चंदन शर्मा कुरूद। मनोरंजन, खेल शिक्षण और अन्य प्रयोजनों के लिए कुरूद नगर एवं क्षेत्र की प्रतिभाओं और दर्शकों के लिए सर्वसुविधायुक्त एंफीथिएटर ( खुला रंगमंच) का भूमिपूजन वाटर प्लांट के पास और जी एडी कॉलोनी मार्ग में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर के मुख्य आतिथ्य एवं पुर्व न प अध्यक्ष ज्योति चंद्राकर, रविकांत चंद्राकर, नेता प्रतिपक्ष भानु चंद्राकर ,पार्षद मनीष साहू, सांसद प्रतिनिधि मूलचंद सिन्हा, कलेक्टर (विकास) रोमा श्रीवास्तव के विशेष आथित्य में किया गया। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता ने स्वागत उद्बोधन में निर्माण कार्य का स्वरूप बताते हुए कहा कि प्रस्तावित एंफीथिएटर का निर्माण कार्य 381 लाख रुपए की लागत से किया जाएगा । जिसमें मुख्य मंच से लेकर बैठक क्षेत्र , पार्किंग, प्रदर्शनी हाल सज्जा कक्ष और पार्किंग तथा वेटिंग हॉल जैसे तमाम सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। कुरूद नगर में बन रहा एफी थियेटर को युवाओं ,कलाकारों और नवाचारी जीवन के लोगों के लिए एक ऐसा मैच जो उनके प्रतिभाओं को जिला प्रदेश हीं नहीं वरन देश विदेश तक ख्याति हासिल कराएगा । ऐसा एमपी थियेटर पूरे जिले में तो दूर प्रदेश में भी कहीं पर भी नहीं है जो कुरूद नगर में बन रहा है उक्त बातें कहते हुए अजय चंद्राकर ने कहा कि इस थिएटर के बनने से युवाओं को रचनात्मक और नवाचारी बनने के लिए एक मंच मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र में पहले से ही कई प्रसिद्ध कलाकार आ चुके हैं, लेकिन उनके लिए कोई व्यवस्थित मंच नहीं था. इस एम्फीथिएटर के बनने से यह कमी पूरी हो जाएगी और छत्तीसगढ़ का यह पहला एम्फीथिएटर होगा। चंद्राकर ने उपस्थित नगर जनों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां पर मौजूद कम नजर दमदार व्यक्तित्व के लोग है,जो ऐसा माहौल बनाएंगे और आने वाला आने वाले कल को सवारेंगे, जिससे कि युवा पीढ़ी को नवमंच और नवाचारी जीवन की एक विशेष भेट हासिल हो सकेगी । एमफी थिएटर की भूमि पूजन के अवसर पर चंद्राकर ने कुरूद नगर में आए देश की ख्याति नाम हस्तियां गोपाल दास नीरज से लेकर खुमान सिंह तक के कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि उनके कार्यक्रमों के लिए एक व्यवस्थित मंच के अभाव में भी कुरूद में बड़े-बड़े आयोजन करवाए हैं । और इस आधुनिक एमपी थिएटर के बन जाने से यहां के युवा और कलाकार अपने बूते पर अपनी कला को निखार सकेंगे। मंच संचालन एवं आभार प्रभात बैंस ने किया।इस अवसर पर भूपेंद्र चंद्राकर, त्रिलोकचंद जैन, पंकज नायडू, प्रकाश शर्मा ,दीपक अग्रवाल ,योगेश चंद्राकर, राजेश पवार, मालकराम साहु , निर्मल चंद्राकार, सुनील चंद्राकर, भोजराज चंद्राकर, जितेंद्र अग्रवाल एसडीएम दीनदयाल मांडवी ,तहसीलदार दुर्गा साहू, ज्योति सिंह जनपद सीईओ बी आर वर्मा, सीएमओ महेंद्र गुप्ता, एसडीओ आर ई एस विनोद देवान बी एम ओ डॉ यू एस नवरतन, बी ई ओ सी आर साहु, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी सी आर साहु, पी डब्ल्यू डी एस डी ओ आर ए गंजीर,सहित सभी विभाग के आधिकारिक कर्मचारी मौजूद थे। नीव रखी गई तो इमारत जरुर बनेगी। जो चुनौती हमारे सामने आ रहे हैं ।नशे अपराध असंस्कारी होते नौजवानों पर चिंता जाहिर की।उन्होंने समाज में बढ़ते नशे, अपराध और असंस्कारी गतिविधियों को लेकर कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक मंच युवा पीढ़ी को सही दिशा में मार्गदर्शन देने में सहायक होंगे। उद्बोधन के दौरान अव्यवस्थित साउंड सिस्टम पर नाराजगी व्यक्त करते हुए वरिष्ठ विधायक अजय ने अधिकारियों को जिम्मेदारी का बोध कराया।
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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खनिज विभाग की प्रदर्शनी का किया अवलोकन
रायपुर ।
छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण और सामरिक महत्व के खनिजों की आकर्षक प्रदर्शनी नवा रायपुर अटल स्थित राज्योत्सव मेला ग्राउंड में लगाई गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 5 नवंबर को प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में सामरिक महत्व के खनिजों की प्रदर्शनी के साथ ही इसके महत्व और उपयोग की जानकारी भी प्रदर्शित की गई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव एवं खनिज विभाग के सचिव पी. दयानंद और खनिज विभाग के संचालक सुनील जैन भी उनके साथ थे।खनिज विभाग के स्टॉल में आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में, छत्तीसगढ़ प्रदेश में उपलब्ध महत्वपूर्ण एवं सामरिक महत्व के खनिजों के योगदान को दर्शाया गया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए क्रिटिकल एवं स्ट्रैटेजिक मिनरल्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। इन मिनरल्स में लिथियम, टाईटेनियम, निकल ग्रेफाईट, ग्लुकोनाईट, टिन आदि शामिल है, इन मिनरल्स का उपयोग रक्षा, उर्जा, संचार, अतरिक्ष और परमाणु उद्योगों में किया जाता है। जो देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है।खनिज विभाग द्वारा वर्ष 2024-25 में 39 मुख्य खनिज ब्लॉकों का ई-नीलामी के माध्यम से आबंटन की योजना है। देश में महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉको का ई-नीलामी के माध्यम से सफलतापूर्वक आबंटन हेतु खनिज विभाग द्वारा किये गये प्रयास एवं उत्कृष्ट उपलब्धियों को भारत सरकार द्वारा 02 राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है।
