Author: admin

  • क्या भारत जुड़ेगा इस न्याय संगत एनेर्जी ट्रांज़िशन की साझेदारी में

    क्या भारत जुड़ेगा इस न्याय संगत एनेर्जी ट्रांज़िशन की साझेदारी में

    रायपुर 30 अक्टूबर 2022/

    कुछ ही दिनों में दुनिया के नीति निर्माता ईजिप्ट के शर्म अल शेख में संयुक्त राष्ट्र के अगले जलवायु सम्मेलन, सीओपी 27, में मिल कर पूरी पृथ्वी पर जलवायु कार्यवाही के लिए कुछ अहम फैसले लेंगे। और ठीक उससे पहले पिछले कुछ समय से G7 और उसके सहयोगियों ने वियतनाम, इंडोनेशिया और भारत को कोयले से दूर होने के लिए अरबों डॉलर की पेशकश की है। लेकिन अभी तक इस दिशा में खास बढ़त नहीं देखीगयी।
    इस पेशकश को जस्ट एनर्जी ट्रांजिशन पार्टनरशिप (JETP) कहा जाआ रहा है और इसका उद्गम हुआ था पिछली सीओपी के बाद, जब दक्षिण अफ्रीका के कोयला उद्योग को बंद कर एक न्यायसंगत एनेर्जी ट्रांज़िशन को बढ़ावा देने के लिए 8.5 बिलियन डॉलर की पेशकश की गयी।
    मामले पर वैश्विक मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो G7 की वियतनाम और इंडोनेशिया के साथ चर्चा उस बिंदु तक आगे बढ़ गई है, जहां लगभग $ 5 बिलियन और $ 10 बिलियन की प्रारंभिक नकद पेशकश की गई है।
    वहीं भारत के साथ बातचीत अब तक आगे नहीं बढ़ी है। ऐसा पता चल रहा है कि भारत सरकार अभी इसके बारे में सोच रही है।
    क्या रहेगा भारत का JETP पर रुख?
    अगर भारत अगले कुछ दिनों में इस पेशकश को स्वीकार लेता है तो इसकी घोषणा नवंबर में मिस्र के शर्म अल शेख में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन (COP27) में की जा सकती है।
    बड़ा सवाल ये है कि क्या भारत को इस साझेदारी में शामिल होने के लिए G7 की भारत द्वारा कोयले की खपत कम करने की शर्त को स्वीकार करना चाहिए?
    भारत कोयले को लेकर पहले भी अपनी स्थिति साफ़ कर चुका है। साथ ही, पिछले साल ग्लासगो में सीओपी 26 के दौरान, भारत ने विकासशील देशों के लिए ऊर्जा के प्रमुख स्रोतों में से एक, कोयले को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के कठिन लक्ष्यों का विरोध भी किया था।
    भारत उन विकासशील देशों में शामिल था जिन्होंने ग्लासगो संधि में कोयले के उपभोग को ख़त्म करने के लिए प्रयोग हुई भाषा का विरोध किया। अंततः यूके, यूएस, चीन, और यूरोपीय संघ के बीच हुए आपसी समझौते से संधि की भाषा को भारत की मंशा के अनुरूप फिर से लिखा गया।
    उसके बाद, पिछले साल दिसंबर में, राज्यसभा में उठे एक सवाल पर जवाब देते हुए पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि कोयला भारत में ऊर्जा का एक प्रमुख स्रोत बना रहेगा। मंत्रालय ने एक प्रतिक्रिया में कहा कि “पर्याप्त भंडार के साथ ऊर्जा का एक किफायती स्रोत होने के कारण, निकट भविष्य में कोयला ऊर्जा के एक प्रमुख स्रोत के रूप में बना रहेगा।
    इसके दृष्टिगत अब यह देखना रोचक रहेगा कि क्या भारत JETP में शामिल होता है या नहीं। ध्यान रहे, G7 के साथ भारत पर संयुक्त राष्ट्र से भी इस दिशा में आगे बढ्ने का दबाव है।
    यूएन ने भी बनाया है भारत पर दबाव
    अपनी हाल की भारत यात्रा में और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की एमिशन गैप रिपोर्ट के शुभारंभ के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने G7 के इस प्रस्ताव का कई बार उल्लेख किया। इतना ही नहीं, उन्होंने भारत से इस साझेदारी में शामिल होने का आग्रह भी किया।
