रायपुर।
सोमवार को कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर के मेडिकल सेंटर में गुड होप ब्लड सेंटर के सहयोग से कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा एक रक्तदान शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
रक्तदान शिविर का उद्घाटन कलिंगा विश्वविद्यालय के महानिदेशक डॉ बायजू जॉन ने शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता डॉ राहुल मिश्रा, लेखा अधिकारी राजेश सैनी, कुलानुशासक डॉ ए विजयानंद, गुड होप ब्लड सेंटर के डॉ धनंजय प्रसाद, छात्र कल्याण के प्रभारी अधिष्ठाता लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी संकाय के प्रोफेसर, डॉ आशा अंभईकर, रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ शिल्पी श्रीवास्तव, छात्र कल्याण के उप अधिष्ठाता शेख अब्दुल कादिर, छात्र कल्याण की सहायक अधिष्ठाता, निकिता जोशी, स्टाफ नर्स सुमन चौहान और अन्य स्टाफ की उपस्थिति में रिबन काटकर किया।
डॉ. ए विजयानंद, कुलानुशासक और लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, प्रभारी अधिष्ठाता छात्र कल्याण और उनकी टीम ने रक्तदान शिविर का सफलतापूर्वक संचालन किया। दिन भर चले शिविर के दौरान जरूरतमंद व्यक्तियों के जीवन को बचाने के अच्छे उद्देश्य के लिए कलिंगा विश्वविद्यालय के उत्साही संकाय सदस्यों और छात्रों द्वारा 100 यूनिट से अधिक रक्त दान किया गया। गुड होप ब्लड सेंटर की टीम में बालसंस्कार एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. धनंजय पवार, लैब-तकनीशियन हितेश चंद्राकर, उधो राम पारकर, मनोज टंडन, उमेश साहू और वरिष्ठ नर्स निधि साहू शामिल थे।
रक्तदान के बाद सभी दाताओं को जलपान, स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र दिया गया। यह प्रमाणपत्र एक विशेषाधिकार कार्ड के रूप में कार्य करेगा जो उन्हें जरूरत पड़ने पर रक्त प्राप्त करने में मदद करेगा। कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रों ने अपना अनुभव साझा किया क्योंकि कुछ छात्रों ने पहली बार रक्तदान किया और वे एक नेक काम के लिए रक्तदान करके खुश थे।
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कलिंगा विश्वविद्यालय में रक्तदान शिविर आयोजित
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कलिंगा विश्वविद्यालय में “एचआरएम में नवीनतम रुझान” पर सेमिनार संपन्न
रायपुर । वाणिज्य और प्रबंधन संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ ने 22 मार्च, 2024 को “एचआरएम में नवीनतम रुझान” नामक एक सेमिनार का आयोजन किया। सेमिनार हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य मानव संसाधन प्रबंधन (एचआरएम) में समकालीन प्रथाओं और नवाचारों पर चर्चा करना था। इस कार्यक्रम ने एचआरएम के उभरते परिदृश्य से अवगत रहने में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को आकर्षित किया।
सेमिनार की शुरुआत हुकुम चंद यादव के एक व्यावहारिक भाषण के साथ हुई, जिसमें उन्होंने रियल इस्पात एंड पावर लिमिटेड के एवीपी और हेड एचआर के रूप में अपनी समृद्ध विशेषज्ञता का परिचय दिया, उन्होंने दर्शकों को वास्तविक दुनिया के उदाहरणों और केस अध्ययनों से अवगत कराया और इस बात पर प्रकाश डाला कि आधुनिक संगठन कैसे तेजी से बदलते कारोबारी माहौल की मांगों को पूरा करने के लिए अपनी मानव संसाधन रणनीतियों को तीव्रता से बदलते रहते हैं ।
दूसरे सत्र में हॉस्पिटैलिटी आईएमएस एसयूएम की प्रतिष्ठित प्रोफेसर डॉ. ऑरोलिपी दास ने गुणवत्ता प्रबंधन और प्रशासनिक पहलुओं पर ध्यान देने के साथ एचआरएम प्रथाओं को आकार देने वाले नवीनतम रुझानों पर अपनी अकादमिक अंतर्दृष्टि और शोध निष्कर्षों को साझा किया। डॉ. दास ने संगठनात्मक सफलता सुनिश्चित करने में मानव संसाधन की उभरती भूमिका का समग्र दृष्टिकोण प्रदान किया।