खनिज विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के किटिकल एवं स्ट्रेटजिक मिनरल्स के 07 ब्लॉकों की नीलामी की जा चुकी है। छत्तीसगढ़ राज्य देश का प्रथम राज्य है, जहाँ लिथियम मिनरल्स का जिला कोरबा स्थित कटघोरा लिथियम ब्लॉक की ई-नीलामी के माध्यम से आबंटन किया गया। है। इन मिनरल्स की खनम् और प्रसस्करण का छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा और देश की प्रमुख खनिज उत्पादक राज्यों में छत्तसगढ़ एक महत्वपूर्ण राज्य होगा।वर्ष 2015 में भारत सरकार द्वारा खनिज अधिनियमों एवं नियमों में किये गये व्यापक बदलाव के फलस्वरूप खनिज ब्लॉकों का ईनीलामी के माध्यम से आबंटन का मार्ग प्रशस्त हुआ है जिसके फलस्वरूप अब तक राज्य में कुल 37 मुख्य खनिज ब्लाकों को सफलतापूर्वक नीलाम किया गया है। सफलतापूर्वक आबंटित इन ब्लॉकों में से लौह अयस्क, चूनापत्थर एवं बाक्साईट जैसे बल्क खनिजों के अलावा क्रिटिकल, स्ट्रेटजिक एवं डीपसीटेड मिनरल्स जैसे ग्रेफाईट, ग्लूकोनाईट, निकल क्रोमियम पीजीई एवं गोल्ड के 09 खनिज ब्लॉक्स का सफलतापूर्वक आबंटन किया गया है।छत्तीसगढ़, देश में पहला राज्य है जहां सर्वप्रथम चूनापत्थर खनिज ब्लॉक का आबंटन ई-नीलामी के माध्यम से किया गया एवं इसी प्रकार देश में पहला लीथियम ब्लॉक का आबंटन भी छत्तीसगढ़ में हुआ है। प्रदेश में नीलामी के माध्यम से अब तक आबंटित 37 मुख्य खनिज ब्लॉकों से राज्य को रायल्टी, डीएमएफ एवं एनएमईटी के अतिरिक्त, खदान अवधि में, लगभग एक लाख 25 हजार करोड़ से अधिक की राशि बतौर ऑक्शन प्रीमियम प्राप्त होगा।
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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का रायपुर पहुंचने पर आत्मीय स्वागत
रायपुर ।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज शाम स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर पहुंचे। राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एयरपोर्ट पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री पुरंदर मिश्रा, इंद्र कुमार साहू, गुरु खुशवंत साहेब, अनुज शर्मा ने भी उपराष्ट्रपति का पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया।गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के मुख्य अतिथ्य में आज 6 नवंबर को संध्या 6 बजे से नवा रायपुर स्थित राज्योत्सव राज्य अलंकरण एवं छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का समापन समारोह होना है। राज्य अलंकरण समारोह में उपराष्ट्रपति धनखड़ के करकमलों से विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभूतियों एवं संस्थाओं को राज्य अलंकरण से विभूषित किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल रमेन डेका करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।छत्तीसगढ़ राज्य का स्थापना दिवस राज्योत्सव-2024 का आयोजन 4 नवंबर से किया जा रहा है। राज्योत्सव का भव्य शुभारंभ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा किया गया था। तीन दिवसीय राज्योत्सव में शासन के सभी विभागों द्वारा भव्य एवं आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया जा रहा है।
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छत्तीसगढ़ देश के लिए एक मिसाल, यहां विकास के नये कीर्तिमान बन रहे – उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
रायपुर।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव के समापन तथा राज्य अलंकरण समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत के निर्माण के लिए सबकी भागीदारी की जरूरत है। इसमें छत्तीसगढ़ का योगदान बढ़चढ़कर होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश के लिए एक मिसाल, यहां मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में विकास के नये कीर्तिमान बन रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने राज्य अलंकरण से सम्मानित सभी विभूतियों कोे बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के 36 सम्मान, जिन्हें देखकर मुझे ऊर्जा मिली है।
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि जब शताब्दी ने पलटी खाई तो छत्तीसगढ़ का उदय हुआ, ये यात्रा यहां तक आ गई है। इसके लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूँ, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, पुरानी कहावत है आज भी कानों में गूंजती है। आप सभी इस कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। इस समारोह में आकर मेरा मन गौरव से भर गया है। छत्तीसगढ़ की पावन धरती समृद्ध सांस्कृतिक जीवन का दस्तावेज है। राष्ट्र के प्रति समर्पण और भारतीयता हमारी पहचान है। वर्ष 2000 में इस राज्य को विशिष्ट पहचान मिली। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी को इस अवसर पर याद न करें तो बड़ी चूक होगी। उनकी याद सदैव आती है। राष्ट्रहित पर वे हमेशा अटल और मानवीय भावनाएं के विषय में बहुत कोमल थे। राजनीति में उन्होंने ऐसी सर्जरी की कि किसी को पीड़ा नहीं हुई और तीन राज्य बनाए, मैं उन्हें नमन करता हूँ। आपने पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री को बुलाकर एक बड़ा मापदंड हासिल किया, इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बधाई के पात्र हैं। अटल जी ने जो कारीगरी की, उसमें कोई दर्द नहीं था। भाई चारा था। अगले साल छत्तीसगढ़ अपने स्वर्ण युग में प्रवेश करेगा इसका सुखद समन्वय भारत के अमृत काल के साथ हो रहा है। हमें अपनी गौरवमयी विरासत को नहीं भूलना चाहिए। यह मौका है हमारे महापुरुषों को याद करने का। आज जब हम अमृतकाल मना रहे हैं। मुझे और आपको गर्व है कि जिन लोगों ने अपना बलिदान किया, उन्हें दूर दूर जाकर हम उन्हें नमन कर रहे हैं। उनके समक्ष नतमस्तक हो रहे हैं। भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीरनारायण सिंह जैसे लोगों ने विषम हालात में स्वतंत्रता की ज्योति को जलाये रखा, हम उन्हें हमेशा स्मरण करते हैं और इसके लिए जनजातीय दिवस मना रहे हैं। इन महापुरुषों ने निःस्वार्थ भाव से समाज की सेवा की। इस मौके पर आपको मैं चिंतन और मंथन के लिए भी आग्रह करूंगा।
सेवा निःस्वार्थ होना चाहिए, इसमें कोई स्वार्थ नहीं होना चाहिए। निःस्वार्थ सेवा के नाम पर या आड़ पर हमारी श्रद्धा को परिवर्तन करने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी संस्कृति हजारों साल पुरानी है उस पर प्रहार किया जा रहा है। इस पर हमें सजग होना चाहिए। यह धनबल के आधार पर हो रहा है। भोलेपन के आधार पर हो रहा है। भारत की आत्मा को जीवंत रखने के लिए ऐसी ताकतों को कुचलने की आवश्यकता है। आपसे आग्रह है कि इनसे सचेत रहिये। इन प्रयत्नों में खासतौर पर हमारे आदिवासियों भाइयों को निशाना बनाया जाता है। हमारे भारत की संस्कृति सबको समेटने वाली संस्कृति है। इस विशेषता को बरकरार रखना है। इस राज्य के युवाओं के लिए एक और चिंता का कारण है जिस पर यह सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने नक्सलवाद से लड़ने का काम किया है। सरकार की सकारात्मक नीतियों की वजह से युवाओं को अनेक अवसर मिल रहे हैं। राज्य की गति और देश की प्रगति में बड़ा जुड़ाव है। राज्य की प्रगति और देश की प्रगति एक दूसरे की पूरक है। भारत की विकास यात्रा ने दुनिया को चमत्कृत कर दिया है। दुनिया हमारी तकनीकी प्रगति को देखकर दांतों तले उंगली दबा रही है। मेरे मन में शंका नहीं है कि छत्तीसगढ़ का देश की प्रगति में बड़ा योगदान रहेगा। छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा बेहद समृद्ध है। इस राज्य में अनेक संभावनाएं हैं। इस ओर ध्यान दिया जा रहा है। नतीजे भी अच्छे आ रहे हैं। यहां की खनिज संपदा जैसे बस्तर का लौह अयस्क, कोरबा का कोयला भारत के औद्योगिक विकास की प्राणवायु है। इस भूमि को धान का कटोरा कहा जाता है। यह राष्ट्र के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। एक बात मैं जरूर ध्यान दूंगा और आपसे भी आग्रह करूंगा कि राज्य का हित राष्ट्रीय दृष्टिकोण से देखना होगा, राज्य का हित राष्ट्र के हित से अलग नहीं है। प्रदेश के निरंतर विकास के लिए मैं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को बधाई देना चाहता हूँ।
संविधान दिवस ज्यादा समय दूर नहीं है। आज के नवयुवकों को याद दिलाना चाहूंगा। संविधान हमारी महत्वपूर्ण आधारशिला है इस पर हमारा भविष्य टिका है। संविधान दिवस हर वर्ष 26 नवंबर को मनाया जाता है। हर नागरिक को संविधान की अहमियत का एहसास होना चाहिए। इसके आदर्शों का पालन हमारी जिम्मेदारी है। संविधान से खिलवाड़ के हर प्रयास को कुंठित करना चाहिए। आपातकाल देश का काला क्षण था। 21 महीनों तक अधिकारों पर विराम लग गया। हालात इतने भयावह थे कि प्रजातांत्रिक मूल्य नजर तक नहीं आ रहे थे। लाखों लोगों को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया था। इस भयावह कालखंड की जानकारी आज की पीढ़ी को होनी चाहिए।इस राज्य में आईआईटी है। आईआईएम है। जिस पेशे से मैं जुड़ा हूँ उससे भी जुड़ा हुआ विश्वविद्यालय है जो बहुत प्रतिष्ठित है। राज्य का युवा, महिला एवं हर वर्ग अपना योगदान दे सके, अपना उज्ज्वल भविष्य बना सके, ऐसी नीतियां छत्तीसगढ़ में तैयार हो रही है। यहां प्रशासनिक पारदर्शिता आई है। समाज के हर वर्ग को सशक्त करने का प्रयास हुआ है। राज्य ने हाल ही में एक उद्योग नीति बनाई है इससे नवयुवकों की आशाएं फलीभूत होंगी। केंद्र और राज्य ने युवाओं के लिए इतनी योजनाएं शुरू की हैं कि युवा अपने उद्यम से अन्य लोगों को भी लाभ दे सकते हैं।
इस मौके पर राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि मैं असम प्रदेश से आता हूं। यह हरा-भरा प्रदेश है। छत्तीसगढ़ और असम राज्य में कई समानताएं हैं। छत्तीसगढ़ का 44 प्रतिशत हिस्सा वनों से घिरा हुआ है। दोनों ही राज्य प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर राज्य है। प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखते हुए छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर सतत् आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की प्रशंसा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की स्थापना के 24 वर्षाे में हमने शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और कई अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। एक युवा राज्य के रूप में हमारा उद्देश्य सिर्फ आर्थिक विकास नहीं बल्कि समग्र विकास है जिसमे हर नागरिक का उत्थान हो सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की विकसित भारत 2047 की संकल्पना को हम सबको साकार करना है। इसमे हर नागरिक, हर युवा पूरे उत्साह से योगदान देगा। प्रदेश के विकास में महिलाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई योजनाएं प्रारंभ की गई है। महिलाओं को समाज में सम्मान जनक स्थान दिलाने के लिए महतारी वंदन योजना जैसी अभिनव योजनाएं संचालित हो रही हैं।मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन की शुरुआत अलंकृत हो रही सम्मानित विभूतियों को बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा कि आज अलंकृत हो रही विभूतियों में नारायणपुर के बुटलू राम माथरा जी भी हैं। उनकी सराहना ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम में हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने भी की थी।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्योत्सव 03 करोड़ छत्तीसगढ़ियों की एकता और अखण्डता का प्रतीक है। पिछले 2 दिनों में हम लोगों ने 24 वर्षों की यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ को मिली उपलब्धियों का जश्न मनाया, लेकिन आज का यह अवसर अपनी आगे की यात्रा के बारे में बात करने का अवसर है, विकास की नई ऊंचाईयों को छूने का संकल्प लेने का अवसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल हम लोग राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएंगे, उसके आगे की यात्रा राज्य के स्वर्णिम भविष्य के साथ स्वर्ण जयंती की ओर आगे बढ़ने की यात्रा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी माताएं-बहनें भावी विकास के लिए हमारी ताकत हैं। हमारी महतारी वंदन योजना के फलस्वरूप प्रदेश की माताएं और बहनें आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त हो रही हैं। महिला सशक्तिकरण से ही हम प्रदेश का सशक्तिकरण कर पाएंगे।उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में शांति स्थापित करते हुए लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की पुण्य भूमि में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। माओवाद के खिलाफ कड़ाई के साथ लड़ रहे हैं। राज्य में माओवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर क्षेत्र के युवाओं को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने, बस्तर की खेल प्रतिभाओं को सामने लाने के उद्देश्य से हम बस्तर ओलंपिक का आयोजन कर रहे हैं।प्रदेश के किसानों, आदिवासियों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं सहित समस्त नागरिकों से अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक उन्नति में भागीदार बनें। आप सभी के प्रयासों से विकसित छत्तीसगढ़ के सपनों को साकार करेंगे।इस मौके पर मुख्यमंत्री साय ने लोककलाकारों को प्रोत्साहित करने महत्वपूर्ण घोषणा भी की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोक कलाकरों को प्रोत्साहित करने तथा लोक संस्कृति का देश विदेश में प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से बनाए गए ‘‘छत्तीसगढ़ कलाकार पंजीयन भुगतान नियम 2021’’ के संबंध में कला, संगीत, नृत्य, नाट्य एवं गायन के क्षेत्र में राज्य अलंकरण प्राप्त कलाकारों के लिए एक विशिष्ट ग्रेड ‘ए1’ निर्धारित करने की घोषणा की।साथ ही समस्त ‘‘ए’’ श्रेणी के कलाकारों की अधिकतम कार्यक्रम स्वीकृति सीमा को 10 से बढ़ाकर 20 किया जाता है तथा ‘‘बी’’ श्रेणी कलाकारों की अधिकतम सीमा 12 को बढ़ाकर 24 करने की घोषणा की। साथ ही ग्रेड निर्धारण समिति की प्रत्येक बैठक में अधिकतम 3 प्रतिष्ठित कला विशेषज्ञों को अशासकीय सदस्य के रूप में सम्मिलित करने की घोषणा की।इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने भी समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा से लेकर कौशल उन्नयन तक हर क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में बढ़िया काम हमने किया। छत्तीसगढ़ कभी पलायन के लिए जाना जाता था। एक रुपए किलो चावल आने के बाद छत्तीसगढ़ से पलायन का काम रूका। अब यहां आईआईटी भी हैं आईआईएम भी हैं। 14 मेडिकल कालेज भी है। उन्होंने इस अवसर पर सभी नागरिकों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई भी दी।इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद एवं अन्य अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
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छत्तीसगढ राज्योत्सव-2024 : उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने छत्तीसगढ़ के 36 अलंकरण से विभूतियों एवं संस्थाओं को किया सम्मानित
रायपुर ।