    बीती 19 अक्टूबर को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई में अपने भाषण के दौरान उन्होने कहा, “विकसित देशों की इस संदर्भ में बड़ी भूमिका है। यही वजह है कि मैंने भारत सहित तमाम देशों का आह्वान किया है कि वह रिन्यूबल ऊर्जा की तैनाती में तेजी लाने की महत्वाकांक्षी योजनाओं को बनाने के लिए एक साथ बढ़े। और इसीलिए मैं JETP की स्थापना का स्वागत करता हूं।”
    उसके बाद, एमिशन्स गैप रिपोर्ट को लॉंच करते हुए भी उन्होने JETP पर अपना रुख़ दोहराया और भारत की भूमिका पर रौशनी डाली। उन्होने कहा, “उभरती और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को भी आगे बढ़ कर आना होगा और कुछ अधिक करना होगा। JETP की मदद से कोयले पर निर्भर अर्थव्यवस्थाओं को क्लीन और ग्रीन एनेर्जी का रुख़ करने में मदद मिलगे। फिलहाल यह साझेदारियां भारत, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और वियतनाम में आगे बढ़ रही हैं।”
    है क्या JETP?
    जस्ट एनेर्जी ट्रांज़िशन पार्टनर्शिप य JETP की अवधारणा पिछले साल सीओपी 26 में शुरू हुई थी जब फ्रांस, जर्मनी, यूके, यूएस और ईयू मिल कर दक्षिण अफ्रीका को तकनीकी और आर्थिक मदद दे कर डीकारबनाइज़ या कार्बन मुक्त करने के लिए एक साथ आगे आए। इस साझेदारी के तहत, यह देश अगले तीन से पाँच सालों में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय जलवायु कार्यक्रम को लागू करने में मदद के लिए $ 8.5 बिलियन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस सहयोग की मदद से इन देशों का उद्देश्य है कि दक्षिण अफ्रीका अपनी अर्थव्यवस्था को डीकार्बोनाइज करे, कोयले से दूर जाये, और एक कम उत्सर्जन वाली क्लीन और ग्रीन ऊर्जा व्यवस्था का विकास कर सके।
    विशेषज्ञ की राय
    लप्पीनरांता युनिवेर्सिटी ऑफ टेक्नालजी, फ़िनलैंड, शोधार्थी और एनेर्जी ट्रांज़िशन एक्सपर्ट, मनीष राम कहते हैं,“मुझे लगता है कि यह भारत के लिए एक शानदार अवसर है जिस पर उसे गंभीरता से विचार करना चाहिए। भारत का कोयले के लिए ऐसा मोह समझ से परे है। चीन भारत से 4-5 गुना अधिक कोयले की खपत करता है, लेकिन भारत न जाने क्यों कोयले के उपभोग का वैश्विक चेहरा बनने पर आमादा सा दिखता है।“ मनीष आगे समझाते हैं कि, “रणनीतिक रूप से भारत G7 के सामने भारत कि स्थिति बढ़िया है। भारत को इस सहयोग के लिए तब ही हामी भरनी चाहिए जब G7 इसमें वित्त पोषण के साथ भारत में उत्पादन पर भी राज़ी हो। ऐसा इसलिए ज़रूरी है क्योंकि एनेर्जी ट्रांज़िशन के न्यायसंगत या जस्ट होने के लिए उसमें रोजगार पैदा करने और सामाजिक कल्याण को आगे बढ़ाना बेहद ज़रूरी है। और इसी वजह से घरेलू उत्पादन पर भारत को ज़ोर देना चाहिए।
    ध्यान रहे, एक विचारधारा ऐसी भी है जो कहती है कि यह सब कुछ दरअसल एक बड़े भूराजनीतिक खेल का हिस्सा है। दरअसल यूक्रेन में युद्ध के चलते G7 भारत को अपने पक्ष में करना चाहेगा। फिलहाल खनिजों के मामले में चीन इस समय सबसे मजबूत स्थिति में है। ऐसे में G7 देशों के लिए कम लागत पर निर्माण करने के लिए भारत एक बढ़िया विकल्प है। शायद यह भी एक वजह हो सकती है G7 द्वारा भारत को इस साझेदारी के लिए लुभाने का।
    मनीष का मानना है, “G7 से मिली आर्थिक मदद से न सिर्फ़ भारतीय अर्थव्यवस्था को काफ़ी लाभ होगा, ऊर्जा की लागत कम होगी, बल्कि साथ ही स्थानीय रोजगार बनेंगे और भारत के पर्यावरण पर भी इसका बढ़िया असर देखने को मिलेगा।”

