Category: राज्य

  • दत्तोपंत ठेंगड़ी ने समाज को संगठित करने की दिशा में अद्भुत कार्य किया मुख्यमंत्री

    दत्तोपंत ठेंगड़ी ने समाज को संगठित करने की दिशा में अद्भुत कार्य किया मुख्यमंत्री

    भोपाल,29 नवम्बर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत प्राचीन, अद्भुत और महान राष्ट्र है। भारत ने ही दुनिया को ज्ञान का प्रकाश दिया है। भारत का स्थान सभ्यता और संस्कृति में सबसे आगे रहा है। पहले की तुलना में आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में वैश्विक अर्थ-व्यवस्था में भारत का योगदान 9.5 प्रतिशत तक पहुँच गया है। दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद की तरह दत्तोपंत ठेंगड़ी जी ने भी समाज को संगठित करने की दिशा में अद्भुत कार्य किया।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान रवींद्र भवन, भोपाल में “21 वीं सदी के वैश्विक परिदृश्य में भारत का आर्थिक सामर्थ्य” विषय पर दत्तोपन्त ठेंगड़ी स्मृति राष्ट्रीय व्याख्यानमाला-2022′ को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुईं। संस्थान के अध्यक्ष श्री अशोक कुमार पाण्डेय भी उपस्थित थे।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि व्यक्ति का कर्त्तव्य है कि वह राष्ट्र और समाज के लिए अनुशासित हो। दत्तोपंत जी ने कहा था प्रकृति का दोहन करो शोषण नहीं। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। भारत फिर से विश्व गुरू के पथ पर अग्रसर है। भारत का सामर्थ्य दुनिया देख रही है। भारत दुनिया के कई देशों को खाद्यान्न भेज रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिक चमत्कार कर रहे हैं। आज का भारत वैभवशाली और सम्पन्न भारत बन रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमने आत्म-निर्भर भारत के लिए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश बनाने का तय किया है।

    केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा कि आज यहाँ राष्ट्रऋषि श्री ठेंगड़ी की स्मृति में व्याख्यान माला में हिस्सा लेना मेरा सौभाग्य है। ठेंगड़ी जी को भारत में विभिन्न संस्थानों के निर्माण और विभिन्न वर्गो के कल्याण के लिए हमेशा याद किया जाएगा। श्रीमती सीतारमण ने कहा कि ब्रिटिश शासन काल के कठिन समय में भी उन्होंने जो कार्य किया, वह सराहनीय है। उन्होंने भारतीय मजदूर संघ के लिए संघर्ष किया। श्रमिकों के कल्याण से ही देश का कल्याण है। अधिवक्ताओं के लिए संगठन भी उन्हीं की देन है। केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि आत्म-निर्भर भारत बनाने के लिए पहले आत्म विश्वास चाहिए, इसकी भावना राष्ट्रऋषि श्री ठेंगड़ी की प्रेरणा से मिलती है। आर्थिक सुधार के लिए दत्तोपंत जी ने अभूतपूर्व कार्य किए। उन्होंने कहा कि देश में दत्तोपंत जी के विजन का पालन करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। दत्तोपंत जी का लक्ष्य सभी वर्गों को आगे बढ़ाने का था। कम्यूनिज्म, केपिटलिज्म का अंत करने में दत्तोपंत जी की भूमिका रही है। स्व-रोजगार के क्षेत्र में भारत में स्टार्टअप तेजी से बढ़ रहे हैं। स्टार्टअप की क्रांति भारत के युवाओं की है।

    संस्थान के निदेशक डॉ. मुकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि श्रद्धेय ठेंगड़ी जी ऐसे महापुरूष हैं जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। वे श्रमिक जगत के अधिपति माने जाते हैं। वे कई भाषाओं के जानकार और साहित्यकार, विचारक, दार्शनिक, विधिवेत्ता के रूप में जाने जाते हैं। वे सम्पूर्ण समाज के विकास के पक्षधर थे। संस्थान के सचिव श्री दीपक शर्मा ने कहा कि पिछले एक दशक की आर्थिक नीतियों के कारण देश बदल रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि भारत ही दुनिया की सारी समस्याओं का हल है। भारत दुनिया का मार्गदर्शन करेगा। दुनिया भारत की ओर देख रही है।