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड ने आज छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के राज्य अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ के 36 अलंकरण से विभिन्न क्षेत्रों से उत्कृष्ट योगदान देने वाले 37 विभूतियों एवं 4 संस्थाओं को सम्मानित किया। राज्यपाल रमेन डेका ने समारोह की अध्यक्षता की। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उपस्थित रहे। राजधानी नवा रायपुर में राज्योत्सव के तीसरे दिन राज्य की महान विभूतियों के नाम से अलंकरण प्रदान करने समारोह का आयोजन किया गया। राज्य अलंकरण समारोह में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासी पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार बुटलू राम माथरा को प्रदान किया। इसी प्रकार सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दिया जाने वाला अहिंसा एवं गौ-रक्षा के क्षेत्र में यति यतनलाल सम्मान मनोहर गौशाला खैरागढ़, खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गुण्डाधूर सम्मान छोटी मेहरा, खेल (तीरंदाजी) के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए महाराजा प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान विकास कुमार को प्रदान किया गया। इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिला उत्थान के क्षेत्र में मिनीमाता सम्मान के लिए सतनामी महिला समिति कोहका जिला दुर्ग को, महिलाओं में वीरता, शौर्य, साहस तथा आत्मबल को सशक्त बनाने के लिए वीरांगना रानी अवंतिबाई लोधी स्मृति पुरस्कार अदिती कश्यप और महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष, नारी उत्थान के लिए माता बहादुर कलारिन सम्मान कुमारी चित्ररेखा सिन्हा, आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा सामाजिक चेतना और दलित उत्थान के क्षेत्र में गुरू घासीदास सम्मान राजेन्द्र रंगीला (गिलहरे), सहकारिता विभाग द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में ठाकुर प्यारेलाल सम्मान शशिकांत द्विवेदी को प्रदान किया गया।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम जशपुरनगर, जिला जशपुर, संस्कृति विभाग द्वारा हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पंडित सुन्दरलाल शर्मा सम्मान डॉ. सत्यभामा आडिल, संस्कृति विभाग द्वारा संगीत एवं कला के क्षेत्र में चक्रधर सम्मान पं. सुधाकर रामभाऊ शेवलीकर को प्रदान उप राष्ट्रपति धनखड़ ने प्रदान किया। संस्कृति विभाग द्वारा लोककला एवं शिल्प के क्षेत्र में दिया जाने वाला दाऊ मंदराजी सम्मान पंडीराम मंडावी को प्रदान किया गया। संस्कृति विभाग द्वारा ही छत्तीसगढ़ी लोकगीत के लिए लक्ष्मण मस्तुरिया सम्मान निर्मला ठाकुर (बेलचंदन) और छत्तीसगढ़ी लोक संगीत के लिए खुमान साव सम्मान दुष्यंत कुमार हरमुख, कृषि विभाग द्वारा कृषि के क्षेत्र में डॉ. खूबचंद बघेल सम्मान संयुक्त रूप से शिवकुमार चंद्रवंशी और खेमराज पटेल को प्रदान किया गया। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक समरसता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए महाराजा अग्रसेन सम्मान सियाराम अग्रवाल, समाज कल्याण विभाग द्वारा दानशीलता, सौहार्द्र एवं अनुकरणीय सहायता के क्षेत्र में दानवीर भामाशाह सम्मान सुभाष चंद अग्रवाल, मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए बिलासाबाई केंवटीन मत्स्य विकास पुरस्कार विनोद दास को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रदान किया।
आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासियों की सेवा और उत्थान के क्षेत्र में दिया जाने वाला भंवर सिंह पोर्ते सम्मान छत्तीसगढ़ आदिवासी कल्याण संस्थान अनुपम नगर रायपुर को प्रदान किया गया। श्रम विभाग द्वारा श्रम के क्षेत्र में महाराजा रामानुज प्रताप सिंहदेव पुरस्कार संयुक्त रूप से सुरेन्द्र कुमार राठौर, शोभा सिंह एवं ललित कुमार नायक को प्रदान किया गया। गृह (पुलिस) विभाग द्वारा अपराध अनुसंधान क्षेत्र में पंडित लखन लाल मिश्र सम्मान रामनरेयश यादव, ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर क्षेत्र में बिसाहूदास महंत पुरस्कार संयुक्त रूप से पन्नालाल देवांगन और बहोरी लाल देवांगन को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रदाय किया। ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर के क्षेत्र में राजराजेश्वरी करूणामाता हाथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार संयुक्त रूप से सत्यनारायण देवांगन एवं अरूण मेहर को प्रदान किया गया।
संस्कृति विभाग द्वारा प्रदर्शनकारी लोककला क्षेत्र में देवदास बंजारे स्मृति पुरस्कार भगत गुलेरी, संस्कृति विभाग द्वारा लोक शैली पंथी नृत्य प्रदर्शनकारी कला क्षेत्र में देवदास स्मृति पंथी नृत्य पुरस्कार साधे लाल रात्रे, संस्कृति विभाग द्वारा हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में रचनात्मक लेखन, निर्देशन, अभिनय, पटकथा, निर्माण के क्षेत्र में किशोर साहू सम्मान प्रकाश अवस्थी, संस्कृति विभाग द्वारा ही हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में निर्देशन के लिए दिया जाने वाला किशोर साहू राष्ट्रीय अलंकरण सतीश जैन को प्रदान किया गया।स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा तथा शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए धनवन्तरि सम्मान डॉ. मनोहर लाल लहेजा को प्रदान किया गया। विधि एवं विधायी विभाग द्वारा विधि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान संयुक्त रूप से सुरेन्द्र तिवारी और प्रकाश चंद्र पंत को, संस्कृति विभाग द्वारा देश के बाहर सामाजिक कल्याण, मानव संसाधन विकास, कला, साहित्य अथवा आर्थिक योगदान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए छत्तीसगढ़ अप्रवासी भारतीय सम्मान आनंद कुमार पांडे, संस्कृति विभाग द्वारा साहित्य, आंचलिक साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए लाला जगदलपुरी साहित्य पुरस्कार डॉ. पीसी लाल यादव को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रदान किया।जनसंपर्क विभाग द्वारा पत्रकरिता प्रिंट मीडिया हिन्दी के क्षेत्र में चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार भोलाराम सिन्हा, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (हिन्दी) के क्षेत्र में मोहन तिवारी, प्रिंट मीडिया (अंग्रेजी) के क्षेत्र में मधुकर खेर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार मुकेश एस. सिंह, रचनात्मक लेखन और हिन्दी भाषा क्षेत्र में प्रदाय किए जाने वाले पंडित माधवराव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान अतुल जैन को प्रदान किया गया।