  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में दाऊ वासुदेव चंद्राकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में दाऊ वासुदेव चंद्राकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी

    रायपुर;30 अक्टूबर 2022\ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में दाऊ वासुदेव चंद्राकर की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

    उल्लेखनीय है कि दाऊ वासुदेव चंद्राकर ने आजीवन किसानों और मजदूरों के हित मे काम किया। वे किसानों और मजदूरों को संगठित करने के साथ उनके उत्थान के लिए सक्रिय रहे। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान था। छत्तीसगढ़ की सभ्यता और संस्कृति को उन्होंने बढ़ावा देने का काम किया।

  • अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नव निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिले राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल

    अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नव निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिले राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल

    रायपुर,30 अक्टूबर 2022। दिल्ली के अल्प प्रवास पर पहुंचे छत्तीसगढ़ प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नव निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से सौजन्य मुलाकात किया।

    इस सौजन्य मुलाकात के दौरान प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे के बीच औपचारिक बातचीत के अलावा छत्तीसगढ़ की वर्तमान राजनैतिक परिस्थितियों पर विस्तार से चर्चा हुईं।

    गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 हेतु गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र अन्तर्गत 07 विधानसभा क्षेत्रों के लिए पर्यवेक्षक बनाया गया है और समय समय पर अग्रवाल स्थिति का जायजा लेने वहां के स्थानीय जन प्रतिनिधियों से मुलाकात कर वर्तमान हालात के मद्देनजर क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर आवश्यक मार्गदर्शन देते रहते हैं। गुजरात में होनेवाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर ताजातरीन हालात की जानकारी खड़गे ने लिया अपने अनुभव के आधार पर राजस्व मंत्री को अनेक महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।

  • आदिवासियों का आरक्षण छीनने पर कांग्रेस की पोल खुली : भाजपा

    आदिवासियों का आरक्षण छीनने पर कांग्रेस की पोल खुली : भाजपा

    रायपुर,30 अक्टूबर 2022\ भाजपा नेताओं ने भूपेश सरकार द्वारा के. पी. खांडे को राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसके पीछे भूपेश बघेल की मिलीभगत और षड्यंत्र से आदिवासियों को छलने और जातियों को आपस में लड़ाने का गंदा खेल खेला जा रहा है।

