Category: राज्य

  • किसी भी प्रकार के एग्जिट पोल तथा इसके परिणाम का प्रकाशन या प्रचार 19 अप्रैल से एक जून तक पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा

    किसी भी प्रकार के एग्जिट पोल तथा इसके परिणाम का प्रकाशन या प्रचार 19 अप्रैल से एक जून तक पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा

    लोकसभा निर्वाचन 2024 की आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अनुपम राजन ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के दौरान 19 अप्रैल की सुबह 7 बजे से एक जून की शाम 6:30 बजे तक निर्वाचन के संबंध में किसी भी प्रकार के एग्जिट पोल का आयोजन तथा प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में इसके परिणाम का प्रकाशन या प्रचार अथवा किसी भी अन्य तरीके से इसका प्रचार-प्रसार करने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा।

    भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 28 मार्च 2024 को इस आशय की अधिसूचना जारी कर दी गई है। जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि निर्वाचन के दौरान सभी मतदान क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के लिये नियत समय पर समाप्त होने वाले 48 घण्टों के दौरान किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में किसी भी ओपिनियन पोल या किसी अन्य मतदान सर्वेक्षण के परिणामों सहित किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबंधी मामलों के प्रदर्शन पर भी पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा।

    उल्लेखनीय है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 126क में यह प्रावधानित किया गया है कि कोई भी व्यक्ति, कोई निर्गम मत सर्वेक्षण नहीं करेगा और किसी निर्गम मत सर्वेक्षण के परिणाम का ऐसी अवधि के दौरान, जो निर्वाचन आयोग द्वारा इस संबंध में अधिसूचित की जाए, प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रकाशन या प्रचार या किसी भी प्रकार की अन्य रीति से प्रसार भी नहीं करेगा। यदि कोई व्यक्ति इस प्रावधान का उल्लंघन करेगा, तो वह ऐसी अवधि के कारावास से, जो दो वर्ष तक की हो सकेगी या जुर्माने से या दोनों से, दण्डनीय होगा।

  • 39 चौके 6 छक्के… सहवाग ने पाकिस्तान में जाकर मचाई तबाही, ट्रिपल सेंचुरी जड़ रचा था अनोखा कीर्तिमान

    39 चौके 6 छक्के… सहवाग ने पाकिस्तान में जाकर मचाई तबाही, ट्रिपल सेंचुरी जड़ रचा था अनोखा कीर्तिमान

    नई दिल्ली।
    भारतीय क्रिकेट के लिए आज का दिन बेहद खास है. टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने 20 साल पहले पाकिस्तान में जाकर ऐतिहासिक ट्रिपल सेंचुरी जड़ी थी. मुल्तान क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस टेस्ट मैच में सहवाग ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर कुटाई की थी. वह टेस्ट में ट्रिपल सेंचुरी जड़ने वाले पहले भारतीय बने थे. सौरव गांगुली की गैरमौजूदगी में राहुल द्रविड़ टीम इंडिया की कमान संभाल रहे थे. वीरू की इस ऐतिहासिक पारी ने उन्हें ‘मुल्तान का सुल्तान’ बना दिया. सहवाग का ऐतिहासिक छक्का आज भी क्रिकेट प्रेमियों को याद है जो उन्होंने पाकिस्तान के मेन स्पिनर सकलैन मुश्ताक की गेंद पर जड़कर अपना तिहरा शतक पूरा किया.

    3 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में सौरव गांगुली की जगह राहुल द्रविड़ ने कप्तानी का जिम्मा संभाला. द्रविड़ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया. भारत ने पहले दिन ही 2 विकेट पर 356 रन स्कोर पर टांग दिए. पहले दिन का खेल खत्म होने पर वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) नाबाद 228 रन बनाकर पवेलियन लौटे. दूसरे दिन सभी को सहवाग से तिहरे शतक की उम्मीद थी और वीरू ने किसी को निराश नहीं किया. उन्होंने शानदार ट्रिपल सेंचुरी जड़कर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया.

