जांजगीर- चांपा।
संस्कार की राजधानी जबलपुर की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रियाशील साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था कादंबरी ने खोखरा के दिनेश रोहित चतुर्वेदी को वर्ष 2024 में उनके सजल संग्रह “समय करवट बदलता है” पुस्तक के लिए स्वर्गीय नर्मदा देवी सिसोदिया सम्मान प्रदान किए जाने की घोषणा की है। यह सम्मान 9 नवंबर को शहीद स्मारक प्रेक्षागृह गोल बाजार जबलपुर में आयोजित कादंबरी सम्मान समारोह में प्रदान किया जाएगा। उन्हें यह सम्मान हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए प्रदान किया जाएगा। इस सम्मान में स्मृति चिह्न, साल, श्रीफल एवं 2100 सम्माननिधि प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में देश के सैकड़ों पत्रकार एवं साहित्यकार उपस्थित रहेंगे।
इससे पहले भी दिनेश की किताब सजल संग्रह ‘जीवित नदी’ को 3 एवं चेतना के बीज को 2 एवं आत्मंथन का समय है को 2 राष्ट्र स्तरीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। हिंदी सेवा के लिए राजस्थान में उन्हें साहित्यभूषण की मानक उपाधि दी जा चुकी है। दिनेश जी शाउमाविक्र 1 जांजगीर (पीएमश्री सेजेस ) में हिन्दी के व्याख्याता एवं एन सी सी अधिकारी हैं जो हिन्दी और छत्तीसगढ़ी दोनो भाषा में समान रूप से लेखन कर रहे हैं। कवि की 5 किताबें जीवित नदी, दर्द का अनुवाद, चेतना के बीज, आत्ममंथन का समय है एवं समय करवट बदलता है प्रकाशित हो चुकी हैं एवं छठवीं किताब प्रकाशनाधीन है। इससे पहले भी दिनेश को अटल साहित्य प्रेरणा सम्मान, तुलसी सम्मान, शब्द साधक, कृति साहित्य सम्मान, वीणापाणि सम्मान, सजल सौरभ, हिंदी भूषण, सजल रथी, सजल श्री, युवा प्रतिभा, सजल गौरव, अमृतादित्य साहित्य सम्मान, मिनीमाता नारी गौरव अवार्ड, साहित्यश्री, हिन्दीरत्न, कवि भूषण जैसे कई दर्जन सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।
समारोह के संबंध में कादम्बरी के अध्यक्ष आचार्य भगवत दुबे की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई। कादम्बरी के महामंत्री राजेश पाठक प्रवीण ने बैठक का संचालन करते हुए बताया कि दिवंगत मनीषियों की स्मृति में प्रतिष्ठित साहित्यकारों को तीन लाख रुपए के नगद सम्मान प्रदान किये जाएंगे। यह सम्मान श्रेष्ठ साहित्य साधना का सम्मान है।