रायपुर, 17 फरवरी 2024 /अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विद्यालयों में कृषि शिक्षक के पदों में भर्ती की मांग को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री को सौंपा ज्ञापन। अभाविप द्वारा स्कूल शिक्षा एवम् उच्च शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल जी से प्रदेश के समस्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों मे कृषि संकाय प्रारम्भ करने एवं कृषि शिक्षक के रिक्त पदों मे बढ़ोतरी करने, साथ में प्रदेश में संचालित स्वामी आत्मानंद विद्यालय में भी कृषि संकाय प्रारम्भ कर कृषि शिक्षकों की भर्ती करने मांग की की गई| प्रदेश के विद्यालयों में संचालित ‘कृषि संकाय’ के पाठ्यविवरण (Syllabus) बहुत पहले के बनाए हुए है, जिसे वर्तमान आवश्यकता एवं आधुनिक कृषि के अनुरूप संसोधन करने की मांग भी की गयी। जिस पर माननीय स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल जी ने सकरात्मक कार्यवाही करते हुए कृषि शिक्षक के पदों पर भर्ती करने का आश्वासन दिया।गौरतलब है पिछली सरकार में अभाविप ने कृषि छात्रों के रोजगार के विषय को प्रमुखता से उठाया था। कृषि छात्रों ने पाँचों संभाग के युवा संवाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रोजगार के विषय में घेरा था।अभाविप के प्रदेश मंत्री श्री यज्ञदत्त वर्मा ने कहा छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य होने के बाद भी प्रदेश के बहुत कम विद्यालयों में ‘कृषि संकाय’ के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। ऐसे में भविष्य में कृषि स्रातक’ की शिक्षा प्राप्त कर कृषि के क्षेत्र में योगदान देने का लक्ष्य रखने वाले विद्यार्थियों को कृषि शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है।अभाविप एग्रीविजन के प्रदेश संयोजक श्री निखिल तिवारी ने कहा कृषि क्षेत्र में रोजगार के विषय को लेकर अभाविप कृषि विद्यार्थियों के साथ लगातार दो वर्षों से संघर्ष कर रही है, नयी सरकार से आशा है की कृषि शिक्षकों के समस्त रिक्त पदों मे भर्ती की जाएगी।
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अभिभावक बच्चों से पूछे ‘‘आज क्या सीखा?‘‘ और घर में बनाएं पढ़ाई का कोना – कलेक्टर
जांजगीर-चांपा 16 फरवरी, 2024/ कलेक्टर श्री आकाश छिकारा ने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय जांजगीर में अभिनव पहल “आज क्या सीखा“ कार्यक्रम कों संबोधित करते हुए विद्यार्थियों एवं अभिभावकों से कहा कि हमें प्रतिदिन ‘‘आज क्या सीखा?‘‘ की चर्चा बच्चों से करनी है और घर में एक कोना पढ़ाई के लिए सुव्यवस्थित तरीके से बनाकर रखना है। जिसमें बच्चे अच्छे वातावरण में पढ़ाई कर सके। उक्त कार्यक्रम जिला प्रशासन एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में आरंभ किया गया है।
कलेक्टर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि परीक्षा की तैयारी करते समय में मानसिक रूप से तैयार रहना जरूरी है। बार-बार विषय की तैयारी करने से हमारा डर दूर हो जाता है। उन्होंने कहा कि हम जो भी कार्य करें चाहे वह पढ़ाई हो, खेल हो उसका लक्ष्य बनाकर शतप्रतिशत देने से वह प्राप्त जरूर होता है। उन्होंने अभिभवकों से चर्चा करते हुए कहा कि बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए स्कूल के साथ ही घर में भी पढ़ाई का माहौल तैयार करना जरूरी है। इसके लिए जरूरी है कि बच्चों से प्रतिदिन स्कूल में ‘‘आज क्या सीखा ?‘‘ को लेकर चर्चा की जाए। इससे बच्चों में पढ़ाई को लेकर उत्साह बना रहेगा और वह बेहतर पढ़ाई करते हुए आगे बढ़ सकेंगे। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर ‘‘आज क्या सीखा ?‘‘ तो वहीं दूसरी ओर घर में पढ़ाई के लिए एक कोना भी बच्चों के लिए तैयार करें। उन्होंने इस दौरान परीक्षा पर चर्चा को लेकर भी विद्यार्थियों से चर्चा की। इस दौरान यूनिसेफ जिला समन्वयक सुश्री दिव्या राजपूत, प्राचार्या सहित शिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।
