Category: राज्य

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निवास परिसर में राष्ट्रध्वज फहराया

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निवास परिसर में राष्ट्रध्वज फहराया

    मध्य प्रदेश।

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास परिसर में ध्वजारोहण किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज प्रातः मुख्यमंत्री निवास परिसर में राष्ट्रध्वज फहराया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सचिवालय तथा निवास कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और उनकी सुरक्षा में पदस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों की उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें सम्मानित करते हुए प्रमाण पत्र तथा पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की।

  • जीतू पटवारी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में किया ध्वजारोहण, दिया ये संदेश

    जीतू पटवारी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में किया ध्वजारोहण, दिया ये संदेश

    मध्‍य प्रदेश।

    मध्‍य प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में ध्वजारोहण कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उत्तराधिकारियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और राज्य सभा सदस्य अशोक सिंह भी उपस्थित रहे। जीतू पटवारी ने भारत निर्माण में कांग्रेस पार्टी की भूमिका और प्रदेश कांग्रेस के संदेश का वाचन किया।

    देश की उन्नति और सभी नागरिकों के समान अधिकार के लिए काम करेंगे

    आज देश का स्वतंत्रता दिवस है प्रदेश और देशवासियों को बहुत सारी शुभकामनाएं। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद लोकतंत्र में जो कांग्रेस को जिम्मेदारी मिली है वह विपक्ष की है। हम देश की उन्नति और सभी नागरिकों के समान अधिकार के लिए काम करेंगे। देश की उन्नति और विकास में सबको साथ लेकर चलने में कांग्रेस ने अपनी भूमिका निभाई है।

    कांग्रेस ने वैश्विक मंच पर भारत को अग्रणी देश मे लाया

    जीतू पटवारी ने अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर कांग्रेस कार्यकर्ता को एक नई ऊर्जा मिली। 77 वर्ष पहले हमें आजादी मिली, कांग्रेस ने सभी वर्ग के हित मे फैसले लिए है। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की विचारधारा घर घर लेकर जाएंगे। कई स्वतंत्रता सेनानियों का नाम सामने नहीं आए हैं, लेकिन उनका बलिदान हमे याद करना चाहिए।

    कांग्रेस का संघर्ष केवल स्वतंत्रता हासिल करना नहीं बल्कि समाज में समानता लाना भी मकसद है। कांग्रेस ने वैश्विक मंच पर भारत को अग्रणी देश मे लाया। आज हमे एक ऐसी सरकार चाहिए जो दलित पिछड़े ओर गरीब वर्ग को साथ मे लेकर चले। देश में आज ऐसी सरकार की जरूरत है जो एकता की बात करें। आज हमारे सामने दलित गरीब वंचित शोषित को अधिकार दिलाने की चुनौती है।

    कांग्रेस का इतिहास धर्मनिरपेक्षता का रहा है- जीतू पटवारी

    जीतू पटवारी ने कहा कि ऐसा भारत बनाना है जहां युवाओं को मौका मिले और कोई भी किसान ओर गरीब भूखा न सोए। उन्होंने कहा एक अनुसूचित जाति समाज के जनपद सदस्य को झंडा फहराने के लिए जद्दोजहद करना पड़ा। यह सागर जिले की घटना है, इस घटना ने पूरे मध्य प्रदेश को शर्मसार किया। आदिवासी माता-पिता अपने बच्चों को बेच रहे हैं, यह खंडवा जिले की खबर है। यह दोनों घटना आरोप प्रत्यारोप करने के लिए नहीं है बल्कि हमें सचेत करती हैं कि ऐसा प्रदेश हमारा ना बने। कांग्रेस ने अपना सब कुछ न्योछावर करके देश की एकता और अखंडता से कोई समझौता नहीं किया। देश के संसाधनों पर सबका अधिकार है, सबसे महंगा और बेरोजगार देश हमारा है यह सरकार के आंकड़े कहते हैं।संविधान की रक्षा करना कांग्रेस का नहीं देश का विचार है। जीतू ने कहा कि आरोप-प्रत्यारोप से बड़ी देश की भावना है।

