Category: एजुकेशन न्यूज़

  • लक्ष्य निर्धारित कर अपनी सीमा न बांधे विद्यार्थी -अरुण साव

    लक्ष्य निर्धारित कर अपनी सीमा न बांधे विद्यार्थी -अरुण साव

      रायपुर ।

    उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज रायपुर के धनेली स्थित रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में  सदगुरू प्राकट्य महोत्सव और स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों और इंडो-नेपाल यूथ गेम्स में पदक जीतने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया।उप मुख्यमंत्री  साव ने कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय ने छत्तीसगढ़ और भारत में पिछले सात वर्षों में अपनी अलग पहचान बनाई है। यह विश्वविद्यालय शिक्षा और रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों के साथ ही संस्कार और आध्यात्म से भी जुड़ा है। यहां विदेशों से भी विद्यार्थी अध्ययन के लिए आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राचीन समय से ही भारत पूरी दुनिया को देते आया है। चिकित्सा, विज्ञान, वेद, आध्यात्म जैसी चीजें भारत ने दुनिया को दी हैं। हमारी संस्कृति और कल्पना इतनी व्यापक है कि श्वसुधैव कुटुंबकमश् को अपनाते हुए हम पूरी दुनिया को अपना परिवार मानते हैं।

        उप मुख्यमंत्री साव ने कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश बीते दस वर्षों में विश्व गुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ा है। मजबूत भारत के निर्माण की नींव इन दस वर्षों में रखी गई है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन के लिए कोई लक्ष्य निर्धारित कर अपने लिए सीमा मत बांधिए। आप अपने विषय और अपने क्षेत्र में समर्पण और निष्ठा से काम करें। एक दिन आप शिखर पर होंगे। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया कि अपने क्षेत्र में कड़ी मेहनत और लगन से आप भी शीर्ष पर पहुंच सकते हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. सिंह ने भी समारोह को संबोधित किया। प्रति-कुलाधिपति  हर्ष वर्धन ने समारोह में स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। कुल सचिव डॉ. सौरभ कुमार शर्मा ने विश्वविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन पढ़ा। विश्वविद्यालय के डीन (एकेडमिक्स) सहित सभी प्राध्यापक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी कार्यक्रम में मौजूद थे।

  • राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव : जब मुख्यमंत्री से मिली साइकिल तो छात्राओं ने सामूहिक रूप से घंटी बजाकर जताया उत्साह

    राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव : जब मुख्यमंत्री से मिली साइकिल तो छात्राओं ने सामूहिक रूप से घंटी बजाकर जताया उत्साह

    रायपुर ।

    जशपुर जिले के ग्राम बगिया में आयोजित राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर आज यहां छात्र छात्राओं के लिए खुशियों भरा दिन रहा। जहां एक ओर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के मुखिया और जशपुर के माटी पुत्र मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय कार्यक्रम में शामिल हुए। वही दूसरी तरफ शाला प्रवेशोत्सव में नव प्रवेशी बच्चों के अभिनंदन के साथ उन्हें उपहार देने के साथ ही मुख्यमंत्री  साय ने 9 वीं कक्षा में प्रवेशित छात्राओं को निःशुल्क साइकिल का वितरण किया। छात्राओं ने साइकिल मिलने की खुशी सामूहिक रूप से साइकिल की घंटी बजाकर जाहिर की और मुख्यमंत्री साय का आभार जताया।
    इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी छात्राओं को अच्छे से पढ़ाई कर बेहतर परिणाम के साथ अपने माता-पिता और बगिया सहित प्रदेश का नाम रोशन करने की बात कहते हुए उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी, रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद  राधेश्याम राठिया, विधायक जशपुर  रायमुनी भगत, विधायक पत्थलगांव गोमती साय, विधायक आरंग गुरु खुशवंत साहेब, जिला पंचायत अध्यक्ष जशपुर  शांति भगत, उपाध्यक्ष उपेन्द्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
    9 वीं की छात्राओं को निःशुल्क साईकिल वितरण
    गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निःशुल्क साइकिल वितरण योजना से छात्राओं को मुफ्त साइकिल प्रदान की जाती हैं। इस योजना के तहत शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाली कक्षा 9 वीं की छात्राओं को निशुल्क साइकिल प्रदान की जा रही है, ताकि संसाधनों के अभाव में और दूरी के कारण छात्राएं अपनी पढ़ाई बीच में ना छोड़े।
    साइकिल मिलने से उत्साहित छात्राओं ने कहा स्कूल आने जाने में होगी सहूलियत
    साइकिल मिलने पर छात्राओं के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। छात्राओं का कहना है कि निःशुल्क साइकिल मिलने की उन्हें काफी खुशी है और अब उन्हें अपने स्कूल तक आने-जाने में सहूलियत होगी। वे जल्दी स्कूल पहुंच सकेंगी, जिससे उनके समय की बचत होगी, साथ ही पढ़ाई पर उनका फोकस और मजबूत होगा।