  • सीहोर शहीद स्थल पर बनाया जाएगा भव्य स्मारक  मुख्यमंत्री

    सीहोर शहीद स्थल पर बनाया जाएगा भव्य स्मारक मुख्यमंत्री

    भोपाल,29 नवम्बर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर नगर के गौरव दिवस पर सैकड़ाखेड़ी स्थित शहीद स्थल पहुँचे और स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 14 जनवरी 1858 को सीहोर में स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम में 356 क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस स्थान पर भव्य स्मारक बनाया जाएगा।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सीहोर का यह स्थल हम सबके लिए पवित्र स्थान है, जो हमें उन वीरों की वीर गाथा याद दिलाता है, जिन्होंने हमारे देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने में जरा भी संकोच नहीं किया। हम सभी का सौभाग्य है कि हमने उस धरती में जन्म लिया, जहाँ असंख्य क्रांतिकारियों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। शहीद स्थल पर सांसद श्री रमाकांत भार्गव, सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक श्री सुदेश राय सहित जन-प्रतिनिधि ने पुष्पांजलि अर्पित की।

    अंग्रेजी शासन के खिलाफ मध्य भारत में चल रहे विद्रोह में सीहोर की बरबर्तापूर्ण घटना को जलियांवालाबाग हत्याकांड की तरह देखा जाता है। दस मई 1857 को मेरठ की क्रांति से पहले ही सीहोर में क्रांति की ज्वाला सुलग गईं थी। मेवाड़, उत्तर भारत से होती हुई क्रांतिकारी चपातियाँ 13 जून 1857 को सीहोर और ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँच गयी थी। चौदह जनवरी 1858 को अंग्रेजों से बगावत करने वाले 356 क्रांतिकारियों को जनरल ह्यूरोज के आदेश पर सीवन नदी के किनारे सैकड़ाखेड़ी स्थित चांदमारी मैदान में गोलियों से भून दिया गया था। उन वीर क्रांतिकारियों की स्मृति में सैकड़ाखेड़ी रोड के पास चांदमारी मैदान पर शहीद स्मारक बनाया गया है।

  • तहसीलों में काम करने वाले स्कूल शिक्षा विभाग के लिपिकों को नोटिस जारी

    तहसीलों में काम करने वाले स्कूल शिक्षा विभाग के लिपिकों को नोटिस जारी

    बिलासपुर ,28 नवम्बर 2022 /
    बिलासपुर जिला के राजस्व विभाग के तहसीलों में काम करने वाले स्कूल शिक्षा विभाग के लिपिकों को नोटिस जारी किया गया है। साथ ही अपने मूल स्थान पर वापस जॉइन करने के निर्देश दिए हैं।ये लिपिक तहसील कार्यालयों में कई सालों से पदस्थ हैं। साथ ही राजस्व संबधी काम कर ये लिपिक तहसील कार्यालयों में कई सालों से पदस्थ हैं। साथ ही राजस्व संबधी काम कर रहे हैं। दूसरी तरफ शिक्षा विभाग में स्टाफ की कमी के कारण कई प्रकार के विभागीय कार्य लंबित है। तहसील में काम करने वाले बाबुओं को शिक्षा विभाग से वेतन जारी किया जा रहा है।

    बिलासपुर तहसील में शिक्षा विभाग के बाबू पेशी की तारीख देने का ही काम कर रहे हैं। बहुत लंबे समय से बाबू तहसील में पदस्थ हैं। लेकिन अब तक किसी अफसर ने ध्यान ही नहीं दिया।

    बीते माह कलेक्टर सौरभ कुमार ने आदेश जारी कर लंबे समय से एक ही विभाग में पदस्थ लिपिकों की सूची बनाने के निर्देश दिए थे। तब पता चला कि स्कूल विभाग के कुछ बाबू तहसील में काम कर रहे हैं। बिलासपुर तहसील में अभी सहायक ग्रेड दो और सहायक ग्रेड तीन के पांच-पांच पद हैं। यह सभी पद में स्टाफ नियुक्त हैं। ऐसे में कर्मचारियों की जरूरत पड़ने का दावा नहीं किया जा सकता। इस स्थिति में भी बिलासपुर तहसील में शिक्षा विभाग के पांच-पांच बाबूओं यहां काम कर रहे हैं। इसके बारे में न तो शिक्षा विभाग को इससे मतलब है और न ही तहसील के अफसरों ने इसे अब तक संज्ञान में लिया है। कलेक्टर सौरभ कुमार ने आदेश जारी एक ही टेबल पर जमे रहने वाले बाबूओं को बदलने का आदेश जारी किया था। मंशा साफ थी कि टेबल पर बाबूओ को तबादले से काम में पारदर्शिता आएगी। यहां तो विभाग का मामला है। तहसील में पर्याप्त कर्मचारियों के रहते हुए भी शिक्षा विभाग के बाबूओं को क्यों संलग्न रखा गया है। जिन बाबूओं को शिक्षा विभाग के काम निपटाना था वह पक्षकारों को पेशी की तारीख देने का काम कर रहे हैं।