सेमिनार ने एक इंटरैक्टिव माहौल को बढ़ावा दिया, जिससे प्रतिभागियों को चर्चा में शामिल होने, सवाल पूछने और अपने अनुभव और दृष्टिकोण साझा करने की अनुमति मिली। उपस्थित लोगों ने वक्ताओं द्वारा साझा किए गए ज्ञान की गहराई और समकालीन मानव संसाधन परिदृश्य को समझने में चर्चा किए गए विषयों की प्रासंगिकता की सराहना की।
कलिंगा विश्वविद्यालय इस सेमिनार जैसे ज्ञान-साझाकरण प्लेटफार्मों को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है और एचआरएम के क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से और अधिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए तत्पर है।
सेमिनार का संचालन कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर के वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के डॉ. चंद्र भूषण सिंह और रक्षक भारती ने किया। समारोह की संचालिका दीप्ति पटनायक, सहायक प्रोफेसर वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर थीं।
कलिंगा विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय की विभागाध्यक्ष शिंकी के पांडे ने आभार व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार के सेमिनार छात्रों के समग्र विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।
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कलिंगा विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह
रायपुर, 27 जनवरी 2024निजी विश्वविद्यालयों में अग्रणी कलिंगा विश्वविद्यालय ने 75वां गणतंत्र दिवस देशभक्तिपूर्ण उत्साह के साथ मनाया। यह कार्यक्रम 26 जनवरी, 2024 को कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर में मुख्य अतिथि पद्म श्री मदन सिंह चौहान प्रसिद्ध लोक और सूफी गायक और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में हुआ।समारोह की शुरुआत पद्मश्री मदन सिंह चौहान द्वारा भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ हुई। जब उपस्थित लोग, जिनमें गणमान्य व्यक्ति, संकाय सदस्य, एनसीसी कैडेट और कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्र शामिल थे, तिरंगे को सलामी देने के लिए एकजुट होकर खड़े हुए तो वातावरण राष्ट्रगान से गूंज उठा।इस कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और गतिविधियाँ शामिल थीं जो भारत की समृद्ध विविधता और विरासत को प्रदर्शित करती थीं। छात्रा सुश्री अर्पिता प्रधान और सुश्री रितु वर्मा ने मनमोहक स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि पद्मश्री मदन सिंह चौहान ने उद्बोधन दिया। उन्होंने उत्साहवर्धक शब्दों से उपस्थित लोगों का हौसला बढ़ाया और अपने सूफियाना अंदाज में दिल को छू लेने वाली गजल पेश की, जिसे सभी ने खूब सराहा। सुश्री शाश्वती शुभदर्शनी ने मधुर गीत प्रस्तुत किया। उत्सव के दौरान कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर श्रीधर ने गणतंत्र दिवस के महत्व पर जोर देते हुए प्रेरक भाषण दिया।छात्रा सुश्री महक शर्मा, बी.कॉम और श्री रितेश जैन, बीएएलएलबी ने देशभक्तिपूर्ण नृत्य प्रस्तुत किया, श्री अंकुर कुणाल और सुश्री पुण्योटा महहतम ने गीत गाए जिससे कार्यक्रम का आनंद बढ़ गया।धन्यवाद ज्ञापन छात्र कल्याण प्रभारी अधिष्ठाता (डीएसडब्ल्यू) लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर ने किया। कार्यक्रम के संयोजक भूगोल विभाग के प्रोफेसर डॉ ए राजशेखर थे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित थे डॉ. आर उदय कुमार- अधिष्ठाता सूचना प्रौद्योगिकी संकाय, डॉ. ए विजयानंद-कुलानुशासक, डॉ. संजीव कुमार यादव- क्रीडा अधिकारी, श्री कमलकांत बारिक- सुरक्षा अधिकारी (भारतीय सेना से सेवानिवृत्त कैप्टन), श्री शेख अब्दुल कादिर- डिप्टी डीएसडब्ल्यू और सहायक प्रोफेसर, सुश्री निकिता जोशी, सहायक डीएसडब्ल्यू, सुश्री प्रीति मनहर- वार्डन गर्ल्स हॉस्टल, सुश्री सुमन चौहान- स्टाफ नर्स, श्री तोशन तारक एवं विश्वविद्यालय के छात्र एवं छात्रायें । -
