Category: राज्य

  • दिल्‍ली की नई मुख्‍यमंत्री होंगी आतिशी, AAP विधायकों ने केजरीवाल के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकारा

    दिल्‍ली की नई मुख्‍यमंत्री होंगी आतिशी, AAP विधायकों ने केजरीवाल के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकारा

    दिल्ली। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कई नाम शामिल थे। इसमें मौजूदा कैबिनेट के सदस्य आतिशी, सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत के अलावा पूर्वी दिल्ली लोकसभा के प्रत्याशी रहे कुलदीप कुमार, विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़लान समेत दूसरे नाम भी शामिल थे। लेकिन आतिशी के नाम पर मुहर लग गई है।

    वहीं आतिशी के नाम का एलान होते ही भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने निशाना साधते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल एक कठपुतली/अस्थायी व्यक्ति को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। उन्हें अपनी पार्टी पर भरोसा नहीं है। इसलिए वह पार्टी में उनसे कमजोर किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। आप में अंदरूनी सत्ता संघर्ष चल रहा है। इस अंदरूनी सत्ता संघर्ष के कारण दिल्ली की जनता त्रस्त है। आगामी चुनाव में मुकाबला जनता बनाम आप होने जा रहा है। जबकि भाजपा दिल्ली की जनता का माध्यम बनेगी।

    दिल्ली के लोगों के लिए फैसला लिया- गोपाल राय
    दिल्ली मंत्री गोपाल राय ने प्रेस वार्ता की और उन्होंने कहा कि विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लगी है। राय ने कहा कि भाजपा आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहती है। जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने इस्तीफे का फैसला लिया। भाजपा की सभी साजिशों को हमने नाकाम किया। अगले चुनाव तक आतिशी को जिम्मेदारी दी गई है। नई सरकार और जनता के फैसले के बाद ही केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि शाम 4.30 बजे केजरीवाल उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा देंगे। इसके बाद आज ही सरकार गठन की तैयारी शुरू हो जाएगी। आज ही सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा।

    विधायक दल की नेता बनीं आतिशी
    दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी होंगी। मंगलवार को केजरीवाल के आवास पर विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में आतिशी के नाम का प्रस्ताव केजरीवाल ने सभी विधायकों के सामने रखा। जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया। रेस में उनका नाम सबसे आगे भी चल रहा था। आतिशी पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखती है। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई दिल्ली में हुई है। और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं।

    सभी विधायकों ने स्वीकार किया प्रस्ताव
    दिलीप पांडे ने प्रस्ताव रखा कि अरविंद केजरीवाल ही मुख्यमंत्री का नाम डिसाइड करें। सभी विधायकों ने प्रस्ताव का समर्थन किया है। सभी विधायकों ने खड़े होकर प्रस्ताव को स्वीकार किया।

  • वित्त मंत्रालय का बड़ा फैसला, बंद कर सकती है सुकन्या समृद्धि अकाउंट, जानिए नए नियम

    वित्त मंत्रालय का बड़ा फैसला, बंद कर सकती है सुकन्या समृद्धि अकाउंट, जानिए नए नियम

    दिल्ली। भारत सरकार ने लड़कियों के भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की थी। अब, वित्त मंत्रालय ने इस योजना से जुड़े कई नियमों में बदलाव किए हैं। डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिन्हें सभी डाकघरों को तुरंत लागू करने के लिए कहा गया है।

    दादा-दादी द्वारा खोले गए खाते होंगे माता-पिता को हस्तांतरित
    वित्त मंत्रालय के अनुसार, नए नियम सभी छोटे बचत खातों पर लागू होंगे, जिसमें सुकन्या समृद्धि योजना भी शामिल है। नए दिशानिर्देशों के तहत, अगर दादा-दादी ने अपनी पोती के नाम पर खाता खोला है, तो अब इसे माता-पिता या कानूनी अभिभावक को हस्तांतरित करना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, अगर एक ही बच्ची के नाम पर दो खाते खोले गए हैं, तो उन्हें बंद कर दिया जाएगा, क्योंकि यह योजना के नियमों के विरुद्ध है।

