Category: स्पोर्ट्स

  • बस्तर ओलंपिक ने वनांचल के युवाओं को दिया नया मंच, खेलों में बढ़ा उत्साह

    बस्तर ओलंपिक ने वनांचल के युवाओं को दिया नया मंच, खेलों में बढ़ा उत्साह

    रायपुर ।

     

     

     

    जनजातीय बाहुल्य और माओवाद प्रभावित बस्तर संभाग में खेल के माध्यम से विकास और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय द्वारा बस्तर ओलंपिक-2024 का आयोजन किया गया है। इस आयोजन को लेकर युवाओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है, जिसमें सुदूर गांवों से आए युवा अपने खेल कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री  साय ने इस पहल को जनजातीय संस्कृति और पारंपरिक खेलों के संरक्षण के साथ ही, युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया है।

    विकासखंड स्तर पर उत्साहपूर्वक भागीदारी

    नारायणपुर जिले में विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन 09 से 16 नवंबर तक किया जा रहा है, जिसमें नारायणपुर विकासखंड हेतु प्रतियोगिता का आयोजन 09 से 11 नवंबर तक नारायणपुर के परेड ग्राउंड और खेल परिसर में किया गया, जिसमें जिले के खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ओरछा विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता 14 से 16 नवंबर तक, फिर 19 से 21 नवंबर तक जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जिले भर के खिलाड़ियों को भाग लेने को मौका मिलेगा।

    नारायणपुर में हुए आयोजन में बोरावण्ड गांव से आए युवाओं ने बताया कि उन्हें इस कार्यक्रम में भाग लेकर अत्यधिक आनंद मिल रहा है। खिलाड़ियों ने बताया कि यहां उन्हें ठहरने, भोजन, पेयजल और ड्रेस जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। बोरावण्ड के खिलाड़ी जयसिंह, रजनु यादव, अमर सिंह मंडावी, सियालाल नाग और उनके साथी बस्तर ओलंपिक में अपने खेल को निखारने के इस अवसर के लिए मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के सुदूर पहुंचविहीन गांव के प्रतिभावान युवाओं के खेल प्रतिभा को निखारने के लिए यह उनकी सराहनीय पहल है। उन्होंने बताया कि कबड्डी पुरुष वर्ग में उनकी टीम ने विकासखंड स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिसके लिए उन्हें ट्रॉफी, मेडल और टीम को ड्रेस प्रदान किया गया। जिला स्तर के आगामी आयोजन के लिए उनकी टीम अत्यधिक उत्साहित है और श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तैयार है।

    मुख्यमंत्री की पहल से अबूझमाड़ में आया सकारात्मक बदलाव

    मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा और आधारभूत सुविधाओं में लगातार सुधार हो रहा है। इस क्षेत्र में माओवादी घटनाओं में कमी आई है और लोगों का जीवन स्तर भी बेहतर हो रहा है। अबूझमाड़ के संवेदनशील इलाकों में सड़क, बिजली, पानी, आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल और उप-स्वास्थ्य केंद्र जैसी बुनियादी सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं। ईरकभट्टी, मसपुर और गारपा जैसे दूरस्थ गांवों तक अब पक्की सड़कें बन चुकी हैं, जिससे इन गांवों के निवासियों को शहरों और बाजारों से जोड़ने में आसानी हो रही है। नारायणपुर से गारपा और मसपुर तक बस सेवाओं की शुरुआत भी इस क्षेत्र के विकास में एक अहम कदम है, जिससे लोगों को यातायात में सहूलियत मिल रही है।

    मुख्यमंत्री श्री साय के कुशल नेतृत्व और विकासोन्मुख नीतियों का सकारात्मक असर अबूझमाड़ के जनजीवन पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। सुरक्षा में वृद्धि, सड़क संपर्क, और विभिन्न सुविधाओं की उपलब्धता ने यहां के निवासियों को राजधानी और अन्य शहरी क्षेत्रों से जोड़ने का कार्य किया है। अबूझमाड़ के लोग अब अपने गांवों में रहते हुए भी बेहतर अवसर प्राप्त कर रहे हैं और विकास की मुख्यधारा में सम्मिलित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय का मानना है कि ऐसे आयोजन न केवल युवाओं को खेल के माध्यम से एक मंच प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें सामाजिक और मानसिक रूप से भी सशक्त बनाते हैं। उनके नेतृत्व में बस्तर संभाग में खेल प्रतिभा के विकास और युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव का यह प्रयास प्रशंसनीय है।