  • पुलिस परिवार के बच्चों को स्कूल आने जाने के लिए मिली बस की सुविधा

    पुलिस परिवार के बच्चों को स्कूल आने जाने के लिए मिली बस की सुविधा

    रायपुर ।

     ये आपके पापा के बॉस है और इन्हीं के प्रयासों से आप सभी को स्कूल बस मिला है। आप सभी अब आराम से और सुरक्षित ढंग से स्कूल आ जा सकेंगे। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने आज पुलिस परिवार के स्कूली बच्चों से चर्चा के दौरान गृहमंत्री का परिचय कराते हुए ये बातें कहीं। सभी बच्चों ने बस मिलने की खुशी में ताली बजाकर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को थैंक यू कहा। मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि आप सभी अच्छे से पढ़ाई करें और खूब तरक्की करें।  दरअसल आज राजधानी रायपुर के अमलीडीह स्थित पुलिस कॉलोनी में रहने वाले पुलिस परिवार के बच्चों को उनकी स्कूल बस मिल गई। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय और गृहमंत्री  विजय शर्मा ने मुख्यमंत्री निवास परिसर में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस परिवार की नन्हीं छात्रा मारिया भतपहरी को बस की चाबी सौंपी। उन्होंने पुलिस परिवार के सदस्यों के साथ विधिवत पूजा अर्चना कर बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

    इस मौके पर मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने कहा कि यह बड़ी अच्छी पहल है। बच्चों की परेशानी दूर हुई है और अब बच्चे सुरक्षित स्कूल आ जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पुलिस के जवान बड़ी मुस्तैदी के साथ 24 घंटे सातों दिन अपनी सेवाएं देते हैं। इस पहल से निश्चित रूप से उनकी चिंता दूर हुई होगी। यह बस सीएसआर मद से बच्चों के लिए उपलब्ध करायी गई है। मैं अन्य औद्योगिक संस्थानों से भी आग्रह करूंगा कि वे अपने सीएसआर मद से ऐसे कार्यों में सहयोग करें और इसे बढ़ावा दें।  इसके बाद मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने पुलिस परिवार के बच्चों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने बस के संचालन सहित पुलिस आवासीय कॉलोनी की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। पुलिस परिवार के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द आप लोगों से मिलने और चाय के साथ ठेठरी- खुरमी भी खाने आऊंगा।

                गौरतलब है कि पुलिस कॉलोनी आवासीय समिति अमलीडीह, रायपुर द्वारा उपमुख्यमंत्री  विजय शर्मा को पत्र लिखकर स्कूली बच्चों के लिए बस उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया था। उपमुख्यमंत्री  विजय शर्मा ने आग्रह को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृहमंत्री ने तत्काल अंबुजा सीमेंट के प्रतिनिधि को सीएसआर मद से बस उपलब्ध कराने को कहा। इसी कड़ी में आज पुलिस परिवार के बच्चों के लिए 52 सीटर एसी बस उपलब्ध कराई गई है। जिसे मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने आज हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस पहल से पुलिस परिवार के लगभग 150 से अधिक बच्चें सुरक्षित स्कूल आ जा सकेंगे।इस मौके पर अंबुजा सीमेंट के प्रतिनिधि, पुलिस परिवार के सदस्य और स्कूली बच्चे मौजूद रहे।

  • उप मुख्यमंत्री अरुण साव शाला प्रवेशोत्सव में हुए शामिल

    उप मुख्यमंत्री अरुण साव शाला प्रवेशोत्सव में हुए शामिल

    रायपुर। 

    उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के ग्राम गोड़खाम्ही में विकासखंड स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने नए शिक्षा सत्र के शुभारंभ पर शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने नव प्रवेशित विद्यार्थियों को गणवेश और पाठ्य पुस्तक वितरित किए। साव ने कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले, राष्ट्रीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता और स्काउट-गाइड एडवेंचर मनाली में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने अपनी विधायक निधि से विद्यालय परिसर में शेड निर्माण के लिए दस लाख रूपए देने की घोषणा की। साव ने स्कूल परिसर में आम का पौधा लगाकर पर्यावरण को हरा-भरा रखने वृक्षारोपण करने का संदेश दिया।

