Category: लखनऊ

  • होटल-रेस्त्रां मालिक बताएंगे अपनी पहचान, यूपी में बनेगा नया कानून, सीएम योगी ने दिए सख्त निर्देश

    होटल-रेस्त्रां मालिक बताएंगे अपनी पहचान, यूपी में बनेगा नया कानून, सीएम योगी ने दिए सख्त निर्देश

    लखनऊ  ।
    खाद्य पदार्थों में मानव अपशिष्ट व गंदगी मिलाने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए कड़ा कानून बनाने की पहल की है। साथ ही उपभोक्ता को खाद्य-पेय पदार्थों के विक्रेता व सेवा प्रदाता के बारे में आवश्यक जानकारी को सार्वजनिक किए जाने को भी कानूनी दायरे में लाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को दो नए कानूनों को लेकर गहन विचार-विमर्श किया। कहा कि खाद्य पदार्थों की पवित्रता सुनिश्चित करने व सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में उपभोक्ताओं में विश्वास बनाए रखने के लिए कठोर कानून आवश्यक है।मुख्यमंत्री ने उप्र छद्म व सौहार्द विरोधी क्रियाकलाप निवारण व थूकना प्रतिषेध अध्यादेश-2024 व यूपी प्रिवेंशन ऑफ कंटैमिनेशन इन फूड (उपभोक्ता को जानने का अधिकार) अध्यादेश-2024 को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की। कहा कि हर उपभोक्ता को अधिकार हो कि वह खाद्य व पेय पदार्थों के विक्रेता तथा सेवा प्रदाता के बारे में आवश्यक जानकारी रख सके। पहचान छुपा कर खानपान की वस्तुओं व पेय पदार्थ में मानव अपशिष्ट, अखाद्य, गंदी चीजों की मिलावट रोकने के लिए शीघ्र नए कानून की रूपरेखा तैयार की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद्य प्रतिष्ठान में किसी कार्मिक के घुसपैठिया अथवा अवैध विदेशी नागरिक होने की पुष्टि होने पर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई भी स्पष्ट रूप से उल्लेखित होनी चाहिए।

    ऐसी घटनाएं सामाजिक सौहार्द पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किए जा सकते। होटल, रेस्त्रां, ढाबा, स्ट्रीट वेंडर से जुड़ी इन गतिविधियों के संबंध में सुस्पष्ट कानून होना चाहिए।कानून का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कारावास व अर्थदंड की सजा सुनिश्चित होनी चाहिए। ऐसे अपराध को संज्ञेय व गैरजमानती मानते हुए कार्रवाई होनी चाहिए। विक्रता द्वारा प्रतिष्ठान पर साइन बोर्ड लगाना अनिवार्य हो। खाद्य प्रतिष्ठान में काम करने वाले सभी कार्मिकों को पहचान पत्र धारण करना भी अनिवार्य हो। छद्म नाम रखने, गलत जानकारी देने वालों के विरुद्ध भी कड़ी सजा होनी चाहिए। नए कानून के तहत खाद्य प्रतिष्ठानों के रसोईघर व भोजन कक्ष में सतत निगरानी के लिए पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाना व न्यूनतम एक माह की फुटेज सुरक्षित रखना भी अनिवार्य होना चाहिए।रसोईघर में भोजन पकाते समय व प्रतिष्ठान में उसे परोसते समय सिर ढकना, मास्क पहनना व दस्ताने पहनना अनिवार्य होना चाहिए। गौरतलब है कि कांवड़ मेला के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में पुलिस ने दुकानदारों के सहमति से खानपान की दुकानों व ठेलों पर दुकानदार के नाम का बोर्ड लगवाया था। इसका विरोध भी हुआ था और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था।

  • सामने आ गई अनुप्रिया पटेल के ‘पत्र’ की असल वजह, लोकसभा चुनाव से निकला कनेक्शन!

    सामने आ गई अनुप्रिया पटेल के ‘पत्र’ की असल वजह, लोकसभा चुनाव से निकला कनेक्शन!

