Category: राज्य

  • रूस में आज से शुरू होगी BRICS विदेश मंत्रियों की बैठक

    रूस में आज से शुरू होगी BRICS विदेश मंत्रियों की बैठक

    नई दिल्ली।

     भारत ने विश्व बंधु की अपनी भूमिका को आगे बढ़ाते हुए ग्लोबल साउथ के मुद्दों और चुनौतियों को विदेश मंत्रियों के दो दिवसीय ब्रिक्स सम्मेलन में उठाने की तैयारी कर ली है। यह बैठक सोमवार को रूस के निझनी नोवगोरोड में शुरू होगी जहां सदस्य देशों के मंत्री समूह के विस्तार के जनवरी में तैयार फॉर्मूले को लेकर पहली मुलाकात करेंगे। रूसी विदेशी मंत्री सर्गेई लावरोव की अध्यक्षता में ब्रिक्स की दस जून को शुरू होने वाली बैठक में भारत, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, चीन और अन्य आमंत्रित सदस्य देशों के विदेश मंत्री सोमवार को परंपरागत बैठक में हिस्सा लेंगे।

    इसके बाद मंगलवार को विस्तारित बैठक में रूस की ओर से आमंत्रित 15 देशों के सदस्य भी शामिल होंगे। इस बैठक में मौजूदा जियोपॉलिटिक्स के मुद्दों और वैश्विक सुशासन प्रणाली में सुधार को लेकर भी चर्चा होगी। इसमें विकासशील देशों की बढ़ती भूमिका पर भी चर्चा होगी। उल्लेखनीय है कि रविवार की शाम को तीसरी बार की मोदी सरकार में केबिनेट सदस्य के तौर पद और गोपनीयता की शपथ लेने के तुरंत बाद भारत के नवनियुक्त विदेश मंत्री रूस के लिए रवाना हो जाएंगे।

  • पीएम मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने ली शपथ, 27 ओबीसी और 10 एससी वर्ग से

    पीएम मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने ली शपथ, 27 ओबीसी और 10 एससी वर्ग से

    नई दिल्ली/ राष्ट्रपति भवन में नरेंद्र मोदी सरकार का शपथ ग्रहण चल रहा है. इस बार के चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, हालांकि, उसकी अगुवाई वाला एनडीए गठबंधन बहुमत का आंकड़ा पार करने में सफल रहा है.
    नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है. मोदी के साथ-साथ 71 सांसदों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. इन 71 मंत्रियों में से 30 से कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले और 36 ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है. इनमें 27 ओबीसी से हैं जबकि 10 एससी वर्ग से आते हैं. इसके साथ-साथ मोदी कैबिनेट में 18 सीनियर नेताओं को भी जगह दी गई है. दो पूर्व सीएम को भी मोदी सरकार में शामिल किया गया है. इसके साथ-साथ एनडीए सहयोगी दलों के कई सीनियर नेताओं को भी मंत्री बनाया गया है. इस बार के चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, हालांकि, उसकी अगुवाई वाला एनडीए गठबंधन बहुमत का आंकड़ा पार करने में सफल रहा है. किन-किन सांसदों को मंत्री बनाया गया है,
    Cabinet minister Full list Updates:

    सबसे पहले नरेंद्र मोदी ने पीएम पद की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शपथ दिलाई.
    इसके बाद राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शपथ ली.
    अमित शाह ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री के रुप में शपथ ली है.
    राष्ट्रपति ने बीजेपी नेता नितिन गडकरी को केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई है.
    बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.
    बीजेपी नेता निर्मला सीतारमण ने NDA सरकार में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है.
    पिछली सरकार में विदेश मंत्री रहे एस जयंशकर ने NDA सरकार में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.
    मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी सरकार में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ले ली है.
    पीयूष गोयल ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ले ली है. गोयल पिछली सरकार में भी केंद्रीय मंत्री थे.
    ओडिशा से बीजेपी नेता धर्मेंद्र प्रधान ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. प्रधान इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री थे.
    एचडी कुमारस्वामी ने मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.
    हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर ने मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.
    जीतनराम मांझी ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. मांझी बिहार से आते हैं, राज्य की मुसहर जाति में अच्छी पकड़ है.
    जेडीयू नेता ललन सिंह ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. सामान्य वर्ग से आने वाले ललन सिंह जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
    सर्बानंद सोनेवाल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है.सोनेवाल असम की डिब्रूगढ़ सीट से लोकसभा पहुंचे हैं.
    डॉ वीरेंद्र कुमार ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. सोनेवाला के असम से आने वाले यह दूसरे नेता हैं.
    आंध्र प्रदेश से राममोहन नायडू ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. नायडू को टीडीपी कोटे से मंत्री बनाया गया है.
    बीजेपी नेता प्रह्लाद जोशी ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. जोशी पांच बार के सांसद हैं और इससे पहले केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं.
    जुएल उरांव ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. उरांव कई बार के सांसद हैं. उरांव कई बार के सांसद हैं और राजनीति का अच्छा खासा अनुभव भी है. ओडिशा की सुंदरगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं
    बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. गिरिराज सिंह पहली बार 2014 में सांसद निर्वाचित हुए थे. इस बार के लोकसभा चुनाव में बिहार की बेगुसराय सीट से जीत हासिल की है.
    अश्विनी वैष्णव ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. वैष्णव पिछली सरकार में भी कैबिनेट मंत्री थे और रेल मंत्रालय संभाल रहे थे. ओडिशा से बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं. पूर्व आईएएस अधिकारी भी हैं.
    बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. सिंधिया इस बार गुना लोकसभा सीट से मैदान में थे. सिंधिया पिछली सरकार में भी मंत्री रहे हैं. यहां से पांच बार सांसद रह चुके हैं.
    बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. यादव अलवर सीट से बीजेपी सांसद हैं. मोदी 2.0 में भी केंद्रीय मंत्री थे.
    गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. शेखावत राजस्थान की जोधपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं. पिछली सरकार में जलशक्ति मंत्री थे.
    अन्नपूर्णा देवी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. अन्नपूर्णा देवी को झारखंड में ओबीसी वर्ग का बड़ा चेहरा माना जाता है. ये कोडरमा सीट से बीजेपी सांसद हैं और दूसरी बार मंत्री बनी हैं.
    किरेन रिजिजू ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. रिजिजू मोदी के पहले और दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री थे. रिजिजू अरुणाचल वेस्ट से बीजेपी सांसद हैं.
    हरदीप सिंह पुरी ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. पुरी मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में भी मंत्री थे. बीजेपी ने इन्हें यूपी से राज्यसभा भेजा है. पूर्व आईएफएस अधिकारी हैं.
    डॉ. मनसुख मांडविया ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. मांडविया 2012 से लगातार राज्यसभा सांसद रहे हैं. इस बार पोरबंदर लोकसभा सीट से पहली बार लोकसभा पहुंचे हैं.
    जी किशन रेड्डी ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. रेड्डी इस बार सिकंदराबाद लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं. 2014 से 2018 तक तेलंगाना में विधायक भी रहे हैं. मोदी के दूसरे कार्यकाल में भी केंद्रीय मंत्री थे.

    एलजेपी आरवी के नेता चिराग पासवान ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. 41 साल के चिराग पासवान ने एक बार फिर से अपनी पार्टी को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई है. चिराग बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट से सांसद बने हैं.
    सीआर पाटिल ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. पाटिल गुजरात की नवसारी लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं. पाटिल पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं. गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष हैं. चार बार सांसद बन चुके हैं.
    राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार

    राव इंद्रजीत सिंह ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है. सिंह गुडगांव लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं. इंद्रजीत ने छठी बार सांसद निर्वाचित हुए हैं. हरियाणा में यादवों का बड़ा चेहरा है. विधायक भी रह चुके हैं.
    जीतेंद्र सिंह ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ली है. मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में भी केंद्रीय मंत्री थे. 2014 से लगातार सांसद बन रहे हैं. उधमपुर से बीजेपी सांसद निर्वाचित हुए हैं. पीएमओ में भी मंत्री रहे हैं.
    अर्जुन राम मेघवाल ने भी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली है. मेघवाल 2009 ने लगातार सांसद निर्वाचित हो रहे हैं. मेघवाल इस बार राजस्थान की बीकानेर सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं.
    प्रतापराव जाधव ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली है. प्रतापराव पहली बार केंद्र में मंत्री बन रहे हैं. लागातार चौथी बार सांसद चुने गए हैं. महाराष्ट्र के बुलढान लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं. शिंदे गुट के नेता हैं.
    आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ग्रहण की है. चौधरी इसी साल एनडीए में शामिल हुए हैं. जुलाई 2022 से राज्यसभा सांसद हैं और आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं.
    राज्य मंत्री
    जितिन प्रसाद ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है. जितिन प्रसाद यूपी की पीलीभीत लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं. यूपी के बड़े ब्राह्मण नेताओं में गिने जाते हैं. 3 बार के लोकसभा सांसद हैं.
    श्रीपद यशो नाइक ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है. नाइक मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में मंत्री रहे चुके हैं. नॉर्थ गोवा लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद हैं.
    पंकज चौधरी ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है. पंकज चौधरी की गिनती पूर्वांचल में कद्दावर कुर्मी नेताओं में होती है. यूपी के महाराजगंज से बीजेपी सांसद निर्वाचित हुए हैं.
    कृष्णपाल ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है. कृष्णपाल मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में भी मंत्री थे. इस बार के चुनाव में हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं.
    रामदास अठावले ने राज्य मंत्री पद के रूप में शपथ ली है. महाराष्ट्र में आरपीआई (ए) से राज्यसभा सांसद हैं. 3 बार के लोकसभा सांसद रहे हैं. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी मंत्री रहे हैं.
    रामनाथ ठाकुर ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है. सामाजिक न्याय के अगुआ कहे जाने वाले कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं. दो बार से राज्यसभा सांसद हैं. बिहार सरकार में मंत्री भी रहे हैं. पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं.
    नित्यानंद राय ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली है. इस बार बिहार की उजियारपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं. तीन बार के सांसद रहे हैं. मोदी सरकार में गृहराज्य मंत्री भी रह चुके हैं.
    अनुप्रिया पटेल ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली हैं. अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर की लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार सांसद चुनी गई हैं. मोदी सरकार में पहले भी मंत्री रह चुकी हैं.
    वी सोमन्ना ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली है. सोमन्ना कर्नाटक सरकार में कई बार मंत्री भी रह चुके हैं. इस बार कर्नाटक की तुमकुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं.
    डॉ चंद्रशेखर पेम्मासानी ने भी राज्य मंत्री पद की शपथ ली है. पेम्मासानी गुंटूर लोकसभा सीट से टीडीपी सांसद हैं. अमेरिका से डॉक्टर की डिग्री हासिल की है. देश के सबसे अमीर सांसद भी हैं.
    एसपी सिंह बघेल ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली. बघेल आगरा लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद हैं. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी मंत्री रह चुके हैं.
    शोभा करांदलाजे ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली हैं. इस बार के लोकसभा चुनाव में बेंगलुरु उत्तर लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुई हैं. पूर्व सीएम येदियुरप्पा की करीबी मानी जाती हैं. पूर्व की सरकार में भी मंत्री थीं.
    कीर्तिवर्धन सिंह ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली है. सिंह 2014 में समाजवादी पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए. पांचवीं बार लोकसभा चुनाव जीता है. इस बार यूपी के गोंडा से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए हैं.
    बनवारी लाल वर्मा ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली है. यूपी में बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं. मोदी के दूसरे कार्यकाल में भी मंत्री थे. बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्य भी हैं. नवंबर 2020 में ये राज्यसभा सांसद चुने गए थे.
    शांतनु ठाकुर ने भी राज्य मंत्री पद की शपथ ली है. 2021 में मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी थे. मतुआ समुदाय से संबंध रखते हैं. बंगाल की बनगांव लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद निर्वाचित हुए हैं. दूसरी बार सांसद चुने गए हैं.
    सुरेश गोपी ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली है. गोपी केरल से आते हैं और बीजेपी सांसद हैं. मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार भी रह चुके हैं. केरल से बीजेपी के इकलौते सांसद हैं. इस बार त्रिशूर लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं.
    एल मुरुगन ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली है. तमिलनाडु के निलगिरी से चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए. मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं. चुनाव में ए राजा ने इनको मात दी है. पहले भी मंत्री रह चुके हैं.
    अजय टम्टा ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली है. टम्मा तीसरी बार लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए हैं. पहले भी केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं, उत्तराखंड के अल्मोड़ा लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं. विधायक भी रह चुके हैं.

  • तीसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी, ली शपथ

    तीसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी, ली शपथ

    नई दिल्ली।

    नरेंद्र मोदी की अगुआई में लगातार तीसरी बार NDA की सरकार बनी. नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।

    कैबिनेट गठन में ये हो रहे शामिल

    • 72 मंत्री शपथ लेंगे. • प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नई टीम में 30 अन्य कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं. • कैबिनेट में विभिन्न सामाजिक समूहों से नेतृत्व मिला है. 27 ओबीसी, 10 एससी, 5 एसटी, 5 अल्पसंख्यक जिसमें रिकॉर्ड 18 वरिष्ठ मंत्री शामिल हैं जो मंत्रालयों का नेतृत्व कर रहे हैं।11 एनडीए सहयोगी मंत्री भी साथ. • 43 मंत्री संसद में 3 या उससे अधिक कार्यकाल तक सेवा दे चुके हैं, 39 केंद्र सरकार में पहले भी मंत्री रह चुके हैं कई पूर्व सीएम, 34 राज्य विधानसभाओं में सेवा दे चुके हैं, 23 राज्यों में मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं।

  • शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे सफाई कर्मचारी और नई संसद बनाने वाले मजदूर,

    शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे सफाई कर्मचारी और नई संसद बनाने वाले मजदूर,

    नईदिल्ली

    शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सफाई कर्मचारी और नई संसद भवन बनाने वाले मजदूरों-कर्मचारियों को भी न्योता भेजा गया था।  राजौरी गार्डन के सफाई कर्मी सुरेंद्र ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आए हैं। हम सभी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि हम किसी प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने तरक्की की है, वह बहुत अच्छे से देश को चला रहे हैं। हम आगे भी उनके साथ ही रहेंगे। सीमा नामक एक अन्य सफाई कर्मचारी कहती हैं कि पहली बार किसी ने हमारे बारे में सोचा है, हमें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल कराया।

    हमारे लिए यह गर्व की बात है कि इस खास मौके पर हमें बुलाया गया।सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में शामिल रहे बिहार निवासी शकील इंतकाम ने बताया कि हमें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण मिला था। हमारे लिए यह बड़े सम्मान की बात है कि हम प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले शुभम तिवारी ने बताया कि मैंने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में काम किया है। शपथ ग्रहण समारोह में जाना हमारे लिए बहुत बड़ी गौरव की बात है। किसी भी सरकार ने हमारे लिए नहीं सोचा, लेकिन पीएम हमारे लिए सोच रहे हैं।

    मनीष कुमार उपाध्याय ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिलना हमारे लिए बहुत गौरव की बात है। कभी नहीं सोचा था कि हम लोग प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। पीएम मोदी देश के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। आज हम उनसे मिलने जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री ऐसे ही देश के लिए कार्य करते रहें।

  • बहुत कम लागत में शुरू करें इसकी खेती, सालों साल तक होगी अंधाधुंध कमाई

    बहुत कम लागत में शुरू करें इसकी खेती, सालों साल तक होगी अंधाधुंध कमाई

    नई दिल्ली।

    देश के किसान अब पारंपरिक खेती को छोड़कर नकदी फसल की ओर ध्यान दे रहे हैं। कुछ ऐसे ही किसान अब जोजोबा (Jojoba) की खेती में जुट गए हैं। यह एक विदेशी मूल का पौधा है।

    इंटरनेशनल मार्केट में जोजोबा की जबरदस्त मांग

    इसे होहोबा के नाम से भी जाना जाता है। इंटरनेशनल मार्केट में जोजोबा की काफी मांग है। भारत में भी अब इसकी खेती शुरू की गई है। यह फसल ज्यादातर रेगिस्तान वाले इलाकों में होती है। भारत में राजस्थान एक ऐसा राज्य है जहां के किसान फसल के जरिए लाखों की कमाई सालाना करते हैं।

    जोजोबा तेल की कीमत ₹ 7000 प्रति लीटर 

    जोजोबा की खेती का मुख्य मकसद इसके बीजों से तेल निकालना है। बाजार में इसके तेल की डिमांड बहुत ज्यादा है। इस तेल की कीमत करीब 7000 रुपये प्रति लीटर है। इस तेल का इस्तेमाल फेस और स्किन लिए मॉइस्चराइजर, शैंपू- कंडीशनर, हेयर ऑयल, लिपस्टिक, एंटी-एजिंग और सन केयर प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं इसका इस्तेमाल केमिकल्स और दवाइयां बनाने में भी बड़े पैमाने पर होता है।

    कैसे करें जोजोबा की खेती

    जोजोबा कई तनों वाला एक झाड़ीदार या छोटा पेड़ होता है। यह रेगिस्तानी इलाकों में भी उगता है। यह पेड़ 8 से 19 फीट तक लंबा होता है। इसकी खेती के लिए ज्यादा किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। थोड़ी सी सिंचाई करने पर जोजोबा के पौधे ग्रोथ करने लगते हैं। रेतीली मिट्टी में भी जोजोबा के पौधे उग आते हैं। इन पौधों को किसी भी तरह के खाद की कोई जरूरत नहीं रहता है। कुल मिलाकर जिन इलाकों में पानी का भारी संकट हो। उन इलाकों में भी जोजोबा की खेती कर मोटी कमी कर सकते हैं। रेगिस्तान और बंजर जमीन में भी किसानों के लिए नई उम्मीद है। इसके फायदों से अंजान किसान इसे बेहद कम खर्च में उगाकर बंपर कमाई कर सकते हैं।

    100 साल से ज्यादा पौधे की उम्र

    दुनिया भर में जोजोबा की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। इसलिए इसके दाम भी अच्छे मिल जाते हैं। जोजोबा के 20 किलो बीज से करीब 10 लीटर तेल निकाल सकते हैं। अगर एक बार इस पेड़ को लगा दिया तो कम से कम 100 साल तक कमाई कर सकते हैं।

