Category: एजुकेशन न्यूज़

  • अभियंता दिवस समारोह मैट्स स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड आईटी में आयोजित

    अभियंता दिवस समारोह मैट्स स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड आईटी में आयोजित

    रायपुर।

    एमएसईआईटी, मैट्स विश्वविद्यालय ने 15 सितंबर 2024 को भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के अवसर पर इंजीनियर्स डे मनाया। यह समारोह देश के महानतम इंजीनियरों में से एक के समाज में अभूतपूर्व योगदान को श्रद्धांजलि स्वरूप आयोजित किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने भाग लिया।मैट्स विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के. पी. यादव ने स्वागत भाषण दिया। एमएसईआईटी की निदेशक डॉ. आशा अम्भईकर ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व पर प्रेरणादायक भाषण दिया। उन्होंने जीवन की चुनौतियों से जुड़े वास्तविक समस्याओं के पीछे के भौतिकी को समझने और गणितीय उपकरणों का उपयोग कर उन्हें हल करने के महत्व पर जोर दिया। उनका यह संबोधन छात्रों और शिक्षकों के लिए अत्यंत रोचक और शिक्षाप्रद रहा। कार्यक्रम में एमएसईआईटी, मैट्स विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्रमुख और इंचार्ज भी उपस्थित थे। इस समारोह और संबंधित गतिविधियों का आयोजन एमएसईआईटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा किया गया।इस अवसर पर एक तकनीकी मॉडल्स और पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अत्यधिक उत्साह और जोश के साथ भाग लिया। छात्रों द्वारा कुल 18 मॉडल्स और पोस्टर्स विभिन्न विषयों पर प्रदर्शित किए गए, जिनमें रोबोटिक्स और एआई मॉडल, सोलर, रेफ्रिजरेशन सिस्टम मॉडल, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग मॉडल, माइनिंग मॉडल आदि शामिल थे।। इस कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. अभिषेक कुमार जैन ने अन्य संकाय सदस्यों और छात्र स्वयंसेवकों के साथ किया। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों को प्रमाणपत्र और प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान के प्रमाणपत्र वितरित किए गए।मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया जी ने कार्यक्रम की सफलता की शुभकामनाएँ दीं और इंजीनियर्स डे समारोह और मॉडल प्रदर्शनी में भाग लेने वाले सभी छात्रों और शिक्षकों के लिए प्रेरणादायक संदेश भेजा। मैट्स विश्वविद्यालय के महानिदेशक  प्रियेश पगारिया ने छात्रों, प्रतिभागियों, विजेताओं और आयोजकों को कार्यक्रम की सफलतापूर्वक आयोजन के लिए बधाई दी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव गोकुलानंद पांडा ने उभरते हुए इंजीनियरों के भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएँ दीं।

  • कलिंगा विश्वविद्यालय ने विश्व ओजोन दिवस 2024 मनाने के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया

    कलिंगा विश्वविद्यालय ने विश्व ओजोन दिवस 2024 मनाने के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया

    रायपुर।

    13 सितंबर 2024 को कलिंगा विश्वविद्यालय के परिसर में चित्रकला प्रतियोगिता और अतिथि व्याख्यान के माध्यम से विश्व ओजोन दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम ग्रीन क्लब और प्राणीशास्त्र विभाग, कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर तथा छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड (सीईसीबी), छत्तीसगढ़ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया पूरा कार्यक्रम सीईसीबी, छत्तीसगढ़ द्वारा प्रायोजित था और मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड की वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉअनीता सावंत थीं।

    कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण स्कूली बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता थी, जिसमें कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों ने ओजोन परत के क्षरण के कारणों तथा इसके निवारण के उपायों के बारे में अपने विचार व्यक्त करने के लिए चित्र बनाने में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

    चित्रकला प्रतियोगिता में 09 विभिन्न स्कूलों के छात्रों और संकाय सदस्यों सहित कुल 143 प्रतिभागियों ने भाग लिया था, जिसमें भारतमाता सीनियर सेकेंडरी स्कूल, राखी, सेक्टर -26, क्रिस्टेल हाउस स्कूल, सेक्टर 25, नया रायपुर, शासकीय हायर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पलौद और परसदा, शासकीय स्कूल राखी, महात्मा विद्यापीठ स्कूल, पलौद, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, उपरवारा, जवाहर नवोदय विद्यालय, एयरपोर्ट रोड, एसबीआई एटीएम के पास, माना, केन्द्रीय विद्यालय, सेक्टर 25, राखी और शासकीय कन्या विद्यालय, पलौद, नया रायपुर शामिल थे। इसके अतिरिक्त, कलिंगा विश्वविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग के विद्यार्थियों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया और कार्यक्रम में स्वयंसेवा की।

