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  • 16 साल के भारतीय क्रिकेटर ने खड़ा किया रनों का पहाड़

    16 साल के भारतीय क्रिकेटर ने खड़ा किया रनों का पहाड़

    नई दिल्ली,18 नवम्बर 2022\ 16 साल ही उम्र में सचिन तेंदुलकर ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू कर लिया था और शुरुआती कुछ पारियों के बाद ही यह साबित कर दिया था कि वो लंबी रेस के घोड़े साबित होंगे. हुआ भी ऐसा ही. उनका इंटरनेशनल करियर दो दशक से ज्यादा चला. अब एक और ऐसा बल्लेबाज सामने आया है, जिसने सचिन जितनी उम्र में ही बड़ा कारनामा किया है. लेकिन, ऐसा उसने एक इंटर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट टूर्नामेंट में किया है. इस क्रिकेटर का नाम तन्मय मंजूनाथ है. 16 साल के तन्यम ने एक 50 ओवर के मैच में अकेले 407 रन ठोकने का कारनामा किया है. उन्होंने इसके लिए सिर्फ 165 गेंद खेली.

    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिमोगा के रहने वाले तन्मय ने कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के तहत खेले गए एक क्लब क्रिकेट मैच में यह कारनाम किया है. यह मुकाबला सागर क्रिकेट क्लब और भद्रावती एनटीटीसी क्लब के बीच था. तन्मय ने सागर क्रिकेट क्लब की तरफ से खेलते हुए 50 ओवर के मैच में 407 रन की पारी खेली. उन्होंने अपनी इस पारी में 48 चौके जमाए जबकि उनके बल्ले से 24 छ्क्के निकले. उनकी इस पारी को जिसने भी देखा वो दंग रह गया.

    तन्मय ने 407 में से 336 रन तो सिर्फ चौके-छक्के से ही ठोक डाले. तन्मय की इस पारी की बदौलत उनकी टीम सागर क्लब ने 50 ओवर के मैच मं 583 रन का स्कोर खड़ा किया.

    वनडे में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के नाम है. रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ 264 रन की रिकॉर्डतोड़ पारी खेली थी. इस दौरान उन्होंने 33 चौके और 9 छक्के ठोके थे. रोहित वनडे में तीन डबल सेंचुरी लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं. वनडे का पहला दोहरा शतक 2010 में सचिन के बल्ले से निकला था. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर में यह कारनामा किया था.

  • कैमरन ग्रीन आईपीएल में खेलेंगे या नहीं, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने किया बड़ा खुलासा

    कैमरन ग्रीन आईपीएल में खेलेंगे या नहीं, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने किया बड़ा खुलासा

    नई दिल्ली,18 नवम्बर 2022\ ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस चाहते हैं कि कैमरन ग्रीन नेशनल टीम के लिए खेलने में अपनी सारी ऊर्जा लगाएं, लेकिन वह इस युवा ऑलराउंडर को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2023) में खेलने से नहीं रोकेंगे. इस 23 साल के खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है. उन्होंने भारत दौरे पर डेविड वॉर्नर की अनुपस्थिति में पारी की शुरुआत करते हुए प्रभावित किया था. ग्रीन (Cameron green) ने इस दौरे पर 2 अर्धशतक जड़े थे. 214.54 के स्ट्राइक रेट और 39.22 के औसत के साथ रन बनाए थे. बड़े शॉट खेलने की क्षमता के कारण ग्रीन अगर आईपीएल के आगामी ऑक्शन में शामिल होते हैं, तो वह कई फ्रेंचाइजी की नजर पर रहेंगे. आईपीएल का ऑक्शन 23 दिसंबर को कोच्चि में होनी है.

