरों पर पहुंचा है। मैं उन सभी के योगदान को याद करते हुए सादर नमन करता हूं। आज जब हम अपने देश की पावन पहचानए तिरंगे झण्डे की छांव में खड़े होते हैं तो आन.बान और शान से लहराते हुए तिरंगे में हमें अपनी महान विरासत के अनेक रंग दिखाई पड़ते हैंए जो हमें भाव.विभोर करते हैं और गौरव का अहसास दिलाते हैं।
    हमें अपनी आजादी को बचाने, गणतंत्र को मजबूत करने, संविधान के प्रति आस्था और निष्ठा दोहराने के लिए प्रेरित करते हैं। हमें इस बात का पुरजोर अहसास होता है कि हमारा संविधान ही हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों, मौलिक अधिकारों का प्रणेता है, इसे सहेजकर रखना हम सबका परम कर्त्तव्य है।
    इस वर्ष हम देश की आजादी की छिहत्तरवीं सालगिरह मनाएंगे। यह अवसर मनन करने का है कि क्या देश आजादी तथा गणतंत्र के लक्ष्यों को पूरी तरह हासिल कर सका है। आजादी के समय जिस तरह साम्प्रदायिक उन्माद का वातावरण बनाया गया था, क्या आज हम उन चुनौतियों से निश्चिंत हो पाए हैं? क्या जनता के स्वाभिमान, स्वावलंबन और सशक्तीकरण के लक्ष्य पूरे हो पाए हैं? यदि नहीं, तो आज की सबसे बड़ी प्राथमिकता क्या होनी चाहिए? क्या साम्प्रदायिक उन्माद देश की प्रगति में रुकावट नहीं है।
    मेरा मानना है कि आज भी हमारी सबसे बड़ी जरूरत आपसी एकता की है, समन्वय की है, आपसी प्यार और सहभागिता से आगे बढ़ने की है, ताकि नकारात्मक विचारों को किसी भी क्षेत्र में स्थान न मिल पाए। हमारी जरूरत सद्भावना के साथ विकास की है। हर हाथ को काम देने की है। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद एक नया अवसर मिला था कि सही प्राथमिकताओं से विकास की सही दिशा तय की जाए लेकिन विडम्बना है कि डेढ़ दशक का लंबा समय गलत प्राथमिकताओं के कारण खराब हो गया। हमें  तीन वर्ष पहले जब जनादेश मिला तो हमने छत्तीसगढ़ में न्याय, नागरिक अधिकारों और जन.सशक्तीकरण का काम मिशन मोड में किया है। यही वजह है कि आज प्रदेश में चारों ओर न्याय, विश्वास, विकास और उसमें जन-जन की भागीदारी की छटा दिखाई पड़ रही है।
    चार साल पहले प्रदेश में बेचैनी और बदहाली का सबसे बड़ा कारण था कि जनता के सपनों, जनता की जरूरतों और सत्ता की सोच में एकरूपता नहीं थी। मैंने गांव-गांव दौरे किए और हर समाज, हर वर्ग के लोगों से मिलकर वास्तव में जनता के सपने पूरे करने की रणनीति अपनाई। अलग.अलग जरूरतों के लिए योजनाएं बनाईं। मैंने और हमारे साथियों ने देखा था कि उस वक्त किसान भाई धान का सही दाम नहीं मिलने के कारण निराश थे। हमने वादा निभाया और सरकार बनते ही 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया। इस काम में बाधाएं आईं तो उसका भी समाधान किया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत राज्य के बजट से हमने 11 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि किसानों को देने की व्यवस्था की है। अब इस योजना में धान सहित खरीफ की सभी फसलों लघु धान्य फसलों जैसे कोदोए कुटकी, रागी, दलहनए तिलहन तथा उद्यानिकी फसलों को भी शामिल किया गया है।