  • भोपाल में आसानी से मिलेंगे सीहोर जिले में बने लकड़ी के खिलौने

    भोपाल में आसानी से मिलेंगे सीहोर जिले में बने लकड़ी के खिलौने

    भोपाल ,28 नवम्बर 2022 /
    सीहोर जिले के प्रसिद्ध लकड़ी से बने खिलौने अब भोपाल के मृगनयनी एंपोरियम में आसानी से मिल जाएंगे। सांसद विदिशा श्री रमाकांत भार्गव के मुख्य आतिथ्य में 4 नवंबर को कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की एक जिला-एक उत्पाद योजना अंतर्गत खिलौने एवं हस्तशिल्प एंपोरियम का भोपाल में शुभारंभ होगा।

    आयुक्त हाथकरघा एवं सह प्रबंध संचालक संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम भोपाल श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यक्रम भोपाल में वीआईपी रोड गौहर महल में दोपहर 12.30 बजे से होगा। श्री मनु श्रीवास्तव प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग और कलेक्टर सीहोर श्री चंद्रमोहन ठाकुर भी मौजूद रहेंगे।

  • राज्य स्तरीय कबीर बुनकर एवं विश्वकर्मा पुरस्कार समारोह 4 दिसम्बर  को

    राज्य स्तरीय कबीर बुनकर एवं विश्वकर्मा पुरस्कार समारोह 4 दिसम्बर को

    भोपाल ,28 नवम्बर 2022 /
    कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग द्वारा राज्य स्तरीय बुनकर पुरस्कार और विश्वकर्मा पुरस्कार समारोह 4 नवम्बर को सायं 6 बजे से भोपाल हाट, अरेरा हिल्स में आयोजित किया जायेगा। समारोह की अध्यक्षता पद्मश्री श्रीमती दुर्गाबाई करेंगी और मुख्य अतिथि शिखर सम्मान प्राप्त श्रीमती लता मुंशी होंगी। समारोह में 6 बुनकरों और 6 शिल्पियों को सम्मानित किया जायेगा।

    राज्य शासन द्वारा हाथकरघा बुनाई के लिये कबीर बुनकर पुरस्कार और उत्कृष्ट हस्तशिल्प के लिये विश्वकर्मा पुरस्कार प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। प्रथम पुरस्कार में एक लाख रूपये, द्वितीय पुरस्कार में 50 हजार रूपये और तृतीय में 25 हजार रूपये सम्मान राशि दी जाती है। साथ ही शॉल, प्रमाण-पत्र एवं ताम्र-पत्र से सम्मानित किया जाता है।

    वर्ष 2020-21 का कबीर बुनकर पुरस्कार प्रथम श्री वसीम मोहम्मद, चंदेरी, द्वितीय श्रीमती रेखाबाई कोली, चंदेरी और तृतीय श्री मूलचंद श्रवणेकर, महेश्वर को मिलेगा। वर्ष 2021-22 का कबीर बुनकर पुरस्कार प्रथम श्री मोहम्मद वसीम, चंदेरी, द्वितीय श्री महेश कोली, बामोर शिवपुरी और तृतीय श्री राजू पंथी, चंदेरी को दिया जायेगा।

    वर्ष 2021-22 का विश्वकर्मा पुरस्कार प्रथम श्री मोहम्मद अहसान छीपा, उज्जैन, द्वितीय श्री हीरामन उरवेती, भोपाल और तृतीय श्री धर्मेन्द्र रोहर, भोपाल को दिया जायेगा।

  • कबीर बुनकर एवं विश्वकर्मा पुरस्कार से सम्मानित हुए बुनकर

    कबीर बुनकर एवं विश्वकर्मा पुरस्कार से सम्मानित हुए बुनकर

    भोपाल ,28 नवम्बर 2022 /
    शुक्रवार को कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग द्वारा हावकरण बुनाई के लिये राज्य स्तरीय कबीर बुनकर पुरस्कार 2020-21 एवं 2021-22 तथा उत्कृष्ट हस्तशिल्प के सृजन के लिये राज्य स्तरीय विश्वकर्मा पुरस्कार 2021-22 सम्मान समारोह किया गया। भोपाल हाट में समारोह की अध्यक्षता पद्मश्री श्रीमती कुर्णा बाई ने की, जबकि मुख्य अतिथि शिरसरतात प्राप्त श्रीमती लता मुंशी रही। शिल्पियों को सम्मान स्वरूप शॉल, प्रमाण-पत्र, ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया गया।