कलिंगा विश्वविद्यालय में एकता और उत्सव की एक शाम
रायपुर, 28 दिसंबर, 2023/ कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर 23 दिसंबर, 2023 की मनोरंजक शाम को उत्सव की आनंददायक ध्वनियों से गूंज उठा, जब छात्र, शिक्षक और कर्मचारी एक शानदार क्रिसमस की पूर्व संध्या और नए साल के उत्सव के लिए एकत्र हुए। प्रभारी, छात्र कल्याण डीन और उनकी टीम की देखरेख में आयोजित यह कार्यक्रम सांस्कृतिक विविधता, संगीत और उत्सव की खुशी का एक सुंदर मिश्रण था।शाम की शुरुआत एक अंतरराष्ट्रीय छात्र की शांतिदायक समग्र प्रार्थना से हुई, जिसमें कलिंगा विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विश्व के अनेक देशों के छात्र शांति और चिंतन के एक पल के लिए एक साथ आए। उपस्थित लोगों की विविध सांस्कृतिक पृष्ठभूमि ने प्रार्थना में एक अद्वितीय और समृद्ध आयाम जोड़ा और शाम के लिए एक सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने में मदद की।यह जश्न शानदार बैंड प्रदर्शन के साथ जारी रहा, जिससे भीड़ क्रिसमस और आने वाले नए साल की भावना का जश्न मनाने के लिए झूमने पर मजबूर हो गई। शाम को कलिंगा विश्वविद्यालय के सदस्यों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक प्रदर्शन प्रस्तुत किए गए, जो कलिंगा विश्वविद्यालय के जीवंत और सकारात्मक माहौल को दर्शाते हैं।अध्यक्ष, रजिस्ट्रार और छात्र कल्याण डीन के नेतृत्व में हुआ आनंददायक केक काटने का समारोह शाम का चरम बिंदु था और छुट्टियों के साथ आने वाली खुशी और गर्मजोशी का प्रतीक था। केक की औपचारिक कटाई साझा खुशी का एक सामूहिक क्षण था, जिससे उपस्थित लोगों के बीच समुदाय की भावना को बढ़ावा मिला। शाम को प्रशासनिक विभाग से श्री विशाल सिंह सांता क्लॉज के रूप में दिखे, जिन्होंने उपस्थित लोगों को चॉकलेट और मफिन वितरित किए।जैसे-जैसे रात आगे बढ़ी, माहौल उत्साह से भर गया, जैसे-जैसे डीजे बजता गया, संगीत बजता गया, जिससे हर कोई नाचने लगा और आनंदमय रवैये में भाग लेने लगा। डीजे नाइट हंसी, खुशी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान से भरे दिन का आदर्श अंत था।छात्र कल्याण की प्रभारी अधिष्ठाता लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर ने छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी और आयोजन समिति के सदस्यों – डॉ. सजीव कुमार यादव, डॉ. स्मिता प्रेमानंद, डॉ. ए. विजयानंद के सहयोगात्मक प्रयास के प्रति आभार व्यक्त किया। डॉ. डी.एम. साहू, डॉ. मनोज मैथ्यू, सुश्री अर्चना नागवंशी, सुश्री ग्लेसी अनियान, श्री जितेश महंत, श्री मनीष सिंह, श्री यूनुस रज़वी, श्री अंश बत्रा, श्री राजेश रावत, सुश्री निकिता जोशी, श्री तोशान तारक, सुश्री आयुषी कुचनवार, सुश्री अनामिका शुक्ला एवं प्रशासन टीम। कलिंगा विश्वविद्यालय में समारोह ने सभी उपस्थित लोगों में खुशी और उत्साह का संचार किया। यह कार्यक्रम सभी के भीतर समुदाय और उत्सव की भावना को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण था।
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कलिंगा विश्वविद्यालय में “एचआईवी/ एड्स” पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन
रायपुर/16 दिसंबर 2023।14 दिसंबर, 2023 को कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय ने विश्वविद्यालय परिसर में “एचआईवी/एड्स” पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया । यह महत्वपूर्ण आयोजन फार्मेसी संकाय के प्राचार्य डॉ. संदीप प्रसाद तिवारी के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। सत्र का उद्देश्य एचआईवी/एड्स की रोकथाम के बारे में जागरूकता पैदा करना और एचआईवी/एड्स से संबंधित भेदभाव को कम करना था ।बी.फार्मेसी, डी. फार्मेसी, फार्म.डी. और एम.फार्मेसी सहित विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों के छात्रों ने बड़ी संख्या में समूह चर्चा और पोस्टर प्रस्तुतियों जैसी आयोजित विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया। पूरे कार्यशाला में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।कार्यशाला का सुचारू समन्वय श्री सुदीप मंडल, सुश्री दीप्ति पाल और सुश्री स्मिता सुथार द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक समापन के बाद, सभी योग्य प्रतिभागियों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए।समूह चर्चा के लिए प्रथम पुरस्कार से सुश्री अमीनु गरबा, द्वितीय पुरस्कार श्री पीयूष, और तृतीय पुरस्कार श्री आयुष, (सभी बी.फार्म के छात्रों) को पुरस्कृत किया गया ।पोस्टर प्रस्तुति के लिए प्रथम पुरस्कार सुश्री अंजना और द्वितीय पुरस्कार सुश्री श्रेया (फार्म डी की छात्राएं) और तृतीय पुरस्कार सुश्री शुविज्ञा भारद्वाज, बी फार्म की छात्र को पुरस्कृत किया गया ।कार्यशाला का समापन श्री सुदीप मंडल के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसमें एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए सभी प्रतिभागियों और योगदानकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया गया।कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा B+ मान्यता प्रदान की गई है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो वर्ष 2022 और 2023 में एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष 101- 150 विश्वविद्यालयों के बैंड में शामिल है। नेतृत्व शक्ति के विकास के साथ जिम्मेदार नागरिकों की भावना विकसित करने के लिए वैश्विक मानकों के अनुसार छात्रों में नवाचार विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बहु-विषयक अनुसंधान-केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित किया जाता है।
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कलिंगा विश्वविद्यालय में वर्ष 2023-24 के लिए बीएड के छात्रों के लिए स्वगातोत्सव का आयोजन
रायपुर, 27 नवम्बर 2023/ कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा B+ मान्यता प्रदान की गई है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो वर्ष 2022 और 2023 में एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष 101-150 विश्वविद्यालयों के बैंड में शामिल है। नेतृत्व शक्ति के विकास के साथ जिम्मेदार नागरिकों की भावना विकसित करने के लिए वैश्विक मानकों के अनुसार छात्रों में नवाचार विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बहु-विषयक अनुसंधान-केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित किया जाता है।कलिंगा विश्वविद्यालय में बैचलर ऑफ एजुकेशन के नए नामांकित छात्रों के लिए स्वगातोत्सव कार्यक्रम सोमवार, 27 नवंबर, 2023 को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया । यह विश्वविद्यालय के लिए एक यादगार घटना थी जो अपने छात्रों को एक समृद्ध शैक्षणिक यात्रा में शामिल करने की कलिंगा विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का उदाहरण थी।नए छात्रों का फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया गया और तिलक समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण कर की गई।