Category: कृषि

  • किसान-मजदूर महापंचाय मत में संयुक्त किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ से जुड़े किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा रायपुरl

    किसान-मजदूर महापंचाय मत में संयुक्त किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ से जुड़े किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा रायपुरl

    रायपुर।
    किसान मजदूर महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन छत्तीसगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष संजय पंत, महासचिव तेजराम विद्रोही, छत्तीसगढ़ किसान महासभा के सक्रिय कार्यकर्ता बिसहत कुर्रे, बीकेयू बीजापुर जिला अध्यक्ष धन्नूर श्यामबैया, बीकेयू जगदलपुर सक्रिय कार्यकर्ता शिवा सोनी, बीकेयू नारायणपुर जिला अध्यक्ष रुबजी सलाम जिला किसान संघ राजनांदगांव के सक्रिय कार्यकर्ता महेश सांगवान, के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ से सौ से अधिक किसान हिस्सा लिए।

    कॉरपोरेट, सांप्रदायिक और तानाशाह सरकार के विरोध में संकल्प पत्र पारित

    संयुक्त किसान मोर्चा और संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच द्वारा 14 मार्च 2024 को रामलीला मैदान दिल्ली में आयोजित किसान मजदूर महापंचायत अपनी भव्यता के साथ संपन्न हुआ हालांकि देश भर से आ रहे किसानों को सरकार द्वारा दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हर सम्भव प्रयास किया गया दूसरे राज्यों आने वाली ट्रेनें सात से आठ घंटे लेट रही वहीं दिल्ली के आस पास राज्यों से आने वाली ट्रेनें भी लेट रही जिसके कारण बहुत से किसान सभा समापन पश्चात भी दिल्ली पहुंचते रहे।
    किसान मजदूर महापंचायत में निम्नलिखित संकल्प पत्र पारित किए गए-
    1. भाजपा के विशेध में देशव्यापी जन प्रतिरोध खड़ा करो : भाजपा की पोल खोलो, विरोध करो और उसे सजा दो

    – सभी फसलों की सी-2+50% एमएसपी पर गारंटीकृत खरीद के संबंध में संयुक्त किसान मोर्चा के साथ दिनांक 9.12.2021 को हुए समझौते को लागू नहीं करने के खिलाफ,

    — वर्ष 2014-2022 के बीच 1,00,474 किसानों द्वारा आत्महत्या करने के बावजूद किसानों के लिए व्यापक ऋण माफी योजना लागू नहीं करने के खिलाफ,

    — बिजली क्षेत्र का तेजी से निजीकरण करने के खिलाफ,

    — लखीमपुर खीरी में किसानों के हत्यारे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को बचाने के खिलाफ,

    — किसान शुभकरण सिंह की हत्या और किसान आंदोलन पर राज्य-सत्ता के दमन के खिलाफ : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस्तीफा दो, घटना की न्यायिक जांच करो, आईपीसी की धारा 302 के तहत अमित शाह, एमएल खट्टर और अनिल विज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करो

    — भारतीय गणतंत्र के लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और संघीय चरित्र पर किए जा रहे हमलों के खिलाफ

    2. वर्तमान में किसानों और मजदूरों के चल रहे संघर्षों को आम जनता के संयुक्त आंदोलन में परिवर्तित करो :

    — अपनी रोटी रोजी को कॉरपोरेट लूट से बचाने के लिए,

    — देश के संविधान के लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष स्वरूप की रक्षा के लिए।

    * एकताबन्द जन आन्दोलन के बैनर तले देश भर में भाजपा के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की अपील:

    — जन संगठनों और वर्गीय संगठनों के साथ सलाह-मशविरा करके राज्य स्तर पर विरोध कार्रवाई की रूपरेखा तय की जाएगी।

    3. धनबल और बाहुबल के खतरे के खिलाफ 23 मार्च 2024 को देश के सभी गांवों में ‘लोकतंत्र बचाओ’ दिवस मनाओ : भाजपा द्वारा लखीमपुर खीरी में किसानों के कथित हत्यारे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को खीरी सीट से उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध करो और भाजपा राज में पनपे कॉरपोरेट-आपराधिक-भ्रष्ट गठजोड़ का पर्दाफाश करो।

  • कृषक उन्नति योजना : धान की बोनस राशि पाकर प्रदेश के किसानों में उत्साह का माहौल