    वीरू ने छक्का जड़कर पूरी की ट्रिपल सेंचुरी
    वीरेंद्र सहवाग ने अपने ही अंदाज में ट्रिपल सेंचुरी पूरी की. उन्होंने सकलैन मुश्ताक की गेंद पर बड़ा छक्का जड़कर अपनी ट्रिपल सेंचुरी पूरी की. जब वह 295 रन पर बैटिंग कर रहे थे, तब उन्होंने छक्का जड़कर ऐतिहासिक तिहरा शतक लगाया. इसके साथ ही वह पाकिस्तान के खिलाफ उनके घर में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले भारतीय भी बन गए.

    सहवाग ने तोड़ा संजय मांजरेकर का रिकॉर्ड
    वीरेंद्र सहवाग ने इस दौरान संजय मांजरेकर का रिकॉर्ड ब्रेक किया जिन्होंने साल 1989 में लाहौर टेस्ट मैच में 218 रन की पारी खेली थी. सहवाग की पारी का अंत पेसर मोहम्मद सामी ने किया था. वीरू ने मुल्तान में 375 गेंदों पर 309 रन बनाए जिसमें 39 चौके और 6 छक्के शामिल थे.

    साउथ अफ्रीका के खिलाफ तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड
    29 मार्च सहवाग के लिए एक और मायने में इसलिए खास है क्योंकि इसी दिन साल 2008 में वह टेस्ट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय बने थे. उन्होंने अपना ही 309 रन का रिकॉर्ड ध्वस्त किया था. चेन्नई टेस्ट के तीसरे दिन सहवाग ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ रिकॉर्ड 319 रन की पारी खेलकर अपना रिकॉर्ड तोड़ा था.

  • रोहित शर्मा भारत के सबसे कामयाब कप्तान, जीत का औसत बनाता है धोनी-विराट से भी अव्वल, तीनों फॉर्मेट में…

    रोहित शर्मा भारत के सबसे कामयाब कप्तान, जीत का औसत बनाता है धोनी-विराट से भी अव्वल, तीनों फॉर्मेट में…

    नई दिल्ली।
    भारत का सबसे सफल कप्तान कौन? जब भी यह सवाल पूछा जाता है तो जवाब में सबसे पहला नाम एमएस धोनी (MS Dhoni) का याद आता है. धोनी जिन्होंने भारत को दो बार वर्ल्ड चैंपियन बनाया और एक बार चैंपियंस ट्रॉफी भी दिलाई. धोनी के बाद कपिल देव, सौरभ गांगुली के नाम लिए जाते हैं. लेकिन अगर हम ट्रॉफी की बजाय भारत के लिए ज्यादा मैच जीतने (विनिंग परसेंट) का पैमाना बनाएं तो ये सभी कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से पिछड़ जाते हैं. आइए देखते हैं कैसे.

    रोहित शर्मा 2007 से भारत (Indian Cricket Team) के लिए खेल रहे हैं. उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत टी20 फॉर्मेट से की. इसलिए कप्तानी की बात पहले इसी फॉर्मेट से. रोहित ने 54 टी20 मैच में कप्तानी की है, जिसमें से 41 में जीत मिली है. इस तरह भारत ने रोहित की कप्तानी में 76.85 फीसदी मैच जीते हैं, जो किसी भी कप्तान से ज्यादा हैं. यहां दो बातें साफ कर दें. पहली- कामयाब कप्तानों (Indian Captain) की इस लिस्ट में हमने सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों को शामिल किया है, जिन्होंने कम से कम 10 मैचों में भारत की अगुवाई की है. दूसरी- यह ज्यादा मैच जीतने का आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह विनिंग परसेंट की बात है यानी कि किस कप्तान ने कितने फीसदी मैच जीते.

