रायपुर, 20 फरवरी 2024 /स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने कहा कि शिक्षक जीवन में ऐसा कार्य करें, जिससे वह विद्यार्थियों के रोल मॉडल बन सकें। इसके लिए यह आवश्यक है कि हम स्कूल में अच्छा वातावरण बनाएं और एक परिवार की तरह रहंे। स्कूल शिक्षा सचिव श्री परदेशी ने लीडरशीप के साथ विषयों पर फोकस करते हुए कहा कि यह कार्य कठिन नहीं है, इसके लिए प्रयास करेंगे, तो अच्छे से क्रियान्वित किया जा सकता है। उन्होंने नवाचारी शिक्षकों का उत्साहवर्धन करते हुए का कि हमें शिक्षकों के जरिए जागरूकता लानी है, गांव में शिक्षक का लीडर के रूप में होना जरूरी है और यह शिक्षकों के व्यवहार पर निर्भर करता है। श्री परेदशी ने कहा कि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद स्कूल के वातावरण में बदलाव आएगा तभी यह प्रशिक्षण सफल माना जाएगा।
सेमिनार को संबोधित करते हुए एससीईआरटी व राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक श्री राजेंद्र कुमार कटारा ने कहा कि स्कूल शिक्षा का मंदिर है। जीवन जीने के लिए अच्छे गुणों का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमने नवाचारी कार्यक्रम में श्रेष्ठ पालकत्व के जरिए पालकों को बच्चों में क्या अच्छी आदत होनी चाहिए, यह बातें सिखाई है, इस तरह के नवाचारी कार्यक्रमों की आवश्यकता है। प्रत्येक स्कूल में उल्लास केन्द्रों के जरिए जब हम अशिक्षितों को साक्षर करेंगे तब समुदाय हमारे स्कूल से जुड़ेगा और समुदाय की भागीदारी से उसका संचालन अच्छे से हो पाएगा।निमोरा में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार में एनसी एसएल नीपा की छत्तीसगढ़ प्रभारी डॉ.सादमा अफजार, कुलपति डॉ. पीयूष कांत पांडेय, उप संचालक पुष्पा किसपोट्टा, डॉ. कामायनी कश्यप, सीमेट प्रकोष्ठ प्रभारी श्री आलोक शर्मा, नोडल अधिकारी डी. दर्शन, झारखंड के प्रभारी डी.एन. सिंह, मध्य प्रदेश के प्रभारी उस्मान खान सहित प्रदेश के 100 से अधिक चयनित नवाचारी शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक डॉ. सीमा श्रीवास्तव ने किया।
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शिक्षक विद्यार्थियों के रोल मॉडल बने: स्कूल शिक्षा सचिव परदेशी
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विकसित भारत 2047 का लक्ष्य प्राप्त होगा बेहतर उच्च शिक्षा से : बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर, 20 फरवरी 2024/ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (PM-USHA) का शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने जानकारी दी कि, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने PM USHA के तहत छत्तीसगढ़ को बड़ी सौगात दी है। योजना के तहत राज्य के बस्तर विश्वविद्यालय को 100 करोड रुपए, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर को 20 करोड़ और अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय, बिलासपुर को 20 करोड़ के साथ दो कॉलेजों को पांच-पांच करोड़ रुपए दिए हैं। उन्होंने कहा कि, विकसित भारत 2047 का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए उच्च शिक्षा को विश्व स्तर का बनाना अति आवश्यक है। इसीलिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लाया गया है।मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि राज्यों को उच्च शिक्षा हेतु संचालित महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों को अनुदान सहायता उपलब्ध कराने के लिए पूर्व संचालित रूसा योजना के स्थान पर प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (PM-USHA) योजना प्रारंभ की गई है। माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से (PM-USHA) योजना के अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं का डिजिटल लॉन्च किया गया। इस योजना के अंतर्गत राजकीय विश्वविद्यालयों एवं शासकीय तथा अनुदान प्राप्त महाविद्यालयों में समानता, पहुंच एवं उत्कृष्टता के लक्ष्य को पाने के लिए राज्य सरकारों को सहायता दी जाती है। (PM-USHA) योजना के कुल 05 घटक है। राज्य द्वारा उक्त सभी घटकों में भारत सरकार को 08 विश्वविद्यालयों एवं 69 महाविद्यालयों हेतु कुल 895 करोड का प्रस्ताव भेजा गया था। प्रथम चरण में शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विश्वविद्यालयों हेतु लागू 02 घटकों में राज्य के जिन विश्वविद्यालयों को अनुदान स्वीकृत किया गया हैउनमें शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय, जगदलपुर में Multi-Disciplinary Education and Research Universities (MERU) component में 100 करोड़ रुपए शामिल है।वहीं Grants to Strengthen Universities (GSU) component में अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर और पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर को 20-20 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है।बस्तर विश्वविद्यालय के लिए स्वीकृत उपरोक्त 100 करोड़ की राशि से नवीन संकाय, प्रयोगशाला कक्ष, स्मार्ट क्लास रूम इत्यादि नवीन निर्माण कार्य, पूर्व से उपलब्ध प्रयोगशाला, लाईब्रेरी, क्लास रूम, विद्यार्थियों के लिए अन्य सुविधाओं का सुसज्जिकरण किया जायेगा। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के काम-काज का कंप्यूटराईजेशन अध्ययन-अध्यापन में सूचना प्रौद्योगिकी के नवीन तकनीकों का उपयोग उच्च स्तरीय हाईटेक लाईब्रेरी तथा उच्च स्तरीय शोध को प्रोमोट करने वाले संसाधनों का विकास किया जायेगा।उन्होंने बताया कि बस्तर क्षेत्र में उच्च शिक्षा की उपलब्धता हेतु वर्ष 2024-25 के राज्य बजट से 20 नवीन शिक्षण विभाग में 33 नवीन स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारंभ करने का भी प्रावधान किया गया है। ये सभी पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के मापदण्डों के अनुरूप प्रारंभ किये जायेंगे। इसके लिए बजट में 365 पदों का अतिरिक्त सेटअप का भी प्रावधान किया गया है। बस्तर विश्वविद्यालय के वार्षिक अनुदान की राशि 04 करोड़ से बढ़ाकर इस वर्ष के बजट में 10 करोड प्रस्तावित किया गया है।(PM-USHA) योजना अंतर्गत स्वीकृत राशि से रायपुर एवं बिलासपुर विश्वविद्यालयो में विभिन्न नये निर्माण कार्य एवं पूराने कार्यों का नवीनीकरण किया जायेगा। उपकरण मद की राशि से प्रयोगशाला, कंप्यूटर लैब तथा लाईब्रेरी को अपग्रेड करने का काम किया जायेगा। साल 2024-25 के राज्य बजट में पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर में वाणिज्य अध्ययन शाला एवं फोरेंसिक साइंस के नवीन विषय प्रारंभ करने की भी स्वीकृति दी गई है। राज्य शासन ने पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के वार्षिक अनुदान बजट की राशि 39 करोड़ से बढ़ाकर 54 करोड कर दिया गया है। इसी प्रकार बिलासपुर विश्वविद्यालय के लिए वार्षिक अनुदान की राशि 02 करोड़ 27 लाख से बढ़ाकर 10 करोड़ कर दी गई है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नवोदय विद्यालय धमतरी एवं कबीरधाम में केन्द्रीय विद्यालय भवन का किया वर्चुअल उद्घाटन
रायपुर, 20 फरवरी 2024 /प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ के जिला कबीरधाम जिले के महराजपुर और धमतरी जिले के कुरूद विकासखंड के ग्राम चर्रा में नवनिर्मित केन्द्रीय विद्यालय भवन और नारायणपुर के ग्राम सुपगाँव में नवनिर्मित नवोदय विद्यालय भवन का वर्चुअल उद्घाटन किया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर में आयोजित कार्यक्रम में देश के विभिन्न स्थानों में निर्मित 25 केंद्रीय विद्यालयों का वर्चुअल उद्घाटन किया।नारायणपुर जिले के सुपगाँव में नवनिर्मित नवोदय विद्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम में वन एवं जलवायु परिवर्तन, कौशल विकास, सहकारिता एवं जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यप कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को देश को आर्थिक क्षेत्र में 11वें स्थान से 5वें पायदान पर पहुंचाने का श्रेय जाता है। उन्होंने कहा कि नवोदय विद्यालय सुपगांव की स्थापना 2017 में की गई थी, जिसके भवन का आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के करकमलों से उद्घाटन किये जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि जिले के विद्यार्थियों के लिए यह नवोदय विद्यालय वरदान साबित होगा।श्री केदार कश्यप ने कहा कि प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए यूपीएससी की तैयारी के लिए हमारी सरकार द्वारा दिल्ली में यूथ छात्रावास कोचिंग आवासीय विद्यालय का निर्माण किया गया है। इसमें प्रवेश लेकर विद्यार्थियों को मंजिल तक आसानी से पहुंचने में मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता विकसित करने के लिए राज्य में प्रयास अभियान चलाया जा रहा है, जिनके माध्यम से यूजीसी नेट, आईआईटी, नीट जैसी चयन परीक्षा में सम्मलित होकर प्रवेश पाने के लिए सफलता प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि नारायणपुर जिले के दुर्गम क्षेत्र के बच्चे नवोदय विद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर अपनी मंजिल पाने में कामयाब हो सकते हैं।सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने कबीरधाम जिले के महराजपुर में केन्द्रीय विद्यालय भवन के लोकार्पण पर जिले वासियों सहित केन्द्रीय विद्यालय परिवार, अभिभावक और विद्यालय में अध्ययनरत् विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरे देश के साथ छत्तीसगढ़ शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पुल-पुलिया, सड़क और रेलवे के नए परियोजनाओं के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। सर्व सुविधायुक्त इस विद्यालय भवन और कर्मचारी आवास का निर्माण 20 करोड़ 56 लाख रूपए की लागत से किया गया है। विद्यालय में कक्षा पहली से 11वीं विज्ञान वर्ग की कक्षाएं संचालित की जा रही है, जिसमें 486 विद्यार्थी अध्ययनरत् है।धमतरी जिले के कुरूद विकासखंड के ग्राम चर्रा में केन्द्रीय विद्यालय भवन का निर्माण दस एकड़ में 21 करोड़ 2 लाख रुपए की लागत से किया गया है। सांसद श्री चुन्नीलाल साहू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह स्कूल क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा। एक ही जिले में दो-दो केंद्रीय विद्यालय का संचालन संभव नहीं था, लेकिन पूर्व मंत्री श्री अजय चंद्राकर अपने कार्यकाल में इसे संभव कर दिखाया। वर्ष 2017 में कुरुद के कन्या हायर सेकंडरी स्कूल के भवन में खुले केंद्रीय विद्यालय का आज स्वयं का सुसज्जित भवन बनकर तैयार हो गया है। विधायक अजय चन्द्राकर ने ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि शिक्षा से ही समाज में बदलाव आत है। इस दिशा में केंद्रीय विद्यालय तो एक झलक है, क्षेत्र के विकास के लिए अभी और काम करना बाकी है। उन्होंने कहा कि कुरुद को शिक्षा का हब बनाने बहुत आगे तक ले जाना है, जिसके लिए वातावरण बनाए। कार्यक्रम को कलेक्टर नम्रता गांधी ने भी संबोधित किया।