    कार्यक्रम के बाद पुरस्कार वितरण हुआ और विद्यार्थियों को जलपान भी कराया गया। प्रथम पुरस्कार मिनाक्षी सिन्हा – क्रिस्टेल हाउस इंडिया, सेक्टर 25, द्वितीय पुरस्कार संयुक्त रूप से अक्षत साहू – केन्द्रीय विद्यालय, राखी और भूपेश वर्मा – जवाहर नवोदय विद्यालय, माना कैंप, तृतीय पुरस्कार संयुक्त रूप से यामिनी साहू – हायर सेकेंडरी स्कूल, उपरवारा और भूमिका हिरवानी – गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल, पलौद, तथा चतुर्थ सांत्वना पुरस्कार मौली देवांगन – भारतमाता पब्लिक स्कूल, नया रायपुर, अंकिता करवार – शासकीय मिडिल स्कूल, राखी, सखी सेन – महात्मा विद्यापीठ स्कूल, पलौद और खुशी साहू – गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल, पलौद को मिला।

    चित्रकला प्रतियोगिता के बाद डॉअनीता सावंत द्वारा जागरूकता व्याख्यान दिया गया। उन्होंने ओजोन परत के क्षरण के मुख्य कारणों और हमारी ओजोन परत की वर्तमान स्थिति के बारे में बात की। उन्होंने छात्रों को अपने दैनिक जीवन में भी पर्यावरण संरक्षण के उपायों को सक्रिय रूप से अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम के समन्वयक डॉमनोज सिंह (ग्रीन क्लब समन्वयक और विभागाध्यक्ष, प्राणि विज्ञान विभाग), डॉअजय कुमार हरित (ग्रीन क्लब सह-समन्वयक और एसोसिएट प्रोफेसर, प्राणि विज्ञान विभाग), डॉसोहिनी भट्टाचार्य और   लिप्सा दाश (सहायक प्रोफेसर, प्राणि विज्ञान विभाग) थे।

    कार्यक्रम का समापन ग्रीन क्लब समन्वयक एवं प्राणीशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉमनोज सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

  • पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन 30 अक्टूबर तक

    पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन 30 अक्टूबर तक

      जांजगीर-चांपा ।

    छत्तीसगढ़ राज्य में संचालित समस्त शासकीय, अशासकीय महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक एवं आईटीआई आदि के प्राचार्य, संस्था प्रमुख, छात्रवृत्ति प्रभारी एवं उनमे अध्ययनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थी (छ0ग0 के निवासी) जो विभाग द्वारा संचालित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की पात्रता रखते हैं, को सूचित किया गया है कि शिक्षा सत्र 2024-25 हेतु ऑनलाइन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 12 वीं से उच्चतर) के पंजीयन स्वीकृति एवं वितरण की कार्यवाही वेबसाइट http://postmatric-scholarship.cg.nic.in पर ऑनलाइन की जा रही है। जिसके अंतर्गत संस्थानों के प्रस्ताव, स्वीकृति लॉक करने हेतु विभाग द्वारा तिथि निर्धारित की गई है।
    सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग ने बताया कि निर्धारित तिथि अनुसार विद्यार्थी द्वारा ऑनलाइन आवेदन हेतु (नवीन एवं नवीनीकरण) 30 अक्टूबर तक, ड्राफ्ट प्रपोजल लॉक करने हेतु 16 सितंबर से 14 नवम्बर 2024 तक एवं सेक्शन स्वीकृति लॉक करने हेतु 16 सितम्बर से 21 नवम्बर तक निर्धारित की गई है। निर्धारित तिथियों के पश्चात जिला सत्र 2024-25 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु आवेदन स्वीकृति नहीं किए जाएंगे एवं लॉक/स्वीकृति करने का अवसर भी प्रदान नहीं किया जाएगा। उक्त तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नहीं करने पर यदि संबंधित संस्थाओं के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते हैं, तो इसके लिए संस्था प्रमुख जिम्मेदार होंगे। पीएफएमएस के माध्यम से आधार आधारित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान किया जा रहा है। अतः सभी विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन करते समय ध्यान रखें कि उनके द्वारा दर्ज किया गया बैंक खाता एक्टिव हो एवं आधार सीडेड बैंक खाता नम्बर की प्रविष्टि ही करना सुनिश्चित करें। वर्ष 2024-25 से अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से ओटीआर की प्रविष्टि ऑनलाइन आवेदन करते समय की जानी है। इस संबंध में संस्था द्वारा विद्यार्थियों को जानकारी दी जाएगी। वर्ष 2024-25 से सस्थाओं को जिला नोडल द्वारा प्रदाय प्रशिक्षण अनुसार जीओ टैगिंग किया जाना अनिवार्य है। जिन संस्थाओं द्वारा जीओ टैगिंग नहीं किया जाएगा उस संस्था के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान नहीं की जायेगी।