    उप मुख्यमंत्री  अरुण साव ने गोड़खाम्ही के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित विकासखंड स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जीवन की सफलता का पहला राज अनुशासन है। सभी विद्यार्थी पूरी लगन और मेहनत के साथ अनुशासित होकर समर्पण भाव से पढ़ाई करें। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाला विद्यार्थी जितनी मेहनत करता है, उतनी ही मेहनत सभी विद्यार्थियों को करना चाहिए। स्कूल से ही हमारी नींव का निर्माण होता है। उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ स्वस्थ रहने के लिए खेलों में भी सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया।

    उप मुख्यमंत्री  साव ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि जिस तरह भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने एक छोटी सी जगह से देश के राष्ट्रपति तक का सफर तय किया। उसी तरह हर विद्यार्थी को अपने लक्ष्य के अंतिम छोर तक पहुंचने का प्रयास करना चाहिए। आप जिस क्षेत्र में भी जाएं, उसमें अपना शत-प्रतिशत दें। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। स्थानीय जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक भी इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद थे।

  • पढ़ाई की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें: मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय

    पढ़ाई की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

    रायपुर। 

    मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि शिक्षा उन्नति का मूल मंत्र है। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए। यह सुनिश्चित करें कि स्कूलों में अनुशासन बना रहे। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मैदानी स्तर पर जाकर स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर भी हर माह दो से तीन स्कूलों का दौरा कर वहां निरीक्षण करें।मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन और पारदर्शी प्रशासन हमारा लक्ष्य है। राज्य सरकार का यह प्रयास होगा कि बच्चों को स्कूल का बेहतर भवन मिले और वहां पढ़ाई-लिखाई की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री ने स्कूलों के जीर्णोद्धार कार्य की धीमी गति पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि जर्जर स्कूलों के जीर्णाेंद्धार के काम में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर स्कूल भवनों की सुदृढ़ता की स्वंय मानिटरिंग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जर्जर स्कूलों के जीर्णाेंद्धार के लिए प्रारंभ की गई स्कूल जतन योजना के तहत जीर्णाेंद्धार कार्याें की जांच की जाए तथा स्कूल जतन योजना में आबंटित राशि का उपयोग कर कार्यों को पूरा किया जाए। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने शिक्षकों और शालाओं के युक्ति-युक्तकरण के लिए प्रस्ताव अगले कैबिनेट की बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे शालाओं में शिक्षकों की कमी दूर करने में मदद मिलेगी। बैठक में मुख्यमंत्री के सचिव  राहुल भगत और डॉ. बसवराजू एस., स्कूल शिक्षा सचिव  सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी भी उपस्थित थे।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ लगाने का आव्हान किया है। बारिश के मौसम में ऐसे स्कूल जहां चार दीवारी हो, वहां बच्चों से पेड़ लगवाए जाएं। बच्चे ही पेड़ों की देखभाल करें। नीम, गुलमोहर, करंज आदि प्रजातियों के पेड़ लगाए जाएं।मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि शिक्षकों को रोटेशन के आधार पर प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण नीति तैयार की जाए, ताकि सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण प्राप्त हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों से बच्चों के पालकों को भी जोड़ा जाए। छत्तीसगढ़ के शासकीय स्कूलों में इस वर्ष पहली बार 6 अगस्त को प्रदेशव्यापी मेगा-पीटीएम आयोजित किया जा रहा है।

    आरटीई के तहत ड्राप आउट रोकने मेंटॉर होंगे नियुक्त
    छत्तीसगढ़ में आरटीई के तहत गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय विद्यालयों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के ड्राप आउट पर अंकुश लगाने के लिए जिलेवार अधिकारियों को मेंटॉर के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इस संबंध में स्कूल शिक्षा सचिव ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा है। मेंटॉर के रूप में नियुक्त अधिकारी आरटीई के तहत चयनित विद्यार्थियों का प्रवेश सुनिश्चित करेंगे। बच्चों को यदि कोई समस्या आती है तो उनके पालकों, शाला प्रबंधन और प्रशासन से मिलकर उसका समाधान करेंगे और पढ़ाई जारी रखने के लिए बच्चों और उनके पालकों को प्रोत्साहित करेंगे।