  • विद्यार्थी जीवन में खेलों का बहुत महत्व है, इससे शरीर स्वस्थ एवं मजबूत बनता है : डॉ. चंदेल

    विद्यार्थी जीवन में खेलों का बहुत महत्व है, इससे शरीर स्वस्थ एवं मजबूत बनता है : डॉ. चंदेल

    रायपुर ।

    इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय रायपुर में पूर्वी क्षेत्रीय अन्तर्महाविद्यालयीन खेलकूद प्रतियोगिता 2024 की शुरूआत हुई। कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने पूर्वी क्षेत्रीय अन्तरमहाविद्यालयीन खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। पूर्वी क्षेत्रीय अन्तरमहाविद्यालयीन खेलकूद प्रतियोगिता में कृषि महाविद्यालय रायपुर, स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय, रायपुर, खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय रायपुर, कृषि महाविद्यालय, महासमुंद, कृषि महाविद्यालय भाटापारा, कृषि महाविद्यालय, मर्रा, पाटन तथा कृषि महाविद्यालय, गरियाबंद के 270 प्रतिभागी शामिल हुए जिनमें 160 छात्र एवं 110 छात्राएं हैं। 11 से 13 नवम्बर, 2024 तक आयोजित होने वाली इस तीन दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता के अंतर्गत विभिन्न क्रीड़ा स्पर्धाओं का आयोजन किया जा रहा है। इस अन्तरमहाविद्यालयीन खेलकूद प्रतियोगिता के अंतर्गत व्यक्तिगत स्पर्धाओं में लम्बी कूद, ऊंची कूद, ट्रिपल जंप, भाला फेंक, गोला फेंक, डिस्क थ्रो, 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर, 1500 मीटर, हर्डल दौड़ तथा 4ग्100 मीटर एवं 4ग्400 मीटर रिले दौड़ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। सामूहिक स्पर्धाओं के अंतर्गत वॉलीबाल, खो-खो, कबड्डी, बैडमिंटन तथा टेबल टेनिस स्पर्धाओं का आयोजन किया जा रहा है।
    खेल-कूद प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और कहा कि विद्यार्थी जीवन में खेलों का बहुत महत्व है। इससे शरीर स्वस्थ एवं मजबूत बनता है एवं बच्चों में टीम स्पिरिट तथा खिलाड़ी भावना का विकास होता है जो भविष्य में उन्हें सफल एवं अनुशासित नागरिक बनने में योगदान देते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों से आव्हान किया कि वे अपनी पूरी क्षमता तथा मेहनत के साथ प्रतियोगिता में भाग लें तथा सफलता अर्जित करें। मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने प्रतिभागियों को खेल भावना की शपथ दिलायी।

    उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के अंतर्गत संचालित समस्त कृषि महाविद्यालयों को चार जोन में विभाजित किया गया, जिसमें पूर्वी क्षेत्र के अन्तर्गत 11 महाविद्यालय आते हैं। पूर्वी क्षेत्रीय अन्तरमहाविद्यालयीन खेल-कूद प्रतियोगिता में सात महाविद्यालयों के छात्रों ने भाग लिया है। विश्वविद्यालय के पश्चिम, उत्तर एवं दक्षिण जोन के 28 महाविद्यालयों में भी अन्तरमहाविद्यालयीन खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। विश्वविद्यलाय के समस्त कृषि महाविद्यालयों के चार जोन में आयोजित होने वाले अन्तरमहाविद्यालयीन खेल-कूद प्रतियोगिता से प्रत्येक जोन के चयनित 40-40 विद्यार्थियों का एक टीम गठित किया जाएगा जो विश्वविद्यालय स्तार पर आयोजन होने वाली अंतर विश्वविद्यालयीन खेल-कूद प्रतियोगिता में अपने-अपने जोन का प्रतिनिधित्व करेंगे। चारों जोन की विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित हाने वाली खेल-कूद प्रतियोगिता से चयनित 40 विद्यार्थियों की एक राष्ट्रीय टीम का गठन किया जाएगा जो इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित अन्तर कृषि विश्वविद्यालयों खेल-कूद प्रतियोगिता में करेंगे।