‘‘आज क्या सीखा ?‘‘ से बच्चों के साथ माता-पिता की पढ़ाई में बढ़ेगी भागीदारी –
‘‘आज क्या सीखा ?‘‘ कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों की शिक्षा में माता-पिता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक अभिनव कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में शुरू किया गया है। कार्यक्रम के तहत माता-पिता को बच्चों से प्रतिदिन यह पूछने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा कि उन्होंने क्या सीखा (आज क्या सीखा), और उस दिन, माता-पिता अपने घर पर एक लर्निंग कॉर्नर (सीखने का कोना) स्थापित करेंगे। यूनिसेफ द्वारा समर्थित, नए कार्यक्रम को युवोदय के हजारों युवा स्वयं सेवकों द्वारा मजबूत किया जाएगा।
स्कूली बच्चों का बढ़ाया उत्साह –
आत्मानंद स्कूल में कलेक्टर ने स्कूली बच्चों से मुलाकात की और उनसे चर्चा भी की। बच्चों ने बताया कि वे बढ़े होकर क्या बनना चाहते है। इस दौरान क्लास 1 में बच्चों से उन्होंने डिजीटल बोर्ड पर जोड़ घटाना गुणा भाग के प्रश्न पूंछे तो बच्चों ने बड़े ही उत्साह के साथ हाथ उठाकर प्रश्नों के जवाब दिये। बच्चों के बेवाकी से दिये गये उत्तर से खुश होकर कलेक्टर ने चॉकलेट भी वितरित की। -
अजय चंद्राकर द्वारा लाया गया अशासकीय संकल्प विधानसभा में पारित, छत्तीसगढ़ को मिलेगा पहला संस्कृत विश्विद्यालय
रायपुर, 16 फरवरी 2024/ अजय चंद्राकर की अथक प्रयासों से शासकीय दूधाधारी राजेश्री महंत वैष्णव दास स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय, रायपुर को विश्वविद्यालय में अपग्रेड करने का अशासकीय संकल्प विधानसभा में पारित हो गया है। रायपुर स्थित संस्कृत महाविद्यालय छत्तीसगढ़ का पहला संस्कृत विश्वविद्यालय कहलाएगा।
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यूपीएससी की इंजीनियरिंग सर्विस प्रारंभिक परीक्षा 18 फरवरी को
रायपुर 16 फरवरी 2024/संघ लोक सेवा आयोग नई दिल्ली द्वारा आयोजित इजीनियरिंग सर्विस प्रारंभिक परीक्षा 2024 (Engineering Services (Preliminary) Examination 2023) 18 फरवरी 2024 रविवार को दो पालियों में होगी। प्रथम पाली प्रातः 10 बजे से 12 बजे तथा द्वितीय पाली दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक होगी। गौरतलब है कि प्रथम पाली में 9.30 बजे एवं द्वितीय पाली में 1.30 बजे प्रवेश बंद हो जाएगा, परिसर में मोबाईल फोन या अन्य कोई इलेक्टॉनिक क्मअपबम प्रतिबंधित होगा ।परीक्षा 5 परीक्षा केन्द्रो में होगी। पी. जी. उमाठे, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला शांति नगर रायपुर, जे. आर. दानी, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला, कालीबाड़ी चौक, रायपुर, शहीद संजय यादव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संजय नगर, रायपुर, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मठपुरेना रिंग रोड नं. 1, रायपुर, शासकीय हाई स्कूल लालपुर (एम. एम. आई हास्पिटल के पास) रायपुर में आयोजित की जाएगी।इस संबंध में आज शाम कलेक्टोरेट सभाकक्ष में अवर सचिव बैद्यनाथ प्रसाद नई दिल्ली एवं एडीएम बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई, डिप्टी कलेक्टर श्री आशुतोष कुमार देवांगन, सहायक संचालक कौशल विकास विभाग श्री केदार पटेल, रायपुर की उपस्थिति बैठक हुई। साथ ही संघ लोक सेवा आयोग नई दिल्ली के गाईड लाईन अनुसार समस्त परिवहन अधिकारी/इन्स्पेक्टिग ऑफिसर एवं केन्द्राध्यक्ष को आवश्यक निर्देश दिए गये।
