Category: राज्य

  • कई राज्यों में कुदरत का कहर, केदानाथ में 400 यात्री फंसे, हिमाचल में चौथे दिन मिले पांच शव

    कई राज्यों में कुदरत का कहर, केदानाथ में 400 यात्री फंसे, हिमाचल में चौथे दिन मिले पांच शव

    नईदिल्ली

    उत्तराखंड में केदारघाटी में आई आपदा के बाद बचाव और राहत कार्य में अब सेना भी जुट गई है। सेना ने गौरीकुंड-सोनप्रयाग हाईवे पर फंसे 25 घायल, बुजुर्ग और दिव्यांगों को ट्राली के जरिये से निकाला। अन्य एजेंसियों के संयुक्त अभियान चलाकर सेना ने रविवार को 1275 यात्रियों को सुरक्षित निकाला। अब तक 10374 यात्री निकाले जा चुके हैं, केदारनाथ धाम में 400 यात्री अभी फंसे हुए हैं। लापता यात्रियों का पता लगाने के लिए डॉग स्क्वाड का इस्तेमाल हो रहा है।

    वर्षा के कारण ध्वस्त पड़े रास्तों और पैदल पुल को ठीक करने का काम तेजी से किया जा रहा है। उधर, हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों बादल फटने के बाद बाढ़ आने से मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। 41 लोग अभी लापता हैं। आपदा के चौथे दिन रविवार को पांच शव मिले हैं। केदारघाटी में 31 जुलाई की रात बादल फटने और भूस्खलन के बाद जगह-जगह फंसे तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए विभिन्न एजेंसियां जुटी हैं। मौसम अनुकूल न होने के कारण हेली सेवा से रेस्क्यू करने में परेशानी आ रही है। रविवार को भी वायुसेना के मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक और एमआई-17 उड़ान नहीं भर पाए।

  • नशे के सौदागरों के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, जप्त की 1 करोड़ 22 लाख की 72 हजार नशीली सिरप की शीशी, गिरफ्त में आए 2 बड़े तस्कर

    नशे के सौदागरों के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, जप्त की 1 करोड़ 22 लाख की 72 हजार नशीली सिरप की शीशी, गिरफ्त में आए 2 बड़े तस्कर

    रीवा।

    पुलिस को अब तक की सबसे बड़ी सफलता हाथ लगी है बीते दिनो ही उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने नशीली कफ सिरप को लेकर चिंता जाहिर की थी उनका कहना था की बडी संख्या में युवा पीढ़ी नशे के गिरफ्त में आता जा रहा है. इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके इस विषय के बारे में उन्हे अवगत भी कराया था. डिप्टी सीएम ने रीवा पुलिस को सख्त निर्देश दिए थे इसके बाद से पुलिस ने नशीली कफ सिरप के व्यापार में संलिप्त तस्करो की कमर तोड़नी शुरू कर दी एक के बाद एक बड़े तस्कर पुलिस की गिरफ्त में आते जा रहे है. इन्ही तस्करो में एक तस्कर से हुई पूछता में एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो गया. इससे पहले पुलिस ने यूपी से एक बड़े तस्कर को दबोचा था।

    नशेलवी सिरप के बड़े तस्करो को पुलिस ने दबोचा

    रीवा रेंज के आईजी ने नशीली कफ सीरप के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है. आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने खुलासा करते हुए बताया की पूर्व में हुए खुलासे में जब रीवा पुलिस ने संदेही अमन मंसूरी से पूछताक की तो एक बड़े नेटवर्क की जानकारी हासिल हुई जानकारी मिली की सागर जिले में रहने वाले अरविंद जैन और पुत्र सिटीजन जैन उर्फ सित्तू जैन की टाटा फार्मा मेडिकल एजेन्सी के नाम एक फर्म संचालित है जहां पर वह कैस रकम भेजता है इतनी जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम ने जब उसके बैंक के ट्रांजेक्शन को खंगाला गया तो चौका देने वाला खुलासा हुआ खाते में पिछले 6 महीने में ही 5 करोड़ का ट्रांजेक्शन होना पाया गया. यह देखकर पुलिस की टीम सख्ते में आ गई।

    पूर्व में पकड़े गए आरोपी ने खोला बड़े व्यापारी का राज

    इसके बाद पुलिस ने संदेह अमन मिश्रा से पूछताछ का सिलसिला जारी रखा तब उसने बताया की सागर में स्थित अरविंद जैन और उसके पुत्र सिटीजन जैन उर्फ सित्तू जैन की टाटा फार्मा मेडिकल एजेन्सी है दोनो का एक गोदाम था जहां पर दवाइयां स्टोर की जाती है इसके अलावा एक खुफिया गोदाम है जिसमे नशीली कफ सिरप की खेप छिपाकर रखी गई है इतनी जानकारी हासिल होते ही IG महेंद्र सिंह सिकरवार ने खुद पड़ताल शुरु की उन्होने DIG साकेत पाण्डेय, एसपी विवेक सिंह सहित जिले में पदस्थ दो एडिशनल एसपी और चुने हुए अफसरों के साथ मिलकर प्लान तैयार किया।