     

    लखनऊ।

     

    एनडीए की सहयोगी अपना दल (एस) को लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अब पिछड़ों की याद आई है। अपने खिसकते जनाधार को बचाने के लिए अनुप्रिया ने भर्ती में आरक्षण का मुद्दे को हवा देते हुए जहां मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। वहीं, उनके पति व प्रदेश सरकार में मंत्री आशीष पटेल ने छह दिन पहले मीरजापुर में एनडीए के खराब प्रदर्शन के लिए प्रदेश स्तर पर पिछड़ों की समस्याएं हल न होना बताया था।आशीष पटेल ने 22 जून को एक चैनल से यहां तक कहा कि यूपी के स्तर पर यदि पिछड़ों के विषय हल कर लिए गए होते तो विपक्ष भ्रम न फैला पाता। 69 हजार शिक्षक भर्ती हो या फिर दूसरे विषय इन्हें समय रहते हल कर लिया जाना चाहिए था।विपक्ष संविधान बदलने के नाम पर भ्रम फैलाने में कामयाब हो गया और हम उसकी काट नहीं ढूंढ पाए। इसके छह दिनों बाद 27 जून को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने भर्तियों में आरक्षण के मुद्दे को हवा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख दिया।अनुप्रिया ने पत्र पर सरकार ने दो टूक जवाब देते हुए साफ कहा कि भर्तियों में आरक्षण को पूरी तरह पालन कराया जा रहा है। राजनीतिक गलियारे में इस पत्र व उनके पति द्वारा पिछड़ों की समस्याएं हल न होने के आरोप पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अचानक पिछड़ों के मुद्दे उठाकर अपनी ही सरकार को घेरने के पीछे की मंशा के भी निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। इस कदम को भावी राजनीति से भी जोडक़र देखा जा रहा है। अनुप्रिया लगातार तीसरी बार केंद्र में मंत्री बनी हैं, जबकि उनके पति आशीष मार्च 2022 से प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। किंतु दोनों ने ही इससे पहले कोई आवाज नहीं उठाई। अब जब पिछड़ों की राजनीति करने वाली अपना दल (एस) की जमीन खिसकी तब उन्हें आरक्षण व पिछड़ों के मुद्दों की याद आई है।

  • संकट से जूझती बसपा को कांग्रेस से बड़ा ‘खतरा’, भाजपा से हाथ मिलाने की भी चर्चा शुरू

    संकट से जूझती बसपा को कांग्रेस से बड़ा ‘खतरा’, भाजपा से हाथ मिलाने की भी चर्चा शुरू

    लखनऊ। 

    तीन दशक पहले जिस बसपा के उठान के बाद से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का पतन होता दिखाई दिया, अब उसी कांग्रेस के ‘जिंदा’ होने से बसपा के सामने अस्तित्व बचाने का ‘खतरा’ है। अठारहवीं लोकसभा चुनाव के नतीजों को सीटवार देखने से लगता है कि संकट से जूझ रही बसपा को सबसे ज्यादा झटका कांग्रेस ने ही दिया है। कांग्रेस का जिन सीटों पर बेहतर प्रदर्शन रहा है, उनमें से 50 प्रतिशत से अधिक सीटों के पांच प्रतिशत मतदाताओ ने इस बार ‘हाथी’ का बटन नहीं दबाया। प्रदेश की 50 लोकसभा सीटों पर बसपा को दस प्रतिशत से भी कम वोट मिला है।

    इस बीच विधानसभा चुनाव में भी अब सपा-कांग्रेस के साथ रहने की घोषणा के बाद बसपा के भाजपा से हाथ मिलाने की भी चर्चा होने लगी है। लोकसभा चुनाव में अकेले ही उतरने वाली बसपा के लिए फिर शून्य पर सिमटने से ज्यादा चिंता की बात यह है कि उसका दस प्रतिशत से अधिक जनाधार खिसक गया। 80 में से 79 सीटों पर चुनाव लड़ी बसपा तीसरे-चौथे पायदान पर पहुंच गई। 2019 के चुनाव में सपा-रालोद से गठबंधन के कारण चलते 38 सीटों पर लड़कर दस सीट जीतने वाली बसपा 27 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही थी।

  • एग्जिट पोल को नकारने पर अखिलेश यादव को मिला जवाब भाजपा ने याद कराए सपा सरकार के पुराने दिन! दी ये नसीहत

    एग्जिट पोल को नकारने पर अखिलेश यादव को मिला जवाब भाजपा ने याद कराए सपा सरकार के पुराने दिन! दी ये नसीहत