  • स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने फार्मेसी काउंसिल के आनलाइन पंजीयन सुविधा का किया लोकार्पण

    स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने फार्मेसी काउंसिल के आनलाइन पंजीयन सुविधा का किया लोकार्पण

    रायपुर ।

    स्वास्थ्य मंत्री  श्याम बिहारी जायसवाल ने छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल के पंजीयन की आनलाइन सुविधा का शुभारंभ किया है। अब फार्मेसी काउंसिल का पंजीयन सिस्टम आनलाइन हो गया है। इससे फार्मेसी छात्र तथा फार्मासिस्टों को पंजीयन अथवा नवीनीकरण के लिए रायपुर स्थित फार्मेसी काउंसिल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अब पंजीयन कराने के लिए आनलाइन आवेदन के बाद आवेदक को केवल एक बार दस्तावेजों के वेरीफिकेशन के लिए काउंसिल कार्यालय आना होगा।

    कार्यक्रम का लोकार्पण करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि पंजीयन कार्य के आनलाइन हो जाने से आवेदकों को अब काउंसिल के चक्कर नहीं लगाने होंगे, जिससे उन्हें काफी सहूलियत मिलेगी। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट डाक्टर और मरीज के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है जिस पर सही दवा एवं खुराक के निर्धारण की जिम्मेदारी होती है।अभी तक फार्मेसी काउंसिल में पंजीयन के लिए राज्य के सभी जिलों के विभिन्न स्थानों के फार्मेसी उत्तीर्ण छात्र फार्मासिस्ट पंजीयन के लिए रायपुर स्थित काउंसिल कार्यालय आते थे। इसी प्रकार पंजीकृत फार्मासिस्टों को नवीनीकरण के लिए रायपुर आना पड़ता था। अब पंजीयन तथा नवीनीकरण की व्यवस्था आनलाइन हो जाने से राज्य के सभी फार्मेसी छात्र एवं पंजीकृत फार्मासिस्टों को लाभ मिलेगा। वर्तमान में राज्य में लगभग 33 हजार 300 फार्मासिस्ट पंजीकृत हैं। ये फार्मासिस्ट रिटेल दवा दुकान, थोक दवा दुकान, दवा निर्माण इकाइयों जैसे कार्यों को संचालित कर रहे हैं। इसके साथ ही ये विभिन्न फार्मेसी शिक्षण संस्थानों में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।

  • स्नातक पाठ्यक्रमों में 1963 अभ्यर्थियों को सीटों का आबंटन, दस्तावेज परीक्षण जारी

