Category: राज्य

  • बजट के विरोध में आज प्रदर्शन करेगा आईएनडीआईए मल्लिकार्जुन खरगे के घर हुई बैठक में बनी सहमति

    बजट के विरोध में आज प्रदर्शन करेगा आईएनडीआईए मल्लिकार्जुन खरगे के घर हुई बैठक में बनी सहमति

    नईदिल्ली ।

    विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए ने फैसला किया कि वह बुधवार को केंद्रीय बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ किए गए भेदभाव को लेकर संसद के अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन करेगा। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर मंगलवार शाम आईएनडीआईए के घटक दलों के नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी, लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई, राकांपा प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक-ओ-ब्रायन और कल्याण बनर्जी, द्रमुक के टीआर बालू, जेएमएम की महुआ माझी, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और संजय सिंह, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश, माकपा के जान ब्रिटास समेत कई नेता शामिल हुए।

    वेणुगोपाल ने बैठक के बाद कहा कि इस साल के केंद्रीय बजट ने बजट की अवधारणा को पहले ही खत्म कर दिया है। उन्होंने अधिकांश राज्यों के साथ पूरी तरह से भेदभाव किया है। इसलिए आईएनडीआईए बैठक में यह आम सहमति थी कि हमें इसका विरोध करना चाहिए। बाद में एक्स पर पोस्ट में वेणुगोपाल ने कहा- आज पेश किया गया केंद्रीय बजट बेहद भेदभावपूर्ण और खतरनाक था, जो संघवाद और निष्पक्षता के सिद्धांतों के एकदम खिलाफ है, जिसका कि केंद्र सरकार को पालन करना चाहिए। विरोध में कांग्रेस के मुख्यमंत्री 27 जुलाई को होने वाली नीति आयोग की बैठक का भी बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि इस सरकार का रवैया संवैधानिक सिद्धांतों के बिल्कुल विपरीत है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि बजट ने उन राज्यों को अंधकारमय बना दिया है जहां गैर-भाजपा सरकारें हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हम इस संबंध में कल संसद में विरोध प्रदर्शन करेंगे।

  • यूपीएससी चेयरमैन मनोज सोनी ने चौंकाया, अचानक दे दिया इस्तीफा

    यूपीएससी चेयरमैन मनोज सोनी ने चौंकाया, अचानक दे दिया इस्तीफा

    नईदिल्ली  ।

    यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन के अध्यक्ष मनोज सोनी ने टेन्यर खत्म होने से पांच साल पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया है। उनका कार्यकाल 2029 में खत्म होना था। उन्होंने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है और इसका फर्जी प्रमाणपत्र जमा करने के आरोपों के मामले से कोई संबंध नहीं है. मनोज सोनी ने 2017 से यूपीएससी सदस्य के रूप में कार्य करने के बाद 16 मई, 2023 को क्कस्ष्ट अध्यक्ष का पदभार संभाला था, जिसका कार्यकाल छह साल का होता है। उन्होंने कथित तौर पर लगभग एक महीने पहले राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इसे स्वीकार किया जाएगा या नहीं। मनोज सोनी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके घनिष्ठ संबंधों के लिए जाना जाता है, जिन्होंने उन्हें 2005 में वडोदरा में एमएस विश्वविद्यालय का सबसे युवा कुलपति नियुक्त किया था।

  • पौधा लगाएं और संकल्प लें उसकी देखभाल का – मंत्री  राजपूत

    पौधा लगाएं और संकल्प लें उसकी देखभाल का – मंत्री राजपूत

    एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री  गोविंद सिंह राजपूत ने पौध-रोपण किया और संकल्प लिया कि वे उनके द्वारा लगाए जा रहे सभी पौधों की देखभाल भी करेंगे। मंत्री  राजपूत ओशो हनुमान पहाड़ी, बटालियन, मकरोनिया में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान अंतर्गत वृहद पौध-रोपण कार्यक्रम में शामिल हुए।

     राजपूत ने कहा की मात्र पौधा लगाना मकसद नहीं है बल्कि पौधे की परिवार के सदस्य जैसी जिम्मेदारी समझते हुए देखभाल करना भी जरूरी है। उन्होंने इस अभियान को स्वच्छता मिशन से जोड़ते हुए कहा कि हम यदि स्वच्छ वायु, ऑक्सीजन, स्वच्छ वातावरण चाहते हैं तो वृक्षों का उसमें सबसे अहम योगदान है। हमारा वातावरण स्वच्छ रहे इसके लिए हमारा परिवेश वृक्षों से आच्छादित होना आवश्यक है।

    मंत्री  राजपूत ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार समाज का हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए पौध-रोपण कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज हम जो पौधा रोप रहे हैं वह कल हमारा सच्चा मित्र बनकर बड़ा होगा, जो हमें फल, छाया के साथ स्वच्छ वातावरण भी देगा। इसलिए पौधे के लिए आवश्यक पानी, खाद सभी उचित मात्रा में मिले, इसकी भी व्यवस्था करें। हम अपने मां, पिता के नाम पर पेड़ लगाते हैं और हमारे द्वारा आज लगाए गए पौधे वर्षों तक जीवित रहकर उनका स्मरण कराते हैं।

    विधायक  प्रदीप लारिया ने कहा कि प्रकृति ने हमें बहुत कुछ दिया है और हमें भी प्रकृति को देने की आवश्यकता है। “एक पेड़ मां के नाम” अभियान हमें यह अवसर देता है कि प्रकृति के प्रति हम अपनी जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा में भी वृक्ष पूजनीय हैं। वे हमें जीवन जीने के लिए अति आवश्यक आक्सीजन प्रदान करते हैं। हम सभी आगे आएं और एक पौधा अवश्य लगाएं और उसकी देखभाल भी करें। नगर पालिका मकरोनिया के अध्यक्ष  मिहीलाल अहिरवार ने आभार व्यक्ति किया।

    इस अवसर पर सांसद  लता वानखेड़े, जनप्रतिनिधि, सागर संभाग के कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत, पुलिस महा निरीक्षक  प्रमोद वर्मा, कलेक्टर  दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक  अभिषेक तिवारी, नगर निगम कमिश्नर  राजकुमार खत्री सहित छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