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    4 कप्तान, जिन्होंने 10 से ज्यादा टी20 मैचों में कप्तानी की
    टी20 फॉर्मेट में भारत के 4 खिलाड़ियों ने 10 से अधिक मैचों में कप्तानी की है. इनमें रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के अलावा एमएस धोनी, विराट कोहली और हार्दिक पंड्या शामिल हैं. धोनी की कप्तानी में भारत ने 71 में से 41 मैच जीते हैं. कप्तान कोहली ने 50 में से 30 और पंड्या ने 16 में से 10 मैच जिताए हैं. इस तरह विनिंग परसेंट में पंड्या (65.62%), कोहली (64.58%) और धोनी (59.28%) तीनों ही रोहित से पीछे हैं.

    वनडे में कप्तान रोहित ने भारत को 77.27% मैच जिताए
    रोहित शर्मा ने 45 वनडे मैचों में भारत की कप्तानी की है, जिसमें से 34 में जीत मिली है. यानी रोहित की कप्तानी में भारत ने 77.27 फीसदी मैच जीते हैं, जो किसी भी कप्तान से ज्यादा हैं. दूसरे नंबर पर विराट कोहली (70.43%) और तीसरे नंबर पर शिखर धवन (70.00%) हैं. बतौर कप्तान कोहली ने 95 में से 65 और धवन ने 12 में से 7 मैच जिताए हैं. एमएस धोनी ने 59.52% और कपिल देव 54.16% ने मैच जिताए हैं. धोनी ने 200 वनडे मैच में कप्तानी की, जिनमें से 110 मैच जिताए. कपिल की कप्तानी में भारत ने 74 में से 39 मैच जीते. रोहित और कोहली के अलावा सिर्फ शिखर धवन (12 में 7) ही अपनी कप्तानी में भारत को 70.00% मैच जिता पाए हैं. बाकी सारे कप्तानों की कामयाबी 70.00% से कम है.

    इसी तरह टेस्ट मैचों की बात करें तो विराट कोहली ने सबसे अधिक 68 मैचों में कप्तानी की है और सबसे ज्यादा 40 मैचों में जीत भी दिलाई है. उनकी कप्तानी में भारत का विनिंग परसेंट 70 है. रोहित शर्मा (69.23%), विराट के बेहद करीब हैं और पूरी संभावना है कि वे धर्मशाला टेस्ट जीतकर विराट को पीछे छोड देंगे. भारत ने रोहित की कप्तानी में 15 में से 9 मैच जीते हैं. टेस्ट मैचों में विनिंग परसेंट के मामले में सौरभ गांगुली (61.76%) तीसरे, एमएस धोनी (60.00%) चौथे और राहुल द्रविड़ (57.14%) पांचवें नंबर पर हैं.

  • गांव-गांव तक पहुंचाएंगे डिजिटल एजुकेशन, 3 करोड़ महिलाओं को बनाएंगे लखपति दीदी, बिल गेट्स से बोले पीएम मोदी

    गांव-गांव तक पहुंचाएंगे डिजिटल एजुकेशन, 3 करोड़ महिलाओं को बनाएंगे लखपति दीदी, बिल गेट्स से बोले पीएम मोदी

    नई दिल्ली।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स के बीच टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, डिजिटल पेमेंट और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से मुद्दों पर चर्चा हुई. इस दौरान बिल गेट्स ने कहा कि भारत में “डिजिटल सरकार” है. भारत ना सिर्फ टेक्नोलॉजी को अपना रहा है बल्कि वास्तव में इसका नेतृत्व भी कर रहा है. वहीं, पीएम मोदी ने बिल गेट्स को ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना के बारे में बताया और उन तरीकों पर चर्चा की, जिनसे खासकर महिलाओं के बीच प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने में मदद मिल रही है.