    PAN और आधार अनिवार्य
    नए नियमों के तहत सभी सुकन्या समृद्धि खातों को माता-पिता या अभिभावक के पैन और आधार कार्ड से जोड़ा जाना अनिवार्य है। यदि खाता अभी तक इन दस्तावेज़ों से लिंक नहीं है, तो जल्द से जल्द इनकी जानकारी जमा करनी होगी। इसके अलावा, सभी डाकघरों को नए नियमों के बारे में खाताधारकों को सूचित करने का निर्देश दिया गया है।

    अकाउंट नियमित करने का अधिकार वित्त मंत्रालय के पास
    सर्कुलर के अनुसार, किसी भी अनियमित खाते को नियमित करने का अधिकार केवल वित्त मंत्रालय के पास है। इसीलिए, डाकघरों को ऐसे खातों की पूरी जानकारी मंत्रालय को देनी होगी।

    सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश और ब्याज
    इस योजना के तहत, आप प्रति माह न्यूनतम 250 रुपये से लेकर सालाना अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। इस तिमाही में योजना पर 8.2% ब्याज दिया जा रहा है। यह खाता तब तक सक्रिय रहता है जब तक कि बेटी 21 साल की नहीं हो जाती। 18 साल की उम्र के बाद, इस खाते से 50% राशि निकाली जा सकती है, जिससे उच्च शिक्षा या अन्य जरूरतें पूरी की जा सकें। खाता खोलने के लिए बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता या अभिभावक का पैन और आधार कार्ड देना आवश्यक है।

  • सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया इस्तीफे के एलान

    सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया इस्तीफे के एलान

    नई दिल्ली।

     सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंच स समर्थकों के  सामने बड़ा एलान किया है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि ‘आज से दो दिन के बाद मैं इस्तीफा देने जा रहा हूं,मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती। आबकारी नीति ‘घोटाला’ मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पहुंचे। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद सीएम केजरीवाल ने  कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान सीएम केजरीवाल ने दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने का एलान किया।

  • दुनिया के सबसे दमदार बॉडीबिल्डर की मौत, महज 36 साल की उम्र में हार्ट अटैक से गई जान

    दुनिया के सबसे दमदार बॉडीबिल्डर की मौत, महज 36 साल की उम्र में हार्ट अटैक से गई जान

    नई दिल्ली।

     ‘दुनिया के सबसे ताकतवर बॉडीबिल्डर’ के नाम से मशहूर इलिया ‘गोलेम’ येफिमचिक का 36 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें छह सितंबर को अस्पताल ले जाया गया था, जहां वह कोमा में चले गए थे।कुछ दिनों बाद 11 सितंबर को उनकी मौत हो गई। डेलीमेल ने स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया कि हार्ट अटैक आने के बाद एंबुलेंस के आने का इंतजार करते हुए उनकी पत्नी एना ने छाती को कम्प्रेस भी किया था। बाद में उन्हें हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया।

    एना ने स्थानीय मीडिया को बताया, ‘मैंने इस पूरे समय प्रार्थना करती रही। मैंने हर दिन उनके साथ बिताया। उनका दिल दो दिनों तक धड़का, लेकिन डॉक्टर ने मुझे एक भयानक खबर दी कि उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था। मैं संवेदना व्यक्त करने के लिए सभी का शुक्रिया अदा करती हूं। यह महसूस करना दिल को छू लेने वाली है कि मैं इस दुनिया में अकेली नहीं रह गई हूं। इतने सारे लोगों से मुझे मदद और समर्थन मिल रहा है।’

    इलिया ने कभी भी किसी प्रोफेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया, लेकिन इस बेलारूसी बॉडी बिल्डर की सोशल मीडिया फैन फॉलोइंग काफी ज्यादा था। उन्होंने नियमित रूप से अपने फैंस के साथ वीडियो साझा किए। उन्हें ‘द म्यूटेंट’ उपनाम भी मिला। जानकारी के मुताबिक, इलिया दिन में सात बार खाना खाते थे और अपने शरीर को बनाए रखने के लिए 16,500 कैलोरी से कंज्यूम करते थे। इसमें 2.5 किलोग्राम स्टेक और सुशी के 108 टुकड़े शामिल थे। उनका वजन 340 पाउंड था और वह 6 फीट एक इंच लंबे थे। आउटलेट के अनुसार उनकी छाती 61 इंच और उनके बाइसेप्स 25 इंच मापी गई थी।