    पैट कमिंस ने एसईएन रेडियो से कहा, हां वह आईपीएल ऑक्शन में शामिल हो सकता है. हम इंतजार करेंगे और देखेंगे. मुझे लगता है कि ऑक्शन में अभी थोड़ा समय है. उन्होंने कहा कि एक कप्तान के रूप में स्वार्थी होकर देखें, तो मुझे अच्छा लगेगा कि वह ऑस्ट्रेलिया के लिए अपनी सारी ऊर्जा बचाए. उन्होंने कहा कि लेकिन आप किसी को इस (आईपीएल) तरह के अवसर को नकारने के लिए कैसे कह सकते हैं

    कमिंस नहीं खेलेंगे आईपीएल
    ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट और वनडे टीम की कप्तानी करने वाले पैट कमिंस ने इंटरनेशनल क्रिकेट के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए इस आकर्षक लीग से हटने का फैसला किया है. ऑस्ट्रेलिया के व्यस्त 2023 टेस्ट क्रिकेट कार्यक्रम में भारत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (फरवरी-मार्च) और इंग्लैंड में 16 जून से 31 जुलाई तक एशेज शामिल है वनडे वर्ल्ड कप अगले साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में आयोजित किया जाएगा. कमिंस पिछले सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा थे.

    टी20 में रिकॉर्ड है शानदार
    कैमरन ग्रीन ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से 8 टी20 इंटरनेशनल के मुकाबले खेलने हैं. 17 की औसत से 139 रन बनाए हैं. 2 अर्धशतक जड़ा है. स्ट्राइक रेट 174 का है. वे ओवरऑल टी20 की 17 पारियों में 16 की औसत से 245 रन बनाए हैं. स्ट्राइक रेट 138 का है. 2 अर्धशतक लगाया है. इस तेज गेंदबाज ने 5 विकेट भी लिए हैं

  • पैट कमिंस का बड़ा खुलासा- आईपीएल 2023 से नाम वापस लेने का फैसला बहुत आसान था

    पैट कमिंस का बड़ा खुलासा- आईपीएल 2023 से नाम वापस लेने का फैसला बहुत आसान था

    नई दिल्ली,16 नवम्बर 2022\ अंतरराष्ट्रीय मैचों और विभिन्न फ्रेंचाइजी टी20 लीगों की विशेषता वाले एक भरे हुए क्रिकेट कैलेंडर के साथ, खिलाड़ियों ने उन मैचों को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया है जिनमें वे शामिल होना चाहते हैं. ऑस्ट्रेलिया अगले 12 महीनों में ढेर सारे मैच खेलने वाला है. यही वजह है कि टेस्ट कप्तान पैट कमिंस ने आईपीएल 2023 से नाम वापस ले लिया है, जहां उन्होंने आखिरी बार टूर्नामेंट के 2022 सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स का प्रतिनिधित्व किया था.

    उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया अगले 12 महीनों में वास्तव में काफी क्रिकेट खेलने वाला है. इसलिए मैंने आईपीएल 2023 से हटने का फैसला किया. हमें 15 टेस्ट मैच मिले हैं, उम्मीद है कि हम टेस्ट विश्व चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचेंगे.”

    एसईएन 1170 द रन होम शो में कमिंस ने कहा, “बहुत सारे वनडे मैच हैं, फिर वनडे विश्व कप, अगर मैं खेलता हूं तो मुझे ज्यादा ब्रेक नहीं मिलता, इसलिए कोशिश करें और घर पर कुछ समय बिताएं.”

    कमिंस टेस्ट के साथ अब ऑस्ट्रेलिया के वनडे कप्तान भी हैं, इसका मतलब है कि अगले 12 महीनों में उनका काम का बोझ बढ़ जाएगा. इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज (वनडे) सीरीज, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद, ऑस्ट्रेलिया अगले साल फरवरी और मार्च में भारत में चार टेस्ट खेलेगा.

    मार्च के अंत से मई तक आईपीएल आयोजित होने के बाद, ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड में पांच मैचों की एशेज टेस्ट सीरीज खेलेगा और बाद में सितंबर-अक्टूबर में वनडे विश्व कप के लिए भारत वापस आएगा.

    अगर ऑस्ट्रेलिया जून 2023 में द ओवल में होने वाली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना लेता है, तो उनके शेड्यूल में एक और मैच जुड़ जाएगा. “अतीत में मैंने शारीरिक रूप से तरोताजा रहने, कप्तान होने के नाते निर्णय लेने के साथ मानसिक रूप से मजबूत होने के लिए यह फैसला किया है.”