    स्नातक पाठ्यक्रमों में 1963 अभ्यर्थियों को सीटों का आबंटन, दस्तावेज परीक्षण जारी

    रायपुर ।

    इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित 39 शासकीय एवं निजी महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के बी.एस.सी. कृषि (ऑनर्स) स्नातक पाठ्यक्रम में नवीन शिक्षा नीति 2020 के तहत प्रवेश हेतु ऑनलाईन काउंसलिंग प्रक्रिया का जायजा लिया। अवलोकन के दौरान कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं काउंसलिंग समिति के अध्यक्ष डॉ. जी.के. दास ने कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल को बताया कि 1963 अभ्यर्थियों को सीटों का आबंटन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 490 अभ्यर्थियों ने दस्तावेज परीक्षण करवा लिया है एवं 87 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन फीस जमा कर दिया है। उन्होंने बताया कि अन्य सीटों हेतु दस्तावेज परीक्षण की प्रक्रिया जारी है। जिन अभ्यर्थियों को सीट आबंटित हुई है उन्हें 23 अगस्त, 2024 के मध्य दस्तावेज परीक्षण हेतु कृषि महाविद्यालय, रायपुर में प्रातः 09ः00 से सायं 5ः30 बजे तक उपस्थित होना होगा। आबंटित प्रोविजनल सीट को सुरक्षित करने हेतु अभ्यर्थियों को 24 अगस्त, 2024 के मध्य ऑनलाइन फीस जमा करना अनिवार्य होगा।

    उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु काउंसलिंग प्रक्रिया जारी है। चयनित अभ्यर्थियों को सीट आबंटन के पाश्चात दस्तावेज परीक्षण का कार्य चल रहा है। सीट आबंटन के पश्चात यदि अभ्यर्थी किसी कारण से सीट सुरक्षित नहीं कर पाता है और आगामी चरण की काउंसलिंग में भाग लेना चाहता है तो इस हेतु ऑनलाइन आवेदन करना होगा तथा ऐसे अभ्यर्थी जिन्हें अभी तक कोई सीट आबंटित नहीं हुई है, उन्हें भी स्पॉट एवं कन्वर्शन काउंसलिंग के लिए 20 से 25 अगस्त, 2024 (रात्रि 11ः30 बजे) के मध्य ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यदि अभ्यर्थी सीट सुरक्षित करने के पश्चात सीट निरस्त करना चाहता है और आगे किसी भी प्रक्रिया में भाग नहीं लेना चाहता है तो इस हेतु 20 से 25 अगस्त, 2024 (रात्रि 11ः30 बजे) के मध्य सीट निरस्त करना होगा। आबंटित एवं रिक्त सीटों की जानकारी 27 अगस्त, 2024 को उपलब्ध कराई जाएगी। स्पॉट एवं कन्वर्शन काउंसलिंग हेतु पंजीकृत अभ्यर्थियों की सूची 27 अगस्त, 2024 को उपलब्ध कराई जाएगी। प्रोविजनल सीट एवं महाविद्यालय का आबंटन 28 से 30 अगस्त, 2024 के मध्य किया जाएगा। तत्काल दस्तावेज परीक्षण एवं ऑनलाईन फीस जमा करने हेतु 28 से 30 अगस्त को अभ्यर्थियां को कृषि महाविद्यालय, रायपुर में उपस्थित होना होगा। इच्छुक अभ्यर्थी काउंसिलिंग संबंधित दिशा-निर्देशों की अधिक जानकारी हेतु विश्वविद्यालय की वेबसाईट www.igkv.ac.in  का अवलोकन कर सकते हैं।

  • छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन का आयोजन

    छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन का आयोजन

    रायपुर।

    छत्तीसगढ़ के 42 मेधावी सिक्ख विद्यार्थियों को आज खालसा स्कूल में छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन व्दारा गोल्ड – सिल्वर मैडल, मोमेन्टों और सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसियेशन से सम्मानित किया गया। कक्षा 10वीं में बिलासपुर के जशनमीत सिंह मुटरेजा अंबिकापुर की अवनीत कौर और बलजीत सिंह को गोल्ड मैडल, दुर्ग के अमनदीप सैन्डों और रायपुर की हरलीन कौर बेदी को सिल्वर मैडल से सम्मानित किया गया। इन्होनें 95.8 से 94.4 प्रतिशत अंक हासिल किए। वहीं 12वीं कक्षा में 97.6 से 93.8 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले स्टेट टॉपर रायपुर के साहेब सिंह होरा, बिलासपुर की नैशा उबवेजा और हरकीरत कौर अरोरा को गोल्ड मैडल, दुर्ग की ऋतिका माखीजा और बिलासपुर की निखार जुनेजा को सिल्वर मैडल के साथ सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसियेशन देकर सम्मानित किया गया। समारोह में अंबिकापुर, रायगढ़. कोरबा, बिलासपुर, भाटापारा,डोंगरगढ़, राजनांदगांव,दुर्ग,भिलाई, बसना, रायपुर के विद्यार्थी भी सम्मानित हुए।
    प्रतिभा सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश आई.एस.उबवेजा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें भारत की न्यायिक सेवा में भी अपना कैरियर बनाना चाहिए। न्यायिक सेवा काफी मान सम्मान का क्षेत्र है जिसमें आगे बढ़ने के कई अवसर उपलब्ध हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे छत्तीसगढ़ हॉऊसिंग बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष भपिन्दर सिंह सवन्नी ने कहा कि सिक्ख धर्म का स्वभाव सेवा का ही है। सिकख हमेशा से ही सरबत का भला के लिए कार्य करता है। उन्होने एसोसियेशन के शिक्षा स्वास्थ्य और पारिवारिक परामार्श के क्षेत्र में कर रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए भविष्य में सभी प्रकार का सहयोग देने की बात कही। एसोसियेशन के संयोजक जी.एस. बॉम्बरा ने कहा कि प्रदेश के सिक्ख विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने, प्रोत्साहित करने और समाज में उनकी सकारात्मक भूमिका के लिए हमनें उन्हें आज सम्मानित किया है। एजुकेशन समिति के चेयरमैन डॉ.(प्रो) बी.एस. छाबड़ा ने कहा कि विद्यार्थियों को हमेशा आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए तभी सफलता मिलती है। समारोह में खालसा एजुकेशन समिति के अध्यक्ष सरदार राजवंत सिंह गरेवाल भी विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित थे।

    कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों में राजनांदगांव की रमनजीत कौर ढिल्लों, एकमजोत कौर रांगी, बसना के अशप्रीत सिंह सलूजा, बिलासपुर के हर्षदीप लूथरा,जपदीप सिंह सलूजा और अर्शप्रीत कौर गंभीर, रायगढ़ की हसनीत कौर सोनी, दुर्ग की जपजोत कौर, बेमेतरा के गुरजोत सिंह सलूजा, अंबिकापुर के राजवीर सिंह छाबड़ा, अशमीत कौर और उनमीत कौर चावला, बिलासपुर के रमनदीप सिंह आहूजा, रायपुर के गुनीक सिंह चावला, तनिष्क छाबड़ा, मनवीर सिंह उबवेजा,अर्शीन कौर भाटिया, मलकीयत टुटेजा को मोमेन्टों और सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसियेशन प्रदान कर सम्मानित किया।वहीं 12वीं के विद्यार्थियों में अंबिकापुर जशन सिंह छाबड़ा और सिमर कौर, रायपुर से, सचवीर सिंह कलसी, पूर्वी चावला, परीशा जुनेजा, भाटापारा से रिजक कौर सलूजा, कोरबा से जसप्रीत कौर, बिलासपुर से हरमनदीप कौर और सहजवीर सिंह छबड़ा, बेमेतरा से संचित कौर दत्ता, और सहज हुरा, भिलाई से गुरजीत कौर, डोंगरगढ़ से जसनीत कौर भाटिया, रायगढ़ से केसरदीप सिंह बग्गा को मोमेन्टो और सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसियेशन से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एसोसियेशन के अध्यक्ष एच.एस.धींगरा, सचिव बी.एस.सलूजा कोषाध्यक्ष चतर सिंह व एसोसियेशन के कई सदस्य विभिन्न गुरुव्दारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन तेजपाल सिंह हंसपाल और डॉ. (प्रो) बी.एस.छाबड़ा ने किया।