कार्यक्रम के दौरान, कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने एक पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से विश्वविद्यालय पर मूल्यवान अंतर्दृष्टि साझा की, और नए छात्रों को विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास एवं उपलब्धियों से परिचित कराया। अनुकूल शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने की भावना से शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता डॉ. राहुल मिश्रा ने विश्वविद्यालय की आचार संहिता और व्यापक शैक्षणिक पाठ्यक्रम पर प्रकाश डाला। शिक्षा विभाग की डीन डॉ. श्रद्धा वर्मा ने विद्यार्थियों को विभाग की गतिविधियों की जानकारी दी।समारोह की संचालिका सुश्री अलीशा यादव रहीं। सुश्री शास्वती शुभदर्शिनी और श्री अंकुर कुणाल ने एकल गीत प्रस्तुत किये।छात्र कल्याण के उप अधिष्ठाता श्री शेख अब्दुल कादिर ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण विभाग द्वारा मार्केटिंग टीम के सहयोग से स्वगातोत्सव कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह आयोजन कलिंगा विश्वविद्यालय की अपने छात्रों के बीच समग्र विकास और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की अटूट प्रतिबद्धता का उदाहरण है।
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कलिंगा विश्वविद्यालय में केनरा बैंक के सहयोग से दिवाली मिलन 2023 का आयोजन
रायपुर, 07/11/2023 – कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा केनरा बैंक के सहयोग से “दिवाली मिलन 2023” का आयोजन किया गया। रोशनी के त्योहार “दिवाली” को मनाने के लिए परिसर को रंगीन सजावटी रोशनी से सजाया गया, जिससे एक हर्षित और स्वागत योग्य माहौल बन गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन कलिंगा विश्वविद्यालय और केनरा बैंक के प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा विश्वविद्यालय सभागार में दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। केनरा बैंक टीम का प्रतिनिधित्व श्री बुध राम (डीएम), श्री राजेश निगम (डीएम), श्री अंबिका एस सिंह (एजीएम), श्री संजय कुमार (वरिष्ठ प्रबंधक), श्रीमती सोनल त्रिपाठी (प्रबंधक), श्री नवीन वर्मा (एसएम ), श्री संतोष श्रीवास्तव , श्री संतोष सिंह, और श्री मृत्युंजय यादव ने किया।
कार्यक्रम का आयोजन छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. जैस्मीन जोशी द्वारा किया गया। शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों सहित उपस्थित लोगों ने आनंदमयी शाम का आनंद लिया। कलिंगा विश्वविद्यालय के प्रबंधन ने एकजुटता और उत्सव की भावना को बढ़ाते हुए उपस्थित सभी लोगों को दीपावली उपहार वितरित करते हुए शुभकामनाएं दी।
कलिंगा विश्वविद्यालय के सदस्यों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रदर्शन प्रस्तुत किए गए। वनस्पति विज्ञान विभाग से सुश्री अभिस्मिता रॉय, मैकेनिकल विभाग से डॉ. स्वप्निल जैन, आईडी से सुश्री देवाश्री मिश्रा, और बीए फिल्म मेकिंग से श्री प्रशांत पारेक , श्री मनोज लेखा विभाग से निर्मलकर, छात्र समन्वय विभाग से सुश्री आकांक्षा तिवारी ने नृत्य और गीत प्रस्तुत करके अपनी व्यक्तिगत प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में डॉ. ए. राजशेखर और श्री कृष्ण कांत द्वारा हिंदी कविताएँ भी प्रस्तुत किया गया ।
शाम में ग्लैमर जोड़ते हुए, वाणिज्य और प्रबंधन विभाग के संकाय सदस्यों के साथ-साथ छात्र कल्याण के डीन और मार्केटिंग टीम ने एक आकर्षक रैंप वॉक के साथ कार्यक्रम को आनंदमय बनाया ।
डॉ. जैस्मीन जोशी ने उपस्थित सभी लोगों को हार्दिक धन्यवाद दिया और कृतज्ञता और एकता के भाव के साथ शाम का समापन किया। कार्यक्रम का समग्र प्रबंधन और उत्कृष्ट सजावट सुश्री निकिता जोशी द्वारा कुशलतापूर्वक की गई, जबकि लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर ने कार्यवाही को संचालित करने के लिए अपना आकर्षण और उत्साह दिखाया।
