Category: बिग न्यूज़

  • प्रदेश के मुख्यमंत्री सहकारिता आंदोलन का फलूदा बनाने में तुले है :अजय चंद्राकर

    प्रदेश के मुख्यमंत्री सहकारिता आंदोलन का फलूदा बनाने में तुले है :अजय चंद्राकर

    रायपुर 18 अक्टूबर 2022/

    रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, विधायक शिवरतन शर्मा, सहकारिता नेता अशोक बजाज व सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक शशिकांत द्विवेदी ने एकात्म परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कृषिमंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मो. अकबर पर सहकारिता आंदोलन खत्म करने, पंचायती राज व्यवस्था को बदहाल बनाने,कांग्रेस के लोगों को रेवड़ी बांटने का आरोप लगाया।

    भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि वे छत्तीसगढ़ में सहकारिता आंदोलन को खत्म कर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, नेताओं को संतुष्ट करने नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। केंद्र सरकार ने सहकारिता क्षेत्र के विकास के लिए सहकारिता मंत्रालय बनाया है और यहां भूपेश बघेल सहकारी समितियों का औचित्य ही समाप्त करने पर आमादा हैं। वे नियमों से खिलवाड़ कर रहे हैं। नियम बदल रहे हैं लेकिन क्या होगा, कैसे होगा, यह तय नहीं है। भूपेश बघेल की मनमर्जी से सहकारिता आंदोलन दम तोड़ चुका है। सहकारी समितियों में नियम विरुद्ध प्रशासक की नियुक्त कर रहे हैं। कौन नियुक्त हो सकता है, इसका कोई मापदंड तय नहीं किया गया है। कांग्रेस के नुमाइंदों को उपकृत करने के लिए कई जिलों के पैक्स में बतौर प्रशासक नियुक्त कर दी गई है। जबकि 4 माह का कार्यकाल बाकी है। किसी भी सोसायटी के कमीशन का पूरा पैसा नहीं मिल रहा, जिसके कारण सोसाइटियां कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही हैं।

    भाजपा मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने पंचायती राज संस्थाओं के अधिकारों में कटौती की गई है। स्थायी समिति में गौठान समिति शामिल की गई है गौठान समिति क्या करेगी, किसी को नहीं मालूम। मनरेगा के सामान का लगभग दो अरब रुपये बकाया है। बकाया भुगतान के लिए लोग सरपंचों के घर पहुंच रहे हैं। परेशान होकर अगर कोई सरपंच कुछ कर लेते हैं तो इसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री रविन्द्र चौबे होंगे।

    श्री चंद्राकर ने कहा कांग्रेस सरकार नियम विरुद्ध चल रही है। प्रदेश की महामहिम राज्यपाल व मुख्य सचिव को इस बात का संज्ञान लेना चाहिए।

    विधायक शिवरतन शर्मा ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेश बघेल के बारे में नई परिभाषा दे गए हैं। सीएम मतलब कलेक्शन मास्टर। श्री शर्मा ने कांग्रेस कमेटी महामंत्री के ऑडियो को मीडिया के सामने सुनाया जिसमें वह सहकारी समिति में मनोनयन के लिए ₹ 1 लाख की रिश्वत की मांग कर रहे थे। श्री शर्मा ने कहा कि पूरे प्रदेश में यही चल रहा है। हर तरफ कांग्रेस सरकार ने कांग्रेस के पदाधिकारियों को एजेंट बना रखा जो अवैध वसूली कर रहे है। सहकारिता क्षेत्र के साथ इससे बड़ा मजाक कोई नहीं हो सकता।

    श्री शिवरतन शर्मा ने कांग्रेस कमेटी के महामंत्री ऑडियो का हवाला देते हुए कहा कि ऑडियो में कहा जा रहा है धान खरीदी होते तक का काट पीट के पांच लाख बच जाएगा अब कांग्रेस के लोगों ने धान खरीदी में भी
    भ्रष्टाचार का एंगल निकाल लिया।

    सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक शशिकांत द्विवेदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार सहकारिता को नेस्तनाबूत करने पर तुली हुई है। सहकारी समितियों के कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद भी निर्वाचन नहीं कराया जाना लोकतंत्र पर कुठाराघात है। जब से कांग्रेस सरकार अस्तित्व में आई है लगातार सहकारिता को समाप्त करने का षड्यंत्र रच रही है। जुलाई 2019 को पुनर्गठन के नाम पर असंवैधानिक तरीके से पूरे प्रदेश की 1333 सोसायटीओ को भंग कर दिया गया था। माननीय उच्च न्यायालय के पारित आदेश दिनांक 22 नवंबर 2019 के परिणाम स्वरूप सभी सोसाइटियों के बोर्ड को पुनः बहाल किया गया। इस प्रकार लगभग 4 माह तक अवैधानिक रूप से सोसाइटी के बोर्ड को भंग कर प्राधिकृत अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई थी जो नियम विरुद्ध गलत निर्णय है। भाजपा मांग करती है कि सोसाइटी के बोर्ड की पुनः बहाली किया जाए एवं पुनर्गठन के बाद 2020 में अस्तित्व में आई 725 नई सोसाइटीयां जिसका 2 वर्ष से ज्यादा कार्यकाल बीतने के बाद भी आज तक निर्वाचन नहीं कराया गया उसका निर्वाचन कराया जाए। उन्होंने बताया कि सन् 2021-2022 में धान की खरीदी की गई उसके कमीशन की राशि सहकारी कर्मचारियों के हड़ताल की चेतावनी के चलते जारी कर दी गई किन्तु 2020-21 की सोसाटियों की कमीशन की 40 प्रतिशत बकाया राशि अभी तक जारी क्यों नहीं की गई।

    सहकारिता प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश संयोजक अशोक बजाज ने कहा कि सहकारी समितियों का कार्यकाल मई-जून में समाप्त हो गया है लेकिन इसका चुनाव के लिए अभी तक कोई पहल नहीं किया गया है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार राजनीतिक कार्यकर्ताओं का मनोनयन कर रहे हैं। उसके लिए अवैध रूप से वसूली भी कर रहे हैं। नियम विरुद्ध जाकर सहकारी समितियों का पुनर्गठन किया है यह सरकार सहकारी समितियों में चुनाव करवाने से भाग रही है। तथा अपने लोगों को मनोनयन करके उपकृत करने का काम कर रही है। जिसके कारण प्रदेश की सोसायटी के सदस्यों में प्रदेश सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है। जिसका परिणाम आने वाले चुनाव में अवश्य दिखेगा। पत्रकार वार्ता में प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी तथा सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल भी मौजूद थे।

  • अश्वनी बबलू त्रिवेंद को खिलोरा के सोसायटी अध्यक्ष बनाए जाने पर विधायक व मुख्यमंत्री का जताया आभार

    अश्वनी बबलू त्रिवेंद को खिलोरा के सोसायटी अध्यक्ष बनाए जाने पर विधायक व मुख्यमंत्री का जताया आभार

    रायपुर 18 अक्टूबर 2022/

    रायपुर- छत्तीसगढ़ सहकारी सोसायटी नियम 1962 के नियम 43 ख के उपनियम (4)(क) के प्रावधान अनुसार गठित कमेटी द्वारा दिनांक 11:10 2022 को प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादा खिलोरा पंजीयन क्रमांक 124 विकासखंड अभनपुर जिला रायपुर छ०ग० के बोर्ड की शक्तियों का प्रयोग करने के लिए अशासकीय व्यक्ति के रूप में अश्वनी बबलू त्रिवेदी पिता बी आर त्रिवेंद्र ग्राम छछनपरी विकासखंड अभनपुर को प्राधिकृत किया गया है।


    खिलोरा सोसायटी के अध्यक्ष बनाए जाने पर अश्वनी बबलू त्रिवेंद ने छत्तीसगढ़ के यशस्वी व मुख्यमंत्री भुपेश बघेल और अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक माननीय धनेंद्र साहू को आभार व्यक्त किया है। साथ में क्षेत्रीय जनपद सदस्य मनमोहन कुर्रे जी के सरपंच छछनपरी महेंद्र कुमार चेलक , उपसरपंच यूगल कुर्रे , ईश्वर नारंग सरपंच सलोनी, कन्हैया पटेल पूर्व संचालक, देवेन पटेल , जोगेश्वर पाल बाबूलाल चुनकर खरे माधव प्रसाद मीरी , पंचू पटेल रामसेवक टंडन , महेश्वर कुर्रे खिलोरा सोसाइटी के व्यवस्थापक मदन पटेल राजेश साहू , पुरुषोत्तम संतोष बंजारे , एवं क्षेत्र के किसानों , गणमान्य व्यक्ति पदभार ग्रहण में शामिल होकर बधाई देने वाले समस्त लोगो को धन्यवाद ज्ञापित किया है। अश्वनी बबलू त्रिवेंद ने प्राधिकृत अध्यक्ष के रुप पदभार ग्रहण करने के मौके पर उपस्थित लोगों व क्षेत्र के किसान भाइयों से छत्तीसगढ शासन के दिए गये जिम्मेदारी को जिस प्रकार शासन ने उस पर विश्वास किया है उसे पुरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ खरा उतरने का प्रयास करने की वचन दिया है। और किसानों के हित में हमेशा काम करने का संकल्प लिए कभी भी किसी भी प्रकार की कोई समस्या आ जाए तो तत्काल निराकरण के लिए दृढ़ संकल्प है और ज्यादा से ज्यादा शासन की योजनाओं को किसान तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया है।
    इस मौके पर क्षेत्र के किसानों ने अश्वनी बबलू त्रिवेंद को अध्यक्ष बनाये जाने पर प्रसन्नता जाहिर किया है।