    लखनऊ  ।
    भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर करारा हमला किया। कहा कि देश में सौहार्द बिगाडऩे और भाईचारा खत्म करने की बात करने वाले अपनी सरकार के कारनामों को याद करें। भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि इनकी सरकार में जनता ही नहीं पुलिस भी सुरक्षित नहीं थी। अखिलेश के कार्यकाल में पुलिस अधिकारियों की दिन-दहाड़े हत्या हो जाती थी। सपा शासन में माताओं और बहनों के उजड़े सुहाग की हाय ही लगी है कि यह आज अपने परिवार और घर में ही सिमटकर रह गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एग्जिट पोल के नतीजों से बौखलाए अखिलेश यादव अनाप शनाप बात कर रहे हैं। देश की जनता भली-भांति जानती है कि जातिवाद और परिवारवाद की राजनीति कौन करता है।

    इस लोकसभा चुनाव में भी अपने परिवार को पांच सीट देकर साबित कर दिया है कि उनके लिए परिवार और जाति ही सब कुछ है। अखिलेश यादव के बेरोजगारों से छल के आरोपों पर कहा कि योगी सरकार के सात वर्षों के कार्यकाल पर प्रदेश के इतिहास में सबसे अधिक युवाओं को रोजगार दिया गया है। अखिलेश सरकार में बेटियां, व्यापारी कोई सुरक्षित नहीं था। प्रदेश में शोहदों का ऐसा खौफ था कि बेटियों ने स्कूल और कॉलेज जाना तक छोड़ दिया था। उन्होंने अखिलेश को नसीहत देते हुए कहा कि घर में एसी में बैठकर राजनीति नहीं की जाती है। राजनीति का पहला धर्म जनता जनार्दन और उनके सुख दुख में साथ खड़ा होना है।

  • लू लगने से होने वाली मृत्यु पर मिलेगा चार लाख का मुआवजा

    लू लगने से होने वाली मृत्यु पर मिलेगा चार लाख का मुआवजा

    लखनऊ ।

    प्रदेश में भीषण गर्मी व लू चल रही है। इस दौरान गर्मी से लोगों की मृत्यु भी हो रही है। लू से अगर मृत्यु होती है तो ऐसे लोगों के परिजनों को राज्य आपदा मोचक निधि से चार लाख की आर्थिक सहायता दी जा सकती है। हालांकि इसके लिए मृत व्यक्ति का पोस्टमार्टम कराना जरूरी है। लू से अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो संबंधित व्यक्ति के परिवार को यह मामला लेखपाल, तहसीलदार, एसडीएम आदि आला अधिकारी के संज्ञान में लाना और उनका प ोस्टमार्टम कराना होगा।
    राजस्व विभाग ऐसे मामले में पोस्टमार्टम कराएगा और इसकी रिपोर्ट डीएम को भेजेगा। डीएम रिपोर्ट के आधार पर इससे संबंधित राहत राशि जारी करेगा। राहत आयुक्त पी गुरु प्रसाद ने बताया कि दूसरी आपदाओं की तरह लू प्रकोप से मौत में भी डीएम भुगतान के लिए अधिकृत है। अगर चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मियों की लू से मौत होती है तो उन्हें भारत निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत 15 लाख का मुआवजा दिए जाने की व्यवस्था है। वहीं राहत आयुक्त कार्यालय की परियोजना निदेशक अदिति उमराव ने बताया है कि समाचार पत्रों में लू से मृत्यु को लेकर प्रकाशित घटनाओं में से महोबा जिला प्रशासन ने दो और चित्रकूट ने एक जनहानि लू से होने की पुष्टि की है। इसके अतिरिक्त किसी जिले में हीटवेव से कोई भी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है।
    लू से बचाव का हर स्तर पर हो पुख्ता इंतजाम : योगी