    पीएम मोदी और बिल गेट्स ने भारत में डिजिटल पेमेंट और देश के बाहर इसके विस्तार के बारे में भी बात की. पीएम मोदी और बिल गेट्स ने भारत में डिजिटल क्रांति पर भी चर्चा की. पीएम मोदी ने कहा कि इंडोनेशिया में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान दुनिया भर के प्रतिनिधि भारत में डिजिटल क्रांति को लेकर उत्सुक थे.

    ‘गांव-गांव तक पहुंचाएंगे डिजिटल एजुकेशन’
    पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य गांव-गांव तक, हर बच्चे तक डिजिटल शिक्षा पहुंचाना है. साथ ही, उन्होंने कि वह भारत में डिजिटल विभाजन नहीं होने देंगे, डिजिटल बुनियादी ढांचे को गांवों तक लेकर जाएंगे.

    पीएम मोदी ने बिल गेट्स के साथ हुई इस बातचीत में कहा कि 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाना उनकी सरकार का लक्ष्य है. इसके अलावा, वे कृषि जैसे अहम पेशे को आधुनिक बनाना चाहते हैं.

  • कॉमेडियन जिसे पूरा प्रदेश ठोकता है सलाम, दर्शकों को हंसाकर बन गए मुख्यमंत्री,

    कॉमेडियन जिसे पूरा प्रदेश ठोकता है सलाम, दर्शकों को हंसाकर बन गए मुख्यमंत्री,

    मुंबई।

    पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के घर बधाइयां गूंज रही हैं. भगवंत मान की दूसरी पत्नी डॉक्टर गुरप्रीत कौर ने बेटी को जन्म दिया है. ये तीसरी बार है जब भगवंत मान पिता बने हैं. इससे पहले भी भगवंत मान 2 बच्चों के पिता थे. भगवंत मान सियासी दुनिया का ऐसा नाम जिसने एक्टिंग और कॉमेडी की दुनिया में खूब झंडे गाढ़े.

    कभी टीवी पर चुटकुले सुनाकर लोगों को हंसाने वाले भगवंत मान को आज पूरा प्रदेश सलाम ठोकता है. भगवंत मान आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता हैं और पंजाब के मुख्यमंत्री हैं. भगवंत मान का सियासी दुनिया से पहले मनोरंज की दुनिया में लंबा करियर रहा है. भगवंत मान ने 2 बार शादी भी की है. पहली पत्नी से अलग होने के बाद बगवंत मान ने बीते 2 साल पहले 2022 में जुलाई के महीने में डॉक्टर गुरप्रीत कौर से शादी रचाई थी.

    मनोरंजन से शुरू हुआ करियर और बन गए राजनेता
    17 अक्टूबर 1973 में पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गांव में जन्मे भगवंत मान ने संगरूर में स्थित SUS कॉलेज से ग्रेजुएशन की थी. कॉलेज के बाद भगवंत मान ने ग्लैमर की दुनिया में अपना करियर बनाने का फैसला लिया. भगवंत मान टीवी पर कॉमेडी की दुनिया के सिपाही बने और अपने मजेदार चुटकुलों से लोगों का मनोरंजन करने लगे. देखते ही देखते भगवंत मान कॉमेडी की दुनिया के किंग बन गए. हालांकि भगवंत मान की कॉमेडी पंजाब तक सीमित रही. भगवंत मान ने टीवी पर कॉमेडी के साथ कई फिल्मों में भी काम किया. फिल्मों में काम कर भगवंत मान ने काफी नाम कमाया. लेकिन जल्द ही इससे ऊब गए.

    कॉमेडी के बाद शुरू हुआ सियासी सफर
    कॉमेडी की दुनिया में खूब नाम कमाने के बाद भगवंत मान ने सियासी सफर की शुरुआत की. भगवंत मान ने मनप्रीत सिंह बादल की पंजाब पीपल्स पार्टी को ज्वाइन किया. इसी पार्टी के टिकट पर भगवंत मान पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़े. साल 2012 में लहरा विधानसभा सीट से पहली बार सियासी मैदान में उतरे. हालांकि पहला चुनाव भगवंत मान हार गए.

