Category: राज्य

  • 4 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को मिला व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का लाभ

    4 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों को मिला व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का लाभ

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    राष्ट्रीय शिक्षा नीति अंतर्गत मध्य प्रदेश में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में स्नातक प्रथम वर्ष के 4 लाख 15 हजार 136 विद्यार्थी ने परपंरागत विषयों के साथ अपनी पसंद के व्यावसायिक पाठ्यक्रम की भी शिक्षा प्राप्त की है। यह पाठयक्रम उन्हें रोजगार एवं स्व-रोजगार के नए अवसर प्राप्त करने में सहयोगी होगा। यही नहीं इसके अध्ययन से उन्हें अपने कॅरियर की दिशा निर्धारित करने में भी सहायता मिलेगी। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में एमएसएमई विभाग के साथ एमओयू किया गया था। भविष्य में विद्यार्थियों को रोजगार के सुगम अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से पर्यटन और खनिज विभाग के साथ भी अनुबंध किया जायेगा।

    राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में स्नातक प्रथम वर्ष में 25 व्यावसायिक पाठ्यक्रम को शामिल किया गया है। इसमें सभी विद्यार्थियों को निर्धारित विषयों में से किसी एक विषय में एक साल का डिप्लोमा पूर्ण करना होगा।

    पाठयक्रम के लिए शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण

    राष्ट्रीय शिक्षा नीति में व्यावसायिक विषय के पाठयक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी उच्च शिक्षा विभाग के उन विषय विशेषज्ञों को दी गई थी, जिनके मूल विषय में इन पाठ्यक्रमों की आधारभूत विषय-वस्तु आती है।शासन के निर्देशानुसार महाविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को इन विषयों का अध्ययन कराने वाले शिक्षकों को विभाग द्वारा इसके लिए नरोन्हा प्रशासन अकादमी में वरिष्ठ एवं अनुभवी विषय-विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। इसके लिए 5 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण सत्र 28 फरवरी से एक अप्रैल तक किया गया, जिसमें कुल 2100 शिक्षक ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इन शिक्षकों द्वारा संबंधित विषयों के विद्यार्थियों को अध्ययन कराया गया है।

    यह है प्रमुख विषय

    निर्यात-आयात प्रबंधन, जीएसटी के साथ ई–एकाउंटिंग और कराधान, वित्त सेवाएँ और बीमा, खुदरा प्रबंधन, डिजिटल मार्केटिंग, ब्रिकी कौशल, एकाउंटिंग और टैली कोर्स, जैविक खेती, बागवानी, वर्मी कम्पोस्टिंग, डेयरी प्रबंधन, चिकित्सा निदान, डेस्कटॉप प्रकाशन (डीटीपी), सौंदर्य और स्वास्थ्य कल्याण, औषधीय पौधे, पोषण और आहार, वेब डिजाइनिंग, इलेक्ट्रिकल टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रानिक टेक्नोलॉजी, सुरक्षा सेवाएँ, हस्तशिल्प, खाद्य संरक्षण और प्र-संस्करण, व्यक्तित्व विकास, पर्यटन-परिवहन और यात्रा सेवाएँ, कार्यालय प्रक्रिया और व्यवहार।

  • शैक्षणिक संस्थाओं के उन्नयन के लिए प्रतिबद्व है सरकार

    शैक्षणिक संस्थाओं के उन्नयन के लिए प्रतिबद्व है सरकार

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    मध्यप्रदेश में एक ओर जहाँ नवीन शिक्षा नीति से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार महाविद्यालयों के नए भवनों का निर्माण और शैक्षणिक संस्थाओं के उन्नयन का प्रयास कर रही है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को राजगढ़ के शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के नए भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

    मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इसी क्रम में शासकीय पी.जी. कॉलेज राजगढ़ के नए भवन का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त राजगढ़ में व्यावसायिक एवं मेडिकल कॉलेज के नए भवनों का भी निर्माण किया जा रहा है।

    मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के स्तर के उन्नयन के लिए संकल्पित है और इसके लिए विद्यार्थियों के लिए अनेक योजना का संचालन किया जा रहा है। आर्थिक तंगी से किसी विद्यार्थी की शिक्षा प्रभावित न हो एवं सभी वर्गों के प्रतिभावान विद्यार्थी बिना किसी बाधा के ज्ञान अर्जित कर सकें, इसके लिए राज्य सरकार हर साल करोड़ो रूपए की छात्रवृति प्रदान कर रही है। विद्यार्थियों को नि:शुल्क पुस्तकें भी उपलब्ध कराई जाती हैँ। मंत्री डॉ. यादव ने बताया कि अकेले राजगढ़ जिले में ही एक साल में लगभग एक करोड़ 32 लाख रूपए की छात्रवृति प्रदान की जाती है।

    विद्यार्थियों को मिली नए भवन की सौगात

    पीजी कॉलेज में आर्ट्स, साइंस एवं कामर्स संकाय की यूजी एवं पीजी की कक्षाएँ संचालित की जाती हैँ। महाविद्यालय में प्रतिवर्ष प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी की संख्या बढ़ रही है। कॉलेज में वर्तमान में लगभग 3800 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। अत: कॉलेज की पुरानी इमारत में जगह कम होने से कॉलेज परिसर में ही भवन का निर्माण किया गया है। नए भवन के निर्माण से यहाँ अध्ययनरत विधार्थी काफी उत्साहित हैं।

  • फ्रेंच चित्रकारों के चित्र दोनों देश की संस्कृति के बीच सेतु का कार्य करेंगे : प्रमुख सचिव

    फ्रेंच चित्रकारों के चित्र दोनों देश की संस्कृति के बीच सेतु का कार्य करेंगे : प्रमुख सचिव

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला ने एलियांस फ्रांसेस द भोपाल इंस्टिट्यूट में वॉल आर्ट फेस्टिवल की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि वॉल आर्ट फेस्टिवल भारतीय कलाकारों और फ्रांस के कलाकारो को करीब लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। फ्रेंच चित्रकारों द्वारा बनाए गए चित्र दोनो देश की संस्कृति के बीच सेतु का कार्य करेंगे।

    प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि फ्रेंच एंबेसी के साथ हुए एमओयू के तहत इस तरह के सांस्कृतिक आदान-प्रदान के कार्यक्रम आगे भी आयोजित किए जाते रहेंगे। इसके पूर्व भी पेरिस में एक सांस्कृतिक संध्या के दौरान मध्यप्रदेश की संस्कृति और खान -पान को फ्रांस के लोगों के बीच प्रदर्शित किया गया था जिसे फ्रांस के लोगो द्वारा सराहा गया था। फ्रांसीसी कलाकारों द्वारा प्रदर्शित चित्रों से प्रभावित होकर प्रमुख सचिव श्री शुक्ला भी अपने आप को रोक नहीं पाए और कैनवास रूपी दीवाल पर चित्रकारी की। इस अवसर पर फ्रांसीसी वॉल-आर्टिस्ट किड क्रेओल, बूगी, ओलिविया डी बोना, पोज़ और भारतीय कलाकार सुश्री नीथी सहित इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर श्री थॉमस सिमोइस, रीता गोहदे सहित बड़ी संख्या में फ्रांसीसी कला प्रेमी उपस्थित रहे।

    भोपाल में वॉल आर्ट फेस्टिवल

    भोपाल में 22 नवंबर से 30 नवंबर 2022 तक एलायंस फ्रांसेज द्वारा मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड, संस्कृति विभाग और गैर सरकारी संगठन एकलव्य के सहयोग से फेस्टिवल आयोजित किया गया। फेस्टिवल के समापन अवसर पर फ्रांस के कलाकारों के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी सभी कला प्रेमियों के लिए 30 नवम्बर से 16 दिसंबर, 2022 तक निःशुल्क खुली है।सोमवार से शनिवार सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक एलायंस फ्रांसेज द भोपाल इंस्टिट्यूट की गैलरी में देखी जा सकती है। रविवार और सार्वजनिक छुट्टियों पर गैलरी बंद रहेगी।