  • ऋषि के PM बनते ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आवास में जले दीये

    ऋषि के PM बनते ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आवास में जले दीये

    लंदन, 27 अक्टूबर 2022 /
    ऋषि सुनक ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार को कुछ बहुत कठिन निर्णय लेने होंगे, लेकिन लोगों को आश्वासन दिया कि वह देश के गहन आर्थिक संकट से निपटने के दौरान करुणा भाव से कार्य करेंगे। ब्रिटेन के नए-नवेले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बुधवार को 10 डाउनिंग स्ट्रीट स्थित अपने सरकारी आवास से दिवाली की शुभकामनाएं दीं। भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री सुनक ने दीवाली स्वागत समारोह में दीये भी जलाए। इस दौरान उन्होंने एक ऐसा ब्रिटेन बनाने की कसम खाई जहां “हमारे बच्चे और पोते-पोतियां अपने दीये जला सकें”। दिवाली समारोह की एक तस्वीर ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, “10 नंबर में आज रात के दिवाली रिसेप्शन में आकर बहुत अच्छा लगा। मैं एक ऐसा ब्रिटेन बनाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा जहां हमारे बच्चे और हमारे पोते-पोतियां अपने दीये जला सकें और भविष्य को आशा के साथ देख सकें। सभी को दीपावली की शुभकामनाएं!”

    आपको बता दें कि कंजरवेटिव पार्टी के नए नेता चुने जाने के एक दिन बाद मंगलवार को किंग चार्ल्स III के साथ मुलाकात के बाद धर्मनिष्ठ हिंदू ऋषि सुनक ने औपचारिक रूप से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला।

    आर्थिक संकट से निपटने के लिए कठिन फैसले लेने होंगे: सुनक
    ऋषि सुनक ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार को कुछ बहुत कठिन निर्णय लेने होंगे, लेकिन लोगों को आश्वासन दिया कि वह देश के गहन आर्थिक संकट से निपटने के दौरान करुणा भाव से कार्य करेंगे। ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री सुनक ने मंगलवार को अपनी पूर्ववर्ती लिज़ ट्रस की “गलतियों” को ठीक करने के संकल्प के साथ पदभार ग्रहण किया। सात सप्ताह में तीसरे प्रधानमंत्री सुनक ने “आर्थिक स्थिरता और राजकोषीय स्थिरता दिल में होगी” कहकर कैबिनेट बैठक की शुरुआत की। सुनक ने ट्वीट किया, “आज सुबह मैंने कैबिनेट को उस बड़े कार्य के बारे में बताया, जिसका हम सामना कर रहे हैं, और मुझे विश्वास है कि यह सरकार चुनौती का सामना कर सकती है तथा पूरे ब्रिटेन के लिए काम कर सकती है।

  • यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में शामिल हुए तो अंतरिक्ष में भी होगा हमला

    यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में शामिल हुए तो अंतरिक्ष में भी होगा हमला

    मॉस्को, 27 अक्टूबर 2022 /
    विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगी देश यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में शामिल हुए तो इसका अंजाम काफी बुरा होगा। रूस ने हाल के दिनों में यूक्रेन पर अपने हमलों को तेज कर दिया है। इस बीच मॉस्को ने पश्चिमी देशों को एक और धमकी दी है। विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगी देश यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में शामिल हुए तो इसका अंजाम काफी बुरा होगा। उन्होंने कहा कि रूस अमेरिका के कॉमर्सियल सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में निशाना बनाने से नहीं हिचकेगा। TASS ने विदेश मंत्रालय के हथियार नियंत्रण विभाग के उप निदेशक कोन्स्टेंटिन वोरोत्सोव के हवाले से यह जानकारी दी है। वोरोत्सोव ने कहा, “हम संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में कॉमर्सियल सहित अन्य अंतरिक्ष ढांचों की भागीदारी के बारे में बात कर रहे हैं।”

    आपको बता दें कि यूक्रेन में रूसी हमले ने अब तक दस हजार से अधिक लोगों की जान ले ली है। इस युद्ध ने कोरोना के बाद के आर्थिक सुधारों को कमजोर कर दिया है। इसने 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद पश्चिम के साथ सबसे गंभीर टकराव शुरू कर दिया है।