    शुभारंभ समारोह में आयोजन समिति के अध्यक्ष कृषि महाविद्यालय, रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. जी.के. दास, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा तथा निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. एस.एस. टुटेजा ने भी संबोधित किया। कृषि महाविद्यालय, रायपुर के क्रीड़ा अधिकारी डॉ. आर.के. ठाकुर ने स्वागत स्वागत भाषण देते हुए प्रतियोगिता के रूप-रेखा प्रतिपादित की। इस अवसर पर संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी, निदेशक प्रक्षेत्र एवं बीज डॉ. राजेन्द्र लाकपाले, अधिष्ठाता खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, डॉ. ए.के. दवे, अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय, रायपुर डॉ. विनय पाण्डेय एवं पूर्वी क्षेत्रीय अन्तरमहाविद्यालयीन खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने वाले समस्त सात महाविद्यालयों के टीम मैनेजर, रैफरी एवं रायपुर स्थित तीनों महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं, शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में आयोजन सचिव डॉ. सुबुही निषाद ने अतिथियों के प्रति आभार प्रदर्शन किया।

  • इतिहास के पन्नों में दर्ज हुआ भारतीय टीम का नाम, टी20 क्रिकेट में पहली बार हुआ ऐसा

    इतिहास के पन्नों में दर्ज हुआ भारतीय टीम का नाम, टी20 क्रिकेट में पहली बार हुआ ऐसा

    नई दिल्ली।

     सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन के तूफानी शतक के बाद वरुण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई की स्पिन जोड़ी के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने किंग्समीड क्रिकेट ग्राउंड पर शुक्रवार को खेले गए पहले टी20 मैच में दक्षिण अफ्रीका को 61 रनों से हरा दिया.भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए संजू के शतक और तिलक वर्मा की 18 गेंदों में 33 रनों की तूफानी पारी के दम पर 8 विकेट के नुकसान पर 202 रन बनाए. जीत के लिए 203 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेजबान टीम शुरू से ही दबाव में दिखी और 17.5 ओवर में 141 के स्कोर पर आउट हो गई. भारत के लिए चक्रवर्ती और बिश्नोई ने तीन-तीन विकेट लिए. आवेश खान ने दो बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई जबकि अर्शदीप के खाते में एक विकेट आया. वहीं इस मैच में भारतीय टीम ने एक ऐसा रिकॉर्ड भी बनाया, जिसे इससे पहले कोई टीम नहीं बना पाई थी।

    दरअसल, यह भारत की इस साल टी20 अंतरराष्ट्रीय की 23वीं जीत है. टीम इंडिया एक कैलेंडर ईयर में सबसे अधिक जीत हासिल करने वाली लिस्ट में तीसरे स्थान पर पहुंच गई है. इस लिस्ट में पहले स्थान पर युगांड़ा है, जिसने 2023 में 29 मुकाबले जीत थे और उसका जीत प्रतिशत 87.9 का है. वहीं 2024 में टीम इंडिया का जीत प्रतिशत 95.60 का है, जो किसी भी टीम द्वारा एक कैलेंडर ईयर में कम से कम 12 मैच खेलने के बाद सबसे अधिक अच्छा है।

    इसके अलावा भारतीय टीम का दक्षिण अफ्रीका में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 में जीत हार का रिकॉर्ड 7-3 का हो गया है. वहीं यह डरबन में दक्षिण अफ़्रीका की लगातार पांचवीं हार है, जो टी20 अंतर्राष्ट्रीय में किसी स्थान पर उनकी लगातार सबसे बड़ी हार. इस मैदान पर उनकी आखिरी जीत मार्च 2016 में आई थी.बात अगर मैची की करें तो टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के लिए अधिकतर रन बाउंड्री से आए. भारतीय पारी के दौरान 17 चौके और 13 छक्के लगे, जिसमें सैमसन के बल्ले से सात चौके और 10 छक्के आए. संजू सैमसन ने 50 गेंदों में 107 रन बनाए, जिसमें 88 रन बाउंड्री से बने. उन्होंने पॉइंट और कवर और स्क्वायर लेग और मिड-विकेट के बीच क्षेत्र में 19 गेंदों में 69 रन बनाए, और स्क्वायर के पीछे केवल 13 रन बनाए।