    कृषक उन्नति योजना : धान की बोनस राशि पाकर प्रदेश के किसानों में उत्साह का माहौल

    रायपुर। छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए कृषक उन्नति योजना बड़ी खुशखबरी लेकर आया है। मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने विगत 12 मार्च को 24.72 लाख से अधिक किसानों के खाते में 13 हजार 320 करोड़ रूपए की राशि का अंतरण किया है। पूरे राज्य के किसानों में उत्साह का माहौल हैं। अब बाजारों में भी रौनकता छा गई है। किसान राशि का उपयोग खेती-बाड़ी के सामान खरीदने के साथ ही बच्चांे की पढ़ाई-लिखाई, बेटा-बेटी का शादी ब्याह करने के लिए राशि का बेहतर उपयोग कर रहे हैं।
    बेमेतरा जिले के साजा विकासखंड के कोबिया गांव के किसान शैलेश वर्मा, मोहभट्ठा गांव के विनोद वर्मा, सगोनी के किसान लालसिह वर्मा और महेश कुमार साहू बहुत खुश है क्योंकि इनके खाते में अंतर की राशि आ गयी है। राज्य सरकार द्वारा अपने वादे के मुताबिक किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीद की गई है। ख़रीफ़ में 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है जो कि अपने आप में रिकॉर्ड है। किसानों को धान की खरीदी के लिए सरकार ने एमएसपी दिया है तथा किए गए वादे के मुताबिक़ हर किसान को धान का मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से दिया गया। कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत एकमुश्त आदान सहायता राशि मिलने से जिले के किसान काफी खुश है। इसके लिए किसानों ने प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय को धन्यवाद दिया।
    बलौदाबाजार जिले के ग्राम करमदा निवासी किसान नागमणी वर्मा ने कहा कि यह योजना बहुत लाभदायक है। लगभग 1 लाख रुपये की अंतर राशि खाते में एकमुश्त जमा हुई है। राशि का उपयोग मैं खेती किसानी को बढ़ाने एवं बच्चों के पढ़ाई में करूंगा। मेरे बच्चे अभी पढ़ाई करते हैं जिसके लिए उन्हें गृह ग्राम से दूर जाना पड़ता है। मैं इस राशि से अपने बच्चों के लिए वाहन लेना चाहता हूँ। जिससे उनके आवागमन में कोई समस्या ना हो। उन्होंने कहा कि सरकार हम किसान भाइयों को आगे बढ़ाने के लिए अच्छी योजना लेकर आई है। हम सभी किसान वर्ग इससे बहुत खुश एवं उत्साहित हैं। गौरतलब है कि एक मुश्त राशि मिलने से किसानों को बड़ी राहत मिली है। इससे किसानों को कई फायदे होंगें। उन्नत कृषि का बढ़ावा मिलेगा। कृषि उत्पादकता बढे़गी और किसान आर्थिक रूप से सशक्त एवं मजबूत होंगे।

  • “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” की स्वीकृति

    “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” की स्वीकृति

    भोपाल

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रि-परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना” को विस्तारित कर “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” नाम से लागू करने की स्वीकृति दी गई।

    “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” का क्रियान्वयन म.प्र. ऊर्जा विकास निगम द्वारा केन्द्र शासन की कुसुम ‘बी’ योजना में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जायेगा।

    कृषक / कृषकों के समूहों को सोलर कृषि पम्प कनेक्शन प्रदान करने के लिए वर्तमान में प्रचलित “मुख्यमंत्री कृषक मित्र योजना” अंतर्गत सोलर कृषि पम्प कनेक्शन भी दिया जा रहा है।”

    केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिये 24 हजार 293 करोड़ 24 लाख रूपये की स्वीकृति

    मंत्रि-परिषद ने केन-बेतवा लिंक परियोजना के प्रथम एवं द्वितीय चरण में कराये जाने वाले कार्यों के लिये लागत राशि 24 हजार 293 करोड़ 24 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी है। परियोजना से बुंदेलखंड क्षेत्र के छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पन्ना, दमोह, सागर, दतिया एवं बेतवा बेसिन के विदिशा, शिवपुरी, रायसेन जिले के सूखा प्रभावित 6,57,364 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई एवं लगभग 44 लाख आबादी को पेयजल सुविधा मिलेगी।

    चित्रकूट विकास प्राधिकरण स्थापना की स्वीकृति

    मंत्रि-परिषद ने चित्रकूट नगर के समग्र विकास के लिये नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा विद्यमान चित्रकूट विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को विघटित कर चित्रकूट विकास प्राधिकरण की स्थापना की स्वीकृति दी है।

    चित्रकूट विकास प्राधिकरण की स्थापना से प्राकृतिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र का समग्र विकास सम्भव हो सकेगा। साथ ही संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश द्वारा प्रभावशील विकास योजना के प्रस्तावों का क्रियान्वयन भी सम्भव हो सकेगा।

    मंत्रि-परिषद् ने प्राधिकरण के लिये 20 करोड़ रूपये की सहायता अनुदान राशि की स्वीकृति दी। कलेक्टर को अन्य आवश्यक व्यवस्था करने के लिये अधिकृत किया गया है।

    रोपवे परियोजनाओं का अनुमोदन

    मंत्रि-परिषद ने लोक निर्माण विभाग एवं नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (NHLML) के मध्य रोपवे के विकास, कार्यान्वयन, निर्माण, संचालन और रख-रखाव के लिए हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (MoU) का अनुमोदन किया।

    राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम ‘पर्वतमाला’ में प्रस्तावित रोपवे परियोजनाओं का अनुमोदन किया गया। परियोजना के प्रथम चरण में 4 स्थानों पर क्रमशः रेल्वे स्टेशन से महाकाल मंदिर, उज्जैन रोपवे, टिकिटोरिया माता मंदिर (सागर) फनीकुलर, एम्पायर स्टेडियम से गुरुदारा (व्हाया रामपुर चौक एवं एवेन्यु मॉल), जबलपुर एवं सिविक सेंटर से बलदेवबाग (व्हाया मालवीय चौक, लॉडगंज, बड़ाफुआरा), जबलपुर के लिये प्रस्तावित परियोजना का निष्पादन समझौता ज्ञापन (MOU) में उल्लेखित एवं भविष्य में साध्य पायी जाने वाली शेष रोपवे परियोजनाओं के लिये विकल्प के चयन के लिये लोक निर्माण विभाग को अधिकृत किया जाने का अनुमोदन किया गया।

    मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना” को विस्तारित कर “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” नाम से लागू किये जाने को स्वीकृति प्रदान की गई है। “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” का क्रियान्वयन म.प्र. ऊर्जा विकास निगम द्वारा केन्द्र शासन की कुसुम ‘बी’ योजनांतर्गत जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जायेगा।

    मध्यप्रदेश में प्रस्तावित समस्त रोपवे परियोजना के लिए मध्य प्रदेश शासन की ओर से परियोजना के एकरेखण (alignment) के अनुमोदन के लिये प्रबंध संचालक, म.प्र. सडक विकास निगम को अधिकृत करने के लिये अनुमोदन किया गया। समस्त रोपवे परियोजना एकरेखण (Alignment) के भू (GEO) निर्देशांक को राज्य सरकार के राजपत्र में अधिसूचित करने, भू-अर्जन से संबंधित समस्त कार्यवाही का अनुमोदन करने, निश्चित समझौता (Definitive Agreement) को हस्ताक्षरित करने एवं परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (NHLML) को प्रवर्तक (Promoter) नियुक्त करने के लिये प्रमुख सचिव, म.प्र. शासन, लोक निर्माण विभाग को अधिकृत करने के लिये अनुमोदन किया गया।

    पीएम जनमन में नरसिंहपुर में मार्ग निर्माण की स्वीकृति

    मंत्रि-परिषद द्वारा पीएम जनमन में नरसिंहपुर का एक मार्ग एल 063 मोहपानी से बड़ागांव (तलैया) लंबाई 29.10 किमी की लागत 40 करोड़ 75 लाख रूपये मय संधारण (1.40 करोड़ रूपये प्रति किमी) है, जो कि निर्धारित सीमा लागत रूपये एक करोड़ प्रति किमी से अधिक है, में अतिरिक्त राशि 11 करोड़ 65 लाख रूपये का भार राज्य शासन द्वारा वहन किये जाने की स्वीकृति की गयी। भविष्य में पीएम जनमन योजनांतर्गत एक करोड़ रूपये प्रति किमी की लागत से अधिक राशि के प्रस्ताव निर्मित होने पर ऐसे प्रस्ताव में लगने वाली अतिरिक्त राशि की स्वीकृति प्राधिकरण अंतर्गत गठित साधिकार समिति द्वारा दी जा सकेगी। इस अतिरिक्त राशि का वहन राज्य शासन द्वारा किया जायेगा।

    मुरैना के अम्बाह पिनहट मार्ग के लिये 157 करोड़ 77 लाख रूपये की स्वीकृति

    मंत्रि-परिषद ने योजना मद अंतर्गत मुरैना जिले के अम्बाह पिनहट मार्ग के कि. मी. 24/2 में चंबल नदी के उसैद घाट पर उच्चस्तरीय पुल निर्माण कार्य की पुनरीक्षित लागत राशि 157 करोड़ 77 लाख रूपये की पुनः पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति दी गई।

    विश्वविद्यालयीन पेंशनर्स को राज्य शासन के पेंशनर्स की भांति सातवें वेतनमान के अनुरूप पेंशन की सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई।

  • कृषि विज्ञान केंद्र जांजगीर में कृषि सखियों का कराया गया भ्रमण

    कृषि विज्ञान केंद्र जांजगीर में कृषि सखियों का कराया गया भ्रमण

    जांजगीर-चांपा । प्राकृतिक खेती व जैविक खेती के बारे में आज कृषि विज्ञान केंद्र जांजगीर चांपा में विषय विशेषज्ञ फार्म मशीनरी आशुलता ध्रुव, रंजीत कुमार सॉरी विषय विशेषज्ञ कीट शास्त्र द्वारा पामगढ़ के 33 कृषि सखियों को सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक रूप से विस्तृत जानकारी दी गई। भ्रमण के दौरान जिला मिशन प्रबंधक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन उपेंद्र कुमार एवं विकासखंड परियोजना प्रबंधक राष्ट्रीय ग्रामीण ग्रामीण आजीविका मिशन सुनील कुमार बरमैया उपस्थित रहे।

  • किसान भाई नगदी फसलों की खेती करें: अजय चन्द्राकर

    किसान भाई नगदी फसलों की खेती करें: अजय चन्द्राकर

    धमतरी ।
    कृषक उन्नति योजना के तहत कुरूद ब्लाक मे 47765 किसानों को अंतर की राशि कुल 2212.46 लाख रूपये किसानों के खाते में जमा किया गया ! कुल धान ख़रीदी 2420144.80 क्विंटल धान ख़रीदी की गई थी !

    कृषको मजबूत बनाने का यह दौर मोदी जी के कार्यकाल में विष्णु देव साइन के सुशासन में चल रहा है। उन्होंने बताया कि धमतरी और कुरूद के किसानों ने सबसे पहले डबल फसल लेने की शुरुवात की भूमिगत जल का उपयोग प्रारंभ किया, और पूरे छत्तीसगढ़ को डबल फसल लेना सिखलाया। लेकिन आज जल स्तर गिर रहा है, जलवायु में परिवर्तन आ रहा है। इसलिए यहां के किसान नगद फसलों, हार्टिकल्चर, फ्लोरीकल्चर से जुड़ परिवर्तन की क्रांति की शुरुवात करे।