  • 10 करोड़ खर्चकर मेकर्स ने बनाई ऐसी फिल्म, अमिताभ-सलमान का बजा था डंका

    10 करोड़ खर्चकर मेकर्स ने बनाई ऐसी फिल्म, अमिताभ-सलमान का बजा था डंका

    नई दिल्ली।
    सदी के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की जितनी तारीफ की जाए, शायद वो कम होगी, क्योंकि उन्होंने अपने दमदार अभिनय से बॉक्स ऑफिस पर ऐशी-ऐसी फिल्में दी हैं, जिन्हें लोग आज भी देखना पसंद करते हैं, हालांकि उनका फिल्मी काफी उतार-चढ़ाव भरा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी.

    अमिताभ ने अपनी कड़ी मेहनत से एक अच्छा मुकाम हासिल किया, और आज भी वह अपने दमदार अभिनय का जलवा पर्दे पर दिखाते ही रहते हैं. बता दें, वह पिछले 5 दशकों से बॉलीवुड में सक्रिय हैं. लोग उनके अभिनय के कायल हैं और उनकी फिल्मों के इंतजार में बैठे रहते हैं.

    आज हम आपको अमिताभ की उस फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जो साल 2003 में बॉक्स ऑफिस पर रिलीज के साथ छा गई थी और उस फिल्म का नाम है ‘बागबान’. जी हां, ये अमिताभ की एक ऐसी फिल्म है, जिसे लोग आज भी बड़े चाव से देखना पसंद करते हैं.

    फिल्म में एक परिवार की कहानी दिखाई गई है, जिसमें पिता अपने काम से रिटायर होने के बाद जब अपने बच्चों के साथ रहना चाहता है, तो बच्चे अपने पिता और मां को बांट देते हैं और बारी-बारी से बच्चे उन्हें अपने साथ रखते हैं

    जो इंसान अपने जॉब के दौरान कभी अपनी पत्नी से अलग नहीं रहा और रिटायरमेंट के बाद बच्चे उन दोनों को अलग-अलग रखते हैं, तो उस इंसान का दर्द जिस तरह से पर्दे पर दिखाया गया, वो हर एक इंसान को रुला देने वाला था.

    बता दें, बागबान एक फैमिली ड्रामा फिल्म थी, जो रवि चोपड़ा द्वारा निर्देशित, सह-लिखित और बीआर चोपड़ा द्वारा निर्मित थी. यह एक बुजुर्ग जोड़े, राज (अमिताभ बच्चन) और पूजा (हेमा मालिनी) की कहानी बताती है, जिनकी शादी को 40 साल हो गए हैं. राज के रिटायरमेंट होने के बाद, वे अपने चार बेटों (अमन वर्मा, समीर सोनी, साहिल चड्ढा और नासिर खान) के साथ मिलकर चर्चा करते हैं कि कौन उनको अपने साथ रखेगा. कोई भी बेटा माता-पिता दोनों की देखभाल नहीं करना चाहता, जिसके कारण राज और पूजा अलग-अलग रहते हैं.

    इस फिल्म में सलमान खान की भूमिका लोगों को काफी पसंद आई थी, क्योंकि वो अमिताभ द्वारा गोद लिए हुए बेटे की भूमिका में थे, जो अंत में अपने माता-पिता को अपने साथ रखते हैं. विकिपीडिया के अनुसार, इस फिल्म को बनाने में मेकर्स के 10 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई तो वर्ल्डवाइड इसकी कमाई 43.11 करोड़ हुई थी.