    मैं किसान का बेटा हूंए इसलिए किसानों के सुख.दुख को भली.भांति समझता हूं। हमने किसानों के हित में जो क्रांतिकारी कदम उठाएए उससे किसानों का हौसला बढ़ाए जिसके कारण प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का नया कीर्तिमान बना। हमने चार वर्षो में धान खरीदी को 56 लाख 88 हजार मीट्रिक टन से बढ़ कर एक करोड़ मीट्रिक टन से अधिक पहुँचा दिया और हर वर्ष एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है मुझे यह कहते हुए खुशी है कि नई फसलों और इससे संबंधित किसानों को बेहतर दाम दिलाने की दिशा में हम एक और बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। नरवा.गरवा.घुरूवा.बारी की पहचान छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी के रूप की है सुराजी गावं योजना के तहत इस चिन्हारी को बचाने.बढ़ाने.सजाने.संवारने और आने वाली पीढ़ी को अच्छी से अच्छी स्थिति में सौंपने के लिए बहुत बड़ा अभियान छेड़ा है। 28 लाख क्विटंल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादनएरूरल इंडस्ट्रिल पार्क के रूप में गांवों में ही गोबर से बिजलीए पेंट सहित विभिन्न आवश्यक चीजों का उत्पादन करेंगेए तेलएमिलएदालएमिलएआटा मिलए मिनी राइस मिल के माध्यम से रोजगार का सृजन किया जा रहा है ।
    राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना एमुख्यमंत्री श्रमिक सहायता योजनाए मुख्यमंत्री निर्माण निःशुल्क कार्ड योजनाएखेलकूद प्रोत्साहन योजनाए ई.श्रम पोर्टलए कारखाना श्रमिक प्रशिक्षण योजनाए सुपोषण योजना विभिन्न प्रकार की जनहितकारी कल्याण योजनाएं चलाई जा रही है । आज यह दिन हमारे गणतंत्र का अत्यंत गौरवशाली पड़ाव है। गणतंत्र जन.जन के अधिकारों और गौरव का दिन है। यह भारतीय संविधान के प्रति आस्था ही नहीं बल्कि हमारी एक.दूसरे प्रति आस्थाए विश्वासए सदभाव और विकास में सबकी भीगीदारी सुनिश्चित करने के संकल्प का दिन है । छत्तीसगढ़ राज्य को ही यह सौभाग्य मिला है कि इसके नाम के साथ महतारी शब्द जुड़ता है जो मातृशक्ति के प्रति हमारी गहरी आस्था का प्रतीक है। इसीलिए हम कहते है बात हे अभिमान के, छत्तीसगढ़िया स्वामिभान के । इन्ही शब्दों के साथ संदेश वाचन कार्य संपन्न हुआ।
    *परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रम व झांकी*
    गणतंत्र दिवस के अवसर पर सशस्त्र बल और स्कूली विद्यार्थियों के प्लाटून ने परेड का प्रदर्शन किया। सांस्कृति कार्यक्रमों में लोकनृत्य सुआ, ददरिया, कर्मा, पंथी आदि नृत्यों का अतिथि व दर्शकों ने आनंद लिया । विभागों की झांकी प्रदर्शन के माध्यम से शासन द्वारा चलाई गई प्रमुख योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई ।
    स्वतंत्रता सेनानी व शहीद परिवार का सम्मान
    स्वंतत्रता सेनानी परिवार स्व.प.दामोदप्रसाद त्रिपाठी की पुत्रवधु वंदना त्रिपाठी , स्व. बाबूलाल चैबे के पौत्र मनोज चैबे, रामगुलाल पोद्दार के पुत्र डाॅ. राजेन्द्र सोनी, स्व.अमरलाल महोबिया के पौत्र प्रकाश महोबिया, स्व. दुजराम महोबिया के पुत्र केदारनाथ महोबिया, स्व. उदयराम महोबिया की पुत्री सरजू महोबिया, स्व.काशीराम ताम्रकार पौत्री नीना देवी ताम्रकार, समारू राम महोबिया पुत्र गणेश राम महोबिया और जिले के माटी पुत्र शहीद निकेश यादव के पिता पुरूषोत्तम यादव, माता निर्मला बाई यादव का श्रीफल, साल व प्रशस्तित्र प्रदानकर सम्मान किया गया।
    विजेताओं को पुरस्कार