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छत्तीसगढ़ राज्य के 24वें स्थापना दिवस पर जगदलपुर में धूमधाम से मनाया गया राज्योत्सव
जगदलपुर।
छत्तीसगढ़ राज्य के 24 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में राज्योत्सव 2024 का आयोजन जगदलपुर के सिटी ग्राउंड में किया गया। इस भव्य आयोजन में बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं कोंडागाँव विधायक सुश्री लता उसेंडी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने इस राज्योत्सव में चार चांद लगाए, जिसमें स्कूली बच्चों और लोक नर्तक दलों की शानदार प्रस्तुतियाँ विशेष आकर्षण रहीं।
कार्यक्रम में लता उसेंडी ने कहा कि राज्योत्सव के अवसर 24 साल में छत्तीसगढ़ के निर्माण करने वाले विभूति पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी बाजपेयी को नमन करते हुए राज्य और जिलों के निर्माण और विकास में योगदान के लिए आभार व्यक्त की। प्रदेश विकास की ऊँचाइयों को छुए यही हमने कामना की है, राज्य ने कई आयाम को पाया है। हमारे सरकार के समय कई विकास के कार्य हुए जिसका लाभ बस्तर को भी मिला। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार कई कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रही है। युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान की जा रही है। प्रधानमंत्री के द्वारा आत्मनिर्भरता पाठ के साथ उस पर कार्य करने की पहल की गई है और भी कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलाया जा रहा है। साथ ही हमे विकसित भारत के संकल्पना में सारे इंडिकेटर को पूरा कर देश और प्रदेश को विकसित बनाने का प्रयास करना है जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कार्यक्रम में सभी को राज्योत्सव की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने विभिन्न विभागों के स्टाॅल का अवलोकन कर हितग्राहीमूलक योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को सामग्री एवं चेक वितरित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर सफिरा साहू ने भी सभी नगर और प्रदेशवासियों को 24 वर्ष राज्योत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश में छत्तीसगढ़ राज्य की अलग पहचान है, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर से परिपूर्ण राज्य के रूप में पहचाना जाता है। ऐसे ही हमारे बस्तर क्षेत्र को भी जाना जाता है, राज्योत्सव के इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम में हमारे बस्तर की छवि को प्रदर्शित करने वाले प्रमुख लोक नृत्यों को प्रस्तुत किया जा रहा है, इसके लिए सभी को बधाई।
कार्यक्रम के स्वागत उद्बोधन में कलेक्टर हरिस एस ने बताया कि जिले में हमने विभागीय योजनाओं और नवाचारों के द्वारा कई विकास कार्यों को गति दी है जिसका संक्षिप्त प्रदर्शन विभागीय स्टालों के माध्यम से किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य है कि हर नागरिक सशक्त और आत्मनिर्भर बने, अपने हुनर और सामर्थ्य को पहचाने। साथ ही बस्तर क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधन, लोक कला, नृत्य शैली व सांस्कृतिक परंपरा को संरक्षण कर सांस्कृतिक धरोहर को देश-विदेश में प्रदर्शित कर नाम कमाया है। इस राज्योत्सव के माध्यम से प्राकृतिक संसाधन, पर्यावरण, लोक कला-संस्कृति का संदेश देना चाहते हैं ताकि आने वाले पीढ़ी को इस धरोहर का लाभ दे सकें।
इस अवसर पर गणमान्य जनप्रतिनिधि, एमआईसी के सदस्य-पार्षदगण, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, जिला पंचायत सीईओ सुश्री प्रतिष्ठा ममगाई, डीएफओ उत्तम गुप्ता सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी और बहुसंख्यक नागरिकगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों ने अपनी योजनाओं की जानकारी देने के लिए प्रदर्शनी लगाई, जिससे आम जनता को इन योजनाओं की जानकारी प्राप्त हुई। कार्यक्रम में पद्मश्री से सम्मानित धरमपाल सैनी को धुरवा तुवाल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम में सहभागिता निभाने वाले लोक नर्तक दल, स्कूली बच्चों को प्रशस्ति पत्र सहित क्विज प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया गया।
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बस्तर सांसद महेश कश्यप ने क्षेत्रवासियों को दी छठ महापर्व की शुभकामनाएं
जगदलपुर।