  • कनाडा में फिर भारतीय जश्न में खलल, दिवाली पर भिड़े खालिस्तानी समर्थक

    कनाडा में फिर भारतीय जश्न में खलल, दिवाली पर भिड़े खालिस्तानी समर्थक

    ओटावा, 27 अक्टूबर 2022 /
    एक समूह भारतीय ध्वज फहरा रहा था। जबकि, अन्य खालिस्तान रेफरेंडम मूवमेंट का समर्थन कर रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मॉल के पार्किंग लॉट में पटाखे चलाए गए थे। कनाडा में एक बार फिर भारतीय और खालिस्तानी समर्थकों के बीच झगड़े की खबर है। कहा जा रहा है सोमवार शाम मिसिसॉगा शहर में दिवाली के जश्न के दौरान विवाद खड़ा हुआ है। हालांकि, पुलिस ने जानकारी दी है कि इस मामले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। कुछ समय पहले ही भारत ने कनाडा से तथाकथित ‘खालिस्तान जनमत संग्रह’ को रोकने के लिए कहा था।
    समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, पुलिस ने बताया कि मिसिसॉगा में 400-500 लोगों में झड़प हो गई थी। एजेंसी ने न्यूज आउटलेट इनसॉगा के हवाले से लिखा कि झगड़ा माल्टन इलाके में हुआ था। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पील रीजनल पुलिस का कहना है कि अधिकारियों को गोरवे और एट्यूड में तनाव की जानकारी मिली थी। पुलिस का कहना है कि उन्हें पता चला था कि पार्किंग लॉट में सैकड़ों लोग लड़ रहे हैं।

    पुतिन-जेलेंस्की के झगड़े में भाजपा को नुकसान? कैसे HP पर असर डाल रहा रूस-यूक्रेन युद्ध

    वीडियो में नजर आ रहा है कि पुलिस अधिकारी दिवाली के जश्न के दौरान भीड़ को हटाने की कोशिश कर रहे हैं। एजेंसी ने इनसॉगा के हवाले से लिखा कि एक समूह भारतीय ध्वज फहरा रहा था। जबकि, अन्य खालिस्तान रेफरेंडम मूवमेंट का समर्थन कर रहे थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मॉल के पार्किंग लॉट में पटाखे चलाए गए थे। हालांकि, अब तक यह साफ नहीं है कि झगड़ा इसकी वजह से हुआ था।
    खालिस्तानी रेफरेंडम पर भारत का रुख
    केंद्र ने कनाडा सरकार को भारत के खिलाफ आतंक और हिंसा को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा था। पत्रकारों के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि अलगाववादी समूह की तरफ से कराए जा रहे रेफरेंडम के मुद्दे को दिल्ली में कनाडा के उच्चायोग के सामने उठाया गया है।

  • यूक्रेन में ब्लैक आउट की तैयारी में रूस  पॉवर ग्रिड पर बरसाया बम

    यूक्रेन में ब्लैक आउट की तैयारी में रूस पॉवर ग्रिड पर बरसाया बम

    कीव, 27 अक्टूबर 2022 /
    रूसी सेना की ओर से यूक्रेन पर की गई ताजा बमबारी में देश के मध्य क्षेत्रों में स्थित पॉवर ग्रिड को नुकसान पहुंचा है। ग्रिड के कई सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिसकी वजह से सप्लाई प्रभावित हुई है। पिछले कुछ दिनों से रूस ने यूक्रेन हमला तेज कर दिया है। रूसी सेना यूक्रेन को हर तरफ से घेरने और उसको कमजोर करने का प्रयास कर रही है। रूस की ओर से ताजा हमला यूक्रेन की पॉवर ग्रिड पर किया गया है। रूसी सेना ने बिजली ग्रिड को नुकसान पहुंचाने के लिए रात भर बमबारी की है। रूसी सेना इससे पहले यूक्रेन में स्थित जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र को निशाना बनाया था। हमले के बाद प्लांट को कई दिनों तक बंद करना पड़ा था।
    ग्रिड ऑपरेटर उक्रेनेर्गो ने गुरुवार को कहा, रूसी सेना ने यूक्रेन के मध्य क्षेत्रों में स्थित पॉवर ग्रिड पर रातभर बमबारी की है। जिसकी वजह से आगे की बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर जारी एक बयान में कहा गया, मध्य क्षेत्रों में यूक्रेन ऊर्जा प्रणाली में लगे नेटवर्क के उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। रूस ने बुधवार को एक दिन यूक्रेन के 40 से अधिक गांवों को निशाना बनाया है।

