Category: मौसम

  • राज्य में अब तक 401.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

    राज्य में अब तक 401.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

    रायपुर ।

    राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 401.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 23 जुलाई सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 972.2 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 150.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है। जबकि प्रदेश की औसत वार्षिक वर्षा 1236 मिलीमीटर है।

  • छत्तीसगढ़ में अब तक 378.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

    छत्तीसगढ़ में अब तक 378.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

    रायपुर ।

    राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 378.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 22 जुलाई सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 936.9 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 147.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 211.6 मिमी, बलरामपुर में 346.6 मिमी, जशपुर में 257.7 मिमी, कोरिया में 254.2 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 212.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।

       इसी प्रकार, रायपुर जिले में 312.5 मिमी, बलौदाबाजार में 347.0 मिमी, गरियाबंद में 458.5 मिमी, महासमुंद में 261.8 मिमी, धमतरी में 444.5 मिमी, बिलासपुर में 353.2 मिमी, मुंगेली में 354.9 मिमी, रायगढ़ में 337.3 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 206.0 मिमी, जांजगीर-चांपा में 337.9 मिमी, सक्ती में 283.7 कोरबा में 401.9 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 347.5 मिमी, दुर्ग में 247.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 311.7 मिमी, राजनांदगांव में 429.9 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 438.1 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 287.7 मिमी, बालोद में 510.8 मिमी, बेमेतरा में 229.0 मिमी, बस्तर में 526.9 मिमी, कोण्डागांव में 431.0 मिमी, कांकेर में 515.2 मिमी, नारायणपुर में 519.7 मिमी, दंतेवाड़ा में 505.1 मिमी और सुकमा जिले में 709.8 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।

  • छत्तीसगढ़ में अब तक 207.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

    छत्तीसगढ़ में अब तक 207.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

    रायपुर।

    राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 207.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 09 जुलाई सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सुकमा जिले में सर्वाधिक 342.8 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 94.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 145.1 मिमी, बलरामपुर में 231.1 मिमी, जशपुर में 190.7 मिमी, कोरिया में 175.8 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 140.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।

    इसी प्रकार, रायपुर जिले में 176.2 मिमी, बलौदाबाजार में 247.1 मिमी, गरियाबंद में 177.9 मिमी, महासमुंद में 179.7 मिमी, धमतरी में 184.7 मिमी, बिलासपुर में 284.2 मिमी, मुंगेली में 240.6 मिमी, रायगढ़ में 268.1 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 158.7 मिमी, जांजगीर-चांपा में 221.5 मिमी, सक्ती में 213.1 मिमी, कोरबा में 329.7 मिमी., गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 274.8 मिमी, दुर्ग में 129.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 195.7 मिमी, राजनांदगांव में 173.3 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 173.8 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 160.0 मिमी, बालोद में 199.1 मिमी, बेमेतरा में 115.5 मिमी, बस्तर में 257.8 मिमी, कोण्डागांव में 154.4 मिमी, कांकेर में 197.3 मिमी, नारायणपुर में 250.6 मिमी, दंतेवाड़ा में 223.3 मिमी और बीजापुर में 332.3 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।

  • छत्तीसगढ़ में अब तक 207.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

    छत्तीसगढ़ में अब तक 207.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

    रायपुर।

    राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 207.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 09 जुलाई सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सुकमा जिले में सर्वाधिक 342.8 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 94.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 145.1 मिमी, बलरामपुर में 231.1 मिमी, जशपुर में 190.7 मिमी, कोरिया में 175.8 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 140.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।

    इसी प्रकार, रायपुर जिले में 176.2 मिमी, बलौदाबाजार में 247.1 मिमी, गरियाबंद में 177.9 मिमी, महासमुंद में 179.7 मिमी, धमतरी में 184.7 मिमी, बिलासपुर में 284.2 मिमी, मुंगेली में 240.6 मिमी, रायगढ़ में 268.1 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 158.7 मिमी, जांजगीर-चांपा में 221.5 मिमी, सक्ती में 213.1 मिमी, कोरबा में 329.7 मिमी., गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 274.8 मिमी, दुर्ग में 129.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 195.7 मिमी, राजनांदगांव में 173.3 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 173.8 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 160.0 मिमी, बालोद में 199.1 मिमी, बेमेतरा में 115.5 मिमी, बस्तर में 257.8 मिमी, कोण्डागांव में 154.4 मिमी, कांकेर में 197.3 मिमी, नारायणपुर में 250.6 मिमी, दंतेवाड़ा में 223.3 मिमी और बीजापुर में 332.3 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।

