Category: राज्य

  • मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस की तैयारियों का जायजा लिया

    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस की तैयारियों का जायजा लिया

    भोपाल,14 नवंबर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शहडोल के लालपुर गाँव पहुँच कर राज्य-स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि जनजातीय गौरव दिवस पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू मध्यप्रदेश आ रही है। राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी यह पहली मध्यप्रदेश की यात्रा है। हम उनका शहडोल में भव्य स्वागत करें और कार्यक्रम को ऐतिहासिक, अभूतपूर्व एवं गरिमामयी स्वरूप प्रदान करें।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 15 नवम्बर भगवान बिरसा मुंडा के जन्म-दिवस पर जनजातीय परंपराओं एवं संस्कृति पर आधारित लोक नृत्यों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम सुनिश्चित किये जायेंगे। राष्ट्रपति का जनजातीय परंपराओं के अनुसार भव्य और गरिमामय स्वागत की तैयारियाँ भी सुनिश्चित की जाये। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा ने सभा स्थल की तैयारियों, बैठक, पार्किंग, पेयजल, परिवहन एवं भोजन व्यवस्था की तैयारियों की जानकारी दी।

    खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, जनजातीय कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, विधायक श्री जयसिंह मरावी, श्रीमती मनीषा सिंह, श्री शरद कोल, अध्यक्ष नगरपालिका बुढार श्रीमती शालिनी सरावगी, एडीजी श्री डीसी सागर, मुख्य वन संरक्षक श्री लाखन सिंह उइके, कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य सहित जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

    15 नवम्बर को लागू होगा पेसा एक्ट

    मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि 15 नवम्बर को भगवान बिरसा मुंडा के जन्म-दिवस पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में मध्यप्रदेश में सामाजिक समरसता लाने के उददेश्य से पेसा एक्ट लागू होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान शहडोल जिले के लालपुर में राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव उत्सव की तैयारियों पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी मिलकर सामाजिक समरसता का परिचय देते हुए महामहिम राष्ट्रपति का ऐसा ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण स्वागत करें, जो उन्हें हमेशा स्मरण रहें। मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों से भी इस कार्यक्रम में सहर्ष सहभागिता की अपील की।

  • राष्ट्रपति की उपस्थिति में जनजातीय गौरव दिवस से लागू होगा पेसा एक्ट : मुख्यमंत्री  चौहान

    राष्ट्रपति की उपस्थिति में जनजातीय गौरव दिवस से लागू होगा पेसा एक्ट : मुख्यमंत्री चौहान

    भोपाल,14 नवंबर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह मध्यप्रदेश के लिये गौरव की बात है कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू के मुख्य आतिथ्य में शहडोल में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस का राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा। इसी दिन मध्यप्रदेश में जनजातीय समुदाय के हित में पेसा एक्ट भी अधिकारिक रूप से लागू किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सामाजिक समरसता के साथ प्रदेश का विकास सरकार की प्राथमिकता है।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शहडोल के लालपुर ग्राम में जनजातीय गौरव दिवस की तैयारियों की समीक्षा के बाद उमरिया जिले के गुरूवाही में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने यहाँ मौजूद बच्चों से चर्चा भी की। गुरूवाही से बाँधवगढ़ जाते समय मुख्यमंत्री से कस्तूरबा गांधी छात्रावास की छात्राओं ने मुलाकात की और उनका आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने अपनी भांजी छात्राओं को आशीर्वाद दिया और उनकी शिक्षा के संबंध में जानकारी ली।

  • जनजातीय जीवन शैली का अभिन्न अंग है नृत्य-संगीत

    जनजातीय जीवन शैली का अभिन्न अंग है नृत्य-संगीत

    भोपाल,14 नवंबर 2022 /
    मध्यप्रदेश के इन्द्रधनुषी जनजातीय संसार में जीवन अपनी सहज निश्छलता के साथ आदिम मुस्कान बिखेरता हुआ पहाड़ी झरने की तरह गतिमान है। मध्यप्रदेश सघन वनों से आच्छादित एक ऐसा प्रदेश है, जहाँ विन्ध्याचल, सतपुड़ा और अन्य पर्वत-श्रेणियों के उन्नत मस्तकों का गौरव-गान करती हवाएँ और उनकी उपत्यकाओं में अपने कल-कल निनाद से आनंदित करती नर्मदा, ताप्ती, तवा, पुनासा, बेतवा, चंबल, दूधी आदि नदियों की वेगवाही रजत-धवल धाराएँ मानो,वसुंधरा के हरे पृष्ठों पर अंकित पारंपरिक गीतों की मधुर पंक्तियाँ।

