Category: राज्य

  • हिरासत में सोनम वांगचुक, राहुल गांधी का फूटा गुस्सा; मोदी सरकार को लेकर कह दी ये बात

    हिरासत में सोनम वांगचुक, राहुल गांधी का फूटा गुस्सा; मोदी सरकार को लेकर कह दी ये बात

    नई दिल्ली।

    जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक समेत लद्दाख के करीब 126 लोगों को सोमवार रात दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर से हिरासत में लिया है। वांगचुक केंद्र शासित प्रदेश को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर दिल्ली की ओर मार्च कर रहे थे। सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चिंता जाहिर की। सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर उन्होंने लिखा,” पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक मार्च कर रहे सोनम वांगचुक जी और सैकड़ों लद्दाखियों को हिरासत में लेना अस्वीकार्य है। लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े होने वाले बुजुर्गों को दिल्ली की सीमा पर क्यों हिरासत में लिया जा रहा है? मोदी जी, किसानों की तरह यह चक्रव्यूह भी टूटेगा और आपका अहंकार भी टूटेगा। आपको लद्दाख की आवाज सुननी होगी।

    मार्च को रोकने के लिए लागू किया गया था धारा 163
    बता दें कि मार्च को रोकने के लिए जिला पुलिस के सैकड़ों जवानों को सोमवार शाम से ही सिंघु सीमा पर तैनात कर दिया गया था। उत्तरी-बाहरी जिला डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि दिल्ली में धारा 163 लागू है। सभी लोग दिल्ली की सीमाओं में एक साथ प्रवेश कर रहे थे।

  • LPG सिलेंडर के दाम में 50 रुपये की हुई बढ़ोतरी

    LPG सिलेंडर के दाम में 50 रुपये की हुई बढ़ोतरी

    नई दिल्ली।

    एलपीजी सिलेंडर के नए रेट आज 1 अक्टूबर को जारी हो गए हैं। दशहरा, दिवाली जैसे त्योहारों से ठीक पहले उपभोक्ताओं को महंगाई का झटका लगा है। कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम में करीब 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। आज से दिल्ली दिल्ली में एलपीजी कॉमर्शियल सिलेंडर 1740 रुपये में मिलेगा। यह रेट इंडेन सिलेंडर का है। यहां घरेलू एलपीजी सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यहां अब भी 14 किलो वाला सिलेंडर 803 रुपये का ही है।
    इंडियन ऑयल द्वारा जारी ताजा रेट के मुताबिक 1 अक्टूबर 2024 से मुंबई में कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर 1692.50 रुपये, कोलकाता में 1850.50 रुपये और चेन्नई में 1903 रुपये का हो गया है। इससे पहले सितंबर में भी एलपीजी सिलेंडर के रेट करीब 39 रुपये बढ़कर 1691.50 रुपये का हुए थे। पहले यह 1652.50 रुपये का था। 19 किलो वाला LPG सिलेंडर कोलकाता में अब 48 रुपये महंगा हो गया है। आज चेन्नई में भी घरेलू सिलेंडर सितंबर वाले रेट 818.50 रुपये में ही मिल रहा है। दिल्ली में 14.2 किलो वाला घरेलू एलपीजी सिलेंडर अपने पुराने रेट 803 रुपये में ही मिले रहा है। कोलकाता में यह 829 रुपये और मुंबई में 802.50 रुपये में मिल रहा है।

  • छत्तीसगढ़ को केंद्रीय परिवहन मंत्री की सौग़ात, सड़कों के विकास के लिए 11 हजार करोड़ की मंजूरी

    छत्तीसगढ़ को केंद्रीय परिवहन मंत्री की सौग़ात, सड़कों के विकास के लिए 11 हजार करोड़ की मंजूरी

    नई दिल्ली ।

    छत्तीसगढ़ की सड़कों का जाल और मजबूत होने जा रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ के लिए 11 हजार करोड़ रुपये की मंजूरी देकर राज्य को एक बड़ी सौगात दी है। इस राशि से चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास किया जाएगा, जो छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी को और सुदृढ़ करेगा।  गडकरी ने यह घोषणा नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ हुई एक समीक्षा बैठक के दौरान की।नई दिल्ली के भारत मंडपम में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल हुए। बैठक में छत्तीसगढ़ में चल रही राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। इस दौरान केन्द्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री अजय टाम्टा और हर्ष मल्होत्रा व छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव भी शामिल रहे।

    केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ में चल रही परियोजनाओं की प्रगति पर समीक्षा की ताकि कार्यों का समय पर और कुशलता से निष्पादन हो सके। बैठक में परियोजनाओं के विलम्ब के कारणों व रुकावटों पर चर्चा की गयी। इस संबंध में वन विभाग से क्लीयरेंस, राजस्व और खनन से जुड़े अड़चनों को दूर करने व परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में सभी लंबित मुद्दों पर चर्चा कर अवरोधों को दूर करने का प्रयास किया गया। केन्द्रीय मंत्री   गडकरी ने समस्त प्रगतिरत एवं प्रस्तावित परियोजनाओं को समय सीमा में पूर्ण करने का निर्देश दिए।बैठक में राष्ट्रीय राजमार्गों की प्रगति पर चर्चा की गई, इसके साथ ही चार प्रमुख राजमार्गों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) बनाने की मंजूरी दी गई। बैठक में जिन चार मुख्य परियोजनाओं पर चर्चा हुई, उनमें उरगा-कटघोरा बाईपास (NH-149B), बसना से सारंगढ़ (माणिकपुर) फीडर रूट, सारंगढ़ से रायगढ़ फीडर रूट, और रायपुर-लखनादोन आर्थिक गलियारा शामिल हैं। इन परियोजनाओं की कुल लंबाई 236.1 किलोमीटर है। जिसके लिए केन्द्रीय मंत्री ने कुल 9208 करोड़ स्वीकृत किया है।

    वहीं, केन्द्रीय सड़क निधि के तहत 908 करोड़ के आठ कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गई है।

    बैठक में केशकाल घाट व धमतरी-जगदलपुर मार्ग के चार लेन चौड़ीकरण कार्य की भी मंजूरी दी गयी।
    एनएचएआई के अंतर्गत रायपुर-विशाखापट्टनम मार्ग एवं बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव मार्ग को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। वहीं, पत्थलगांव से कुनकुरी-झारखंड बॉर्डर मार्ग को एक माह के अन्दर एजेंसी निर्धारित करने के लिए निर्देशित किया गया।

    बैठक में रायपुर शहर टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच ग्रेड सेपरेटर व विधानसभा रोड से बिलासपुर रोड (धनेली) को जोड़ने वाले मार्ग एवं रायपुर एक्सप्रेस वे पर ग्रेड सेपरेटर बनाने की सहमति दी गई।
    इसके अलावा सड़कों के विकास के लिए 1200 करोड़ की अतिरिक्त राशि की स्वीकृति मिली है।

    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक बड़ी सौगात है। छत्तीसगढ़ की औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि सड़क नेटवर्क का विस्तार राज्य के ग्रामीण इलाकों की कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगा, जिससे स्थानीय लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।

    उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सभी परियोजनाओं की नियमित रूप से समीक्षा करें और समय पर कार्य पूरा करने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे स्वयं इन परियोजनाओं की प्रगति पर नजर रखेंगे और हर सप्ताह इसकी रिपोर्ट तलब करेंगे, ताकि काम में कोई देरी न हो। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार पूरी निष्ठा से इन परियोजनाओं को समय सीमा के भीतर पूरा करेगी, जिससे राज्य के नागरिकों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिल सकेंगी और विकास की गति तेज होगी।

    बैठक में मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानंद, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, वन विभाग के सचिव श्री अमरनाथ प्रसाद सहित राज्य के लोक निर्माण विभाग, राजस्व, खनन और वन विभागों के अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।

    परियोजनाओं के प्रमुख बिंदु-

    1. रुपये 908 करोड़ के 8 कार्यों की स्वीकृति:केंद्रीय सड़क निधि (सीआरएफ) योजना के तहत आठ परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है। इन परियोजनाओं से छत्तीसगढ़ के सड़कों के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, जिससे राज्य की कनेक्टिविटी और व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा।

    2. केशकाल घाट का फोरलेन चौड़ीकरण: केशकाल घाट के फोरलेन चौड़ीकरण कार्य की स्वीकृति दी गई है, जिसे एक महीने के भीतर मंजूरी मिलने की संभावना है। यह परियोजना क्षेत्र में यातायात सुगमता और सड़क सुरक्षा को बढ़ाने में मदद करेगी।

    3. धमतरी-जगदलपुर मार्ग का फोरलेन चौड़ीकरण: इस महत्वपूर्ण मार्ग के चौड़ीकरण की स्वीकृति भी दी गई है, जिससे दक्षिण छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।