    व्यावसायिक शिक्षा: बच्चों की स्किलिंग उद्योगों की जरूरत के मुताबिक हो
    मुख्यमंत्री ने स्कूलों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम को बेहतर गुणवत्ता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उद्योगों की जरूरत के मुताबिक बच्चों की स्किलिंग इस पाठ्यक्रम के माध्यम से हो, ताकि बारहवीं पास करने के बाद उन्हें वर्तमान और नए लगने वाले उद्योगों में आसानी से रोजगार के अवसर मिल सके। बच्चों को इसकी फिल्ड ट्रेनिंग भी दी जाए। गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत कक्षा 6 से व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
    बैठक में जानकारी दी गई कि छत्तीसगढ़ में छात्र-शिक्षक अनुपात राष्ट्रीय स्तर से बेहतर है। राष्ट्रीय स्तर पर 26 बच्चों पर एक शिक्षक है, जबकि छत्तीसगढ़ में छात्र-शिक्षक अनुपात 21.84 है। बालवाड़ी के संबंध में जानकारी दी गई कि 5 से 6 आयु वर्ग के बच्चों के लिए प्रदेश में 9,438 बालवाड़ियां संचालित है। इस वर्ष 1132 बालवाड़ी प्रारंभ की जानी है। पीएम योजना की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि प्रथम चरण में प्रदेश में यह योजना 211 स्कूलों में प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत प्रत्येक विकासखण्ड तथा नगरीय निकायों से एक-एक स्कूल का चयन कर उसे मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना में 198 स्कूलों में इस योजना को प्रारंभ करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। स्कूलों में बेहतर अधोसंरचना के साथ किचन-गार्डन, एआई रोबोटिक्स, आईसीटी लैब की सुविधा के साथ ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि इस बार अधिकांश स्कूलों में समर कैम्प का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों और शिक्षकों ने उत्साह से भाग लिया।

    विद्या समीक्षा केन्द्र के संबंध में बैठक में बताया गया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित हितग्राहीमूलक योजनाओं की मॉनिटरिंग हेतु विद्या समीक्षा केन्द्र बनाया गया है। चरणबद्ध रूप से विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की उपस्थिति की ऑनलाईन मॉनिटरिंग, विद्यार्थियों के मूल्यांकन, मध्यान्ह भोजन योजना, शिक्षकों की पदोन्नति-स्थानांतरण, अवकाश आदि की मॉनिटरिंग की जाएगी। डाटा विश्लेषण हेतु सॉफ्टवेयर तैयार करने के लिए आईआईटी भिलाई के साथ एमओयू किया गया है। बैठक में प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा  संजीव झा, संचालक लोक शिक्षण  दिव्या उमेश मिश्रा, संचालक एससीईआरटी राजेन्द्र कटारा, पाठ्यपुस्तक निगम के संचालक कुलदीप शर्मा भी उपस्थित थे।

  • फ्लैगशिप योजनाओं की जानकारी लेने बलौदाबाजार कलेक्टर पहुंचे गांव

    फ्लैगशिप योजनाओं की जानकारी लेने बलौदाबाजार कलेक्टर पहुंचे गांव

    रायपुर ।

    बलौदाबाजार- भाटापारा जिले में फ्लैगशिप योजनाओं की जानकारी लेने कलेक्टर दीपक सोनी ने गांवों का दौरा किया है। इस दौरान उन्होनें सिमगा विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम पंचायत ढेकुना के आश्रित ग्राम विश्रामपुर तथा ग्राम अडबंधा,दामाखेड़ा एवं सिमगा नगर में संचालित सहकारी सोसायटी,राशन दुकान,स्कूल भवन,पंचायत भवन का निरीक्षण,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों से मुलाकात, जल जीवन मिशन,स्वच्छ भारत मिशन सहित अन्य विभिन्न निर्माण कार्याें का जायजा लिया।ग्राम पंचायत ढेकुना अंतर्गत ग्राम विश्रामपुर स्थित सहकारी सोसायटी में उपस्थित किसानों और आम ग्रामीणों से मुलाकत कर खाद बीज की उपलब्धता,समय ऋण मिलने के बारे में जानकारी हासिल किए,जिस पर ग्रामीणों ने सरना बीज की कमी के बारे में शिकायत दर्ज कराया। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए सोनी ने किसानों की समस्या का तत्काल निराकरण करते हुए कसडोल से बीज मंगाकर उपलब्ध कराने के निर्देश संबधित अधिकारियों को दिए है।

     इसी तरह ग्राम पंचायत दामाखेड़ा में आजीविका मिशन के तहत बिहान समूह से जुड़ी महिला स्व सहायता समूह के द्वारा संचालित गतिविधियों का अवलोकन करते हुए स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित गतिविधियों से जुड़कर जीवन मे आए सकारात्मक बदलाव के सम्बंध में जानकारी हासिल की। महिलाओं ने सोनी को बताया कि बिहान से जुड़कर उनकी आर्थिक स्थित में काफी सुधार आया है।दामाखेड़ा में अन्नपूर्णा स्व सहायता समूह समिति द्वारा अगरबत्ती निर्माण,अन्य समूह द्वारा केक निर्माण एवं ग्राम अडबंधा में समूह द्वारा मछली पालन, बकरी पालन किया जा रहा है। सोनी ने स्व सहायता समूह के कामकाज की प्रशंसा करते हुए पूरे जिले के लिए रोल मॉडल बताया। इस मौके पर अडबंधा में महिला स्व सहायता के समूह द्वारा बकरी शेड की मांग की गई। जिस पर कलेक्टर ने बकरी शेड स्वीकृत करने के निर्देश जिला पंचायत सीईओ को दिए है। साथ ही उन्होंने मनरेगा के तहत हुए कार्याे पर सतुष्टि जताते हुए प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उक्त तालाब में बहुत अच्छे तरीके से मछली पालन सहित अन्य रोजगार मुलक कार्य भी किए जा सकतें है।सोनी ने इसके लिए उपस्थित महिला स्व सहायता समूह के सदस्यो से चर्चा कर जायजा लिया।

