नई दिल्ली, 03 जनवरी 2023\ टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारत की हार के बाद भारतीय टीम के शुभचिंतक अब आगामी वनडे वर्ल्ड कप 2023 की चिंता में हैं. टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली से फैन्स को भले इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद हो लेकिन भारत के पहले वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव ने सावधान किया है कि अगर कोई सोच रहा है कि ये दो खिलाड़ी भारत को वर्ल्ड कप जिताएंगे तो यह नहीं होने वाला.
कपिल देव ने कहा, ‘अगर आप विराट पर, रोहित पर या 2-3 अन्य खिलाड़ियों पर भरोसा जताएंगे तो ऐसा कभी भी नहीं हो सकता.’ कपिल देव ने जोर देकर कहा कि एक टीम मैच में खेलती है और एक टीम जीतती है. तो सभी खिलाड़ियों को अपना-अपना रोल बखूबी निभाना होगा.
उन्होंने कहा, ‘अगर आप वाकई वर्ल्ड कप जीतना चाहते हैं तो कोच, सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट को कुछ कड़े निर्णय लेने होंगे. उन्हें अपने निजी हितों को पीछे रखना होगा और उन्हें टीम के बारे में सोचना होगा. आपको अपनी टीम पर भरोसा करना होगा. क्या हमारे पास ऐसी टीम है? बिल्कुल है. क्या हमारे पास ऐसे मैच विनर खिलाड़ी हैं? निश्चिततौर पर हैं. हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं, जो वर्ल्ड कप जीत सकते हैं.’
63 वर्षीय कपिल देव एबीपी न्यूज के एक कार्यक्रम में चर्चा कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘टीम में हमेशा एक-दो खिलाड़ी ऐसे होते हैं, जो टीम में स्तंभ बन जाते हैं. टीम उनके इर्द-गिर्द खेलती है लेकिन अब हमें इस क्रम को तोड़ने की जरूरत है और हमें ऐसे 5-6 खिलाड़ी बनाने की जरूरत हैं और इसलिए ही मैं कह रहा हूं कि आप सिर्फ विराट और रोहित पर निर्भर नहीं रह सकते.’
उन्होंने कहा, ‘आपको ऐसे खिलाड़ियों की दरकार है, जो उन दोनों की जिम्मेदारियों को बखूबी निभा सकें. युवा खिलाड़ियों को आगे आना होगा और यह कहना होगा कि यह हमारा समय है.’
भारत के लिए 134 टेस्ट और 225 वनडे खेल चुके इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘इस वर्ल्ड कप का सबसे सकारात्मक पहलू यह है कि यह वर्ल्ड कप भारत में होगा. यहां की परिस्थितियों को हमसे बेहतर कोई नहीं जानता है. बीते 8 से 10 सालों से रोहित और विराट भारत के सबसे महत्वपूर्ण क्रिकेटर रहे हैं. अब कई लोग यह सवाल पूछने लगे हैं कि क्या यह रोहित और विराट का आखिरी वर्ल्ड कप है? मैं मानता हूं कि वे खेल सकते हैं लेकिन उन्हें इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.’
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘फिटनेस का रोल अहम है. अब कई सारे युवा खिलाड़ी आ रहे हैं. क्या वे उनसे मुकाबला कर पाएंगे? इस पर सवाल जरूर है लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे कैसे अपने खेल को खेलना चाहते हैं. उनमें क्षमताओं की कोई कमी नहीं है.