  • महू की ऐतिहासिक विरासत को मिट्टी में न मिलाया जाए

    महू की ऐतिहासिक विरासत को मिट्टी में न मिलाया जाए

    मुंबई

    महू शहर की आर्मी पब्लिक स्कूल की पुरानी बिल्डिंग जो के कईं मायनो में शहर के लिए एक धरोहर है, जिसे सहेजने हेतु हम प्रयासरत हैं। चूंकि ये बिल्डिंग द्वितीय विश्व युद्ध के समय ब्रिटिश मेडिकल हॉस्पिटल के रूप में उपयोग की गई है, आर्किटेक्चर दृष्टिकोण से ये बहुत ही महत्वपूर्ण है। ये हमेशा से आर्मी की महत्वपूर्ण हेरिटेज बिल्डिंग रही है। पूर्व में इसके सामने एक हेरिटेज बिल्डिंग लिखा हुआ बोर्ड लगा हुआ था, जिसे कुछ समय पहले हटा दिया गया।

    यह बिल्डिंग आज भी इंजीनियरिंग दृष्टि से सशक्त है। 1856 में निर्मित इस बिल्डिंग का उपयोग लंबे समय तक आर्मी हॉस्पिटल के रूप में हुआ। उसके बाद 1953 में आर्मी सिंगल्स कोर की ट्रेनिंग के लिए इस इमारत को हेडक्वार्टर के रूप में इस्तेमाल किया गया। उसके बाद 1994 से आज तक इसे आर्मी पब्लिक स्कूल के रूप में जाना जाता है। यह इमारत इको फ्रेंडली तकनीक से बनी है जिसमें कमरे गर्मी में ठंडी और सर्दी में गर्म रहते हैं। 18 वीं सदी की यह दो मंजिला इमारत में तीसरी मंजिल के लिए भी छत छोड़ी गई थी। जो उस समय की आर्किटेक्ट तकनीक का बेहतरीन नमूना है क्योंकि उस समय दो मंजिला इमारतें भी कम ही बनती थीं। उस समय भारत में केवल दो शव गृह(मरचूरी) थे, एक मुंबई हॉस्पिटल और एक महू की इस इमारत में। इसकी दीवारें अब भी बहुत मजबूत है

    पुरातात्विक दृष्टि से यह इमारत महत्वपूर्ण है आर्मी द्वारा इसे हेरिटेज माना जाता है। तब इसे या इसमें उपयोग की गई सामग्री को न तो बेचा जा सकता है और ना ही इसे गिराया जा सकता है। साथ इसका अभी तक भी कोई भी भाग ऐसा जर्जर नहीं हुआ है, जिसे तोड़ा जाना महत्वपूर्ण हो। चूंकि ये बिल्डिंग काफी पुरानी है, इसलिए पूर्व छात्रों एवं हमारे शहर महू की महत्वपूर्ण धरोहर है जिसे शहर हित में सहेजे जाने की आवश्यकता है। इस विषय में ठोस कदम उठाकर इस इमारत को नहीं तोड़ा जाना चाहिए और इस हेतु संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन देना तय हुआ है । उचित कार्यवाही नहीं होने की दशा में पी आई एल भी लगाई जाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर परसंस्थाओं के नाम रोटरी क्लब, सामाजिक विचार मंच, वैश्य समाज, इनरव्हील क्लब, सर्व ब्राह्मण महिला मंडल, सिंग फॉर ए कॉस, लायनेस चांदनी क्लब, बाबा अमरनाथ यात्रा ग्रुप और आइडियल ग्रुप, हम फाउंडेशन शाखा महू के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

  • ब्रिटेन से 100 टन सोना क्यों लाया गया भारत? RBI गवर्नर ने बताई ये वजह

    ब्रिटेन से 100 टन सोना क्यों लाया गया भारत? RBI गवर्नर ने बताई ये वजह

    नई दिल्ली।

     भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय बैंक ब्रिटेन से 100 टन सोने का भंडार भारत लाया है. आरबीआई ने वित्त वर्ष 2023-24 में ब्रिटेन में संग्रहीत अपने 100 टन सोने को घरेलू तिजोरियों में ट्रांसफर कर दिया है.यह 1991 के बाद सोने का सबसे बड़ा ट्रांसफर है. वर्ष 1991 में विदेशी मुद्रा संकट से निपटने के लिए सोने के बड़े हिस्से को गिरवी रखने के लिए तिजोरियों से बाहर निकाला गया था।