    स्पेशल टीम ने सागर में मारा छापा 1 करोड़ 22 लाख की 72 हजार शीशी बरामद

    IG ने एक स्पेशल टीम का गठन किया और सागर जिले में स्थित नशीली कफ सिरप के तस्करो तक पहुंचने के लिए टीम को रवाना किया टीम सागर पहुंची और टाटा फार्मा मेडिकल एजेन्सी छापा मार दिया पुलिस ने दोनो पिता पुत्र तस्करों को हिरासत में लेकर पुछताछ करते हुऐ खुफिया गोदाम की तलाशी ली तो सब कुछ साफ हो गया पुलिस ने गोदाम से 600 पेटी में भरी 72 हजार नशीली कफ सिरप की शीशीयां बरामद कर ली जिसकी कीमत 1 करोड़ 22 लाख 40 हजार है।

    NDPS के तहत पुलिस ने की कर्रवाई कार्रवाई

    पुलिस ने आरोपियों को अपने हिरासत में लिया नशीली सिरप की खेप को जप्त करके रीवा ले लाई और आरोपीयों विरुद्ध NDPS की धारा 8,21,22,25,25A,29 NDPS ACT एवं 5 / 13 म.प्र. ड्रग्स कन्ट्रोल एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया आरोपीयों से पुछताछ करके और जानकार जुटाई गई तो पता चला की पकड़े गए तस्कर हिमाचल प्रदेश में स्थित किंग्स फार्मा से नशीली कफ सिरप की खेप मंगवाते थे और सागर स्थित अपने खूफिया गोदाम स्टाक करते थे पूरे विंध्य क्षेत्र में अपना जाल बिछाकर सप्लाई करते थे. मुख्य व्यापार का गढ़ उनके लिए रीवा था. इनके द्वारा छोटे छोटे व्यपारियो को नशीली सिरूप की खेप सप्लाई की जाति थी जहां से फिर फुटकर में इसे लोगो बेची जाती थी।

    DGP ने दी बधाई कहा “Well done!” रीवा पुलिस

    IG महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया की अभी मामले में इन्वेस्टिगेशन जारी है कई ऐसे तस्कर है जिनके नेटवर्क के खुलासा होने की संभावना है. आईजी ने बताया की पूरे मध्यप्रदेश में यह कर्रवाई अबतक की सबसे बडी कर्रवाई है जिसमें इतनी बडी मात्रा में नशीली कफ सिरप का जखीरा बरामद हुआ है. अभी तक हम छोटे व्यापारियों की धर पकड़ कर रहे थे लेकिन इस गोरख धंधे को जड़ से उखाड़ने के लिए बड़े तस्करों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया. जरुरत पड़ी तो पुलिस की टीम इन्वेस्टिगेशन के लिए हिमाचल प्रदेश भी जाएगी. रीवा पुलिस को इतनी बडी सफलता मिलने के बाद एमपी के DGP ने रीवा पुलिस को बधाई दी है. और कहा “Well done!” रीवा पुलिस।

     

  • अटल-आडवाणी, मोदी-शाह से केजरीवाल-सिसोदिया तक, राजनीतिक जगत में ये दोस्ती बनीं मिसाल, मुश्किल समय में भी रहे साथ

    अटल-आडवाणी, मोदी-शाह से केजरीवाल-सिसोदिया तक, राजनीतिक जगत में ये दोस्ती बनीं मिसाल, मुश्किल समय में भी रहे साथ

    नईदिल्ली ।

    भारत समेत दुनिया के कई देशों में आज फ्रेंडशिप डे मनाया जा रहा है। मुश्किल के समय काम आने वाले इंसान को ही सच्चा दोस्त कहा जाता है। ऐसी ही सच्ची दोस्ती राजनीति में भी कई बार देखने को मिली है। वैसे तो राजनीति में कहा जाता है कि न कोई स्थाई दोस्त है न दुश्मन, लेकिन कुछ नेता ऐसे भी रहे जिनकी दोस्ती के किस्से काफी मशहूर रहे। पीएम मोदी और देश के गृह मंत्री अमित शाह की दोस्ती के किस्से तो सभी ने सुने होंगे, लेकिन इसके इतिहास से हर कोई वाकिफ नहीं है। मोदी और शाह की दोस्ती दशकों पुरानी है और भारतीय राजनीति में सबसे मजबूत भी गिनी जाती है। मोदी-शाह का रिश्ता 1980 के दशक से है। दोनों में दोस्ती तब से है, जब मोदी गुजरात के सीएम भी नहीं थे। शाह ने एक बयान में बताया था कि आरएसएस की शाखाओं में कई लोग ऐसे ही मिल जाते हैं, लेकिन उनसे गहरी दोस्ती हो जाती है।

    गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने शाह और मोदी की दोस्ती को एक ही पंख के पक्षी बताया था। अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की दोस्ती 1950 के दशक में हुई थी। दोनों भारतीय जनसंघ में थे, जिसे अब भारतीय जनता पार्टी से जाना जाता है। वैसे तो भाजपा को अब दुनिया की सबसे बड़ी और ताकतवर पार्टी कहा जाता है, लेकिन इसे इस काबिल बनाने में इन दोनों नेताओं की अहम भूमिका मानी जाती है। वाजपेयी और आडवाणी ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी का भी मिलकर विरोध किया था।