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भीषण गर्मी-लू का प्रकोप बढऩे की वजह से आमजन, पशुधन और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध किए जाएं। राहत आयुक्त कार्यालय मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी करे। गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं हो। अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफार्मर जलने, तार गिरने, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का बिना विलंब निस्तारण हो। अधिकारी फोन उठाएं, कहीं भी विवाद की स्थिति न बनने पाए। वरिष्ठ अधिकारी तत्काल स्वयं मौके पर पहुंचें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नगर निकायों, ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखवाए जाएं। बाजारों, मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था हो। इस कार्य में सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। सडक़ों पर नियमित रूप से पानी का छिडक़ाव कराया जाए। पानी की कमी से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। अयोध्या, काशी, मथुरा आदि सभी धार्मिक स्थलों पर स्वच्छता का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। बड़ा मंगल के दृष्टिगत लखनऊ में साफ-सफाई, ट्रैफिक व अन्य व्यवस्थाओं का सुचारू रूप से होना सुनिश्चित कराएं। पशुधन और वन्य जीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है। सभी प्राणि उद्यानों, अभयारण्यों में हीट-वेव एक्शन प्लान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। पशुपालकों को लू की स्थिति में सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम हों। गोशालाओं में पशुधन की हरे चारे-चोकर और पानी की उचित व्यवस्था हो। बरसात पूर्व पशुओं के वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी रखें।

    तत्काल इलाज का हो इंतजाम…..
    योगी ने कहा कि अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में लू से प्रभावित लोगों का तत्काल इलाज किया जाए। शहरों में पेयजल की आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुरूप की जाए।हैंडपंप क्रियाशील रखें, ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का सुचारू संचालन किया जाए। गोवंश, श्वान आदि के लिए सार्वजनिक स्थानों पर पानी एवं छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए। पक्षियों के लिए छोटे बर्तनों में पानी एवं दाना रखने के लिए आमजन को जागरूक करें।

  • शहाबुद्दीन और मुख्तार गिरोह को हथियार उपलब्ध कराने वाला गिरफ्तार, मोबाइल से मिल सकते हैं कई अहम सुराग

    शहाबुद्दीन और मुख्तार गिरोह को हथियार उपलब्ध कराने वाला गिरफ्तार, मोबाइल से मिल सकते हैं कई अहम सुराग

    लखनऊ  ।

    माफिया शहाबुद्दीन और मुख्तार अंसारी के गैंग को हथियार उपलब्ध कराने वाले तस्कर नीतेश भारती को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ की लखनऊ विंग) ने रविवार को गोमतीनगर एमिटी विश्वविद्यालय  के पास से धर दबोचा। उसके पास से पांच अवैध पिस्टल और 32 बोर की पांच मैग्जीन, एक मोबाइल और बाइक बरामद की गई है। एसटीएफ के डिप्टी एसपी डीके शाही के मुताबिक नीतेश बिहार और मध्यप्रदेश से असलहा लाकर पूर्वांचल और लखनऊ के आसपास जिलों में सप्लाई करता था। नीतेश मूल रूप से बलिया के मनियर चंदावर का रहने वाला है।                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                   पूछताछ में पता चला कि नीतेश तीन साल पहले बलिया में हुई मुठभेड़ में मारे गए माफिया शहाबुद्दीन के खास शूटर हरीश पासवान को भी असलहा सप्लाई करता था। हरीश के जरिए ही उसकी शहाबुद्दीन और मुख्तार गैंग में पैठ बनी थी। मुठभेड़ में शूटर हरीश के ढेर होने के बाद नीतेश अब शहाबुद्दीन और मुख्तार गिरोह के बचे हुए लोगों के संपर्क में था। बाराबंकी के जैदपुर थाने से नीतेश असलहा तस्करी के मामले में जेल भी जा चुका था। उसके खिलाफ कई अन्य जनपदों में भी मुकदमे दर्ज हैं। डिप्टी एसपी ने बताया कि गिरोह से जुड़े सरगनाओं के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
    पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं।

  • ‘हिम्मत है तो मेरे घर बुलडोजर चलाकर दिखाएं, बकरे की तरह काट दूंगा’, सीएम योगी को धमकी देने वाले युवक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दिल्ली रवाना

    ‘हिम्मत है तो मेरे घर बुलडोजर चलाकर दिखाएं, बकरे की तरह काट दूंगा’, सीएम योगी को धमकी देने वाले युवक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दिल्ली रवाना