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आईटीआई में उद्योग विभाग द्वारा एक दिवसीय जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन
कोण्डागांव, 15 फरवरी 2024
जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कोण्डागांव द्वारा विभाग में संचालित योजनाओं के द्वारा युवाओं को लाभान्वित करने के उद्देश्य से शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था जोदरापदर एवं शासकीय आदर्श कन्या महाविद्यालय कोण्डागांव में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना, स्टैण्ड-अप योजना, स्टार्ट-अप योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना एवं औद्योगिक नीति के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। जहां जिला रोजगार अधिकारी कोण्डागांव द्वारा अग्निवीर योजना एवं अपनी अनुभवों को साझा किया वहीं महाप्रबंधक उद्योग द्वारा स्टार्ट-अप योजना, औद्योगिक नीति एवं विभागीय अनुभवों को साझा किया गया।
प्रबंधक उद्योग द्वारा विभागीय योजनाओं का विस्तृत जानकारी दिया गया। जिसमें उक्त योजनाओं के द्वारा बैंक ऋण पर 25 से 35 प्रतिशत का अनुदान का प्रावधान है। जिसके लिए आवेदक स्वरोजगार हेतु जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, कोण्डागांव सुमति कॉम्पलेक्स डी.एन.के में आवेदन कर सकतें है। इस योजनांतर्गत निर्माण क्षेत्र में मिनी राईस मिल, वेल्डींग वर्क, दोना पत्तल, फ्लाई एश ब्रिक्स, सेवा क्षेत्र में मोबाईल, मोटर सायकल, सायकल, चार पहिया रिपेयरिंग, सेलून, ब्यूटी पार्लर एवं व्यवसाय क्षेत्र में किराना दुकान, कपड़ा दुकान, हार्डवेयर दुकान इत्यादि को शामिल किया गया है। इस अवसर पर महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र जेवियर टोप्पो, प्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कुसुमलता नेताम, जिला रोजगार अधिकारी पवन नेताम, लीड बैंक मैनेजर कृष्णा सिंकु, वित्तीय सलाहकार लीड बैंक सूर्यप्रकाश साहू, जिला अंत्यव्यवसायी विभाग की ओर से कार्यपालन अधिकारी घनश्याम ब्रम्हे, फील्ड ऑफिसर आदिल खान, राष्ट्रीय रोजगार मिशन के सलाहकार रवि शर्मा, आई.टी.आई. कोण्डागांव से आत्मा राम विशाल एवं अन्य अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में युवाओं ने आयोजन में भाग लिया। -
टीचर बनने के नियम में हुआ बड़ा बदलाव अब 12वीं तक पढ़ाने के लिए अब ये होगा अनिवार्य
नई दिल्ली/15 फरवरी 2024/ 12वीं कक्षा तक को पढ़ाने के लिए अब शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास होना आवश्यक (TET Is Now Mandatory For Teaching) होगा। जहां अभी तक राज्यों और केंद्र सरकार के स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक को पढ़ाने के लिए टीईटी पास होना जरूरी होता था, वहीं अब से कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं तक को पढ़ाने के लिए भी टीईटी होना अनिवार्य होगा।रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) की तरह ही टीईटी(TET Is Now Mandatory For Teaching) को भी उम्र भर के लिए मान्य करने की योजना बनाई जा रही है। इसका मतलब ये है कि कोई भी उम्मीदवार अगर एक बार टीईटी पास कर लेता है तो वो उम्र भर मान्य रहेगा। बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत टीचर बनने के नियमों में बदलाव किया गया है। इसलिए अब 12वीं कक्षा तक पढ़ाने के लिए टीईटी होना जरूरी होगा।
अन्य राज्य में भी होगा लागू
बता दें कि देश के अन्य राज्यों में अभी भी टीईटी परीक्षा का पेपर एक तो पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक और दूसरा पेपर छठी कक्षा से आठवीं कक्षा तक को पढ़ाने के लिए होता है। इसी लिए 12वीं कक्षा तक टीईटी को जरूरी करने के इस नियम को सभी राज्यों में लागू किया जाएगा।
जानिए क्या बोले अधिकारी?