  • मंत्रालय की सुरक्षा में बड़ी चूक: युवक ने RSS का नेता बताकर बनवाया पास, FIR दर्ज

    मंत्रालय की सुरक्षा में बड़ी चूक: युवक ने RSS का नेता बताकर बनवाया पास, FIR दर्ज

    मध्य प्रदेश।

    मंत्रालय भवन में सुरक्षा की गंभीर लापरवाही सामने आई है। यहां एक युवक ने खुद को आरएसएस का प्रवक्ता बताकर मंत्रालय का प्रवेश पत्र व वाहन प्रवेश पत्र बनवा लिया। फर्जी लेटर हेड पर युवक ने खुद को RSS का प्रवक्ता बताया। मिली जानकारी के अनुसार युवक का नाम कृष्ण दत्त मिश्रा है, जिसने खुद को RSS प्रवक्ता बताकर मंत्रालय का पास बनवा लिया। युवक ने ऐसा क्यों किया फिलहाल इसकी जानकारी सामने नहीं आ पाई है। शिकायत के बाद शाहपुरा पुलिस ने युवक के खिलाफ FIR दर्ज की है। फर्जी तरीके से मंत्रालय का पास बनवाने के पीछे युवक की क्या मंशा थी, यह पता नहीं चल सका है। लेकिन कहीं न कहीं यह मंत्रालय की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला है। अगर कोई अनहोनी होती तो इसका जवाबदार कौन होता ? फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

  • 15 अगस्त विशेषः दिल्ली में मौजूद लाल किला किस मुगल बादशाह ने बनवाया था क्या है लाल किले का पुराना नाम

    15 अगस्त विशेषः दिल्ली में मौजूद लाल किला किस मुगल बादशाह ने बनवाया था क्या है लाल किले का पुराना नाम

    दिल्ली।

    लाल किला सहित भारत की लगभग 26 प्राचीन इमारतों को यूनेस्को ने विश्व विरासत में शामिल किया है. लाल किले के बारे में कई तरह की बातें प्रचलित है. कहते हैं कि इतिहास वही लिखता है, जो जीतता है या जो शासन करता है. लाल किला किसने बनवाया था।

    कब्जा करके इस पर तुर्क छाप छोड़ी थी।

    दिल्ली का लालकोट क्षेत्र हिन्दू राजा पृथ्वीराज चौहान की 12वीं सदी के अंतिम दौर में राजधानी थी. लालकोट के कारण ही इसे लाल हवेली या लालकोट का किला कहा जाता था. बाद में लालकोट का नाम बदलकर शाहजहानाबाद कर दिया गया.

    सुप्रीम कोर्ट ने PM की हत्या की साजिश रचने के आरोपी को को दी बेल

    19वीं सदी में, अंग्रेजों ने उत्तर भारत में अपनी पकड़ मजबूत कर ली. 1803 में उन्होंने दिल्ली पर कब्जा कर लिया. उनका अगला निशाना लाल किला था, जहां उस समय शाही परिवार रहता था. 1857 की क्रांति के दौरान, यह किला अंग्रेजों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो गया. वे यहां से विद्रोह को कुचलने की योजना बना रहे थे. बादशाह बहादुर शाह जफर लाल किले से ही क्रांतिकारियों का नेतृत्व कर रहे थे।

    अंग्रेजों ने जब मुगल बादशाह को हटाया तो लाल किले को अपने सैनिकों के रहने की जगह बना लिया. अंग्रेजों ने लाल किले पर कब्जा करके वहां की कई खूबसूरत कलाकृतियों को नष्ट किया. ऐसे में ऐतिहासिक रूप से लाल किला भारत के लिए महत्वपूर्ण रहा है, ऐसे में स्वतंत्रता दिवस पर यहीं झंडा फहराया गया।

    दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस पर कैलाश गहलोत फहराएंगे झंडा