    उत्तरप्रदेश
    लखनऊ । यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ को धमकी देने वाले युवक शमीम उर्फ बबलू की गिरफ्तारी के लिए प्रयागराज पुलिस की एक टीम दिल्ली रवाना हो गई है. जानकारी के मुताबिक, आरोपी शमीम प्रयागराज के लाल गोपालगंज कस्बे के इमामगंज इलाके का रहने वाला है. आरोपी फिलहाल दिल्ली में रह रहा है.उसके खिलाफ सोशल एक्टिविस्ट सर्वेश कुमार ने गंगानगर जोन के नवाबगंज थाने में केस दर्ज कराया है।दरअसल, आरोपी शमीम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसमें वह कहता नजर आ रहा है कि अगर योगी ने उसके घर पर बुलडोजर चलवाने की हिम्‍मत की, तो वह उन्‍हें बकरे की तरह काट देगा।

    सीएम योगी को धमकी देने वाले युवक पर FIR दर्ज

    वायरल वीडियो में आरोपी युवक सीएम योगी को चुनौती देते हुए नजर आ रहा है. वह अपने घर का पूरा पता बताते हुए कह रहा है कि अगर योगी की हिम्‍मत हो तो उसके घर बुलडोजर चलवा कर दिखा दें. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद अब पुलिस ने शमीम की तलाश तेज कर दी है।

  • धनबल, मंदिर-मस्जिद के नाम पर वोट का न हो गलत इस्तेमाल: मायावती

    धनबल, मंदिर-मस्जिद के नाम पर वोट का न हो गलत इस्तेमाल: मायावती

    लखनऊ  ।

    बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पहले चरण के मतदान से पहले वोटरों को आगाह किया है कि धनबल, मंदिर-मस्जिद आदि के नाम पर आपके वोट का गलत इस्तेमाल न हो। बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को सोशल मीडिया मंच से 19 अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले मतदाताओं से कहा, देश में 18वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में हो रहे आम चुनाव में मतदान के पहले चरण से ही, ‘पहले मतदान, फिर जलपान’ के संकल्प के साथ अपने वोट के बहुमूल्य संवैधानिक अधिकार का निर्भय होकर इस्तेमाल कर देश में गरीबों, मेहनतकशों, वंचितों की बहुजन-हितैषी सरकार चुनें, यही पुरजोर अपील है। उन्होंने आगे कहा कि बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के अनुपम संविधान के तहत बिना किसी भेदभाव के एक वोट का मिला अधिकार ऐसी लोकतांत्रिक शक्ति है जिसके जरिए सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त कर गरीब, कमजोर व उपेक्षित लोग अपना उद्धार खुद करने योग्य बनकर अपनी गरीबी व लाचारी का जीवन दूर कर सकते हैं।

    मायावती ने कहा कि वोट के अधिकार की रक्षा पूरे जी-जान से करनी है। सावधान रहें, आपका कोई वोट खरीदा न जा सके। लूटा न जा सके। कोई वोट पडऩे से न रह जाए तथा धनबल, मंदिर-मस्जिद आदि के नाम पर आपके वोट का गलत इस्तेमाल न हो। वोट जरूर डालें। यही सबसे बड़ा कर्तव्य व बाबा साहेब को श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने यह लोकसभा चुनाव ‘स्वतंत्र, निष्पक्ष, सहभागी, सुगम, समावेशी, पारदर्शी व शांतिपूर्ण तरीके से संचालन के लिए तैयारियों का आश्वासन देश को दिया है, जिस पर खरा उतरने के लिए खासकर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग व रूलिंग पार्टी द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन रोकना जरूरी है। यूपी में पहले चरण की आठ लोकसभा सीटों के लिए मतदान 19 अप्रैल को होगा। प्रथम चरण में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना (अजा), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला ईवीएम में लॉक हो जाएगा।

  • अप्रैल से कन्या सुमंगला योजना में मिलेंगे 25 हजार रुपये जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई में छह चरणों में मिलेगी धनराशि

    अप्रैल से कन्या सुमंगला योजना में मिलेंगे 25 हजार रुपये जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई में छह चरणों में मिलेगी धनराशि