बस्तर लोकसभा क्षेत्र से सांसद महेश कश्यप ने लोक आस्था के प्रतीक चार दिवसीय महापर्व छठ के अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों व क्षेत्रवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। इसी के साथ ही भगवान भास्कर से राज्य व क्षेत्र की प्रगति, सुख, समृद्धि, शांति और सौहार्द्र के लिये प्रार्थना भी की है।
सांसद कश्यप ने कहा कि छठ पूजा का पर्व सूर्य देवता की उपासना और प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का महान अवसर है। सांसद ने कहा कि यह पर्व प्रकृति और मानव के बीच के प्रेम को भी दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सूर्य देवता की आराधना करने से हम जीवन के हर पहलू में सकारात्मकता और नई ऊर्जा का अनुभव करते हैं। वहीं सांसद कश्यप ने आगे कहा कि छठ पूजा का महत्व सिर्फ धार्मिक आस्था में नहीं, बल्कि हमारे समाज की संस्कृति, एकता और सौहार्द में भी निहित है।
सांसद ने कहा कि यह पर्व हमें एकजुट करता है और हमें अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाने की प्रेरणा देता है। भगवान भास्कर एवं छठी मइया सबकी मनोकामना पूर्ण करें इसकी भी मुख्यमंत्री ने कामना की है।
नहाय खाय से प्रारंभ हुआ छठ महापर्व
छठ पूजा के पहले दिन व्रती अपना व्रत तोड़ने से पहले भगवान सूर्य की पूजा करने के लिए जल्दी उठते हैं. इस दिन से चार दिवसीय उपवास की अवधि शुरू होती है. सभी स्नान करने के बाद नए कपड़े पहनते हैं, व्रत रखते हैं और सूर्य देव के लिए प्रसाद के रूप में चना दाल और कद्दू चावल तैयार करते हैं।
डूबते सूर्य को आज दिया जायेगा अर्ध्य
आज महापर्व छठ का तीसरा दिन है और हर घाट इसी तरह के भक्ति गीत से गूंजे उठेगा। आज भगवान सूर्य देव को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। आज नदी, तालाब और झील इत्यादि किनारे बने घाट पर लोग छठ का डाला लेकर पहुंचेंगे, जहां व्रती महिलाएं सूर्यास्त के समय पूरे श्रद्धा भाव से भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य देंगी। व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने अपने संतान की लंबी आयु के साथ परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।
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निशुल्क कैम्प में 800 लोगों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण, 20 विशेषज्ञ चिकित्सक रहे मौजूद
सक्ती।
स्वर्गीय संतोष अग्रवाल की पुण्य स्मृति में 5 नवंबर को शहर के सामुदायिक भवन में एक दिवसीय निशुल्क चिकित्सा जांच शिविर का आयोजन किया गया। इसमें एमजीएम हॉस्पिटल रायपुर, अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर, बिहान मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के विशेषज्ञ चिकित्सकों (डॉ. आकाश गर्ग, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डॉ. आकाश अग्रवाल, कॉडियोलॉजी, डॉ. प्रियंका वर्मा, स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. रोमा, प्रसूति रोग विशेषज्ञ, डॉ. मनीष गोयल, न्यूरोलॉजी, डॉ. अभिषेक कौशले (एमबीबीएस सिम्स, एमडी मेडिसिन), डॉ. अमोल पड़ेगांवकर (एमएसडीएनबी सर्जिकल ऑकालॉजी, सलाहकार व चिकित्सा विशेषज्ञ, अपोलो कैंसर सेंटर, बिलासपुर), डॉ. व्ही अरविन्द, एमसीएच न्यूरो सर्जरी, ब्रेन एवं स्पाइन सर्जरी विशेषज्ञ), डॉ. योगेश कोटवानी (डीएनबी गंगाराम हास्पिटल, कान नाक गला वर्टिगो विशेषज्ञ), डॉ. मंदार गोकटे (मधुमेह व हृदय रोग विशेषज्ञ), आयुर्वेदिक डॉक्टर उत्तम गबेल, डॉ. आशुतोष कुमार जायसवाल-बीडीएस डेंटल सर्जन, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शोफिया सुल्ताना) ने चिकित्सा परामर्श के साथ नि:शुल्क सेवाएं दी, वही एमजीएम हॉस्पिटल रायपुर द्वारा लगभग 290 नेत्र रोगियों की जांच की गई। इसमें 90 लोगों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के योग्य पाए जाने पर उन्हें तत्काल रायपुर रवाना किया गया। वहीं शेष नेत्र रोगियों को परामर्श देकर दवाइयां दी गई।
उक्त शिविर में विभिन्न प्रकार के रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपनी बेहतर चिकित्सकीय परामर्श के माध्यम से मरीजों का मार्गदर्शन किया तथा चिकित्सा परामर्श देकर उन्हें दवाइयां लिखी। इस कार्यक्रम में आयोजक परिवार के सदस्य उषा संतोष अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल राजू, रितेश अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, आदित्य अग्रवाल राजा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता एवं स्वर्गीय संतोष अग्रवाल जी के तेल क्षेत्र पर माल्यार्पण एवं पूजा अर्चना उपरांत हुआ। शुभारंभ अवसर पर खरकिया परिवार के वरिष्ठ सदस्य गणेश राम अग्रवाल एवं स्वर्गीय संतोष अग्रवाल के अजीज मित्र सरदार महेंद्र सिंह सलूजा ने इस नि:शुल्क स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर को एक सराहनीय पहल बताते हुए ऐसे कार्यक्रमों को सेवा का सबसे बड़ा पर्याय बताया।
