Category: एजुकेशन न्यूज़

  • आकांक्षा आवासीय कोचिंग संस्थान में सत्र 2024-25 में कक्षा 11वीं में प्रवेश हेतु आयोजित

    आकांक्षा आवासीय कोचिंग संस्थान में सत्र 2024-25 में कक्षा 11वीं में प्रवेश हेतु आयोजित

    जांजगीर-चांपा।

    आकांक्षा कार्यक्रम जिला-जांजगीर चांपा अंतर्गत वर्ष 2024-25 में 11वीं कक्षा में प्रवेशित छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय स्तर की मेडिकल एवं इंजीनियरिंग से संबंधित प्रवेश परीक्षाओं में सफल होने हेतु 02 वर्षीय पाठ्यक्रम में चयन हेतु आज आकांक्षा आवासीय विद्यालय, जिला पंचायत परिसर में लिखित परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में कुल आवेदन पत्र जमा 243 में से 230 छात्र – छात्रायें शामिल हुए तथा 13 छात्र-छात्रायें अनुपस्थित रहे।

    परीक्षा का निरीक्षण संयुक्त कलेक्टर  निशा नेताम मड़ावी, नोडल एवं डिप्टी कलेक्टर आकांक्षा पांडेय ने किया। उक्त प्रवेश परीक्षा के लिए लिखित परीक्षा में दिये गये प्रश्नों के मॉडल आंसर इस जिले के वेबसाईट पर प्रदर्शित की जा रही है। जिन छात्र-छात्राओं को मॉडल आंसर में किसी भी प्रकार की आपत्ति हो तो 15 अप्रैल 2024 तक वैध दस्तावेज/अभिलेखों के साथ कार्यालयीन समय में उपस्थित होकर अपना दावा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते है। निर्धारित तिथि एवं समय के पश्चात् प्राप्त दावा आपत्ति पर विचार नहीं किया जाएगी। छात्र/छात्रा एवं अभिभावक जिले के वेबसाईट https://janjgir-champa.gov.in  में उत्तर का अवलोकन कर सकते है अथवा अधिक जानकारी के लिए आकांक्षा आवासीय विद्यालय जांजगीर से भी संपर्क कर सकते है।

  • प्रायवेट स्कूलों पर लगाम लगाए सरकार : क्रिष्टोफर पॉल

    प्रायवेट स्कूलों पर लगाम लगाए सरकार : क्रिष्टोफर पॉल

    रायपुर।

    शिक्षा सत्र आरंभ होते ही प्रायवेट प्रायवेट स्कूलों के द्वारा किताबों और फीस के नाम पर पालकों को लुटना आरंभ कर दिया है। आदेश तो दिया गया था कि अशासकीय शालाओं को केवल संबंधित बोर्ड द्वारा संचालित पाठ्यक्रम एवं बोर्ड द्वारा प्रचालित पुस्तकें ही विद्यालयों में प्रयोग करना है, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। एनसीईआरटी वह प्रकाशन संगठन या प्रकाशक है, जो सीबीएसई विषयों के लिए किताबें प्रकाशित करता है। सीबीएसई संबद्ध स्कूल एनसीईआरटी पाठ्य-पुस्तकों का पालन करते हैं। वैसे ही एससीईआरटी वह प्रकाशन संगठन या प्रकाशक है जो सीजी बोर्ड विषयों के लिए किताबें प्रकाशित करता है। सीजी बोर्ड संबद्ध स्कूल एससीईआरटी पाठ्य-पुस्तकों का पालन करते हैं, वैसे ही आईसीएसई स्कूलों के लिए सीआईएससीई किताबें निर्धारित करती है, लेकिन ऐसा होता नहीं, क्योंकि अधिकांश प्रायवेट स्कूलों के द्वारा प्रायवेट प्रकाशकों की मंहगी-मंहगी किताबों से ही बच्चों को पढ़ाया जाता है, क्योंकि प्रायवेट प्रकाशकों की किताबों को पढ़ाने से स्कूलों को प्रायवेट प्रकाशकों की तरफ से मोटी कमिश्न मिलता है।

    छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल पॉल का कहना है कि प्रायवेट स्कूलों के द्वारा खुलेआम पालकों को लुटा जा रहा है और सरकार मुकदर्शक बन तमाशा देख रही है। सरकार चाहे तो स्कूल पर लगाम लगा सकती है, सख्त आदेश निकाल सकती है, स्कूलों की मान्यता रद्द कर सकती है, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है, इसलिए प्रायवेट स्कूलों का मनोबल बढ़ते जा रहा है।क्रिष्टोफर पॉल ने बताया कि कक्षा पहली से आठवीं तक स्कूलों को सरकार के द्वारा पूरी रीति से नियंत्रण करना चाहिए, कक्षा पहली से आठवीं तक सभी स्कूलों में सिर्फ एससीईआरटी की प्रचालित पुस्तकें ही विद्यालयों में प्रयोग किया जाना चाहिए, ऐसी मांग एसोसियेशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर किया है।

  • परमानंद सिन्हा को मिली अंग्रेजी साहित्य में पीएचडी की उपाधि

    परमानंद सिन्हा को मिली अंग्रेजी साहित्य में पीएचडी की उपाधि

    रायपुर। 

    रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग के शोधार्थी परमानंद सिन्हा को अंग्रेजी साहित्य विषय में पीएच.डी. (डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफीकी उपाधि प्रदान की गई है।  परमानंद सिन्हा ने विजय तेंदुलकर और आर के नारायण की चुनिंदा कृतियों में पितृसत्तात्मक निर्माण और पारिवारिक संरचनाएं” विषय पर अपना शोध कार्य अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ प्राध्यापक डॉमनीष वर्मा के निर्देशन में पूर्ण किया है ।

    पाटन तहसील के केसरा गांव से आते है। परमानंद सिन्हा के पिता नोहर राम सिन्हा खेती किसानी करते हैं। माता राधा सिन्हा गृहणी हैं एवं पिता जी के साथ खेती किसानी में मदद करती हैं। परिवारजन एवं मित्रों ने परमानंद सिन्हा को डॉकी उपाधि मिलेने पर शुभकामनाएं दी है। साथ ही शोध निदेशक डॉमनीष वर्माविश्वविद्यालय के कुलपति प्रोएस के सिंहकुलसचिव डॉसौरभ शर्मा एवं विभाग के शिक्षकोंशोधार्थियों ने शोधार्थी सिन्हा को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान की हैं।

  • ’मैट्स स्कूल ऑफ़  बिजनेस स्टडीज द्वारा विधानसभा में शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन

    ’मैट्स स्कूल ऑफ़ बिजनेस स्टडीज द्वारा विधानसभा में शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन

      रायपुर ।

    मैट्स विश्वविद्यालय के कॉमर्स विभाग द्वारा बी. काम के विद्यार्थीयों के लिए विधानसभा में शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया।भ्रमण का मुख्य उद्देश्य विधार्थीयों को विधानसभा सत्र् के संचालन से अवगत कराना था। भ्रमण रायपुर छ.ग. विधानसभा परिसर में आयोजित किया गया। इस शैक्षणिक भ्रमण में सदन, पुस्तकालय, ग्रंथालय तथा सेन्ट्रल हाल मिल था।भ्रमण के दौरान विधानसभा परिसर में प्रषिक्षको ने विधानसभा के सारे बारिकियों से अवगत कराया। तथा विधानसभा के निर्देशक मनिश कुमार शर्मा जी का उद्बोधन विद्यार्थीयों ने सुना जिनका अभिवादन विश्वविद्यालय के प्राध्यापक गण द्वारा किया गया।

    इस शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन विभागाध्यक्ष डा. उमेष गुप्ता के मार्गदर्शन तथा संयोजन (कॉमर्स ) विभाग के प्राध्यापक दीप्तांषु शर्मा एवं मलिका वर्मा द्वारा किया गया।इस भ्रमण के सफल आयोजन के लिए मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गजराज पगारिया, कुलपति डा. के. पी. यादव, उप-कुलपति डा. दीपिका ढांड, महानिदेष प्रियेश पगारिया, कुलसचिव गोकुलानंदा पंडा जी ने विभाग को बधाई प्रेशित की।

  • 07 अप्रैल तक भरे जाएंगे नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए फार्म

    07 अप्रैल तक भरे जाएंगे नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए फार्म

    रायपुर ।
    छत्तीसगढ़ में शासकीय और निजी कॉलेजों में वर्ष 2024-25 शैक्षणिक सत्र में स्नातक नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि को 07 अप्रैल 2024 निर्धारित कर दी गई है। बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थी अपने आवेदन व्यावसायिक परीक्षा मण्डल की वेबसाइट vyapam.cgstate.gov.in और vyapamaar.cgstate.gov.in/  पर ऑनलाईन 07 अप्रैल तक भर सकते है। बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा 13 जून 2024 को आयोजित होगी।