    ब्रिटेन से 100 टन सोना वापस लाने का क्या मतलब- जानिए आरबीआई गवर्नर का जवाब

    दास ने यहां कहा कि विदेशों में रखे गए सोने की मात्रा लंबे समय से स्थिर थी. उन्होंने कहा, “हाल के वर्षों में आंकड़े बताते हैं कि रिजर्व बैंक अपने भंडार के हिस्से के रूप में सोना खरीद रहा है और इसकी मात्रा बढ़ रही है. हमारे पास घरेलू (भंडारण) क्षमता है.” आरबीआई गवर्नर ने कहा कि इसलिए यह फैसला लिया गया कि भारत के बाहर रखे सोने को लाकर देश में उसको रखा जाए. उन्होंने कहा, “बस इतना ही, क्योंकि देश में पर्याप्त भंडारण क्षमता है. इसका कोई और मतलब या मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।

    देश में कुल कितना सोने का भंडार?

    आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में देश के कुल स्वर्ण भंडार में 27.46 टन की बढ़ोतरी हुई और यह बढ़कर 822 टन हो गया. सूत्रों ने बताया कि सोने का एक बड़ा हिस्सा विदेश में जमा है. अन्य देशों की तरह भारत का सोना भी बैंक ऑफ इंग्लैंड के पास जमा है. भारत में 100 टन सोना वापस आने से स्थानीय स्तर पर भंडार में पड़े सोने की कुल मात्रा बढ़कर 408 टन से अधिक हो गई है. इसका अर्थ है कि स्थानीय और विदेशी होल्डिंग अब लगभग बराबर है.केंद्रीय बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में जारी किए गए नोटों के बदले स्थानीय स्तर पर 308 टन से अधिक सोना रखा गया है. इसके अलावा 100.28 टन सोना स्थानीय स्तर पर बैंकिंग विभाग की संपत्ति के रूप में रखा गया है. कुल स्वर्ण भंडार में से 413.79 टन सोना विदेशों में रखा गया है।

  • यूपी के कांग्रेस मुख्यालय के बाहर 1 लाख खटाखट लेने की लगी लाइन, पहली बार पीएम मोदी ने दी ऐसी प्रतिक्रिया

    यूपी के कांग्रेस मुख्यालय के बाहर 1 लाख खटाखट लेने की लगी लाइन, पहली बार पीएम मोदी ने दी ऐसी प्रतिक्रिया

    नई दिल्ली।

     लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने के बाद उत्तर प्रदेश में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दफ्तर के बाहर महिलाएं 1 लाख रुपये लेने के लिए पहुंच गईं थीं. इसका एक वीडियो भी सामने आया था. महिलाएं गारंटी कार्ड लेकर कांग्रेस के दफ्तर के बाहर पहुंचीं थी.मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं ने कहा कि चुनाव के दौरान INDIA अलायंस ने पैसे देने का वादा किया था. अब कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है. हम गारंटी कार्ड जमा करने आए हैं.अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका जिक्र शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA की बैठक में किया. एनडीए संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “10 साल बाद भी कांग्रेस 100 सीटों का आंकड़ा नहीं छू सकी. अगर 2014, 2019 और 2024 के चुनावों को मिला दें तो कांग्रेस को इतनी सीटें भी नहीं मिलीं, जितनी बीजेपी को इस चुनाव में मिलीं. मैं साफ देख सकता हूं कि इंडी गठबंधन के लोग पहले धीरे-धीरे डूब रहे थे, अब वे तेजी से डूबने वाले हैं।

    क्या कहा पीएम ने?

    पीएम ने कहा कि ये लोग कितने ही बड़े झूठ बोलते रहे हैं. आप देखिए चुनाव के समय उन्होंने देश के सामान्य नागरिक को गुमराह करने के लिए जो पर्चियां बांटी… कि ये देंगे वो देंगे… दो दिन से मैं देख रहा हूं कि कांग्रेस के दफ्तरों पर लोग कतार लगाकर खड़े हैं कि ये पर्ची है 1 लाख रुपया कहां है लाओ भाई… मांग रहे हैं लोग… यानी जनता जनार्दन की आंखों में आपने धूल झोंकी. उसको लग रहा था कि चार जून के बाद पैसे मिल जाएंगे. अब उनको धक्का मारा जा रहा है. निकाला जा रहा है. इस तरह की हरकतों को न कभी देश भूलता है और न कभी माफ करता है.मोदी ने कहा कि आज के वातावरण में देश को सिर्फ और सिर्फ एनडीए पर ही भरोसा है और जब इतना अटूट विश्वास और भरोसा है तो स्वाभाविक है कि देश की अपेक्षाएं भी बढ़ेंगी और मैं इसे अच्छा मानता हूं. मैंने पहले भी कहा था कि पिछले 10 साल का कार्य तो सिर्फ ट्रेलर है. और ये मेरा कमिटमेंट है… हमें और तेजी से और विश्वास से, और विस्तार से… देश की आकांक्षाओं को पूर्ण करने में रत्तीभर भी विलंब नहीं करना है।

