Tag: कुपोषित बच्चों हेतु वरदान साबित हुई एनआरसी जिला अस्पताल बेमेतरा

  • कुपोषित बच्चों हेतु वरदान साबित हुई एनआरसी जिला अस्पताल बेमेतरा

    कुपोषित बच्चों हेतु वरदान साबित हुई एनआरसी जिला अस्पताल बेमेतरा

    बेमेतरा। जिला चिकित्सालय बेमेतरा के घोषण पुनर्वास केन्द्र (NRC) मे 24 सितंबर मंगलवार को पोषण माह मनाया गया । पोषण माह 1 सितंबर से 30 सितंबर-तक मनाया जाता है, पोषण माह जिसे वजन त्योहार भी कहा जाता है, इसमें 0 से 5 वर्ष के बच्चों, गर्भवती माताओं, धात्री माताओं को पोषण की जानकारी दी जाती है की उन्हे क्या-क्या पौष्टिक आहार भोजन में रखना चाहिए जिनसे बच्चों का वजन बढ़े और वे कुपोषण रहित रहे। पोषण पुनर्वास केन्द्र जिला चिकित्सालय में अभी वर्तमान समय 13 बच्चे भर्ती है जिन्हे कुपोषण से मुक्त करने का कार्य किया जा ‘रहा है। जिला चिकित्सालय के एमसीएच बिल्डिंग में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र 10 बिस्तर का है , जिममे प्रति माह 20 बच्चे भर्ती हो सकते हैं। पोषण पुनर्वास केन्द्र मे दिनांक 5 जनवरी 2013 से अभी तक कुल 1774 बच्चे लाभान्वित हो चुके है।. पोषण पुनर्वास केन्द्र मे पोषण माह (वजन त्योहार )कार्यक्रम का आयोजन सीएमएचओ डॉ यशवंत कुमार ध्रुव के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ एस आर चुरेन्द्र के मार्गदर्शन एवं NRC के नोडल डाँ दीपक कुमार निराला शिशुरोग विशेषज्ञ एवं अस्पताल प्रमुख सलाहकार डॉ स्वाती यदु के सहयोग से समस्त NRC स्टाफ के द्वारा किया गया जिसमें सभी माताओं को पोषण की जानकारी दी गई ।

    बता दें कि बेमेतरा जिला में जिला के कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए एक मात्र पोषण पुनर्वास केन्द्र – NRC जिला चिकित्साल्य बेमेतरा में संचालित है । जहाँ 0 वर्ष से 05 वर्ष तक के बच्चों को भर्ती कर कुपोषण से मुक्त करने का कार्य किया जाता है। पोषण पुनर्वास केन्द्र में बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, ANM, चिरायु के टीम द्वारा भेजा जाता है, एवं पालक स्वयं बच्चों को ला कर भी भर्ती करा सकते है। पोषण पुनर्वास केन्द्र में बच्चों को 15 दिवस तक भर्ती करके पोषन आहार एवं उचित दवाईयों के माध्यम से उपचार किया जा रहा है। पोषण पुनर्वास केन्द्र में गंभीर- कुपोषित बच्चों एवं ऐसे बच्चे जिन्हे लंबे समय से दस्त हो रहा हो, या बार-बार बिमार पड़ते है, ऐसे बच्चे को भी NRC ने भर्ती कर सकते है। पोषक आहार में बच्चो को थेरापूटिक फूड, (F75, F100) Formula milk, एवं समय समय पर नाश्ता (दलिया, हलवा,खिचड़ी, इडली, सेवई आदि) एवं माताओं को दो समय का भोजन प्रदाय किया जाता है तथा माता को 150 रु. प्रतिदिन का 15 दिवस का 2250.00 रु.
    छुट्टी पश्चात् प्रदाय किया जाता है।

    यहाँ पर दि जाने वाली सभी आवश्यक सुविधाएं मुफ्त में प्रदाय किया जाता है। जिला अस्पताल में स्थित पोषण पुनर्वास केन्द्र बेमेतरा में जनवरी, 2013 से संचालित है, जिसमे कुल अब तक 1774 बच्चे भर्ती होकर सुपोषित हो चुके है।

    वर्ष लाभान्तित
    2013-14 87
    2014-15 127
    2015-16 149
    2016-17 134
    2017-18- 225
    2018-19- 208
    2019 20 213
    2020-21 88
    2021-22 33
    2022-23 180
    2023-24 221
    अप्रैल 2024 से
    अब तक – 109

    कुल सुपोषित हुए बच्चे की संख्या 1774

    जिला अस्पताल बेमेतरा के एमसीएच बिल्डिग में स्थित
    पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती बच्चों को सुपोषित करने हेतु जिला के जिलाधीश रणबीर शर्मा के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ यशवंत कुमार ध्रुव,सिविल सर्जन डॉ. एस. आर. चुरेन्द्र, अस्पताल प्रमुख सलाहकार डॉ स्वाति यदु के मार्गदर्शन एवं शिशुरोग विशेषज्ञ
    डाँ दीपक कुमार निराला, के देखरेख के साथ फिडिंग डिमास्ट्रेटर  दीप्ति
    धुरंधर तथा स्टॉफ नर्स के देखरेख में रखा जाता है एवं  नमिता दुबे (कुक) के द्वारा भोजन तैयार किया जाता है। इन सभी के योगदान से कुपोषित बच्चों को सुपोषित,कुपोषण से मुक्त होकर स्वस्थ्य बच्चे को घर जाने हेतु छुट्टी दिया जाता है,जिनसे राज्य और देश में कुपोषित बच्चों की दर में कमी होने पर योगदान भी रहता है ।