    लाल क़िला, दिल्ली के ऐतिहासिक123 ,क़िलेबंद, पुरानी दिल्ली के इलाके में स्थित, लाल बलुआ पत्थर से निर्मित है. किले को “लाल किला”, इसकी दीवारों के लाल-लाल रंग के कारण कहा जाता है. इस ऐतिहासिक किले को वर्ष २००७ में युनेस्को द्वारा एक विश्व धरोहर स्थल चयनित किया गया था. भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित लाल किला  देश की आन-बान शान और देश की आजादी का प्रतीक है. मुगल काल में बना यह ऐतिहासक स्मारक विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल है और भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. लाल किला के सौंदर्य, भव्यता और आर्कषण को देखने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं और इसकी शाही बनावट और अनूठी वास्तुकला की प्रशंसा करते हैं।

    लाल किले का महत्व

    15 अगस्त के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री दिल्ली स्थित लाल किले पर तिरंगा फहराते हैं और देश को लाल किले की प्राचीर से संबोधित करते हैं. लाल किले का निर्माण 1638 से 1648 के बीच हुआ था।

    पीएम मोदी फहराएंगे तिरंगा

    15 अगस्त 2024 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर तिरंगा फहराएंगे. इस बार वे 11वीं बार तिरंगा फहराएंगे।

    शाहजहां की खासियत

    मुगल सम्राट शाहजहां ने लाल किले को अपनी राजधानी शाहजहांनाबाद के महल के रूप में बनवाया था. लाल किला और ताजमहल बनवाने वाले शाहजहां ने कई शानदार इमारतें बनवाईं. इनमें दिल्ली की जामा मस्जिद भी शामिल है।

    पहली बार किसने फहराया तिरंगा

    15 अगस्त, 1947 को लालकिले पर पहली बार तिरंगा फहराया गया था. प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लालकिले से तिरंगा फहराया था।

  • पेरिस ओलंपिक: CAS के फैसले से चमकी एथलीट की किस्मत,अब मिला ब्रॉन्ज मेडल

    पेरिस ओलंपिक: CAS के फैसले से चमकी एथलीट की किस्मत,अब मिला ब्रॉन्ज मेडल

    नई दिल्ली ।

    कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के मामले में 13 अगस्त तक फैसला सुनाने की घोषणा की है, विनेश से पहले CAS ने रोमानिया की जिमनास्ट एना बारबोसु को न्याय दिया है. इससे भारतीय पहलवान की भी उम्मीदें बढ़ गई हैं. बता दे कि पेरिस ओलंपिक के महिला आर्टिस्टिक जिमनास्टिक के फ्लोर इवेंट में अमेरिका की जॉर्डन चाइल्स ने 13.766 पॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता था. वहीं रोमानिया एना बारबोसु 13.700 पॉइंट्स के साथ चौथे स्थान पर रही थीं. बारबोसु ने चाइल्स को गलत तरीके से पॉइंट देने के खिलाफ CAS में अपील की थी. इस मामले में सुनवाई पूरी होने का बाद CAS ने बारबोसु के चैलेंज को सही ठहराया है. कोर्ट ने माना कि ओलंपिक के जजमेंट पैनल ने गलत तरीके से पॉइंट्स में इजाफा किया, जिससे चाइल्स पांचवें से तीसरे स्थान पर चली गईं. इस फैसले के बाद चाइल्स के पॉइंट्स में कटौती हुई और वो वापस 13.666 पर पहुंच गई हैं।

    इस तरह CAS ने ऐना बारबोसु के साथ न्याय किया और फाइनल में हारने के बावजूद अब इंटरनेशनल जिमनास्टिक फेडरेशन (FIG) ने रोमानिया की जिमनास्ट को ब्रॉन्ज मेडल दिया गया है. दरअसल, जॉर्डन चाइल्स ने परफॉर्मेंस के दौरान फ्लोर पर कुछ गड़बड़ी पाई. इसके बाद उन्होंने जजमेंट पैनल के सामने ‘डिग्री ऑफ डिफिकल्टी’ की शिकायत की. पैनल ने उनकी बात मानते हुए एक्स्ट्रा पॉइंट्स दे दिए. बाद में एना बारबोसु ने इसका विरोध किया. उनका मानना था कि शिकायत करने के लिए 1 मिनट की डेडलाइन होती है. चाइल्स ने डेडलाइन खत्म होने के बाद ‘डिग्री ऑफ डिफिकल्टी’ का मुद्दा उठाया, इसलिए उन्हें पॉइंट्स नहीं दिए जाने चाहिए थे।