इस संबंध में एनसीटीई मुख्यालय में सदस्य सचिव केसांग वाई शेरपा ने बताया कि एनसीटीई, माध्यमिक स्तर (कक्षा 9 से कक्षा 12 तक) पर टीईटी को कार्यान्वित करने की दिशा में कार्य कर रहा है। बता दें कि केंद्र सरकार के स्कूलों के लिए सीटेट जबकि, राज्यों के स्कूलों के लिए राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) जरूरी होता है। इसे पास करने के बाद ही शिक्षकों की भर्ती होती है।
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शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का बड़ा ऐलान 3 हजार शिक्षकों की होगी भर्ती अब पहली कक्षा से पढ़ाई जाएगी इंग्लिश
रायपुर, 14 फरवरी 2024 /स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज बुधवार को विधानसभा में बड़ी घोषणा की है। अपने विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान अग्रवाल ने कहा कि, प्रदेश के 25 हजार स्कूलों में अंग्रेजी में पढ़ाई शुरू होगी।पहली कक्षा से पांचवीं तक अंग्रेजी में पढ़ाई होगी। इसके लिए 33 हजार शिक्षकों की भर्ती होगी। अग्रवाल ने कहा कि, आत्मानंद स्कूल योजना के नाम पर कांग्रेस सरकार ने केवल करप्शन किया। 251 पुराने भवनों पर 800 करोड़ खर्च कर दिए। कांग्रेस ने विद्या को बाजार बनाने की कोशिश की। इस पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा- भर्ती लोकसभा चुनाव के पहले होगी या बाद में। इस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- चुनाव से पहले भर्ती के संबंध में विज्ञापन आ जाएगा।इसके अलावा बृजमोहन अग्रवाल ने घोषणा करते हुए कहा कि, सभी सरकारी स्कूलों की छात्राओं को साइकिल दी जायेगी। स्कूलों में पहली क्लास योग और अध्यात्म की होगी। हर शनिवार को सभी स्कूलों में एक घंटे खेल का सत्र होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, स्कूलों में खेल सामाग्री गुणवत्ता वाली उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने पिछली सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, कांग्रेस सरकार में स्कूलों में हाकी की जगह कुटेला दिया जाता था।विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान विभागवार अनुदान मांगों पर चर्चा चल रही है। आज मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के विभागों के अनुदान मांगों पर चर्चा चल रही है। इस दौरान अपनी मांगों पर चर्चा करते हुए मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- हम पांच शक्ति पीठ की परियोजना लाने वाले हैं। हम फिर से राजिम कुंभ करवाने वाले हैं। देश में पहली बार हमने राजिम कुंभ कल्प की शुरुआत की, लेकिन कांग्रेस सरकार ने आते ही इसे बंद करवा दिया। अग्रवाल ने कहा कि, स्कूल के शिक्षकों के ट्रांसफर में पैसे कमाए, ऐसी पहचान आपने बनाई। हम छत्तीसगढ़ को देश और दुनिया में एक अलग पहचान देना चाहते हैं। पांच साल में कितने साधु संत आए? कांग्रेस ने कुंभ की महिमा को समाप्त कर दिया।हम कल्चर कनेक्ट योजना लायेंगे, अयोध्या, तिरुपति और पुरी में छत्तीसगढ़ धाम बनाएंगे। मानसरोवर जाने वाले यात्रियों को एक लाख रुपये देंगे। सिंधु दर्शन के लिए 25 हजार देंगे। बस्तर दशहरा में काम करने वाली मांझियों को 2500 रूपये, चालकी को दो हजार रुपए देने की घोषणा भी अग्रवाल ने की। इसके अलावा उन्होंने छत्तीसगढ़ में भारत भवन बनाने का भी ऐलान किया।
