छत्तीसगढ़
कोरबा/01 दिसंबर 2023/ छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के मोती सागरपारा स्थित आदर्श मुक्तिधाम में चोरी छिपे शव का दाह संस्कार करने का मामला सामने आया है। हैरानी की बात है कि कब किन लोग किसका शव लेकर आए और दाह संस्कार कर चलते बने इसकी भनक तक मुक्तिधाम के केअर टेकर को नहीं लगी ।इस घटनाक्रम ने मुक्तिधाम की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए है। साथ ही केअर टेकर की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। उधर इस मामले में शिकायत दर्ज होने के बाद कोतवाली पुलिस ने जाँच शुरू कर दी हैबता दें कि मोतीसागर मुक्तिधाम में यह घटना 19 नवंबर की रात को हुई है। यहां अंतिम संस्कार के लिए आने वाले शवों का हिसाब रखा जाता है। इसके लिए 2 शिफ्ट में केअर टेकर रखे गए है। महिला कर्मी ने बताया कि घटना वाले दिन रात को बाहरी गेट से कुछ लोग आए थे, जिन्होंने अज्ञात शव को जलाया और भाग गए। सवाल यह उठता है कि, केयरटेकर के होने के बावजूद ऐसा हुआ तो कैसे हुआ…
दूसरे केअर टेकर ने क्यों नहीं दी जानकारी…
पुरुष कर्मी ने कोई खास जानकारी नहीं दी है। यहां सवाल ये भी उठता है कि शव जलाने वाले पिंडदान के लिए अस्थि लेने दुबारा क्यों नहीं आये । इन्ही कारणों से ये मामला संदिग्ध लगता है।
पार्षद ने खड़े किए सवाल..
वार्ड पार्षद संतोष लांनझेकर ने इस मामले को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि व्यवस्था के अनुसार हिंदू समुदाय में होने वाली मौत को लेकर मृतकों का अंतिम संस्कार सूर्यास्त के बाद नहीं किया जाता है। ऐसी स्थिति में मोती सागरपारा के मुक्तिधाम में आखिर कौन सी मजबूरी के कारण 19 नवंबर की रात इस तरह का कारनामा किया गया।
आखिर कौन हैं गुपचुप तरीके से शव को जलाने वाले…
दरअसल, मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई है। अज्ञात मृतक की अस्थियां मुक्तिधाम परिसर में सुरक्षित रखी गई है। इनकी फॉरेंसिक जांच के साथ विधि विज्ञान विभाग आगे पता चल सकेगा कि मृतक कौन था और किन परिस्थितियों में उसकी मौत हुई थी। यह सब होने पर ही इस मामले से जुड़े उन लोगों के चेहरे बेनकाब हो सकेंगे, जिन्होंने शव को जलाने का काम किया है।
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