    इस दौरान आयुक्त हाथकरघा – सह-प्रबंध संचालक संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम भोपाल श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि शिल्पियों और बुनकरों की पुरस्कृत कृतियों की प्रदर्शनी भी समारोह-स्थल पर लगाई जायेगी। उन्होंने बताया कि 6 बुनकरों तथा 6 शिल्पियों को सम्मानित किया गया है। वर्ष 2020-21 का कबीर बुनकर प्रथम पुरस्कार चंदेरी के श्री वसीम मोहम्मद आत्मज श्री शकील मोहम्मद, द्वितीय पुरस्कार चंदेरी की श्रीमती रेखाबाई कोली पति श्री जनकलाल कोली एवं तृतीय पुरस्कार महेश्वर के श्री मूलचंद श्रवणेकर आत्मज श्री कन्हैयालाल को दिया गया। वर्ष 2021-22 का कबीर बुनकर प्रथम पुरस्कार चंदेरी के मोहम्मद वसीम आत्मज श्री शहादत मोहम्मद, द्वितीय पुरस्कार बागोर जिला शिवपुरी के श्री महेश कोली आत्मज श्री यमलाल कोली, तृतीय पुरस्कार चंदेरी के श्री राजू पंथी आत्मज श्री सनमान पंथी को दिया गया। प्रथम पुरस्कार के लिये एक लाख रूपये, द्वितीय पुरस्कार के लिये 50 हजार रूपये एवं तृतीय पुरस्कार के लिये 25 हजार रूपये के चेक प्रदान किये गये।

    इसी प्रकार हस्तशिल्प के लिये वर्ष 2021-22 का विश्वकर्मा प्रथम पुरस्कार उज्जैन के मोहम्मद अहसान छीपा आत्मज श्री सोपा, द्वितीय पुरस्कार भोपाल के श्री हीरामन उवती आत्मज श्री बाबूलाल उवती एवं तृतीय पुरस्कार भोपाल के श्री धर्मेन्द्र रोहर आत्मज श्री लेखराम रोहर को दिया गया। इसके अतिरिक्त प्रोत्साहन श्रेणी में 3 पुरस्कार श्री हयात गुट्टी आत्मज श्री सिद्दीक गुट्टी, श्री इकबाल आत्मज श्री हसत बड़वाला एवं श्री बनवारीलाल झारिया आत्मज श्री पुरुषोत्तम झारिया को दिये गये। प्रथम पुरस्कार के लिये राशि रूपये एक लाख, द्वितीय पुरस्कार के लिये राशि रूपये 50 हजार एवं तृतीय पुरस्कार के लिये 25 हजार रूपये की राशि दी गई। प्रोत्साहन स्वरूप चयनित शिल्पियों को 15-15 हजार की राशि प्रदान की गई।

  • एंब्रॉयडरी विशेषज्ञ सुश्री सरला सोनेजा द्वारा भोपाल हाट में नि:शुल्क प्रशिक्षण

    एंब्रॉयडरी विशेषज्ञ सुश्री सरला सोनेजा द्वारा भोपाल हाट में नि:शुल्क प्रशिक्षण

    भोपाल ,28 नवम्बर 2022 /
    संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प विकास निगम के सृजन मेले में भोपाल आईं स्टेट अवॉर्डी सुश्री सरला सोनेजा, ग्वालियर ने प्राचीन वस्त्र कसीदाकारी हुरमुचो के 3 दिन के नि:शुल्क प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ आज भोपाल हॉट में किया। इस 3 दिवसीय प्रशिक्षण में सुश्री इशिका और सरला सोनेजा द्वारा सिंधी क्राफ्ट कला की बारीकियाँ सिखाई जा रही हैं। हुरमुचो एक प्राचीन वस्त्र कसीदाकारी कला है, जो अब लुप्त होती जा रही है। यह कला कई सदियों से अविभाजित भारत में सिंध प्रांत के अलावा गुजरात और राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में लोकप्रिय रही है। हस्त शिल्प विकास निगम ने इस कला के संरक्षण के प्रयास प्रारंभ किए हैं।