  • दक्षिण से लेकर उत्तर भारत तक कुदरत का कहर, हिमाचल में 47 लापता

    दक्षिण से लेकर उत्तर भारत तक कुदरत का कहर, हिमाचल में 47 लापता

    नईदिल्ली  ।

    केदारनाथ में 150 लोगों से नहीं हो पा रहा संपर्क

    बादल फटने और बाढ़ के कारण पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आई आपदा से बड़ा नुकसान हुआ है। हिमाचल प्रदेश में 47 लोग अब भी लापता हैं। शुक्रवार को दो बच्चों के शव मिले, जिससे मृतकों की संख्या बढक़र सात हो गई है। कुल्लू, शिमला व मंडी जिलों में सडक़ों के क्षतिग्रस्त होने के कारण मशीनरी नहीं पहुंच पा रही है।बचाव अभियान में जुटे एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व गृहरक्षकों की स्थानीय लोग मदद कर रहे हैं। लापता लोगों के परिवार के लोग उनके इंतजार में डटे हुए हैं। उत्तराखंड में केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए चिनूक व एमआई-17 भी बचाव अभियान से जुड़ गए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर राहत एवं बचाव अभियान की जानकारी ली।

    चिंता की बात है कि केदारनाथ में भूस्खलन के बाद तीसरे दिन भी 150 लोगों से स्वजन का संपर्क नहीं हो सका है। शुक्रवार को 2,744 तीर्थयात्री और निकाले गए, लेकिन अब भी धाम में 700 से अधिक लोग मौजूद हैं। हिमाचल में मौसम विभाग ने लाहुल स्पीति, किन्नौर व सिरमौर को छोड़ बाकी जिलों के लिए तीन व चार अगस्त को और उसके बाद सात व आठ अगस्त को आंधी के साथ भारी वर्षा होने की आशंका जताई है।हिमाचल प्रदेश में 115 सडक़ें यातायात के लिए बंद हैं, जबकि 225 ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित है। 106 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं। रामपुर के आपदा प्रभावित क्षेत्र समेज पहुंचे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आपदा प्रभावित हर परिवार को 50,000 रुपये कपड़े और जरूरी सामान खरीदने के लिए दिए जाएंगे। जिस घर में एक ही व्यक्ति बचा है, उसे भी पूरी राशि दी जाएगी। तीन माह तक किराये के मकान में रहने पर 5000 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला, मंडी और कुल्लू में बादल फटने के बाद बाढ़ आने से भारी नुकसान हुआ है। इन जिलों में 14 पुल, 115 घर, 23 गौशालाएं, 10 दुकानें बह गई हैं। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने जयराम ठाकुर ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। प्रधानमंत्री ने त्रासदी से निपटने के लिए हिमाचल प्रदेश का सहयोग करने का भरोसा दिया है। उत्तराखंड में तीन दिन पहले केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फटने और अतिवृष्टि से हुए भूस्खलन के बाद से धाम में संचार सेवा ठप है। बड़ी संख्या में यात्री जंगल के रास्ते चौमासी होते हुए गुप्तकाशी पहुंच रहे हैं, इस रास्ते में भी मोबाइल सेवा नहीं है। पुलिस के मुताबिक, अभी धाम में 700 से अधिक लोग फंसे हुए हैं।

    इन लोगों को शनिवार शाम तक निकाल लिए जाने की उम्मीद है। हाईवे और पैदल मार्ग ध्वस्त होने से केदारनाथ यात्रा स्थगित है।विभिन्न पड़ावों पर फंसे तीर्थ यात्रियों को निकालने के लिए बचाव दल शिद्दत से जुटे रहे। दिनभर में 2,744 तीर्थ यात्रियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इनमें 559 लोग एयरलिफ्ट किए गए। केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए वायु सेना के हेलीकाप्टर चिनूक और एमआइ-17 भी राहत एवं बचाव अभियान से जुड़ गए हैं।बताते हैं कि चिनूक मौसम अनुकूल नहीं होने के चलते गौचर से उड़ान नहीं भर सका, जबकि एमआई-17 एक चक्कर ही लगा सका, जिसमें 15 तीर्थ यात्रियों को रेस्क्यू किया गया। अन्य यात्रियों को हेलीकाप्टर से निकाला गया। अब तक 6,980 से अधिक तीर्थयात्री निकाले जा चुके हैं। इनमें लगभग 4,000 से अधिक गुरुवार को रेस्क्यू किए गए थे।

    उत्तराखंड में राहत की बात है कि अब भारी बारिश में कमी के आसार हैं। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों मौसम साफ रहेग। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत में तीव्र बौछारों के एक-दो दौर हो सकते हैं। इन जिलों के लिए वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

  • हम कृष्ण को करते हैं याद, उनको भाते हैं शकुनि राज्यसभा में शिवराज की कांग्रेस को खरी-खरी

    हम कृष्ण को करते हैं याद, उनको भाते हैं शकुनि राज्यसभा में शिवराज की कांग्रेस को खरी-खरी