    4. समस्त प्रगतिरत और प्रस्तावित परियोजनाओं के लिए समय-सीमा में पूर्णता के निर्देश: सभी परियोजनाओं को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छत्तीसगढ़ की सड़कों और राजमार्गों का विकास तेजी से हो सके।

    5. एनएचएआई के अंतर्गत रायपुर-विशाखापटनम और बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव मार्ग: इन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण के लिए समयबद्ध पूर्णता के निर्देश दिए गए हैं, जिससे राज्य की कनेक्टिविटी में सुधार होगा।

    6. पत्थलगांव से कुनकुरी-झारखंड बॉर्डर मार्ग: इस परियोजना के लिए एजेंसी का चयन एक महीने के भीतर किया जाएगा, ताकि सीमा क्षेत्र की कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा सके।

    7. रायपुर शहर में ग्रेड सेपरेटर निर्माण: रायपुर शहर के टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच सरोना, उद्योग भवन और तेलीबांधा में ग्रेड सेपरेटर के निर्माण की भी मंजूरी मिली है, जिससे शहर में यातायात की भीड़ कम होगी।

    8. विधानसभा रोड से बिलासपुर रोड (धनेली) और रायपुर-धमतरी मार्ग पर ग्रेड सेपरेटर: इन दोनों स्थानों पर भी ग्रेड सेपरेटर के निर्माण की सहमति दी गई है, जिससे यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों को सुविधा होगी।

    प्रमुख परियोजनाएं

    – उरगा-कोरबा कटघोरा रिंग रोड (42.1 किमी) – 1,593 करोड़ रुपये
    – बसना से सारंगढ़ (33 किमी) – 490 करोड़ रुपये
    – सारंगढ़ से रायगढ़ (56 किमी) – 825 करोड़ रुपये
    – रायपुर-लखनादोन इकोनोमिक कॉरिडोर (105 किमी) – 6,300 करोड़ रुपये

  • छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को नमो इम्पेक्ट की प्रति भेंट की गई

    छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को नमो इम्पेक्ट की प्रति भेंट की गई

    नई दिल्ली ।

    छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की नीतियों पर आधारित कॉफी टेबल बुक ‘‘नमो इम्पेक्ट‘‘ की प्रति, पुस्तक के लेखक अतुल सिंघल ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने   सिंघल को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की नीतियां राष्ट्र की उन्नति के लिए मील का पत्थर साबित हो रही हैं।

  • कोयला कर्मियों को मिलेगा बोनस 93,750 रूपये,उम्मीद थी एक लाख मिलने की.. CIL में वितरण होगा 1,963 करोड़ रूपये

    कोयला कर्मियों को मिलेगा बोनस 93,750 रूपये,उम्मीद थी एक लाख मिलने की.. CIL में वितरण होगा 1,963 करोड़ रूपये

    नई दिल्ली ।

    देश की कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited) की मानकीकरण समिति की बैठक आज 29 सितम्बर को नई दिल्ली में हुई इस बैठक में कोल इंडिया और उसकी अनुषंगी कंपनियों में केवल बोनस की ही चर्चा उपरांत बोनस की राशि कामगारों को कितनी दी जानी है इस पर निर्णय ले लिया गया है। वर्ष 2023 में दुर्गा पूजा के मौके पर कामगारों को 85,000 रूपये का बोनस मिला था. पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष बोनस कितना अधिक मिलेगा इसकी चर्चा कोयला कामगारों के मध्य चल रही थी अब इस चर्चा में विराम लग जायेगा। सूत्रों के अनुसार इस वर्ष बोनस 93,750 रू मिल सकता है। बता दे की 1 अगस्त 2024 की स्थिति में कोल इंडिया में दो लाख नो हजार तीन सौ पच्चपन कामगार नियोजित है.इस लिहाज से एक हजार 962 करोड़ 70 लाख 31 हजार 250 रुपए बतौर बोनस का वितरण होगा। हालांकि यह राशि और अधिक होगी। क्योंकि इसमें 30 जुलाई, 2024 तक सेवानिवृत्त हुए कामगारों के आंकड़े सम्मिलित नहीं हैं।
    सीआईएल और अनुषांगिक कंपनीवार बोनस वितरण की राशि :
    👉ECL 430,17,18,750
    👉BCCL 292,78,12,500
    👉CCL 296,57,81,250
    👉WCL 286,41,56,250
    👉SECL 337,64,06,250
    👉MCL 181,78,12,500
    👉NCL 111,90,93,750
    👉NEC 4,74,37,500
    👉CMPDIL 18,24,37,500
    👉CIL HQ 2,43,75,000
    कामगारों को उम्मीद थी बोनस एक लाख से अधिक मिलेगा