  • क्‍या गुजरात टाइटंस लगाएगी केन विलियमसन पर दांव? हार्दिक पांड्या ने दिया जवाब

    क्‍या गुजरात टाइटंस लगाएगी केन विलियमसन पर दांव? हार्दिक पांड्या ने दिया जवाब

    नई दिल्ली,16 नवम्बर 2022\ सनराइजर्स हैदराबाद ने मंगलवार को आईपीएल   लिए अपनी रिटेन लिस्‍ट का ऐलान किया तो सबसे ज्‍यादा हैरानी केन विलियमसन को बाहर का रास्‍ता दिखाने के फैसले पर हुई. बड़ा सवाल यह है कि आगामी टूर्नामेंट के दौरान कीवी टीम का यह कप्‍तान किस फ्रेंचाइजी से खेलता हुआ नजर आएगा. भारत-न्‍यूजीलैंड सीरीज से पहले हार्दिक पांड्या   से भी इसे लेकर सवाल किया गया. कार्यवाहक कप्‍तान ने इसे लेकर अभी कुछ भी कहने से मना कर दिया.

    पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल पर हार्दिक पांड्या ने कहा, “पता नहीं. अभी इस बारे में सोचना दूर की बात है”  केन विलियमसन पर हैदराबाद फ्रेंचाइजी ने 14 करोड़ रुपये की भारी भरकम रकम खर्च की थी. यही वजह है कि बीते सीजन फ्लाॅप रहने पर उन्‍हें टीम से निकाला गया है. साल 2021 के बीच में डेविड वार्नर को भी इस फ्रेंचाइजी ने खराब प्रदर्शन के चलते कप्‍तानी से हटा दिया था. विलियमसन बल्ले से अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से बहुत दूर थे, उन्होंने 13 पारियों में 93.50 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 216 रन बनाए.

    हार्दिक पांड्या से पूछा गया कि क्या उनकी टीम, गुजरात टाइटंस दाएं हाथ के बल्लेबाज को हासिल करने में रुचि रखेगी.
    पांड्या ने इस मामले पर ज्यादा कुछ नहीं बोलने का फैसला किया. “पता नहीं, अभी सोचना बहुत दूर की बात है. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि विलियमसन को आईपीएल की नीलामी के जरिए चुना जाएगा, उन्होंने कहा, “हां, क्यों नहीं, लेकिन अभी मैं भारत के लिए खेल रहा हूं.”

    कुल मिलाकर विलियमसन ने आईपीएल के आठ सीजन में हैदराबाद के लिए 36.22 के औसत और 126.03 के स्ट्राइक रेट से 2021 रन बनाए. उनके नेतृत्व में, फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स से हारने के बाद, हैदराबाद का सर्वश्रेष्ठ परिणाम आईपीएल 2018 में उपविजेता रहा.

    विलियमसन ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर लिखा, “सनराइजर्स हैदराबाद और अपने दोस्तो को सुखद 8 साल बिताने के लिए धन्यवाद. यह टीम और हैदराबाद शहर हमेशा मेरे लिए बहुत खास रहेगा.”

  • क्या रोहित शर्मा से छिननी चाहिए टीम इंडिया की टी20 कप्तानी? इरफान पठान ने समझाया गणित

    क्या रोहित शर्मा से छिननी चाहिए टीम इंडिया की टी20 कप्तानी? इरफान पठान ने समझाया गणित

    नई दिल्ली,15 नवम्बर 2022\ रोहित शर्मा के खाते में मुंबई इंडियंस के कप्तान के तौर पर पांच ट्रॉफी दर्ज हैं। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने आखिरी आईसीसी ट्रॉफी 2013 में जीती थी, इसके बाद विराट की कप्तानी में भारत ने एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती। जब विराट ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप से पहले ऐलान किया कि टी20 कप्तान के तौर पर यह उनका आखिरी टूर्नामेंट है, तब रोहित शर्मा को कप्तान बनाया गया। माना गया रोहित के पास आईपीएल ट्रॉफी जीतने का अनुभव है और उनकी कप्तानी में टीम आईसीसी ट्रॉफी भी जीत लेगी। इसी उम्मीद के साथ टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप 2022 में हिस्सा लेने पहुंची। टीम इंडिया सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों 10 विकेट से हार के बाद टूर्नामेंट से आउट हो गई और इसके बाद से रोहित की कप्तानी आलोचकों के निशाने पर है। हालांकि इरफान पठान का मानना है कि कप्तान बदलने से कुछ नहीं होगा।