  • नगरीय निकाय एवं आवास मंत्री की अध्यक्षता में नगरीय निकायों की हुई समीक्षा

    नगरीय निकाय एवं आवास मंत्री की अध्यक्षता में नगरीय निकायों की हुई समीक्षा

     विजयवर्गीय ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि समस्याओं के निराकरण के लिए लगातार कार्य करना चाहते हैं, यह प्रसन्नता कि बात हैं। जनभागीदारी को भी अधिकांश योजनाओं में भी बढ़ावा देने पर भी सभी महापौरगण विचार कर सकते हैं। शहर के प्रतिष्ठित नागरिकों की सूची बनाएं, जिसमें इंजीनियर, आर्किटेक्ट, प्रोफेशनल्स, कलाकार आदि सभी प्रकार के नागरिक शामिल हों। शहर के विकास में सभी को साथ लेकर चलें। हमें पूरी टीम वर्क के साथ काम करना चाहिए। निकायों के पास बहुत अधिकार हैं, इनका उपयोग शहर हित में करना चाहिये।

    मंत्री  विजयवर्गीय ने कहा कि जनभागीदारी का सबसे अच्छा उदाहरण इंदौर शहर हैं। यहाँ पौध-रोपण कार्यक्रम में की लोगों ने लाखों पेड़ लगा दिये। सफाई से निगम की छवि बनती हैं, इसलिए सफाई के लिए विशेष ध्यान दिया जाये। कई योजनाओं में प्रदेश नम्बर 1 है तो आगे भी बना रहें। अपने क्षेत्र में ग्रीन एरिया चिन्हित कर वृक्षारोपण करायें, आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण संरक्षण बहुत आवश्यक हैं।  विजयवर्गीय ने कहा कि कल्याणकारी राज्य की अवधारणा पर काम करें और सहज होकर काम करें। लोगों के काम करने के लिए स्थानीय शासन की जबावदेही ज्यादा होती है। उन्होंने कहा कि आप शहरी सरकार है, अपनी शक्तियां पहचान कर कार्य करें परंतु निर्णय लोकहित में होने चाहिए। नगर निगम क्षेत्रांतर्गत अनाधिकृत कालोनियों पर सख्ती से रोक लगाई जावें। सरकार निगमों की हरसभंव मदद करेगी परंतु निगमों को भी अपने टैक्स कलेक्शन को बढ़ाना होगा।  विजयवर्गीय ने कहा कि अपनी आय बढ़ाने के लिए आवश्यक उपाय अवश्य किये जाऐं। शहरी के नागरिकों को भी टैक्स जमा करने के लिए प्रेरित करें। न्यूनतम दर से कम राशि के टेण्डर आने पर कमेटी बनाकर जांच हो ताकि गुणवत्तापूर्ण कार्य हो सकें। एक-एक योजना पर विचार कर कार्ययोजना बनाएं और प्रोजेक्ट को फायदे में चलाएं।

    मंत्री  विजयवर्गीय ने अवैध कालोनियों पर नियंत्रण रखने के निर्देश दिये। आवारा कुत्तों पर नियंत्रण एवं उनके द्वारा काटने की घटनाओं को रोकने के लिए कार्य करने के निर्देश दिये। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि मल्टी स्टोरी भवनों के लिफ्ट एवं फायर सेफ्टी सिस्टम नगरीय निकाय द्वारा देखें जाये। फायर संचालनालय का गठन किया जायेगा, इसके लिए लगभग 4 सौ करोड़ का बजट प्रस्तावित हैं। नये सिरे से फायर एक्ट भी बनाये जाऐगें। नगर निगमों तक संसाधनों को पहुंचाया जायेगा। किरायेदारी अधिनियम बनायेंगे, जिससे संपत्ति के मालिक का स्वामित्व बना रहे और किरायेदार को भी असुविधा न हों। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि शहरों में यातायात व्यवस्था सुचारू बनाये रखने के लिए बारात, जुलूसों आदि के लिए नियम बनाये जायेंगे। उन्होंने लोक निर्माण, गृह निर्माण मंडल, रेल्वे, विद्युत, दूरसंचार आदि से नगरीय क्षेत्रों में अपने विभागीय कार्यों को करने के पहले आयुक्त एवं महापौर से चर्चा करने के निर्देश दिये। जिससे सड़कों पर टूट-फूट होने को रोका जा सके।

    राज्य मंत्री सुश्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि निकायों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये सभी ने सुझाव दिये है। सबके सहयोग से प्रदेश के सभी निकायों को सुंदर एवं स्वच्छ बनाते हुए विकास प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगें। पर्यावरण, अपशिष्ट प्रबंधन, सौर संयंत्र, जल संग्रहण, नदियों की स्वच्छता इत्यादि पर और बेहतर कार्य करना सुनिश्चित किया जायें।

    अपर मुख्य सचिव ऊर्जा एवं नवकरणीय ऊर्जा  मनु श्रीवास्तव ने सौर ऊर्जा पर प्रेंजेंटेशन दिया। उन्होंने इसे वर्तमान समय की आवश्यकता बताया। इससे ऊर्जा आत्मनिर्भरता में मदद मिल सकेगी।

    प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास  नीरज मण्डलोई ने शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने शहरीकरण की आवश्यकता पर अपना प्रेंजेंटेशन दिया। शहरी जनसंख्या वर्तमान परिदृश्य में निरंतर बढ़ती जा रही हैं, प्रदेश में 2047 तक 50 प्रतिशत शहरीकरण होने की संभावना हैं। प्रदेश में निरंतर शहरीकरण हो रहा हैं। ग्रामीणों के शहरों में आने पर रोजगार, भोजन, आवास, यातायात, जैसी व्यवस्थाओं के लिए तैयारी करनी होगीं। सड़क, बिजली, पानी, जल-मल निकासी पर भी कार्य करना होगा।

    प्रमुख सचिव पर्यावरण, पशुपालन एवं डेयरी  गुलशन बामरा ने कहा कि जल, भूमि प्रदूषण से संबंधित नियमों का पालन करें। नदियों में प्रदूषण कम करने और प्लास्टिक के उपयोग को सीमित करने के कानूनी प्रावधानों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करायें। मध्यप्रदेश वैटलैण्डस संरंक्षण एवं प्रबंधन, पशु जन्म नियंत्रण कानून को लेकर कार्य किये जायें और शहरों को रैबिज फ्री सिटी बनायें। गौ-शालाओं का संचालन, आवारा पशुओं पर नियंत्रण को लेकर भी निकायों को स्वयं-सेवी संगठनों के साथ मिलकर कार्य करना चाहिए।

