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  • क्रिकेट के किस्से तो बहुत सुने, आज लव स्टोरी भी सुनिए

    क्रिकेट के किस्से तो बहुत सुने, आज लव स्टोरी भी सुनिए

    नई दिल्ली 06 जनवरी 2022\ दुनिया के महान ऑलराउंडर कपिल देव आज अपना 64वां जन्मदिन सेलीब्रेट कर रहे हैं. भारत को पहली बार 1983 में विश्व चैंपियन बनाने वाले कपिल देव के क्रिकेट से जुड़े कई किस्से आपने सुने होंगे. उन्होंने अपनी कप्तानी में वेस्टइंडीज की धाकड़ टीम को लॉर्ड्स में मात देकर भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने का गौरव दिलाया था.

    भारत में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने में कपिल देव का अहम योगदान हैं. सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली जैसे दिग्गज भी यह मानते हैं कि भारत ने जब वर्ल्ड कप जीता था, तो वे भी लाखों युवाओं की तरह क्रिकेटर बनने का सपना देखने लगे थे.

    भारत के लिए 16 सालों (1978-94) तक अंतररराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले कपिल देव की फिटनेस भी कमाल थी. उन्होंने अपने 134 टेस्ट के करियर में कभी भी चोटिल होने के कारण कोई टेस्ट मिस नहीं किया. वह अपने खेलने के दौर से आज तक युवा पीढ़ी को इस खेल के प्रति लगातार प्रेरित कर रहे हैं. क्रिकेट से जुड़े कई किस्से फैन्स को खूब याद हैं लेकिन उनकी निजी जिंदगी के बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते.

    आज उनके जन्मदिन के मौके पर उनकी लव स्टोरी का एक किस्सा शेयर कर रहे हैं. इसे कपिल देव ने ही खुद बयां किया है. साल 2020 में जब दुनिया में कोविड-19 की लहर ने हड़कंप मचा दिया था, तब लोगों को सामाजिक दूरी रखनी पड़ रही थी और वे सिर्फ संचार माध्यमों से ही एक-दूसरे से जुड़ पा रहे थे. ऐसे में कपिल देव ने भी बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा धूपिया के एक शो नो फिल्टर नेहा में हिस्सा लिया और अपनी रोमांटिक लाइफ एक किस्सा शेयर कर सभी को रोमांचित कर दिया.

    कपिल देव और उनकी पत्नी रोमी की लव मैरिज हुई है. नेहा धूपिया ने यहां उनसे इसी पर सवाल पूछा था. दरअसल कपिल देव और रोमी के प्रपोजल पर ऐसी खबरें भी खूब हैं कि उन्होंने रोमी को एक ट्रेन में फोटो खींचने के बहाने प्रपोज किया था. लेकिन कपिल देव ने उसे झूठ बताया है.

    उन्होंने कहा, ‘मैं और रोमी मुंबई में एक कार ड्राइव पर थे और तब मेरा एक फनी एडवरटाइजमेंट का पोस्टर सड़क पर दिखा था, जो अमूल का था. मैंने इसे देखकर रोमी से कहा कि चलो एक फोटो खींचते हैं और इसे अपने बच्चों को दिखाएंगे. इस पर रोमी ने कहा कि क्या आप मुझे प्रपोज कर रहे हैं? तब मैंने उनसे यही कहा कि तुम्हें सुनकर क्या लग रहा है?’

    बता दें इस कपल 1980 में शादी की थी. इसके बाद उन्होंने भारत को 1983 वर्ल्ड कप का खिताब जिताकर दुनिया में अपने नाम का डंका बजा दिया. उन्हें विजडन ने क्रिकेटर ऑफ द सेंचुरी चुना है. अपने करियर में उन्होंने 131 टेस्ट और 224 वनडे मैच खेले.

    इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 8 शतकों की मदद से 5248 रन बनाए, जबकि वनडे में उनके नाम 3783 रन है, जिसमें एकमात्र शतक शामिल है. यह शतक उन्होंने वर्ल्ड कप 1983 में ही जड़ा था, तब टीम इंडिया मुश्किल में थी. उन्होंने नाबाद 175 रन ठोककर भारत की जीत में अहम योगदान दिया था. इसके अलावा इस ऑलराउंडर ने टेस्ट में 434 और वनडे में 253 विकेट झटके.

  • मैं अभी क्रिकेट एन्जॉय कर रहा हूं संन्यास का कोई इरादा नहीं: स्टीव स्मिथ

    मैं अभी क्रिकेट एन्जॉय कर रहा हूं संन्यास का कोई इरादा नहीं: स्टीव स्मिथ

    नई दिल्ली 06 जनवरी 2022\ ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज स्टीव स्मिथ के नए बयान से कंगारू टीम बड़ी राहत में होगी. उन्होंने शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया कि फिलहाल उनका संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है. वह रन बना रहे हैं और क्रिकेट एन्जॉय कर रहे हैं इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के आने वाले दौरों को लेकर उत्साहित हैं तो अभी संन्यास का कोई सवाल नहीं उठता.

    साउथ अफ्रीका के खिलाफ सिडनी में खेले जा रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में गुरुवार को शतक जड़ने वाले स्टीव स्मिथ ने शतकों के मामले में ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन को पीछे छोड़ दिया. यह उनका 30वां टेस्ट शतक था और इसे बनाने के बाद उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं बता सकता कि आगे कितना लंबा और खेलूंगा.’ इसके बाद मीडिया में अटकलें शुरू हो गईं कि स्मिथ अपने संन्यास पर विचार कर रहे हैं.

    हालांकि स्मिथ ने अपनी ताजा प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन अटकलों को खारिज कर दिया. सिडनी में शुक्रवार को बारिश ने तीसरे दिन का खेल पूरी तरह धोकर रख दिया और बिना एक भी गेंद खेले तीसरे दिन का खेल खत्म घोषित कर दिया गया.

    इस बीच स्मिथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकर अपने संन्यास की अटकलों पर जवाब दिया. उन्होंने कहा, ‘वैसे तो मैं इस (रिटायरमेंट) मुद्दे को छिपा कर रखना ही पसंद करता हूं. लेकिन मैं कहीं नहीं जा रहा हूं. मैं फिलहाल की चीजों से सहज हूं. हमारे कुछ टूर आ रहे हैं. मैं उन्हें लेकर उत्साहित हूं.’

    उन्होंने कहा, ‘मैं अभी में और बेहतर होने की कोशिश कर रहा हूं. मुझ में अभी वह रनों की भूख और बेहतर होने की उत्सुकता है. जो दूसरे बल्लेबाज आ रहे हैं मैं उनकी मदद कर रहा हूं… तो जब मैं यह सब कर रहा हूं और ये सब एन्जॉय कर रहा हूं तो अभी रिटायरमेंट का मेरा कोई इरादा नहीं है.’

  • अर्शदीप सिंह पर भड़के गौतम गंभीर, बोले- इंटरनेशनल में नहीं खेलना चाहिए

    अर्शदीप सिंह पर भड़के गौतम गंभीर, बोले- इंटरनेशनल में नहीं खेलना चाहिए

    नई दिल्ली 06 जनवरी 2022\ टी20 वर्ल्ड कप के बाद बीमार होने के चलते टीम इंडिया से बाहर चल रहे युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच से वापसी की. लेकिन उनकी यह वापसी एक बुरा सपना बन गई क्योंकि यह लेफ्टआर्म तेज गेंदबाज लय से भटका नजर आया और उन्होंने 2 ओवर की अपनी बॉलिंग में 5 नो बॉल फेंक डालीं.

    उन्होंने 2 ओवर में 37 रन लुटाए, जिसकी बदौलत श्रीलंका ने भारत के सामने 207 रनों की चुनौती पेश की. इस मैच के बाद भारत के खेल की समीक्षा करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि खिलाड़ी को चोट या बीमारी के बाद टीम इंडिया में सीधे वापसी नहीं करनी चाहिए.