    बता दे की इधर, कोल इंडिया का मुनाफा भी बढ़ रहा है. ऐसे में कर्मचारियों को भरोसा था कि उन्हें अधिक बोनस मिलेगा.और उनका अनुमान था कि एक लाख तक बोनस मिलेगा,लेकिन जो बोनस की राशि मिलने वाली है उससे कामगारों को लगने लगा है की इसके लिए चारों श्रमिक संगठनों को एक साथ दबाव बनाते तो कोई बड़ी बात नहीं है की कोल इंडिया उनके दबाव में नहीं आती. यहां यह बात भी उल्लेखनीय है की कोयला उद्योग में कोयला मजदूरों का संगठन अब धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है. पहले वाली बात नहीं रह गई है.
    बता दे की चार श्रमिक संगठन बीएमएस, एचएमएस, एटक और सीटू मानकीकरण की बैठक में शामिल होते है. इंटक पिछले एक दशक से मानकीकरण की बैठक में शामिल नहीं हो पा रही है. तकनीकी कारणों से इंटक को बैठक से अलग कर दिया गया है.
    अब तक कोयलाकर्मियों को मिले बोनस पर एक नजर –
    👉2023 -85 ,000
    👉2022 -76 ,500
    👉2021- 72,500
    👉2020- 68,500
    👉2019- 67,700
    👉2018 -60,700
    👉2017- 57,000
    👉2016 -54,00
    👉2015- 48,500
    👉2014 -40,000
    👉2013 -31,500
    👉2012 -26,000

  • आयुष्मान के लिए पात्र बुजुर्गों का करें नामांकन, केंद्र ने राज्यों को दिया निर्देश

    आयुष्मान के लिए पात्र बुजुर्गों का करें नामांकन, केंद्र ने राज्यों को दिया निर्देश

    नई दिल्ली। 

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी पात्र बुजुर्गों का नामांकन शुरू करने को कहा है, ताकि बुजुर्ग आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ उठा सकें। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे गए पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव एलएस चांगसन ने कहा कि इस योजना के तहत लाभ लेने के इच्छुक वरिष्ठ नागरिकों के नामांकन के लिए मोबाइल फोन एप (आयुष्मान एप) और वेब पोर्टल में अलग मॉड्यूल बनाया गया है। इच्छुक वरिष्ठ नागरिकों को इस पोर्टल या एप पर आवेदन करना होगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा और नए परिवारों दोनों के लिए 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी पात्र वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान कार्ड जारी किया जाएगा। यह योजना शीघ्र ही शुरू की जाएगी। योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए एकमात्र पात्रता मानदंड यह होगा कि व्यक्ति की उम्र 70 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। इसका निर्धारण आधार कार्ड में दर्ज उम्र के आधार पर किया जाएगा।

  • एयर मार्शल AP Singh कल भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख का पदभार संभालेंगे

    एयर मार्शल AP Singh कल भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख का पदभार संभालेंगे

    नई दिल्ली ।

    एक बेहतरीन टेस्ट पायलट, एयर मार्शल एपी सिंह कल भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे। वे एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी का स्थान लेंगे, जो तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं। एयर मार्शल सिंह वर्तमान में वायुसेना के उप प्रमुख हैं और 30 सितंबर की दोपहर से एयर चीफ मार्शल के पद पर अपनी नई नियुक्ति संभालेंगे। 27 अक्टूबर, 1964 को जन्मे एयर मार्शल को दिसंबर 1984 में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू पायलट वर्ग में शामिल किया गया था। लगभग 40 वर्षों की अपनी लंबी और विशिष्ट सेवा के दौरान, उन्होंने विभिन्न कमांड, स्टाफ, इंस्ट्रक्शनल और विदेशी नियुक्तियों में काम किया है।

  • विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह 10वीं सीपीए इंडिया रीजन कांफ्रेंस में हुए शामिल

    विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह 10वीं सीपीए इंडिया रीजन कांफ्रेंस में हुए शामिल