    सैमसन ने स्पिनरों का जोरदार सामना किया और एडेन मार्कराम, केशव महाराज और नकाबा पीटर की संयुक्त रूप से 27 गेंदों का सामना करते हुए 58 रन बनाए. उन्होंने दो विस्फोटक साझेदारी भी की: अपने कप्तान सूर्यकुमार यादव के साथ 37 गेंदों पर 66 रन और तिलक वर्मा के साथ 34 गेंदों पर 77 रन.इसके जवाब में एडेन मार्करम ने पहले ओवर में अर्शदीप सिंह को दो चौके जड़कर आक्रामक बल्लेबाजी की कोशिश की, लेकिन चौथी ही गेंद पर वह आउट हो गए. विकेट कीपर संजू सैमसन ने विकेट के पीछे उनका आसान सा कैच लपका. भारतीय गेंदबाज लगातार अंतराल पर विकेट निकालते रहे और दक्षिण अफ्रीका का कोई भी खिलाड़ी बड़ा स्कोर नहीं कर सका।

    आवेश खान ने ट्रिस्टन स्टब्स (11) के रूप में चौथे ओवर में टीम को दूसरी सफलता दिलाई. उस समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 30 रन था. छठे ओवर में वरुण चक्रवर्ती ने रेयान रिकेल्टन (21) को तिलक वर्मा के हाथों कैच कराया. चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए हेनरिक क्लासेन ने टीम के लिए सबसे ज्यादा 25 रन बनाए. डेविड मिलर 18 और पैट्रिक क्रुगर एक रन पर आउट हुए.एक समय 12.5 ओवर में 93 रन पर दक्षिण अफ्रीका के सात बल्लेबाज आउट हो चुके थे. मार्कों जेनसन (12) और गेराल्ड कोएट्जी (11 गेंद पर 23 रन) ने टीम के संघर्ष को आगे बढ़ाया. जेनसन को बिश्नोई ने पांड्या के हाथों कैच कराया. कोएट्जी 17वें ओवर में रन आउट हो गए. वह केशव महराज के शॉट पर सिंगल लेने के लिए भागे थे. बीच में दोनों बल्लेबाजों के बीच कुछ गफलत हुई और सूर्य कुमार यादव ने स्ट्राइकर एंड पर स्टंप्स बिखेर दिए. इसके बाद मैच में औपचारिकताएं रही गईं. पूरी टीम 19 गेंद शेष रहते 141 रन पर आउट हो गई।

  • राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में जशपुर जिले के दो खिलाड़ी दिखाएंगे अपनी प्रतिभा

    राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में जशपुर जिले के दो खिलाड़ी दिखाएंगे अपनी प्रतिभा

    रायपुर ।

    24 वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा (तीरंदाजी) प्रतियोगिता  6 अक्टूबर से 9 अक्टूबर 24 तक रायपुर में आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में जशपुर जिले में जिला प्रशासन के अंतर्गत संचालित तीरंदाजी केंद्र एवं एकलव्य खेल अकादमी जशपुर के विशेष पिछड़ी जनजाति (पहाड़ी कोरवा) वर्ग के खिलाड़ी मनोज राम ने अंडर 17 वर्ष कम्पाउन्ड राउण्ड में तृतीय स्थान प्राप्त कर कांस्य पदक हासिल कर राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता के लिए चयनित हुआ। इसी प्रकार खिलाड़ी आकाश राम ने अंडर 14 वर्ष कम्पाउन्ड राउण्ड में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक हासिल कर राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता के लिए चयनित हआ। दोनों खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।

    मुख्यमंत्री   विष्णु देव साय की खेल को प्रोत्साहित करने और खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए सतत् प्रयासरत है। मुख्यमंत्री  साय ने जशपुर जिले के दोनों खिलाड़ियों को खेल की क्षेत्र में आगे बढ़ाने सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं और राज्य का नाम रोशन करने के लिए बधाई दी। ज्ञातव्य है कि 24 वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा (तीरंदाजी) प्रतियोगिता प्रदेश भर के पांचों संभागों से लगभग 350 से भी ज्यादा तीरंदाज शामिल हुए जिसमें जिला प्रशासन जशपुर के तीरंदाजी केन्द्र एवं एकलव्य खेल अकादमी जशपुर के 6 तीरंदाजों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था।