  • प्रदेश में लोकसभा निर्वाचन-2024 के लिए सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश घोषित

    प्रदेश में लोकसभा निर्वाचन-2024 के लिए सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश घोषित

    भोपाल

    लोकसभा निर्वाचन-2024 में प्रदेश के विभिन्न लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चार चरणों मतदान होगा। राज्य शासन ने संबंधित क्षेत्रों में मतदान के दिन निगोशिएबल इन्सट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 25 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सार्वजनिक अवकाश तथा सामान्य अवकाश घोषित किया हैं। प्रथम चरण में 19 अप्रैल (शुक्रवार) द्वितीय चरण में 26 अप्रैल (शुक्रवार) तृतीय चरण में 7 मई  (मंगलवार) एवं चतुर्थ चरण में 13 मई (सोमवार) को होने वाले निर्वाचन को दृष्टिगत रखते हुए उक्त तिथियों में सामान्य अवकाश घोषित किया है।

  • अरव‍िंद केजरीवाल की याच‍िका खारिज करते हुए हाईकोर्ट ने क्‍या-क्‍या कहा?

    अरव‍िंद केजरीवाल की याच‍िका खारिज करते हुए हाईकोर्ट ने क्‍या-क्‍या कहा?

    दिल्ली।
    हाईकोर्ट ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्‍हें द‍िल्‍ली शराब घोटाले मामले में गिरफ्तार किया है. न्यायमूर्ति स्वर्णकांता शर्मा ने ईडी की हिरासत से तत्काल रिहाई की मांग वाली केजरीवाल की अंतरिम अर्जी पर अपना जवाब दाखिल करने के लिए ईडी को 2 अप्रैल तक का समय दिया है और यहां तक कि मुख्य याचिका पर भी जांच एजेंसी को नोटिस जारी किया है. मामले की अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी.

    हाईकोर्ट ने अरव‍िंद केजरीवाल की याच‍िका को खार‍िज करते हुए कहा क‍ि इस मामले में अंतरिम राहत देना, अंतिम राहत के बराबर होगा. लिहाजा ED को जवाब दाखिल करने का मौका मिलना चाहिए. कोर्ट ने ये भी कहा कि हिरासत के दौरान ईडी ने कुछ तथ्य एकत्र किए होंगे, जो वह सुनवाई के दौरान कोर्ट के सामने रखना चाहती होगी, जो इस याचिका के लिए भी जरूरी होगा. कोर्ट ने ED को दो अप्रैल तक जवाब देने को कहा है और तीन अप्रैल को सुनवाई होगी. कोर्ट ने कहा कि कोई एडजॉर्नमेंट नहीं दी जाएगी.

    दिल्ली हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी और ईडी रिमांड को चुनौती देने वाली याचिका के साथ-साथ अंतरिम राहत याचिका पर ईडी को नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने आदेश में कहा कि यह कोर्ट मुख्य रिट याचिका के साथ-साथ अंतरिम राहत देने की मांग वाले आवेदन का नोटिस जारी करना उचित समझता है. कोर्ट ने कहा कि केजरीवाल की अंतरिम रिहाई की मांग वाले आवेदन में ईडी से जवाब मांगें बिना कोई भी आदेश पारित करना सही नहीं होगा. कोर्ट ने कहा कि मामले में मुख्य याचिका का निपटारा होने अंतरिम आदेश पारित करना मुख्य याचिका पर ही निर्णय लेने के समान होगा. कोर्ट ने आदेश में कहा कि केजरीवाल की ईडी हिरासत से रिहाई आदेश आरोपी को जमानत या अंतरिम जमानत पर रिहा करने के समान होगा.

    हाईकोर्ट ने याच‍िका खार‍िज करते वक्‍त क्‍या?
    कोर्ट ने कहा कि मुख्य याचिका की प्रार्थना में मांगी गई राहत याचिकाकर्ता की रिहाई और अंतरिम राहत देने के लिए आवेदन में मांगी गई प्रार्थना समान है. कोर्ट ने आदेश में कहा कि किसी मामले की सुनवाई और फैसला करते समय प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए दोनों पक्षों को निष्पक्षता से सुनना हमारा कर्तव्य है. कोर्ट ने कहा कि वर्तमान मामले पर निर्णय लेने के लिए प्रवर्तन निदेशालय का जवाब आवश्यक और महत्वपूर्ण है.