    नईदिल्ली ।

    कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय के अनुदानों पर चर्चा का जवाब देते हुए राज्यसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस को आड़े हाथों ले लिया। मोदी सरकार की बीते दस वर्षों की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि किसान हमारे लिए वोट बैंक नहीं, भगवान है। वहीं, प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर यूपीए सरकार तक के कार्यकाल के संदर्भों का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस के डीएनए में ही किसान विरोध है। राज्यसभा में अपने मंत्रालय के अनुदानों पर चर्चा का शुक्रवार को उत्तर देते हुए शिवराज ने कहा- मैं सीधे-सीधे अपनी बात कहना चाहता था, लेकिन कांग्रेस सदस्य रणदीप सुरजेवाला ने जब चर्चा की शुरुआत की तो छेड़ दिया। हम किसी को छेड़ते नहीं और कोई छेड़ दे तो छोड़ते नहीं। सुरजेवाला को शकुनि याद आए। चौसर, चक्रव्यूह और इन सारे शब्दों का संबंध है अधर्म से। शकुनि छल, धोखे और कपट के प्रतीक थे। चक्रव्यूह मतलब घेरकर मारना। कांग्रेस को क्यों चक्रव्यूह और चौसर याद आते हैं। हम तो महाभारत काल में जाते हैं तो भगवान कृष्ण याद आते हैं। अनीति, अधर्म और ठगी किसने की। कांग्रेस के डीएनए में ही किसान विरोध है।- शिवराज सिंह चौहान शिवराज ने कहा कि यह आज से नहीं है। प्रारंभ से ही कांग्रेस की प्राथमिकताएं गलत रही हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू रूस गए और वहां का मॉडल देखकर आए तो बोले कि इसे लागू करो। भारत रत्न चौधरी चरण सिंह ने मना कर दिया। कहा कि भारत की परिस्थितियां बिल्कुल अलग हैं। नेहरू ने 17 वर्ष तक प्रधानमंत्री के पद को सुशोभित किया और अमेरिका का सड़ा हुआ लाल गेहूं भारत को खाने पर मजबूर किया।पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समय किसानों से जबरन लेवी वसूली जाती थी।

    रखा हुआ अनाज उठा लिया जाता था। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी एग्रीकल्चर प्राइस पालिसी की बात जरूर की, लेकिन किसानों की आय बढ़ाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। फिर उदारीकरण का आरंभ हुआ, पीवी नरसिम्हा पीएम और मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे, लेकिन उस समय भी कृषि से जुड़े उद्योगों की डीलाइसेंसिंग नहीं की गई। कृषि मंत्री ने यूपीए शासनकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि 2004 से 2014 तक की क्या बात करें। उस समय भारत घोटालों के देश के रूप में जाना गया। तब भारत के राजनीतिक क्षितिज पर नरेन्द्र मोदी के रूप में एक दैदीप्यमान सूर्य का उदय हुआ, जिन्होंने सारे देश को आशा से भर दिया।कांग्रेस द्वारा किसान फसल बीमा पर प्रश्न खड़े किए जाने पर कहा कि कांग्रेस के समय फसल बीमा योजना की यूनिट तहसील थी, मतलब एक गांव की फसल खराब हो जाए तो मतलब किसान प्रार्थना करें कि सारे तहसील की फसल खराब हो जाए, जबकि पीएम मोदी ने जो किसान फसल बीमा योजना शुरू की, उसका अध्ययन करने के लिए दूसरे देशों के विशेषज्ञ आ रहे हैं। कांग्रेस द्वारा एमएसपी कानून को मुद्दा बनाए जाने पर कहा कि हाथी के दांत दिखाने के अलग और खाने के अलग होते हैं।

  • जब देश में निर्माण कार्य होने पर जनहित याचिकाएं क्यों दायर की जाती हैं, सुप्रीम कोर्ट ने जताया आश्चर्य

    जब देश में निर्माण कार्य होने पर जनहित याचिकाएं क्यों दायर की जाती हैं, सुप्रीम कोर्ट ने जताया आश्चर्य

    नईदिल्ली  ।

    देश में निमार्ण कार्यों से जुड़ी याचिकाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आश्चर्य जताया है। शीर्ष अदालत ने कहा कि विकास और हैरानी जताते हुए कहा पारिस्थितिकीय संतुलन साथ-साथ चलने चाहिए। जब राजमार्ग जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू की जाती हैं तो जनहित याचिकाएं (पीआईएल) क्यों दायर की जाती हैं। शीर्ष अदालत की यह टिप्पणी गोवा में तिनैघाट-वास्को डी गामा मार्ग के वास्को डी गामा-कुलेम खंड पर रेलवे पटरियों के दोहरीकरण के लिए निर्माण कार्य पर एक याचिका पर सुनवाई करते समय आई।जस्टिस सूर्यकांत और आर महादेवन की पीठ ने कहा कि हम केवल यह सोच रहे हैं कि ऐसा केवल इस देश में ही क्यों होता है कि जब आप हिमाचल (प्रदेश) में सडक़ बनाना शुरू करते हैं तो जनहित याचिकाएं आ जाती हैं।