  • भारी वर्षा से देश के कई क्षेत्रों में बिगड़े हालात, उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट

    भारी वर्षा से देश के कई क्षेत्रों में बिगड़े हालात, उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट

    नईदिल्ली

    लगातार हो रही वर्षा से देश के कई इलाकों में हालात बिगड़ गए हैं। उत्तराखंड में भारी वर्षा के अलर्ट को देखते हुए रविवार को चारधाम यात्रा स्थगित रही। यदि मौसम सही हुआ तो सोमवार को यात्रा शुरू होगी। राजस्थान में पिछले पांच दिनों से हो रही वर्षा से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रविवार को हनुमानगढ़ में तेज वर्षा के बीच एक मकान की छत गिर जाने में दो भाइयों की मौत हो गई। नई दिल्ली। लगातार हो रही वर्षा से देश के कई इलाकों में हालात बिगड़ गए हैं। उत्तराखंड में भारी वर्षा के अलर्ट को देखते हुए रविवार को चारधाम यात्रा स्थगित रही। यदि मौसम सही हुआ तो सोमवार को यात्रा शुरू होगी। राजस्थान में पिछले पांच दिनों से हो रही वर्षा से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रविवार को हनुमानगढ़ में तेज वर्षा के बीच एक मकान की छत गिर जाने में दो भाइयों की मौत हो गई।

    कुमाऊं मंडल में भी भारी वर्षा का क्रम जारी
    गंगा समेत अन्य नदियों का जलस्तर भी कम हुआ है, जिससे जल विद्युत परियोजनाओं में उत्पादन सुचारु रहा। मंडल में 30 के करीब संपर्क मार्ग खोल दिए गए हैं। शासन ने सोमवार से चारधाम यात्रा सुचारु करने का निर्णय लिया है। प्रदेश के मैदानी इलाकों में वर्षा का दौर जारी है। कुमाऊं मंडल में भी भारी वर्षा का क्रम बना हुआ है। पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाले दो मार्ग अब भी बंद हैं। धारचूला-तवाघाट मार्ग पर गुंजी पुल को खतरा उत्पन्न हो गया है। बीआरओ पुल को बचाने के प्रयास में जुटा है।

    नैनीताल झील का जलस्तर लगातार बढ़ रहा
    काली नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। चंपावत जिले में टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे दो जगह मलबा आने से बंद है। लगातार वर्षा होने से इन्हें खोलने में भी दिक्कत आ रही है। नैनीताल झील का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बदरीनाथ राजमार्ग जोशीमठ के पास सुबह करीब चार बजे से बंद है, इस कारण बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आए ढाई हजार तीर्थयात्री धाम व पड़ावों पर फंसे हुए हैं। अब प्रदेश में लगभग 190 मार्ग बंद हैं। हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार रात और शनिवार सुबह भारी वर्षा के बाद रविवार को अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। शिमला में वर्षा हुई।

  • दिल्ली, यूपी और बिहार में झमाझम बारिश, गुजरात-राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट

    दिल्ली, यूपी और बिहार में झमाझम बारिश, गुजरात-राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट

    नई दिल्ली।

    देश के ज्यादातर हिस्सों में पहुंच चुके मानूसन के कारण कहीं हल्की तो कहीं तेज वर्षा हुई। दिल्ली समेत कई जगहों पर रविवार को आंशिक बादल छाए रहे। वर्षा नहीं होने के कारण उमस ने बेहाल कर दिया।मौसम विभाग ने सोमवार से बुधवार तक पंजाब और उससे सटे हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मप्र, दक्षिण गुजरात, दक्षिण तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दक्षिण कर्नाटक, उत्तरह तमिलनाडु, बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश, आसमानी बिजली गिरने और तेज हवा के साथ तेज वर्षा की संभावना जताई है।सोमवार को देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत व ऊधम सिंह नगर में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों बिलासपुर, सोलन और सिरमौर में आंधी चलने, बिजली गिरने व भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश में कई जिलों में झमाझम वर्षा हुई।गोरखपुर-देवरिया और संतकबीरनगर में वज्रपात से पांच की मौत हो गई, जबकि 22 झुलस गए। जून की शुरुआत में प्रदेश का सबसे गर्म जिला झांसी रहा, वहीं जून खत्म होते ही यह सबसे ठंडा जिला बन गया। रविवार को दोपहर तक प्रदेश में सबसे अधिक 37.3 मिमी बारिश झांसी में हुई। अधिकतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस रहा।एक और दो जुलाई को प्रदेश के अधिकांश जिलों में हल्की से भारी वर्षा के आसार हैं। मानसून के सक्रिय होने के कारण बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में झमाझम वर्षा हो रही है।