    आयुक्त नगर तथा ग्राम निवेश  श्रीकांत बनोठ ने शहरों में हॉस्टल एवं मैरिज गार्डन के लिए नियम बनाये जाने के साथ “नगर विकास योजना” पर प्रेंजेंटेशन दिया।

    ओपन सेशन में सभी ने चर्चा की और निकायों की सफलता की कहानियां भी बतायी गईं। सभी महापौरों ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने वर्ष 1956 के अधिनियम में संशोधन की बात कही। मुद्रांक शुल्क, सरकारी जमीन की उपलब्धता, महापौर को प्रोटोकाल एवं पॉवर, पुनर्घनत्वीकरण, सरकारी संपत्तियों से टैक्स एवं सर्विस चार्ज वसूली, अलग-अलग एजेंसियों द्वारा काम करने की जानकारी एक दूसरे को नहीं होना, टाउन कंट्री प्लानिंग की समस्याएं एवं फ्री होल्ड समेत विभिन्न समस्याओं को जनप्रतिनिधियों द्वारा रखा गया।

    बैठक में विगत 5 वर्षों में नगर पालिक निगम को स्वयं की आय में वृद्धि तथा वर्तमान वर्ष के बजट, पेयजल आपूर्ति के संचालन/संधारण में व्यय तथा आय, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, वर्तमान पेयजल आपूर्ति (स्त्रोत, वितरण, गुणवत्ता, मात्रा तथा नागरिकों की संतुष्टि), अमृत 1.0 तथा 2.0 की अद्यतन स्थिति, स्वच्छ भारत मिशन 1.0 तथा 2.0 की अद्यतन स्थिति, कायाकल्प योजना में स्वीकृति तथा प्रगति, पौध-रोपण अभियान लक्ष्य तथा प्रगति, प्रधानमंत्री आवास योजना-अद्यतन स्थिति, प्रगति, बसों के संचालन एवं संख्या, सवारी, प्रचलित कॉन्ट्रेक्ट, भविष्य की योजना, वित्तीय स्थिति एवं ई-बस संचालन की तैयारी, निकायों की स्वयं की आय बढ़ाने संबंधी विषय एवं सुझाव, अनाधिकृत कॉलोनी में अधोसरंचना निर्माण तथा भवन अनुज्ञा की अद्यतन स्थिति आदि विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा हुईं।

    आयुक्त नगरीय विकास एवं आवास  भरत यादव ने आभार माना। बैठक में प्रदेश के नगरीय निकायों के महापौर, आयुक्त नगर निगम, सीईओ स्मार्ट सिटी एवं नगरीय प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे

  • गुरू पूर्णिमा का पर्व पूर्ण श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाए- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

    गुरू पूर्णिमा का पर्व पूर्ण श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाए- मुख्यमंत्री डॉ. यादव

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हमारी संस्कृति में गुरु शिष्य परंपरा का महत्व आदिकाल से रहा है। इसी परंपरा के गौरव बनाये रखने के लिये- विश्वविद्यालयों में पदस्थ कुलपतियों को कुलगुरू का संबोधन प्रदान किया गया, 21 जुलाई को आने वाली गुरु पूर्णिमा प्रदेश में पूर्ण श्रद्धा के साथ मनाई जाएगी। इसके लिये स्कूल शिक्षा विभाग तथा उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विशेष रूप से सर्कुलर जारी किया गया है। सभी मंत्री अपने-अपने क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रमों में सम्मिलित हों।

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले मंत्रियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने राजस्व महाअभियान 2.0 तथा पटवारी ई-डायरी का डिजिटल शुभारंभ भी किया। उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा, श्री राजेन्द्र शुक्ल, जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय तथा राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा साथ थे। उल्लेखनीय है कि भू-स्वामियों के हित में त्वरित और आसान सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए आज 18 जुलाई से आरंभ हुआ अभियान 31 अगस्त तक जारी रहेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मंत्रालय में वंदे मातरम के गान के साथ आरंभ हुई।

    जीवन में पाँच गुरूओं का है विशेष महत्व

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरू पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे जीवन में 5 गुरूओं का विशेष महत्व है। सबसे पहली गुरू माता, दूसरे पिता, तीसरे शिक्षक, चौथे क्रम पर वह गुरू जिनसे हम आध्यात्मिक शिक्षा प्राप्त करते हैं और पाँचवां गुरू आईना है। आईना हमारे स्व से प्रतिदिन हमारा परिचय कराता है और वास्तविक स्वरूप को हमारे सामने रखता है। आईने की हमसे दुश्मनी नहीं है, पर वह हमारा दोस्त भी नहीं है, जो यथार्थ है आईना हमें उससे अवगत कराता है और यही गुरू का भी दायित्व है। गुरू-शिष्य परम्परा के निर्वहन में यह प्रदेश का सौभाग्य है कि भगवान श्रीकृष्ण को उनके गुरू सांदीपनी का सानिध्य उज्जैन में ही प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रि-परिषद के सभी साथियों से कहा कि गुरू पूर्णिमा पूर्ण श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई जाए।

    बटांकन के साथ ही होगा नामांतरण

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 18 जुलाई से 31 अगस्त तक प्रदेश में राजस्व महा अभियान 2.0 संचालित किया जाएगा। अभियान में राजस्व न्यायालय के लंबित प्रकरणों का त्वरित निराकरण, भू-अभिलेख का दुरूस्तीकरण और अभिलेख शुद्धिकरण जैसे कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बटांकन के साथ ही नामांतरण की व्यवस्था आरंभ की जा रही है। इस व्यवस्था को लागू करने में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है, केन्द्र सरकार ने भी राज्य शासन की इस पहल की सराहना की है।

    स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण की प्रक्रिया भी आरंभ की जा रही है। इसमें 8वीं कक्षा उत्तीर्ण 18 से 40 वर्ष के स्थानीय युवाओं को ही मोबाइल के माध्यम से फसलों के सर्वेक्षण का कार्य सौंपा जाएगा। इसके लिए उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाएगा। प्रति फसल, प्रति सर्वे नंबर 8 रूपए की दर से उन्हें भुगतान किया जाएगा। एक युवा को अधिकतम एक हजार सर्वे नंबर का आवंटन किया जा सकेगा। इन युवाओं को दोनों फसलों अर्थात खरीफ और रबी का सर्वे करना होगा। डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण से फसल की सटीक पहचान, उपार्जन में बचत होने के साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध होगा। व्यवस्था का क्रियान्वयन जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी।