    अर्शदीप सिंह की नो बॉलों को भारतीय टीम की हार का मुख्य कारण माना जा रहा है. गंभीर ने कहा, ‘सोचिए जरा 7 बॉल, यह 21 ओवर से भी ज्यादा बॉलिंग हो गई.

    हर किसी ने खराब बॉलिंग की. खराब बैटिंग की लेकिन यह लय का मामला है. अगर आप चोट के बाद टीम में लौट रहे हैं तो आपको सीधे इंटरनेशनल मैच नहीं खेलना चाहिए.’

    गंभीर ने कहा, ‘आपको पहले घरेलू क्रिकेट में जाना चाहिए और अपनी लय हासिल करनी चाहिए. क्योंकि नो बॉल स्वीकार्य नहीं हैं. जो भी चोटिल है और लंबे समय तक टीम से बाहर रहा है. उसे घरेलू क्रिकेट में जाना ही चाहिए. वहां 15-20 ओवर फेंकिए फिर लौटिए और फिर इंटरनेशनल मैच में खेलिए. और जब अर्शदीप संघर्ष कर रहे थे तो यह बात साफ दिखी.’

    41 वर्षीय गौतम गंभीर मैच प्रसारक चैनल स्टार स्पोर्ट्स पर मैच के बाद भारतीय टीम के खेल की समीक्षा कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘यह बॉलिंग कोच पर निर्भर करता है कि वह इसे कैसे मैनेज करते हैं क्योंकि आपको प्रैक्टिस सेशन के दौरान कभी-कभी सख्त भी होना पड़ता है. आप किसी और चीज को दोषी नहीं ठहरा सकते. आप 7 नो बॉल का सोच कर देखिए, जिस पर 30 रन से ज्यादा खर्च हुए. ये 7 बॉल मैच में बहुत बड़ा अंतर लेकर आईं.’

    बता दें 3 मैचों की टी20 सीरीज अब 1-1 से बराबरी पर है. सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच राजकोट में शनिवार को खेला जाएगा. यह मैच सीरीज का निर्णायक मैच होगा.

  • रीलंका के खिलाफ पुणे टी20 से बाहर रह सकते संजू सैमसन, ये बड़ी वजह आई सामने

    रीलंका के खिलाफ पुणे टी20 से बाहर रह सकते संजू सैमसन, ये बड़ी वजह आई सामने

    नई दिल्ली, 05 जनवरी 2022\ भारतीय क्रिकेट टीम श्रीलंका के खिलाफ दूसरा टी20 भी जीतकर सीरीज अपने नाम करना चाहेगी. दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाएगा. हालांकि मुकाबले की शुरुआत से पहले ही टीम इंडिया को तगड़ा झटका लगा है.

    स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन का दूसरे टी20 में खेलना तय नहीं लग रहा है. द क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, विकेटकीपर बल्लेबाज सैमसन के घुटने में चोट लगी है और वह भारतीय टीम के साथ पुणे नहीं गए हैं. खबरों में कहा गया है कि संजू सैमसन स्कैन के लिए मुंबई में ही रुके हुए हैं.

    संजू को यह चोट मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंकाई पारी के दौरान पहले ओवर में डाइव लगाते समय लग गई थी. हालांकि उन्होंने गेंद को पकड़ लिया, लेकिन जमीन पर गिरने के बाद वे इसे पकड़ नहीं पाए थे. वह मैच मैदान में ही रुके हुए थे. लेकिन बाद में यह पता चला है कि उन्हें सूजन हुआ है और अब उन्हें चिकित्सा सलाह लेने के लिए कहा गया है.

    पहले टी20 में बल्लेबाज संजू सैमसन सस्ते में आउट हो गए थे. उन्होंने केवल पांच रन बनाए थे. दूसरी पारी में ईशान किशन विकेट के पीछे जिम्मेदारी संभाल रहे थे सैमसन को आउटफील्ड में फील्डिंग करनी पड़ी. यहां उन्होंने कुछ और गलतियां कीं. पहली गलती उन्होंने श्रीलंका की पारी के पहले ओवर में की. हार्दिक पंड्या गेंदबाजी कर रहे थे. उनकी गेंद स्विंग हो रही थी.