    प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण

    कलेक्टर ने ग्राम अडबंधा के प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से लाभान्वित हितग्राहियों के घर पहुंचकर निर्मित मकान का अवलोकन किया। इस दौरान मकान मालिक एवं उनके परिवार के सदस्यों ने पक्का मकान बनने से जीवन में हुए बदलाव के बारे में अपने विचार साझा किए। इसके साथ ही ग्राम में जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी प्रकट किया। इसके साथ ही पाइप बिछाने के लिए सीसी रोड के बीचो-बीच गढ्ढा करने पर भी नाराजगी व्यक्त करते हुए सुधार के महत्वपूर्ण निर्देश अधिकारियों को दिए है।

    नवप्रवेशी स्कूली बच्चों से की मुलाकात, पहाड़ा पूछकर बच्चों का किया उत्साहवर्धन

    कलेक्टर दीपक सोनी ने ग्राम अडबंधा के ही प्राथमिक शाला में पहुंचकर पहली कक्षा के नवप्रवेशी स्कूली बच्चों से मुलाकात की। कक्षा 5 वी के बच्चों को सोनी ने पहाड़ा, जोड़ घटाना पूछकर एवं सवाल जवाब कर उनका उत्साहवर्धन किया। पहाड़ा पूछने पर बच्चों ने कलेक्टर को पूरा पहाड़ा पढ़कर सुनाया जिस पर कलेक्टर ने बच्चों को टॉफी भी भेंट की। साथ ही कलेक्टर ने बड़े होकर क्या बनने का प्रश्न किया। जिस पर बच्चों ने डॉक्टर,इंजीनियर और पुलिस बनने की बात की।कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति पंजी एवं मध्याह्न भोजन सहित शिक्षा की गुणवत्ता को भी परखा। इस दौरान ग्रामीणों ने स्कूल के लिए अतिरिक्त भवन को मांग की जिस पर कलेक्टर ने शीघ्र ही कार्रवाई कर निराकरण का आश्वासन दिए है।

    समाधि स्थल का दर्शन कर लिया आशीर्वाद

    पहली बार दामाखेड़ा पहुंचे नवपदस्थ कलेक्टर दीपक सोनी ने समाधि स्थल मंदिर  पहुंचकर दर्शन लाभ लिए। इस दौरान सदगुरु कबीर धर्मदास साहब वंशावली प्रतिनिधि सभा के सदस्यो ने  सोनी को संत कबीर दास जी के गुरुवंश परंपरा, इतिहास एवं स्थान के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।जिस पर कलेक्टर  सोनी ने पुरानी बाते साझा करते हुए बताया की मुझे यूपीएससी के इंटरव्यू में कबीर के बारे में पूछा गया था।उस समय ही मैं दामाखेड़ा के बारे में पढ़ा था आज मेरा सौभाग्य है की मुझे दामाखेड़ा आने का मौका मिला। साथ ही इस दौरान  सदगुरु कबीर धर्मदास साहब वंशावली प्रतिनिधि सभा के सदस्यो ने पहली बार कलेक्टर के दामाखेड़ा आने पर उन्हें  फल,साल एवं किताब भेंटकर सम्मान किया।

  • जिंदगी में परिवर्तन लाने के लिए सबसे सहज एवं सरल माध्यम है शिक्षा: वित्त मंत्रीओ.पी. चौधरी

    जिंदगी में परिवर्तन लाने के लिए सबसे सहज एवं सरल माध्यम है शिक्षा: वित्त मंत्रीओ.पी. चौधरी