    अगले दो दिनों तक वर्षा के आसार है। बक्सर में वज्रपात की चपेट में आकर एक महिला की मौत हो गई। मध्य प्रदेश के सभी जिलों में मानसून छा चुका है।मौसम विभाग ने जबलपुर, टीकमगढ़, सागर, खजुराहो, राजगढ़ में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है। छत्तीसगढ़ में कई दिनों से वर्षा हो रही है। सोमवार को सरगुजा संभाग के एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है।गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश हुई। जिससे अहमदाबाद और सूरत सहित कुछ शहरों में जलभराव के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सूरत जिले के पलसाना में मात्र दस घंटों में 153 मिमी बारिश हुई। सूरत, भुज, वापी, भरूच और अहमदाबाद के निचले इलाकों में पानी भर जाने से यातायात प्रभावित हुआ।मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक गुजरात के सभी हिस्सों में बारिश का अनुमान लगाया है। सौराष्ट्र और कच्छ में आज बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। भरूच, सूरत, नवसारी, वलसाड और दादरा नगर हवेली के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।राजस्थान में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया। पिछले पांच दिन से प्रदेश में लगातार बारिश का दौर जारी है। पांच दिन में प्रदेश के सभी जिलों में बारिश हुई है। रविवार को जयपुर सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में मध्यम से तेज बारिश हुई है। जयपुर में रविवार को दोपहर में हुई बारिश से सडक़ों पर पानी भर गया । पानी में कई वाहन बंद हो गए। मौसम विभाग ने बारिश का दौर अगले एक सप्ताह तक जारी रहने की बात कही है।

  • दिल्ली की सड़कों पर तैर रही गाड़ियां, सांसदों के आवास में जलभराव, मानसून की बारिश से कई राज्यों में जनजीवन बेहाल

    दिल्ली की सड़कों पर तैर रही गाड़ियां, सांसदों के आवास में जलभराव, मानसून की बारिश से कई राज्यों में जनजीवन बेहाल

    नई दिल्ली।

    कई राज्यों को भिगोते हुए दिल्ली पहुंचे मानसून ने जबरदस्त दस्तक दी है। पहली और महज 24 घंटे की बारिश ने 88 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। गुरुवार सुबह से शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 228.1 मिमी हुई वर्षा 124 साल (1901 से लेकर 2024 तक) का ऑल टाइम रिकार्ड तोड़ने से थोड़ा ही पीछे रह गई। इस बरसात ने न सिर्फ मार्च से जून तक बल्कि मानसून की कुल वर्षा का भी एक तिहाई कोटा पूरा कर दिया है। आगामी चार जुलाई तक रोजाना वर्षा होने का अनुमान है। शनिवार और रविवार को भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, शुक्रवार को भारतीय समयानुसार सुबह लगभग 2.45 बजे नई दिल्ली के उत्तर में एक तूफान आया था।

    उत्तर प्रदेश में पहले से आए एक बड़े तूफान की उपस्थिति ने इसके असर को और अधिक प्रभावी बनाने में अहम भूमिका निभाई। इसीलिए इतनी रिकार्ड बरसात हुई। बारिश से न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 24.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि गुरुवार को यह 28.6 डिग्री रहा था। अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। एक दिन पहले यह 35.4 डिग्री रहा था। हवा में नमी का स्तर 100 से 71 प्रतिशत रिकार्ड हुआ। मानसून की पहली वर्षा में राजधानी में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस कारण हुए हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

  • छत्तीसगढ़ में होगी भारी बारिश, रायपुर, बस्तर, बिलासपुर सहित कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी

    छत्तीसगढ़ में होगी भारी बारिश, रायपुर, बस्तर, बिलासपुर सहित कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी

    रायपुर. छत्तीसगढ़ में मानसून की एक्टिविटी 26 जून से बढ़ सकती है. पिछले 2 दिनों में प्रदेश में हो रही बारिश में ब्रेक लग गया. इस वजह से राजधानी रायपुर में तेज धूप और उमस ने लोगों को परेशान कर दिया. मौसम विभाग ने बुधवार प्रदेश में बारिश की गतिविधि बढ़ने के साथ कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है. आज बस्तर, सरगुजा, रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के कई जिलों में मध्य से लेकर भारी बारिश के येलो अलर्ट जारी किया गया है. 29 जून तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हो सकती है. इससे आने वाले कुछ दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आ सकती है.