  • शपथ ग्रहण समारोह में दिखेगी नेबरहुड फस्र्ट की झलक, शेख हसीना से लेकर प्रचंड तक नई

    शपथ ग्रहण समारोह में दिखेगी नेबरहुड फस्र्ट की झलक, शेख हसीना से लेकर प्रचंड तक नई

    दिल्ली  ।

    नौ जून, 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण समारोह में एक बार फिर पड़ोसी देशों की सरकारों के प्रमुखों के उपस्थित होने की संभावना है। देर शाम तक मिली जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना, नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने की पुष्टि कर दी है।शेख हसीना और प्रचंड शुक्रवार (सात जून) को ही नई दिल्ली पहुंच रहे हैं। इसके अलावा मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को भी आमंत्रित किए जाने की संभावना है। भूटान, सेशेल्स और मॉरीशस के प्रधानमंत्रियों को भी आमंत्रण भेजा रहा है। इसके अलावा भी विदेश मंत्रालय की तरफ से कुछ और विदेशी मेहमानों को आमंत्रित किए जाने को लेकर देर शाम तक कोशिश हो रही थी।पीएम मोदी ने अपने पहले शपथ ग्रहण समारोह (मई, 2014) में दक्षेस संगठन के सभी सदस्य देशों के प्रमुखों को आमंत्रित किया था। उस समय पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ भी भारत आए थे। पीएम मोदी के दूसरे शपथ ग्रहण समारोह में भी कुछ पड़ोसी देशों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया था।

    चूंकि, इस बार चुनाव के नतीजे निकलने और सरकार बनाने की स्पष्टता आने के तीन दिनों बाद ही शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन हो रहा है, इसलिए ज्यादा विदेशी मेहमानों को आमंत्रित करने का समय नहीं है। ऐसे में पाकिस्तान व चीन के अलावा दूसरे अन्य पड़ोसी देशों व हिंद महासागर में स्थित दो करीबी पड़ोसी देशों मॉरीशस व सेशेल्स की सरकारों के प्रमुखों को ही आमंत्रित किया गया है। यह पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को दिखाता है। यह भी ध्यान रहे कि मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू को चीन परस्त माना जाता है और उनकी कुछ नीतियां इस बात की गवाही भी देती हैं। इसके बावजूद भारत ने उन्हें आमंत्रित किया है। नेपाल के पीएम प्रचंड और बांग्लादेश की पीएम के कार्यालय की तरफ से बताया गया है कि वे सात जून, 2024 को नई दिल्ली पहुंच रहे हैं। शेख हसीना पीएम मोदी के पहले के दोनों शपथ ग्रहण समारोह में भी उपस्थित थीं।इस बीच पीएम मोदी को गुरुवार को भी बधाई संदेश आने का सिलसिला जारी रहा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक दिन पहले पीएम मोदी को बधाई दी थी। गुरुवार को उन्होंने कहा कि उनकी बात पीएम मोदी से टेलीफोन पर हुई है। जेलेंस्की ने एक्स पर लिखा-मैंने मोदी से भारत में शीघ्रता से नई सरकार के गठन को लेकर शुभकामना दी।

    हमारे बीच आगामी शांति बैठक को लेकर भी बात हुई है। हम चाहते हैं कि भारत इस बैठक में उच्च स्तर पर हिस्सा ले। मैंने पीएम मोदी को जल्द से जल्द यूक्रेन की यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया है।देर रात इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी पीएम मोदी से टेलीफोन पर बात की है। इसके बाद आर्मीनिया के राष्ट्रपति निकोल पाशिनयान ने भी मोदी को फोन कर बधाई दी।