    टी20 वर्ल्ड कप 2022 का खिताब इंग्लैंड ने अपने नाम किया। इंग्लैंड ने पाकिस्तान को फाइनल मैच में पांच विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया। भारत ने सुपर-12 में पाकिस्तान, नीदरलैंड, जिम्बाब्वे और बांग्लादेश को हराया था, जबकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया को हार झेलनी पड़ी थी।

  • कैसे सुधर सकती है टीम इंडिया की हालत, अनिल कुंबले ने मैनेजमेंट को दिए ये 2 सुझाव

    कैसे सुधर सकती है टीम इंडिया की हालत, अनिल कुंबले ने मैनेजमेंट को दिए ये 2 सुझाव

    नई दिल्ली,15 नवम्बर 2022\ भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने टीम इंडिया के टी20 वर्ल्ड कप 2022 के प्रदर्शन को देखते हुए एक अलग तरह की मांग कर दी है। अनिल कुंबले का मानना है कि लाल और सफेद गेंद वाले क्रिकेट के लिए भारत को अलग-अलग टीमों को बनाना चाहिए। टीम इंडिया सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हारकर ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी20 विश्व कप 2022 से बाहर हो गई थी।

    भारत के पूर्व कोच ने जोर देकर कहा कि भारत को टेस्ट और व्हाइट बॉल क्रिकेट के लिए अलग-अलग टीम बनाने का तरीका अपनाना होगा। उन्होंने कहा है, “निश्चित रूप से, आपको अलग टीमों की जरूरत है। आपको निश्चित तौर पर टी20 स्पेशलिस्ट प्लेयर्स की जरूरत है।” कुंबले ने कहा कि टीम इंडिया को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की तरह ऑलराउंडरों में अधिक निवेश करना चाहिए।

    अनिल कुंबले ने एक इंटरव्यू में कहा, “मुझे लगता है कि इस अंग्रेजी टीम ने और यहां तक कि आखिरी (टी20) विश्व कप चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने भी दिखाया है कि आपको बहुत सारे ऑलराउंडरों में निवेश करने की जरूरत है। बल्लेबाजी क्रम देखिए। लियाम लिविंगस्टोन नंबर 7 पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। लिविंगस्टोन की गुणवत्ता का 7 नंबर किसी अन्य टीम के पास नहीं है। (मार्कस) स्टोइनिस नंबर 6 (ऑस्ट्रेलिया के लिए) पर आते हैं। इस तरह की टीम आपको बनानी होती है। यह कुछ ऐसा है जिसमें आपको निवेश करने की आवश्यकता है।”

    महान स्पिनर ने कहा कि एक अलग कप्तान या कोच समय की जरूरत नहीं है, लेकिन टीम का चयन सर्वोपरि है। कुंबले ने कहा, “मैं वास्तव में यह नहीं कह सकता कि आपको एक अलग कप्तान की जरूरत है या एक अलग कोच की। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस टीम को चुनने जा रहे हैं और फिर इस चीज को चुनें कि आप किस का सपोर्ट करोगे और किसे ज्यादा मौके दोगे। किस कप्तान के चारों ओर टीम बनाओगे।

  • ICC ने शेयर किए टी20 वर्ल्ड कप 2022 के पांच गेम चेंजिंग मूमेंट्स, विराट कोहली का हारिस राउफ को छक्का भी शामिल

    ICC ने शेयर किए टी20 वर्ल्ड कप 2022 के पांच गेम चेंजिंग मूमेंट्स, विराट कोहली का हारिस राउफ को छक्का भी शामिल

    नई दिल्ली,15 नवम्बर 2022\ आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 तमाम उतार-चढ़ावों से भरा रहा। सुपर-12 में वेस्टइंडीज का नहीं पहुंच पाना, इंग्लैंड का सुपर-12 में आयरलैंड से हार जाना, पाकिस्तान का जिम्बाब्वे से हार जाना और सबसे बड़ा जो उलटफेर हुआ वह हुआ सुपर-12 के आखिरी दिन, जब नीदरलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर टूर्नामेंट से आउट कर दिया। टी20 वर्ल्ड कप खिताब इंग्लैंड ने पाकिस्तान को हराकर अपने नाम किया, जिसके दो दिन बाद आईसीसी ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 के पांच गेम चेंजिंग मूमेंट्स की लिस्ट शेयर की है, जिसमें विराट कोहली को भी जगह मिली है। एक नजर आईसीसी की इसी लिस्ट पर-