कलिंगा विश्वविद्यालय में “दिवाली मिलन 2023” ने सभी उपस्थित लोगों में दिवाली की खुशी और भावना को बढाया। यह कार्यक्रम सभी के भीतर समुदाय और उत्सव की भावना को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण था। -
कलिंगा विश्वविद्यालय में “कौशल विकास प्रशिक्षण – घरेलू देखभाल” का आयोजन सम्पन
नया रायपुर 28/10/2023– कलिंगा विश्वविद्यालय ने जन शिक्षण संस्थान (जेएसएस) के सहयोग से घरेलू देखभाल के क्षेत्र में कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन करके सामुदायिक विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर चिह्नित किया। कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. जैस्मीन जोशी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता रही और श्री हर्ष खरे प्रशिक्षक रहे।15 मई, 2023 को शुरू हुआ यह कार्यक्रम कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा अपनाए गए आसपास के गांवों/समुदायों के 20 प्रशिक्षुओं के प्रयासों की सराहना समारोह के साथ अपने अंतिम चरण का समापन किया। इन प्रशिक्षुओं ने घरेलू देखभाल में अपने कौशल को बढ़ाने के लिए एक यात्रा शुरू की, जो सामुदायिक विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है।जेएसएस के निदेशक श्री अतुल सिंह और जेएसएस की समन्वयक सुश्री नितांजलि, जिन्होंने प्रशिक्षुओं को अपना समर्थन और प्रोत्साहन प्रदान किया, ने समापन समारोह में भाग लिया।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले गौरवान्वित स्नातकों को प्रमाण पत्र दिए गए। ये प्रमाणपत्र न केवल प्रशिक्षुओं की कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाते हैं, बल्कि घरेलू देखभाल के क्षेत्र में उनके कौशल को बेहतर बनाने की उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाते हैं।कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. जैस्मीन जोशी ने प्रशिक्षुओं की उपलब्धियों पर अत्यधिक प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा- “हम इस कार्यक्रम के दौरान अपने प्रशिक्षुओं की वृद्धि और विकास को देखकर रोमांचित हैं।” उन्होंने महत्वपूर्ण कौशल हासिल कर लिया है जो न केवल उन्हें व्यक्तिगत रूप से सहायता करेगा बल्कि उनके समुदायों को भी लाभान्वित करेगा।”श्री हर्ष खरे ने टिप्पणी की, “मैं प्रशिक्षुओं के उत्साह और समर्पण से प्रभावित हूं।” सीखने और विकास के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है, और मुझे विश्वास है कि वे घरेलू देखभाल के पेशे में एक बड़ा योगदान देंगे।”कलिंगा विश्वविद्यालय, जेएसएस के सहयोग से, गांवों/ग्रामीणों के जीवन को बेहतर बनाने और समाज की उन्नति में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान हासिल किए गए कौशल प्रतिभागियों को घरेलू देखभाल के क्षेत्र में संभावनाएं तलाशने, उनके जीवन को बेहतर बनाने और उनके समुदायों पर अच्छा प्रभाव डालने में सक्षम बनाएंगे।
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कलिंगा विश्वविद्यालय में धूमधाम के साथ मनाया गया हिंदी दिवस
रायपुर,17 सितम्बर , 2023 /
कलिंगा विश्वविद्यालय के कला एवं मानविकी संकाय के अंतर्गत हिन्दी विभाग के तत्वावधान में हिन्दी दिवस समारोह पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
समारोह का शुभारंभ माँ सरस्वती की मूर्ति एवं हिन्दी के कालजयी साहित्यकारों के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया। इस प्रतियोगिता में सम्मिलित विश्वविद्यालय के 35 से अधिक विद्यार्थियों ने अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा का परिचय दिया।