    मंगलवार को सक्ती जिले में सबसे ज्यादा 50 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड किया गया है. वहीं बसना में 20 मिलीमीटर, सरायपाली में 30 मिलीमीटर और भैरमगढ़ में 40 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है.

    इन जिलों के लिए जारी किया गया येलो अलर्ट
    छत्तीसगढ़ में मानसून पूरी तरीके से एक्टिव हो चुका है. मौसम विभाग ने बुधवार को नारायणपुर, बीजापुर, बस्तर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, कांकेर, सुकमा, बलरामपुर, जांजगीर, जशपुर, कोरिया, सरगुजा, सूरजपुर, कोरबा, मुंगेली, कवर्धा, बिलालपुर, पेंड्रा, राजनांदगांव, गरियाबंद, धमतरी, रायपुर, दुर्ग, महासमुंद और बलौदाबाजर जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है. इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. कुछ जगहों पर बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है.

    वहीं छत्तीसगढ़ के पेंड्रा इलाके में मानसून की दस्तक के साथ भेड़ों का दल पहुंच गया है. गुजरात और राजस्थान से लोग भेड़ चराने छत्तीसगढ़ के जंगलों में आते हैं. हजारों की संख्या में एक साथ भेड़ों के जंगलों में पहुंचने से नुकसान भी होता है.

    मंगलवार को कुछ ऐसा रहा जिलों का तापमान
    मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान राजनांदगांव में 39.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. सबसे कम तापमान नारायणपुर में 21.8 डिग्री रहा. तो वहीं रायपुर में दिन का तापमान 37.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3 से 4 डिग्री ज्यादा था. तो वहीं बिलासपुर में 36 डिग्री, अंबिकापुर में 34.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. मंगलवार को बारिश नहीं होने के कारण प्रदेश के कई जिलों में तापमान सामान्य से ज्यादा रहा. मौसम विभाग के मुताबिक 1 जून से लेकर 25 जून के बीच प्रदेश में 81.9 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. अब तक प्रदेश के 10 जिलों में सामान्य बारिश हुई है तो वहीं 4 जिले ऐसे हैं जहां बारिश कम हुई है.

    मानसून की एक्टिविटी 26 जून से बढ़ सकती है. पिछले 2 दिनों में प्रदेश में हो रही बारिश में ब्रेक लग गया. इस वजह से राजधानी रायपुर में तेज धूप और उमस ने लोगों को परेशान कर दिया. मौसम विभाग ने बुधवार प्रदेश में बारिश की गतिविधि बढ़ने के साथ कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है. आज बस्तर, सरगुजा, रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के कई जिलों में मध्य से लेकर भारी बारिश के येलो अलर्ट जारी किया गया है. 29 जून तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हो सकती है. इससे आने वाले कुछ दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आ सकती है.

    मंगलवार को सक्ती जिले में सबसे ज्यादा 50 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड किया गया है. वहीं बसना में 20 मिलीमीटर, सरायपाली में 30 मिलीमीटर और भैरमगढ़ में 40 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है.

    इन जिलों के लिए जारी किया गया येलो अलर्ट
    छत्तीसगढ़ में मानसून पूरी तरीके से एक्टिव हो चुका है. मौसम विभाग ने बुधवार को नारायणपुर, बीजापुर, बस्तर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, कांकेर, सुकमा, बलरामपुर, जांजगीर, जशपुर, कोरिया, सरगुजा, सूरजपुर, कोरबा, मुंगेली, कवर्धा, बिलालपुर, पेंड्रा, राजनांदगांव, गरियाबंद, धमतरी, रायपुर, दुर्ग, महासमुंद और बलौदाबाजर जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है. इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. कुछ जगहों पर बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है.

    वहीं छत्तीसगढ़ के पेंड्रा इलाके में मानसून की दस्तक के साथ भेड़ों का दल पहुंच गया है. गुजरात और राजस्थान से लोग भेड़ चराने छत्तीसगढ़ के जंगलों में आते हैं. हजारों की संख्या में एक साथ भेड़ों के जंगलों में पहुंचने से नुकसान भी होता है.