    1- रोएल्फ वैन डर मर्व का कैचः नीदरलैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीकी टीम संघर्ष तो कर रही थी, लेकिन जब तक डेविड मिलर क्रीज पर थे, दक्षिण अफ्रीका को जीत की उम्मीद बंधी हुई थी। ब्रैंडन ग्लोवर की गेंद उन्होंने हवा में खेली और रोएल्फ वैन डर मर्व ने एक बढ़िया कैच लपका था। 37 साल के इस खिलाड़ी ने गेंद को बहुत अच्छे से जज किया और शानदार कैच लपका। इस कैच ने दक्षिण अफ्रीकी टीम की जीत की उम्मीद तोड़ने के साथ-साथ उन्हें वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल की दौड़ से भी आउट कर दिया था। जिसके बाद पाकिस्तान ने बांग्लादेश को हराकर सेमीफाइनल का टिकट कटाया था।

    2- विराट कोहली का हारिस राउफ को छक्काः पाकिस्तान के खिलाफ सुपर-12 के अपने पहले मैच में टीम इंडिया संकट में थी। आखिरी आठ गेंदों पर जीत के लिए 28 रनों की जरूरत थी। विराट कोहली स्ट्राइक पर थे और पाकिस्तान के हारिस राउफ गेंदबाजी कर रहे थे। राउफ ने उससे पहले अपने 3.4 ओवर में महज 24 रन ही खर्चे थे। भारत को अगर मैच में वापसी करनी थी, तो आखिरी दो गेंदों पर दो बाउंड्री कम से कम चाहिए ही थी। हारिस राउफ ने बढ़िया गेंद फेंकी और विराट कोहली ने उसे छक्के के लिए भेज दिया। विराट का वह फ्लिक क्रिकेट के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गया था। अगली गेंद पर विराट ने एक और छक्का लगाया। लेकिन वह जो चौथी गेंद पर लगा छक्का था, उसने पाकिस्तान के हलक से जीत बाहर निकालने की शुरुआत की थी। मैच की जो हालत थी, उसके हिसाब से यह शायद ऑल-टाइम बेस्ट टी20 छक्का था।

    3- इंग्लैंड का कीवी बल्लेबाज ग्लेन फिलिप्स को आउट करनाः इंग्लैंड के लिए सुपर-12 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच करो या मरो वाला था, जिसे इंग्लैंड ने 20 रन से जीत लिया था। न्यूजीलैंड को उस समय 16 गेंद पर 45 रन चाहिए थे। सैम करन की गेंद पर बाउंड्री लाइन पर फिलिप्स सब्स्टीट्यूट क्रिस जोर्डन को कैच देकर आउट हुए थे। फिलिप्स 36 गेंद पर 62 रन बनाकर आउट हुए थे। अगर वह उस गेंद पर नहीं आउट हुए होते, तो न्यूजीलैंड के लिए रिजल्ट कुछ और हो सकता था। शाह अफरीदी का फाइनल में लिया गया कैचः फाइनल में पाकिस्तान को भले इंग्लैंड के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। इस मैच के दौरान इंग्लैंड के हैरी ब्रूक्स का कैच लेते हुए शाहीन अफरीदी की पुरानी घुटने की चोट उबर गई थी, जिसके चलते वह अपने कोटे के पूरे ओवर भी नहीं कर पाए थे। जो अंत में पाकिस्तान की हार का एक बड़ा कारण भी साबित हुआ।

    5- सिकंदर रजा का पाकिस्तान के खिलाफ दो गेंद पर दो विकेटः पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच सुपर-12 का मैच सबसे रोमांचक रहा था। 130 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए पाकिस्तान अच्छी स्थिति में था। शान मसूद और शादाब खान बढ़िया बैटिंग कर रहे थे। इसके बाद सिकंदर रजा आए और पहले शादाब खान और फिर हैदर अली को आउट कर मैच का रुख ही बदल दिया।