लोकनृत्य प्रतियोगिता के अंतर्गत विद्यार्थियों ने विभिन्न राज्यों की पारंपरिक एवं शास्त्रीय लोकनृत्य का प्रदर्शन करके दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। महाराष्ट्र प्रदेश के प्रमुख लोकनृत्य ‘लावणी’, राजस्थानी लोकनृत्य, महाभारत पर आधारित शास्त्रीत नृत्य, गुजरात के गरबा, शास्त्रीय नृत्य के अंतर्गत कत्थक, उड़ीसा के संबलपुरी लोकनृत्य का प्रदर्शन कर लाजवाब प्रस्तुति दी ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम, अंग्रेजी विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ. विनीता दीवान के निर्देशन में सुप्रसिद्ध कथाकार सआदत हसन मंटो की कहानी पर आधारित लघु नाटिका ‘अनारकली’ का मंचन किया गया जिसमें विद्यार्थियो के द्वारा आकर्षक अभिनय का प्रदर्शन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अगले चरण में ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग की एडवोकेट जूही के निर्देशन ‘हिन्दी बोले’ नाट्य गीत को प्रस्तुत किया गया, जिसमें इंजीनियरिंग विभागों ने गीत, संगीत और अभिनय के साथ लाजवाब प्रस्तुति दी।
समारोह के अगले चरण में इतिहास विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ.अभिषेक अग्रवाल के द्वारा हास्य कविता ‘तुलसीदास’ को प्रस्तुत किया गया और बी.ए. तृतीय सेम. की विद्यार्थी सुश्री कनक के गाए हुए गीतों को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। इसके पश्चात एडवोकेट जूही ने ‘मत कर काया पर अभिमान’ गीत की प्रस्तुति से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
प्रतियोगिता के उपरांत काव्य पाठ प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, शब्दार्थ प्रतियोगिता, पहेली प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ तीन प्रतिभागी विद्यार्थियों को एवं लोकनृत्य प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ नौ प्रतिभागियों के साथ – साथ सुविख्यात कहानीकार मंटो की कहानी पर आधारित ‘अनारकली’ नाटक में अभिनय करने वाले सभी विद्यार्थियों को ट्राफी एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का मंच संचालन बी.ए.पंचम सेम की सुश्री लतिका चंद्रा और मुकेश नायक, बी.ए.तृतीय सेम.की सुश्री तिस्ता खूंटे और बी.काँम.के सिद्धार्थ टिकरिया और बीजेएमसी तृतीय सेम.की जिज्ञासा साहू और बीजेएमसी पंचम सेम. की सुश्री खुशबू साव ने किया। स्वागत, मंच सज्जा और पुरस्कार वितरण की जिम्मेदारी कॉमर्स एवं मैनैजमेंट की विद्यार्थी सुश्री ज्योति शाह और उनके साथियों ने पूर्ण करी। तकनीकी व्यवस्था का कार्यभार आईटी विभाग के श्री दौलत साहू ने निभाया। फोटोग्राफी और वीडियो की जिम्मेदारी को मो.युनूस खान और उनकी टीम ने निभाया। प्रतियोगिता के निर्णायक के रुप में कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय के प्राचार्य डॉ.संदीप प्रसाद तिवारी, विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता डॉ. शिल्पी श्रीवास्तव और डॉ. सुषमा दुबे उपस्थित थीं। -
कलिंगा विश्वविद्यालय में धूमधाम के साथ मनाया गया हिंदी दिवस
रायपुर,16 सितंबर 2023/ नया रायपुर -कलिंगा विश्वविद्यालय के कला एवं मानविकी संकाय के अंतर्गत हिन्दी विभाग के तत्वावधान में हिन्दी दिवस समारोह पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
समारोह का शुभारंभ माँ सरस्वती की मूर्ति एवं हिन्दी के कालजयी साहित्यकारों के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया। इस प्रतियोगिता में सम्मिलित विश्वविद्यालय के 35 से अधिक विद्यार्थियों ने अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा का परिचय दिया।