    व्यवसायिक परीक्षा मण्डल के संयुक्त नियंत्रक  जे. सिंह से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाईन कोई परीक्षा शुल्क अभ्यर्थियों से नहीं लिया जाएगा। अभ्यर्थिंयों को ऑनलाईन आवेदन भरने के बाद 08 अप्रैल से 10 अप्रैल तक त्रुटि सुधार की सुविधा भी रहेगी। स्कूटनी एवं प्रवेश प्रक्रिया छत्तीसगढ़ नर्सिंग पाठ्यक्रम प्रवेश नियम 2019 और संशोधन नियम 2022 के प्रावधानों के तहत की जाएगी। इस संबंध में विस्तृत जानकारी, काउसलिंग, आवंटन आदि छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल की वेबसाइट vyapam.cgstate.gov.in और vyapamaar.cgstate.gov.in/  पर प्राप्त की जा सकती है।

  • बच्चे को शिक्षा पाने का मौलिक अधिकार, मगर अपनी पसंद के स्कूल में नहीं, दिल्ली हाईकोर्ट का बड़ा फैसला

    बच्चे को शिक्षा पाने का मौलिक अधिकार, मगर अपनी पसंद के स्कूल में नहीं, दिल्ली हाईकोर्ट का बड़ा फैसला

    नई दिल्ली.

     दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में साफ कहा कि किसी बच्चे को अपनी पसंद के किसी विशेष स्कूल में शिक्षा पाने का कोई मौलिक अधिकार नहीं है. अदालत ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 21ए या शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 (आरटीई अधिनियम) की धारा 12 के तहत उपलब्ध अधिकार केवल 14 वर्ष की आयु तक मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा तक सीमित है, न कि एक विशेष विद्यालय में ऐसी शिक्षा हासिल करने का अधिकार है. कोर्ट ने महाराजा अग्रसेन मॉडल स्कूल के खिलाफ 7.5 साल की एक लड़की की मां द्वारा दायर रिट याचिका पर यह फैसला सुनाया.

    ‘वर्डिक्टम’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिस सी. हरि शंकर की सिंगल बेंच ने कहा कि ‘इस तरह के आवेदन के अभाव में, किसी विशेष स्कूल में किसी विशेष कक्षा में प्रवेश के लिए कंप्यूटरीकृत ड्रॉ आयोजित करना और किसी बच्चे को शॉर्टलिस्ट करना, उसके प्रवेश पाने का कोई अधिकार नहीं है. संविधान के अनुच्छेद 21ए या आरटीई अधिनियम की धारा 12 के तहत उपलब्ध अधिकार केवल चौदह साल की उम्र तक मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का है. यह किसी विशेष स्कूल में शिक्षा के लिए दाखिला हासिल करने का नहीं है.’

    कम्प्यूटर ड्रा में शॉर्टलिस्ट हुआ जिया का नाम
    जिया नाम की याचिकाकर्ता का जन्म 2016 में हुआ था और उसकी उम्र लगभग 7.5 साल थी. वह समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) से संबंधित थी. तब उसकी मां ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए कक्षा 1 में ईडब्ल्यूएस श्रेणी के तहत उसके दाखिले के लिए शिक्षा निदेशालय (डीओई) में आवेदन किया था. डीओई ने एक कम्प्यूटरीकृत ड्रा निकाला, जिसके बाद जिया को प्रतिवादी स्कूल में प्रवेश के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया.

    स्कूल का दाखिला देने से इनकार
    उसकी मां के कई बार स्कूल जाने के बावजूद स्कूल ने जिया को दाखिला देने से इनकार कर दिया. इसके बाद उसकी मां ने डीओई को आवेदन देकर उस स्कूल में जिया के लिए दाखिला सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. इसलिए जिया ने अपनी मां के जरिये रिट याचिका दायर की. उसने शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए कक्षा II में ईडब्ल्यूएस छात्र के रूप में प्रवेश देने के लिए स्कूल को निर्देश देने के लिए एक आदेश जारी करने की मांग की थी. जिस पर हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाया.