    पटवारी ई-डायरी से बढ़ेगी पारदर्शिता और जवाबदेही

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में पटवारी ई-डायरी की व्यवस्था आरंभ की जा रही है। इससे शुचिता के साथ राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण में मदद मिलेगी। इस व्यवस्था के तहत पटवारियों द्वारा डिजिटल फार्मेट में दैनिक डायरी का संधारण किया जाएगा। पटवारी को फोटो खींचनी होगी और बिना फोटो के पटवारी दैनिक गतिविधियों को अपलोड नहीं कर सकेंगे। इससे पटवारी की उपस्थिति के वास्तविक स्थान का भी पता लग सकेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पटवारी ई-डायरी से पटवारियों की कार्यस्थल पर उपस्थिति सुनिश्चित होने के साथ-साथ उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की पारदर्शिता और जवाबदेही भी बढ़ेगी।

    पीएम स्ट्रीट वेंडर योजना और स्व-सहायता समूहों को ऋण वितरण में मध्यप्रदेश देश में प्रथम

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि पीएम स्ट्रीट वेंडर योजना के अंतर्गत केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 11 लाख 95 हजार ऋण प्रकरणों में एक हजार 736 करोड़ रूपए वितरित कर मध्यप्रदेश ने देश में प्रथम स्थान बनाया है। एनयूएलएन योजना में 60 हजार से अधिक स्व-सहायता समूहों का गठन कर 32 हजार से अधिक स्व-सहायता समूहों को 320 करोड़ रूपए से अधिक की आवर्ती निधि उपलब्ध कराई गई है और 20 हजार स्व-सहायता समूहों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया गया है। इस योजना में भी मध्यप्रदेश देश में प्रथम है। मंत्रि-परिषद के सभी सदस्यों ने मेज थपथपाकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिवादन किया।

    राजस्व महाअभियान 2.0 पर हुआ प्रेजेंटेशन

    मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले हुए राजस्व महाअभियान 2.0 की प्रस्तुतिकरण में नामांकन, बंटवारा, सीमांकन, अभिलेख दुरूस्ती, नक्शे पर खसरे की बटान को उठाना, स्वामित्व योजना सैचुरेशन, समग्र के आधार से ई-केवायसी आदि के संबंध में जानकारी दी गई।

  • 2025 तक वृद्धि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय

    2025 तक वृद्धि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मंत्रालय में हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा विभागों को सुविधाजनक तरीके से क्लाउड सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए मध्यप्रदेश क्लाउड पॉलिसी-2024″ का अनुमोदन किया। इस निर्णय से म.प्र. राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम (एमपीएसईडीसी) के माध्यम से केंद्रीयकृत रूप से विभागों को क्लाउड सेवाएं उपलब्ध कराई जायेंगी एवं क्लाउड सेवाओं के भुगतान के लिए विज्ञान और प्रौ‌द्योगिकी विभाग को बजट उपलब्ध कराया जाएगा। एमपीएसईडीसी से विभागों को क्लाउड सेवाएं प्रदाय करने से विभागों के द्वारा सीधे सेवाएं क्रय करने, डेटा सेंटर स्थापित करने और स्वयं क्लाउड सेवाओं को प्राप्त करने में होने वाले व्यय में बचत होगी। पूरे राज्य में एक केन्द्रीकृत संस्था (एमपीएसईडीसी) के द्वारा ये व्यवस्था करने से इकॉनॉमी ऑफ स्केल के कारण कुल व्यय में बचत होगी और क्लाउड सेवाओं का बेहतर प्रबंधन होगा।

    क्लाउड एडॉप्शन फ्रेमवर्क की प्रक्रियाओं के सुचारु संचालन के लिए विज्ञान एवं प्रौ‌द्योगिकी विभाग के म.प्र. राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम (एमपीएसईडीसी) में क्लाउड मानिटरिंग यूनिट (सीएमयू) की स्थापना की जायेगी। क्लाउड एडॉप्शन फ्रेमवर्क के सुचारु क्रियान्वयन के लिए क्लाउड मानिटरिंग यूनिट (सीएमयू) तैयार की जाने के लिए मानव संसाधन सेवाएं प्राप्त की जायेगीं। एमपीएसईडीसी अंतर्गत सीएमयू में क्लाउड प्रबंधक का 1 और क्लाउड टेक्नीकल एक्सपर्ट के 2 पदों का सृजन किया जायेगा। क्लाउड एडॉप्शन फ्रेमवर्क की सीएमयू के लिए मानव संसाधन सेवाओं की पूर्ति अथवा अन्य सेवाशर्तें एवं अनुबंध आदि के लिए विज्ञान एवं प्रौ‌द्योगिकी विभाग के अंतर्गत एमपीएसईडीसी को अधिकृत किया गया हैं।स्मार्ट-पीडीएस क्रियान्वयन की स्वीकृति