    लखनऊ।  16 फरवरी 2024/  नए वित्तीय वर्ष 2024-25 से मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत अब लाभार्थियों को 25 हजार रुपये मिलेंगे। अभी इसमें 15 हजार रुपये ही मिलते हैं। बेटी के जन्म से लेकर उसकी स्नातक तक की पढ़ाई में छह अलग-अलग चरणों में यह धनराशि प्रदान की जाएगी।दरअसल, प्रदेश सरकार कन्या भ्रूण हत्या रोकने, समान लैंगिक अनुपात स्थापित करने, बाल विवाह रोकने, बालिकाओं के स्वास्थ्य व शिक्षा को प्रोत्साहन देने एवं बालिकाओं का स्वावलंबी बनाने के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना वर्ष 2019 से चला रही है।ेविभाग की निदेशक संदीप कौर ने बताया कि छह अलग-अलग चरणों में मिलने वाली कुल राशि 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दी गई है।अब बेटी के जन्म के समय दो हजार के बजाय पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। बेटी के एक वर्ष के सभी टीकाकरण पूरा होने पर एक हजार के बजाय दो हजार रुपये मिलेंगे। इसी तरह कक्षा-एक, कक्षा-छह और कक्षा-नौ में प्रवेश पर एक-एक हजार के बजाय दो-दो हजार रुपये मिलेंगे। अंत में 10वीं या 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर दो वर्षीय या अधिक अवधि के डिप्लोमा या फिर स्नातक में प्रवेश पर अब पांच हजार के बजाय सात हजार रुपये मिलेंगे।

  • विश्व एड्स दिवस: असुरक्षित यौन संबंध से ही नहीं बल्कि असुरक्षित टैटू और दाढ़ी बनवाने से भी होता है एचआईवी एड्स

    विश्व एड्स दिवस: असुरक्षित यौन संबंध से ही नहीं बल्कि असुरक्षित टैटू और दाढ़ी बनवाने से भी होता है एचआईवी एड्स

    लखनऊ/ 01 दिसंबर 2023/ एचआईवी का नाम आते ही लोगों के जहां में सबसे पहले एक ही ख्याल आता है कि आज सुरक्षित यौन संबंध के द्वारा ही एचआईवी एड्स होता है. जबकि ऐसा नहीं है. यदि किसी स्वस्थ व्यक्ति को आज सुरक्षित खून बिना जांच चढ़ा दिया जाए तो वह भी एचआईवी से पीड़ित हो सकता है. इसके अलावा आज सुरक्षित ढंग से टैटू व दाढ़ी बनवाने से भी एचआईवी एड्स हो सकता है. इसलिए वर्तमान में लोगों को अपने दिमाग से यह सोच निकालनी होगी कि सिर्फ असुरक्षित यौन संबंध से ही एचआईवी होता है. यह बातें ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान केजीएमयू के एंटीरिटरोवायरल थेरेपी (एआरटी) सेंटर की एसएमओ इंचार्ज डॉ. नीतू गुप्ता ने कहीं. उन्होंने बताया कि इस बार विश्व एचआईवी दिवस 2023 का थीम ‘समुदायों को नेतृत्व करने दें’ (Let’s communities lead) रखा गया है.केजीएमयू के एंटीरिटरोवायरल थेरेपी (एआरटी) सेंटर की एसएमओ इंचार्ज डॉ. नीतू गुप्ताएचआईवी पीड़ित मरीज को हो सकती है टीबी: विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day 2023) पर उन्होंने कहा कि सामान्य जांच में एड्स के संक्रमण में आने के तीन महीने बाद टेस्ट करने पर ही एचआईवी रिपोर्ट आती है. इस बीच कई बार संक्रमित खून भी डोनेट हो जाता है और अन्य के चढ़ने से वह भी रोगग्रस्त हो जाता है. नेट टेस्टिंग मशीन से एचआईवी संक्रमण रोकने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि जब किसी मरीज को एचआईवी एड्स होता है तो मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से खत्म होने लगती है. इस स्थिति में मरीज को अन्य बीमारियां भी होने लगते हैं. जिसमें सबसे पहले एचआईवी मरीज को टीबी की बीमारी हो सकती है.

    वरदान साबित हो रही एआरटी थैरेपी:

    एंटीरिटरोवायरल थेरेपी यानी एआरटी एड्स रोगियों के लिए वरदान साबित हो रही है. डॉ. नीतू गुप्ता ने बताया कि एआरटी थेरेपी एक प्रकार की दवाई है. जिसमें तीन प्रमुख दवाओं को एक करके बनाई गई है. एआरटी सेंटर पर अब जो दवाएं आ रही है, वह बहुत अच्छी दवाएं है. जो की बेहद कारगर साबित हो रही हैं. एआरटी दवा के जरिए एड्स वायरस को नियंत्रित में रखा जा सकता है. एआरटी सेंटर में महिला पुरुष एवं बच्चे सभी उम्र के एड्स पीड़ित मरीज इलाज के लिए आते हैं. महिला और पुरुष में अगर तुलना की जाए तो एड्स से पीड़ित पुरुषों की संख्या प्रदेश में अधिक अधिक है.