  • छुट्टी के दिन भी लिए जा रहे हैं ओटीएस के आवेदन

    छुट्टी के दिन भी लिए जा रहे हैं ओटीएस के आवेदन

    रायपुर ।

    छत्तीसगढ़ के व्यवसायियों की सुविधा के लिए ओटीएस के आवेदन छुट्टी के दिन भी लिए जा रहे हैं। इसके तहत 30 और 31 मार्च की शासकीय अवकाश के दिन भी आवेदन लिए जाएंगे।राज्य शासन ने वैट के पुराने बकाया के एकमुश्त निपटारे के लिए छत्तीसगढ़ बकाया कर ब्याज एवं शास्ति के निपटान अधिनियम (ओटीएस) के अंतर्गत आवेदन करने की अंतिम तिथि को सरकार द्वारा 31 मार्च 2024 तक बढ़ाया गया है। मार्च माह के अंतिम 3 दिन (29, 30 और 31 मार्च) लगातार शासकीय अवकाश है, इससे कई व्यापारी/करदाता आवेदन करने से वंचित न हो, इसको देखते हुए राज्य कर आयुक्त द्वारा आदेश जारी कर सभी संभाग वृत्त कार्यालयों में कर्मचारियों की ड्यूटि विशेष रूप से ओटीएस के आवेदन प्राप्त करने के लिए लगाई गई है, जिससे शासन की योजना का लाभ लेने किसी बकायेदार को वंचित न होना पड़े।

  • कलेक्टर, एसएसपी ने विद्यार्थियों से पूछा सवाल, सही उत्तर देने पर की सराहना

    कलेक्टर, एसएसपी ने विद्यार्थियों से पूछा सवाल, सही उत्तर देने पर की सराहना

    रायपुर।

    शासकीय प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला के विद्यार्थी प्रफुल्लित हो उठे जब कलेक्टर एवं एसएसपी को उनके बीच पहुँचे शिक्षक की भूमिका में। कलेक्टर एवं एसएसपी, खरोरा तहसील के ग्राम चिचोली में मतदान केन्द्रों के निरीक्षण में गये थे। तभी उन्होंने शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला में विद्यार्थियों को पढ़ाई करते देख वे कक्षा में उनके बीच पहुंचे, पाठ्यक्रम से जुड़े सवाल पूछे, सहीं जवाब देने पर सराहना भी की।

    कलेक्टर को बच्चों ने दिनों के नाम, माह का नाम ब्लॉक, ज़िला के अलावा देश प्रदेश के नाम हिन्दी और अंग्रेज़ी में बताये। उन्होंने कक्षा आठवीं के छात्रों से पूछा कि गोलाई और वृत्त में क्या अंतर है। कलेक्टर ने इस संबंध में उन्हें जानकारी भी दी। एसएसपी  सिंह ने पूछा कि ग्लोब गोलाई हैं या वृत्त बच्चों ने इसका सही उत्तर दिया। इस पर एसएसपी ने उनकी सराहना की।

  • कलिंगा विश्वविद्यालय में भारतीय मानक ब्यूरो के स्टैंडर्ड क्लब द्वारा  लेखन और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं

    कलिंगा विश्वविद्यालय में भारतीय मानक ब्यूरो के स्टैंडर्ड क्लब द्वारा लेखन और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं

     रायपुर ।  20 मार्च 2024 को,कलिंगा विश्वविद्यालय में भारतीय मानक ब्यूरो के स्टैंडर्ड क्लब ने विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस समारोह-2024 मनाने के लिए एक जीवंत और बौद्धिक रूप से प्रेरक कार्यक्रम की मेजबानी की, जिसमें एक मानक लेखन प्रतियोगिता और एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता शामिल थी,जिसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी विषयों के 100 उत्साही छात्रों ने भाग लिया।

    लेखन प्रतियोगिता हेलमेट डिजाइनिंग के मानकों की खोज करने,प्रतिभागियों को सुरक्षा प्रोटोकॉल और डिजाइन सिद्धांतों की जटिलताओं को समझने के लिए प्रोत्साहित करने पर केंद्रित थी। प्रश्नोत्तरी (क्विज़) प्रतियोगिता भारतीय मानक ब्यूरो और उसके संचालन, नियामक ढांचे और गुणवत्ता आश्वासन उपायों के बारे में छात्रों के ज्ञान और समझ को चुनौती देने पर केंद्रित थी।