    प्रेस वार्ता के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता  विक्रम उसेंडी,केदार कश्यप,लता उसेंडी व विकास मरकाम ने कहा
    विगत दिनों आदिवासियों का 32% आरक्षण भूपेश सरकार की “ऐच्छिक नाकामी” के परिणाम स्वरूप माननीय उच्च न्यायालय से अपास्त घोषित हुआ। यह सभी जानते है कि 32% आरक्षण को निरस्त घोषित करने के पक्ष में, पैरोकारी करने वाले एक मुख्य पक्षकार केपी खांडे जी है। 32% आरक्षण को निरस्त घोषित कराने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। जिसका इनाम देते हुए भूपेश सरकार ने उन्हें राज्य अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। यह आदिवासियों के गाल पर करारा तमाचा नही तो और क्या है? ये भूपेश सरकार की दोहरी और दोगली नीति उदाहरण और प्रमाण नही तो क्या है? प्रदेश में अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति को लड़ाकर अंग्रेजो वाली तरकीबें अपनाना बंद कीजिए भूपेश जी। “फूट डालो राज करो” की आपकी नीति उजागर हो चुकी है।

    भाजपा नेताओं ने भूपेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा भूपेश जी एक तरफ आप आदिवासी हितैषी और पक्षधर होने का ढोंग करते हो, दूसरी तरफ आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार छीनने के लिए जिम्मेदार लोगों को आप पुरस्कृत करते है। आदिवासी समाज को ठगते हुए, झांसा देते हुए आपको शर्म आनी चाहिए।

    इससे पूर्व भूपेश बघेल सरकार ने ओबीसी समाज को 27% आरक्षण देने का ड्रामा किया। बाद में अपने ही करीबी कुणाल शुक्ला को माननीय हाईकोर्ट में खड़ा करके उस पर स्टे लगवा दिया, और फिर बाद में कुणाल शुक्ला को भूपेश सरकार ने पुरस्कार देते हुए कबीर शोध पीठ का अध्यक्ष नियुक्त कर ओबीसी समाज के गाल पर करारा तमाचा मारा था।

    भाजपा नेताओं ने भूपेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहते है भूपेश जी छत्तीसगढ़ की एक जाति को दूसरे जाति से लड़ाने का यह गंदा खेल खेलना बंद कीजिए। के पी खांडे को पुरुष्कार स्वरूप राज्य अनुसूचित जाति आयोग के रूप नियुक्त करना यह प्रमाणित करता है कि आदिवासियों का 32% आरक्षण छीनकर आदिवासी हितों को चोट पहुंचाने में आपकी ही महत्वपूर्ण भूमिका है। अब आपकी पोल खुल चुकी है।

    भाजपा नेताओं ने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी आदिवासियों से नफरत करती हैं और मोहरा बनाकर लोगों का इस्तेमाल करके आदिवासियों को, उनकी संस्कृति को खत्म करना चाहते हैं उनके अधिकारों को छीन कर उन्हें खून के आंसू रुलाना चाहते हैं।

  • आदिवासी समाज के विधायक तथा प्रमुख आरक्षण के संबंध में अध्ययन भ्रमण के लिए जाएंगे तमिलनाडु

    आदिवासी समाज के विधायक तथा प्रमुख आरक्षण के संबंध में अध्ययन भ्रमण के लिए जाएंगे तमिलनाडु

    रायपुर, 30 अक्टूबर 2022/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज शाम राजधानी रायपुर स्थित उनके निवास कार्यालय में उद्योग मंत्री कवासी लखमा के नेतृत्व में सर्वआदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने सौजन्य मुलाकात की।

    मुख्यमंत्री बघेल से आदिवासी समाज के मंत्री, विधायक और सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने 32 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षण के मामले में मुलाकात की। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राज्य में हमारी सरकार आदिवासियों के हित और उनके उत्थान के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने मुलाकात के दौरान शासन की मंशा से स्पष्ट रूप से अवगत कराते हुए कहा कि प्रदेश में आरक्षित वर्ग का किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा, यह हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता में है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आदिवासियों के हित को ध्यान रखते हुए इस मामले में जो भी आवश्यक कदम होगा, वह उठाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी अवगत कराया कि आवश्यक होने पर आदिवासियों के आरक्षण के मुद्दे को लेकर विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि आरक्षण के संबंध में अध्ययन भ्रमण के लिए आदिवासी समाज के विधायक तथा समाज प्रमुखों के संयुक्त दल को तमिलनाडु भेजा जाएगा।