    मंत्रि-परिषद द्वारा स्मार्ट-पीडीएस  राज्य में लागू करने के क्रियान्वयन की स्वीकृति दी गई। इसके अतंर्गत लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत 8.35 करोड़ रूपये 3 वर्ष में व्यय किये जायेंगे। इससे सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के क्रियान्वयन, विस्तार एवं संधारण, डेटाबेस में भिन्नता, डेटा रिकवरी एवं साइबर सुरक्षा संबंधी कठिनाइयों का निराकरण होगा। केन्द्र सरकार द्वारा वन नेशन-वन राशनकार्ड से पात्र परिवारों को देश की किसी भी उचित मूल्य दुकान से राशन प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।बैकलॉग के पदों की पूर्ति के लिए विशेष भर्ती अभियान में एक वर्ष की वृद्धिमंत्रि-परिषद द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़े वर्गों तथा निःशक्तजनों के बैकलॉग/कैरीफारवर्ड पदों की पूर्ति के लिए विशेष भर्ती अभियान की समय-सीमा में 01 जुलाई 2024 से 30 जून, 2025 तक एक वर्ष की वृद्धि की गई। बैकलॉग के 17 हजार पद में से 7 हजार पद भरे जा चुकें हैं। अभी 10 हजार पद शेष हैं जो भरे जाएगें।इंदौर स्थित सिरपुर वेटलैंड, रामसर साईट के संरक्षण एवं प्रबंधन के लिए सहमति प्रस्ताव स्वीकृतमंत्रि-परिषद द्वारा अमृत धरोहर योजना अतंर्गत इंदौर स्थित सिरपुर वेटलैंड, रामसर साईट के संरक्षण एवं प्रबंधन के लिए लागत राशि 61 करोड़ 95 लाख 70 हजार रूपये की 40 प्रतिशत राशि राष्ट्रीय जलीय स्त्रोत संरक्षण कार्यक्रम (एन.पी.सी.ए.) अंतर्गत राज्य शासन द्वारा वहन करने ‘संबंधी सहमति के साथ प्रस्ताव केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को प्रेषित किये जाने का निर्णय लिया गया हैं।शासकीय सेवकों एवं पेंशनरों को देय मंहगाई भत्ते एवं मंहगाई राहत की दर में वृद्धि का अनुसमर्थनमंत्रि-परिषद ने शासकीय सेवकों एवं पेंशनरों को सातवें वेतनमान में देय मंहगाई भत्ता / राहत की दर में 01 जुलाई, 2023 (भुगतान माह अगस्त, 2023) से सातवें वेतनमान में 4 प्रतिशत की वृद्धि की जाकर 46 प्रतिशत करने एवं राज्य शासन के छठवें वेतनमान में कार्यरत शासकीय सेवकों तथा राज्य शासन के उपक्रमों/ निगमों/ मण्डलों तथा अनुदान प्राप्त संस्थाओं के राज्य शासन में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत चौथे एवं पांचवें वेतनमान में अनुपातिक आधार पर मंहगाई भत्ते में वृद्धि का आदेश तथा राज्य के पेंशनरों को देय मंहगाई राहत में वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री के आदेश का अनुसमर्थन किया।अल्पकालीन फसल ऋण की डयू डेट बढ़ाने संबंधी अनुमोदनमंत्रि-परिषद द्वारा वर्ष 2023-24 की खरीफ 2023 सीजन में वितरित अल्पकालीन फसल ऋण की ड्यू डेट बढ़ाने का अनुमोदन किया गया है। निर्णय अनुसार खरीफ 2023 सीजन के लिए निर्धारित ड्यू डेट 28 मार्च, 2024 को बढाकर 30 अप्रैल, 2024 किया गया था। साथ ही समर्थन मूल्य पर विभिन्न फसलों का विक्रय दिनांक 30 अप्रैल, 2024 तक करने वाले ऐसे किसान जिन्हें उनके उपज विक्रय राशि का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ तथा उपार्जन की अंतिम तिथि तक फसलों का विक्रय करने वाले शेष किसानों के लिए खरीफ 2023 सीजन की निर्धारित डयू डेट 30 अप्रैल, 2024 से बढाकर 31 मई, 2024 का अनुमोदन किया गया।“म.प्र. निजी सुरक्षा अभिकरण नियम 2024 का प्रारूप अनुमोदितमंत्रि-परिषद द्वारा भारत सरकार द्वारा अधिसूचित “निजी सुरक्षा अभिकरण (रोकड़ परिवहन कार्यकलापों के लिए निजी सुरक्षा) नियम, 2018 के अनुक्रम में तैयार किए गए “मध्यप्रदेश निजी सुरक्षा अभिकरण (रोकड़ परिवहन कार्यकलापों के लिए निजी सुरक्षा) नियम, 2024 के प्रारूप को अधिसूचित करने का निर्णय लिया गया है। निजी सुरक्षा एजेंसियों को नगद हैंडलिंग और परिवहन के लिए सुरक्षा प्रदान हो सकेंगी।“मध्यप्रदेश निजी सुरक्षा अभिकरण (विनियमन) नियम, 2024” को अधिसूचित करने का निर्णयमंत्रि-परिषद द्वारा मध्य प्रदेश निजी सुरक्षा अभिकरण (विनियमन) नियम, 2012 अधिक्रमित करते हुए भारत सरकार गृह मंत्रालय द्वारा अधिसूचित मॉडल नियमों के समरूप में “मध्यप्रदेश निजी सुरक्षा अभिकरण (विनियमन) नियम, 2024” को अधिसूचित किये जाने का निर्णय लिया गया है। निजी सुरक्षा उद्योग के सामने आने वाले मुद्दों का समाधान करने और ईज ऑफ डूईंग बिजनेस, डिजिटल इंडिया और ईं-गवर्नेंस प्रमुख दृष्टिकोणों में तालमेल बिठाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया हैं।

  • दायरा का “जादू बस्तर” – एक सांगीतिक यात्रा जो जोड़ती है संस्कृतियों और दिलों को

    दायरा का “जादू बस्तर” – एक सांगीतिक यात्रा जो जोड़ती है संस्कृतियों और दिलों को

    मुंबई ।

    तैयार हो जाइए एक ऐसी संगीत यात्रा पर निकलने के लिए जो सीमाओं और बंधनों से परे है। प्रसिद्ध हिंदी आर्ट-रॉक बैंड दायरा अपने नवीनतम एल्बम ‘जादू बस्तर’ को जारी करने के लिए तैयार है, जिसमें मुख्य गीत ‘बैलाडीला|  जादू बस्तर’, 19 जुलाई, 2024 को और बाकी एल्बम 26 जुलाई, 2024 को रिलीज होगा। यह केवल एक एल्बम रिलीज नहीं है, बल्कि एक बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसमें एक डॉक्यूमेंट्री भी शामिल है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को तलाशने और संरक्षित करने के प्रति बैंड की प्रतिबद्धता और जूनून का प्रमाण है। यह एल्बम छत्तीसगढ़ के बस्तर की मोहक परिदृश्यों और समृद्ध सांस्कृतिक बुनाई को श्रद्धांजलि देता है, जिसमें क्षेत्र की रहस्यपूर्णता और जादू की भावना को समाहित किया गया है।इस प्रयास के दौरान, दायरा को छत्तीसगढ़ प्रशासन के कुछ प्रमुख हस्तियों जैसे राज्य वित्त मंत्री और विधायक ओपी चौधरी,  लोक संपर्क निदेशालय के आयुक्त   मयंक श्रीवास्तव और पूर्व बस्तर कलेक्टर रजत बंसल से अद्विततीय समर्थन प्राप्त हुआ। बंसल ने बैंड को आदिवासी भूमि से परिचित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई क्योंकि उनके नेतृत्व में ‘बस्तर मानसून महोत्सव’ परियोजना थी, जब दायरा के सदस्य पहली बार बस्तर के लोक संगीत और कलाकारों से मिले और अंततः इस जादुई परियोजना की शुरुआत हुई।

    ‘जादू बस्तर’: एक सांगीतिक खोज :

    ‘जादू बस्तर’ मुंबई के आर्ट-रॉक बैंड ‘दायरा’ द्वारा की गई एक यात्रा से उत्पन्न हुआ है, जब वे छत्तीसगढ़ के बस्तर के दिल में गए थे। बस्तर, जो अपनी कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है, अपने सांस्कृतिक खजाने को समय के साथ खोते हुए देख रहा है। जादू बस्तर का उद्दे श्य संगीत और शोध के माध्यम से बस्तर की समृद्ध धरोहर का उत्सव मनाना है।बस्तर में, दायरा ने कुछ स्थानीय संगीतकारों से मुलाकात की, जिससे एक बंधन बना जो भाषाई और सांस्कृतिक बाधाओं को पार कर गया। साथ में, उन्होंने तीन विशिष्ट भाषाओं- गोंडी, भतरी और हल्बी में पांच लोक गीतों का चयन किया, जिनमें से प्रत्येक धुन पीढ़ियों की कहानियाँ समेटे हुए है। इन गीतों के सार में गहराई से उतरते हुए, हिंदी में बोल लिखे गए और पांच नए ट्रैक बनाए गए जो लोक और आधुनिक संगीत की सुंदरता को सहजता से मिलाते हैं। यात्रा के हर कदम को डॉक्यूमेंट किया गया, स्थानीय रचनात्मकता के सार और बस्तर की सुंदर दुनिया को विश्व के सामने लाने के लिए।

    ट्रैक हाइलाइट्सः

    एल्बम में पांच ट्रैक शामिल हैं जो विभिन्न शैलियों और शैलियों को मिलाने की बैंड की क्षमता को प्रदर्शित करते हैं। प्रत्येक ट्रैक बैंड की भारत की सांस्कृतिक विविधता को संरक्षित और बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

    ट्रैक 1: “इया काए हजारी | मेरे जैसा ही” (भाषाः हल्बी, हिंदी)
    ट्रैक 2: “लाल पंगाड | मेरी जान” (भाषाः गोंडी, हिंदी)
    ट्रैक 3: “गाये चरी गाला | बावरा इंसान” (भाषाः भतरी, हिंदी)
    ट्रैक 4: “कहाँ कहाँ” (भाषाः हल्बी, हिंदी)
    ट्रैक 5: “बैलाडीला | जादू बस्तर” (भाषाः हल्बी, हिंदी)
    लिंक्सः
    आर्टवर्क
    बैलाडीला | जादू बस्तर – म्यूजिक वीडियो
    दायरा – इंस्टाग्राम
    दायरा – स्पॉटिफाई
    दायरा – एप्पल म्यूज़िक

    एक दृश्यात्मक और श्रवणीय दावतः

    एल्बम के अलावा, दायरा – बस्तर में स्थान पर शूट किए गए संगीत वीडियो की एक श्रृंखला भी जारी कर रहा है। ये दृश्य न केवल संगीत को पूरक करते हैं बल्कि क्षेत्र के आश्चर्यजनक परिदृश्यों और सांस्कृतिक समृद्धि की एक झलक भी पेश करते हैं। स्थानीय कलाकारों और कारीगरों के साथ बैंड के सहयोग ने इस परियोजना में एक प्रामाणिकता का स्पर्श जोड़ा है, जिससे ‘जादू बस्तर’ एक सच्चा सांस्कृतिक संयुक्त कार्य बन गया है। एल्बम के साथ आने वाली डॉक्यूमेंट्री लगभग एक घंटे की फिल्म है जो पारंपरिक लोक गीतों की रचना, रिकॉर्डिंग और शोध की प्रक्रिया को दस्तावेज करती है। फिल्म में बैंड की यात्रा को दिखाया गया है, जब वे बस्तर गए और स्थानीय संगीतकारों से मिले, उनकी संस्कृति और परंपराओं के बारे में जानने के लिए, पारंपरिक संगीत के छिपे हुए रत्नों की खोज की।

    यात्रा में शामिल हों:

    दायरा संगीत और कला प्रेमियों और को इस जादुई यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है। ‘जादू बस्तर’ सभी प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे स्पॉटिफाई, एप्पल म्यूजिक, अमेज़न, जिओ सावन, विन्क, गाना, और यूट्यूब म्यूजिक पर रिलीज होने के लिए तैयार है।

    दायरा के बारे में:
    दायरा मुंबई का एक हिंदी आर्ट-रॉक बैंड है जो अद्वितीय प्रकार का संगीत हिंदी और उर्दू में प्रस्तुत करता है। इस 5 सदस्यीय बैंड को उनकी प्रभावशाली स्टेज पर्सना और ऊर्जावान लाइव सेट के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध माना जाता है। बैंड ने WWE संडे धमाल, हॉर्नबिल फेस्टिवल, माइटी रॉक यूनियन, मोजो राइजिंग, रागस्थान, इंडी अर्थ आदि जैसे प्लेटफॉर्मों पर प्रस्तुतियाँ दी हैं और देशभर के विभिन्न कॉलेजों और क्लब्स में प्रदर्शन दिया’ है। 2014 में अपनी स्थापना के बाद से तीन स्टूडियो एल्बम और पांच सिंगल्स के साथ, दायरा अपनी प्रभावशाली स्टेज पर्सोना और नाटकीय लाइव सेट्स के लिए जाना जाता है।

  • केन्‍द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा उत्‍कृष्‍टता की ओर बढ़ते कदम: उपलब्धियों का जश्‍न, प्रेरणादायक उत्‍कृष्‍टता कार्यक्रम का आयोजन

    केन्‍द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा उत्‍कृष्‍टता की ओर बढ़ते कदम: उपलब्धियों का जश्‍न, प्रेरणादायक उत्‍कृष्‍टता कार्यक्रम का आयोजन

    नई दिल्‍ली

    केन्‍द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आज, इंडिया हैबिटेट सेंटर नई दिल्ली में उत्‍कृष्‍टता की ओर बढ़ते कदम: उपलब्धियों का जश्‍न, प्रेरणादायक उत्‍कृष्‍टता शीर्षक से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में केन्‍द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री, मनोहर लाल, सचिव, अनुराग जैन, संयुक्‍त सचिव, (NULM)  राहुल कपूर, बैंकों के प्रतिनिधियों सहित राष्‍ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के विभिन्‍न प्रदेशों से आये हुए अधिकारीगण व मिशन के लाभार्थी उपस्थित थे ।

    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्‍यमंत्री तोखन साहू ने कहा कि इस कार्यक्रम का शीर्षक ‘’उत्‍कृष्‍टता की ओर बढ़ते कदम’’ विकास और ज़न कल्याण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का परिचायक है आप सभी के निरंतर प्रयासों से शहरी गरीबों के जीवन को बदलने में दीनदयाल अंत्‍योदय योजना – राष्‍ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और पीएम स्‍वनिधि ने महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है ।

    कांग्रेस के शासन काल में लिखी गई बाबा नागर्जुन की एक कविता का स्‍मरण करते हुए  साहू ने कहा कि –

    कई दिनों तक चूल्हा रोया, चक्की रही उदास
    कई दिनों तक भूखी बिटिया सोई उनके पास
    कई दिनों तक लगी भीत पर छिपकलियों की गश्त
    कई दिनों तक चूहों की भी हालत रही शिकस्त

    एक कविता 2014 में मोदी जी के कार्यकाल ने उस कविता को चरितार्थ किया

    दाने आए घर के अंदर कई दिनों के बाद
    धुआँ उठा आँगन से ऊपर कई दिनों के बाद
    चमक उठी घर भर की आँखें कई दिनों के बाद
    कौए ने खुजलाई पाँखें कई दिनों के बाद

      साहू ने कहा कि गरीब उद्यमशील होते हैं और उनमें गरीबी से बाहर आने की प्रबल इच्छा होती है, इसी मूल धारणा को संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन प्रारम्भ किया । DAY-NULM ने शहरी गरीबों तक पहुंचने और उनके आजीविका संवर्धन में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है । इस मिशन ने लगभग 98 लाख शहरी गरीब महिलाओं को स्‍वयं सहायता समूह के माध्‍यम से जोड़ा, इन महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण और प्‍लेसमेंट के माध्‍यम से आजीविका के अवसर दिए गए । इस मिशन ने अवसर दिया लोगों की क्षमताओं को उजागर करने का उनके लिए सार्थक और सतत आजीविका के अवसरों को उत्‍पन्‍न करने का इस प्रक्रिया में पहला कदम शहरी गरीबों को एकत्रित करके अपने स्‍वंय के समूह बनाने के लिए प्रेरित करना था साथ ही साथ उन समूहों को पर्याप्‍त क्षमता प्रदान करने की आवश्‍यकता थी ताकि वे अपने कौशल को बढ़ा सकें और उनकी पहुंच औपचारिक वित्‍तीय संस्‍थाओं तक हो सके जिससे कि वे अपने और अपने समूह हेतु जीवीकोपार्जन कर सकें।

    केन्‍द्रीय राज्‍यमंत्री ने कहा कि इसी संदर्भ में उन्‍हें रामायण का एक संस्‍मरण याद आ रहा है जब विश्‍वामित्र जी ने राजा दशरथ से ताड़का वध के लिए भगवान राम को लेने के लिए तो राजा दशरथ ने कहा मेरी सेना ले जाओ तो उन्‍होंने कहा ‘चार चीजों में से कोई एक चीज अगर मनुष्‍य में आ जाए, तो मनुष्‍य अहंकारी हो जाता है’ पहला यौवनम्, धन, संपत्ति, प्रभुत्‍वम पर राम ये चारों हैं और फिर भी वो सहज है इसलिए इनको ले जा रहा हूँ रास्‍ते में विश्‍वामित्र जी ने भगवान राम जी से पूछा की लड़ोगे कैसे, भगवान राम ने पूछा कौन लोग हैं, विश्‍वामित्र जी कहते हैं कुछ लकड़ी का काम करते हैं, तो राम जी कहते हैं कि उनसे तीर धनुष बनावएंगे और लोहे का काम करने वालो से तलवार और भाले बनावएंगे और गड़रिए से हाथी घोड़ों को प्रशिक्षण कराएंगे तो विश्‍वामित्र जी कहते हैं वो अपना काम करेंगे आपकी सेना में क्‍यों लड़ेगें तो भगवान राम जी कहते हैं अपनी सेना नहीं बना रहा हूँ उनको आत्‍मरक्षा सिखा रहा हूँ । ऐसे ही हमारे प्रधानमंत्री जी ने शहरी गरीबों के लिए राष्‍ट्रीय शहरी आजीविका मिशन से उनको आत्‍मनिर्भर बनाया है। प्रधानमंत्री जी ने दीनदयाल उपाध्याय जी को सोच और उद्देश्य को पूरा करने का कार्य किया है प. दीनदयाल उपाध्याय का उद्देश्य देश व समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे क्योंकि जब तक अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति का विकास नहीं होगा तब तक देश एवं समाज का विकास नहीं हो सकता ।

    उन्‍होंने कहा कि पथ विक्रेता शहरी अनौपचारिक अर्थव्‍यवस्‍था का बहुत महत्‍वपूर्ण अंग कोविड–19 महामारी का पथ विक्रेताओं की आजीविका पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ा था लॉकडाउन के दौरान इन पथ विक्रेताओं की जमा पूंजी की आवश्‍यकता थी। माननीय प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में पथ विक्रेताओं को कार्यशील पूंजी उपलब्‍ध करने हेतु एक विशेष सूक्ष्‍म ऋण सुविधा ‘’ पीएम स्‍ट्रीट वेंडर्स आत्‍मनिर्भर निधि (पीएम स्‍वनिधि)’’ का प्रारम्‍भ किया गया। पीएम स्‍वनिधि सिर्फ एक सूक्ष्‍म ऋण प्रदान करने की योजना नहीं बल्कि यह पथ विक्रेताओं को स्‍वनिधि से समृद्धि की ओर ले जाने की योजना है।साहू ने बताया कि इस योजना का मुख्‍य आकर्षण ऑनलाइन भुगतान को बढ़ावा देना है, इससे पथ विक्रेताओं का बैंक आने जाने में लगने वाला समय बचता है और साथ ही साथ समय पर ऋण न भुगतान करने से होने वाली हानियों से भी मुक्ति मिलती है । इस योजना के अंतर्गत अभी तक 65 लाख पथ विक्रेताओं को 86 लाख ऋण के द्वारा 11,642 करोड़ रुपये की राशि का ऋण वितरित किया जा चुका है । आज के कार्यक्रम ने विभिन्‍न राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों, शहरी स्‍थानीय निकायों, ऋण देने वाली संस्‍थाओं, संगठनों और भागीदारों के हितधारकों को एक साथ लाया है ।

    केन्‍द्रीय राज्‍यमंत्री ने कहा कि आप सभी लोग दीनदयाल अंत्‍योदय योजना –राष्‍ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और पीएम स्‍वनिधि योजना की सफलता में सहायक रहे हैं । हम आपको पुरस्‍कार प्रदान करते हुए गौरवान्वित हैं, यह आप सबके पुरुषार्थ का परिणाम है। उन्‍होंने सभी राज्‍यों/केंद्र शासित प्रदेशों, नगरी निकायों, सहभागी संस्‍थाओं एवं बैंक प्रतिनिधियों को अग्रिम बधाई और शुभकामनाएं दी । उन्‍होंने विजेताओं से अनुरोध किया कि गरीबों को प्रोत्‍साहित करें जिससे कि हम सभी लोग सामूहिक सहयोग से शहरी क्षेत्र से गरीबी उन्‍मूलन कर सके और देश को विकसित राष्‍ट्र बनाने के माननीय प्रधानमंत्री के उद्देश्‍यों में सहयोग कर सकें । केन्‍द्रीय राज्‍यमंत्री ने सभी विजेताओं को बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं दीं ।

  • केंद्रीय सड़क मंत्री  गड़करी ने मध्य प्रदेश में निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं

    केंद्रीय सड़क मंत्री गड़करी ने मध्य प्रदेश में निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं

    मध्यप्रदेश।

    केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री  नितिन गडकरी ने मंगलवार को नई दिल्ली में बैठक लेकर मध्यप्रदेश में 100 करोड़ से अधिक लागत वाली सभी निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की समीक्षा की। लोक निर्माण मंत्री मध्यप्रदेश  राकेश सिंह भी उपस्थित रहे।

    लोक निर्माण मंत्री  राकेश सिंह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में किए जा रहे निर्माण कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने अमृत सरोवरों की तर्ज पर राज्य में तैयार किए जा रहे लोक निर्माण सरोवरों की भी जानकारी साझा की।

    बैठक में केंद्रीय मंत्री  गडकरी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के म.प्र. में 18 हजार करोड़ रूपये की लागत के 28 प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के 4 हजार करोड़ रूपये के 10 प्रोजेक्ट्स की प्रगति की भी समीक्षा की।

    बैठक में परियोजनाओं की प्रगति, निर्माण कार्यों में आने वाली बाधाएं, विलंब, भूमि अधिग्रहण एवं वन अनुमतियों जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। केन्द्रीय मंत्री  गडकरी ने परियोजनाओं में निर्माण के दौरान होने वाले परिवर्तनों के लिए डीपीआर कंसल्टेंट्स की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश भी दिए।

    सड़क निर्माण के दौरान काटे जाने वाले वृक्षों को शिफ्ट करने की संभावनाओं पर जोर देते हुए केन्द्रीय मंत्री  गडकरी ने मध्यप्रदेश को रोड साइड ट्री-प्लांटेशन पॉलिसी तैयार करने का सुझाव दिया। इसमें राजमार्ग मंत्रालय से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया गया। उन्होंने कहा कि यह समीक्षा बैठक मध्यप्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास को गति देने और परिवहन सुविधाओं को और अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

    उज्जैन में रोप-वे के लिए हुआ समझौता

    रोपवे के लिए नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी और मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के बीच समझौता हुआ। पर्वतमाला परियोजना के अंतर्गत नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी और मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के बीच उज्जैन और सागर नगरों में रोपवे बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ। इस अवसर पर नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी की ओर से मुख्य कार्यपालन अधिकारी  प्रकाश गौड़ और मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम की ओर से प्रबंध संचालक  अविनाश लवानिया ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।

  • कोमा में जा सकते हैं केजरीवाल दिल्ली सरकार के मंत्री का बड़ा दावा

    कोमा में जा सकते हैं केजरीवाल दिल्ली सरकार के मंत्री का बड़ा दावा

    नईदिल्ली  ।

    आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर तिहाड़ जेल प्रशासन और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है। आप की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि केजरीवाल कोमा में जा सकते हैं। उससे पहले पार्टी नेताओं द्वारा केजरीवाल का दो वजन कम होने का दावा किया था, जिनका जेल प्रशासन ने खंडन किया।आतिशी ने प्रेसवार्ता में कहा कि अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल पांच बार खतरनाक स्तर तक गया है। उनका शुगर लेवल 50 तक गिर गया है। इस स्तर तक गिरने से शुगर मरीज की 20-30 मिनट में मौत हो जाती है। इसलिए उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है। अरविंद केजरीवाल जी डायबिटिक हैं, तिहाड़ जेल के Senior Medical officer की रिपोर्ट बता रही है कि उनको Body Ache हो रहा है, उनका वजन गिर रहा है, उनका Sugar लेवल कई बार गिर रहा है।भाजपा ने दिल्ली के बेटे और देश के नायक अरविंद केजरीवाल की जान को खतरे में डाल दिया है।

    अरविंद केजरीवाल डायबिटिक हैं, तिहाड़ जेल के वरिष्ठ मेडिकल अफसर की रिपोर्ट बता रही है कि उनको शरीर में दर्द हो रहा है। उनका वजन गिर रहा है और उनका शुगर लेवल कई बार गिर रहा है। अगर ऐसे ही होता रहा तो अरविंद केजरीवाल कोमा में जा सकते हैं, उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है। आतिशी ने कहा, मैं भाजपा से कहना चाहती हूं कि भगवान से डरो और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य से खिलवाड़ मत करो।दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि अदालत में सुनवाई की तारीख नजदीक आते ही आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल की जान को खतरा और उनके स्वास्थ्य को लेकर को लेकर बयानबाजी शुरू कर देते हैं। आप नेता केजरीवाल का शुगर का स्तर गिरने और वजन कम होने जैसी स्वास्थ्य समस्या होने की बात करते हैं।सचदेवा ने कहा, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री द्वारा चयनित डाक्टरों की सलाह के आधार पर उन्हें दवा दी जाती हैं। वह तिहाड़ जेल में बंद हैं, परंतु भोजन उनके घर से आता है। इसके बाद भी यदि उनका वजन कम हो रहा है तो इसका अर्थ है कि उन्हें घर से पौष्टिक भोजन नहीं भेजा जाता है। यह जानबूझकर उन्हें कमजोर दिखाने के लिए किया जा रहा है जिससे कि उन्हें जमानत मिल सके।