Category: राज्य

  • चीन को लेकर ट्रंप की नीति पर भारत की होगी नजर, हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति को लेकर प्रयास जारी

    चीन को लेकर ट्रंप की नीति पर भारत की होगी नजर, हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति को लेकर प्रयास जारी

    नई दिल्ली।

    अमेरिकी राजनीति में सबसे ऐतिहासिक कमबैक करने के बाद आम तौर पर दुनिया के तमाम विशेषज्ञ मान रहे हैं कि डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की कई नीतियां मौजूदा वैश्विक व्यवस्था में उथल-पुथल मचा सकती हैं। यूक्रेन-रूस युद्ध से लेकर पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष के अलावा विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) जैसे संगठनों की भूमिका और पर्यावरण सुरक्षा को लेकर ट्रंप की नीतियां मौजूदा जो बाइडन सरकार से बिल्कुल अलग हो सकती हैं। लेकिन जहां तक भारत की बात है तो यहां के नीतिकार ट्रंप की दो प्रमुख नीतियों पर नजर रखेंगे।
    पहली, हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर चीन की आक्रामक गतिविधियों को रोकने और दूसरी, चीन निर्मित उपकरणों पर अमेरिकी निर्भरता को खत्म करने को लेकर नई सरकार की नीति।

    ट्रंप की जीत ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का रास्ता खोल दिया
    जानकारों का कहना है कि ट्रंप प्रशासन की उक्त दोनों नीतियों से भारत को फायदा ही होगा। प्रमुख रणनीतिक विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी का कहना है कि ट्रंप की जीत ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने का रास्ता खोल दिया है और साथ ही यह भारत के साथ संबंधों में फिर से परस्पर आदर भाव डालने का काम करेगा। बाइडन प्रशासन के भीतर के लोगों के हस्तक्षेप की वजह से भारत के साथ अमेरिका के रिश्तों में तनाव आ गया था।

    भारत और अमेरिका के रिश्ते और गहरे होंगे
    पिछले वर्ष तक अमेरिका में राजदूत रहे तरणजीत सिंह सिद्धू ने एक मीडिया चैनल को बताया है कि ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में भारत और अमेरिका के रिश्ते और गहरे होंगे। खास तौर पर रणनीतिक क्षेत्र में। कई क्षेत्रों में यह साझेदारी और प्रगाढ़ होगी। यह भी याद रखना होगा कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका की पहली नीति ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में जारी की थी और इसमें हमेशा भारत की एक अहम भूमिका होगी।

  • दिल्ली में धूमधाम से छठ महापर्व का आयोजन: आतिशी

    दिल्ली में धूमधाम से छठ महापर्व का आयोजन: आतिशी

    नई दिल्ली ।

    दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने छठ महापर्व पर सभी को बधाई देते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार ने जो व्यवस्था की है, उसके मुताबिक व्रतियों को 1 किलोमीटर से ज्यादा दूर अपने घर से नहीं जाना पड़ेगा। जगह-जगह पर दिल्ली सरकार ने छठ घाट बनाए हैं। सीएम आतिशी ने कहा है कि छठ पर्व की नहाय-खाय के साथ शुरुआत हो गई है और पूर्वांचली भाई-बहन आज से अपने व्रत की शुरुआत करेंगे। एक समय ऐसा था जब दिल्ली में रहने वाले हमारे पूर्वांचली भाई-बहनों को छठ पर्व मनाने के लिए ट्रेन और बसों में भर-भरकर अपने गांव जाना पड़ता था। लेकिन, मुझे खुशी है कि पिछले 10 साल में जब से दिल्ली में “आप” सरकार बनी है तब से इस छठ के महापर्व को बहुत धूमधाम से दिल्ली में मनाया जाता है, ताकि जो लोग दिल्ली में काम करते हैं, उन्हें अपने इस त्योहार को मनाने के लिए दिल्ली छोड़ना ना पड़े, क्योंकि दिल्ली पूर्वांचली भाई-बहनों का भी घर है।