    कथित तौर पर स्कूल में उनका वजन सिर्फ 70 किलो था और वह पुश-अप्स नहीं कर सकते थे। हालांकि, वह अर्नोल्ड श्वार्जनेगर और सिल्वेस्टर स्टेलोन से प्रेरित थे और उन्होंने अपने शारीरिक विकास पर काम करने का फैसला किया। उन्होंने बताया था, ‘मेरा परिवर्तन वर्षों के कठिन प्रशिक्षण और अनुशासन का परिणाम है। इन्हें मैंने व्यायाम, शरीर विज्ञान और पोषण की समझ के साथ बनाया था। मेरा मिशन लोगों में एक कार्य नैतिकता स्थापित करना है ताकि वे अपने डर को दूर कर सकें।’ इलिया चेक गणराज्य, दुबई और अमेरिका में रहते थे।

  • दिल्ली-यूपी में बारिश से हाहाकर, राजस्थान के 50 गांवों पर आया संकट; IMD ने जारी किया अलर्ट

    दिल्ली-यूपी में बारिश से हाहाकर, राजस्थान के 50 गांवों पर आया संकट; IMD ने जारी किया अलर्ट

    नई दिल्ली। 

    उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में पिछले 24 से लगातार बारिश हो रही है। भारी बारिश के कारण यूपी सरकार ने स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं दिल्ली में भी लगातार बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया है। आईएमडी ने दिल्ली में आज के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तराखंड में 13 सितंबर को भारी बारिश की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है।

    इन राज्यों में ऑरेंज अलर्ट
    नतीजतन, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल उड़ीसा, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा आज ऑरेंज अलर्ट पर हैं। बांग्लादेश के ऊपर ‘कम दबाव’ क्षेत्र के कारण उत्तर-पूर्वी राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने मानसून के बारे में एक तात्कालिक चेतावनी जारी की और कहा कि मौजूदा मौसम प्रणाली अगले नौ घंटों तक उत्तर भारत के क्षेत्र को प्रभावित करेगी।

    राजस्थान में बारिश के चलते पार्वती बांध के दस गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा

    धौलपुर व आसपास के इलाकों में लगातार हो रही बारिश के चलते पार्वती बांध के दस गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। पार्वती बांध के गेट खुलने से 50 गांवों में संकट आ खड़ा हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार मध्य प्रदेश पर बना ‘दबाव’ आज दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहुंच गया है। केंद्र ने बताया कि अगले 24 घंटे में इसके उत्तर की ओर बढ़ने और कमजोर होकर ‘वेल मार्क लो प्रेशर’ बनने की संभावना है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार को भी दिन भर बादल छाए रहेंगे। वहीं, कई इलाकों में बारिश होती रहेगी। हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा होने और 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भी संभावना है। अधिकतम तापमान 31 जबकि न्यूनतम 21 डिग्री रह सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक वीकेंड से बारिश का दौर खत्म हो सकता है।

    अगले सप्ताह से लौटना शुरू हो सकता है दक्षिण-पश्चिम मानसून

    दक्षिण-पश्चिम मानसून के अगले सप्ताह से देश से लौटना शुरू होने की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 19 से 25 सितंबर के बीच देश से लौटना शुरू हो सकता है। यह आमतौर पर एक जून तक केरल में प्रवेश करता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है।

  • उफान पर नदियां, खोले जा रहे डैम के गेट और बाढ़ का खतरा… मध्य प्रदेश में बारिश का कहर जारी

    उफान पर नदियां, खोले जा रहे डैम के गेट और बाढ़ का खतरा… मध्य प्रदेश में बारिश का कहर जारी

    मध्य प्रदेश।

    मध्य प्रदेश में बारिश कहर बनकर बरस रही है. राज्य की नर्मदा नदी खतरे के निशान को छूने जा रही है. नदी के सभी डैम फुल हो चुके हैं. प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं. घरों में पानी भरने से लोग पलायन कर रहे हैं. नदी किनारे गांवों में मुनादी कर लोगों को हटाया जा रहा है. बाढ़ को लेकर चेतावनी भी जारी की गई है. हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना को अलर्ट कर दिया गया है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गईं हैं. इधर, लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।