    ढोल, माँदर, गुदुम, टिमकी, डहकी, माटी माँदर, थाली, घंटी, कुंडी, ठिसकी, चुटकुलों की ताल पर जब बाँसुरी, फेफरिया और शहनाई की स्वर-लहरियों के साथ भील, गोण्ड, कोल, कोरकू, बैगा, सहरिया, भारिया आदि जनजातीय युवक-युवतियों की तरह विन्ध्य-शिखर थिरक उठते हैं तो पचमढ़ी की कमर में करधौनी की भाँति लिपट कर सतपुड़ा झूमने लगता है और भेड़ाघाट में अपने धुआँधार हर्ष राग से दिशाओं को आनंदित करता नर्मदा का जल-प्रपात। जनजातियों का नृत्य-संगीत प्रकृति की इन्हीं लीला-मुद्राओं का तो अनुकरण है।जनजातीय समुदाय प्राय: प्रकृति सान्निध्य में रहते हैं। इसलिये निसर्ग की लय, ताल और राग-विराग उनके शरीर में रक्त के साथ संचरित होते हैं। वृक्षों का झूमना और कीट-पतंगों का स्वाभाविक नर्तन जनजातियों को नृत्य के लिये प्रेरित करते हैं। हवा की सरसराहट, मेघों का गर्जन, बिजली की कौंध, वर्षा की साँगीतिक टिप-टिप,पक्षियों की लयबद्ध उड़ान ये सब नृत्य-संगीत के उत्प्रेरक तत्व हैं।

    नृत्य मन के उल्लास की अभिव्यक्ति का सहज और प्रभावी माध्यम है। संगीत सुख-दुख यानी राग-विराग को लय और ताल के साथ प्रकट करता है। कहा जा सकता है कि नृत्य और संगीत मनुष्य की सबसे कोमल अनुभूतियों की कलात्मक प्रस्तुति हैं। जनजातियों के देवार्चन के रूप में आस्था की परम अभिव्यक्ति के प्रतीक भी। नृत्य-संगीत जनजातीय जीवन-शैली का अभिन्न अंग है। यह दिन भर के श्रम की थकान को आनंद में संतरित करने का उनका एक नियमित विधान भी है।

    जबलपुर, कटनी, मंडला, डिण्डौरी, पुष्पराजगढ़, उमरिया, शहडोल, सीधी, सिवनी, बालाघाट, छिन्दवाड़ा, बैतूल, रायसेन आदि ज़िलों में गोण्ड जनजाति समूह में करमा, सैला, भड़ौनी, बिरहा, कहरवा, ददरिया, सुआ आदि नृत्य-शैलियाँ प्रचलित हैं। गोण्ड समुदाय के ‘सजनी’ गीत-नृत्य की भाव-मुद्राएँ चमत्कृत करती हैं। इनका दीवाली नृत्य भी अनूठा होता है। माँदर, टिमकी, गुदुम, नगाड़ा, ठिसकी, चुटकी, झांझ, मंजीरा, खड़ताल, सींगबाजा, बाँसुरी, अलगोझा, शहनाई, तमूरा, बाना, चिकारा, किंदरी आदि इस समुदाय के प्रिय वाद्य हैं।

    बैगा माटी माँदर और नगाड़े के साथ करमा, झरपट और ढोल के साथ दशेहरा नृत्य करते हैं। विवाह के अवसर पर ये बिलमा नृत्य कराते हैं। बारात के स्वागत में किया जाने वाला परघौनी नृत्य आकर्षक होता है। छेरता नृत्य नाटिका में मुखौटों का अनूठा प्रयोग होता है। इनकी नृत्यभूषा और आभूषण भी विशेष होते हैं।

    भील जनजाति समूह के लोग नृत्य को ‘सोलो’ या ‘नास’ कहते हैं। लाहरी, पाली, गसोलो, आमोसामो, सलावणी, दौड़ावणी, घोड़ी, भगोरिया आदि इस जनजाति समूह की बहु प्रचलित नृत्य-शैलियाँ हैं। भील नृत्य के साथ प्राय: बड़ा ढोल, ताशा, थाली, घंटी, ढाक, फेफरिया, पावली (बाँसुरी) आदि वाद्यों का प्रयोग करते हैं।