    पुराना कृषि उपज मंडी परिसर कुरूद में मंगलवार को विधाननसभा स्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि कुरूद विधायक अजय चंद्राकर और अन्य अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य निरंजन सिंहा, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष ज्योति चंद्राकर, भानु चंद्राकर, गौकरण साहू, मालक राम साहू, कुलेश्वर चंद्राकर, तिलोकचंद जैन, कृष्णकांत साहू, कलेक्टर नम्रता गांधी के आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर कृषक उन्नति योजना के तहत कुरूद ब्लाक मे 47765 किसानों को अंतर की राशि कुल 2212.46 लाख रूपये किसानों के खाते में जमा किया की गई।कुल धान ख़रीदी 2420144. 80 क्विंटल धान ख़रीदी की गई थी !कृषि उपज मंडी कुरूद में आयोजित कार्यक्रम में विधायक कुरूद श्री अजय चन्द्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदेश के किसानों को दी गई गारंटी के अनुरूप मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कृषक उन्नति योजना में समर्थन मूल्य और राज्य सरकार द्वारा घोषित किए गए उपार्जन मूल्य की अंतर की राशि किसानों को देने का निर्णय लिया है। इसके तहत आज किसानों को समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान में प्रति क्विंटल 917 रूपए के मान से अंतर की राशि दी गई है। अंतर की राशि भुगतान के बाद किसानों को धान की प्रति क्विंटल 3100 रूपए की कीमत मिलेगी। उन्होंने कहा कि किसानों को धान के प्रति क्विंटल के मान से भुगतान की गई है, यह राशि देश में सर्वाधिक है। प्रदेश सरकार द्वारा इस साल के बजट में 10 हजार करोड़ और पिछले साल के अनुपूरक बजट में 3 हजार करोड़ इस प्रकार कुल 13 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया था। उन्होंने किसानों को नगदी फसलों को लेने का आग्रह किया।
    इस अवसर पर भीमदेव साहु, रामस्वरूप साहू, निर्मल चंद्राकर, दीनबंधु चंद्राकर,प्रेमचंद साहू डीहू राम साहू खिलावन देवांगन तोरण साहू काशीराम डोमन साहू चैन सिंह साहू रामदयाल साहू विजय साहू वीर सिंह साहू पन्ना चंद्राकर, एसडीएम दीनदयाल मंडावी, तहसीलदार दुर्गा साहु, नायब तहसीलदार दीपेंद्र पटेल, जिला सह केंद्रीय बैंक प्रबंधक टिकेंद्र बैंस सहित कृषि विभाग के एपीओ, आर ए ई ओ सहित हार्टिकल्चर के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।।

  • दो दिवसीय किसान मेले एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन 11 एवं 12 मार्च को अंबिकापुर में

    दो दिवसीय किसान मेले एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन 11 एवं 12 मार्च को अंबिकापुर में

    रायपुर । राज्य शासन के कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग एवं छत्तीसगढ़ बायोटेक प्रमोशन सोसायटी, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के तकनीकी सहयोग से 11 एवं 12 मार्च, 2024 को राजमोहिनी देवी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, अंबिकापुर में दो दिवसीय किसान मेला, नवाचार मेला तथा कृषि प्रदर्शनी ‘‘अंकुरण’’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसके उद्घाटन समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरूण साव तथा कृषि एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी मंत्री रामविचार नेताम उपस्थित रहेंगे। इनके अलावा अंबिकापुर एवं भटगांव विधायक भी मौजूद रहेंगे। इस किसान मेले में कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के अंतर्गत संचालित विभिन्न कृषि महाविद्यालयों, कृषि विज्ञान केन्द्रों तथा अन्य इकाईयां द्वारा किसानों के लिए किये जा रहे नवीन अनुसंधान, प्रौद्योगिकी तथा नवाचारों का प्रदर्शन किया जाएगा। इनके अलावा राज्य शासन के कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन एवं कृषि अभियांत्रिकी विभागों द्वारा संचालित किसान कल्याणकारी योजनाओं एवं गतिविधियों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही यहां नाबार्ड द्वारा प्रायोजित कृषि उत्पादक समूहों तथा महिला स्वा-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्रियों एवं तकनीकों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। छत्तीसगढ़ जैव प्रौद्योगिकी प्रौन्नत सोसायटी द्वारा किसानों को वर्मिकम्पोस्ट तथा भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में उपयोगी एजोस्पाइरीलम, पी.एस.बी. राइजोबियम एवं जेड.एस.बी. तरल जैव उर्वरकों को निःशुल्क वितरण भी किया जाएगा।
    शुभारंभ समारोह के दौरान अतिथियों द्वारा एक कृषि उत्पाद विक्रय केन्द्र का लोकार्पण भी किया जाएगा जहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा उत्पादित विभिन्न् किसानोपयोगी उत्पाद विक्रय हेतु उपलब्ध रहेंगे जिनमें विभिन्न फसलों के बीज, पौध सामग्री, कृषि यंत्र, बायो फर्टिलाइजर, बायो इन्सेक्टिसाइड, पेस्टिसाइड एवं अन्य उत्पाद शामिल हैं। इस दो दिवसीय किसान मेले एवं कृषि प्रदर्शनी में सरगुजा संभाग के विभिन्न जिलों के लगभग 15 सौ किसानों के शामिल होने की संभावना है।
    इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति तथा छत्तीसगढ़ बायोटेक प्रमोशन सोसायटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गिरीश चंदेल ने बताया कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न संभागों में कृषि नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए नवाचार एवं किसान मेलों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में 5 और 6 मार्च, 2024 को जगदलपुर में दो दिवसीय नवाचार मेले का आयोजन किया गया था। अब अंबिकापुर में 11 एवं 12 मार्च को नवाचार एवं किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है। मेले के दौरान आयोजित कृषक संगोष्ठी में कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों एवं विषय विशेषज्ञों किसानों को कृषि एवं संबंधित विषयों पर किये जा रहे नवीन अनुसंधानों, प्रौद्योगिकी तथा नवाचारों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही मेले में आने वाले कृषकों को प्रक्षेत्र भ्रमण करवाकर उन्नत फसल उत्पादन तकनीक से अवगत कराया जाएगा। डॉ. चंदेल ने आशा व्यक्त की कि ये दो दिवसीय किसान मेला सरगुजा संभाग के किसानों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा।