    आतिशी ने बताया है कि इस बार भी दिल्ली में छठ पर्व का भव्य आयोजन किया जा रहा है और 7 नवंबर को दिल्ली में छुट्टी की घोषणा की गई है। अरविंद केजरीवाल के सीएम बनने से पहले दिल्ली में 60 छठ घाट होते थे। लेकिन, आज 10 साल बाद अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में 1,000 छठ घाट दिल्ली में बनाए जा रहे हैं। इन छठ घाटों पर आयोजन दिल्ली सरकार करवाती है। घाट बनाने, पानी का इंतज़ाम करने, मेडिकल सुविधा, डॉक्टर्स का इंतज़ाम आदि सभी काम दिल्ली सरकार के विभाग करते हैं।आतिशी ने कहा है कि दिल्ली सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है कि पूर्वांचली भाई-बहनों को पूजा करने के लिए अपने घर से 1 किलोमीटर से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा। जगह-जगह छठ घाट बनाए गए हैं और वहां पर विशेष इंतजाम भी किए गए हैं। इससे पहले सोमवार को आतिशी ने आईटीओ पर बने छठ घाट का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को हर व्यवस्था मुकम्मल करने के निर्देश दिए थे।

  • खरगे ने अपनी ही सरकार पर उठाई उंगली, तो कठघरे में घिरी कांग्रेस, क्या चुनाव में बंद होंगे मुफ्त के वादे

    खरगे ने अपनी ही सरकार पर उठाई उंगली, तो कठघरे में घिरी कांग्रेस, क्या चुनाव में बंद होंगे मुफ्त के वादे

    नईदिल्ली  ।

    मुफ्त की रेवड़ी के कारण अर्थव्यवस्था पर पडऩे वाले असर के बारे में जो बात लगातार भाजपा की ओर से कही जा रही थी, कुछ दिन पहले वह बात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कही और राजनीति फिर से गरम हो गई। कांग्रेस कठघरे में घिर गई। पर राजनीति और खासतौर से कर्नाटक में बहस इस पर तेज है कि आखिर खरगे ने सार्वजनिक तौर पर ऐसी बात कही क्यों। महिलाओं के लिए फ्री सेवा खत्म करने या समीक्षा करने की बात जो सिर्फ कर्नाटक में रह जाती उसकी गूंज पूरे देश में फैलाना क्या कोई चूक थी या इसके पीछे कोई सोच थी।खरगे सिर्फ कर्नाटक के कांग्रेस नेताओं को संदेश देना चाहते थे या फिर राष्ट्रीय स्तर पर। माना जा रहा है कि अनुभवी खरगे ने एक साथ सबको संदेश दिया है और खुद को एक स्तर पर अलग भी खड़ा किया है। परोक्ष रूप से उन्होंने यह संदेश दे दिया है कि पार्टी के अंदर कई बातों से वह खुद सहमत नहीं हैं। पहले छत्तीसगढ़ व राजस्थान और फिर हरियाणा की हार के बाद कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के अंदर इस बात की छटपटाहट दिखी है कि पार्टी के ही बड़े नेता संगठन से खुद को बड़ा समझते रहे हैं।

    राष्ट्रीय नेतृत्व उनपर लगाम लगाने में असमर्थ रहा है। जिस तरह उन्होंने बजट को ध्यान में रखते हुए ही चुनावी घोषणाओं की बात कही, उससे यह भी संदेश जाता है कि लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए बड़े और खर्चीले वादों को लेकर भी वह पूरी तरह सहमत नहीं थे। पर रोचक तथ्य यह है कि यह बोलने के लिए उन्होंने बंद दरवाजे के अंदर की मीटिंग नहीं बल्कि ऐसा मंच ढूंढा जहां पूरे प्रदेश की मीडिया मौजूद थी। उन्होंने कहा- मैंने सुना है कि फ्री बस सेवा समाप्त किया जा रहा है। उन्हें मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और वित्त मंत्री डी शिवकुमार ने तत्काल दुरुस्त किया और कहा कि समाप्त नहीं समीक्षा करने की बात कही गई है। सच्चाई क्या है यह तो खुद खरगे ही बता सकते हैं लेकिन इस घटना के पहले की कुछ घटनाएं बताती हैं कि कर्नाटक कांग्रेस और सरकार के अंदर बहुत कुछ उथलपुथल चल रहा है और खरगे इससे नाखुश हैं।खरगे ने 31 अक्टूबर को उक्त वक्तव्य दिया था। उससे पहले 25 अक्टूबर को शिवकुमार के भाई डीके सुरेश ने उपचुनाव मे जा रहे चन्नपट्टना सीट से सीपी योगेश्वर की उम्मीदवारी पर असंतोष जताया था। दरअसल लोकसभा चुनाव मे सुरेश की हार के लिए योगेश्वर की भूमिका पर उंगली उठाई जाती है। प्रदेश में मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवकुमार की महत्वाकांक्षा किसी से छिपी नहीं है और यह भी सच है कि योगेश्वर की जीत सिद्धरमैया को मजबूत करेगी। कुछ दिन पहले ही जमीन आवंटन को लेकर सिद्धरमैया घेरे में थे और उसी बीच खरगे के परिवार के ट्रस्ट को लेकर जमीन आवंटन का मामला भी तूल पकड़ गया था।प्रदेश में भाजपा इस मुद्दे को लेकर आक्रामक है।