    ओवर की दूसरी गेंद निसांका के बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर मिड-ऑफ की दिशा में गई. यह सैमसन के लिए एक आसान कैच लग रहा था लेकिन उन्होंने इसे लपकने में बड़ी गलती कर दी. सैमसन ने छलांग लगाकर गेंद को पकड़ लिया था. गेंद उनके हाथ में थी लेकिन जब वह जमीन पर गिरे तो वह बाहर छिटक गई.

  • दूसरे T20I के लिए पुणे पहुंची टीम इंडिया, संजू सैमसन की जगह अर्शदीप खेलेंगे

    दूसरे T20I के लिए पुणे पहुंची टीम इंडिया, संजू सैमसन की जगह अर्शदीप खेलेंगे

    नई दिल्ली, 05 जनवरी 2022\ भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मैच पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में गुरुवार को खेला जाएगा. भारतीय टीम पहला मैच रोमांचक अंदाज में दो रन से जीतकर सीरीज में 1-0 से आगे है. दूसरे टी20 के लिए टीम अब पुणे पहुंच चुकी है. खिलाड़ी आज आराम करेंगे और कल मैच से पहले प्रैक्टिस करेंगे.

    बीसीसीआई ने टीम इंडिया के पुणे पहुंचने का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी बस से उतरने के बाद सीधे होटल पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन इस टीम के साथ पुणे नहीं आए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि विकेटकीपर बल्लेबाज सैमसन के घुटने में चोट लगी है और वह भारतीय टीम के साथ पुणे नहीं आए हैं. सैमसन स्कैन के लिए मुंबई में ही रुके हुए हैं.

    संजू को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंकाई पारी के दौरान पहले ओवर में डाइव लगाते समय चोट लग गई थी. उन्हें सूजन हुआ है और अब उन्हें चिकित्सा सलाह लेने के लिए कहा गया है. पहले टी20 में बल्लेबाज संजू सैमसन सस्ते में आउट हो गए थे. उन्होंने केवल पांच रन बनाए थे. दूसरी पारी में ईशान किशन विकेट के पीछे जिम्मेदारी संभाल रहे थे सैमसन को आउटफील्ड में फील्डिंग करनी पड़ी थी.

    संजू की जगह तेज अर्शदीप सिंह को दूसरे मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है. अर्शदीप को पहले टी20 के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था और उनकी जगह शिवम मावी को प्लेइंग इलेवन में चुना गया था. मावी ने अपने पहले ही इंटरनेशनल मैच में 22 रन देकर 4 विकेट चटकाए थे. बीसीसीआई ने कहा था कि अर्शदीप श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 मैच के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे क्योंकि वह अभी बीमार है और पूरी तरह से इससे उबर नहीं पाए हैं.

    भारतीय क्रिकेट टीम ने पहले टी20 में श्रीलंका को दो रन से हराकर जीत के साथ नए साल की शुरुआत की है. हार्दिक पांड्या की कप्तानी में टीम इंडिया अब श्रीलंका के खिलाफ दूसरा टी20 भी जीतकर सीरीज अपने नाम करना चाहेगी.

    भारत और श्रीलंका की टीम टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक 27 बार आमने-सामने हुई है. इसमें से टीम इंडिया ने 18 बार जीत का परचम लहराया है. वहीं आठ बार श्रीलंकाई टीम ने बाजी मारी है. एक मैच का रिजल्ट नहीं निकल सका था.

  • संजू सैमसन चोटिल होकर बाहर, विदर्भ के इस विकेटकीपर को मिली जगह

    संजू सैमसन चोटिल होकर बाहर, विदर्भ के इस विकेटकीपर को मिली जगह

    नई दिल्ली, 05 जनवरी 2022\ टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन चोटिल होकर श्रीलंका के खिलाफ बाकी बची टी20 सीरीज से बाहर हो गए हैं. मुंबई में खेले गए पहले टी20 मैच के दौरान संजू बाउंड्री लाइन पर फील्डिंग करते हुए चोटिल हो गए. उनके बाएं घुटने में चोट आई है. चयनकर्ताओं ने संजू की जगह विदर्भ के विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा को टीम में जगह दी है, जितेश आईपीएल में पंजाब किंग्स का हिस्सा हैं.