  • मैट्स विश्वविद्यालय में सप्तदिवसीय दीक्षाआरम्भ कार्यक्रम का आयोजन की शुरुआत

    मैट्स विश्वविद्यालय में सप्तदिवसीय दीक्षाआरम्भ कार्यक्रम का आयोजन की शुरुआत

    रायपुर।

    मैट्स विश्वविद्यालय मुख्यपरिसर गुल्लू आरंग में मैट्स कॉलेज में प्रवेश लिए नवप्रवेशी विद्यार्थियों हेतु शिक्षा मंत्रालय के दिशानिर्देश अनुसार दीक्षाआरंभ कार्यक्रम की भव्य शुरुआत की गई जो लगातार सात दिनों तक चलेगा जिसमे विद्यार्थियों को स्कूल शिक्षा से उच्च शिक्षा में जोड़ने एवम उनको उस परिवेश में ढालने के साथ नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों के साथ जोड़ने पर कार्य किया जाएगा। मैट्स विश्वविद्यालय मुख्य परिसर में संचालित मैट्स कॉलेज विशेष रूप से ग्रामीण अंचल में निवासरत आर्थिक रूप से वंचित वर्ग के विद्यार्थियों हेतु शिक्षा के क्षेत्र में एक संजीवनी की भांति है जिसमे उन्हें विश्वविद्यालय के कुलाधिपति   गजराज पगारिया द्वारा प्रदत्त चांसलर स्कालरशिप फ्री बस सेवा वातानुकूलित क्लासरूम एवम उच्च प्रशिक्षित शिक्षकों के अलावा समस्त प्रकार की सुविधा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु उपलब्ध कराया गया है। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माता की पूजा अर्चना के साथ की गई तत्पश्चात राजकीय गीत का गायन किया गया एवम नवप्रवेशी विद्यार्थियों तथा अतिथियों का स्वागत तिलक लगाकर किया गया ।

    स्वागत गीत के माध्यम से तथा प्राचीन काल से चली आ रही आतिथ्य भेंट उपरांत कार्यक्रम की शुरुआती उद्बोधन में मैट्स कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर ए जे खान ने बताया कि मैट्स कॉलेज आदरणीय  गजराज पगारिया महोदय का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है एवम यहां अध्ययन करने वाले ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों के स्वर्णिम जीवन की आधारशिला है आदरणीय कुलाधिपति महोदय ने अभी तक करोड़ों रुपए इन विद्यार्थियों के अध्ययन की सुविधाओ पर लगाए है ताकि वे विद्यार्थी एवम उनका परिवार आर्थिक एवम सामाजिक पृष्ठभूमि से मजबूत हो सके इस उद्बोधन में प्राचार्य सर ने रोचक प्रसंगों के माध्यम से विद्यार्थियों एवम उपस्थित सभाजनो को मंत्रमुग्ध किया । तत्पश्चात विश्वविद्यालय के कुलसचिव गोकुलानंद पंडा ने विद्यार्थियों को उच्चशिक्षा एवम स्कूली शिक्षा के मध्य भेद को स्पष्ट किया एवम उन्होंने विद्यार्थियों को आगे बढ़ने का गुरुमंत्र प्रदान किया। कार्यक्रम के अग्रिम कड़ी में मैट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर के पी यादव ने विद्यार्थियों को उनके विद्यार्थी जीवन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कड़ी मेहनत करने और नूतन प्रयोग पर ध्यान देने की बात कही गई।

    मैट्स विश्वविद्यालय के महानिदेशक   प्रियेश पगारिया ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए शुभाशीष प्रदान किया। तत्पश्चात मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति  गजराज पगारिया ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को मैट्स विश्वविद्यालय में उनके प्रथम दिवस पर उनका उत्साहवर्धन करते हुए अनेक प्रेरक प्रसंगों के माध्यम से शिक्षा अर्जन कर अपने परिवार एवम विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने का संदेश दिया उन्होंने कड़ी मेहनत का कोई दूसरा विकल्प नहीं है इस पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर भी ध्यान देने एवम विश्वविद्यालय में उनके लिए आवश्यक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ इस अवसर पर मैट्स विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष शिक्षकवृंद तथा विश्वविद्यालय प्रशासन के कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अयंतिका पॉल एवम  सुमन साहू ने किया । इस कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन मैट्स कॉलेज के सहायक प्राध्यापक उमेश कुमार साहू के द्वारा किया गया। मैट्स कॉलेज के वरिष्ठ विद्यार्थियों एवम स्टॉफ के सहयोग से सप्तदिवसीय दीक्षाआरंभ का प्रथम दिवसीय कार्यक्रम सफल रूप से आयोजित हुआ ।

  • कलिंगा विश्वविद्यालय ने लगातार तीसरी बार एनआईआरएफ रैंकिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया

    कलिंगा विश्वविद्यालय ने लगातार तीसरी बार एनआईआरएफ रैंकिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया

    नया रायपुर ।

    कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर ने लगातार तीसरे वर्ष प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में विश्वविद्यालय कैटेगरी में 101-150 रैंक बैंड में स्थान हासिल करके एक बार फिर अकादमिक उत्कृष्टता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। यह निरंतर प्रदर्शन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और एक मजबूत शैक्षणिक वातावरण को बढ़ावा देने के प्रति विश्वविद्यालय के समर्पण को उजागर करता है।यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कलिंगा विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ की सभी निजी और सरकारी विश्वविद्यालयों में से इस रैंक बैंड में शामिल होने वाला एकमात्र विश्वविद्यालय है।कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए पूरे स्टाफ के अथक प्रयासों और योगदान के लिए उनकी हार्दिक सराहना की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह लगातार रैंकिंग सामूहिक कड़ी मेहनत, नवीन शिक्षण विधियों, अनुसंधान और शिक्षा और समग्र विकास तथा शिक्षकों और छात्रों के प्रति विश्वविद्यालय के प्रगतिशील दृष्टिकोण का प्रमाण है।

    भारत सरकार का शिक्षा मंत्रालय एनआईआरएफ रैंकिंग आयोजित करता है, जो शिक्षण, सीखने और संसाधनों, अनुसंधान और पेशेवर प्रथाओं, स्नातक परिणामों, आउटरीच और समावेशिता, और धारणा जैसे कई पहलुओं पर संस्थानों का मूल्यांकन करता है। कलिंगा विश्वविद्यालय की शीर्ष 150 में निरंतर उपस्थिति इसकी मजबूत शैक्षणिक नींव, अनुसंधान उत्पादन और छात्र-केंद्रित पहल का प्रतिबिंब है।डॉ. गांधी ने शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता को और बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई तथा आने वाले वर्षों में रैंकिंग में और भी ऊपर आने का लक्ष्य रखा।  इस मान्यता से कलिंग विश्वविद्यालय के संकाय, कर्मचारी और छात्र शैक्षणिक जीवन के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए प्रयास जारी रखने के लिए प्रेरित हुए हैं।यह उपलब्धि देश के अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों में से एक बनने की दिशा में कलिंगा विश्वविद्यालय की यात्रा में एक और मील का पत्थर है।

  • कलिंगा विश्वविद्यालय में वर्ष 2024-25 के लिए छात्रों के लिए फर्स्ट स्टेप 2024 इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया

    कलिंगा विश्वविद्यालय में वर्ष 2024-25 के लिए छात्रों के लिए फर्स्ट स्टेप 2024 इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया

    रायपुर।

    कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए, विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा B+ मान्यता प्रदान की गई है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जिसे वर्ष 2022 और 2023 में एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष 101-150 विश्वविद्यालयों के बैंड में शामिल किया गया है। नेतृत्व शक्ति के विकास के साथ जिम्मेदार नागरिक की भावना विकसित करने के लिए वैश्विक मानदंडों के अनुसार छात्रों में नवाचार पैदा करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बहुविषयक अनुसंधान-केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित किया जाता है।मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) और कंप्यूटर साइंस, बीसीए, बीसीएस, एमसीए और एमसीएस प्रथम सेमेस्टर के नव नामांकित छात्रों के लिए “फर्स्ट स्टेप 2024 इंडक्शन प्रोग्राम” कार्यक्रम क्रमशः मंगलवार, 06 अगस्त 2024 और बुधवार, 07 अगस्त 2024 को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया।कलिंगा विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार पर नए छात्रों का पारंपरिक पंजाबी ढोल की थाप के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया गया। तिलक समारोह आयोजित किया गया और छात्रों को कलिंगा विश्वविद्यालय के रिस्टबैंड दिए गए।