    भोपाल की श्रीमती जयश्री गुप्ता, श्रीमती द्रोपदी चंदनानी, श्रीमती सीमा सेठिया, श्री अशोक छाबड़िया और श्री राजेश वंजानी ने आज प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लिया। अन्य करीब 30 प्रतिभागी प्रशिक्षण से ऑनलाइन जुड़े और इस हुनर की बारीकियाँ सीखीं। ग्वालियर निवासी सुश्री सोनेजा केन्द्र सरकार के आमंत्रण पर दिल्ली हॉट में भी इस कला के प्रदर्शन का दायित्व निभा चुकी हैं।

    भोपाल की स्कूल और महाविद्यालय की इच्छुक छात्राओं को भी शिविर में 9 और 10 नवंबर को प्रशिक्षण के लिए भेजा जा सकेगा। प्रशिक्षक सुश्री सरला ने इस कसीदाकारी को सीखने के लिए छात्राओं से प्रशिक्षण में पूर्वान्ह 11 से दोपहर एक बजे तक भोपाल हाट में आने का आग्रह किया है।

    हस्तशिल्प विकास निगम की स्टेट अवॉर्डी सुश्री सोनेजा गत 40 बरस से इस कला के संरक्षण के लिए कार्य कर रही हैं। मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर भोपाल हाट में 10 दिवसीय मेले में हस्त शिल्प विकास निगम के आमंत्रण पर वे सृजन मेले में आई हैं।

  • शिल्प गुरू और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुए मध्यप्रदेश के शिल्पकार

    शिल्प गुरू और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुए मध्यप्रदेश के शिल्पकार

    भोपाल ,28 नवम्बर 2022 /
    मध्यप्रदेश के धार जिले के श्री मोहम्मद यूसुफ खत्री को बाघ प्रिंट हस्त-शिल्प विरासत के संरक्षण के लिए वर्ष 2017 का शिल्प गुरू पुरस्कार प्रदान किया गया है। विज्ञान भवन दिल्ली में उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ और केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने उन्हें स्वर्ण पदक और ताम्र पत्र से सम्मानित किया। समारोह में वर्ष 2017, 2018 और 2019 के शिल्पगुरू पुरस्कार और राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए गए।

    धार जिले के श्री मोहम्मद नसीर को साड़ी हस्त-ब्लॉक प्रिंटिंग शिल्प और श्री मुबारिक खत्री को बाँस दरी पर्दों पर हस्त ब्लॉक प्रिंट तथा नीमच जिले के स्व. श्री प्रदीप झरिया और श्री पवन कुमार झरिया को विलुप्त तारापुर हस्त-छप्पा छपाई कला के लिए वर्ष 2017 के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। स्व. श्री प्रदीप झरिया का पुरस्कार उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अनुसुइया झरिया ने ग्रहण किया। धार जिले के श्री मोहम्मद बिलाल खत्री को बाँस चटाई हस्त-ब्लॉक प्रिंट के लिए वर्ष 2018 के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं को ताम्र पत्र प्रदान किया।

    विज्ञान भवन दिल्ली में पुरस्कार विजेता शिल्पकारों की हस्त-कला के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए प्रदर्शनी लगाई गई है। अगले एक सप्ताह तक पुरस्कृत शिल्पकारों की हस्त-कला का प्रदर्शन दिल्ली के कला संग्रहालय में भी किया जाएगा।

  • प्रदेश में 226 नई स्वास्थ्य संस्थाएँ शुरू की जायेंगी  मंत्री डॉ. चौधरी

    प्रदेश में 226 नई स्वास्थ्य संस्थाएँ शुरू की जायेंगी मंत्री डॉ. चौधरी

    भोपाल ,28 नवम्बर 2022 /
    लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि इस वर्ष प्रदेश में 226 नई स्वास्थ्य संस्थाएँ शुरू की जायेंगी। ऐसे ग्रामीण क्षेत्र, जहाँ अभी स्वास्थ्य संस्थाएँ नहीं हैं, वहाँ प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य संस्था शुरू की जायेगी। इनमें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और सिविल अस्पताल शामिल रहेंगे। मंत्री डॉ. चौधरी सोमवार को आत्म-निर्भर हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर्स पर केन्द्रित कार्यक्रम के उद्घाटन-सत्र को संबोधित कर रहे थे। आत्म-निर्भर हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स मध्यप्रदेश स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ कर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का संकल्प और आदर्श हेल्थ एण्ड वेलनेस पद्धति के विमोचन कार्यक्रम को टाटा ट्रस्ट की सहयोगी संस्था कलेक्टिव्स फॉर इंटीग्रेटेड लाइवली हुड इनिशिएटिव्स द्वारा आयोजित किया गया।