    भय से लोग बंकरों में बिता रहे रात

    यूक्रेन के अधिकारियों ने बुधवार को यह दावा करते हुए कहा कि इन हमलों में दो लोगों की मौत हो गई और हवाई हमले के भय से लोग रात बंकरों में बिता रहे हैं। यूक्रेन के सशस्त्र बल जनरल स्टाफ ने बताया कि रूसी बलों ने यूक्रेनी ठिकानों पर पांच रॉकेट हमले, 30 हवाई हमले और बहु प्रक्षेपण रॉकेट प्रणाली से 100 से अधिक हमले किए। ये हमले ऐसे समय हुए हैं जब यह आशंका प्रबल होती जा रही है कि मात मिलने की वजह से रूस उस उपकरण का इस्तेमाल कर सकता है जिससे रेडियोधर्मी कचरा फैलता है ताकि दहशत का महौल बना सके।
    गैस स्टेशन को भी निशाना बनाया

    अधिकारियों ने बताया कि रूस ने नीपरो शहर के गैस स्टेशन को निशाना बनाया जिसमें एक गर्भवती महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई। नीपरोपेत्रोवस्क के गवर्नर वैलेंटाइन रेज्निचेंको ने बताया कि हमले में चार लोग घायल हुए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। दक्षिणी बंदरगाह शहर मिकोलाइव के नजदीक युद्ध चल रहा है और लोगों को खाने-पीने के सामान के लिए कतार में खड़ा देखा जा रहा है।

  • नन और पादरी भी देखते हैं पोर्न, पोप फ्रांसिस ने खुद किया खुलासा

    नन और पादरी भी देखते हैं पोर्न, पोप फ्रांसिस ने खुद किया खुलासा

    वेटिकन सिटी, 27 अक्टूबर 2022 /
    ईसाई समुदाय के सबसे धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने एक सनसनीखेज सच्चाई को दुनिया के सामने स्वीकार किया है। उन्होंने माना कि पोर्नोग्राफी का प्रभाव इतना ज्यादा बढ़ गया है कि कई पादरी और नन भी चपेट में हैं। ईसाई समुदाय के सबसे धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने एक सनसनीखेज सच्चाई को दुनिया के सामने स्वीकार किया है। उन्होंने माना है कि पोर्नोग्राफी का प्रभाव इतना ज्यादा बढ़ गया है कि कई पादरी और नन भी इसकी चपेट में हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि बड़ी संख्या में पादरी और नन भी पोर्न देखते हैं। बीबीसी की एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है। बीबीसी से डिजिटल और सोशल मीडिया के सर्वोत्तम इस्तेमाल के विषय पर वेटिकन सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में सवालों के जवाब देते हुए 86 वर्षीय पोप फ्रांसिस ने स्वीकारा कि सोशल मीडिया पर पोर्नोग्राफी का प्रभाव इतना बढ़ गया है कि पादरी और नन भी इससे नहीं बचीं हैं। पोप फ्रांसिस ने कहा कि कई नन पोर्न देखती हैं लेकिन उन्होंने साथ ही धार्मिक क्षेत्र से जुड़े लोगों से इससे बचने की चेतावनी देते हुए इसे ईसाईयत के खिलाफ बताया है। इस सत्र के दौरान पोप ने मौजूद पादरियों और धर्म के क्षेत्र से जुड़े अन्यों से कहा, ‘पोर्नोग्राफी एक बीमारी की तरह है जिसने पादरियों और ननों को भी अपनी चपेट में लिया हुआ है। हमारे जीवन में शैतान अब इस माध्यम से प्रवेश कर रहा है।’ सोशल और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र के बारे में पोप ने कहा, ‘अगर इन पर समय बिताना भी है तो कम से कम समय बिताएं। जो दिनभर जीसस की शरण में होने की बात करते हैं वह यह पोर्न जानकारी नहीं ले सकते हैं। पोप ने पादरी और ननों को सीख देते हुए कहा, ‘आपको इसे अपने फोन से ही बाहर करना होगा ताकि किसी तरह का लालच आपके हाथ ही में न आये।’ पोप ने पोर्नोग्राफी देखने को ईसाईयत के खिलाफ बताया है। बता दें कि दुनिया भर में ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें पादरी और ननों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। इसके अलावा पोर्नोग्राफी से प्रभावित होने के आरोप भी लगते रहे हैं। हालांकि ऐसा पहली बार है, जब पोप ने खुलेआम स्वीकार किया है कि पादरी और पोप पोर्नोग्राफी की चपेट में हैं।