    बीसीसीआई ने एक विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी. संजू के स्कैन के बाद बीसीसीआई की मेडिकल टीम के एक विशेषज्ञ डॉक्टर ने उन्हें आराम की सलाह दी है और उन्हें इसके उपचार के लिए रिहैबलीटेशन में जाना होगा.

    भारतीय टीम को तीन मैचों की इस सीरीज का दूसरा मैच गुरुवार को पुणे में खेलना है. टीम इंडिया फिलहाल इस सीरीज में 1-0 की बढ़त बना चुकी है. उसने सीरीज के पहले मैच में श्रीलंका को 2 रन से शिकस्त दी थी.

    संजू सैमसन के इस मैच में प्रदर्शन की बात करें तो वह बल्ले से फ्लॉप साबित हुए थे. रोहित शर्मा और विराट कोहली की गैर-मौजूदगी में संजू को नंबर 4 पर बैटिंग का मौका मिला था. लेकिन वह 6 गेंदों में सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए.

    वहीं पहली बार भारतीय टीम में चुने गए जितेश शर्मा की अगर बात करें तो उन्होंने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में कुल मिलाकर 76 टी20 मैच खेले हैं. यहां उन्होंने 1787 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 9 हाफ सेंचुरी शामिल हैं. उनका स्ट्राइक रेट 147.93 है. सिर्फ आईपीएल की ही अगर बात करें तो उन्होंने 12 मैचों में सिर्फ 234 रन बनाए हैं, जिसमें कोई शतक यह अर्धशतक शामिल नहीं है.

  • सॉफ्ट सिग्नल पर एक है बेन स्टोक्स और हरभजन सिंह की राय, बोले- हटा दो

    सॉफ्ट सिग्नल पर एक है बेन स्टोक्स और हरभजन सिंह की राय, बोले- हटा दो

    नई दिल्ली, 05 जनवरी 2022\ क्रिकेट के खेल में अकसर अंपायर किसी डिसीजन पर मुश्किल में फंसने के बाद उसे टीवी अंपायर के पास भेजते हैं, ताकि वह कैमरों की मदद से सही निर्णय कर सकें. लेकिन इससे पहले उन्हें उस क्षण का सॉफ्ट सिग्नल भी देना होता है यानी की उनकी राय क्या है. क्योंकि जब किसी डिसीजन पर टीवी कैमरा भी उसे नहीं पकड़ पाते तो फिर मैदानी अंपायर के निर्णय के साथ खेल आगे बढ़ता है. लेकिन क्रिकेटर इसके पक्ष में नहीं हैं. उनका मानना है कि जब आपने किसी डिसीजन को तीसरे अंपायर के पास भेजा है तो फिर उसी का निर्णय मान्य होना चाहिए क्योंकि वह तकनीक की मदद से सही और सटीक निर्णय दे सकते हैं. खिलाड़ियों का मानना है कि जब किसी मामले में कैमरे भी किसी बारीकी को नहीं पकड़ पा रहे हैं, तो भी तीसरा अंपायर सही निर्णय देने के बहुत करीब होता है तो ऐसे में मैदानी अंपायर के सॉफ्ट सिग्नल का रोल नहीं होना चाहिए. हाल ही में यह विवाद तब सामने आया, जब बुधवार को ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीमें सिडनी में तीसरे टेस्ट में भिड़ रही थीं. खेल के पहले दिन 70 रन पर खेल रहे मार्नस लाबुशेन का मार्को जेनसेन की गेंद पर एक कैच स्लिप की ओर गया. यहां फील्डर ने इस कैच को लपकने का दावा किया. मैदानी अंपायरों को भी इस संदेह था कि शायद गेंद स्लिप फील्डर के हाथ में समाने से पहले जमीन को छू चुकी है. इसलिए उन्होंने इसे तीसरे अंपायर के पास भेज दिया. अंपायर ने इसे कई बार कैमरे पर रिप्ले में देखा. हालांकि उनके पास कोई पुख्ता सबूत तो नहीं था कि गेंद कैच होने से पहले मैदान को छू रही है. लेकिन फिर भी उनकी फीलिंग यही थी कि यह कैच क्लीन नहीं है और उन्होंने मैदानी अंपायर का निर्णय बदल दिया. अब इस पर बहस शुरू हो गई कि जब ऐसे मामले में नियम सॉफ्ट सिग्नल को मानने का है तो फिर अंपायर कैसे निर्णय बदल दिया. इस पर इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान और हरभजन सिंह ने अपनी राय दी है. https://twitter.com/harbhajan_singh/status/1610609439219875840?s=20&t=VV0XGbHF_FIE0FAemfU37A बेन स्टोक्स ने ट्वीट कर लिखा, ‘आईसीसी को सॉफ्ट सिग्नल का नियम हटा देना चाहिए और तीसरे अंपायर को ही तय करने देना चाहिए. जब उसके पास सारी टेक्नॉलजी है और कोई निर्णय तीसरे अंपायर के पास भेजा जा रहा है तो फिर उसी को तय करने देना चाहिए. सारे विवाद सॉफ्ट सिग्नल देने पर ही होते हैं.’ इसके साथ ही उन्होंने लिखा, ‘आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि डिसीजन पर कोई टिप्पणी नहीं दे रहा हूं.’ इसके अलावा हरभजन सिंह ने भी लिखा, ‘सॉफ्ट सिग्नल समय की बर्बादी है. जब आप किसी डिसीजन को थर्ड अंपायर के पास भेज रहे हैं तो फिर सॉफ्ट सिग्नल का क्या मायने है. तीसरे अंपायर को ही निर्णय देने दीजिए.

  • इंग्लैंड के लिए खेले 23 टेस्ट मैच और अब जिम्बाब्वे के लिए डेब्यू करेगा यह खिलाड़ी, जानें कौन!

    इंग्लैंड के लिए खेले 23 टेस्ट मैच और अब जिम्बाब्वे के लिए डेब्यू करेगा यह खिलाड़ी, जानें कौन!

    नई दिल्ली, 05 जनवरी 2022\ तीन साल इंग्लैंड के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के बाद गैरी बैलेंस अब जिम्बाब्वे की ओर से डेब्यू करने को तैयार हैं. उन्हें आयरलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज में शामिल किया गया है. जिम्बाब्वे ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में संपन्न हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद अपनी टीम में कुछ बदलाव किए हैं, जिसके बाद इंग्लैंड के इस पूर्व खिलाड़ी को टीम में जगह मिली है.

    जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने टी20 वर्ल्ड कप की अपनी 15 सदस्यीय टीम में 4 बदलाव किए हैं. बैलेंस के अलावा, टीम में अन्य नए चेहरों में तदिवानाशे मारुमनी, इनोसेंट कैया और विक्टर न्याउची हैं. चोट से उबर रहे तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजारबानी भी विकेटकीपर-बल्लेबाज रेजिस चकाब्वा और बल्लेबाज मिल्टन शुम्बा के साथ चयन से चूक गए हैं.

    2014 और 2017 के बीच इंग्लैंड के लिए 23 टेस्ट और 16 एकदिवसीय मैच खेलने वाले बैलेंस ने काउंटी क्रिकेट टीम यॉर्कशायर से अपने रिलीज होने के बाद घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए और अपने देश के लिए दो साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे.

    इंग्लैंड की ओर से साल 2014 में एशेज सीरीज से डेब्यू करने वाले बैलेंस ने टेस्ट क्रिकेट में कुल 1498 रन बनाए, जिसमें उनके नाम 4 शतक और 7 हाफ सेंचुरी रहीं. उन्होंने अपने पहले 1000 टेस्ट रन का आंकड़ा अपने 10वें टेस्ट में ही छू लिया. उन्होंने 17 पारियों में यह 1000 रन का आंकड़ा पार किया और वह इंग्लैंड के लिए सबसे तेज 1000 टेस्ट रन बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज थे. वह इंग्लैंड की टेस्ट टीम में नंबर 3 पर खेल रहे थे.

    इंग्लैंड टीम ने उन्हें 16 वनडे मैचों में भी आजमाया लेकिन इस दौरान वह 2 हाफ सेंचुरी के साथ सिर्फ 297 रन ही बना पाए. लेकिन इसके बाद जब उन्हें इंग्लैंड टीम में जगह नहीं मिली तो उन्होंने यॉर्कशायर से भी नाता तोड़कर जिम्मबाब्वे का रुख किया और अब उन्हें अपने देश के लिए डेब्यू का इंतजार है.

    टीम इस प्रकार है:

    क्रेग इर्विन (कप्तान), गैरी बैलेंस, रयान बर्ल, तेंदई चतारा, ब्रैडली इवांस, ल्यूक जोंगवे, इनोसेंट कैया, क्लाइव मडांडे, वेस्ली मधेवेरे, तादिवानाशे मारुमनी, वेलिंगटन मसाकाद्जा, टोनी मुनयोंगा, रिचर्ड नगारवा, विक्टर न्याउची और सीन विलियम्स.

  • सर डॉन ब्रैडमैन से आगे निकले स्टीव स्मिथ, शतकों के मामले में पछाड़ा

    सर डॉन ब्रैडमैन से आगे निकले स्टीव स्मिथ, शतकों के मामले में पछाड़ा

    नई दिल्ली, 05 जनवरी 2022\ ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज स्टीव स्मिथ (Steve Smith) गुरुवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ शतक जड़कर सर डॉन ब्रैडमैन को पीछे छोड़ दिया. ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा सेंचुरी बनाने वाले मामले में अब वह संयुक्त रूप से तीसरे पायदान पर पहुंच गए. उन्होंने इस शतक के साथ पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मैथ्यू हेडन की बराबरी की.

    ऑस्ट्रेलिया के लिए सर्वाधिक टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की बात करें तो रिकी पॉन्टिंग (45) सबसे आगे हैं. इसके स्टीव वॉ (32) का नंबर आता है. इस टेस्ट मैच में शतक जड़ने के बाद स्टीव स्मिथ का बल्लेबाजी औसत 60.89 हो गया है, जो ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले टॉप 5 बल्लेबाजों में ब्रैडमैन के बाद दूसरे नंबर पर है.

    वह मौजूदा दौर में सर्वाधिक औसत के साथ खेलने वाले टेस्ट खिलाड़ी हैं. एक्टिव क्रिकेटरों (जो रिटायर नहीं हुए) में इस समय सबसे ज्यादा शतक उन्हीं के नाम हैं. स्मिथ के बाद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट के नाम 28 शतक, विराट कोहली के नाम 27, न्यूजीलैंड के केन विलियमसन और डेविड वॉर्नर के नाम 25-25 शतक हैं.

    स्टीव स्मिथ ने अपने टेस्ट करियर की 162वीं पारी में 30 शतक पूरे किए. सचिन तेंदुलकर ने 159वीं पारी में ऐसा किया था. वहीं ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन ने 167 और रिकी पोंटिंग ने 170 पारियों में यह मुकाम हासिल किया था.

    टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम हैं. जिन्होंने कुल 51 शतक जमाए थे. ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच इस टेस्ट मैच की अगर बात करें तो 3 टेस्ट की सीरीज में पहले ही 2-0 की अजेय बढ़त ले चुकी ऑस्ट्रेलिया अब मेहमान टीम के क्लीन स्वीप की ओर आगे बढ़ रही है.

    सिडनी टेस्ट का यह दूसरा दिन है और ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट गंवाकर 475 रन बना लिए हैं. ओपनिंग बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा अभी भी नाबाद हैं और वह 195 रन बनाकर अपने पहले दोहरे शतक की ओर बढ़ रहे हैं. हालांकि फिलहाल बारिश ने खेल रोक दिया है.

  • महेंद्र सिंह धोनी की प्रतिभा को पहचानने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर का निधन

    महेंद्र सिंह धोनी की प्रतिभा को पहचानने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर का निधन

    नई दिल्ली, 04 जनवरी 2023\ बंगाल के पूर्व बल्लेबाज और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के कौशल परख (टैलेंट स्पॉटर) करने वाले प्रकाश पोद्दार का निधन हो गया. पोद्दार ने ही बीसीसीआई को महेंद्र सिंह धोनी का नाम विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए सुझाया था.

    बंगाल क्रिकेट संघ के सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि पोद्दार का हैदराबाद में निधन हो गया. वो 82 साल के थे. पोद्दार ने घरेलू क्रिकेट में बंगाल और राजस्थान दोनों का प्रतिनिधित्व किया था. वो हैदराबाद में रहते थे, जहाँ उन्होंने 29 दिसंबर को अंतिम सांस ली.

    वो 1960 के दशक के एक बेहतरीन बल्लेबाज थे, जिन्होंने 1962 में इंग्लैंड के खिलाफ एक घरेलू सीरीज के लिए भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाई थी. उनके नाम 40 से कुछ कम की औसत से 11 प्रथम श्रेणी शतक थे.

    पोद्दार और बंगाल के उनके पूर्व साथी राजू मुखर्जी ने बीसीसीआई के टैलेंट एंड रिसर्च डेवलपमेंट विंग (टीआरडीडब्ल्यू) के पूर्व प्रमुख दिलीप वेंगसरकर को महेंद्र सिंह धोनी के नाम की सिफारिश करने में अहम भूमिका निभाई थी.

    टीआरडीओ की स्थापना में बड़ी भूमिका निभाने वाले अनुभवी खेल पत्रकार मकरंद वयंगंकर ने बताया, ‘‘पीसी दा (उन्हें प्यार से इसी नाम से बुलाया जाता था) और राजू (मुखर्जी) टीआरडीओ (टैलेंट एंड रिसर्च डेवलपमेंट ऑफिसर) थे और धोनी उस समय जमशेदपुर में एक रणजी वनडे में बिहार (झारखंड को बीसीसीआई का दर्जा मिलने से पहले) के लिए खेल रहे थे. दोनों ने उनके बड़े शॉट खेलने की क्षमता देखी और दिलीप को उनके नाम की सिफारिश की.’’

    वयंगंकर ने बताया, ‘‘पीसी दा को लगा कि इस तरह के जबरदस्त ‘हैंड-आई कोऑर्डिनेशन’ वाला खिलाड़ी बस पूर्वी क्षेत्र में खेलता रह जाएगा और बीसीसीआई को उसे निखारने और तैयार करने की जरूरत है. बाकी बातें अब इतिहास का हिस्सा है.’’

    ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ फिल्म में राष्ट्रीय चयनकर्ता किरण मोरे को प्रकाश नाम के एक व्यक्ति से बात करते हुए देखा गया था, जो उन्हें छक्के मारने के लिए पहचाने जाने वाले युवक के बारे में बता रहा था.

    बंगाल के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के मैच रेफरी मुखर्जी ने अपने ब्लॉग पर पोद्दार को श्रद्धांजलि दी है.

    मुखर्जी ने अपने ब्लॉग में लिखा, ‘‘बीसीसीआई टैलेंट स्काउट्स के रूप में, लुलु-दा (पोद्दार का उपनाम) और मैं झारखंड (तब बिहार) के एक खिलाड़ी की असाधारण प्रतिभा की पहचान करने वाले और उसके बारे में बीसीसीआई को सूचित करने वाले पहले व्यक्ति थे.’’

    प्रकाश चंद्र पोद्दार जैसे लोग भारतीय क्रिकेट की चकाचौंध भरी कहानी में सिर्फ एक नाम बनकर रह जाते हैं लेकिन उनके बिना कोई कहानी पूरी नहीं होती.