    इस तीरंदाजी प्रतियोगिता में विशेष पिछड़ी जनजाति (पहाड़ी कोरवा) वर्ग के खिलाड़ी मनोज राम ने अंडर 17 वर्ष राष्ट्रीय स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता के लिए चयनित हुआ है। वह प्रतियोगिता 11 नवंबर से 12 नवंबर 2024 तक गुजरात के नाडियाड में आयोजित किया जाएगा, जिसके लिए चयनित टीम आज रायपुर से गुजरात के लिए रवाना हुई। इसी प्रकार अंडर 14 वर्ष राष्ट्रीय स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता 19 दिसंबर 2024 से 20 दिसंबर 2024 तक गुजरात के नाडियाड में आयोजित होगी, जिसके लिए जशपुर जिले से   आकाश राम चयनित हुआ है, वह टीम के साथ 17 दिसम्बर 2024 को रायपुर से नाडियाड के लिए रवाना होगा।

  • बस्तर ओलंपिक 2024 : ’खेलेगा बस्तर, बढ़ेगा बस्तर’

    बस्तर ओलंपिक 2024 : ’खेलेगा बस्तर, बढ़ेगा बस्तर’

    रायपुर ।

    छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग अनुसूचित जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है। यहां खेलों के क्षेत्र में अपार नैसर्गिक क्षमता विद्यमान है। मुख्यमंत्री   विष्णु देव साय के निर्देशन में बस्तर संभाग के लोगों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अवसर प्रदान किए जा रहें है। बस्तर ओलंपिक में विकासखंड स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन एक नवंबर से 20 नवंबर 2024, जिला स्तर पर 21 नवंबर से 25 नवंबर और संभाग स्तर पर प्रतियोगिताएं 26 नवंबर से 30 नवंबर के मध्य होंगी। बस्तर ओलंपिक में एथेलेटिक्स, तीरंदाजी, बैडमिंटन, फुटबॉल, हॉकी, वेटलिफ्टिंग, कराटे, कबड्डी, खो-खो, वालीवाल और रस्साकसी जैसे खेलों को शामिल किया गया है। मुख्य सचिव   अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में बस्तर ओलंपिक 2024 के आयोजन हेतु उच्च स्तरीय राज्य आयोजन समिति की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संपन्न हुई।

    मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि खेलों में बस्तर संभाग के सभी जिलों से ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने क्षेत्रीय भाषा में विभिन्न प्रचार माध्यमों से प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं। खेलों के आयोजन स्थलों पर व्यापक-व्यवस्थाएं करने एवं खिलाड़ियों को सभी आवश्यक सुविधा प्रदान करने निर्देश दिए हैं। आयोजन स्थल के आस-पास शासन की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करने प्रदर्शनी इत्यादि लगाने के लिए अधिकारियों को कहा गया है। बस्तर संभाग के सभी गांव के युवाओं की अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी कराए जाने हेतु प्रयास करने एवं अधिक संख्या में खिलाड़ियों का पंजीयन कराना सुनिश्चित करने कहा गया है।

    मुख्य सचिव ने कहा कि विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ के लोगों को लाभांवित किया जा रहा है। बस्तर क्षेत्र में शासन एवं जनता के मध्य मजबूत एवं प्रत्यक्ष संबंध स्थापित कर यहां के युवाओं को मुख्य धारा में जोड़ने, उनकी रचनात्मक एवं खेल प्रतिभा को पहचानकर खिलाड़ी के रूप में तैयार करने और यहां के लोगों को खेल गतिविधियों से जोड़ने और प्रोत्साहित करने हेतु बस्तर ओलंपिक 2024 का आयोजन किया जा रहा है। मुख्य सचिव श्री जैन ने संभाग आयुक्त बस्तर को बस्तर ओलंपिक 2024 के आयोजन की गतिविधियों की लगातार मॉनिटरिंग करने कहा है। आयोजन हेतु खेल मैदान आयोजन स्थल पर आवश्यक खेल सामग्री, प्राथमिक उपचार, पेयजल, साफ सफाई इत्यादि व्यवस्थाओं के लिए व्यापक निर्देश दिए गए है। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि बस्तर ओलंपिक आयोजन हेतु शुभंकर एवं लोगो का निर्धारण किया गया है। खेल प्रतियोगिताओं में वेटलिफ्टिंग एवं हॉकी खेल विधा में सीधा जिला स्तर से संभाग स्तर पर दल की भागीदारी होगी। अधिकारियों ने बताया कि खेल प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों के पंजीयन की प्रक्रिया जारी है। खेलों के सफल आयोजन हेतु विकासखंड, जिला एवं संभाग स्तरीय समितियों का गठन कर विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।