    वॉल आर्ट फेस्टिवल का यह दूसरा संस्करण है। फ्रांस से आए कलाकारों ने देश के 13 शहरों में 16 से अधिक प्रोजेक्ट में चित्रकारी की। फ्रांसीसी कलाकार श्री पॉयस और ओलिविया डी बोना ने रवींद्र भवन की नई इमारत और नीति एकलव्य फाउंडेशन की दीवारों पर पेंटिंग की है।

  • शत-प्रतिशत घरों में सीवरेज एवं नल कनेक्शन दिए जाएँ

    शत-प्रतिशत घरों में सीवरेज एवं नल कनेक्शन दिए जाएँ

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास सह प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी श्री भरत यादव ने मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी द्वारा क्रियान्वित जल प्रदाय और सीवरेज परियोजनाओं की समीक्षा की। श्री यादव ने निर्देश दिए कि जिन निकायों में परियोजनाऐं पूर्ण होने को हैं, वहाँ निकाय की सीमा में आने वाले शत-प्रतिशत घरों में सीवरेज एवं नल कनेक्शन दिए जाएँ।

    श्री यादव ने कहा कि परियोजना क्रियान्वयन इकाई, नगरीय निकाय और संविदाकार आपस में समन्वय कर कार्य करें। अमृत 2.0 का कार्य पहले से निर्धारित है। अतः यह न समझा जाए कि परियोजना निकाय का शेष कार्य अमृत 2.0 में करा लिया जायेगा।

    प्रबंध संचालक ने परियोजना प्रबंधकों को निर्देश दिए कि प्रगतिरत कार्यों के रनिंग देयक 3 दिसम्बर तक प्रस्तुत करें, जिससे देयकों का भुगतान 10 दिसम्बर से पहले किया जा सके। श्री यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि परियोजनाओं के कार्यों की सतत् निगरानी करते रहें और लक्ष्य अनुसार प्रगति नहीं होने पर अनुबंध के प्रावधान अनुसार कार्यवाही भी करें।

    प्रबंध संचालक ने कहा कि 31 जनवरी तक दूसरे चरण का अभियान चला कर रोड रेस्टोरेशन और हाई ड्रोटेस्टिंग के शेष कार्य भी पूर्ण करें। अतिरिक्त प्रबंध संचालक श्रीमती रूचिका चौहान, प्रमुख अभियंता श्री दीपक रत्नावत सहित संबंधित अधिकारी, परियोजना प्रबंधन सलाहकार, फर्म के विशेषज्ञ और संविदाकार के प्रतिनिधि शामिल रहे।

  • जल जीवन मिशन में करीब 55 लाख ग्रामीण परिवार हुए लाभान्वित

    जल जीवन मिशन में करीब 55 लाख ग्रामीण परिवार हुए लाभान्वित

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    जल जीवन मिशन में अब तक मध्यप्रदेश के 7 हजार 62 ग्रामों के हर परिवार को नल से जल उपलब्ध करवाया जा चुका है। इनमें से केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा सर्वाधिक सर्टिफाइड घोषित ग्रामों की संख्या में मध्यप्रदेश प्रथम स्थान पर है। प्रदेश के 2 हजार 396 ग्राम सर्टिफाइड हैं।

    मिशन में मध्यप्रदेश के 54 लाख 86 हजार से अधिक ग्रामीण परिवारों के घर पर नल कनेक्शन से जल उपलब्धता सुनिश्चित की जा चुकी है। करीब 50 हजार करोड़ रूपये लागत की जल प्रदाय योजनाओं पर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश के लिए मिशन में ग्रामीण आबादी को दिए जाने वाले नल कनेक्शन के सम्पूर्ण लक्ष्य में 45.69 प्रतिशत उपलब्धि अर्जित की जा चुकी है।