    मुख्यमंत्री बघेल ने आदिवासी समाज के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा करते हुए कहा कि आदिवासियों के हित और उनके संरक्षण के लिए संविधान में जो अधिकार प्रदत्त है, उसके पालन के लिए हमारी सरकार पूरी तरह से सजग होकर कार्य कर रही है। हमारी स्पष्ट मंशा है कि संविधान द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग को प्रदान किए गए सभी अधिकारों का संरक्षण किया जाएगा। इस विषय में सरकार स्वतः संज्ञान लेकर सभी जरूरी कदम उठा रही है, इसलिए आदिवासी समाज को बिल्कुल भी चिंचित होने की जरूरत नहीं है। इस अवसर पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, संसदीय सचिव यू.डी. मिंज, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, उपाध्यक्ष सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण  गुलाब कमरो, उपाध्यक्ष सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण बृहस्पत सिंह, विधायक अनूप नाग तथा विधायक चक्रधर सिंह सिदार आदि उपस्थित थे।

  • निगम-मंडल-आयोग के नवनियुक्त पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से की सौजन्य मुलाकात

    निगम-मंडल-आयोग के नवनियुक्त पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से की सौजन्य मुलाकात

    रायपुर,30 अक्टूबर 2022/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में विभिन्न निगम, मंडल और आयोग के नवनियुक्त पदाधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री  बघेल ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई देते हुए पदेन दायित्वों के कुशलतापूर्वक निर्वहन के लिए शुभकामनाएं दी।

    इस अवसर पर छत्तीसगढ़ खाद्य आयोग के सदस्य कुलदीप शर्मा, छत्तीसगढ़ राज्य दिव्यांगजन सलाहकार बोर्ड की सदस्य साक्षी सिरमौर, रायपुर विकास प्राधिकरण की सदस्य चन्द्रवती साहू, छत्तीसगढ़ जीव जंतु आयोग के उपाध्यक्ष आलोक चन्द्राकर, सिरपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष  सतीश जग्गी, रजक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष लोकेश कन्नौजिया, लौह शिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष लोचन विश्वकर्मा व सदस्य गोविंद विश्वकर्मा, तेलघानी बोर्ड के नवनियुक्त सदस्यगण, श्रम कल्याण बोर्ड के सदस्य श्री कृष्णा दुबे, केश शिल्पी बोर्ड के उपाध्यक्ष चित्रकान्त श्रीवास व सदस्य  शीत श्रीवास सहित अनेक निगम, मण्डल और आयोगों के नवनियुक्त पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

  • मुख्यमंत्री को विनोद तिवारी ने छत्तीसगढ़ महतारी का एलईडी पोट्रेट किया भेंट

    मुख्यमंत्री को विनोद तिवारी ने छत्तीसगढ़ महतारी का एलईडी पोट्रेट किया भेंट

    रायपुर,30 अक्टूबर 2022/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के सदस्य विनोद तिवारी ने सौजन्य मुलाकात की। तिवारी ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए मुख्यमंत्री बघेल द्वारा किये जा रहे प्रयासों के लिए उनका आभार जताते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ महतारी का एलईडी पोट्रेट भेंट किया।

    मुख्यमंत्री से इस दौरान तिवारी ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ के जन-जन में छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान जागा है। प्रदेश के सभी कार्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी का छायाचित्र अनिवार्य किया गया है। छत्तीसगढ़ के सभी प्रमुख तीज-त्योहारों में अवकाश दिया जा रहा है। हमारे प्रदेश के गेड़ी, भौंरा, पिट्ठुल जैसे पारम्परिक खेलों को छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के आयोजन से एक नई गरिमा मिली है। मुख्यमंत्री बघेल के नेतृत्व में नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने का प्रयास रंग ला रहा है। अपनी माटी से जुड़ी पहचान के प्रति आज पूरा छत्तीसगढ़ सजग है। मुख्यमंत्री ने आकर्षक एलईडी पोट्रेट भेंट करने पर  विनोद तिवारी को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर बिज्जू बंजारे,  अपराजित तिवारी,  विकास तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