लोकनृत्य प्रतियोगिता के अंतर्गत विद्यार्थियों ने विभिन्न राज्यों की पारंपरिक एवं शास्त्रीय लोकनृत्य का प्रदर्शन करके दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। महाराष्ट्र प्रदेश के प्रमुख लोकनृत्य ‘लावणी’, राजस्थानी लोकनृत्य, महाभारत पर आधारित शास्त्रीत नृत्य, गुजरात के गरबा, शास्त्रीय नृत्य के अंतर्गत कत्थक, उड़ीसा के संबलपुरी लोकनृत्य का प्रदर्शन कर लाजवाब प्रस्तुति दी ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम, अंग्रेजी विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ. विनीता दीवान के निर्देशन में सुप्रसिद्ध कथाकार सआदत हसन मंटो की कहानी पर आधारित लघु नाटिका ‘अनारकली’ का मंचन किया गया जिसमें विद्यार्थियो के द्वारा आकर्षक अभिनय का प्रदर्शन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अगले चरण में ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग की एडवोकेट जूही के निर्देशन ‘हिन्दी बोले’ नाट्य गीत को प्रस्तुत किया गया, जिसमें इंजीनियरिंग विभागों ने गीत, संगीत और अभिनय के साथ लाजवाब प्रस्तुति दी।
समारोह के अगले चरण में इतिहास विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ.अभिषेक अग्रवाल के द्वारा हास्य कविता ‘तुलसीदास’ को प्रस्तुत किया गया और बी.ए. तृतीय सेम. की विद्यार्थी सुश्री कनक के गाए हुए गीतों को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। इसके पश्चात एडवोकेट जूही ने ‘मत कर काया पर अभिमान’ गीत की प्रस्तुति से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
प्रतियोगिता के उपरांत काव्य पाठ प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, शब्दार्थ प्रतियोगिता, पहेली प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ तीन प्रतिभागी विद्यार्थियों को एवं लोकनृत्य प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ नौ प्रतिभागियों के साथ – साथ सुविख्यात कहानीकार मंटो की कहानी पर आधारित ‘अनारकली’ नाटक में अभिनय करने वाले सभी विद्यार्थियों को ट्राफी एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का मंच संचालन बी.ए.पंचम सेम की सुश्री लतिका चंद्रा और मुकेश नायक, बी.ए.तृतीय सेम.की सुश्री तिस्ता खूंटे और बी.काँम.के सिद्धार्थ टिकरिया और बीजेएमसी तृतीय सेम.की जिज्ञासा साहू और बीजेएमसी पंचम सेम. की सुश्री खुशबू साव ने किया। स्वागत, मंच सज्जा और पुरस्कार वितरण की जिम्मेदारी कॉमर्स एवं मैनैजमेंट की विद्यार्थी सुश्री ज्योति शाह और उनके साथियों ने पूर्ण करी। तकनीकी व्यवस्था का कार्यभार आईटी विभाग के श्री दौलत साहू ने निभाया। फोटोग्राफी और वीडियो की जिम्मेदारी को मो.युनूस खान और उनकी टीम ने निभाया। प्रतियोगिता के निर्णायक के रुप में कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय के प्राचार्य डॉ.संदीप प्रसाद तिवारी, विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता डॉ. शिल्पी श्रीवास्तव और डॉ. सुषमा दुबे उपस्थित थीं।अंत में हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अजय शुक्ल ने इस आयोजन के महत्व और उपलब्धियों पर अपनी बात रखी। कला एवं मानविकी संकाय की अधिष्ठाता डॉ.शिल्पी भट्टाचार्य ने कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की। इस अवसर पर कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलानुशासक, डॉ.ए.विजय आनंद, पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ.सुशांत साहू, डॉ.पापड़ी मुखोपाध्याय, डॉ. श्रद्धा हिरकने, डॉ. वफी अहमद खान, सुश्री अर्चना नागवंशी, डॉ. आकृति देवांगन, सुश्री तुहिना चौबे, सुश्री गीतिका ब्रह्मभट्ट, सुश्री एल.ज्योति रेड्डी, सुश्री मेरिटा जगदल्ला, सुश्री जेसिक मिंज, श्री आशीष कुमार सामल के साथ साथ सभी प्राध्यापक, विद्यार्थी और विश्वविद्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थें।