    खैरागढ़ के मुख्य गणतंत्र दिवस में सांस्कृतिक कार्यक्रम में कुल 8 टीमो ने भाग लिया इसमे कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला खैरागढ़ प्रथम स्थान, लोक कलाकार बस्तरिया नृत्य खैरागढ़ द्वितीय और कोदवा गोड़ान छुईखदान तृतीय स्थान पर रहे। सशस्त्र परेड में प्रथम स्थान पर आइटीबीपी, द्वितीय स्थान पर छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल एवं तृतीय स्थान पर जिला पुलिस बल रहा। स्कूली विद्यार्थियों के प्लाटून में प्रथम स्थान स्काउट कन्या शासकीय स्तर माध्यमिक शाला खैरागढ़, द्वितीय स्थान पर एनसीसी पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी खैरागढ़ एवं तृतीय स्थान स्काउट सरस्वती शिशु मंदिर खैरागढ़ को गया। झांकी प्रदर्शनी कार्यक्रम में कुल 14 विभाग सम्मिलित हुए इसमें से प्रथम स्थान पर कृषि विभाग की मिलेट पर आधारित झांकी रही, द्वितीय स्थान पर शिक्षा विभाग की नई शिक्षा नीति बदलता खैरागढ़ रही, आदिम जाति कल्याण विभाग की जनजाति कला पर आधारित झांकी तृतीय स्थान पर रही।
    प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो देकर किया सम्मान
    केसीजी में विशिष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों संगठनों अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इसमें खेल प्रशिक्षक कन्हैय्या पटेल, निशुल्क कोचिंग हेतु चिरंजीव जैन सचदेवा कोचिंग भिलाई, सेवा सद्भावना और संवैधानिक मूल्यों के प्रचार प्रसार हेतु नागरिक एकता मंच खैरागढ़, स्वच्छता सद्भावना एवं समाज सेवा हेतु शमसुल होदा, चिकित्सा के क्षेत्र में निशुल्क सेवा हेतु डॉ. नितीराज खैरागढ़, हाइब्रिड कोचिंग में विशिष्ट योगदान हेतु डॉ मकसूद, रचनात्मक लेखन कार्य हेतु भगवती प्रसाद सिन्हा, जनसंपर्क में डाटा संकलन हेतु सहायक सोनवानी और फोटोग्राफी हेतु सहायक सहारे को प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त वन विभाग, कृषि, शिक्षा, चिकित्सा, पशुपालन, उद्योग,लोक निर्माण, पंचायत, आंगनबाड़ी, पालिका, जनपद, महिला बाल विकास आदि से बेहतर कार्य करने वाले और पुलिस विभाग से प्लाटून कमांडर डहरिया और उद्घोषक गंगा प्रसाद को सम्मानित किया गया।
    कार्यक्रम में उपस्थित हुए विशिष्ट अतिथिगण
    कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय विधायक खैरागढ यशोदा नीलाम्बर वर्मा, विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष नगर पालिका खैरागढ़ शैलेन्द्र वर्मा, जनपद अध्यक्ष खैरागढ लीला प्रकाश मंडावी, छुईखदान नीना विनोद ताम्रकार, संजू सिंह चंदेल मण्डी अध्यक्ष गण्डई, जिला पंचायत सभापति घम्मन साहू, विप्लव साहू, रज्जाक खान उपाध्यक्ष नगर पालिका खैरागढ़,  जनपद उपाध्यक्ष खैरागढ़ मुरली वर्मा, मयूरी सिंह जिला सम्नवयक राजीव युवा मितान क्लब, वरिष्ठ समाजसेवी भीखम चंद छाजेड़,  नीलाम्बर वर्मा, आकाशदीप सिंह जनपद सदस्य, नदीम मेमन समाजसेवी, मीरा गुलाब चोपड़ा पूर्व अध्यक्ष खैरागढ़, सुमन पटेल पार्षद आदि उपस्थित थे।
    इसी क्रम में पलाश सिंह एल्डर मैन, रतन सिंगी एल्डरमैन यतेन्द्र सिंह, संजय पिंजानी, राजेश मिश्रा, साजिद मेमन, आरती यादव, डाॅ. किरण झा, नसीमा मेमन, पार्षद विनय देवांगन, समाज सेवी अंकित चोपड़ा, वरिष्ठ समाजसेवी विकेश गुप्ता, कमलेश कोठले, आयश सिंह, रामाधार रजक,नीलिमा गोस्वामी अन्य जनप्रतिनिधी, शहीद और क्रांतिकारी के परिवार, गणमान्य नागरिक, राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य, सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, विद्यार्थी और प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथी उपस्थिति थे ।