  • मुख्यमंत्री ने ‘माटी के मितान’ पुस्तक का किया विमोचन

    मुख्यमंत्री ने ‘माटी के मितान’ पुस्तक का किया विमोचन

    रायपुर 30 अक्टूबर 2022/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम अपने निवास कार्यालय में जैन संवेदना ट्रस्ट, रायपुर द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘माटी के मितान’ का विमोचन किया। इसके लेखक  महेन्द्र कोचर और विजय चोपड़ा हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा जनहित में संचालित योजनाओं को समाहित करते हुए इस पुस्तक के प्रकाशन पर दोनों लेखकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

    मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में सभी वर्गो के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसमें किसान, मजदूर, व्यापारी और आदिवासी तथा कमजोर वर्ग सहित सभी लोगों को आगे बढ़ने का भरपूर अवसर मिलने लगा है। इस दौरान लेखक द्वय ने कहा कि आज छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान के साथ स्वालंबन का छत्तीसगढ़ मॉडल देश और दुनिया में चर्चा का केन्द्र बना हुआ है। मुख्यमंत्री बघेल ने जनहित में क्रांतिकारी कदम उठाते हुए महात्मा गांधी की अवधारणा ग्राम और ग्रामीण केन्द्रित अर्थव्यवस्था को मूर्त रूप देने जो कदम उठाए वह साकार होने लगा है। इस कड़ी में सुराजी गांव भी आकार ले रहा है और गांव-गांव में स्थापित गौठान, ग्रामीण अर्थव्यवस्था के जीवंत केन्द्र के रूप में उभर रहा है। इस तरह गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का सपना साकार होने लगा है।

    इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और डॉ. राकेश गुप्ता तथा सर्वश्री गजराज पगारिया, सुपारस गोलछा, सुरेश भंसाली, हरख मालू, राजीव गुप्ता, हिरेन्द्र डागा, हरीश डागा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

  • अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई कार, सिख समाज के अध्यक्ष और बेटे की हुई मौत, बहू गंभीर

    अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई कार, सिख समाज के अध्यक्ष और बेटे की हुई मौत, बहू गंभीर

    राजनांदगांव,30 अक्टूबर 2022।  सड़क हादसे में डोंगरगढ़ सिख समाज के अध्यक्ष हरभजन सिंह भाटिया और उनके बेटे परमजीत सिंह भाटिया की मौत हो गई। वही हादसे में उनकी बहु गुरमीत सिंह भाटिया गंभीर रूप से घायल हुई है। उन्हें इलाज के लिए रायपुर में भर्ती कराया गया है। हादसा हाईवे-53 पर तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराने पर हुआ है\

    जानकारी के अनुसार, डोंगरगढ़ निवासी हरभजन सिंह स्थानीय सिख समाज के अध्यक्ष थे और मेडिकल व्यवसाय करते थे। अपने बेटे परमजीत और बहू गुरमीत के साथ कार से निकले थे। अभी वे पीटीएस के पास नेशनल हाईवे पर पहुंचे थे कि कार अनियंत्रित हो गई और सड़क से नीचे उतरकर पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के आगे का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं हरभजन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।

    हादसा होते देख आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायल परमजीत और उनकी पत्नी गुरमीत को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। वहां दोनों की हालत गंभीर देख रायपुर रेफर किया गया। जहां उपचार के दौरान परमजीत ने दम तोड़ दिया। फिलहाल पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है।

  • रायपुर से कोच्चि की हवाई यात्रा हुई आसान, शुरू होगी नई फ्लाइट, जाने क्या हैं शेड्यूल