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केन्द्रीय मंत्री ने शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की मुक्तकंठ से की सराहना
रायपुर, 19 फरवरी 2024/ केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज छत्तीसगढ़ में पीएम श्री योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शिक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा है। भारत सरकार शिक्षा के विकास के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगी। पीएम श्री योजना के द्वितीय चरण में छत्तीसगढ़ की अपेक्षाओं के अनुरूप अधिक से अधिक स्कूलों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के 211 स्कूलों में पीएम श्री योजना की आज शुरूआत की गई है। जिसके तहत 2-2 करोड़ प्रति स्कूल राशि खर्च कर स्कूलों को बड़े शहरों और विश्व स्तर के आदर्श स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राईजिंग इंडिया’ प्रधानमंत्री श्री मोदी के विकसित भारत की परिकल्पना का प्रमुख आधार है।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम में सांसद श्री सुनील सोनी, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, गुरू खुशवंत साहेब, श्री मोतीलाल साहू, राज्य औषधि बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री रामप्रताप सिंह भी उपस्थित थे।कार्यक्रम के पहले अतिथियों ने आयोजन स्थल पर पीएम श्री योजना सहित शिक्षा से संबंधित योजनाओं पर लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया। केन्द्रीय मंत्री ने केन्द्रीय विद्यालय डोंगरगढ़ में डिजिटल लाइब्रेरी, रामानुज मैथ्स पार्क और नवोदय विद्यालय में वर्चुअल रियलटी का शुभारंभ किया। पीएम श्री योजना में छत्तीसगढ़ के चयनित 211 स्कूलों में एलीमेन्ट्री स्तर पर 193 और सेकेंडरी स्तर पर 18 स्कूल शामिल हैं। विद्यार्थियों को इन स्कूलों में आईसीटी, डिजिटल क्लास रूम के माध्यम से प्रदान की जाएगी। इन स्कूलों के विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा एवं स्थानीय उद्योगों के साथ इंटर्नशिप, उद्यमिता के अवसरों से जोड़ा जाएगा। अतिथियों ने उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि स्टॉलों के अवलोकन के दौरान उनकी विद्यार्थियों से चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का आत्मविश्वास और ज्ञान का स्तर देखकर मैं यह कह सकता हूं कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी बच्चे दूसरे राज्यों के बच्चों से काफी आगे हैं। यही छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी पूंजी है। बच्चों ने मुझसे आटोग्राफ भी लिया। चर्चा के दौरान बच्चों में क्रिटिकल थिंकिंग का रिफलेक्शन देखने को मिला। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में समग्र शिक्षा के विकास के लिए केन्द्र सरकार हरसंभव सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि हर स्कूल में बागवानी हो, बच्चों को पोषण के साथ खेलकूद और योगा भी सिखाया जाए ताकि बच्चे स्वस्थ्य रहें। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में कक्षा 8वीं तक बच्चों को मातृभाषा और स्थानीय भाषा में शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए केन्द्र सरकार सरकारी चैनल शुरू करेगी, जिसमें छत्तीसगढ़ी सहित हल्बी, गोंडी, भतरी, सरगुजिया जैसी भाषाएं भी शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी सहित सभी स्थानीय भाषाएं राष्ट्रीय भाषाएं हैं। नई शिक्षा नीति में कौशल विकास और टेक्नालॉजी पर विशेष जोर दिया गया। 6वीं से 12वीं तक सभी विद्यार्थियों को भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, आर्ट, स्पोर्टस, पेंटिंग, संगीत-नृत्य जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को 10 दिनों का शैक्षणिक भ्रमण कराया जाएगा, जिसमें बच्चों को जंगल, एयरपोर्ट, अबूझमाड़ क्षेत्र, टेक्सटाइल्स, पंडवानी जैसे लोककलाओं आदि को नजदीक से जानने और समझने का मौका मिलेगा। यह सभी क्षेत्र अपने आप में ओपन यूनिवर्सिटी हैं। उन्होंने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों का उल्लेख करते हुए कहा कि इसकी तैयारी छत्तीसगढ़ से प्रारंभ हो, यहां के खिलाड़ी 10 प्रतिशत मेडल लेकर आएं। हर स्कूल में खेल का मैदान हों, खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित हो। उन्होंने कहा कि बच्चे स्वयं एंकरिंग कर अपने गांव और उनकी विशेषताओं पर एक मिनट की रील बनाएं। केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को शिक्षा सत्र 2025-26 से बोर्ड परीक्षा देने के दो अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में नवाचार पर जोर दिया गया है। इसका पहला उद्देश्य बच्चों को परीक्षा के तनाव से मुक्त करना है। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना है।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक दिन है, जब प्रदेश में पीएम श्री योजना प्रारंभ हो रही है। इसकेे लिए उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुरूप छत्तीसगढ़ में हम शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार कर बच्चों को आने वाले जीवन के लिए तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास के ध्येय वाक्य के साथ विकसित भारत बनाने का लक्ष्य दिया है। इसे प्राप्त करने के लिए हम विकसित छत्तीसगढ़ बनाएंगे। पिछले 5 वर्षों में छत्तीसगढ़ में शिक्षा का जो हाल है, वह किसी से छिपा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। शिक्षा के विकास के लिए बजट में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती के साथ स्कूल भवनों के निर्माण सहित अनेक प्रावधान किए गए हैं। हमें खाली खजाना मिला लेकिन चिन्ता की बात नहीं है। जब डबल इंजन की सरकार है। हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को एक समृद्ध प्रदेश बनाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि पीएम श्री योजना के तहत छत्तीसगढ़ के चयनित 211 स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और स्कूलों की अधोसंरचना विकास के कार्य किए जाएंगे। ताकि विद्यार्थी आने वाले जीवन के लिए तैयार हों। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार के बजट में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप छत्तीसगढ़ में मल्टीलेंग्वेज एजुकेशन बच्चों को दिया जाए। पीएम श्री योजना प्रधानमंत्री का विकसित भारत का सपना है। उन्होंने इस योजना में छत्तीसगढ़ के अधिक से अधिक स्कूलों को शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पीएम उषा योजना के तहत बस्तर विश्वविद्यालय को 100 करोड़, रविशंकर विश्वविद्यालय और अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर को 20-20 करोड़ रूपए का अनुदान स्वीकृत किया गया है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री और केन्द्रीय शिक्षामंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि हम अगले पांच वर्षों में प्रदेश के 25 हजार स्कूलों को स्मार्ट स्कूल के रूप विकसित करेंगे। दूरस्थ अंचल के प्रायमरी और मिडिल स्कूल के बच्चों को निःशुल्क जूता-मोजा और बैग देना चाहते हैं। 10 हजार स्कूलों के जर्जर भवनों और नए स्कूल भवन का निर्माण करना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने केन्द्र से मदद का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि हम 11वीं और 12वीं के बच्चों को भी निःशुल्क पुस्तकें देने जा रहे हैं। हमारा यह आग्रह है कि प्रदेश के हर जिले में केन्द्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय हों। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री जी के भावनाओं के अनुरूप छत्तीसगढ़ की शिक्षा के स्तर को देश की शिक्षा के स्तर पर लाएंगे। कार्यक्रम को केन्द्रीय शिक्षा सचिव श्री संजय कुमार, छत्तीसगढ़ के शिक्षा सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने भी सम्बोधित किया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कबीरधाम जिले के नए केंद्रीय विद्यालय भवन का वर्चुअल लोकार्पण किया
कवर्धा, 20 फरवरी 2024 /देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज मंगलवार को जम्मू कश्मीर में आयोजित सभा के दौरान छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के महराजपुर में नवनिर्मित सर्व सुविधायुक्त केन्द्रीय विद्यालय भवन का वर्चुअल के माध्यम से लोकार्पण किया। लगभग 20 करोड़ 56 लाख रूपए की लागत से निर्मित नवीन केंद्रीय विद्यालय भवन निर्माण किया गया है। वर्चुअल लोकार्पण का आयोजन महराजपुर के नवनिर्मित केन्द्रीय विद्यालय के प्रागंण में किया गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हमारा देश विकसित भारत संकल्प को लेकर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने देश में शिक्षा, रेलवे, एविएशन और सड़क क्षेत्रों के लिए 32,000 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भट्ट, जिला पंचायत सदस्य श्री रामकुमार भट्ट, कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप कुमार अग्रवाल, केन्द्रीय विद्यालय संगठन क्षेत्रिय कार्यालय के सहायक आयुक्त श्री रविन्द्र कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर स्कूल की विद्यार्थियों ने देश भक्ति और देश के अलग-अलग प्रांतों को गीत और संगीत के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को एक रूप देते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियां भी दी।सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने केन्द्रीय विद्यालय के भवन के लोकार्पण पर पूरे जिलवासियों सहित केन्द्रीय विद्यालय परिवार, अभिभावक और यहां अध्यनरत विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश के साथ छत्तीसगढ़ शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पुल-पुलिया, सड़क और रेलवे के नए परियोजनाओं के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा है कि हमारी मांगों और आकांक्षाओं से ज्यादा देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी से छत्तीसगढ़ को मिल रही है। आज छत्तीसगढ़ का राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र एक विकसित भारत की संकल्प के साथ एक समृद्ध और विकसित परिकल्पनाओं के साथ आगे बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में राजनांदगांव क्षेत्र का विकास प्रदृश्य लोगों को दिखाई देना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा है कि हमारी मांगों के अनुरूप केन्द्र सरकार से जल्द ही एक पृथक राजनांदगांव डाक संभाग बनने जा रहा है। स्वीकृति की प्राक्रिया अंतिम चरणों में है। इसके अलावा कबीरधाम जिले में खेलो इंडिया कबड्डी सेंटर की स्वीकृति मिल गई है। पोंड़ी से मुंगेली तक टू लेन सड़क निर्माण, लांझी से खैरागढ़ होते हुए रायपुर तक नेशनल हाइवे फोर लेन सड़क निर्माण, रायपुर से राजनांदगाव लोकसभा क्षेत्र के डोंगरगांव, अंबागढ़ चौकी, मानपुर मोहला होते हुए हैदराबाद तक सड़क निर्माण के लिए केन्द्र सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा है कि केन्द्र सरकार से हमारी आस्था और श्रद्धा के मान बिन्दूओं को अलग पहचान मिल रही है। केन्द्र सरकार की प्रसाद योजना से डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी में करोड़ों रुपए की स्वीकृति से अनेक विकास कार्य किए जा रहे है। हम सबके अथक प्रयासों से, राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में डोंगरगढ़ से कटघोरा तक नई रेल लाइन निर्माण कार्य बजट में प्रावधानित है। यह मोदी की गारंटी को प्रर्दशित करती है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कबीरधाम जिले में मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी शीघ्रता से पूरा होगा। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्री रामकुमार भट्ट, कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने भी अपने उद्बोधन के साथ बधाई एवं शुभकानाएं दी। इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय डोगरगढ़ के प्राचार्य श्री एसआर कुजूर, शिक्षक श्री मनोज पुसाम, श्री सुधीर केशरवानी, श्री कृष्णा पंडित, श्री दीपक चंद्राकर सहित समस्त केन्द्रीय विद्यालय परिवार उपस्थित थे। मंच संचालन डॉ. अरूण कुमार मिश्रा और ऋषभ रजक ने किया। सर्व सुविधायुक्त है केन्द्रीय विद्यायल का नवीन भवन
केन्द्रीय विद्यालय संगठन क्षेत्रिय कार्यालय के सहायक आयुक्त श्री रविन्द्र कुमार ने बताया कि नवीन केन्द्रीय विद्यालय भवन को शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ खेल, संगीत और विद्यार्थियों के उन्नमुखीकरण को विशष ध्यान रखते हुए अत्याधुनिक और सर्वसुविधायुक्त बनाया गया है। इस संयुक्त परिसर में 46 कमरे है। जिसमें कम्प्यूटर लैब, रसायन प्रयोग शाला, जीव विज्ञान प्रयोगशाला, भौतिकी प्रयोगशाला, गणित प्रयोगशाला, चिकित्सा कक्ष समाहित है। इसके अलावा स्कूल परिसर में खेल मैदान खो-खो, बॉस्केट बॉल, टेनिस, फूटबॉल, प्राथमिक बाल उद्यान, पार्किंग सुविधाएं, दिव्यांग प्रसाधन, स्काउड गाईड और शिक्षकों के लिए अलग से संयुक्त कक्ष की भी व्यवस्था दी गई है। स्कूल प्रागंण के अंदर शिक्षकों के लिए आवासीय परिसर भी निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना सन 2017 में की गयी थी। विद्यालय के भवन का निर्माण वर्ष 2021 में प्रारम्भ हुआ। विद्यालय भवन मय कर्मचारी आवास कुल 20.56 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। वर्तमान में यह विद्यालय करपात्री स्टेडियम के परिसर में संचालित है। विद्यालय में कक्षा पहली से 11 विज्ञान वर्ग की कक्षाएं संचालित की जा रही हैं, जिसमें 248 छात्र व 238 छात्राओं को मिलाकर कुल 486 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इस विद्यालय में कुल 17 स्थायी शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत हैं।
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पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय का 27वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न
रायपुर, 20 फरवरी 2024 /राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री विश्वभूषण हरिचंदन की अध्यक्षता में आज यहां पं. रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर का 27वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ। समारोह में अति विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल एवं मुख्य अतिथि प्रो.(डॉ.) बुद्ध रश्मि मणि उपस्थित थे। दीक्षांत समारोह में प्रख्यात कवि श्री माधव कौशिक को मानद उपाधि, 45 हजार से अधिक विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, स्नातक एवं स्नातकोत्तर पी एच डी की डिग्री प्रदान की गई। राज्यपाल ने डिग्री प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपने ज्ञान का प्रयोग, समाज और राष्ट्र की भलाई के लिए करना चाहिए। राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा कि विद्यार्थियों को शोध के क्षेत्र में ऐसे विषयों पर काम करना चाहिए जैसे सामाजिक न्याय, टिकाऊ विकास, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण आदि जो ज्वलंत मुद्दे हैं और जिन पर बहुत कुछ शोध किए जाने की आवश्यकता हैं, आज पूरा विश्व ऐसी चुनौतियों से जूझ रहा है। इसके अलावा विद्यार्थियों को सॉफ्ट स्किल्स और नैतिक मूल्यों पर भी बराबरी से ध्यान देना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों का वंचित वर्ग के लोगों के लिए काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को राष्ट्र की प्रगति के लिए आगे बढ़कर कार्य करना चाहिए और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की संकल्पना विकसित भारत में सक्रिय होकर भाग लेना चाहिए। विद्यार्थियों में राष्ट्रीय भावना जागृत होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि आज यहां काफी संख्या में लड़कियों को स्वर्ण पदक प्राप्त करते देखना खुशी की बात है। महिलाएँ दुनिया की लगभग आधी आबादी हैं और वे न केवल प्रमुख हितधारक हैं, बल्कि विकास प्रक्रिया की वास्तुकार भी हैं। यह सिर्फ आपकी व्यक्तिगत जीत नहीं है, यह सही अवसरों और वातावरण के साथ सशक्त होने पर महिलाओं की असीमित क्षमता का एक शक्तिशाली प्रमाण है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत अपना अमृत काल मना रहा है। आज भारत की स्थिति विश्व में काफी मजबूत है।समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक है, लेकिन इसका अंतिम लक्ष्य युवाओं के सर्वांगीण विकास के साथ उनके कौशल को राष्ट्र निर्माण की मुख्य धारा से जोड़ना है। वर्तमान युग में नवाचार, समावेशी शिक्षा, तकनीकी योग्यता और कौशल विकास किसी भी शिक्षा-प्रणाली के महत्वपूर्ण घटक बन चुके हैं। हमारी सरकार प्रदेश में उच्च शिक्षा को नई पहचान दिलाने हेतु सदैव कृतसंकल्पित रही है। शिक्षा के क्षेत्र में भारत को विश्वस्तर पर पुर्नस्थापित करने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और शोध पर विशेष जोर देना होगा।उन्होंने कहा कि ऐसे शोध किए जाने चाहिए। जो छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके और यह भी लोगो के लिए लाभदायक साबित हो। दीक्षांत भाषण प्रो. डॉ. बुद्ध रश्मि मणि ने दिया।कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल श्री हरिचंदन एवं अन्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। समारोह के पश्चात राज्यपाल श्री हरिचंदन एवं अन्य अतिथियों ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधे रोपे। समारोह में कुलपति प्रोफेसर सच्चिदानंद शुक्ला, विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । कुल सचिव श्री शैलेंद्र पटेल, विश्वविद्यालय कार्य परिषद के सदस्य, संकाय अध्यक्ष और बडी संख्या में विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भिलाई आईआईटी के स्थाई परिसर को किया राष्ट्र को समर्पित
रायपुर, 20 फरवरी 2024 /प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज भिलाई स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के स्थाई परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने जम्मू में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में आईआईटी भिलाई के साथ ही कुरुद और कवर्धा में केन्द्रीय विद्यालय के नए बने भवनों का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय भिलाई आईआईटी से ऑनलाइन लोकार्पण कार्यक्रम में जुड़े। उन्होंने भिलाई के उच्च तकनीकी राष्ट्रीय संस्थान आईआईटी के स्थाई परिसर को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। करीब 400 एकड़ में संस्थान का कैंपस विकसित किया जा रहा है। सांसद श्री विजय बघेल, विधायक श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा और श्री ललित चन्द्राकर, पूर्व मंत्री श्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, श्रीमती रमशीला साहू, भिलाई आईआईटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन श्री के. वेंकटरमनन और निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश भी लोकार्पण कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भिलाई आईआईटी में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए आज गौरव का दिन है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू से देश के लिए 32 हजार करोड़ रुपए की 220 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास और उद्घाटन किया है। इनमें छत्तीसगढ़ की भी तीन शैक्षणिक संस्थाएं शामिल हैं। मैं प्रधानमंत्री को इसके लिए धन्यवाद देता हूं और उनके प्रति आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने आईआईटी भिलाई परिवार को सर्वसुविधायुक्त स्थाई कैंपस मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आईआईटी उच्च शिक्षा का उत्कृष्ट केंद्र बनेगा।