शिविर के दौरान सुबह से ही सक्ती जिले सहित अन्य जिलों से भी लोग पहुंचने लगे तथा करीब 1000 की संख्या में लोगों ने पहुंच कर विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों से चिकित्सीय परामर्श लिया। इसके पूर्व मरीजों का पंजीयन किया गया, जिसमें खरकिया परिवार शक्ति सहित शहर के सेवाभावी नवयुवकों की महती भूमिका रही। अग्रवाल सभा शक्ति के अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल, हनुमान सेवा परिवार शक्ति के पंडित ओमप्रकाश वैष्णव, कोडके मौर्य, महेंद्र गबेल, राकेश गबेल,गोवर्धन सोनू देवांगन, संतोष देवांगन सहित अन्य सदस्य भी थे, तो वही एकता पत्रकार संघ के सुमित शर्मा,वार्ड क्रमांक-15 के पार्षद दीपक सेवक, विशाल गर्ग, सरदार हरजीत सिंह सलूजा, आमिर अनिरुद्ध अग्रवाल, अमरलाल अग्रवाल कॉन्ट्रेक्टर, जनरलिस्ट वेलफेयर यूनियन के जिला अध्यक्ष रमेश चंद्र अग्रवाल, गोविंद राम गर्ग,आकाश टेमरिहा, मनीष कथूरिया, प्रमोद अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, नरेश मित्तल, चमन अग्रवाल ने मरीजों के पंजीयन में सराहनीय भूमिका निभाई।
समापन समारोह के दौरान राधा कृष्ण मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष जगदीश बंसल, पूर्व व्यवस्थापक अमरलाल अग्रवाल ठेकेदार, सुमित शर्मा, उषा संतोष अग्रवाल, पार्षद दीपक रिकी सेवक, बिहान हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर हेमेंद्र जायसवाल, श्री हनुमान सेवा परिवार के संस्थापक पंडित ओमप्रकाश वैष्णव मौजूद रहे।समापन समारोह को संबोधित करते हुए अतिथियों ने ऐसे आयोजनों से लोगों को नि:शुल्क चिकित्सा का लाभ मिलने की बात कही तो वही आयोजक परिवार को भी इस कार्य के लिए साधुवाद ज्ञापित किया।
समापन समारोह के दौरान आयोजक परिवार की ओर से कार्यक्रम में सेवाएं देने वाले अपोलो हॉस्पिटल, बिहान अस्पताल, एमजीएम हॉस्पिटल के चिकित्सकों एवं मेडिकल टीम को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया तो वहीं कार्यक्रम में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले गणमान्य नागरिकों एवं मंच पर उपस्थित अतिथियों को भी स्मृति चिह्न दिया गया।
शिविर के दौरान आगंतुकों के लिए स्वल्पाहार एवं दोपहर भोजन की भी व्यवस्था की गई थी। शिविर में पहुंचे लोगों ने कहा कि एक ही स्थान पर इतने विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाओं का यह शिविर निश्चित रूप से एक बड़ा कार्य है तथा इसके लिए आयोजक परिवार साधुवाद के पात्र हैं, शिविर के दौरान जहां आयोजक परिवार की ओर से लगभग 300 लोगों का रक्त वर्ग परीक्षण कर उन्हें कार्ड प्रदान किया गया तो वहीं लगभग 280 लोगों की बीपी, शुगर की भी निशुल्क जांच की गई।
आयोजक परिवार के सदस्य रितेश राहुल ने आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी सहयोगियों का दिल से धन्यवाद किया।
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यात्री के पास मिला एक लाख का गांजा,चौकी बसदेई पुलिस की कार्रवाई
सूरजपुर।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को नशे के धंधे में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते एवं क्षेत्र में सक्रिय मुखबिर का जाल फैलाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद से ही जिले की पुलिस नशीली पदार्थ के गोरख धंधे सहित अवैध गतिविधियों पर सतत निगाह बनाए हुए हैं।
इसी तारतम्य में 4 नवंबर को चौकी बसदेई पुलिस रेलवे स्टेशन सूरजपुर रोड़ उंचडीह में मुसाफिर चेक करने पहुंची, जहां रेलवे स्टेशन सूरजपुर रोड में अम्बिकापुर से दुर्ग जाने वाले यात्री रेल के आने के समय पर जाकर स्टेशन में बैठे लोगों से यात्रा करने के बारे में जानकारी लेने के दौरान एक व्यक्ति ट्रेन जाने के बाद स्टेशन के सामने गाड़ी पार्किंग करने के स्थान के पास संदिग्ध अवस्था में एक बैग टांगे हुए खड़ा मिला। इससे पूछताछ करने पर अपना नाम करमबीर कुमार पाटिल उर्फ छोटू पिता तुलसीदास पाटिल (24 वर्ष) ग्राम कुसमुसी का रहने वाला और अम्बिकापुर से आ रहा हूं बताया। अपने दोस्त को बुलाया हूं,जिसका इंतजार कर रहा हूं बताया। पूछताछ के उपरांत उसकी गतिविधि संदेहास्पद प्रतीत होने पर उसके बैग की तलाशी लिए जाने पर 5 किलो मादक पदार्थ गांजा पाया गया,जिसकी कीमत 1 लाख रुपए है। मामले में गांजा जब्त कर आरोपी के खिलाफ धारा 20बी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर उसे गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में एएसआई संजय सिंह, प्रधान आरक्षक आनंद सिंह, आरक्षक अमित सिंह, अभय तिवारी, देवदत्त दुबे, नीलेश जायसवाल व प्रदीप सोनवानी सक्रिय रहे। -
नगरी सिहावा अंचल में धान की फसल की लुआई-कटाई कृषि कार्य में किसान व्यस्त
नगरी।
दीपावली पर्व के बाद नगरी सिहावा के पूरे अंचल क्षेत्रों में खरीफ फसल की धान को किसान भाइयों द्वारा अपने मेहनत कड़ी मेहनत कर आज वर्तमान दिनों में अपने धान की फसल को संजोने (इक्ट्ठा) करने के कार्य में पूरी तरह से व्यस्त हो चुके हैं।
सिहावा विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में सुबह से ही किसान अपने खेतों की ओर जाते दिखे वहीं चैनल इंडिया ने सिहावा विधानसभा क्षेत्र के गांव का ज्याजा लिया तो पता चला हर घर में अपने कृषि कार्य को लेकर व्यस्त दिखे लोग अपनी खेत में किए हुए मेहनत की फल को सहेजने में लगे हैं। वनांचल क्षेत्र के गांव में किसान अपने धान के भारा को घर लाने भैंसा गाड़ी से फसल को लाने किसान अपने खेतों की ओर निकल पड़े।
वहीं दूसरी तरफ मजदूर के कमी के चलते किसान हार्वेस्टर मशीन से अपने खेत में लगे धान की खड़ी फसल को कटवाने में पूरी तरह लगे हुए हैं। कहीं कहीं ग्रामीण अंचल में खेतों में मजदूर लगाकर फसल को काटने में लगे हुए हैं।तो दूसरी तरफ कटे हुए धान की करपा इक्ट्ठा कर भारा बंधाई कार्य में किसान तेजी से लगे हुए हैं।