    बस्तर ओलंपिक आयोजन के लिए आयोजित उच्च स्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव   निहारिका बारिक, प्रमुख सचिव अनुसूचित जाति जनजाति विकास  सोनमणि बोरा, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव  हिमशिखर गुप्ता, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, शिक्षा विभाग के सचिव   सिद्धार्थ कोमल परदेशी, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के सचिव  रजत कुमार, परिवहन विभाग के सचिव  एस.प्रकाश, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव   शम्मी आबिदी, संभागायुक्त बस्तर सहित कलेक्टर बस्तर, कोण्डागांव, कांकेर, सुकमा, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और पुलिस विभाग, खेल एवं युवा कल्याण विभाग सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

  • खेल भावना से मिलती है सफलता और आगे बढ़ने की प्रेरणा: उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन

    खेल भावना से मिलती है सफलता और आगे बढ़ने की प्रेरणा: उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन

    रायपुर ।

     

    कोरबा के सीएसईबी पूर्व खेल मैदान में आयोजित चार दिवसीय 24वीं शालेय क्रीडा प्रतियोगिता का आज समापन हो गया। प्रतियोगिता में बिलासपुर संभाग ने प्रथम स्थान और सरगुजा ने द्वितीय और बस्तर संभाग ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि  लखन लाल देवांगन उद्योग, वाणिज्य एवं श्रम मंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विजेता टीम के खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र एवं शील्ड देकर सम्मानित किया गया।मुख्य अतिथि  देवांगन ने समापन समारोह में शामिल होकर प्रतियोगिता में सम्मिलित प्रदेश के सभी संभाग के खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि खेल जीवन का अभिन्न अंग है। खेल से शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। खेल भावना से खिलाड़ियों को सफलता और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।समापन समारोह में मंत्री  देवांगन ने प्रतियोगिता में शामिल सभी खिलाड़ियों तथा कोच, मैनेजरों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता के लिए कोरबा जिले को मेजबानी मिलना गौरव का विषय है। सभी खिलाड़ियों ने कोरबा के मैदान में बेहतर प्रदर्शन किया है। उनका यह प्रदर्शन बेकार नहीं जाएगा, किसी न किसी रूप में उनकी मेहनत काम आएगी। अभ्यास से आगे बढ़ने का अवसर मिलता है और एक न एक दिन आपकी मेहनत आपको ऊंचे मुकाम पर ले जाएगी। प्रतियोगिता में शामिल खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल पाएंगे। खिलाड़ी भारत के भविष्य भी हैं और खेल में हुए मानसिक तथा शारीरिक विकास का लाभ उन्हें पुलिस तथा सैन्य सेवा में मिलेगा। उन्होंने शासन द्वारा खेल एवं युवा कल्याण विभाग के माध्यम से खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के अवसर दिए जाने की बात कहते हुए शासन की योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।

    विधायक पाली तानाखार मरकाम ने समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए सभी प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना दी। समारोह के सभापति   सोनी, नेता प्रतिपक्ष   अग्रवाल ने भी संबोधित किया और खिलाड़ियों को बधाई तथा शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर सभापति नगर पालिक निगम  श्याम सुंदर सोनी, नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल आदि शामिल हुए।समापन समारोह में विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। इस दौरान प्रतियोगिता में शामिल खिलाड़ियों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट प्रस्तुत किया गया। चार दिवसीय 24वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में 19 वर्षीय बालक बालिका क्रिकेट टूर्नामेंट अंतर्गत बालक वर्ग में प्रथम स्थान बिलासपुर संभाग, द्वितीय स्थान सरगुजा व तृतीय स्थान बस्तर संभाग ने हासिल किया। इसी प्रकार बालिका वर्ग में प्रथम स्थान बिलासपुर, द्वितीय दुर्ग एवं सरगुजा ने तृतीय स्थान अर्जित किया।

  • अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ बना ओवरऑल चैम्पियन

    अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ बना ओवरऑल चैम्पियन

    रायपुर। 

    अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ने पहला स्थान प्राप्त कर ओवरऑल चैम्पियन बना। समापन समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान की। इस मौके पर राज्यपाल  रमेन डेका ने अपने वीडियो संदेश में खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में सांसद  बृजमोहन अग्रवाल, विधायक   राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे।प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 97 गोल्ड, 44 सिल्वर, 33 कांस्य पदक के साथ कुल 731 प्वाइंट्स लेकर रिकॉर्ड जीत हासिल की और पहला स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में ओलम्पिक मेडलिस्ट मनु भाकर ने भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर केरल ने 38 गोल्ड, 37 सिल्वर, ब्रोंज 27, कुल अंक 389 के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। तीसरा स्थान मध्यप्रदेश ने 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 26 कांस्य पदक के साथ कुल अंक 363 प्राप्त किया।

    समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने खेल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि खेल व्यक्तित्व विकास के लिए अहम होता है उन्होंने सभी खिलाड़ियों का बधाई दी। समारोह की अध्यक्षता कर रहे वन मंत्री  केदार कश्यप ने आयोजन की सफलता के लिए वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी। कार्यक्रम में उत्तराखंड के वनमंत्री   सुबोध उनियाल ने आगामी अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता उत्तराखण्ड में किए जाने की घोषणा की।समारोह में नोडल ऑफिसर   शालिनी रैना ने उत्तराखंड के वनमंत्री  सुबोध उनियाल को प्रतियोगिता के ध्वज का हस्तांतरण किया। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन 1992 से हो रहा है और यह छत्तीसगढ़ में तीसरी बार संपन्न हुआ। यह प्रतियोगिता वनों के संरक्षण पर आधारित है और इसमें वनरक्षक से लेकर विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया।

    समारोह में वन बल प्रमुख   श्रीनिवास राव ने कहा कि मुख्यमंत्री   विष्णु देव साय और वन मंत्री   केदार कश्यप के मार्गदर्शन में इस खेल प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया है। विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों ने खेल भावना और मेहमान नवाज़ी की प्रशंसा की। प्रतियोगिता के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य की संस्कृति, परम्परा और स्थानीय गीत-संगीत से प्रतिभागियों को रूबरू कराया गया। राज्य की संस्कृति और खान-पान की विशेषताएँ सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रही।समारोह में बॉलीवुड सिंगर सुवर्णा तिवारी के गीतों ने समां बांधा। इसके अलावा सुप्रसिद्ध बस्तर बैंड और छत्तीसगढ़ की लोकगाथा लोरिक चन्दा की शानदार प्रस्तुति दी गई। समापन समारोह में मुख्य सचिव   अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक   अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव वन श्रीमती ऋचा शर्मा, केन्द्रीय वन महानिरीक्षक, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन   के.बी. सिंह और छत्तीसगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष   विक्रम सिसोदिया सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

  • राज्यपाल डेका से असम के फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों ने की मुलाकात

    राज्यपाल डेका से असम के फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों ने की मुलाकात

    रायपुर ।

    राज्यपाल   रमेन डेका से आज 27वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेने वाले असम के फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों ने  सनीदेव चौधरी, (आईएफएस) और  तेजस एम, (आईएफएस) के नेतृत्व में सौजन्य मुलाकात की। उनके साथ टीम कोच   दगंता बोरा भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि असम की टीम ने इस प्रतियोगिता में पहली बार फुटबॉल में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। राज्यपाल ने टीम को बधाई दी और राजकीय गमछा पहनाकर उनका अभिनंदन किया। टीम के सभी खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पकवान भेंट किये गये। राज्यपाल   डेका ने खिलाड़ियों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।  राज्यपाल  डेका ने छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक 174 पदक जीत कर प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उन्हें भी बधाई दी।इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह प्रतियोगिता न केवल शारीरिक शक्ति और खेल भावना का प्रदर्शन है, बल्कि हमारे वन क्षेत्रों के महत्व को भी रेखांकित करती है।

  • मिशन साहसी के अन्तर्गत स्वरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम

    मिशन साहसी के अन्तर्गत स्वरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम

    रायपुर ।

     

    इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के लैगिंक उत्पीड़न शिकायत समिति, राष्ट्रीय कैडेट कोर एवं राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा मिशन साहसी (मेकिंग ऑफ फियरलेस) के अन्तर्गत स्वरक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वितीय दिवस  रानी दुर्गावती थीम पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की छात्राओं, महिला प्राध्यापकों-कर्मचारियों तथा उनके परिवार की महिलाओं एवं बालिकाओं को शारीरिक स्वरक्षा संबंधी तकनीकों का सजीव प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

    अन्तर्राष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी अंजली गिरी गोस्वामी एवं सेकंड डेन ब्लैक बेल्ट आरती वर्मा द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को बताया गया कि किसी महिला पर आकस्मिक घटना घटती है तो वे किसी भी छोटे से छोटे सामान जैसे हेयर पिन, पेन, स्प्रे आदि का उपयोग कर अपनी रक्षा कैसे कर सकते हैं, इसका सजीव प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षक द्वारा बताया गया कि जब कोई जबर्दस्ती हाथ पकडे तो उससे अपना बचाव कैसे करना है, अगर कोई पीछे से पकड़ने की कोशिश करता है तो उस पर वार कैसे करें एवं अन्य बचाव के तरीकों का सजीव प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर लैगिंक उत्पीड़न शिकायत समिति की अध्यक्ष डॉ. आरती गुहे, राष्ट्रीय सेवा योजना महिला इकाई की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुबुही निषाद एवं 200 से अधिक प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।

  • अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता-2024 : छत्तीसगढ़ ने तीसरे दिन 14 स्वर्ण पदक जीतकर कायम रखा दबदबा

    अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता-2024 : छत्तीसगढ़ ने तीसरे दिन 14 स्वर्ण पदक जीतकर कायम रखा दबदबा

    रायपुर ।

     

    राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एथलेटिक स्टेडियम कोटा में आयोजित 27वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के आज तीसरे दिन छत्तीसगढ़ ने 14 स्वर्ण पदक जीतकर लगातार अपना दबदबा कायम रखा। छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने अब तक कुल 37 स्वर्ण, 20 सिल्वर, 14 ब्रोंज पदक जीते हैं। छत्तीसगढ़ अभी पदक तालिका में 279 पॉइंट प्राप्त कर कुल 71 पदक जीतकर प्रथम स्थान पर है।प्रतियोगिता के आज तीसरे दिन 100 मीटर रेस वुमन ओपन कैटेगरी में केरल की अनु आर. ने गोल्ड जीता। वहीं 100 मीटर रेस वुमन वेटेरन कैटेगरी में छत्तीसगढ़ की अनीता कोर्रम ने पहला स्थान हासिल किया। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की सुशीला पैकरा ने 800 मीटर वॉक वुमन ओपन और थोटा संकीर्तना ने 1500 मीटर रेस वुमन ओपन में गोल्ड मेडल हासिल किया।

    वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने आज प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों से मिलकर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया और उनका उत्साहवर्धन भी किया। मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में खेल अधोसंरचना का तेजी से विकास किया जा रहा है, वहीं खिलाड़ियों को भी बेहतर सुविधाओं के साथ-साथ उनके खेलों को निखारने के लिए अवसर दिया जा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने खेल और प्रतिभागियों के आवास और भोजन के साथ ही आवागमन सहित अन्य व्यवस्था संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिए।  कार्यक्रम की नोडल अधिकारी  शालिनी रैना ने बताया कि इस भव्य आयोजन को लेकर सभी प्रतिभागियों में जोश और उत्साह है। रायपुर के विभिन्न स्पोर्ट्स ग्राउंड में आज अनेक विधाओं की प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। छत्तीसगढ़ में इस बार 2920 खिलाड़ियों ने भाग लिया है, जिनमें 2331 पुरुष और 585 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। प्रतिभागियों में उत्साह है और छत्तीसगढ़ की मेहमान नवाज़ी की प्रशंसा की जा रही है। राज्य की संस्कृति और खान-पान की विशेषताएँ सभी को भा रही हैं।  गौरतलब है कि अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन 1992 से हो रहा है, और यह छत्तीसगढ़ में तीसरी बार आयोजित हो रहा है। यह प्रतियोगिता वनों के संरक्षण पर आधारित है और इसमें वनरक्षक से लेकर विभाग के अधिकारी भी भाग ले रहे हैं।