सांसद श्री विजय बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों भिलाई आईआईटी को राष्ट्र को समर्पित करते देखने के साक्षी हैं। प्रधानमंत्री ने आज देश भर में अनेक उच्च शिक्षण संस्थानों का लोकार्पण, शिलान्यास और उद्घाटन किया है। देश के युवाओं को आज बड़ी सौगात मिली है। भिलाई आईआईटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन श्री के. वेंकटरमनन और निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। पूर्व विधायक श्री लाभचंद बाफना और भिलाई आईआईटी के रजिस्ट्रार सेवानिवृत्त विंग कमांडर डॉ. जयेश चन्द्र एस. पई सहित अनेक जनप्रतिनिधि, आईआईटी के प्राध्यापक और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे एक हजार से ज्यादा छात्र अध्ययनरत, 2016 में शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर में प्रारंभ हुई थी कक्षाएं, परिसर की कई भवनें छत्तीसगढ़ की नदियों और पहाड़ों के नाम भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई में अभी एक हजार से ज्यादा छात्र- छात्राएं इंजीनियरिंग की 11 शाखाओं (Branches) में पढ़ाई कर रहे हैं। वर्ष 2016 में आईआईटी के अस्थाई परिसर शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर में कक्षाएं लगना प्रारंभ हुई थीं। अगस्त-2023 से भिलाई स्थित स्थाई परिसर में कक्षाएं लग रही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 14 जून 2018 को भिलाई में आईआईटी परिसर के निर्माण की आधारशिला रखने के बाद 8 जुलाई 2020 से इसका निर्माण आरंभ हुआ था। आईआईटी भिलाई का परिसर 400 एकड़ में फैला है। आरंभिक रूप से इसके निर्माण के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा 1090 करोड़ 18 लाख रुपए स्वीकृत कर परिसर में लेक्चर हाल, सेमिनार रूम, क्लासरूम आदि बनाए हैं। यहां निर्मित कई भवनों के नाम छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदियों और पहाड़ों के नाम पर इंद्रावती, शिवनाथ, कन्हर, मैनपाट, गौरलाटा, सिहावा, पेलमा इत्यादि रखे गए हैं।
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छत्तीसगढ़ में 30 हजार से ज्यादा विद्यार्थी कर चुके योग पर डिग्री डिप्लोमा
रायपुर, 18 फरवरी 2024/ आज छत्तीसगढ़ योग शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने शिक्षक भर्ती- 2024 में ‘योग शिक्षक’ पद सम्मिलित करवाने के लिए माननीय शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल जी के जन दर्शन समस्या निवारण शिविर में उपस्थित होकर मांग पत्र सौंपा। माननीय शिक्षा मंत्री जी की अनुपस्थिति में कैबिनेट मंत्री माननीय लखन लाल देवांगन जी को योग शिक्षक भर्ती के संदर्भ में बात रखते हुए योग डिग्री डिप्लोमाधारी के बेरोजगारी से अवगत कराया गया जिसमें माननीय मंत्री जी ने आश्वासन दिये है कि यह बात कैबिनेट मीटिंग और माननीय शिक्षा मंत्री तक प्रबलता से पहुंचने की बात कही। ज्ञापन अभियान में छत्तीसगढ़ योग शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल अध्यक्ष- अनिल चंद्राकर, केंद्रीय सदस्य नितेश पटेल, अतिथि व्याख्याता – रविशंकर साहू, चितरंजन साहू, विशेष सदस्य आदित्य टंडन उपस्थित रहे।
1. छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त शासकीय हाई-हायर सेकेण्ड्री स्कूलों में खेल शिक्षक के तर्ज पर योग शिक्षक / प्रशिक्षक की भी भर्ती किया जाए ।
2. छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त शासकीय विश्वविद्यालयों में स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यकमों में योग को स्वतंत्र विषय के रूप में सम्मिलित कर अध्ययन-अध्यापन प्रारंभ किया जाए ।
3. UGC-NET व मध्यप्रदेश सेट (MP-SET) के तर्ज पर छत्तीसगढ़ राज्य पात्रता परीक्षा (CG-SET) में योग विषय को शामिल किया जाए ।
सरकार लगातार योग प्राणायाम और नैतिक शिक्षा की बात कर रही है लेकिन योग शिक्षकों की भर्ती नहीं कर रही है. आज हजारों विद्यार्थी डिग्री डिप्लोमा धारक दर-दर भटकने को मजबूर हैं। अगर सरकार भर्ती नहीं कर सकती तो सभी महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में योग पढ़ाना बंद कर देना चाहिए.
आदित्य टंडन
विद्यार्थी2024 की शिक्षक भर्ती में योग की पढ़ाई करने वाले डिप्लोमा और डिग्री धारकों को कोई पद नहीं दिया गया है, शिक्षा मंत्री को योग में स्थायी पद देना था, योग के विद्यार्थियों को सरकार से बड़ी इच्छाएं और उम्मीदें हैं।
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गोंडी हल्बी और सरगुजिहा में भी पढ़ाई की कोशिश जारी कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद के सवाल पर शिक्षामंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सदन में दी जानकारी