    जब आप राजमार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण शुरू करते हैं, तो जनहित याचिकाएं आती हैं। पीठ ने याचिकाकर्ता के वकील से कहा कि आप हमें एक भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बताएं जहां रेलवे की सुविधा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि आल्प्स पहाड़ों पर जाएं और वे आपको ट्रेन में बर्फ के बीच ले जाएंगे। शीर्ष अदालत बॉम्बे हाई कोर्ट की गोवा पीठ के अगस्त 2022 के फैसले को चुनौती देने वाली एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसने रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के निर्माण से संबंधित एक जनहित याचिका को खारिज कर दिया था।याचिकाकर्ताओं ने उच्च न्यायालय में आरोप लगाया था कि निर्माण कार्य 2011 तटीय विनियमन क्षेत्र (सीआरजेड) अधिसूचना, गोवा सिंचाई अधिनियम, 1973, गोवा पंचायत राज अधिनियम, 1994 और गोवा टाउन एंड कंट्री प्लानिंग एक्ट, अन्य के तहत पूर्व अनुमति प्राप्त करने के वैधानिक आदेश का उल्लंघन करके किया जा रहा था। सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने कहा कि यह परियोजना गोवा में रेलवे नेटवर्क को मजबूत करेगी और सडक़ परिवहन पर बोझ को कम करने में मदद करेगी।पीठ ने कहा कि यह एकमात्र देश है जो सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों का अनुपालन करता है। बाकी न्यायक्षेत्रों को भगवान ने छूट दी है।

  • फास्टैग पर गाड़ी का रजिस्ट्रेशन जरूरी, 3-5 साल पुराने सभी केवाईसी होंगे अपडेट

    फास्टैग पर गाड़ी का रजिस्ट्रेशन जरूरी, 3-5 साल पुराने सभी केवाईसी होंगे अपडेट

    नई दिल्ली।

    देश में फास्टैग से जुड़ी सेवाओं के लिए नया नियम एक अगस्त से लागू होने जा रहा। इसके तहत अब वाहन लेने के बाद 90 दिन के अंदर फास्टैग नंबर पर वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर अपलोड करना होगा। अगर निर्धारित समय में नंबर अपडेट नहीं किया तो उसे हॉटलिस्ट में डाल दिया जाएगा। उसके बाद 30 दिन का अतिरिक्त समय मिलेगा, लेकिन उसमें भी वाहन नंबर अपडेट नहीं हुआ तो फास्टैग ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। फास्टैग सेवा प्रदाता कंपनियों को 31 अक्टूबर तक 3 और 5 साल पुराने सभी फास्टैग की केवाईसी करनी होगी।

    भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनसीपीआई) ने जून में फास्टैग को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसमें फास्टैग सेवा प्रदाता कंपनियों के केवाईसी की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए एक अगस्त की तिथि निर्धारित की गई। अब कंपनियों के पास सभी शर्तों को पूरा करने के लिए एक अगस्त से 31 अक्टूबर तक का समय है।

    इन लोगों की बढ़ेगी परेशानी: एनसीपीआई के नए नियमों से उन सभी लोगों के लिए परेशानी बढ जाएगी जो नया वाहन खरीदने जा रहे हैं या फिर जिनका फास्टैग 3 साल से अधिक पुराना है। फास्टैग इस्तेमाल करने वाले मौजूदा ग्राहकों को भी सतर्क रहना होगा, क्योंकि फास्टैग ब्लैक लिस्ट किए जाने संबंधी नियम भी एक अगस्त से प्रभावी होगा।

    3 माह तक लेन-देन नहीं तो फास्टैग बंद

    कुछ फास्टैग कंपनियों ने यह नियम भी जोड़ दिया है कि फास्टैग सक्रिय रहना चाहिए। इसके लिए तीन महीने के अंदर एक लेन-देन होना जरूरी है। अगर लेन-देन नहीं होता है तो फास्टैग निष्क्रिय हो जाएगा, जिसे एक्टिव कराने के लिए पोर्टल पर जाना होगा। यह नियम उन लोगों के लिए परेशानी खड़ी करने वाला है जो अपने वाहन का इस्तेमाल सिर्फ सीमित दूरी के लिए करते हैं, जिसमें कोई टोल नहीं कटता है।

    कल से प्रभावी होंगे ये नियम
    कंपनियों को 5 वर्ष पुराने फास्टैग को प्राथमिकता के आधार पर बदलना होगा।

    3 वर्ष पुराने फास्टैग की पुन: केवाईसी करनी होगी।

    फास्टैग से वाहन पंजीकरण नंबर, चेसिस नंबर जुड़ा होना चाहिए।

    नया वाहन लेने के बाद 90 दिन के अंदर उसका नंबर अपडेट करना होगा।

    फास्टैग सेवा प्रदाता कंपनियों की और से वाहन डाटाबेस को सत्यापित किया जाएगा।

    केवाईसी करते वक्त वाहन की सामने की और साइड की साफ फोटो अपलोड करनी होगी।

    फास्टैग मोबाइल नंबर से लिंक होना अनिवार्य होगा।

    केवाईसी सत्यापन के लिए ऐप या पोर्टल जैसी सेवा उपलब्ध करानी होगी।

  • कोचिंग सेंटर्स के लिए एक्ट लाएगी दिल्ली सरकार, फीस पर भी लगेगी लगाम?

    कोचिंग सेंटर्स के लिए एक्ट लाएगी दिल्ली सरकार, फीस पर भी लगेगी लगाम?