  • 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन से हैं खुश, कहा- भारत का शतरंज में भविष्य उज्जवल है

    5 बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन से हैं खुश, कहा- भारत का शतरंज में भविष्य उज्जवल है

    नई दिल्ली,14 नवम्बर 2022\ HTLS 2022 के 20वें एडीशन का आज पांचवा दिन है। 8 नवंबर से शुरू हुए इस समिट में आज खेल जगत की कई हस्तियों ने भी शिरकत किया है। सचिन और लारा के बाद विश्ननाथन आनंद ने भारत में शतरंज के भविष्य और खिलाड़ियों को लेकर अपनी बात रखी है। शतरंज की दुनिया के बादशाह विश्ननाथन आनंद वर्ष 2000, 2007, 2008, 2010, 2012 में कुल पांच बार शतरंज में विश्व चैंपियन का खिताब जीत चुके हैं। पांच बार के विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद और भारत के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने वरिष्ठ खेल पत्रकार शारदा उग्रा से शतरंज से जुड़े कई मुद्दों पर बातचीत की। विश्ननाथन आनंद 1991 में राजीव गांधी खेल रत्‍न और 2007 में पद्मविभूषण से नवाजे गए पहले खिलाड़ी हैं।

    गुकेश : आनंद सर मेरे आदर्श थे और यही कारण था कि मैं शतरंज में आया। मैं उनके साथ और अन्य कोचों के साथ शतरंज पर बात करने को लेकर बहुत खुश था। गुयावस्की जैसे लोग भी वहां थे इसलिए मैं बहुत उत्साहित था। मैं वास्तव में नहीं बता सकता है मैंने वहां सभी क्लासेस से कितना सीखा”

    गुकेश ने बताया कि आनंद के शुरुआती सालों में खेलना कैसा होता?
    गुकेश: यह वर्तमान पीढ़ी से अलग था। जिस तरह से उन्होंने खेल का विश्लेषण किया – सब कुछ बहुत अलग था। इंजनों से सीखना बहुत अच्छा है लेकिन मैं यह जानने के लिए उत्सुक हूं कि विशी सर की पीढ़ी में खेलना मेरे लिए कैसा रहा होता”

    आनंद : आनंद ने माना कि आज के खिलाड़ियों के पास उनके करियर के शुरुआती वर्षों से ज्यादा सुविधाएं है लेकिन वह उन दिनों को मिस करते हैं। उसे लगता है कि वह कुछ भी नहीं बदलेगा क्योंकि ऐसा नहीं है कि मौजूदा खिलाड़ियों के पास कोई रियल एडवांटेज है क्योंकि उनके प्रतिस्पर्धियों के पास समान सुविधाएं हैं।

    आनंद : 50 साल पहले क्लासिकल गेम कहीं बेहतर थे। जब आप उस प्रारूप में जीते थे तो आपको विश्व चैंपियन माना जाता था। ब्लिट्ज लापरवाही से खेला गया। यह मेरे लिए दुर्भाग्यपूर्ण था कि मैं तेज शतरंज और कुछ ब्लिट्ज पर हावी रहा। लेकिन उस समय रैपिड के लिए आधिकारिक रेटिंग थी। अब पिछले 10 वर्षों में दर्जनों रिकॉर्ड गिन रहे हैं, मैं प्री-रिकॉर्ड युग में रहा था। जैसे-जैसे लोग इससे परिचित होते गए, रैपिड शतरंज ने क्लासिक चेस के बराबर पहुंच गया। अभी भी गैप है। आपके पास प्रारूपों के साथ एक खुला दिमाग होना चाहिए, जो भी दर्शक देखना चाहते हैं उसे खेलें। यदि आप एक अच्छी गुणवत्ता वाला गेम तैयार करते हैं, तो बढ़िया। मुख्य बात अपने कौशल को दिखाना है।

  • पीवी सिंधु बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर के फाइनल्स से हटी, तीन महीने पहले लगी चोट बनी वजह

    पीवी सिंधु बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर के फाइनल्स से हटी, तीन महीने पहले लगी चोट बनी वजह