    एचआईवी होने के है कई कारण:

    उन्होंने बताया कि एचआईवी होने के कई कारण हो सकते हैं. सबसे प्रमुख असुरक्षित यौन संबंध बनाने से है. इसके बाद ऐसे मरीज भी हैं जो असुरक्षित टैटू या दाढ़ी कहीं बाहर बनवाते हैं, जहां मेकर्स नीडल या ब्लेड को बदलते नहीं है. उन्होंने कहा कि आप देखेंगे कि सड़क किनारे बहुत से मिनी सैलून खुले होते हैं. जहां पर पुरूष असुरक्षित तरीके से दाढ़ी बनवाते हैं. वहीं कहीं बाहर मेले में घूमने निकलेंगे तो वहां पर आजकल टैटू मेकर्स हाथों पर टैटू बनाते हुए भी आपको दिखाई देंगे. लेकिन यहां पर आम जनता को जागरूक होने की आवश्यकता है. यदि कोई भी एचआईवी पीड़ित मरीज मेले में टैटू आर्टिस्ट से अपने शरीर पर टैटू बनवाता है उसके बाद बिना नीडल व इंक को बदलें किसी दूसरे व्यक्ति का टैटू बनाता है तो सुरक्षित व्यक्ति भी एचआईवी पीड़ित हो जाएगा. एचआईवी रक्त से फैलने वाली बीमारी है. जो संक्रमित खून के जरिए किसी दूसरे व्यक्ति को फैल सकता है.

    एआरटी सेंटर के आंकड़े:

    डॉ. नीतू गुप्ता ने बताया कि यूपी एक लाख 12 हजार मरीजों की एआरटी की दवा चल रही है. केजीएमयू के एआरटी सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक एड्स से पीड़ित होते हैं. वर्तमान में 3600 एचआईवी पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है. जिसमें 1875 पुरुष, 1200 महिलाएं, 250 करीब बच्चे और करीब 25 करीब ट्रांसजेंडर शामिल हैं. वहीं आरएमएल में लगभग हजार मरीज की दवाएं चल रही है. एआरटी दवा को 24 घंटे में कभी भी एक बार दवा ली जाती है. बच्चों में वजन के हिसाब से दवा दी जाती है. 30 उम्र पार एडल्ट को एक टेबलेट दी जाती है. गर्भवती महिला को भी एक टेबलेट दी जाती है. दवा के कारण एचआईवी वायरस का प्रभाव कम हो जाता है.

    शहर में स्वास्थ्य विभाग दो जगह करेगा जागरूकता कार्यक्रम:

    एचआईवी नोडल अधिकारी डॉ. एके सिंघल ने कहा कि एड्स एक वायरस के कारण होता है जिसे ‘ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस’ या एचआईवी कहा जाता है. एचआईवी सीडी4़ टी नामक कोशिका है, जो शरीर से लड़ने वाली बीमारियों की मदद करने के लिए महत्वपूर्ण विशिष्ट रक्त कोशिकाओं को नष्ट करके मानव शरीर को नुकसान पहुंचाती है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय-समय पर एचआईवी को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होता है. शुक्रवार को जनेश्वर मिश्र पार्क और निशातगंज स्थित महिला कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होगा.इस दौरान आम पब्लिक को और स्कूल छात्राओं को एचआईवी से जुड़ी सभी बारीकियां के बारे में विस्तृत से जानकारी दी. साल 1996 में एचआईवी (एड्स) पर संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक स्तर पर इसके प्रचार और प्रसार का काम संभालते हुए साल 1997 में विश्व एड्स अभियान के तहत संचार, रोकथाम और शिक्षा पर कार्य करना शुरू किया. विश्व एड्स दिवस 1 दिसंबर 1988 को होना चाहिए। हर साल 1 दिसंबर को विश्व एचआईवी दिवस मनाया जाता है. इस बार विश्व एचआईवी दिवस का थीम ‘समुदायों को नेतृत्व करने दें’ रखा गया है.