    नई  दिल्ली

    ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में तीन स्टूडेंट्स की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. एक तरफ जहां हादसे नाराज छात्र अपनी मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे हैं, वहीं दूसरी तरफ इस घटना ने राजनीतिक रूप भी अख्तियार कर लिया है. इस बीच आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि जिस जगह पर कोचिंग सेंटर था वहां पर नाली पर अवैध कब्जा था और बेसमेंट में अवैध रूप से लाइब्रेरी चल रही थी थी।

    मंत्री आतिशी ने बताया कि जिम्मेदार JE को MCD से टर्मिनेट कर दिया गया है और जो AE थे उनको सस्पेंड कर दिया है. उन्होंने कहा कि राजेंद्र नगर में 27 जुलाई को हुई घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. उन्होंने बताया कि जैसे ही यह खबर सामने आई कि बेसमेंट में पानी भर गया है, सरकार की अलग अलग एजेंसी वहां पहुंची. इस दौरान पता चला कि हादसा हो गया है जिसके बाद जिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए।

    ‘कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी पूरी तरह अवैध थी’

    मंत्री के मुताबिक जांच रिपोर्ट के लिए 24 घंटे का टाइम दिया गया था. अंतरिम रिपोर्ट सामने आने पर पता चला कि जो ड्रेन वहां जिम्मेदार था वहां के कोचिंग सेंटर ने अतिक्रमण किया था. वहां मौजूद कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी पूरी तरह अवैध थी. मंत्री ने कहा कि बेसमेंट का इस्तेमाल सिर्फ स्टोरेज और पार्किंग के लिए किया जा सकता था. उन्होंने बताया कि शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर ही MCD ने कार्यवाही शुरू की और JE को टर्मिनेट कर दिया गया साथ ही AE को फौरन निलंबित किया गया।

    इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि वो दिल्ली के लोगों को भरोसा दिलाती हैं कि अगर इन अधिकारियों के अलावा भी किसी की कमी सामने आती है तो उन पर भी कार्रवाई का जाएगी चाहे वो कितने भी बड़े अधिकारी या सीनियर क्यों न हो. मंत्री ने बताया कि मजिस्ट्रेट जांच की रिपोर्ट 6 दिनों में आ जाएगी।

    ‘200 कोचिंग सेंटर को नोटिस भेजा गया है’

    उन्होंने बताया कि मेयर ने बुलडोजर भेजकर डेन से कब्जा हटाया और जिन कोचिंग के बेसमेंट में लाइब्रेरी चल रही थी उन पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सील कर दिया गया है, जिसमें मशहूर दृष्टि कोचिंग जैसे सेंटर्स भी शामिल हैं. मंत्री ने बताया कि इसके अलावा 200 और कोचिंग सेंटर को नोटिस भेजा गया है और आज यानी बुधवार को भी सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने कहा कि बात सिर्फ दिल्ली की नहीं है पूरे देश में जहां जहां छात्र कोचिंग करते हैं वहां भी समस्या हैं।

    ‘कोचिंग इंस्टीट्यूट को रेगुलेट करने के लिए एक्ट लाएंगे’

    केंद्र सरकार पर हमला करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद केंद्र सरकार रेगलूशन लाएगी लेकिन नहीं आई. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र सरकार के कानून का इंतजार नहीं करेगी. अब दिल्ली सरकार एक कानून लेकर के आएगी जो दिल्ली में चल रहे सारे कोचिंग इंस्टीट्यूट को रेगुलेट करेगा जैसे प्राइवेट स्कूलों में होता है. उन्होंने साफ कहा कि सरकार दिल्ली में चल रहे कोचिंग इंस्टीट्यूट को रेगुलेट करने के लिए एक्ट लाएगी।

    आतिशी ने कहा कि इस एक्ट के तहत इंस्टीट्यूट के इंफ्रास्ट्रक्चर, एडवरटाइजिंग और फीस को भी रेगुलेट किया जाएगा. इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी जिसमे अधिकारियों के अलावा कोचिंग हब के छात्रों को भी शामिल किया जाएगा. इसके साथ ही जनता का फीडबैक लेने के लिए एक ईमेल आईडी coaching.law.feedback@gmail.com भी जारी की जाती है।

    ‘दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी’

    वहीं दिल्ली की मेयर डॉ शैली ओबेरॉय मेयर ने राजेंद्र नगर की घटना को लेकर कहा कि उन्होंने MCD कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर अवैध कोचिंग सेंटर के बेसमेंट पर और जिम्मेदार अधिकारियों पर एक्शन के लिए कहा है. उन्होंने बताया कि करीब 30 से ज्यादा कोचिंग सेंटर के बेसमेंट सील कर दिए गए हैं साथ ही 200 सेंटर्स को नोटिस भेजा गया है. वहीं मामले में 2 अधिकारियों पर एक्शन लेते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि अभी ये तत्काल एक्शन रिपोर्ट आने के बाद उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

  • कई गाड़ियों का बदला रुट, दो कैंसिल, रेलवे ने जारी किया ट्रेनों का नाम और समय

    कई गाड़ियों का बदला रुट, दो कैंसिल, रेलवे ने जारी किया ट्रेनों का नाम और समय

    मुंबई।

    झारखंड के जमशेदपुर में हुए ट्रेन हादसे के बाद कई ट्रेनें प्रभावित हुई है। सबसे ज्यादा असर मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग हुआ है। जिसके चलते छत्तीसगढ़ के यात्रियों को इस रुट पर सफर करने में भारी दिक्कतों को सामना करना पड़ सकता है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने प्रभावित हुई गाड़ियों की लिस्ट जारी कर दी है।