    नई दिल्ली,14 नवम्बर 2022\ ओलंपिक में दो बार की पदक विजेता पीवी सिंधु सत्र की अंतिम बैडमिंटन प्रतियोगिता बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स से हट गई हैं, क्योंकि वह बाएं टखने की चोट से अभी पूरी तरह नहीं उभरी हैं।

    इस प्रतियोगिता में 2018 की चैंपियन सिंधु अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान चोटिल हो गई थी। बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स चीन के ग्वांगझू में 14 दिसंबर से खेला जाएगा।

    सिंधु के पिता पी वी रमन्ना ने पीटीआई से कहा,” उसके डॉक्टर ने उसे कुछ और दिन तक आराम करने के लिए कहा है ताकि वह नए सत्र से पहले पूरी तरह फिट हो जाए। उसने तमाम पहलुओं पर विचार किया। ग्वांगझू में कई तरह के प्रतिबंध हैं और नए सत्र को ध्यान में रखते हुए उसने यह फैसला किया।”

    उन्होंने कहा,” उसने दो सप्ताह पहले अभ्यास शुरू कर दिया था और जनवरी तो वह पूरी तरह फिट हो जाएगी। इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए उसने भारतीय बैडमिंटन संघ को पत्र भेजकर अपने फैसले से अवगत कराया।”

    सिंधु के हटने का मतलब है कि इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व केवल एचएस प्रणय करेंगे।

  • फाइनल में शिव थापा को लगी चोट, रजत पदक से करना पड़ा संतोष

    फाइनल में शिव थापा को लगी चोट, रजत पदक से करना पड़ा संतोष

    नई दिल्ली,14 नवम्बर 2022\ भारत के शिव थापा (63.5 किग्रा) के अभियान का जॉर्डन के अम्मान में चल रही एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शनिवार को निराशाजनक अंत हुआ और चोटिल होने के कारण उन्हें फाइनल में आधे मुकाबले से हटना पड़ा। थापा को इस तरह से रजत पदक से संतोष करना पड़ा जो उनका एशियाई चैंपियनशिप में कुल मिलाकर छठा पदक है। टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे सफल पुरुष खिलाड़ी 28 वर्षीय थापा लाइट वेल्टरवेट वर्ग के स्वर्ण पदक के मुकाबले में उज़्बेकिस्तान के अब्दुल्लाव रुस्लान के खिलाफ दूसरे राउंड में चोटिल हो गए और रेफरी ने मुकाबला रोककर उनके प्रतिद्वंदी को विजेता घोषित कर दिया।

    तीसरी वरीयता प्राप्त थापा जब चोटिल हुए तब वह पहला राउंड गंवाने के कारण 0-5 से पीछे चल रहे थे। पहले राउंड के शुरू में दोनों मुक्केबाजों ने दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन आखिर में उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज ने वर्चस्व बनाया। दूसरे राउंड में थापा ने वापसी की कोशिश की लेकिन वह जल्द ही नीचे गिर गए। रेफरी गिनती गिनने लगा लेकिन थापा उठ गए।

    उन्हें हालांकि काफी दर्द हो रहा था जिसके लिए उन्होंने चिकित्सा भी ली। आखिर में मुकाबला रोक दिया गया और जब रेफरी ने विजेता की घोषणा की तब वह बमुश्किल खड़े हो पा रहे थे।

    फाइनल के निराशाजनक अंत को छोड़कर थापा ने इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था। एशियाई चैंपियनशिप में उन्होंने अब तक एक स्वर्ण (2013), तीन रजत (2017, 2021 और 2022) और दो कांस्य पदक (2015 और 2019) जीते हैं।

    जोस बटलर ने सूर्यकुमार को चुना ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’, जानिए बाबर आजम की नजर में कौन जीतेगा ये अवॉर्ड

    थापा ने हालांकि रजत पदक जीत कर कजाकिस्तान के दिग्गज मुक्केबाज वासिली लेविट को पीछे छोड़ दिया। वह एकमात्र अन्य पुरुष मुक्केबाज हैं जिन्होंने एशियाई चैंपियनशिप में पांच पदक जीते हैं। एशियाई चैंपियनशिप में थापा से अधिक पदक एमसी मेरीकॉम (सात) और एल सरिता देवी (आठ) ने जीते हैं।