रायपुर, 17 फरवरी 2024/ छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के 10वें दिन सदन में छत्तीसगढ़ी को पाठ्यक्रम में शामिल करने का मुद्दा भी गूंजा है। कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने शिक्षा मंत्री से पूछा कि, छत्तीसगढी कब तक पाठ्यक्रम में शामिल होगी। जिसका जवाब मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने देते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ी के साथ गोंडी, हलबी, सरगुजिया में पढ़ाई कराने का प्रयास किया जाएगा। सवाल जवाब के दौरान कुंवर सिंह निषाद ने भी प्राथमिक शिक्षा छत्तीसगढ़ी में कब से प्रारंभ होगी का सवाल खड़ा किया है। इसके बाद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, भावनात्मक रूप से यह विषय अच्छा है। बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता में शामिल हो सकें, ऐसी व्यवस्था की जा रही है।विधायक अजय चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ी को पाठ्यक्रम में शामिल करने के मामले को लेकर कहा कि, जब तक आठवीं अनुसूची में छत्तीसगढ़ी नहीं जुड़ेगी तब तक बाकी प्रांतों में मान्यता नहीं मिलेगी। छत्तीसगढ़ी को हमें आठवीं अनुसूची में शामिल कराने प्रयास करना चाहिए।वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, जिन्होंने छत्तीसगढ़ी में डिग्री ली है, उन्हें भी अवसर मिलना चाहिए। इस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भरोसा जताते हुए कहा कि, जो छत्तीसगढ़ी में डिग्री लिए हैं, उनकी भी भर्ती की जाएगी।
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कुरूद केंद्रीय विद्यालय को मिलेगा नव निर्मित भवन
कुरूद:-17 फरवरी 2024/ केंद्रीय विद्यालय नवनिर्मित के भवन का लोकार्पण 20फरवरी को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , मानव संसाधन मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पूरे देश भर में नवनिर्मित केंद्रीय विद्यालय के भवनों का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे।तथा कुरूद के ग्राम चर्रा के नवनिर्मित भवन में विशेष अतिथि के रूप में सांसद चुन्नीलाल साहू महासमुंद लोकसभा क्षेत्र एवं कुरूद विधायक अजय चंद्राकर रहेंगे। लगभग 21 करोड 93 लाख रुपए की लागत से बनकर तैयार हुए कुरूद के केंद्रीय विद्यालय में साढ़े सौ छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं। जो नए भवन में शिफ्ट होने के बाद डबल संख्या में बढ़ोतरी पाते हुए शिक्षा के एक बड़े केंद्र के रूप में स्थापित होगा।केंद्रीय विद्यालय की प्रिंसिपल ग्लोरिया मिंज ने बताया कि अभी कुरूद के शाला भवन में 432 छात्र छात्राए अध्ययनरत है। नए भवन में पर्याप्त कमरे तैयार है। और हायर सेकेण्डरी के स्टूडेंट्स के लिए सारे सब्जेक्ट और मॉडल लैब भी रहेगा। प्रिंसिपल मेडम ने कहा कि इस नए सेशन में प्रायमरी की एक और सेक्शन स्टार्ट की जायेगी। जिसमे क्लास फर्स्ट से क्लास फिफ्थ तक 40 – 40 न्यु स्टूडेंट को एडमिशन दिया जाएगा। जिससे हर वर्ष स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ेगी और क्षेत्र के बच्चो को अधिक एडमिशन मिलने लगेगा।शैक्षणिक गतिविधियों मे केंद्रीय विद्यालय एवं कृषि महाविद्यालय ग्राम चर्रा मे शिक्षा के क्षेत्र मे मॉडल गांव के रूप में विकसित किये जा रहे हैं। जिसमें युवाओं को रोजगार एवं स्वावलंबी बनने की हुनर सीख अपना उज्जवल भविष्य बना सकेंगे साथ ही यहां से निकलने वाले होनहार छात्र देश और दुनिया में कुरूद क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे ।
एन एच से पहुंच मार्ग, रोड लाइट सहित पेयजल है समस्या
चर्रा एन एच अप्रोच रोड राष्ट्रीय राजमार्ग के सेंटर पॉइंट पर शैक्षणिक दृष्टिकोण से शिक्षा के क्षेत्र मे एक पहचान बन रहा है, जो विकसित समाज की परिकल्पना को साकार करने आते छात्र-छात्राओं जो दर्जनों दर्जनों गांव से अध्ययन करने आते बच्चों के पालक गण भी अपने बच्चो की जान जोखिम के लिए चिंतीत है । जो सुरक्षित शैक्षणिक संस्थाओं तक पहुंचने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर क्रॉसिंग एवं यातायात सिग्नल की जरूरत बता रहे है । स्कूली छात्र-छात्राओं मे हादसा दुर्घटना से उनको सुरक्षित स्कूल तक पहुंचने में मदद होगी।
केंद्रीय विद्यालय कुरूद में आते हैं दर्जनों दर्जन हाईवे रोड से लगे ग्रामों छाती डांडेसरा, भाटागांव, मरोद, बीरेझर , जी जामगांव, सिर्री, चटोद से लेकर कोडापार और भखारा, रामपुर , कोर्रा, सिलोटी, सिलीडीह से लेकर सेमरा बी क्षेत्र के बच्चे । जिनके सुरक्षित और सुगम आवागमन की खातिर नेशनल हाईवे में क्रॉसिंग रोड नेशनल हाईवे से केंद्रीय विद्यालय चर्रा अप्रोच रोड के साथ ही साथ सिग्नल सिस्टम और मापदंडों के अनुरूप स्पीड ब्रेकर की बेहद अनिवार्यता है।इसके साथ ही रोड लाइट की भी आवागमन और सुरक्षात्मक दृष्टि से बेहद जरूरत है। वहीं दूसरी ओर नवनिर्मित बायपास रोड पर स्थित ग्राम चर्रा में केंद्रीय विद्यालय सैकड़ो की तादाद पर बच्चे अध्ययन कर रहे हैं । जहां पर पेयजल की व्यवस्था हेतु किया गया बोर खनन असफल हो गया है। और नवनिर्मित केंद्रीय विद्यालय भवन में पानी की कमी बताई जा रही है । केंद्रीय विद्यालय के पालक भानु चंद्राकर ने बताया कि स्कूल परिसर पर पानी की समस्या की जानकारी मिली है निराकरण के लिए विधायक अजय चंद्राकर से कुरूद की जल आवर्धन केंद्र से केंद्रीय विद्यालय तक कुरूद के जल आवर्धन केंद्र से स्कूल तक पाइप लाइन की मांग की गई है । जिस पर विधायक अजय चंद्राकर ने संज्ञान में लेते हुए इसे पूरी करने की बात कही है।