    भारतीय मानक ब्यूरो के प्रतिष्ठित अतिथियों ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई,जिनमें रायपुर शाखा के सलाहकार श्री विकाश कुमार मृधा और सहायक मानक संवर्धन अधिकारी श्री शैलाभ सिन्हा शामिल थे। श्री मृधा ने उपस्थित छात्रों को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा निर्धारित मानकों के पालन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए एक व्यावहारिक भाषण दिया।

    कलिंगा विश्वविद्यालय में स्टैंडर्ड क्लब के एसोसिएट प्रोफेसर और मेंटर डॉ.स्वप्निल जैन ने स्टैंडर्ड क्लब के प्रतिभागियों और छात्र सदस्यों के साथ सीखने और विकास के माहौल को बढ़ावा देने के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि और प्रोत्साहन साझा किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता थी,जहां प्रतिभागियों ने भारतीय मानक ब्यूरो से संबंधित विषयों में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।

    कलिंगा विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर कीर्ति नाहक ने कार्यक्रम के आयोजन में उनके समर्पण और प्रयासों के लिए सभी छात्रों, स्वयंसेवकों और स्टैंडर्ड क्लब के सदस्यों को हार्दिक धन्यवाद दिया। उन्होंने कलिंगा विश्वविद्यालय के प्रबंधन, कुल सचिव, अकादमिक मामलों के संकायाध्यक्ष, विज्ञान के संकायाध्यक्ष, संकाय और प्रौद्योगिकी के संकायाध्यक्ष और कम्प्यूटर साइंस एंड आईटी के संकायाध्यक्ष को उनके अमूल्य मार्गदर्शन और समर्थन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।

    कलिंगा विश्वविद्यालय में भारतीय मानक ब्यूरो का स्टैंडर्ड क्लब छात्रों के बीच गुणवत्ता मानकों के बारे में जागरूकता और समझ को बढ़ावा देने, उत्कृष्टता और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

  • शीघ्रलेखन परीक्षा 31 मार्च को : मुद्रलेखन परीक्षा 7 अप्रैल से

    शीघ्रलेखन परीक्षा 31 मार्च को : मुद्रलेखन परीक्षा 7 अप्रैल से

    रायपुर। शीघ्रलेखन एवं मुद्रलेखन कम्प्यूटर कौशल परिषद्, लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ द्वारा हिन्दी एवं अंग्रेजी शीघ्रलेखन की परीक्षा 31 मार्च को होगी। हिन्दी एवं अंग्रेजी मुद्रलेखन की विभिन्न गतियों (5000, 8000, 10,000) की परीक्षाएं 7 अप्रैल से प्रारंभ की जा रही है। परीक्षा कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी परिषद की वेबसाईटhttps://shiksha.cg.nic.in/ctspपर उपलब्ध है।

    शीघ्रलेखन एवं मुद्रलेखन कम्प्यूटर कौशल परिषद्, लोक शिक्षण संचालनालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार परीक्षार्थियों को चयनित परीक्षा के एक सप्ताह पूर्व क्रमवार प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। 31 मार्च 2024 को आयोजित होने वाली हिन्दी और अंग्रेजी शीघ्रलेखन परीक्षा प्रवेश पत्र जारी किए जा चुके हैं। एडमिट कार्ड पर चयनित परीक्षाओं की तिथियों, परीक्षा केन्द्र, बैच एवं समय की जानकारी अंकित है। परीक्षार्थियों से अपेक्षा की गई है कि सभी परिषद की वेबसाईट से अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लें एवं उसमें अंकित जानकारियों एवं निर्देशों का भलि-भांति से अवलोकन कर लें। परीक्षार्थियों को क्रमवार एस.एम.एस. के माध्यम से सूचना उपलब्ध करायी जा रही है।

    उल्लेखनीय है कि शीघ्रलेखन एवं मुद्रलेखन कम्प्यूटर कौशल परिषद्, लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ द्वारा प्रथम सत्र अप्रैल, मई, जून 2024 के लिए कम्प्यूटर साफ्टवेयर के माध्यम से परिषद द्वारा निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षाएं आयोजित किए जाने हेतु ऑनलाईन आवेदन पत्र मंगाये गए थे। आवेदन पत्रों की जांच के पश्चात् 31 मार्च 2024 को हिन्दी एवं अंग्रेजी शीघ्रलेखन एवं 7 अप्रैल 2024 से हिन्दी एवं अंग्रेजी मुद्रलेखन की विभिन्न गतियों (5000, 8000, 10,000) की परीक्षाएं आरंभ की जा रही है।