    देश में 20 लाख से अधिक वार्षिक लक्ष्य वाले 12 बड़े राज्यों में प्रदेश ने अपना अच्छा स्थान लगातार बनाये रखा है। इन 12 राज्यों में सर्वाधिक ग्रामों के शत-प्रतिशत “हर घर जल” उपलब्ध करवाने में प्रदेश दूसरे पायदान पर है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में संचालित 41 हजार 373 आँगनवाड़ी और 71 हजार 423 शालाओं में नल कनेक्शन से जल उपलब्ध करवाने की व्यवस्था भी की गई है। अब तक 4277 ग्रामों में 100 से 90 प्रतिशत, 2089 ग्रामों में 90 से 80 प्रतिशत, 1595 ग्रामों में 80 से 70 और 14 हजार 921 ग्रामों की जल प्रदाय योजनाओं के कार्य 70 से 60 प्रतिशत प्रगतिरत हैं।

  • इंदौर जिले की पारेषण क्षमता बढ़ी

    इंदौर जिले की पारेषण क्षमता बढ़ी

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने 220 के.व्ही. सब-स्टेशन देपालपुर में नया 63 एमव्हीए ट्रांसफार्मर ऊर्जीकृत कर इंदौर जिले की पारेषण क्षमता में बढ़ोत्तरी की है। इंदौर में कंपनी के अधीक्षण अभियंता श्री प्रदीप सिंह राघव ने बताया कि इस नये ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से 220 के.व्ही. सब स्टेशन देपालपुर की 132 के.व्ही. साइड ट्रांसफारमेशन क्षमता बढ़ कर 143 एम.व्ही.ए. हो गई है। इस ट्रांसफार्मर की स्थापना से देपालपुर, आगर, बेटमा, बेगंधा, आताहेड़ा, बनेढ़िया, गोकलपुर, लिंबोधापार क्षेत्र के कृषि उपभोक्ताओं के साथ घरेलू उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली उचित वोल्टेज पर प्राप्त हो सकेगी।

    जिले की पारेषण क्षमता बढ़ कर 4984 एम.व्ही.ए. की हुई

    श्री राघव ने बताया कि ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से इंदौर जिले की कुल ट्रांसफारमेशन क्षमता बढ़ कर 4984 एम.व्ही.ए. की हो गई है। इसमें 400 के.व्ही. साइड 1260 एम.व्ही.ए., 220 के.व्ही. साइड 1710 एम.व्ही.ए. तथा 132 के.व्ही. साइड 2014 एम.व्ही.ए. की स्थापित क्षमता शामिल है।

    मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी, इंदौर जिले में अपने 22 सब-स्टेशन से विद्युत पारेषण करती है, जिसमें 400 के.व्ही. का एक सब-स्टेशन, 220 के.व्ही. के 6 तथा 132 के.व्ही. क्षमता के 15 सब-स्टेशन क्रियाशील है।

  • मुख्यमंत्री  ने उद्योगपति श्री किर्लोस्कर के निधन पर दुख व्यक्त किया

    मुख्यमंत्री ने उद्योगपति श्री किर्लोस्कर के निधन पर दुख व्यक्त किया

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वाइस चेयरमैन श्री विक्रम किर्लोस्कर के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री किर्लोस्कर ने उद्योग जगत और भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को यह असीम दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।

  • मुख्यमंत्री ने उज्जैन में श्री येवतीकर की पार्थिव देह पर पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी

    मुख्यमंत्री ने उज्जैन में श्री येवतीकर की पार्थिव देह पर पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह उज्जैन पहुँच कर वरिष्ठ प्रचारक स्व. श्री गोपाल येवतीकर की पार्थिव देह पर पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। विधायक श्री पारस जैन, नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती कलावती यादव, पूर्व सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय, आईजी श्री संतोष कुमार सिंह, डीआईजी श्री अनिल कुशवाह, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सत्येंद्र कुमार शुक्ल सहित जन-प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित रहे।

  • मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ प्रचारक स्व. श्री गोपाल येवतीकर की स्मृति में पौध-रोपण किया

    मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ प्रचारक स्व. श्री गोपाल येवतीकर की स्मृति में पौध-रोपण किया

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ प्रचारक स्व. श्री गोपाल येवतीकर की स्मृति में स्मार्ट सिटी उद्यान में पौध-रोपण किया। पौध-रोपण से पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उज्जैन पहुँच कर स्व. श्री येवतीकर की पार्थिव देह पर पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। पौध-रोपण में वरिष्ठ समाजसेवी श्री बनवारी लाल सक्सेना साथ थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने करंज, आँवला और टिकोमा के पौधे लगाए।

    मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ वन विभाग से आज सेवानिवृत्त हो रहे श्री जयदीप सिंह चौहान भी पौध-रोपण में सम्मिलित हुए। उन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान 42 हजार किलोमीटर से अधिक वृक्षा-रोपण यात्रा मोटर साइकिल से पूर्ण की है। उन्हें जर्मनी के हैंबर्ग विश्वविद्यालय में व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया गया है। पौध-रोपण में सुश्री मीना सिंह चौहान, सर्वश्री अनुभव सिंह चौहान, रणजीत सिंह चौहान और अंजनी सिंह चौहान भी शामिल हुए।

  • दो दिसम्बर से होगा मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान के हितलाभ का वितरण  मुख्यमंत्री

    दो दिसम्बर से होगा मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान के हितलाभ का वितरण मुख्यमंत्री

    भोपाल,30 नवम्बर 2022 /
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान अंतर्गत स्वीकृति-पत्र वितरण 2 दिसम्बर से आरंभ होगा। बैतूल सहित हरदा और नर्मदापुरम की प्रत्येक ग्राम पंचायत में 2 दिसम्बर को समारोह कर जन-सेवा अभियान के स्वीकृति-पत्र तथा अभियान में शामिल 38 योजनाओं का हितलाभ संबंधित हितग्राहियों को प्रदान किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के जनजाति बहुल क्षेत्रों में पेसा एक्ट के प्रावधानों के प्रचार-प्रसार में स्वयं सेवी संगठन सक्रिय भूमिका निभाएँ। जनजाति भाई-बहनों के सशक्तिकरण के लिए पेसा एक्ट लागू किया गया है। इसके प्रावधानों के क्रियान्वयन से हमारे जनजातीय भाई-बहनों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। राज्य शासन द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, स्वंय सेवी संगठन भी जानकारी के प्रसार में सहयोग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान 2 दिसंबर को बैतूल में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में हितलाभ वितरण और पेसा जागरूकता अभियान कार्यक्रम के लिए जारी तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।

    जानकारी दी गई कि 2 दिसम्बर को बैतूल जिले के भीमपुर विकासखण्ड की कुंडबकासुर ग्राम पंचायत से मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान के स्वीकृति-पत्रों तथा अभियान में शामिल योजनाओं का लाभ वितरण आरंभ होगा। कार्यक्रम में बैतूल सहित नर्मदापुरम और हरदा के हितग्राही भी शामिल होंगे। साथ ही बैतूल की सभी ग्राम पंचायत, नर्मदापुरम जिले की 427 ग्राम पंचायत और नगरीय निकायों तथा हरदा जिले की 220 ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों के 80 वार्डों में स्वीकृति-पत्र वितरित किए जाएंगे। बताया गया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान भीमपुर विकास खण्ड के निशाना वन ग्राम में पेसा जागरूकता अभियान में भी शामिल होंगे।