  • किसान महाकुंभ में शामिल हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

    किसान महाकुंभ में शामिल हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

    रायपुर / केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में आयोजित किसान महाकुंभ में शामिल हुए। यहां मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में एक गरीब समाज का, आदिवासी समाज का भाई मुख्यमंत्री के ओहदे पर विराजमान हैं। साय बहुत अच्छा बोलते है और प्रभावी ढंग से उन्होंने अपनी बात रखी है। मैंने  उनके एक एक वाक्य को गंभीरता के साथ सुना है। अपने लंबे वर्षों के अनुभव के आधार पर मैं कह सकता हूं कि विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ तेजी से विकास करेगा। पिछले ढाई महीनों में छत्तीसगढ़ के हित में लिए गए निर्णयों में विकास की यह गति दिखी है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री द्वय  अरुण साव एवं विजय शर्मा भी उपस्थित रहे।

    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बधाई देते हुए  राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं आपको महतारी वंदन जैसी करिश्माई योजना के लिए बहुत साधुवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में ही छत्तीसगढ़ विकास की पटरी पर वापस लौट पाया है, आपने बहुत कम समय में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मैं आपको बधाई देता हूं।

    5 वर्षों में राज्य को कांग्रेस ने बर्बाद करने का काम किया। छत्तीसगढ़ बनाने का काम भारतीय जनता पार्टी की स्वर्गीय श्रद्धेय अटल जी की सरकार ने किया और इसे संवारने का सामर्थ्य केवल भारतीय जनता पार्टी में है। छत्तीसगढ़ वीर गुण्डाधुर और शहीद वीर नारायण सिंह की धरती है। छत्तीसगढ़ का भाग्य बनाने के लिए हमें किसान भाइयों के भाग्य को बनाना होगा, आपका राज्य धान के कटोरे के रूप में जाना जाता है। मैंने खेतों में जाकर किसानों पसीना बहाते देखा है, आप सभी जानते हैं, पैसा मेहनत और पसीना बहाने से आता है।

    राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं भी गांव का रहने वाला हूं, एक किसान का बेटा हूं। मिट्टी से सोना निकालने का काम केवल किसान कर सकता है। 2014 के पहले जब हमारी सरकार नहीं आई थी, तो हम कहा करते थे कि देश का नौजवानों, किसानों का सम्मान, युवाओं का अभिमान और महिलाओं का स्वाभिमान हम लौटा कर रहेंगे। मोदी जी के नेतृत्व में इन 10 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं, किसी देश के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ है। 5 साल की कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ के लिए कुछ नहीं किया, जब चुनाव पास आने लगा तो वो जनता को बरगलाने लगी।

    मुझे पता है कि छत्तीसगढ़ की जनता जागरूक है और सत्ता परिवर्तन करके उन्होंने यह सिद्ध करके दिखाया है। अमेरिका जैसे विकसित देश में यूरिया खाद 1800 रुपए है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने उसका मूल्य नहीं बढ़ने दिया।
    उन्होंने किसानों से मोटा अनाज पैदा करने की अपील करते हुए कहा कि आप मोटा अनाज उगाइए, उन्हें खरीदने की जिम्मेदारी हमारी सरकार की है। हम आपसे मोटा अनाज खरीदकर विदेशों में एक्सपोर्ट करेंगे।महिलाओं, किसानों, मजदूरों, युवाओं सबके हित में किसी ने निर्णय लिया तो नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व ने लिया। जहां सारी उम्मीदें खत्म हो जाती हैं, वहीं से हमारे प्रधानमंत्री की गारंटी का सिलसिला शुरू होता है। अब जल्द ही हम सोलर पैनल लगाने जा रहे हैं, सौर ऊर्जा के प्रयोग को लेकर बड़ा काम कर रहे हैं।

    सिंह ने कहा, हमारे देश में किसी चीज की कमी नहीं है, आज हमारे युवा देश के भीतर ही मोबाइल बना रहे हैं, टेक्नोलॉजी के मामले में हम आगे बढ़ रहे हैं। विरोधी कहते रह गए हमने तारीख भी बता दी, मंदिर का निर्माण भी करवा दिया और प्रतिष्ठा भी करवा दी।उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं के सम्मान में हमने 33 फीसदी की आरक्षण की व्यवस्था की है। आपका जीवन स्तर सुधारने के लिए हमने योजनाएं चलाई। ज्ञान, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में हमारा भारत आगे बढ़ रहा है। उन्होंने किसान महाकुंभ में उपस्थित प्रदेश के किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि अब हमें आने वाले लोकसभा चुनाव में मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना है।

    छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किसान महाकुंभ में भारत माता और छत्तीसगढ़ के जयकारे के साथ अपने सम्बोधन की शुरुआत की। साय ने कहा कि राजनाथ सिंह ने अनेकों पदों को सुशोभित किया है,  छत्तीसगढ़ को आपका विशेष स्नेह और अनुभव का लंबे समय तक लाभ मिलता रहा है। आज छत्तीसगढ़ के सरगुजा से बस्तर तक के अन्नदाता यहां आए हैं, आप सभी को प्रणाम। भारतीय जनता पार्टी किसानों की सरकार है, आजादी के 75 सालों में से 65 साल कांग्रेस सरकार के थे, लेकिन उन्होंने किसानों के हित में कोई काम नहीं किया। उनकी उपलब्धि सिर्फ लूट-खसोट और भ्रष्टाचार रही।

    साय ने कहा, हमारी सरकार को ढाई महीने होने जा रहा है, इतने अल्प समय में ही हम कई अहम् निर्णय लेते हुए मोदी जी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं। 18 लाख से ज्यादा गरीब परिवार आवास से वंचित थे, हमने उन्हें आवास की स्वीकृति दी है। 12 लाख से ज्यादा किसानों को हमने 3716 करोड़ रुपए का दो साल का बकाया धान बोनस दिया। किसानों से किया वादा हमने पूरा किया है। प्रदेश के किसानों से हमने 3100 सौ रुपए प्रति क्विंटल और  प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान ख़रीदा है। इस साल सबसे ज्यादा 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है, जो अंतर की राशि बची हुई है, उसे आने वाले 12 मार्च को 24 लाख 72 हजार किसानों के खातों में भेजेंगे। महतारी वंदन योजना के लिए भी अब विवाहित माताओं बहनों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, कल हमारे देश के प्रधानमंत्री 72 लाख से ज्यादा पात्र विवाहित महिला हितग्राहियों के खातों में पैसे भेजेंगे।

    उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने किसान महाकुंभ को सम्बोधित करते हुए कहा कि तीन महीना पहले छत्तीसगढ़ की गली गली में एक नारा चल रहा था, अउ नई सहिबो, बदल के रहिबो और आज अबकी बार 4 सौ पार का नारा चल रहा है। छत्तीसगढ़ अब विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारी सरकार हर वर्ग के हित में प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

    उपमुख्यमंत्री  विजय शर्मा ने कहा, विष्णु देव साय सरकार पालनहारी सरकार है। यह सरकार सरल सरकार है। ऐसी सरल सरकार और पालनहारी प्रशासन देकर मोदी जी की गारंटी को गिन-गिन कर पूरे करने वाले विष्णु देव साय जी हैं। जब भाजपा की सरकार बनती है तब मेहनत और श्रम की जीत होती है। अटल बिहारी जी की भाजपा की सरकार ने ही किसानों क्रेडिट कार्ड दिया। किसानों के लिए फसल बीमा की योजना लाई। वर्तमान में  विष्णु देव साय की सरकार ने किसानों के लिए बड़े निर्णय लिए, हमने किसानों से 21 क्विंटल 31 सौ रुपए के भाव से खरीदने का निर्णय लिया, किसानों को बकाया बोनस का भुगतान किया।

    कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने किसान महाकुंभ के अपने सम्बोधन में कहा कि आज हमारे देश के यशस्वी रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह मोदी जी की गारंटी के साथ छत्तीसगढ़ की जनता और किसानों के लिए यहां आए हैं। मोदी जी की गारंटी के तहत हम अपना वादा निभा रहे हैं, हमने किसानों को 2 साल का बकाया बोनस लगभग 3700 करोड़ रुपए उनके खाते में ट्रांसफर किया। अब हम 12 मार्च को 24 लाख से ज्यादा किसानों को धान के अंतर की राशि भुगतान करेंगे।

    किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजकुमार चाहर ने छत्तीसगढ़ की धरती को प्रणाम करते हुए अपने सम्बोधन की शुरुआत की। मैं उत्तरप्रदेश से आता हूं, 22 जनवरी से जबसे वहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के करकमलों से श्री रामलला की प्राणप्रतिष्ठा हुई है,  देश और दुनिया राम नाम से राममय है। मैं जब आ रहा था तो सोच रहा था कि कुम्भ मैंने देखा है, बहुत सारी सभाएं देखीं हैं, लेकिन आज मैं छत्तीसगढ़ में किसानों का महाकुंभ देख रहा हूं। उन्होंने आगे कहा कि आज चारो तरफ देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के हित और किसानों की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया है। 65 साल कांग्रेस की सरकार रही लेकिन किसानों के हित में कोई नीति नहीं बनी। स्वामीनाथन आयोग बनाया था, लेकिन स्वामीनाथन को भारत रत्न देने का काम प्रधानमंत्री जी ने किया। मोदी की गारंटी भारत का परचम दुनिया में लहराने की गारंटी है।

    विधायक श्री किरण सिंह देव ने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। 5 साल में कांग्रेस की सरकार ने झूठे वादे और झूठ परोसकर किसानों को बहुत परेशान किया। हमने वादा किया था कि भाजपा की सरकार बनेगी तो हम किसानों की सुरक्षा और उनके हितों के लिए काम करेंगे, विधानसभा चुनाव में जनता ने अपना आशीर्वाद दिया और हमारी सरकार बनी। आज हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं। सरकार बनने के बाद जनता के हित में जो कार्य करने का वादा किया था, वह सब हम पूरा कर रहे हैं। साय सरकार अब आप सभी के सेवा में समर्पित है, आपके हित के लिए हम सतत कार्य करते रहेंगे।

    इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री द्वाय श्री अरुण साव, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, मंत्री श्री रामविचार नेताम, श्री टंक राम वर्मा, श्री श्याम बिहारी जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष श्री किरण देव सिंह, श्री धरमलाल कौशिक, श्री अजय चंद्राकर, श्री अमर अग्रवाल, श्री राजेश मूणत, श्री अनुज शर्मा, श्रीमती भावना बोहरा, श्री अमर अग्रवाल, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू उपस्थित रहे।

  • कृषि पंप कनेक्शन के साथ कैपेसिटर लगाने की अपील

    कृषि पंप कनेक्शन के साथ कैपेसिटर लगाने की अपील

     

    रायपुर। गर्मी के मौसम में धान और चने की फसल में सिंचाई के लिये एक साथ कृषि पंप चलने से लोड बढ़ गया है। यह समस्या उन क्षेत्रों में गंभीर है जहां पंप कनेक्शनों का घनत्व ज़्यादा है।

    डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक मनोज खरे ने बताया कि बेमेतरा इलाक़े में कृषि पंपों का घनत्व बहुत ज़्यादा हो गया है। प्रत्येक पंप की मोटर इंडक्टिव (क्वाइल से बना) लोड है। जब एक साथ बहुतायत में पंप चलते हैं तो पूरे सिस्टम का लोड असंतुलित होकर बहुत ज़्यादा इंडक्टिव हो जाता है और विद्युत प्रणाली का पॉवर फ़ैक्टर कम हो जाता है। ऐसी स्थिति में ट्रांसफार्मर प्रणाली पर एक तरह की छद्म लोडिंग बढ़ जाती है और वोल्टेज कम हो जाता है।

    इसके लिये ज़रूरी है कि राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप प्रयेक किसान अपने पंप पर कैपेसिटर लगाये।

    इस समस्या के समाधान के लिये छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है जैसे ट्रांसफ़ॉर्मरों की क्षमता वृद्धि, सबस्टेशनों में कैपेसिटर बैंक की स्थापना। साथ ही किसानों से अपने कृषि पंप कनेक्शन में केपिसिटर लगाने की अपील की गई है।

    दुर्ग जिले के नांदघाट क्षेत्र में ग्रामीणों व्दारा लो वोल्टेज की समस्या को लेकर जानकारी दी गई थी, जिसका निराकरण करने पॉवर कंपनी ने त्वरित प्रयास शुरू कर दिये हैं। कार्यपालक निदेशक (संचारण एवं संधारण) के नेतृत्व एक टीम आज बेमेतरा भेजी गई। टीम ने इस समस्या के निराकरण के लिये त्वरित कार्य आरंभ कर दिया है। क्षेत्र के फेल ट्रांसफ़ॉर्मर तुरंत बदले जाने की व्यवस्था की जा रही है।

    उन्होंने बताया कि बेमेतरा के नाँदघाट इलाक़े में समस्या सबसे गंभीर है। साथ ही, पहली बार, सुबह के समय शाम से ज़्यादा लोड जा रहा है।

    पॉवर कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि रबी फसल में प्रमुख रूप से धान लगाये जाने के कारण कृषि पंपों के माध्यम से खेतों में सिंचाई हेतु अधिक मात्रा में पानी के उपयोग होने से आकस्मिक रूप से विद्युत लाईनों एवं ट्रांसफार्मर पर अधिक भार आ गया है, जलस्तर नीचे जाने से पंप ज़्यादा लोड खींच रहे हैं। फलस्वरूप कुछ क्षेत्रों में लो-वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हो गई है। अतः समस्त कृषकों से आग्रह है कि अपने स्थापित पंप के स्टार्टर के समीप कैपेसीटर स्थापित करें, ताकि कुछ सीमा तक लो-वोल्टेज की समस्या का निदान हो सके एवं पंप जलने की समस्या से बचा जा सके। यह प्रमाणित तकनीकी उपाय है और इससे समस्या तत्काल काफ़ी हद तक हल हो जाएगी।

    पंप की क्षमता – केपिसिटर

    0 से 3 एचपी तक- 1 केवीएआर
    3 से 5 एचपी तक – 2 केवीएआर
    5 से 7.50 एचपी तक- 3 केवीएआर
    7.50 से 10 एचपी तक- 4 केवीएआर
    10 एचपी से 15 एचपी तक- 5 केवीएआर

  • केले की खेती से भरतलाल हुए खुशहाल, सफलता की राह पर हुए अग्रसर

    केले की खेती से भरतलाल हुए खुशहाल, सफलता की राह पर हुए अग्रसर

    जांजगीर-चांपा /

    किसान की सफलता के पीछे उसकी कड़ी मेहनत और बेहतर प्रशिक्षण के साथ ही विभागीय मार्गदर्शन भी होता है, ऐसे ही सफल किसान हैं जिन्होंने एक छोटे से प्रयास से अपनी अनुपयोगी भूमि की तस्वीर ही बदल दी है। उनके इस कार्य का अंदाजा इससे ही लगा सकते हैं कि दो साल में ही उन्होंने अपनी और अपने परिवार की दशा एवं दिशा को बदल दिया। हम बात कर रहे हैं जिले के पामगढ़ विकासखण्ड की ग्राम पंचायत चेऊडीह के रहने वाले भरतलाल दिनकर की।