  • हमें भारत आने दो पानी में खड़े होकर बीएसएफ से मिन्नतें कर रहे हजारों बांग्लादेशी हिंदू, लगा रहे जय श्री राम के नारे

    हमें भारत आने दो पानी में खड़े होकर बीएसएफ से मिन्नतें कर रहे हजारों बांग्लादेशी हिंदू, लगा रहे जय श्री राम के नारे

    नईदिल्ली  ।

    बांग्लादेश में भले ही नई सरकार बन गई है, लेकिन वहां हिंसा अभी भी जारी है। प्रदर्शनकारी, अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बना रहे हैं। बांग्लादेश से कई हिंदू परिवार अपने घर छोडक़र भारत आना चाहते हैं।हजारों की तादाद में हिंदू समुदाय के लोग भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूद हैं। बंगाल के कूचबिहार के सितालकुची में करीब 1000 बांग्लादेशी जलाशय में खड़े होकर बीएसएफ से अनुरोध कर रहे हैं कि उन्हें भारत में प्रवेश की इजाजत दी जाए। हालांकि, सीमा सीमा सुरक्षा को लेकर बीएसएफ भी अलर्ट है। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि अब तक भारत में प्रवेश करने की कोशिश करने वालों का यह सबसे बड़ ग्रुप है। कूचबिहार के काशियार बरुनी इलाके के पठानटुली गांव में सीमा पार करने की कोशिश कर रहे लोगों में इतनी हताशा थी कि वे बाड़ के पार जलाशय में घंटों इंतजार करते रहे। कुछ लोग जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे।

    बीएसएफ कर्मियों ने इन लोगों को सीमा के जीरो पॉइंट (नो मैन्स लैंड) से 150 गज की दूरी पर बाड़ पार करने से रोक दिया । बीएसएफ जवानों की कई बार की गई अपील के बावजूद ये लोग बांग्लादेश के रंगपुर जिले के दोई खावा और गेंदुगुरी गांवों में अपने घरों को लौटने के लिए तैयार नहीं थे।बीएसएफ की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, यह उभरती चुनौती बीएसएफ के लिए नई है। बंगाल के उत्तर 24 परगना के पेट्रापोल में पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश से लोगों का आना जारी है। सीमा पर नजर रखने की खातिर सरकार ने एक समिति का गठन किया है। सीमा सुरक्षा बल के पूर्वी कमान के एडीजी को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल ने सतर्कता बढ़ा दी है। बता दें कि बांग्लादेश में हिंसा की घटनाओं ने भारत सरकार की चिंता बढ़ा दी है।

  • मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 20 अगस्त तक बढ़ी

    मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 20 अगस्त तक बढ़ी

    नईदिल्ली।

     दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 20 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। केजरीवाल की हिरासत की अवधि समाप्त होने पर तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुरुवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई द्वारा उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी थी। न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा की पीठ ने केजरीवाल को रिहाई के लिए निचली अदालत का दरवाजा खटखटाने को कहा। दिल्ली हाई कोर्ट ने हालांकि भ्रष्टाचार मामले में उनकी जमानत याचिका पर अभी फैसला नहीं सुनाया है। सीबीआई ने सीएम केजरीवाल और अन्य आरोपियों के खिलाफ एक विशेष अदालत में अपनी चार्जशीट दाखिल की है।