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विधानसभा शैक्षिक भ्रमण पर पहुंची छात्राओं ने संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से की मुलाकात
रायपुर, 13 फरवरी 2024/ विधानसभा, लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो नागरिकों की आवाज को सरकार तक पहुंचाने का काम करती है। यह राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण अंग है जो राज्य के विकास और लोगों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेती है। संसदीय कार्य एवं शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने यह बातें मंगलवार को शैक्षणिक भ्रमण पर विधानसभा पहुंची डॉ. राधा बाई नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर की छात्राओं से कही।श्री अग्रवाल ने कहा कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है, जहां प्रदेश भर के विधायक अपने-अपने क्षेत्रों के विकास के लिए कार्य करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा कार्यवाही का शांतिपूर्ण संचालन बड़ी जिम्मेदारी वाला काम है। इसके लिए विनम्र और शिष्टाचार रहना जरूरी है, साथ ही हमे ध्यानपूर्वक सुनने और बिना किसी हिचकिचाहट के अपनी बात और विचार रखने चाहिए। इन आदतों को हमें अपने जीवन में भी इस्तेमाल करना चाहिए। गौरतलब है कि इस भ्रमण का उद्देश्य छात्राओं को विधानसभा कार्य प्रणाली को करीब से देखने और समझने का अवसर प्रदान करना था। छात्राओं ने देखा कि विधानसभा अध्यक्ष एक शिक्षक की भूमिका में सदन का संचालन कर रहे हैं। विपक्षी सदस्यों के साथ-साथ सत्ता पक्ष के सदस्यों को भी बारी-बारी से प्रश्न पूछने के लिए आमंत्रित कर रहे थे। अध्ययन दल ने सदन के आलावा विधानसभा के ग्रंथालय एवं सेंट्रल हॉल दिखाया गया तथा संसदीय व्यवस्था को सचित्र वर्णन किया गया। छात्राओं ने इस भ्रमण को बहुत ही ज्ञानवर्धक और रोचक बताया।
छात्राओं ने विधायक श्री अनुज शर्मा, श्री ईश्वर साहू, श्रीमती भावना बोहरा, श्रीमती संगीता सिन्हा, श्रीमती चतुरी नंद से भी सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ. मनीषा शर्मा, डॉ. भूपेंद्र कुमार साहू, गायत्री शर्मा एवं अविनाश शर्मा भी उपस्थित थे। -
मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम के तहत स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए शिक्षकों को किया गया प्रशिक्षित
बिलासपुर, 11 फरवरी 2024/ जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा बिलासपुर द्वारा आयोजित संभाग स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन बिलासपुर के स्वामी आत्मानंद शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में किया गया। संयुक्त संचालक आर.पी.आदित्य ने कार्यशाला में शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण को शिक्षक पूरी तन्मयता से ग्रहण करें और अपने जिले के शिक्षकों को इस विषय पर प्रशिक्षण प्रदान करें। उन्होंने कहा कि “शिक्षक के रूप में हमें अपने विद्यालय में किस तरह सुरक्षा संबंधी सावधानियां रखनी चाहिए इसे जानना जरूरी है उन्होंने कहा कि कई बार बहुत सी छोटी छोटी असावधानी के कारण बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है । इस प्रशिक्षण का उद्देश्य यही है कि हमारे शिक्षक सुरक्षा के विभिन्न उपायों को जानें और समय आने पर उसका उपयोग कर सकें।”