    रायपुर।

    वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी के मुख्य आतिथ्य में आज शासकीय अंग्रेजी माध्यम नटवर स्कूल, रायगढ़ में जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन हुआ। इस अवसर पर वित्त मंत्री  चौधरी ने नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर उनका स्वागत करते हुए उन्हें निःशुल्क गणवेश व पाठ्य पुस्तक भी प्रदान किए। इस दौरान यहां न्यौता भोज का भी आयोजन हुआ, जिसमें वित्त मंत्री  चौधरी ने बच्चों के साथ बैठकर भोजन भी ग्रहण किए।शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर वित्त मंत्री  ओ.पी. चौधरी ने बच्चों से कहा कि आप अपने जीवन के बहुत महत्वपूर्ण साल की शुरुआत कर रहे हैं। यह शाला प्रवेश उत्सव नटवर स्कूल में मनाया जा रहा है, जो हम सबके लिए एक गौरव और भावुकता का समय है। आज मंच में बैठे कई लोग इस स्कूल से पढ़े हैं और मैं बताना चाहता हूं कि मेरे पिताजी एवं चाचा भी इसी स्कूल से पढ़े हैं। ऐसे ही सबकी यादें इस स्कूल से जुड़ी हुई हैं, यह सब के लिए गर्व का विषय है। वित्त मंत्री  चौधरी ने कहा कि अगर आप अपने जिंदगी में परिवर्तन लाना चाहते हैं जिससे आपके माता-पिता को सारी सुख-सुविधा एवं मान-सम्मान मिले तो इसका सबसे सहज एवं सरल माध्यम शिक्षा है।

    वित्त मंत्री  चौधरी ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से सारी सुख सुविधा मान सम्मान प्राप्त कर सकते हैं। यह आपको इस उम्र में समझने की आवश्यकता है। मैं स्वयं छोटे से गांव बायंग का निवासी हूं मेरे दादा किसान थे, मेरी मां कम पढ़ी-लिखी है लेकिन उन्होंने मेरी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज आप सभी अच्छे स्कूल और शिक्षकों के बीच पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि हमारे समय में ना तो अच्छे स्कूल थे और न ही पूरे विषयों के शिक्षक। उन्होंने स्कूली पढ़ाई से लेकर आईएएस बनने तक के सफर को साझा करते हुए कहा कि आपके जिले के बायंग गांव का व्यक्ति विभिन्न परिस्थितियों के बाद भी कलेक्टर बन सकता है तो आप हमसे बेहतर जगह पर जा सकते हैं। मन में दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन एवं अपने आप पर भरोसा रखें, दुनिया की कोई भी ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती।  वित्त मंत्री चौधरी ने कहा कि भारत तेजी से बदलते हुए विकसित राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है।  इसमें बहुत सारे लोगों को अवसर मिलेगा। हम अपने आप को उस अवसर को लेने के लिए कितना तैयार कर पाते हैं, यह आप पर निर्भर करता है। शासकीय नौकरियों के अलावा अन्य संभावनाएं भी हैं, उसको भी आप को समझना होगा। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चों के अंदर व्यक्तित्व, आत्मविश्वास, धैर्य का विकास करें तभी वे कठिन से कठिन लक्ष्य पा सकते हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों को कहा कि बच्चों को बेहतर मार्गदर्शन दें। शिक्षकों के हाथ में बच्चों का भविष्य होता है आप उनको संवार सकते हैं सभी प्रतिबद्ध होकर कार्य करें।

    जिला पंचायत अध्यक्ष  निराकार पटेल ने नटवर स्कूल में आयोजित शाला प्रवेश उत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय में नटवर स्कूल में प्रवेश के लिए लाइन लगी रहती थी और आप सभी सौभाग्यशाली हैं, यहां आपका प्रवेश हो रहा है। आप सभी दृढ़ निश्चय के साथ मेहनत करें और नटवर स्कूल के साथ ही जिले का नाम रोशन करें।कलेक्टर  कार्तिकेया गोयल ने जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव को संबोधित करते हुए बच्चों से कहा कि सभी बच्चे अच्छे से पढ़ाई करें। उन्होंने कहा कि हमें एक विद्यार्थी की तरह वित्त मंत्री  ओ.पी. चौधरी से प्रेरणा लेनी चाहिए, जो आज हमारे बीच उपस्थित हैं जो कभी शाला प्रवेश उत्सव में रहे होंगे। उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से एक रास्ता चुना और उस मुकाम पर पहुंचे। यह हमारे लिए प्रेरणा स्रोत है। विद्यार्थियों के लिए टीचर एक मार्गदर्शक की भूमिका में होता है। बच्चे उनसे जुड़े रहें, उनकी बातों का अनुसरण करें। उन्होंने सभी को मन लगाकर पढऩे और प्रदेश देश के साथ विदेश में नाम रोशन करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर श्गरूपाल भल्ला,   मुकेश जैन,  कांत सोमावार,   सुभाष पाण्डेय,   विवेक रंजन सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम  पूनम सोलंकी, शोभा शर्मा,   दीबेश सोलंकी,  पंकज कंकरवाल,   मुक्तिनाथ बबुआ,   नरेश गोरख,  डिग्री लाल साहू,  सूरज शर्मा, संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर   आर.पी.आदित्य, सहायक संचालक शिक्षा संभाग  प्रशांत राय,  डी.के.वर्मा,  जी.आर.जाटवर,  मनोज अग्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी बी.बाखला,   नरेन्द्र चौधरी,   के.के.स्वर्णकार,  जे.के.राठौर,   भूनेश्वर पटेल,  आलोक स्वर्णकार,  तरसिला एक्का उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंच संचालन प्राचार्य  राजेश डेनियल ने किया।