    राज्य के हालात पर मुख्यमंत्री मोहन यादव नजर बनाए हुए हैं. गुरुवार को सीएम ने भोपाल में अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर बाढ़ के हालात पर चर्चा की. मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में तीन सिस्टम मानूसन ट्रक, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और लो प्रेशर एरिया के एक्टिव होने से भारी बारिश का सिलसिला जारी है. लगातार हो रही बारिश से बांध-तालाब भी ओवर फ्लो हो चुके हैं. राजधानी भोपाल समेत खराब मौसम की मार झेल रहे जिलों के स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है।

    अधिकारियों की छुट्टियों पर लगाई रोक

    गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आपात बैठक बुलाकर राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की. उन्होंने बैठक में अधिकारियों से राज्य के हालात जाने. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी विभागों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए. प्रदेश के जिन जिलों में बाढ़ को लेकर खतरा है वहां हालात पर लगातार नजर बनए रखने को कहा गया. बारिश से बिगड़ते हालात को देखते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों को सामान्य स्थिति तक छुट्टी पर नहीं जाने के निर्देश दिए गए हैं. बैठक में संभागीय आयुक्त, आईजी, कमिश्नर आफ पुलिस, जिला कलेक्टर और एसपी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।

    खोले जा रहे डैम के गेट

    भारी बारिश नर्मदा नदी उफान पर है. नदी का पानी खतरे के निशान को छूने जा रहा है. नदी पर बने सभी डैम पानी से भर चुके हैं. इनके गेट खोले जा रहे हैं. सबसे ज्यादा खतरा नदी किनारे बसे गांवों पर मंडरा रहा है. बाढ़ से आसपास के जिले प्रभावित होने वाले हैं. इसका असर मध्य प्रदेश के साथ सीमावर्ती राज्य गुजरात में भी देखने को मिलेगा. स्थानीय प्रशासन नदी किनारे रह रहे लोगों को मुनादी कर उन्हें वहां से हटा रहा है।

    मकान गिरे, सड़कें बंद, पुल डूबा

    गुरुवार को जबलपुर के बरगी डैम, नर्मदापुरम जिले का तवा डैम और रायसेन जिले का बारना डैम के गेट खोले गए हैं. इधर, भारी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है. बारिश से जगह-जगह मकान गिरने की खबरें हैं. कई सड़कें बंद की गई हैं. पानी से जबलपुर का झांसीघाट पुल डूब गया है. इससे पहले मंगलवार को बारिश के कारण डुमना एयरपोर्ट की सुरक्षा दीवार ढह गई।

    नदियां उफान पर, एक शख्स बहा

    शिवपुरी जिले की करैरा तहसील की महुअर नदी में पानी के तेज बहाव में एक व्यक्ति बह गया. भारी बारिश से सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर जिले के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. प्रदेश की कई अन्य नदियां भी उफान पर हैं. भारी बारिश से रायसेन जिले का सागर-भोपाल सड़क मार्ग बंद हो गया है. टीकमगढ़, विदिशा और शिवपुरी में भी सड़कें पानी मे डूब गईं हैं।

  • 70 साल से ऊपर सभी बुजुर्गों का फ्री में होगा इलाज, मोदी कैबिनेट की मंजूरी

    70 साल से ऊपर सभी बुजुर्गों का फ्री में होगा इलाज, मोदी कैबिनेट की मंजूरी

    नई दिल्ली।

    केंद्र सरकार ने बुधवार को 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत के अंतर्गत लाने का निर्णय लिया है। इस योजना के अंतर्गत अब 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी लोग शामिल होंगे, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कुछ भी हो।

    5 लाख का अतिरिक्त कवरेज
    कैबिनेट ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त स्वास्थ्य कवरेज की मंजूरी दी। बुजुर्गों को आयुष्मान भारत स्कीम के तहत 5 लाख रुपये तक की मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। अगर पहले से कोई परिवार आयुष्मान में शामिल है और इसमें कोई 70 साल से ज्यादा की उम्र का सदस्य है तो 5 लाख का अतिरिक्त coverage मिलेगा।

  • दिल्ली में पटाखों पर लगा बैन तो BJP बोली, सिर्फ दिखावटी कदम उठा रही केजरीवाल सरकार, जल्दबाजी में हुआ फैसला

    दिल्ली में पटाखों पर लगा बैन तो BJP बोली, सिर्फ दिखावटी कदम उठा रही केजरीवाल सरकार, जल्दबाजी में हुआ फैसला