  • USA ने कर दिया सबसे बड़ा उलटफेर, सुपर ओवर में पाकिस्तान को हराकर रचा इतिहास

    USA ने कर दिया सबसे बड़ा उलटफेर, सुपर ओवर में पाकिस्तान को हराकर रचा इतिहास

    नई दिल्ली।

     पाकिस्तान और यूएसए का मैच दोनों पारी समाप्त होने तक टाई पर खत्म हुआ था. मगर सुपर ओवर में यूएसए ने पाकिस्तान को हराकर इतिहास रच दिया है। सुपर ओवर में मोहम्मद आमिर का लगातार वाइड फेंकना पाकिस्तान की हार का मुख्य कारण रहा।वहीं सौरब नेत्रावलकार सुपर ओवर में गेंदबाजी करके यूएसए को जिताने के लिए हीरो बन गए हैं. यूएसए के लिए कप्तान मोनांक पटेल 50 रन और आरोन जोन्स ने 35 रन की पारी खेली. एंड्रीज गौस ने भी 26 गेंद में ताबड़तोड़ अंदाज में 35 रन बनाए. पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 159 रन बनाए थे। पाक टीम के कप्तान बाबर आजम ने 44 रन और शादाब खान ने 40 रन की अहम पारियां खेलीं. इस बीच यूएसए की ओर से नोशतुश केंजिगे ने 3 विकेट चटकाते हुए प्रभावित किया. मेजबान यूएसए जब लक्ष्य का पीछा करने उतरा तो कप्तान मोनांक पटेल ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया. अंत में यूएसए की पारी भी 159 रन पर ही समाप्त हुई।

    160 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी यूएसए की शुरुआत काफी अच्छी रही क्योंकि कप्तान मोनांक पटेल और स्टीवन टेलर ने टीम को सधी हुई शुरुआत दिलाई. इस बीच छठे ओवर में टेलर 12 रन बनाकर आउट हो गए. खतरनाक पाकिस्तानी पेस अटैक के सामने यूएसए ने पावरप्ले ओवरों में मात्र 1 विकेट खो कर 44 रन बना लिए थे. मोनांक अच्छी लय में दिखे और उनके साथ एंड्रीज गौस ने मिलकर 84 रनों की अहम साझेदारी की. यूएसए ने 10 ओवर में 76 रन बना लिए थे और अभी टीम के हाथ में 9 विकेट बचे हुए थे. दोनों बल्लेबाज शानदार लय में दिख रहे थे और कप्तान मोनांक ने 37 गेंद में फिफ्टी पूरी की. 14वें ओवर में हैरिस रऊफ ने एंड्रीज गौस को 35 रन के स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर दिया. इसी के साथ गौस और पटेल की 68 रन की साझेदारी का अंत किया. क्रीज़ पर आरोन जोन्स आए, जिन्होंने कनाडा के खिलाफ शतक लगाया था. मैच यूएसए के पक्ष में आते दिख रहा था, लेकिन 15वें ओवर में मोहम्मद आमिर ने मोनांक पटेल को 50 के स्कोर पर आउट कर दिया।

    आखिरी 5 ओवर में यूएसए को जीत के लिए 45 रन बनाने थे. आलम ये था कि आखिरी 2 ओवर में टीम को 21 रन बनाने थे. 19वें ओवर में मोहम्मद आमिर ने मात्र 6 रन दिए, जिससे काफी हद तक मैच पाकिस्तान की जकड़ में आ गया था. आखिरी ओवर में 15 रन चाहिए थे, लेकिन हैरिस रऊफ 14 रन खा बैठे, जिससे मुकाबला टाई पर समाप्त हुआ. इस कारण सुपर ओवर का सहारा लिया गया।

    सुपर ओवर का लेखा जोखा

    यूएसए की पारी- सुपर ओवर में यूएसए ने पहले बल्लेबाजी की. आरोन जोन्स ने मोहम्मद आमिर की पहली ही गेंद पर चौका लगा दिया, दूसरी गेंद पर 2 रन आए और जोन्स ने तीसरी गेंद पर सिंगल रन लिया. चौथी गेंद आमिर को दोबारा डालनी पड़ी क्योंकि वाइड के साथ-साथ हरमीत सिंह ने सिंगल रन भी लिया. चौथी गेंद पर जोन्स ने एक बार फिर सिंगल लिया. आमिर लय से भटक रहे थे, इसलिए एक और वाइड दे बैठे और इस बार भी दोनों ने एक्स्ट्रा रन भाग लिया. 5वीं गेंद पर डबल रन, लेकिन छठी गेंद से पहले आमिर फिर वाइड दे बैठे, जिस पर यूएसए के बल्लेबाजों ने 2 रन भाग लिए. वहीं आखिरी गेंद पर एक रन बनाने के साथ ही यूएसए के खेमे ने 18 रन बनाए।

    पाकिस्तानी पारी नेत्रावलकार ने पहली गेंद डॉट की, लेकिन दूसरी गेंद पर इफ्तिखार अहमद ने चौका जड़ दिया. अगली गेंद वाइड रही, लेकिन तीसरी गेंद पर इफ्तिखार कैच आउट हो गए. नेत्रावलकार ने वाइड की, लेकिन उससे अगली गेंद पर लेग बाई का चौका मिला. 5वीं गेंद पर 2 रन आए. आखिरी गेंद पर एक रन आया, जिससे यूएसए ने इस मुकाबले को जीत लिया है।