रायपुर,
कलिंगा यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (AI & ML) में करियर की संभावनाओं पर एक सेमिनार का आयोजन किया। इस ज्ञानवर्धक कार्यक्रम में कई स्कूलों के छात्रों ने भाग लिया।
सेमिनार की शुरुआत पारंपरिक तरीके से देवी सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. प्रदीप सिंह थे। कलिंगा विश्वविद्यालय के बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) सेल के निदेशक डॉ. आर उदयकुमार विशेष अतिथि थे। कार्यक्रम के दौरान बेस्ट कंप्यूटर डेस्टिनेशन के निदेशक नरेंद्र देवांगन, प्रशिक्षक सुश्री शालू सिन्हा और सुश्री भुनेश्वरी साहू और कलिंगा विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान और आईटी विभाग के प्रमुख ओमप्रकाश देवांगन भी मौजूद थे।
अपने वक्तव्य में डॉ. प्रदीप सिंह ने छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य, चुनौतियों और अवसरों सहित इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फिल्मों में स्टंट, सेल्फ-ड्राइविंग कारें और अन्य मौजूदा तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही नतीजा है। उन्होंने अन्य विषयों के अलावा एआई, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, जेनरेटिव एआई, मशीन लर्निंग एल्गोरिदम, एल्गोरिदम की शक्ति, पारंपरिक मशीन लर्निंग और प्रॉम्प्ट-आधारित मशीन लर्निंग पर भी चर्चा की। डॉ. सिंह के भाषण से एआई के भविष्य के बारे में जानने के लिए छात्र उत्साहित थे।
डॉ. उदयकुमार ने AI&ML पर विस्तार से एक प्रेजेंटेशन भी दिया। उन्होंने छात्रों को IIOT लैब, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, टेक्नोविज ऑटोमेशन और इंटेलिजेंस और AI के बीच अंतर के बारे में जानकारी दी। डॉ. उदय ने यह भी बताया कि मशीन लर्निंग कैसे काम करती है। ओम प्रकाश देवांगन ने ड्रोन तकनीक पर लाइव प्रदर्शन किया और छात्रों को मोबाइल को रिमोट कंट्रोलर के रूप में इस्तेमाल करके ड्रोन उड़ाने की प्रस्तुति दी गई। उन्होंने आगे बताया कि एम-ब्लॉक5 सॉफ्टवेयर के माध्यम से ब्लूटूथ का उपयोग करके कॉर्ड और कॉर्डलेस सिस्टम का उपयोग करके ड्रोन को संचालित किया जा सकता है। उन्होंने छात्रों को कोडिंग और पायथन सॉफ्टवेयर के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी। छात्रों ने इस सत्र का भरपूर आनंद लिया।
कार्यक्रम के बाद छात्रों के लिए आकर्षक खेल सत्र आयोजित किए गए, जिसमें गेंद फेंकना, चित्र बनाना आदि शामिल थे, तथा विजेताओं को उनके प्रदर्शन के आधार पर पुरस्कार दिए गए। विजेताओं में आकाश, प्रयाश सौबर, सुश्री विद्या,सूर्यकांत सिन्हा और सुश्री मंजू सोनी शामिल थे।
सभी अतिथि वक्ताओं और अतिथि नरेन्द्र देवांगन को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। ओमप्रकाश देवांगन ने आभार व्यक्त किया। समारोह की संचालन बी.कॉम. छात्रा सुश्री अलीशा यादव ने किया। कार्यक्रम के दौरान सहायक प्रोफेसर एवं प्रभारी डीन (छात्र कल्याण) लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, डिप्टी डीएसडब्ल्यू शेख अब्दुल कादिर, सहायक डीएसडब्ल्यू सुश्री निकिता जोशी और मार्केटिंग टीम के सदस्य भी उपस्थित थे।
कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा B+ मान्यता प्रदान की गई है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो वर्ष 2022 और 2023 में एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष 101- 150 विश्वविद्यालयों के बैंड में शामिल है। नेतृत्व शक्ति के विकास के साथ जिम्मेदार नागरिकों की भावना विकसित करने के लिए वैश्विक मानकों के अनुसार छात्रों में नवाचार विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बहु-विषयक अनुसंधान-केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित किया जाता है।