    दिल्ली।

    राय ने कहा कि वे चाहते हैं कि लोग दीये जलाकर और मिठाइयां बांटकर दिवाली मनाएं। उन्होंने कहा कि हमें त्योहार धूमधाम से मनाना है लेकिन हमें प्रदूषण को भी नियंत्रित करना है।

    दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को राजधानी में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के प्रयासों के तहत 1 जनवरी तक हरित पटाखों सहित सभी पटाखों के उत्पादन, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। इसका मतलब साफ है कि इसबार भी दिवाली में आप पटाखें नहीं जला पाएंगे। राय ने कहा कि वे चाहते हैं कि लोग दीये जलाकर और मिठाइयां बांटकर दिवाली मनाएं। उन्होंने कहा कि हमें त्योहार धूमधाम से मनाना है लेकिन हमें प्रदूषण को भी नियंत्रित करना है।

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    हालांकि, भाजपा ने इसको लेकर आप सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई महत्वपूर्ण है और सख्त कदम उठाने की जरूरत है, लेकिन यह हैरान करने वाली बात है कि अरविंद केजरीवाल सरकार वही पुराने दिखावटी कदम जैसे पटाखों पर प्रतिबंध उठाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि सर्दियों के महीनों में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि का मुख्य स्रोत फसल अवशेष जलाना, निर्माण कार्य और सड़क की धूल है, और अरविंद केजरीवाल सरकार ने आज तक यह नहीं बताया कि उसने फसल अवशेष जलाने के मुद्दे को पंजाब सरकार के साथ उठाया है या नहीं, लेकिन पटाखों पर जल्दबाजी में प्रतिबंध लगा दिया है।

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    वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पिछले वर्षों का अनुभव बताता है कि पटाखों पर प्रतिबंध दिल्ली के लोगों द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता और बड़े पैमाने पर पटाखे जलाए जाते हैं, इसलिए सरकार को पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के बजाय ग्रीन पटाखों के उपयोग को प्रोत्साहित करने की संवेदनशीलता दिखानी चाहिए थी। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक बयान में कहा कि प्रतिबंध में पटाखों की ऑनलाइन बिक्री एवं आपूर्ति पर भी पाबंदी रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध को कड़ाई से लागू करने के लिए दिल्ली पुलिस, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति और राजस्व विभाग के साथ मिलकर एक कार्य योजना तैयार की जाएगी। राय ने बयान में कहा कि पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर पाबंदी एक जनवरी 2025 तक लागू रहेगी।

  • गणेश चतुर्थी के मौके पर इस गांव में हुई धनवर्षा, जानें शिल्पग्राम की ये कथा

    गणेश चतुर्थी के मौके पर इस गांव में हुई धनवर्षा, जानें शिल्पग्राम की ये कथा

    यहां के मूर्तिकारों के हाथों का जादू ऐसा कि इनकी बनाई मिट्टी के श्री गणेशजी की प्रतिमाओं की प्रदेश ही नहीं देश के कई राज्यों में डिमांड रहती है। प्रतिमाओं के निर्माण में यहां के कुम्हार परिवारों के साथ 1000 से ज्यादा लोगों को रोजगार भी मिलता है। बदले में इन्हें 300 से 1500 रुपए तक प्रतिदिन मिल जाता है। एक सीजन में इन प्रतिमाओं से 8 से 10 करोड़ रुपए का कारोबार हो जाता है।

    शिल्पग्राम के नाम से पूरे प्रदेश में विख्यात ग्राम थनौद में चक्रधारी परिवार चार पीढ़ियों से मिट्टी से मूर्तियां गढऩे का काम कर रहा है। इनकी दक्षता ऐसी है कि इन परिवारों और इनके गांव का नाम मध्यप्रदेश, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल के साथ महाराष्ट्र व मुम्बई तक भी पहुंच गया है। इस बार भगवान गणेशजी की करीब 10 हजार छोटी और 1200 से ज्यादा बड़ी प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा करीब 2000 दुर्गा जी की प्रतिमाओं का भी निर्माण यहां होता है।