    दूसरी तरफ एक महीने पहले तक राजग के लिए कमजोर माने जा रहे महाराष्ट्र में लड़ाई अब बराबरी पर है और कुछ मायनों मे विपक्षी घटक अघाड़ी के अंदर ही प्रतिस्पर्धा इतनी तेज है कि आत्मघाती भी हो सकती है। हरियाणा की हार के बाद सहयोगी दलों ने कांग्रेस पर इस कदर दबाव बढ़ा दिया है कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य के उपचुनाव में एक भी सीट लडऩे को नहीं मिली। जाहिर तौर पर बतौर अध्यक्ष खरगे सार्वजनिक मंच से ही प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के नेताओं को संदेश भी देना चाहते थे और खुद के लिए स्पेस भी बनाना चाहते थे।वह उन्होंने कर दिया। यह देखना रोचक होगा कि बजट को ध्यान में रखते हुए चुनावी घोषणाओं की उनकी सलाह पर कांग्रेस कितना अमल करती है।

  • LPG के दाम में 62 रुपए की बढ़ोतरी, दीवाली पर बड़ा झटका

    LPG के दाम में 62 रुपए की बढ़ोतरी, दीवाली पर बड़ा झटका

    नईदिल्ली

    दिवाली के अगले ही दिन शुक्रवार, एक नवंबर को तेल कंपनियों ने महंगाई के मोर्चे पर झटका दिया है. आज से कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर महंगा हो गया है. ताजा रेट के मुताबिक कमर्शियल सिलेंडर के दाम में 62 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इंडियन ऑयल के अनुसार, राजधानी दिल्ली में कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1802 रुपये हो गई है. कोलकाता में 19 किलो वाले कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर के दाम 1911.50 रुपये हो गए. मुंबई में कमर्शियल सिलेंडर महंगा होकर 1754.50 रुपये हो गया. वहीं, चेन्नई में इसका रेट 1964.50 रुपये हो गया. मुंबई में कमर्शियल LPG के रेट में 62 रुपये का इजाफा हुआ है. कोलकाता में कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमत में 61 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. चेन्नई में कमर्शियल LPG सिलेंडर 61.50 रुपये महंगा हुआ है.

  • दिल्ली में हर जगह दिख रही ‘प्रदूषण’ की धुंध, चेन्नई में लोगों को हो रही सांस लेने में दिक्कत

    दिल्ली में हर जगह दिख रही ‘प्रदूषण’ की धुंध, चेन्नई में लोगों को हो रही सांस लेने में दिक्कत

    नई दिल्ली।

     देश के तमाम बड़े शहरों में प्रदूषण की कोई कमी नहीं है। लेकिन दीवाली के मौके पर प्रदूषण का लेवल कई गुना ज्यादा बढ़ गया। दिल्ली में सुबह होते ही हर जगह सिर्फ प्रदूषण की धुंध दिखाई दे रही है। अगर कोई इंसान सांस का मरीज तो वह घर से बाहर ही न निकले क्योंकि उसको सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। दिल्ली-एनसीआर की हवा ‘गंभीर’ स्तर तक पहुंच गई है। कई जगह तो एक्यूआई 350 पार कर गया है। राजधानी दिल्ली में इस बार भी दीवाली पर आतिशबाजी पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था, इसके बावजूद दिल्ली और एनसीआर में जमकर आतिशबाजी हुई। गुरुवार शाम ढ़लते ही लोग पटाखे छोड़ने शुरू कर दिए। नई दिल्ली इलाके में भी लोग जमकर आतिशबाजियां की। इस कारण दिल्ली-एनसीआर की हवा ‘गंभीर’ स्तर तक पहुंच गई। आनंद विहार और सरिता विहार में एक्यूआई लेवल 300 पार कर गया है। लोगों की आंखों में जलन महसूस हो रही है।

    चेन्नई में वायु प्रदूषण रिकॉर्ड स्तर पर
    दिवाली पर पटाखे फोड़े जाने के कारण चेन्नई और आसपास के जिलों में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। हवा की गुणवत्ता में इस गिरावट से सांस की समस्या वाले लोगों के लिए परेशानी पैदा हो गई है। तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सूत्रों के अनुसार, चेन्नई के तीन क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खराब हो गया है, मनाली में स्तर 254, अरुंबक्कम में 210 और पेरुंगुडी में 201 तक पहुंच गया है।

  • पीएम मोदी कल लॉन्च करेंगे 70 से ऊपर के बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना

    पीएम मोदी कल लॉन्च करेंगे 70 से ऊपर के बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना

    नईदिल्ली  ।

    आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी नागरिकों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 अक्टूबर यानी मंगलवार को स्वास्थ्य बीमा की शुरुआत करेंगे। इससे लगभग 4.50 करोड़ परिवारों के छह करोड़ नागरिकों को लाभ मिलेगा।एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र का प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह गरीब हो, मध्यम वर्गीय हो या फिर अमीर, आयुष्मान कार्ड पाने के लिए पात्र है और विस्तारित योजना शुरू होने पर एबी पीएमजेएवाई के तहत किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकता है।
    एक सितंबर 2024 तक 12,696 निजी अस्पतालों सहित कुल 29,648 अस्पतालों को पीएमजेएवाई के तहत सूचीबद्ध किया गया है।यह योजना वर्तमान में दिल्ली, ओडिशा और बंगाल को छोडक़र 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू की जा रही है। सूत्र ने बताया कि आधार कार्ड में दर्ज उम्र के अनुसार 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होगा। उन्होंने कहा कि नियमित टीकाकरण का इलेक्ट्रानिक पंजीकरण और रिकार्ड रखने के लिए विकसित यू-विन पोर्टल को भी उसी दिन प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया जाएगा।यह पोर्टल अभी पायलट आधार पर संचालित किया जा रहा है। सूत्र ने बताया कि इन दोनों परियोजनाओं के अलावा मंगलवार को प्रधानमंत्री द्वारा कुछ अन्य परियोजनाओं की भी शुरुआत की जाएगी। यू-विन प्लेटफार्म कोविड-19 टीका प्रबंधन प्रणाली को-विन की तरह है। इसे सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ जन्म से लेकर 17 वर्ष की उम्र तक के बच्चों के टीकाकरण का स्थायी डिजिटल रिकार्ड रखने के लिए विकसित किया गया है। इससे टीकाकरण प्रणाली के डिजिटलीकरण के साथ, निर्धारित टीकाकरण अवधि में देश में कहीं भी टीकाकरण सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है। यह पोर्टल सिस्टम पंजीकरण पुष्टिकरण, आगामी टीकाकरण को याद दिलाने के लिए एसएमएस अलर्ट भी भेजता है।हाल ही में ये स्पष्ट किया गया था कि 70 साल या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक जो निजी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों या कर्मचारी राज्य बीमा योजना के अंतर्गत हैं, वे एबी पीएम-जेएवाई के तहत लाभ प्राप्त करने के पात्र होंगे। एबी पीएम-जेएवाई दुनिया की सबसे बड़ी सार्वजनिक रूप से वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना है, जो 12.34 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर प्रदान करती है।

  • दीपावली से देपसांग-डेमचोक में पेट्रोलिंग शुरू करेगी आर्मी, एलएसी पर तैनात सैनिकों की संख्या नहीं घटाएगी भारतीय सेना

    दीपावली से देपसांग-डेमचोक में पेट्रोलिंग शुरू करेगी आर्मी, एलएसी पर तैनात सैनिकों की संख्या नहीं घटाएगी भारतीय सेना

    नई दिल्ली। 

    भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के दो महत्वपूर्ण मोर्चों डेमचोक और देपसांग में तनातनी खत्म करने पर बनी सहमति के बाद दोनों देशों ने अपने सैनिकों को पीछे हटाने की गति तेज कर दी है। दोनों देशों के सैनिक सैन्य साजोसमान, अस्थायी शेड और टेंट हटाकर पीछे लौट रहे हैं। दोनों देश अपने-अपने सैनिकों को 28-29 अक्टूबर तक विवाद के दोनों प्वाइंट से पीछे हटा लेंगे।भारतीय सेना 31 अक्टूबर यानी दीपावली के दिन से डेमचोक और देपसांग में सशस्त्र पेट्रोलिंग शुरू कर देगी। देपसांग और डेमचोक में अप्रैल, 2020 से पहले की स्थिति के अनुरूप भारतीय सेना पेट्रोलिंग सुनिश्चित करेगी। भारत की ओर से इस बारे में चीन को जानकारी भी दे दी गई है। एलएसी पर टकराव खत्म करने के लिए भारत-चीन के बीच ताजा सहमति डेमचोक और देपसांग के इलाके में ही पेट्रोलिंग शुरू करने को लेकर बनी है।सैन्य सूत्रों के अनुसार, नवीनतम समझौता केवल इन दोनों इलाकों के विवाद की जड़ बने अग्रिम मोर्चों तक सीमित है और गलवन घाटी, हाट स्पि्रंग, गोगरा जैसे इलाकों के मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच अलग-अलग स्तरों पर वार्ता जारी रहेगी। सैन्य सूत्र ने कहा कि अप्रैल, 2020 से पूर्व की स्थिति के अनुरूप पेट्रोलिंग सुनिश्चित करने पर भारतीय सेना के टिके रहने के कारण ही डेमचोक-देपसांग में टकराव का समाधान निकालने में ज्यादा वक्त लगा।

  • लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का एक्शन, देशभर में सात शूटर्स गिरफ्तार

    लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का एक्शन, देशभर में सात शूटर्स गिरफ्तार

    नई दिल्ली

    लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ी कार्रवाई की है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 7 शूटर्स गिरफ्तार हुए हैं। सभी शूटर्स की गिरफ्तारी पंजाब और अन्य राज्यों से की गई है। पुलिस ने शूटर्स के पास से हथियार भी बरामद किए हैं। बताया जा रहा है, यह सभी शूटर्स लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह से जुड़े हैं। पुलिस अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी देते हुए कहा, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कम से कम सात संदिग्ध शूटरों को गिरफ्तार किया है जो राजस्थान में किसी को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे। ये गिरफ्तारियां 12 अक्टूबर को मुंबई में एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की सनसनीखेज हत्या के कुछ दिनों बाद हुई हैं। हत्या की जिम्मेदारी बिश्नोई गैंग ने ली है। अधिकारियों ने कहा कि सात गिरफ्तारियां पंजाब और अन्य राज्यों से की गईं और पकड़े गए लोगों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि ऐसा संदेह है कि वे आरज़ू बिश्नोई के निर्देश पर राजस्थान में किसी को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे, जो जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी विश्वासपात्र है।

  • डीजे साउंड से 13 साल के बच्चे की मौत का मामलाः हाईकोर्ट ने सरकार और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को जारी किया नोटिस, चार सप्ताह में मांगा जवाब

    डीजे साउंड से 13 साल के बच्चे की मौत का मामलाः हाईकोर्ट ने सरकार और प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को जारी किया नोटिस, चार सप्ताह में मांगा जवाब

    बता दें कि बीते दिनों दुर्गा उत्सव के दौरान विसर्जन समारोह में 13 साल के बच्चे की मौत हुई थी। मृतक राजधानी के साईं बोर्ड स्थित स्लम एरिया का रहने वाला पांचवीं कक्षा का छात्र था। 14 अक्टूबर को 13 साल के समर बिल्लोरे की दुर्गा विसर्जन झांकी के दौरान डीजे की तेज आवाज सुनते ही मौत हो गई थी। प्रतिमा विसर्जन के दौरान सब लोग डीजे की धुन पर नाच रहे थे। वहीं 13 साल का समर भी नाच रहा था। बच्चा अचानक नाचते-नाचते जमीन पर गिर पड़ा। परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे घोषित कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि डीजे की तेज आवाज के कारण समर को हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई।

  • सरकार दो साल के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के साथ सरदार पटेल की 150वीं जयंती मनाएगी

    सरकार दो साल के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के साथ सरदार पटेल की 150वीं जयंती मनाएगी

    दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को घोषणा की कि सरकार देश में सरदार वल्लभभाई पटेल के उल्लेखनीय योगदान का सम्मान करने के लिए 2024 से 2026 तक दो साल के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के साथ उनकी 150वीं जयंती मनाएगी।

    शाह ने कहा कि दुनिया के सबसे मजबूत लोकतंत्रों में से एक की स्थापना के दूरदर्शी शिल्पकार के रूप में सरदार पटेल की स्थायी विरासत और कश्मीर से लक्षद्वीप तक भारत को एकजुट करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका अमिट है।

    उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उनके उल्लेखनीय योगदान का सम्मान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार 2024 से 2026 तक दो साल के राष्ट्रव्यापी उत्सव के साथ उनकी 150वीं जयंती मनाएगी।’’

    गृह मंत्री ने कहा कि यह उत्सव सरदार पटेल की उल्लेखनीय उपलब्धियों और एकता की भावना के प्रमाण के रूप में काम करेगा, जिसके वह प्रतीक थे। पटेल का जन्म गुजरात के नडियाद में 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था।

    केंद्र सरकार राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को संरक्षित और मजबूत करने में सरदार पटेल के समर्पण को रेखांकित करते हुए 2014 से 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मना रही है। भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री के रूप में पटेल को 550 से अधिक रियासतों के भारत संघ में विलय का श्रेय दिया जाता है।