    नई दिल्ली।

     छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने आज नई दिल्ली में आयोजित 10वीं सीपीए इंडिया रीजन कांफ्रेंस (दसवें राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत क्षेत्र की बैठक) में भाग लिया। इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान, उन्होंने “सतत् और समावेशी विकास में विधायिका की भूमिका” पर अपने विचार साझा किए और विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार से विधायिका एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए देश और राज्यों के विकास को प्रोत्साहित करती है। उन्होंने इस बैठक में छत्तीसगढ़ विधानसभा के महत्वपूर्ण निर्णयों का भी उल्लेख किया।

    डॉ. रमन सिंह ने बैठक के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “राष्ट्रमंडल संसदीय संघ जैसे मंच न केवल विभिन्न राज्यों के बीच ज्ञान और अनुभवों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि सतत् विकास और समावेशी विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विधायिकाओं के बीच समन्वय बना रहे।”

    इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ राज्य में चल रही विकास परियोजनाओं और उनके द्वारा राज्य के समग्र विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा की।

    बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने माननीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी से मुलाकात की और छत्तीसगढ़ के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर सार्थक संवाद किया।

  • बिहार में बाढ़ से हाहाकार, केदारनाथ पैदल मार्ग ध्वस्त आईएमडी ने कई राज्यों में जारी किया बारिश का अलर्ट

    बिहार में बाढ़ से हाहाकार, केदारनाथ पैदल मार्ग ध्वस्त आईएमडी ने कई राज्यों में जारी किया बारिश का अलर्ट

    नईदिल्ली ।

    भारत मौसम विज्ञान विभाग आज लिए मौसम का पूर्वीनुमान जारी किया है। आईएमडी ने रविवार को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के लिए भारी बारिश की संभावना जताई है। बिहार में गंगा, सोन व सहयोगी नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है।मौसम विभाग ने दिल्ली, यूपी, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा समेत तमाम राज्यों में भी हल्की मध्यम बारिश की संभावना जताई है। केदारनाथ पैदल मार्ग का लगभग 15 मीटर हिस्सा शुक्रवार रात जंगलचट्टी के पास भूधंसाव के चलते ध्वस्त हो गया।शनिवार को भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय व बेगूसराय में जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। इन जिलों के कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी फैल गया है। मुंगेर-भागलपुर एनएच-80 पर एक से डेढ़ फीट पानी बह रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार 24 घंटे में 15 सेमी जलस्तर बढ़ा है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना व वैशाली जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने राहत शिविर में जाकर बाढ़ पीडि़तों से मुलाकात की। अधिकारियों को बाढ़ पीडि़तों के लिए सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बाढ़ में डूबने से अलग-अलग इलाकों में कुल पांच लोगों की मौत हो गई। प्रशासन ने 25 सितंबर तक जिले के 151 विद्यालयों को बंद कर दिया है। मुंगेर में गंगा खतरे के निशान से 57 सेमी ऊपर बह रही है। शहर के आधा दर्जन से अधिक इलाके में गंगा का पानी फैल गया है।लखीसराय जिले की 17 पंचायतें बाढ़ से ग्रस्त है। बेगूसराय में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है। कटिहार में गंगा, कोसी, कारी कोसी, बरंडी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। समस्तीपुर जिले में 19 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हैं।मौसम विभाग के अनुसार, रविवार सहित तीन दिन आकाश में आंशिक बादल छाए रहेंगे। इस दौरान वर्षा होने की खास संभावना नहीं है। रविवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। अगले सप्ताह बुधवार से शुक्रवार के बीच बहुत हल्की वर्षा होने की संभावना है। तब तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है।

    केदारनाथ पैदल मार्ग का लगभग 15 मीटर हिस्सा शुक्रवार रात जंगलचट्टी के पास भूधंसाव के चलते ध्वस्त हो गया। इससे शनिवार को धाम के लिए आवाजाही पूरी तरह ठप रही। धाम से दर्शन कर लौट रहे 5,000 से अधिक तीर्थ यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से सुरक्षित गौरीकुंड पहुंचाया गया। शुक्रवार को दर्शन के लिए गए ये तीर्थयात्री केदारनाथ धाम समेत पैदल मार्ग के विभिन्न पड़ावों पर ठहरे हुए थे। गौरीकुंड व सोनप्रयाग से किसी भी तीर्थयात्री को केदारनाथ नहीं जाने दिया गया। सोनप्रयाग में 3,000 से अधिक तीर्थयात्री दिनभर पैदल मार्ग खुलने का इंतजार करते रहे।बंगाल के बाढग़्रस्त इलाकों में जलस्तर घटने पर भी राज्य के कई जिलों का एक बड़ा हिस्सा अभी भी पानी में डूबा हुआ है। हावड़ा, हुगली और पश्चिम मेदिनीपुर जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। कई गांव अभी भी कमर अथवा घुटने तक पानी में डूबे हुए हैं। स्थानीय प्रशासन बाढ़ पीडि़तों तक राहत पहुंचाने के लिए नावों का इस्तेमाल कर रहा है। बीमारों को नावों से ही अस्पताल ले जाया जा रहा है। इस वक्त करीब 500 राहत शिविरों में 10,000 से ज्यादा लोगों ने शरण ले रखी है।

  • क्वाड का साथ मिलकर चलना मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण, सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

    क्वाड का साथ मिलकर चलना मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण, सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

    नईदिल्ली ।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच द्विपक्षीय बैठक जारी है। मोदी की तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के पहले दिन दोनों नेता बाइडन के गृह नगर विलमिंगटन (डेलावेयर) में मिले। बाइडन ने अपने घर पर पीएम मोदी की अगवानी की। दोनों नेता गले मिले और बाइडन हाथ पकडक़र मोदी को अपने घर ले गए। बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। पीएम मोदी विलमिंगटन में क्वाड शिखर सम्मेलन से इतर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अलबनिजी और जापान के पीएम फुमियो किशिदा के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।क्वाड शिखर सम्मेलन में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अपने राष्ट्रपति पद के पहले दिनों में, मैंने आप सभी से, आपके प्रत्येक राष्ट्र से संपर्क किया, और प्रस्ताव दिया कि हम क्वाड को आगे बढ़ाएं और इसे और भी महत्वपूर्ण बनाएं। चार साल बाद, हमारे चार देश पहले से कहीं ज्यादा रणनीतिक रूप से एकजुट हैं।आज हम इंडो-पैसिफिक के लिए एक वास्तविक सकारात्मक प्रभाव देने के लिए पहलों की एक श्रृंखला की घोषणा कर रहे हैं जिसमें हमारे क्षेत्रीय भागीदारों को नई समुद्री तकनीकें प्रदान करना शामिल है ताकि वे जान सकें कि उनके जलीय क्षेत्र में क्या हो रहा है। पहली बार तट रक्षकों के बीच सहयोग शुरू करना, और दक्षिण-पूर्व एशिया के छात्रों को शामिल करने के लिए क्वाड फ़ेलोशिप का विस्तार करना। इसलिए मैं यहां आने के लिए आप सभी को फिर से धन्यवाद देना चाहता हूं।क्वाड शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी बैठक ऐसे समय में हो रही है जब विश्व तनावों और संघर्षों से घिरा हुआ है। ऐसे में साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड का मिलकर साथ चलना पूरी मानवता के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्वाड का मिलकर साथ चलना पूरी मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम सभी नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। मुक्त, खुला, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत हमारी साझा प्राथमिकता और साझा प्रतिबद्धता है। हमने साथ मिलकर स्वास्थ्य, सुरक्षा, महत्वपूर्ण, उभरती हुई प्रौद्योगिकियों, जलवायु परिवर्तन और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में कई सकारात्मक और समावेशी पहल की हैं। हमारा संदेश स्पष्ट है- क्वाड यहाँ रहने, सहायता करने, साझेदारी करने और पूरक बनने के लिए है। मैं एक बार फिर राष्ट्रपति बाइडेन और अपने सभी साथियों का अभिवादन करता हूं को बधाई देता हूँ। हमें 2025 में क्वाड लीडर्स समिट का आयोजन भारत में करने में खुशी होगी।

    क्वाड शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान इस क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेकर मुझे बहुत खुशी हो रही है… आपके नेतृत्व में 2021 का पहला शिखर सम्मेलन (क्वाड) आयोजित किया गया। इतने कम समय में हमने हर दिशा में अपने सहयोग को अभूतपूर्व तरीके से बढ़ाया है। इसमें आपकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मैं क्वाड के प्रति आपकी दृढ़ प्रतिबद्धता, आपके नेतृत्व और योगदान के लिए हृदय से आपका आभार व्यक्त करता हूं। क्वाड शिखर सम्मेलन में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने और यूक्रेन तथा गाजा में संघर्षों का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के तरीकों का पता लगाने के लिए नई पहल शुरू होने की उम्मीद है।