    ईडी ने पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दायर कर दी है, जिसमें आप और इसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को आरोपी बनाया गया है। 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अंतरिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था, लेकिन सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के चलते वो जेल से बाहर नहीं आ सके। सीएम केजरीवाल वर्तमान में शराब घोटाला से जुड़े भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। बुधवार को उन्होंने दिल्ली के एलजी वी.के. सक्सेना को पत्र लिखकर सूचित किया कि इस स्वतंत्रता दिवस पर उनकी जगह शिक्षा मंत्री आतिशी ध्वजारोहण करेंगी। छत्रसाल स्टेडियम में दिल्ली सरकार के कार्यक्रम में पारंपरिक रूप से मुख्यमंत्री तिरंगा फहराते हैं। लेकिन केजरीवाल इस बार जेल में हैं। इसलिए उन्होंने अपनी जगह आतिशी को झंडा फहराने के लिए अधिकृत किया है।

  • अलकायदा और खालिस्तानी आतंकियों के पोस्टर जारी, जानकारी देने वालों का मिलेगा इनाम

    अलकायदा और खालिस्तानी आतंकियों के पोस्टर जारी, जानकारी देने वालों का मिलेगा इनाम

    नईदिल्ली  ।

    राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और अल कायदा और खालिस्तान से जुड़े विभिन्न आतंकवादियों के पोस्टर लगाए हैं। ये पोस्टर पुलिस ने पूरे शहर में पोस्टर लगाए हैं। लोगों को आतंकवादियों को पकडऩे में मदद करने के लिए प्रोत्साहित भी किया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी देने वालों को उचित इनाम दिया जाएगा। हालाँकि, सूचना देने वालों के नाम छुपाए जाएंगे। पुलिस ने कहा कि सुरक्षा उपाय लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने और पुलिस को आतंकवादियों पर नजर रखने में मदद करने के लिए उठाए गए हैं। उप-निरीक्षक कोमल शाक्य, जो खान मार्केट महिला पुलिस बूथ की प्रभारी अधिकारी हैं ने कहा कि यह नागरिकों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक पोस्टरों में पंद्रह आतंकियों का जिक्र है, जिनमें से छह अलकायदा से जुड़े हैं। स्वतंत्रता दिवस से पहले, देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पंजाब पुलिस ने भी मंगलवार को राज्य भर के सभी बस अड्डों पर जगह-जगह तलाशी लेकर सुरक्षा के कड़े कदम उठाए हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर आयोजित ष्ट्रस्ह्र, सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक चलाया गया। जिसके तहत पुलिस टीमों ने खोजी कुत्तों की सहायता से आने वाले लोगों की तलाशी ली।

    और बस अड्डों पर प्रस्थान कर रहे हैं। विशेष पुलिस महानिदेशक (विशेष डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला, जो व्यक्तिगत रूप से इस राज्य स्तरीय ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे, ने कहा कि सभी पुलिस आयुक्त/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (सीपी/एसएसपी) को उचित घेराबंदी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था और इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए एसपी रैंक के अधिकारियों की देखरेख में अधिकतम संख्या में पुलिस टीमों के बीच अपने-अपने जिलों के सभी बस अड्डों की गहन तलाशी ली गई। दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय राजधानी में चीनी मांझे की अवैध बिक्री का भी भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सोमवार को आजाद मार्केट इलाके के फैयाज गंज स्थित एक घर से भारी मात्रा में चाईनीज मांझा जब्त किया। छापेमारी के दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।

  • मैं खुद को सक्षम नहीं पा रहा, यह कहते ही कुर्सी छोडक़र चले गए सभापति जगदीप धनखड़