    कहते है कि जमीन से सोना निकलता है लेकिन सोना ऐसे नहीं निकलता इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और ऐसा ही उदाहरण देखने मिला ग्राम चेऊहीह में रहने वाले भरतलाल दिनकर के यहां। इस किसान ने अपनी जमीन पर मेहनत कर केला की खेती शुरू की। चार साल पहले किसान भरतलाल ने गाँव में पड़ी अनुपयोगी जमीन पर खेती किसानी का विचार किया। यह विचार ऐसा था कि उनका पूरा परिवार उनके साथ खड़ा हो गया। जमीन को उपयोगी बनाने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की और इस योग्य बनाया कि उस पर केला का वृक्षारोपण किया, जिसने आज उनकी दशा और दिशा, दोनों ही बदल दी है। उनके इस प्रयास से गाँव में लगभग ढाई एकड़ की इस अनुपयोगी भूमि ने हरित चादर ओढ़ ली है और रोपे गए केले के पौधे पेड़ बन गए। प्रथम वर्ष में इन केलो की बिक्री से लगभग 1.5 लाख रुपये की आय अर्जित की और दूसरे वर्ष फिर इतना ही मुनाफा कमाने के लिए तैयार हैं। भरतलाल किसान के इस छोटे से प्रयास से जहाँ गाँव में अनुपयोगी भूमि उपयोगी बनी है। वहीं दूसरे किसान भी अपनी जमीन पर उद्यानिकी विभाग के सहयोग से कुछ बेहतर करने की योजना तैयार करने लगे हैं।
    भरतलाल बताते हैं कि केला उत्पादन के लिए उपयुक्त जलवायु के मद्देनजर जिला मुख्यालय से 26 किमी दूर चेऊडीह ग्राम पंचायत में उद्यानिकी विभाग की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना माध्यम से वर्ष 2022-23 में 2 एकड़ क्षेत्र में केला का वृक्षारोपण कार्य कराया था। इसके लिए विभाग से अनुदान के रूप में 30 हजार रूपए की राशि प्राप्त हुई थी। भरतलाल ने यह परिवार की मदद और विभाग से मिले तकनीकी मार्गदर्शन से कार्य को पूरा किया। पौधरोपण का कार्य कतार विधि से करते हुए उन्होंने किया। इसके अलावा 50 डिसमिल में मखना, 30 डिसमिल में लौकी 20 डिसमिल में करेला की खेती उनके द्वारा की जा रही है। उद्यानिकी विभाग के माध्यम से उन्हें ग्रीन नेट शेड के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है जो 25 डिसमिल में 3.55 लाख रूपए का अनुदान प्राप्त होना है। भरतलाल के इस प्रयास के बारे में और अधिक जानकारी देते हुए उद्यानिकी विभाग सहायक संचालक  रंजना माखीजा बताती हैं कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के माध्यम से भरतलाल को 30 हजार रूपए का अनुदान केला की खेती करने के लिए दिया गया। जिससे उन्होंने केला की खेती करते हुए मुनाफा कमाया। अब उनके द्वारा 25 डिसमिल में ग्रीन नेट हाउस निर्माण किया  जा रहा है, जिसकी कुल लागत 7.10 लाख है, इसमें विभाग की ओर से 3.55 से अनुदान दिया जाएगा।

  • नेशनल हॉर्टिकल्चर फेयर 2024 में छत्तीसगढ़ के किसानों ने सीखे उन्नत उद्यानिकी के गुर

    नेशनल हॉर्टिकल्चर फेयर 2024 में छत्तीसगढ़ के किसानों ने सीखे उन्नत उद्यानिकी के गुर

    रायपुर /

    कर्नाटक की राजधानी बैंगलुरू में आयोजित नेशनल हॉर्टिकल्चर फेयर में छत्तीसगढ़ के किसानों ने हॉर्टिकल्चर के उन्नत तकनीक के गुर सीखे। विगत फरवरी माह में हुए इस आयोजन में बेमेतरा, कबीरधाम, राजनांदगांव, कोरबा, मुंगेली, खैरागढ़, सरगुजा, बालोद और दुर्ग जिले के 98 किसानों और तकनीकी सहायकों ने हिस्सा लिया।

    बैंगलुरू में आयोजित नेशनल हॉर्टिकल्चर फेयर में देश के विभिन्न राज्यों के शासकीय उद्यानिकी विभागों के साथ-साथ उद्यानिकी से जुडे स्टेक होल्डर्स, उद्योग, अनुसंधान आदि द्वारा स्टॉल लगाकर उद्यानिकी के उन्नत एवं नवीन तकनीकों का प्रदर्शन किया गया। इस मेले में बागवानी से जुड़े कई विषयों पर कार्यशाला आयोजित की गई जैसे संरक्षित खेती, मृदारहित खेती-कोकोफोनिक्स और हाइड्रोफोनिक्स, मूल्य संवर्धन एवं अपशिष्ट उपयोग आदि। साथ ही बागवानी की पुष्प एवं फल प्रदर्शनी भी लगाई गई। यह मेला कृषि प्रौद्योगिकी सूचना केन्द्र (आई.सी.ए.आर.)-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (आई.आई.एच.आर.), बैंगलुरू के द्वारा आयोजित किया गया था।

    गौरतलब है कि आई.सी.ए.आर.के तहत आई.आई.एच.आर. बेंगलुरु एक शीर्ष संस्थान है जो सफल बागवानी हेतु नित नए तकनीक विकसित करता है। इन्ही अत्याधुनिक तकनीकों से उद्यानिकी किसानों को अवगत कराने हेतु संस्थान द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय स्तर पर मेला आयोजित किया जाता है जिसमे कार्यशाला के माध्यम से कृषकों को प्रशिक्षित किया जाता है। साथ ही बागवानी की जीवंत प्रदर्शनी लगाकर सफल बागवानी के गुर सिखाए जाते है।