    स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मध्यप्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में अग्रणी राज्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमेप में स्वास्थ्य को प्राथमिकता पर रखा है। स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिये निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में एक लाख 50 हजार हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स बनाये जा रहे हैं। इसमें से मध्यप्रदेश में 10 हजार से अधिक हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स बनाने के लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जा चुका है। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रदेश ने रिकॉर्ड साढ़े 3 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बना कर देश में पहला स्थान प्राप्त किया है।

    स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि उप स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित कर आवश्यक जाँचें और 97 प्रकार की दवाइयाँ नि:शुल्क दी जा रही हैं। इन केन्द्रों पर प्रशिक्षित सीएचओ द्वारा उपचार दिया जा रहा है। एनसीडी क्लीनिक पर शुगर, बी.पी. आदि की जाँच कर समय पर उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि सरकारी अस्पतालों को सुदृढ़ किया जा रहा है। सम्पूर्ण कायाकल्प अभियान से अस्पतालों में जरूरत के उपकरण और मरम्मत आदि के कार्य करवाये गये हैं। प्रदेश में निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना में इनपेनल्ड किया गया है। आयुष्मान कार्डधारी नागरिक एक वर्ष में 5 लाख रूपये तक का उपचार निजी अस्पतालों में प्राप्त कर सकते हैं। शासकीय अस्पतालों में भी उन्हें उपचार प्राप्त करने की सुविधा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग ने बेहतर कार्य किया है।

  • मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं में भर्ती मरीजों से किया संवाद

    मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं में भर्ती मरीजों से किया संवाद

    भोपाल ,28 नवम्बर 2022 /
    लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने सोमवार को झाबुआ जिले की स्वास्थ्य संस्थाओें में भर्ती मरीजों से वीडियो कॉल पर चर्चा की। उन्होंने शासकीय अस्पतालों से मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

    मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिले के चैनपुरा उप स्वास्थ्य केन्द्र की सीएचओ सुश्री रजनी बारिया से केन्द्र में उपलब्ध हीमोग्लोबिनो मीटर के संबंध में जानकारी प्राप्त की। सीएचओ सुश्री बारिया ने बताया कि उनके केन्द्र पर हीमोग्लोबिनो मीटर उपलब्ध है। रोजाना उनके द्वारा 25 से 30 मरीजों को देखा जाता है और उनके खून की जाँच की जाती है। केन्द्र पर उपस्थित मरीज ने बताया कि वह उपचार से संतुष्ट है।

    स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रानापुर में बीएमओ डॉ. जी.एस. चौहान से चर्चा कर स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध दवाइयों और सम्पूर्ण कायाकल्प अभियान में किये गये कार्यों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने रानापुर स्वास्थ्य केन्द्र के वार्ड में भर्ती मरीज श्रीमती अनीता बसनिया से भी चर्चा की। श्रीमती बसनिया ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र में अच्छी साफ-सफाई है। उन्हें नि:शुल्क दवाइयाँ और उपचार मिला है। मंत्री डॉ. चौधरी ने बीएमओ डॉ. चौहान से कहा कि गर्भवती महिलाओं को प्रथम तिमाही की जाँच के बाद मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता प्रसूति योजना में 4 हजार रूपये देने का प्रावधान किया गया है। प्रसव के बाद शेष राशि 12 हजार रूपये दिये जाने हैं। इन प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें।

    मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पिटोल में पदस्थ चिकित्सक डॉ. अंतिम बंडोले से बात की। डॉ. बंडोले ने बताया कि पिटोल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की ओपीडी में रोजाना 70 से 75 मरीज आते हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसव सुविधा उपलब्ध है और रोजाना 6 से 10 प्रसव होते हैं। स्वास्थ्य केन्द्र में योगा गार्डन का निर्माण किया गया है। मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. सावन चौहान से चर्चा की। उन्होंने झाबुआ जिला अस्पताल में अपेंडिक्स का ऑप्रेशन कराने के लिये भर्ती हुए मरीज हकू और फीमेल सर्जिकल वार्ड में भर्ती श्रीमती रसली से अस्पताल में मिल रही दवाइयों एवं अन्य सुविधाओं के बारे में जाना। मरीजों ने बताया कि उन्हें नि:शुल्क दवाइयाँ और उपचार मिल रहा है। अस्पताल में सभी का व्यवहार अच्छा है।