    रायपुर से कोच्चि की हवाई यात्रा हुई आसान, शुरू होगी नई फ्लाइट, जाने क्या हैं शेड्यूल

    रायपुर,30 अक्टूबर 2022। नागरिक उड्डयन विभाग ने घरेलू विमान सेवाओं के लिए शीतकालीन समय सारिणी (विंटर शेड्यूल) जारी कर दिया है। इसमें स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर से होने वाली उड़ानों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। अलबत्ता, केरल मूल के निवासियों को कोच्चि के लिए नई को उड़ान मिली है। यह विंटर शेड्यूल जनवरी मध्य तक जारी रहने की खबर है। रायपुर से संचालित चेन्नई, बैंगलूर, हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली, मुंबई, रांची की उड़ानों के समय में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। छत्तीसगढ़वासियों को जयपुर, कोच्चि के लिए दो नई उड़ाने मिलने की उम्मीद थी, लेकिन केवल कोच्चि की ही मिली है।

    इंडिगो एयरलाइंस मुंबई रायपुर मुंबई उड़ान को ही कोच्चि के लिए विस्तार किया है। इंडिगो एयरलाइंस के मुताबिक 30 अक्टूबर से 30 नवंबर तक मुंबई रायपुर के लिए संचालित विमान सेवा की अतिरिक्त उड़ान की सुविधा दी जा रही है जो रायपुर से शाम 6.40 बजे उड़कर 8.45 बजे मुंबई पहुंचेगी। इसके अलावा 30 अक्टूबर से ही कोच्चि के लिए नई उड़ान शुरू हो रही हैं। यह कोच्चि से सुबह 5.15 बजे उड़कर 7.30 बजे मुंबई, 8.10 बजे मुंबई से उड़कर 10 बजे माना पहुंचेगी। वापसी में यह उड़ान रायपुर से 6.40 बजे, मुंबई 9.30 और कोच्चि 11.30 बजे रात पहुंचेगी।

    रायपुर से मुंबई के लिए नई उड़ान की सौगात

    हवाई यात्रियों को रविवार से रायपुर से मुंबई के लिए नई उड़ान की सौगात मिल रही है।  इंडिगो एयरलाइंस द्वारा संचालित यह उड़ान अभी 30 अक्टूबर से 30 नवंबर तक ही चलाई जाएगी।

    साथ ही खास बात यह रहेगा कि इस फ्लाइट के यात्रियों को कनेक्टिंग फ्लाइट के रूप में कोचीन फ्लाइट भी मिलेगी। विमानन अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार फ्लाइट क्रमांक 6ई211 कोचीन से मुंबई के लिए सुबह 5.15 बजे उड़ान भरेगी और मुंबई 7.30 बजे पहुंचेगी। इसके बाद यही फ्लाइट मुंबई से रायपुर के लिए सुबह 8.10 बजे उड़ान भरेगी और सुबह 10 बजे रायपुर विमानतल पहुंचेगी।

    इसके बाद फ्लाइट क्रमांक 6ई885 रायपुर से मुंबई के लिए शाम 6.40 बजे उड़ान भरेगी और रात्रि 8.45 बजे मुंबई पहुंचेगी। इसके बाद यही फ्लाइट मुंबई से कोचीन के लिए रात 9.30 बजे उड़ान भरेगी और रात्रि 11.30 बजे कोचीन पहुंचेगी।

    जयपुर उड़ान की सौगात भी जल्द

    विमानन अधिकारियों का कहना है कि इन दिनों हवाई यात्रियों द्वारा जयपुर उड़ान शुरू करने की भी मांग की जा रही है। बताया जा रहा है कि रायपुर से जयपुर के लिए जल्द ही नई उड़ान शुरू हो सकती है। इसके लिए विमानन कंपनी द्वारा अपना शेड्यूल भी तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही भुवनेश्वर व गोवा के लिए भी जल्द ही उड़ान शुरू होगी जाएगी।