    कोरकू जनजाति के नृत्य प्राय: मिथकों पर आधारित और पर्व-प्रसंगों से जुड़े होते हैं। चैत्र में देव दशेहरा, चाचरी और गोगोल्या, वैशाख में थापटी, ज्येष्ठ में ढाँढल और डोडबली, श्रावण में डंडा नाच, क्वांर में होरोरया और चिल्लुड़ी, कार्तिक की पड़वा पर ठाट्या तथा वैवाहिक अवसरों पर स्त्रियों का गादली नृत्य प्रचलित है।यह जनजाति नृत्य के साथ ढोल, ढोलक, मृदंग, टिमकी, डफ, अलगोझा, बाँसुरी, पवई, भूगडू, चिटकोरा, झांझ आदि वाद्य बजाते हैं।

    भारिया जनजाति के लोगों को भड़म, सैतम और करम सैला आदि नृत्य प्रिय हैं। ये नृत्य के साथ ढोल, ढोलक, टिमकी, झांझ और बाँसुरी बजाते हैं। युवतियाँ भी मंजीरा और चिटकुला बजाती हैं।

    सहरिया जनजाति में स्वांग अधिक लोकप्रिय है। इसमें पुरुष ही स्त्रीवेश धारण करते हैं। ये मस्त होकर फाग नृत्य का आनंद लेते हैं तेजाजी और रामदेवरा प्रसंगों पर आधारित नृत्य विशेष रूप से करते हैं। ये चंग और ताशा वाद्यों का प्रयोग अधिक करते हैं। कोल, कोंदर और अन्य जनजातीय लोग भी विभिन्न अवसरों पर नृत्य-संगीत को विशेष महत्व देते हैं।

  • मुख्यमंत्री चौहान ने टाटा समूह के प्रमुख  रतन टाटा से की सौजन्य भेंट

    मुख्यमंत्री चौहान ने टाटा समूह के प्रमुख रतन टाटा से की सौजन्य भेंट

    भोपाल,11 नवंबर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुंबई में श्री रतन टाटा से भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट के लिए इंदौर और साथ ही राजधानी भोपाल आने के लिए श्री टाटा को आमंत्रित किया।

    म.प्र. में निवेश के लिये विश्वास जताने पर निवेशकों का आभार माना

    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज निवेशकों से मुलाकात के लिये मुंबई आया था। मुझे प्रसन्नता है कि मध्यप्रदेश में निवेश के लिये इन्वेस्टर्स ने जबरदस्त उत्साह दिखाया है। वे मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं का दोहन करने के लिये तैयार हैं और इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भी आ रहे हैं। निवेशकों ने मध्यप्रदेश में निवेश की जो प्रतिबद्धता जताई है, उसको देखते हुए रोजगार के अवसरों में व्यापक बढ़ोत्तरी होगी। हमारे नौजवानों को रोजगार मिलेगा। मध्यप्रदेश पर विश्वास जताने के लिये मैं सभी निवेशकों का आभारी हूँ।

  • ऊर्जा साक्षरता अभियान से साढ़े 10 लाख लोग जुड़े

    ऊर्जा साक्षरता अभियान से साढ़े 10 लाख लोग जुड़े

    भोपाल,11 नवंबर 2022 /
    प्रदेश में आमजन को ऊर्जा के व्यय-अपव्यय के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से संचालित ऊर्जा साक्षरता अभियान में अब तक 10 लाख 54 हजार 71 लोगों ने पंजीयन कराया है। सर्वाधिक एक लाख 55 हजार पंजीयन के साथ शाजापुर जिला आरंभ से ही प्रथम स्थान पर अपना वर्चस्व बनाये हुए है। बालाघाट जिले में 53 हजार 322, नरसिंहपुर 50 हजार 435, जबलपुर 40 हजार 897 खरगोन 36 हजार 360 और सीहोर जिले में 34 हजार 233 लोगों ने पंजीयन कराया है।