    केजरीवाल ने हाईकोर्ट में दी क्‍या दलील?
    केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष दलील दी कि उनकी गिरफ्तारी का उद्देश्य सामग्री ढूंढना नहीं, बल्कि उन्हें और उनकी पार्टी को कमजोर करना था. उन्होंने तत्काल रिहाई का आग्रह किया. आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो को 28 मार्च तक के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेजा गया था. उनहोंने एजेंसी द्वारा उनकी गिरफ्तारी और उत्पाद शुल्क नीति मामले के संबंध में ट्रायल कोर्ट द्वारा पारित रिमांड आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट का रुख किया. केजरीवाल की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को हाईकोर्ट से उनकी रिहाई का आदेश देने का आग्रह किया, क्योंकि उनकी ईडी हिरासत गुरुवार को खत्‍म हो रही है.

    मुख्य याचिका पर शीघ्र सुनवाई की सिंघवी के अनुरोध पर आपत्ति जताते हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस.वी. राजू ने हुए कहा कि मुख्‍य याचिका उन्हें मंगलवार को ही सौंपी गई थी और उन्‍हें अपना पक्ष रिकॉर्ड पर लाने के लिए तीन हफ्ते का समय दिया जाना चाहिए. ईडी की ओर से पेश एएसजी ने कहा कि अंतरिम राहत के लिए भी जवाब दाखिल करने को उचित समय दिया जाना चाहिए.

  • लोकसभा निर्वाचन – 2024 नागरिकगण सी – विजिल एप से आदर्श आचरण संहिता और निर्वाचन संबंधी शिकायत कर सकते है दर्ज

    लोकसभा निर्वाचन – 2024 नागरिकगण सी – विजिल एप से आदर्श आचरण संहिता और निर्वाचन संबंधी शिकायत कर सकते है दर्ज

    कटनी। 

     कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवि प्रसाद ने पूरी निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतने अधिकारियों को सख्त हिदायत दिया है। उन्होंने आम नागरिको से आग्रह किया है कि वे आदर्श आचरण संहिता और निर्वाचन संबंधी शिकायत सी- विजिल एप पर भी दर्ज कर सकते हैं। आम नागरिकों की सुविधा के लिये आयोग द्वारा तैयार किये गये सी -विजिल एप को मोबाइल पर डाउनलोड किया जा सकता है।            एप के माध्यम से कोई भी नागरिक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले की शिकायत फोटो एवं वीडियो सहित स्थल से ही कर सकेगा। एप पर शिकायत मिलते ही जिला निर्वाचन कार्यालय में बिना संपर्क केन्द्र तुरंत इसकी जानकारी संबंधित क्षेत्र के फ्लाइंग स्क्वाड को देगा। फ्लाइंग स्क्वाड फोटो अथवा वीडियो की लोकेशन के आधार पर स्थल पर 100 मिनट के भीतर पहुंचेगा और तुरंत कार्रवाई कर अपनी रिपोर्ट एप के माध्यम से ही जिला निर्वाचन कार्यालय को देगा ।

     कलेक्टर प्रसाद ने राजनैतिक दलों एवं उम्मीदवारों की सुविधा के लिए विभिन्न अनुमतियों संबंधी ऑनलाईन आवेदन करने हेतु बनाये गये सुविधा एप के बारे में भी राजनैतिक दलों की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में पहले ही जानकारी प्रदान कर दी है। कलेक्टर प्रसाद ने बताया कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार और राजनैतिक दल अनुमतियां प्राप्त  करने सिंगल विंडो सिस्टम का भी उपयोग कर सकते हैं।