यूआरसीसी बिलासपुर वासुदेव पाण्डेय ने प्रशिक्षण के उद्देश्य और आवश्यकता पर प्रकाश डाला। डीएमसी समग्र शिक्षा बिलासपुर अनुपमा राजवाड़े ने कहा कि “हम बेहतर माहौल में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने का प्रयास कर रहे है, आप भी इसी तरह अपने जिलों में शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे।”
कार्यशाला में यूनिसेफ रायपुर से प्रशिक्षक के रूप में डॉ. श्रवण कुमार सिंह एवम् राहुल विश्वकर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। डॉक्टर श्रवण कुमार सिंह ने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सर्प काटने पर प्राथमिक उपचार,यदि कोई बच्चा बेहोश हो जाए तो क्या करें,यदि किसी बच्चे को रक्तश्राव हो रहा हो तो क्या करें,मुंह से सांस कैसे देना है, नाड़ी कैसे चेक करते हैं सहित महत्वपूर्ण विषयों को गतिविधियों के माध्यम से समझाया।
कार्यशाला में एपीसी अमित श्रीवास्तव, प्राचार्या चंदना पॉल,विवेक दुबे,प्रदीप पाण्डेय,सीएसी सुनील पाण्डेय,मनोज ठाकुर,गौकरण उपाध्याय, शेषमन कुशवाहा,सुष्मिता शर्मा,आकाश वर्मा,संदीप दुबे जिला कार्यालय से अर्पणा दुबे,अनीता राज और विभिन्न जिलों से आए शिक्षक उपस्थित थे। -
अखिल भारतीय हिन्दी ओलम्पियाड परीक्षा में सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के कैडेटों ने किया उत्कृष्ट प्रदर्षन
अंबिकापुर 09 फरवरी 2024 /कैडेटों के सर्वांगीण विकास के लिए सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में समय-समय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में गत दिनों अखिल भारतीय हिन्दी ओलम्पियाड परीक्षा आयोजित की गई। सिल्वर जोन फाउण्डेशन द्वारा आयोजित इस परीक्षा में सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के कैडेटों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।उल्लेखनीय है कि हिन्दी ओलम्पियाड परीक्षा -2023 का आयोजन गत नवंबर माह में हुआ था। सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के कैडेटों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अखिल भारतीय स्तर, प्रदेश स्तर तथा क्षेत्रीय स्तर के कई पुरस्कार एवं पदक जीते। कैडेट अंकित कुमार और कैडेट हैप्पी कुमार ने जहां अखिल भारतीय स्तर पर कांस्य पदक प्राप्त किया, वहीं कैडेट पियूष यादव तथा कैडेट पियूष मिश्र को राज्य स्तरीय स्वर्ण एवं कैडेट भूपेन्द्र यादव को रजत पदक, कैडेट अश्विनी राज को कांस्य पदक प्राप्त हुआ। इसके साथ ही सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के 16 कैडेटों ने विषिष्ट सम्मान एवं पदक प्राप्त कर अपने स्कूल का नाम रोशन किया। इसके अतिरिक्त अलग-अलग वर्गों में 33 कैडेटों को विशिष्ट उपलब्धि प्रमाण-पत्र प्राप्त हुए हैं।स्कूल की प्राचार्य कर्नल मिताली मधुमिता सेना मेडल ने कैडेटों की उपलब्धियों पर हर्ष व्यक्त किया और इस शानदार प्रदर्शन के लिए उनको बधाइयां दीं। उन्होंने समस्त कैडेटों को आगे बढ़कर ऐसी अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया।