Category: राज्य

  • 33 अभ्यर्थियों ने भरे 43 नाम निर्देशन पत्र

    33 अभ्यर्थियों ने भरे 43 नाम निर्देशन पत्र

    मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि लोकसभा निर्वाचन-2024 के निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार पहले चरण के लिये नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया जारी है। मंगलवार 26 मार्च को 33 अभ्यर्थियों ने 43 नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये हैं। अधिसूचना जारी होने से लेकर अब तक कुल 49 अभ्यर्थियों द्वारा 64 नाम निर्देशन पत्र भरे जा चुके हैं। नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये गये अभ्यर्थियों के शपथ पत्र एवं अन्य जानकारियां भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट की लिंक https://affidavit.eci.gov.in/ पर देखी जा सकती हैं।

    राजन ने बताया कि पहले चरण के लिये नाम निर्देशन पत्र बुधवार, 27 मार्च को अपरान्ह 3 बजे तक भरे जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की संवीक्षा गुरुवार, 28 मार्च को की जाएगी। नामांकन भर चुके प्रत्याशी शनिवार, 30 मार्च तक अपने नाम वापस ले सकेंगे। पहले चरण के लिए शुक्रवार, 19 अप्रैल को मतदान होगा। मतगणना 4 जून को होगी।

  • निःशुल्क प्लास्टिक सर्जरी शिविर 12 से 14 अप्रैल तक

    निःशुल्क प्लास्टिक सर्जरी शिविर 12 से 14 अप्रैल तक

    राबर्ट नर्सिंग होम ओल्ड सीहोर रोड़ इंदौर में 12 से 14 अप्रैल 2024 तक  निःशुल्क प्लास्टिक सर्जरी शिविर का आयोजन किया गया है। जिसमें कटे होंठतालू एवं जले हुए मरीजों का ऑपरेशन एवं निःशुल्क प्लास्टिक सर्जरी की जायेगी। पात्र मरीजों का चयन 12 अप्रैल को प्रातः 8 से 9.30 बजे तक शिविर में किया जायेगा।

  • बूथ अवेयरनेस ग्रुप का प्रशिक्षण आज

    बूथ अवेयरनेस ग्रुप का प्रशिक्षण आज

    मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ऋतुराज सिंह ने अनुविभागीय अधिकारी एवं सहायक रिटर्निंग ऑफिसर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 154 गोविंदपुरा को निर्देश दिए हैं कि 27 मार्च को मॉडल हायर सेकेण्ड्री स्कूल टीटी नगर में BAG (Booth Awareness Group) बूथ अवेयरनेस ग्रुप का प्रशिक्षण दोपहर 2 बजे से आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में BAG बूथ अवेयरनेस ग्रुप के सदस्य के रूप में नामांकित बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक एवं वार्ड कर्मचारी की उपस्थिति सुनिश्चित करें।

  • भारतीय वायु सेना भर्ती रैली 28 मार्च को

    भारतीय वायु सेना भर्ती रैली 28 मार्च को

    भारतीय वायु सेना द्वारा समूह वाई (गैर तकनीकी) मेडीकल असिस्टेन्ट ट्रेड में प्रवेश के लिए भर्ती रेली का आयोजन 28 मार्च 2024 को लाल परेड ग्राउण्ड, भोपाल में किया जाएगा। जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायु सेना भर्ती रेली में शामिल होने वाले आवेदक 28 मार्च को प्रातः 6.00 बजे से 10.00 बजे तक लाल परेड ग्राउण्ड में उपस्थित होकर रिपोर्ट कर सकते है।आवेदक की आयु एवं योग्यता से संबंधित जानकारी वेब पोर्टल www.airmenselection.cdac.in पर प्राप्त की जा सकती है।

  • गर्मी के मौसम में बिजली का बिल घटाने के तरीके

    गर्मी के मौसम में बिजली का बिल घटाने के तरीके

    गर्मी के मौसम में अक्सर बिजली बिल बढ़ जाता है, जिसकी वजह कुछ जरूरी उपकरणों का इस्तेमाल तथा उनके रखरखाव में कमी होती है। जैसे-जैसे पारा चढ़ता है, वैसे-वैसे ए.सी., कूलर, पंखों का इस्तेमाल बढ़ जाता है। ऐसे में आपका बिजली का बिल ना बढ़े, इसके लिए मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कुछ कारगर तरीके सुझाये हैं। ए.सी. इस्तेमाल करने वालों के लिए टिप्स यह है कि वह अपने ए.सी. के टेम्प्रेचर को 24 से 26 डिग्री के बीच सेट करें। इससे नीचे टेम्प्रेचर करने पर ए.सी. के कंप्रेशर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ए.सी. ज्यादा देर तक चलता है, इसलिए बिजली भी ज्यादा खर्च होती है और आपका बिल ज्यादा आता है। बेहतर होगा कि ए.सी. के साथ-साथ कमरे में पंखा भी चलाएं। ए.सी. के एयर फिल्टर को हर 10-15 दिनों में अच्छी तरह धोकर साफ करें। फिल्टर में धूल जमने में आपको पूरी ठंडक नहीं मिलती और आपको ए.सी. ज्यादा देर तक चलाना पड़ता है। ए.सी. वाले कमरों के खिड़की-दरवाजे ए.सी.चलने के दौरान मजबूती से बंद रखें। यदि दरवाजे-खिड़कियों में झिरियां हों तो उन्हें थर्मोकोल आदि का इस्तेमाल कर सील कर दें।

    इसी तरह कूलर इस्तेमाल करने के लिए भी कुछ जरूरी टिप्स हैं। कूलर से पूरी ठंडक पाने के लिए जरूरी है कि कूलर जितनी हवा फेंक रहा है उतनी हवा कमरे से बाहर निकलने का भी पूरा इंतजाम हो। कूलर के पैड यदि खराब हो गये हैं तो उन्हें बदलवा लें। कूलर के पंखे और पंप की आइलिंग ग्रीसिंग के साथ ही कंडेंसर की जांच जरूर करायें। पुराने रेगूलेटर की जगह इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर लगवाएं, इससे बिजली कम खर्च होती है।इसी तरह पंखे इस्तेमाल करने के दौरान जरूरी है कि घर के सब पंखों की सर्विसिंग करा लें। खराब कंडेंसर, बाल बेयरिंग इत्यादि को तुरंत बदलवा लें,वहीं पंखे में इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर का इस्तेमाल करें। रेफ्रिजरेटर इस्तेमाल करने में भी सावधानी रखें।

    गर्मी का मौसम शुरू होने के पहले रेफ्रिजरेटर की जांच करा लें। रेफ्रिजरेटर का दरवाजा बार-बार ना खोलें। दरवाजा बार-बार खुलने या ज्यादा देर खुला रहने से कंप्रेसर को फ्रिज का टेम्प्रेचर बनाये रखने में ज्यादा मेहनत लगती है। जिससे बिजली की खपत अधिक होगी और बिल बढ़ेगा। एकदम गर्मागर्म खाना या दूध फ्रिज में न रखें। ऐसा करने से भी कंप्रेसर को ज्यादा देर चालू रहना पड़ता है और आपका बिजली बिल बढ़ता है।

  • अनारक्षित वर्ग के लिये 25 हजार

    अनारक्षित वर्ग के लिये 25 हजार

    राजगढ़़।

    लोकसभा निर्वाचन -2024 का चुनाव लड़ने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निक्षेप राशि (जमानत राशि) निर्धारित की गई है। अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थी को 25 हजार रूपये और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थी को 12 हजार 500 रुपये की निक्षेप राशि जमा करानी होगी।

  • मदरसा बोर्ड के परीक्षा आवेदन ऑनलाइन

    मदरसा बोर्ड के परीक्षा आवेदन ऑनलाइन

    राजगढ़़।

    मध्यप्रदेश मदरसा बोर्ड की हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी (उर्दू माध्यम) परीक्षा सत्र-2024 के लिये आवेदन-पत्र अधिकृत अध्ययन केन्द्रों के माध्यम से ऑनलाइन भरे जाने की दिनांक 23 अप्रैल, 2024 तक बढ़ा दी गई है।

    उल्लेखनीय है कि पूर्व में ऑनलाइन आवेदन की दिनांक 25 मार्च, 2024 तक निर्धारित की गई थी। आवेदन-पत्र डाक द्वारा कार्यालय मदरसा बोर्ड में प्राप्त होने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल, 2024 निर्धारित की गई है।

     

  • मध्यप्रदेश भूलेख पोर्टल

    मध्यप्रदेश भूलेख पोर्टल

    राजगढ़़।

    प्रदेश में कृषि वर्ष परिवर्तन के कारण कार्यालय आयुक्त, भू-अभिलेख ग्वालियर द्वारा संचालित मध्यप्रदेश भूलेख पोर्टल https://mpbhulekh.gov.in की सेवाएँ एक अप्रैल 2024 से 10 अप्रैल 2024 तक स्थगित रहेंगी। यह जानकारी कार्यालय आयुक्त भू-अभिलेख ग्वालियर द्वारा दी गई है।

  • कृषि विभाग द्वारा किसानों से अपील की गई

    कृषि विभाग द्वारा किसानों से अपील की गई

    उज्जैन ।

    जिले के कृषकों से अपील की जाती है कि गेहूं की फसल की कटाई के बाद बचे हुए फसल अवेशष (नरवाई) जलाना खेती के लिये आत्मघाती कदम है। वर्तमान में जिले में लगभग गेहूं फसल की कटाई का कार्य पूर्ण हो चुका है। गेहूँ फसल की कटाई के पश्चात् सामान्य तौर पर किसान भाईयों द्वारा नरवाई में आग लगा देते है, जिससे पर्यावरण में प्रदूषण के साथ-साथ मिट्टी की संरचना भी प्रभावित होती है। इस संबंध में म.प्र. शासन की अधिसूचना में निषेधात्मक निर्देश दिये गये हैं। इनके अनुसार जिले के कृषकों से निम्नलिखित प्रक्रिया को अपनाने की अपील की जाती है।

    खेत की गहरी जुताई के लाभ

    उत्पादन में स्थिरता की दृष्टि से 2 से 3 वर्ष में एक बार खेत की गहरी जुताई करना लाभप्रद होता है। गहरी जुताई करने से आगामी मौसम में खरपतवार कम हो जाते है। जिससे खरपतवार नियंत्रण में लागत कम होती है। गहरी जुताई से मृदा में हानिकारक कीट-पतंगे/फफुंद सूर्य की रोशनी के संपर्क में आने से एवं पक्षियो के द्वारा हानिकारक कीटों को खाने से खेत में आगामी फसल में कीट व रोग लगने की संभावना कम हो जाती है। गहरी जुताई करने से जमीन की निचली परतों में जमा हुआ उर्वरक आगामी फसल में पौधों को आसानी से उपलब्ध होता है। अतः गहरी जुताई के अनेक लाभ है और गहरी जुताई का यही समय सबसे उपयुक्त है। जिन किसान भाईयों ने खेत की गहरी जुताई नहीं की हो, कृपया अवश्य करें। उसके बाद बख्खर/कल्टीवेटर एवं पाटा चलाकर खेत को तैयार करें। उपलब्धता अनुसार अपने खेत में 10 मीटर के अंतराल पर सब-सॉयलर चलाएं, जिससे मिट्टी की कठोर परत को तोड़ने से जल अवशोषण/नमी का संचार अधिक समय तक बना रहे।

    नरवाई का उपयोग निम्न तरीकों से किया जाता है

    कृषक नरवाई जलाने की अपेक्षा अवशेषों और डंठलों को एकत्रित कर जैविक खाद जैसे- भू-नाडेप, वर्मी कम्पोस्ट आदि बनाने में उपयोग किया जाए तो वे बहुत जल्दी सड़कर पोषक तत्वों से भरपूर जैविक खाद बना सकते है। खेत में कल्टीवेंटर, रोटावेटर या डिस्क हेरो आदि की सहायता से फसल अवशेषों को भूमि में मिलाने से आने वाली फसलों में जीवांश खाद कि बचत की जा सकती है। तो पशुओ के लिए भूसा और खेत के लिए बहुमूल्य पोषक तत्वों की उपलब्धता बढने के साथ मिट्टी की संरचना को बिगडने से बचाया जा सकता है। कम्बाईन हार्वेस्टर के साथ स्ट्रॉ-मैनेजमेंट सिस्टम को सामान्य हार्वेस्टर से गेहूं कटवाने के स्थान पर स्ट्रा-रीपर एवं हार्वेस्टर का प्रयोग करना चाहिये।

    उल्लेखनीय है कि नरवाई में आग लगाने पर पुलिस द्वारा प्रकरण भी कायम किया जा सकता है। अतः उपरोक्त लाभों को ध्यान में रखते हुए किसान भाईयों को नरवाई में आग नहीं लगाने एवं नरवाई को गहरी जुताई कर खेत में मिलाने की सलाह दी जाती है।

  • जिले में स्थानीय अवकाश घोषित

    जिले में स्थानीय अवकाश घोषित

    उज्जैन ।

    मध्य प्रदेश शासन की अधिसूचना द्वारा प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने वर्ष 2024 के लिये जिले की तहसीलों में स्थानीय अवकाश घोषित किये हैं।

    आदेश के तहत सम्पूर्ण उज्जैन जिले में शनिवार 30 मार्च को रंगपंचमी, मंगलवार 27 अगस्त को तहसील बड़नगर में भादवा के प्रथम सोमवार सवारी के दूसरे दिन, सोमवार 2 सितम्बर को उज्जैन व घट्टिया तहसील में महाकालेश्वर की शाही सवारी के अवकाश घोषित किये हैं। इसी तरह सोमवार 2 सितम्बर को तराना तहसील में तिलभांडेश्वर महादेव की शाही सवारी एवं तराना में ही शुक्रवार 13 सितम्बर को तेजा दशमी का स्थानीय अवकाश घोषित किया है। इसी तरह शुक्रवार 11 अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी/नवमी के उपलक्ष्य में तहसील महिदपुर, खाचरौद, नागदा में व शुक्रवार 1 नवम्बर को दीपावली के दूसरे दिन तहसील उज्जैन, घट्टिया, खाचरौद, महिदपुर, बड़नगर, नागदा में स्थानीय अवकाश घोषित किये गये हैं।