    मैं खुद को सक्षम नहीं पा रहा, यह कहते ही कुर्सी छोडक़र चले गए सभापति जगदीप धनखड़

    नईदिल्ली  ।

    संसद में आज कई बिल पेश किए जाने हैं, जिसमें से वक्फ एक्ट में संसोधन काफी चर्चित विषय है। इस बीच आज राज्यसभा में महिला रेसलर विनेश फोगाट का मामला जैसे ही उठा, संसद में हंगामा मच गया। विपक्ष ने कई सवाल उठाए, जिससे सभापति जगदीप धनखड़ काफी नाराज हो गए। सभापति धनखड़ ने आगे कहा कि पूरा देश विनेश फोगाट के साथ है। उन्होंने कहा कि हर कोई इस घटना पर दुखी है, पीएम और मैंने भी इस पर बयान दिया है, लेकिन इस पर राजनीति होना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस बात पर विपक्ष ने सदन से वाकऑउट कर दिया।संसद में विपक्ष ने आज भी विनेश के मुद्दे को उठाया। इस बीच विपक्ष के विरोध पर हंगामा हो गया। खडग़े ने कहा कि हमें कारण जानना है कि आखिर क्या ऐसा हुआ कि एकदम से विनेश को बाहर किया गया और हमने कुछ नहीं किया। खरगे के सवाल के बाद टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रेन को चिलाकर विरोध किया। इस बात से धनखड़ काफी नाराज हो गए। धनखड़ ने कहा कि सदन में सभापति को चुनौती दी गई है और मेरे साथ सही व्यवहार नहीं किया गया। धनखड़ ने कहा कि मैं कुछ समय के लिए यहां बैठने के लिए खुद को सक्षम नहीं पा रहा हूं।

  • 15 अगस्त को लाल किले से दिखेगा नारी शक्ति का दम, 150 महिला सरपंच देंगी खास संदेश

    15 अगस्त को लाल किले से दिखेगा नारी शक्ति का दम, 150 महिला सरपंच देंगी खास संदेश

    नईदिल्ली  ।

    अपनी पंचायतों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं से स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकीं महिला जनप्रतिनिधि लाल किले से नारी सशक्तिकरण का संदेश देंगी। पंचायतीराज मंत्रालय के मानकों पर राज्यों द्वारा चयनित 150 महिला सरपंच, ग्राम पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष आदि महिला पंचायत प्रतिनिधि इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होंगी। इनकी नेतृत्व क्षमता को और तराशने के लिए न सिर्फ यहां राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की गई है, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा यहां इन्हें सम्मानित भी किया जाएगा। नारी शक्ति को एक प्रमुख जाति के रूप में संरक्षण और प्रोत्साहन देने के लिए मोदी सरकार लगातार प्रयासरत है। राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम राजग सरकार समय-समय पर बेहतर काम करने वाली महिला जनप्रतिनिधियों को प्रेरणापुंज के रूप में स्थापित करने के अवसर तलाश रही है।गणतंत्र दिवस समारोह में तो केंद्र सरकार ने देशभर से निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया था, लेकिन स्वतंत्रता दिवस समारोह में सिर्फ पंचायतों की निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों को ही बुलाया गया है। पिछले दिनों पंचायतीराज मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा था कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए अपने-अपने राज्यों की महिला पंचायत जनप्रतिनिधियों का चयन करें।इसके लिए मानक बताए गए कि पंचायत ने कोई राष्ट्रीय या राज्य स्तरीय पुरस्कार जीता हो, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेजयल, स्वच्छता या पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में पंचायत ने उल्लेखनीय कार्य किया हो, सामाजिक-आर्थिक विविधता के लिए कार्य किया हो या पंचायत प्रतिनिधि का संबंध स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से हो। ऐसी महिला जनप्रतिनिधियों की राज्यों की ओर से जो सूची भेजी गई है, उसे पंचायतीराज मंत्रालय ने अपने मानकों पर परखते हुए अंतिम सूची तैयार कर ली है।

    महिला जनप्रतिनिधियों को उनके पति सहित आमंत्रित किया है। उनके साथ राज्यों से नोडल अधिकारी भी व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए आएंगे। इस तरह 150 महिला प्रधान या सरचंप, ग्राम पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष सहित कुल 274 अतिथि देशभर से आ रहे हैं। इन महिला जनप्रतिनिधियों के लिए 14 अगस्त को नई दिल्ली स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में संबह दस बजे से पंचायतीराज में महिला नेतृत्व विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी।दोपहर में सभी विशिष्ट अतिथि प्रधानमंत्री संग्रहालय का भ्रमण करेंगे, जबकि शाम को आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में ही केंद्रीय पंचायतीराज मंत्री ललन सिंह और राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल द्वारा महिला जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया जाएगा।