    कलिंगा विश्वविद्यालय के बारे में वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से विद्यार्थियों को संक्षिप्त जानकारी दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने स्वागत भाषण देकर सीएस/आईटी छात्रों का स्वागत किया और एक आकर्षक पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से विश्वविद्यालय पर बहुमूल्य जानकारी साझा की, तथा नए विद्यार्थियों को संस्थान के चरित्र और सुविधाओं से परिचित कराया। एमबीए के छात्रों का स्वागत मार्केटिंग मैनेजर  जे विशाल ने किया। कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने एक प्रेरक भाषण दिया, जिसके बाद कलिंगा विश्वविद्यालय के महानिदेशक डॉ. बायजू जॉन ने छात्रों को ऊंचे मुकाम तक पहुंचने और अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित करने वाले ज्ञानवर्धक शब्द कहे। अनुकूल शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने की भावना से, शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता डॉ. राहुल मिश्रा ने विश्वविद्यालय की आचार संहिता और व्यापक शैक्षणिक पाठ्यक्रम पर प्रकाश डाला। कैरियर एवं कॉर्पोरेट संसाधन केंद्र (सीसीआरसी) के निदेशक  पंकज तिवारी ने कैरियर मार्गदर्शन पर एक ज्ञानवर्धक सत्र प्रस्तुत किया।

      अलीशा यादव – बी.कॉम. अंतिम वर्ष की छात्रा और सजल– बी.कॉम. तृतीय सेमेस्टर समारोह के संचालक थे। कलिंगा के विद्यार्थियों द्वारा एकल नृत्य, समूह नृत्य और बैंड प्रदर्शन जैसी विभिन्न गतिविधियाँ प्रस्तुत की गईं। एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और पेपर ड्रेस-मेकिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और पुरस्कार जीते।इस अवसर पर छात्र कल्याण की अधिष्ठाता- लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, निदेशक – मार्केटिंग और प्रवेश अभिषेक शर्मा, विभागाध्यक्ष – वाणिज्य और प्रबंधन डॉ. शिंकी के पांडे, विभागाध्यक्ष – कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी ओमप्रकाश देवांगन, प्रबंधक – मार्केटिंग   जे विशाल और उप निदेशक – मार्केटिंग सुश्री काजल सिंह भी उपस्थित थीं।कार्यक्रम के समापन पर लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

  • सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं: उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा

    सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं: उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा

    रायपुर ।

    उपमुख्यमंत्री  विजय शर्मा ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं होता, कभी भी सफलता के लिए शॉटकट रास्ता ढूंढ़ने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, जो हम अपने प्रारबद्ध को बदल नहीं सकते हैं। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगन और ईमानदारी के साथ उस दिशा में लग जाना चाहिए। कड़ी मेहनत से ही जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है, सफलता हासिल की जा सकती है, जबकि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है।उन्होंने कहा कि मुकाम प्राप्त करने के बाद बैठ जाना की सफलता नहीं कहा जा सकता, बल्कि उस विषय में दक्षता और महारथ हासिल होना चाहिए। साथ ही उस लक्ष्य को पाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। उपमुख्यमंत्री  शर्मा आज पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभाकक्ष में आयोजित शहीद चंद्रशेखर आजाद हॉस्टल डे को सम्बोधित कर रहे थे।

    गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री  शर्मा भी इस हॉस्टल में रहकर अध्ययन किए हैं। उपमुख्यमंत्री बनने के बाद पहुंचे शर्मा को आजाद हॉस्टल के छात्रों सहित परिसर स्थित अन्य हॉस्टल के छात्र-छात्राओं ने उल्लासपूर्वक उनका अभिनंदन किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री  शर्मा ने पूर्व छात्रों, अधीक्षकों, प्रोफेसरों तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले छात्रों तथा कर्मचारियों को सम्मानित किया। छात्रावास के छात्र-छात्राओं द्वारा उपमुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।उपमुख्यंत्री  विजय शर्मा ने छात्रावास डे को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन में सबकुछ योजना के मुताबिक हो, ऐसा सम्भव नहीं हो पाता, लेकिन हमें लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए योजना बनाकर मंजिल को प्राप्त करने की दिशा में हरसंभव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपने संस्कार और परंपरा को नहीं भुलना चाहिए। बड़ों के प्रति सम्मान और संस्कार से हम जीवन में आगे बढ़ सकते हैं, सफलता हासिल कर सकते हैं। उन्होंने सभी हॉस्टल छात्र-छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। इस मौके पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया गया।कार्यक्रम में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सच्चिदानंद शुक्ल, राज्य सूचना आयोग के सचिव  गोपाल वर्मा, कुलसचिव  शैलेन्द्र पटेल, डॉ. रविन्द्र मिश्र, डॉ. एम.एल. नायक सहित बड़ी संख्या में पूर्व छात्र तथा विभिन्न हॉस्टल के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।