    बता दें कि ट्रेन हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। चक्रधरपुर रेल मंडल में हादसे के बाद बिलासपुर जोन से चलने वाली 2 ट्रेनें कैंसिल कर दी गई हैं, जबकि 7 ट्रेनों का रूट बदला गया है।

    देखिए नाम

    ब्लॉक सेक्शन: टाटानगर – चक्रधरपुर रूट पर बाराबाम्बो (बीआरएम)

    कोचिंग ट्रेनें डायवर्ट / शॉर्ट टर्मिनेट / ओरिजिन / रद्द

    1. 18030 शालीमार – लोकमान्य तिलक टर्मिनस 30-07-24 को शुरू
    2. 18109 टाटानगर – इतवारी 30-07-24 को शुरू (टाटानगर – बिलासपुर के बीच रद्द)

    डायवर्सन

    ट्रेनें (हावड़ा से)

    1. 12262 हावड़ा – छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस 30-07-24 को शुरू खड़गपुर – भद्रक – खुर्दा रोड – अंगुल – झारसुगुड़ा रोड – आईबी.
    2. 12130 हावड़ा – पुणे एक्सप्रेस 29-07-24 को सीनी – केंदुझारगढ़ – पुरुलिया – हटिया – नीमडीह – राउरकेला के रास्ते शुरू होगी।
    3. 12834 हावड़ा – अहमदाबाद 29-07-24 को चांडिल – पुरुलिया – हटिया – राउरकेला के रास्ते शुरू होगी।
    4. 18477 पुरी – योग नगरी ऋषिकेश 29-07-24 को टाटानगर – चांडिल – बोकारो स्टील सिटी – गोमो – गया – दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन – चुनार – मुगलसराय – वाराणसी के रास्ते शुरू होगी।
    5. 13288 आरा-दुर्ग 29-07-24 को आसनसोल-झाझा-बोकारो स्टील सिटी-कोडरमा-मुरी-नीमडीह-राउरकेला के रास्ते शुरू होगी।
    6. 12860 हावड़ा – छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस 30-07-24 को टाटानगर – चांडिल – पुरुलिया – कोडरमा – नीमडीह – राउरकेला के रास्ते शुरू होगी।
    7. 12810 हावड़ा-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस 30-07-24 को खड़गपुर-मिदनापुर-आद्रा-बोकारो स्टील सिटी-कोडरमा-नीमडीह-राउरकेला से शुरू होगी।

    डायवर्जन

    डीएन ट्रेनें (हावड़ा की ओर)

    1. 18029 लोकमान्य तिलक टर्मिनस – शालीमार 28-07-24 को राउरकेला – हटिया – पुरुलिया – टाटानगर के रास्ते शुरू होंगी।
    2. 12859 छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस – हावड़ा 29-07-24 को राउरकेला – हटिया – पुरुलिया – टाटानगर के रास्ते शुरू होगी।
    3. 12833 अहमदाबाद – हावड़ा 28-07-24 को राउरकेला – हटिया – पुरुलिया – टाटानगर के रास्ते शुरू होगी।
    4. 13287 दुर्ग-आरा 30-07-24 को राउरकेला-नीमडीह-मुरी-कोडरमा-बोकारो स्टील सिटी-झाझा-आसनसोल से शुरू होगी।
    5. 20821 पुणे-संतरागाछी 29-07-24 को नीमडीह-हटिया-मुरी-कोडरमा-बोकारो स्टील सिटी-झाझा-आद्रा-मिदनापुर-खड़गपुर से शुरू होगी।
    6. 12221 पुणे – हावड़ा 29-07-24 को नीमडीह – हटिया – मुरी – कोडरमा – पुरुलिया – टाटानगर के रास्ते शुरू होगी।
    7. 18478 योग नगरी ऋषिकेश – पुरी 29-07-24 को आईबी – झारसुगुड़ा रोड – संबलपुर सिटी – कटक के रास्ते शुरू होगी।
    8. 12767 हजूर साहिब नांदेड़-संतरागाछी 29-07-24 को नीमडीह-कोडरमा-बोकारो स्टील सिटी-झाझा-आद्रा-मिदनापुर-खड़गपुर के रास्ते शुरू होगी।

    शॉर्ट टर्मिनेट/उत्पत्ति

    1. 18110 इतवारी-टाटानगर 30-07-24 को प्रारंभ बिलासपुर में शॉर्ट टर्मिनेट (बिलासपुर-टाटानगर के बीच रद्द)।
    2. 18109 टाटानगर – इतवारी 30-07-24 को बिलासपुर से शुरू (टाटानगर – बिलासपुर के बीच रद्द)।
  • कोचिंग संस्था में हुई मौत की घटना को लेकर दृष्टि ने बताया

    कोचिंग संस्था में हुई मौत की घटना को लेकर दृष्टि ने बताया

    नई दिल्ली।

    देश की राजधानी दिल्ली के राजेंद्र नगर में 27 जुलाई की शाम करीब 6 बजे बारिश के बाद पानी सड़कों पर जमा हो गया. इस बीच, एक एसयूवी कार निकली और प्रेशर के कारण पानी राव IAS स्टडी सर्कल का गेट तोड़कर अंदर घुस गया और बेसमेंट में भर गया. वहां लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स में हड़कंप मच गया. घटना में उत्तर प्रदेश की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के नवीन दल्विन की मौत हो गई. राजिंदर नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान की बेसमेंट में हुई त्रासद घटना तथा उसके बाद बनी परिस्थितियों पर टीम दृष्टि का पक्ष निम्नलिखित है:

    1) हमें खेद है कि हमने अपना पक्ष रखने में देरी की। वस्तुतः हम नहीं चाहते थे कि अधूरी जानकारी के आधार पर कुछ कहें। इस देरी के लिये हम हृदय से क्षमाप्रार्थी हैं।

    2) शनिवार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना, जिसमें 3 विद्यार्थियों श्रेया यादव, तान्या सोनी और निविन डाल्विन की असमय व दर्दनाक मृत्यु हुई, पर हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम तीनों बच्चों के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनके परिवारजनों को यह अपूरणीय क्षति झेलने का हौसला प्रदान करें।

    3) इन बच्चों के परिवारों से हमारा प्रत्यक्ष परिचय नहीं है किंतु दुख की इस घड़ी में हम पूरी तरह उनके साथ हैं। यदि हम किसी भी तरह उनके लिये कुछ कर सकेंगे तो कृतज्ञता महसूस करेंगे।

    4) इस दुर्घटना को लेकर विद्यार्थियों में जो रोष दिख रहा है, वह पूरी तरह न्यायसंगत है। बहुत अच्छा होगा यदि इस रोष को सटीक दिशा मिले और सरकार कोचिंग संस्थाओं के लिये निश्चित दिशानिर्देश लागू करे। इस संबंध में हम सरकार के साथ सक्रिय सहयोग करने को तत्पर हैं।

    5) कोचिंग संस्थानों से जुड़ी यह समस्या ऊपर से जितनी सरल दिखती है, उतनी है नहीं। इसके कई पक्ष हैं जिनके तार कानूनों की अस्पष्टता और अंतर्विरोध से जुड़ते हैं। डीडीए, एमसीडी तथा दिल्ली फायर डिपार्टमेंट के नियमों में असंगति है। इसी तरह, ‘दिल्ली मास्टरप्लान-2021’, ‘नैश्नल बिल्डिंग कोड’, ‘दिल्ली फायर रूल्स’ और ‘यूनिफाइड बिल्डिंग बाई-लॉज़’ के प्रावधानों में भी काफी अंतर्विरोध है। ‘दिल्ली मास्टरप्लान-2021’ को छोड़कर किसी भी दस्तावेज़ में कोचिंग संस्थानों के लिये स्पष्ट प्रावधान नहीं दिये गए हैं। आशा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा नियुक्त समिति जब एक माह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी तो उसमें ऊपर लिखे अधिकांश बिंदुओं का समाधान मिल सकेगा।

    6) हम पूरे विश्वास से कह सकते हैं कि टीम दृष्टि विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर अत्यधिक सतर्क रहती है। वर्तमान में हमारी मैनेजमेंट में ‘फायर एन्ड सेफ्टी ऑफिसर’ का विशेष पद है जिस पर कार्यरत अधिकारी नैशनल फायर सर्विस कॉलेज (नागपुर) से पढ़े हुए हैं और बड़े अस्पतालों और मॉल्स में 14 वर्षों तक यही कार्य कर चुके हैं। वे प्रत्येक भवन का नियमित रूप से सेफ्टी ऑडिट करते हैं। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक भवन के लिये एक-एक अधिकारी की ज़िम्मेदारी होती है कि वह रोज़ सुरक्षा के 16 बिंदुओं को चेक करे और इसकी सूचना ‘बिल्डिंग मेंटेनेंस ग्रुप’ पर अपडेट करे। हमारे क्लासरूम जिन भी भवनों में हैं, उनमें आने-जाने के लिये कम से कम दो रास्ते हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में बच्चे सुरक्षित निकल सकें।

    7) दिल्ली नगर निगम द्वारा पिछले कुछ दिनों में की गई व्यापक कार्रवाई स्वागतयोग्य है।

    8) इस समस्या का स्थायी समाधान यह है कि सरकार दिल्ली में तीन-चार क्षेत्रों को चुनकर उन्हें कोचिंग संस्थानों के लिये नियत करे। अगर सरकार क्लासरूम्स, लाइब्रेरीज़, होस्टल खुद तैयार कराएगी तो न ज़्यादा किराए की समस्या रहेगी और न ही सुरक्षा से जुड़े प्रावधानों की।

    9) इस विषय की जटिलताओं को स्पष्ट करने के लिये हम जल्दी ही एक विस्तृत विश्लेषण (लेख या वीडियो) जारी करेंगे ताकि सभी विद्यार्थियों व अन्य हितधारकों को भी सभी पक्षों का अनुमान हो सके। हमें विश्वास है कि जब सारे पक्ष सामने होंगे, तब समाधान की सही राह निकलेगी।

    10) एक बार फिर, यदि जाने-अनजाने में हमारी टीम से कोई चूक हुई है तो हम उसके लिये पुनः खेद व्यक्त करते हैं। अब हम विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर और ज़्यादा सतर्क रहने का भरोसा दिलाते हैं।