    5 दिन रहता है मेले जैसा माहौल

    मूर्तिकला में लगे लोगों के अलावा यहां के स्थानीय दुकानदारों को भी रोजगार मिलता है। मूर्तिकाल लव चक्रधारी बताते हैं कि प्रतिमाओं की पंडाल के लिए रवानगी के दौरान यहां समितियों के लोगों के साथ भक्तों की भीड़ भी पहुंचती है। इससे 5 से 7 दिन तक मेले जैसा माहौल रहता है। यहां कई प्रकार के स्टॉल लगते हैं। इनसे ग्रामीणों की आमदनी होती है। यह स्थिति गणेश चतुर्थी के अलावा नवरात्रि में भी होती है।

    2000 से ज्यादा दुर्गाजी प्रतिमा के ऑर्डर

    मूर्तिकार लव चक्रधारी बताते हैं कि भगवान गणेशजी के बाद मां दुर्गा की प्रतिमाओं का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। अकेले थनौद में ही 2000 से ज्यादा दुर्गा प्रतिमाएं बनती हैं। इनकी न्योछावर राशि 20 हजार से 2 लाख 25 हजार तक रहती है। इन प्रतिमाओं के निर्माण के लिए त्योहारों के खास सीजन को छोड़कर पूरे साल वर्कशॉप में काम चलता रहता है।

    40 वर्कशॉप, हर में 30 से 40 लोग

    थनौद में मूर्ति निर्माण की 40 बड़े वर्कशॉप है 30 से 40 लोग करते हैं काम।

    इनमें मिट्टी लाने, उसे तैयार करने के अलावा दक्ष कारिगर, प्रशिक्षु भी शामिल।

    मूर्तिकारों के अलावा उनके परिवार के सदस्य व महिलाएं भी बंटाती हैं हाथ।

    यहां डिमांड ऐसी है कि हर साल समय की कमी के कारण आर्डर लौटाने पड़ते हैं।

    इस बार 1 फीट से 25 फीट तक की मूर्तियां तैयार की जा रही है।

    1 फीट की मूर्ति की न्योछावर राशि 300 रुपए से शुरू है वहीं बड़ी मूर्तियां साज सज्जा के आधार पर 30 हजार से 3 लाख 50 हजार रुपए तक।

  • राष्ट्रपति मुर्मु ने शिक्षकों को किया सम्मानित, बोलीं- महिला सम्मान सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि व्यवहार में लाने की जरूरत

    राष्ट्रपति मुर्मु ने शिक्षकों को किया सम्मानित, बोलीं- महिला सम्मान सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि व्यवहार में लाने की जरूरत

    नई दिल्ली।

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि महिला सम्मान केवल शब्दों में नहीं, बल्कि व्यवहार में लाने की जरूरत है। किसी भी समाज के विकास का एक महत्वपूर्ण मानक महिलाओं की स्थिति है। ऐसे में अभिभावकों व शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को ऐसी शिक्षा दें कि वे सदैव महिलाओं की गरिमा के अनुकूल आचरण करें। राष्ट्रपति की टिप्पणी ऐसे समय आई है जब बंगाल की घटना से महिला सुरक्षा-सम्मान को लेकर नए सिरे से चर्चा छिड़ी है। मुर्मु गुरुवार को शिक्षक दिवस पर राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने देश के 82 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से नवाजा। इनमें स्कूलों में पढ़ाने वाले चयनित 50 शिक्षक 28 राज्यों, तीन केंद्र शासित प्रदेशों और छह संगठनों से हैं। इनमें 34 पुरुष, 16 महिलाएं हैं। इनके अलावा उच्च शिक्षण संस्थानों और कौशल विकास में पढ़ाने वाले 16-16 शिक्षक भी सम्मानित किए गए। राष्ट्रपति ने कहा-‘ मैं भी शिक्षक रही हूं। जब मैं शिक्षकों-बच्चों के बीच होती हूं तो मेरे अंदर का शिक्षक जीवंत हो जाता है। जीवन की सार्थकता इस बात में निहित है कि हम दूसरों की भलाई के लिए काम करें। यह बात बच्चों को ठीक से समझाना आपकी जिम्मेदारी है। आपको ऐसे नागरिक तैयार करने हैं जो शिक्षित होने के साथ संवेदनशील, ईमानदार और उद्यमी भी हों। ‘ राष्ट्रपति ने शिक्षकों की तुलना एक अच्छे मूर्तिकार से की।