    मंगलवार को कुछ ऐसा रहा जिलों का तापमान
    मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान राजनांदगांव में 39.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. सबसे कम तापमान नारायणपुर में 21.8 डिग्री रहा. तो वहीं रायपुर में दिन का तापमान 37.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3 से 4 डिग्री ज्यादा था. तो वहीं बिलासपुर में 36 डिग्री, अंबिकापुर में 34.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. मंगलवार को बारिश नहीं होने के कारण प्रदेश के कई जिलों में तापमान सामान्य से ज्यादा रहा. मौसम विभाग के मुताबिक 1 जून से लेकर 25 जून के बीच प्रदेश में 81.9 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. अब तक प्रदेश के 10 जिलों में सामान्य बारिश हुई है तो वहीं 4 जिले ऐसे हैं जहां बारिश कम हुई है.

  • अगले 24 घंटों में तेज बारिश होने के आसार

    अगले 24 घंटों में तेज बारिश होने के आसार

    रायपुर

    मौसम विभाग ने बताया कि अब मानसून की गतिविधियों ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। माना जा रहा है कि आने वाले 2 दिनों में प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटों में रायपुर, दुर्ग, बस्तर और बिलासपुर संभाग के अधिकांश इलाकों में बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ में मानसून ने दस्तक दे दी है। मानसून की दस्तक के साथ ही प्रदेश में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले दो दिनों से शाम होते ही बादल छा रहे हैं और जमकर बारिश हो रही है। दो दिनों से हो रही बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है। दो दिनों से हो रही बारिश ने किसानों के चेहरों पर भी ख़ुशी ला दी है।

  • तेज हवा के साथ बारिश नगर में जगह-जगह गिरे पेड़

    तेज हवा के साथ बारिश नगर में जगह-जगह गिरे पेड़

    प्रतापपुर।

    सोमवार दोपहर प्रतापपुर क्षेत्र में तेज आंधी तूफान के साथ जोरदार बारिश हुई। बारिश के साथ हवा इतनी तेज थी कि क्षेत्र में जगह-जगह कई वृक्ष धराशायी होकर जमीन पर गिर गए। थाना एवं वन विभाग कार्यालय के बीच में स्थित मुख्य मार्ग पर गिरे यूकेलिप्टस के दो भारी भरकम पेड़ों ने विद्युत प्रवाह वाले तारों को तोड़ दिया। तारों पर झटका लगने से वहां दो विद्युत पोल गिर गए तथा एक टेढ़ा हो गया।
    बताया जा रहा है कि गिरते हुए पेड़ों के छोटे हिस्से की चपेट में मार्ग से गुजर रही एक कार भी आ गई थी। इसके कारण कार क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत रही कि कार में सवार लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। मुख्य मार्ग पर पेड़ों के गिरने से आवागमन अवरूद्ध हो गया था। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी, वनकर्मी, नगर पंचायत के कर्मचारी व अन्य लोगों ने मिलकर मुख्य मार्ग पर गिरे पेड़ों को कुल्हाड़ी की मदद से छोटे छोटे टुकड़ों में काट कर किनारे किया तब कहीं जाकर मार्ग पर आवागमन शुरू हुआ।

    वहीं बस स्टैंड से लगे सेमरसोत मार्ग पर गिरी एक आम के पेड़ की विशाल डाल ने वहां मौजूद गुमटी को भी अपनी चपेट में ले लिया जिसके कारण गुमटी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। डाल के गिरने से मार्ग पर भी लंबे समय तक जाम की स्थिति बनी रही जिसके कारण आने जाने वाले वाहन सवारों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा आईटीआई जाने वाले मार्ग पर भी एक विशालकाय आम का पेड़ विद्युत तारों को अपनी चपेट में लेते हुए गिर गया जिससे विद्युत तार टूटने के साथ ही एक विद्युत पोल भी टेढ़ा हो गया। अचानक आए इस तूफान के कारण नगर की हार्डवेयर दुकानों में विक्रय के लिए रखी पानी की खाली टंकियां व अन्य दुकानों के बाहर रखे सामान भी सडक़ पर उड़ते नजर आए। तेज गति के आंधी तूफान के कारण कई मकानों व दुकानों की शीट हवा में उड़ गई।