    प्रतिभाशाली बच्चे हुए पुरस्कृत

    जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर प्रतिभाशाली बच्चों को सर्टिफिकेट, मोमेन्टो एवं बुक प्रदान कर सम्मानित किया गया। जिसमें प्रतिमा महंत, रमेश सिंग, खुशवेन्द्र टंडन, तेजस्वनी निषाद, रौनक चौधरी, निशि मिश्रा, गरिमा पटेल, तौफेल अंसारी, राखी पटेल एवं रितिका महंत शामिल थे।

    बच्चों ने सीखे डायरिया नियंत्रण के उपाय

    जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में डायरिया नियंत्रण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों को डायरिया नियंत्रण के विधियों की जानकारी दी गई। इस दौरान विभाग द्वारा ओआरएस घोल निर्माण की जानकारी के साथ ही हैंड वॉश करने के तरीके का प्रदर्शन किया गया, ताकि डायरिया को नियंत्रण कर सके। इस दौरान वित्त मंत्री   ओ.पी.चौधरी ने स्टॉप डायरिया कैंपेन वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

  • महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े शाला प्रवेश उत्सव में हुई शामिल

    महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े शाला प्रवेश उत्सव में हुई शामिल

    रायपुर ।

    शाला प्रवेश उत्सव के प्रथम दिवस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री  लक्ष्मी राजवाड़े ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने सूरजपुर जिले के अपने गृह ग्राम बीरपुर के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में बच्चों के साथ शाला प्रवेश उत्सव मनाया। जहां उन्होंने स्कूल के बच्चों का तिलक लगाकर और उन्हें मिठाई खिलायी और उनका हाथ पकड़कर उनकी कक्षा में प्रवेश दिलायी। उन्होंने बच्चों को पाठ्य पुस्तकों के साथ-साथ शाला गणवेश का वितरण भी की।  राजवाड़े ने नव प्रवेशी विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

    सूरजपुर जिले के सभी 2085 शासकीय स्कूल खुल गए। जिनमें विभिन्न चरणों में शाला प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने सारी तैयारियां सुनिश्चित करते हुए विभिन्न चरणों में शाला प्रवेश उत्सव मनाना सुनिश्चित किया है। शाला प्रवेश उत्सव के अंतर्गत आज शासकीय प्राथमिक शाला माझापरा, शासकीय प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला सुंदरपुर इत्यादि में पूरे हर्षाेल्लास के साथ विद्यार्थियों, शिक्षकों व प्रतिनिधियों की उपस्थिति में शाला प्रवेश उत्सव मनाया गया।शाला प्रवेश उत्सव के तहत 27 जून को सूरजपुर ऑडिटोरियम में जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन भी किया जाएगा है। जिसमें विद्यार्थियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधि व अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहेंगे।