    भोपाल जिले में अभियान में 30 हजार, राजगढ़ जिले में 27 हजार 357, शिवपुरी जिले में 29 हजार 1827, सीधी 25 हजार 198, कटनी 25 हजार 436, रायसेन 23 हजार 92, सतना 21 हजार 776, छिंदवाड़ा 26 हजार 336, टीकमगढ़ 21 हजार 188, डिण्डोरी 24 हजार 567 धार 27 हजार 582, मंदसौर 21 हजार 333, सिवनी 24 हजार 256, मण्डला 15 हजार 535, सागर 18 हजार 486, बैतूल 16 हजार 209, देवास 20 हजार 804, ग्वालियर 14 हजार 938, नीमच 19 हजार 228, खण्डवा 17 हजार 757, मण्डला 15 हजार 535, विदिशा 15 हजार 846, सागर 18 हजार 486, बैतूल 16 हजार 209, इंदौर 21 हजार 49, झाबुआ 12 हजार 969, उमरिया 12 हजार 83 और उज्जैन 16 हजार 39 लोगों ने पंजीयन कराया है।

    वहीं सिंगरौली, रीवा, हरदा, छतरपुर, पन्ना, आगर-मालवा, गुना, नीमच, अशोकनगर, श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, निवाड़ी, अलीराजपुर और बुरहानपुर जिलों को गति बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैं।

  • मुख्यमंत्री  चौहान द्वारा स्वतंत्रता सेनानी  शर्मा के निधन पर दुख व्यक्त

    मुख्यमंत्री चौहान द्वारा स्वतंत्रता सेनानी शर्मा के निधन पर दुख व्यक्त

    भोपाल,11 नवंबर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा निवासी स्वतंत्रता सेनानी श्री रघुवीर चरण शर्मा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री शर्मा ने स्वतंत्रता आंदोलन और सामाजिक क्षेत्र में अमूल्य सेवाएँ दी हैं।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से स्व. शर्मा की आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजन को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।

  • मुख्यमंत्री  चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री पद्म विभूषण स्व.  पटवा की जयंती पर नमन किया

    मुख्यमंत्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री पद्म विभूषण स्व. पटवा की जयंती पर नमन किया

    भोपाल,11 नवंबर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री पद्म विभूषण स्व. श्री सुंदरलाल पटवा की जयंती पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास कार्यालय के सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। उनका जन्म मंदसौर जिले के कुकड़ेश्वर में 11 नवम्बर 1924 को हुआ। जनसंघ की स्थापना से ही वे सक्रिय कार्यकर्ता रहे। स्व. श्री पटवा 20 जनवरी 1980 से 17 फरवरी 1980 तथा 5 मार्च 1990 से 15 दिसम्बर 1992 की अवधि में प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री का दायित्व भी संभाला। स्व. श्री पटवा को प्रदेश में संगठन को सींचने का श्रेय जाता है। साथ ही उनकी दूरदर्शिता और अद्वितीय प्रशासनिक गुणों ने प्रदेश को नई ऊँचाइयाँ दी। प्रदेश के विकास और जनता के कल्याण में उनका अमूल्य योगदान रहा। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की कल्पना उन्हीं की थी। साथ ही ग्राम स्तर पर पंचायत राज संस्थाओं को प्रभावी बनाने में स्व. श्री पटवा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

  • स्व.  पटवा की जयंती पर विधायक  सुरेंद्र  पटवा भी पौध-रोपण में हुए सम्मिलित

    स्व. पटवा की जयंती पर विधायक सुरेंद्र पटवा भी पौध-रोपण में हुए सम्मिलित

    भोपाल,11 नवंबर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी उद्यान में पूर्व मुख्यमंत्री पद्म विभूषण स्व. श्री सुंदरलाल पटवा की जयंती पर उनकी स्मृति में विधायक श्री सुरेंद्र पटवा के साथ अशोक, केसिया और टिकोमा के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान को विधायक श्री सुरेंद्र पटवा ने “पद्म विभूषण सुंदरलाल पटवा स्मृति ग्रंथ” की प्रति भेंट की।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री पटवा के प्रदेश के विकास में योगदान का स्मरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान जयंती, पुण्य-तिथि, शुभ अवसरों और परिवारजन की स्मृति में पौधे लगाने की गतिविधि को निरंतर प्रोत्साहित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा |

  • गर्लफ्रेंड के हाथ-पैर तोड़कर सड़क पर फेंका

    गर्लफ्रेंड के हाथ-पैर तोड़कर सड़क पर फेंका

    फरीदाबाद ,11 नवंबर 2022 /
    मुजेसर थाना पुलिस ने युवती के भाई की शिकायत पर उसके दोस्त के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। हत्या की वजह का अभी कुछ पता नहीं चल सका है। फरीदाबाद में डबुआ चौक निवासी 19 वर्षीय युवती की उसके दोस्त ने संजय कॉलोनी में बुधवार देर रात गली में घसीटते हुए तेजधार हथियार से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। युवती रातभर गली में तड़पती रही। युवती को भाई ने गुरुवार सुबह अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसकी मौत हो गई। मुजेसर थाना पुलिस ने युवती के भाई की शिकायत पर उसके दोस्त के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। हत्या की वजह का अभी कुछ पता नहीं चल सका है। बताया गया कि जिस वक्त रोशनी नामक युवती पर युवक हमला कर रहा था, उस वक्त वहां फैक्ट्री के दो कर्मचारियों ने उसे रोका था। युवक ने दोनों को जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया।

    इसके बाद हमलावर युवक युवती के हाथ-पैर तोड़कर फरार हो गया। युवती गुरुवार सुबह करीब 530 बजे तक गली में घायलावस्था में पड़ी रही। जब वहां से कुछ राहगीर गुजरे तो युवती ने उनसे मदद की गुहार लगाई। इस पर उन्होंने युवती की उसके भाई से फोन पर बात करवाई। इस भाई और बाकी परिजन मौके पर पहुंच गए। उन्होंने युवती को बीके अस्पताल में भर्ती करवाया। करीब 930 युवती ने दम तोड़ दिया। एसीपी (मुजेसर) दलवीर सिंह ने कहा कि युवती पर चाकू से वार किया गया था। हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी दोस्त की तलाश की जा रही है। हत्या की वजह का अभी पता नहीं चला है।

    आरोपी की मां को छोड़ घर से सभी फरार

     

    घटना का पता चलते ही पुलिस की टीम आरोपी के घर दबिश दी, लेकिन वहां केवल आरोपी की बुजुर्ग मां थी। पुलिस ने उनसे पूछताछ की, लेकिन आरोपी के बारे में कुछ पता नहीं चल सका। अपराध जांच शाखा की टीमें आरोपी के बारे में सुराग लगाने में जुटी हैं।

    साथ काम करता था आरोपी युवक

    युवती के जीजा राजू ने बताया कि उसकी साली कोरोना लॉकडाउन से पहले सेक्टर-24 स्थित एक फैक्ट्री में हेल्पर के तौर नौकरी करती थी। इसके बाद यह फैक्ट्री बंद हो गई थी। इसी फैक्ट्री में महेंद्र नामक युवक भी नौकरी करता था। फैक्ट्री में काम करते हुए युवती की इस युवक से दोस्ती हो गई थी। फिलहाल युवती व्हर्लपूल चौक के पास एक फैक्ट्री में नौकरी करती थी। बुधवार को वह घर से फैक्ट्री के लिए निकली थी, लेकिन देर रात तक वह घर नहीं लौटी। युवती को काफी तलाश किया, लेकिन उसका मोबाइल नंबर भी बंद था। उन्होंने बताया कि युवती के बारे में पता करने फैक्ट्री गए थे। फैक्ट्री से पता चला कि युवती घर के लिए निकल चुकी है।

  • दिल्ली की मस्जिद में 10 वर्षीय लड़की से छेड़छाड़, आरोपी मौलवी दबोचा

    दिल्ली की मस्जिद में 10 वर्षीय लड़की से छेड़छाड़, आरोपी मौलवी दबोचा

    नई दिल्ली,11 नवंबर 2022 /
    मौजपुर इलाके की एक मस्जिद के अंदर कथित तौर पर 10 वर्षीय बच्ची से छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मौजपुर इलाके की एक मस्जिद के अंदर कथित तौर पर 10 वर्षीय एक बच्ची के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी मौलवी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि मोहम्मद इमरान (24) को उस घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है जिसकी रिपोर्ट बुधवार को जाफराबाद पुलिस थाने में दर्ज कराई गई थी।

    एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की (आईपीसी) धारा 354, 341 और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम की धारा 10 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि बिहार के किशनगंज का रहने वाला इमरान मस्जिद के अंदर छात्रों को पढ़ाता था।

    पिछले महीने, पूर्वोत्तर दिल्ली के करावल नगर इलाके में एक मदरसे में एक 11 वर्षीय लड़के के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ करने के आरोप में एक मौलवी को गिरफ्तार किया गया था।