  • बच्चों को शिक्षा और संस्कार से करें परिपूर्ण – मंत्री वर्मा

    बच्चों को शिक्षा और संस्कार से करें परिपूर्ण – मंत्री वर्मा

    रायपुर ।
    राजस्व मंत्री  टंकराम वर्मा आज जिला मुख्यालय बलौदाबाजार स्थित स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट एमडीव्ही  विद्यालय में आयोजित  जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्स्व में बतौर मुख्य  अतिथि शामिल हुए।  इस अवसर पर  वर्मा ने मुख्यमंत्री क़े सन्देश का वाचन किया और नव प्रवेशित नन्हे मुन्ने बच्चों का  तिलक लगाकर एवं मुंह मीठा कराकर अभिनन्दन किया गया तथा निःशुल्क  गणवेश एवं पाठ्य पुस्तको का वितरण किया गया।
    राजस्व मंत्री   वर्मा ने नव प्रवेशित बच्चों एवं शाला परिवार को नए शिक्षा सत्र की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा रुपी अस्त्र से कोई भी लड़ाई जीता जा सकता है।  जीवन में आगे बढ़ने और सफलता के लिए  शिक्षा जरूरी है। बच्चों को शिक्षा व संस्कार देकर एक कर्तव्यनिष्ट व्यक्ति बनाना शिक्षकों की जिम्मेदारी है। शिक्षकों को अपनी इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करना होगा। उन्होंने कहा कि बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ खेल कूद, कला -संस्कृति में भी आगे बढ़े। स्कूल जाने में कोताही बिलकुल भी ना करें। पालक भी बच्चों क़े पढ़ाई क़े महत्व को समझें और स्कूल नियमित रूप से भेजें। उन्होंने कहा कि आज जो उत्साह यहां दिख रहा है वह उत्साह पूरे साल भर बनी रहे। इस अवसर पर मंत्री  वर्मा ने शिक्षा सत्र 2023-24 में कक्षा 12 वीं एवं 10 वीं क़े बोर्ड परीक्षा की प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त बलौदाबाजार विधान सभा क़े विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और 10 -10 हजार रुपये देने की घोषणा क़ी।
    कलेक्टर  दीपक सोनी ने कहा कि 26 जून से जिले क़े स्कूलों में नया शिक्षा सत्र प्रारम्भ हो रहा है। जिले क़े स्कूलों में शाला प्रवेश उत्साह क़े साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में लागू नई शिक्षा नीति का पालन करते हुए बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने विभागीय अमलों एवं पालकों से सहयोग क़ी अपील क़ी। कार्यक्रम को नगर पालिका अध्यक्ष श्री चित्तावर जायसवाल ने भी सम्बोधित किया।

    इन बच्चों को किया गया सम्मानित
    कार्यक्रम के दौरान शिक्षा सत्र 2023-24 में कक्षा 12 वीं एवं 10 वीं बोर्ड परीक्षा की प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें कक्षा 12 वीं के कोपल अम्बष्ट, प्रीति यादव, डॉली पटेल एवं अदिति साहू तथा कक्षा 10 वीं के निधि साहू शामिल हैं। इस अवसर पर सरस्वती सायकल  योजना अंतर्गत स्कूली छात्राओं को निःशुल्क सायकल वितरण किया गया तथा संस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले छात्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
    कार्यक्रम में पूर्व संसदीय  सचिव डॉ सनम जांगड़े,जिला पंचायत उपाध्यक्ष   सरिता ठाकुर, जनपद अध्यक्ष  सुमन वर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष   लक्ष्मी वर्मा,   विजय केशरवानी,   नरेश केशरवानी सहित जनप्रतिनिधि, शिक्षक, पालक एवं बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

  • पीएम श्री शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला सिरसिदा में नेवता भोज के साथ मनाया गया प्रवेश उत्सव

    पीएम श्री शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला सिरसिदा में नेवता भोज के साथ मनाया गया प्रवेश उत्सव

    बालोद।

    आज पीएम श्री शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला सिरसिदा में नेवता भोज के साथ मनाया गया प्रवेश उत्सव स्कूलों में शाला प्रवेशोत्सव मनाते हुए भव्य स्वागत किया किया गया. ड्रेस और किताब के साथ ही कापी पेन खीर पुडी लडडू भी बांटा गया. समर वोकेशन के बाद 26 जून यानि आज से नया शिक्षा सत्र शुरू हो गया है । स्कूलों में 26 जून से लेकर 15 जुलाई तक शाला प्रवोशोत्शव मनाया जाएगा. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अफसर स्कूलों में पहुंचे छात्र छात्राओं का हौसला भी बढ़ाएं.शाला उत्सव में विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के अलावा छात्रों के माता पिता को भी आमंत्रित किया गया था. स्कूलों को छात्र छात्रोंओ की संख्या बढ़ाने के उपायों पर भी अमल किया गया हैं।परमेश्वर साहू बीआरपी पालकों को नियमित रूप से बच्चों को शाला भेजने के लिए प्रेरित किया गया।

    संस्था प्रमुख लीना देवांगन द्वारा पालकों को अध्ययन अध्यापन में बच्चों को सहयोग शाला के विकास में सुझाव और सभी छात्र-छात्राओं को सर्वांगीण विकास में सभी शिक्षकों और पालकों का पुण: सहयोग उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दिए।विकासखंड स्रोत कार्यालय गुण्डरदेही से परमेश्वर साहू एवं एफएलएन नोडल समन्वय वर्मा जी प्राथमिक शाला की प्रधान पाठिका धनेश्वरी साहू माध्यमिक शाला की प्रधान पाठिका लीना देवांगन शाला विकास समिति के अध्यक्ष सदस्य गण सरपंच उप सरपंच एवं एसएमसी के सदस्य गण एवं वरिष्ठ नागरिक एवं शाला के समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।