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  • छत्तीसगढ़ राज्य उत्सव 2022 जिला प्रशासन जिला जांजगीर के द्वारा गरिमामयी आयोजन

    छत्तीसगढ़ राज्य उत्सव 2022 जिला प्रशासन जिला जांजगीर के द्वारा गरिमामयी आयोजन

    रायपुर 4 नवंबर 2022/

    छत्तीसगढ़ी पारंपरिक लोक गीत एवं शिक्षा पे आधारित सामाजिक जन जागरूकता हेतु शानदार प्रस्तुति के लिए मुख्यातिथि मा. श्री चंद्रदेव प्रसाद राय जी (संसदीय सचिव छ. ग.शासन एवं विधायक बिलाईगढ़ ) तथा कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा जी एवं मंचस्त अतिथियों के द्वारा कृष्णा रात्रे ,कु.राधा जायसवाल एवं अंध मूक बधिर विद्यालय पामगढ़ के विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड से सम्मानित किया गया ।
    जिसके लिए जिला प्रशासन एवं अतिथियों को बहुत -बहुत धन्यवाद

  • जांजगीर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा जी के लिखे जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया के ऊपर ये बिचार एक पइत

    जांजगीर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा जी के लिखे जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया के ऊपर ये बिचार एक पइत

    रायपुर 4 नवंबर 2022/

    कवियों की एक पंक्ति खुसरों, कबीर, तुलसी की भी है, जिनकी कविताएं समय की सीमाओं को लांघकर कविताएं नहीं रहीं, जन-उद्गार बन गयीं। कोई कवि यूं ही जन-कवि नहीं बना जाता। कोई कविता यूं ही जन-उद्गार नहीं बन जाती। लोक के मनो-मस्तिष्क को छू लेना यूं ही नहीं हो जाता। लोक से उठकर, लोक में ही उतर जाने के लिए लोक की आत्मा का होना जरूरी है, कवि में भी, और कवि की कविता में भी। लक्ष्मण मस्तुरिया ऐसे ही कवि थे। वे इसी पंक्ति के कवि थे। वे लोक की आत्मा के साथ जिये, और रच-रच कर लोक को समर्पित करते रहे। वे उन बिरले कवियों में हैं जिनके गीत खेतों-खलिहानों में इतने गुनगुनाए गए कि लोक-गीत ही बन गए। चंदैनी गोंदा के लिए उन्होंने अनेक गीत लिखे। आकाशवाणी से प्रसारित होने वाले उनके लिखे गीतों ने मई-जून की तपती हुई न जाने कितने गांवों की कितनी दोपहरियों में ठंडक घोली, कितनी ही सुबहों में रंगे भरे, कितनी ही शामों में किसानों और मजदूरों की थकावटें पोंछी। वे माटी के कवि थे, माटी की ताकत पर भरोसा करने वाले कवि थे। उनके पास सुमति की सरग निसैनी थी, जिस पर हर छत्तीसगढ़िया को चढ़ता हुआ देखना चाहते थे। मोर संग चलव कह कर, उन्होंने एक ही गीत में छत्तीसगढ़ महतारी की महिमा का बखान करते हुए स्वाभिमान के जागरण का मंत्र फूंक दिया। वे घर में, खेत में, मंचों पर, फिल्मों में केवल और केवल लक्ष्मण मस्तुरिया ही थे। वे माटी से टूटते हुए लोगों को बार-बार माटी की ओर लौटा लाते। आवाज देकर कहते – छइहां, भुइंहा ला छोड़ जवैया तै थिराबे कहां रे…। लक्ष्मण मस्तुरिहा मां सरस्वती के लाडले बेटे थे। सरस्वती ने उन्हें शब्दों से भी मालामाल किया और सुरों से भी। उन्होंने बेहतरीन आवाज पाई थी। संगीत की समझ पाई थी। उनके विशाल व्यक्तित्व और कृतित्व के आगे यह चर्चा गौण हो जाती है कि वे कहां जन्मे थे, कब जन्मे थे। उनका जिक्र होते ही बिलासपुर जिले का मस्तुरी गांव फैलकर पूरा छत्तीसगढ़ हो जाता है। 07 जून 1949 का दिन एक ऐसी तारीख हो जाता है, जिसे छत्तीसगढ़ के लोक-गीतों से मोहब्बत करने वाली हर पीढ़ी एक ऐतिहासिक तारीख के रूप में हमेशा याद रखेगी, जिस तारीख में एक कालजयी कवि, लेखक, गायक ने जन्म लिया था। हम 03 नवंबर 2018 की वह तारीख भी कभी नहीं भूलेंगे, जब अपने शब्दों और गीतों को छत्तीसगढ़ महतारी पर न्यौछावर करते हुए अमरत्व को प्राप्त हो गए। आज उनकी पुण्य तिथि पर मेरी उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।

  • *ST की 20% आरक्षण को यथावत 32% रखने हेतु ज्ञापन कार्यक्रम

    *ST की 20% आरक्षण को यथावत 32% रखने हेतु ज्ञापन कार्यक्रम

    रायपुर 4 नवंबर 2022/

    छत्तीसगढ़ राज्य में अनुसूचित जनजाति को उनकी जनसंख्या के आधार पर 32% आरक्षण यथावत रखने के लिए *बहुजन समाज पार्टी* के द्वारा आज दिनांक 31/10/ 2022 को महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम ज्ञापन जांजगीर कलेक्टोरेट में बहुजन समाज पार्टी के पदाधिकारियों, सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपा…🙏 जय भीम जय कांशीराम 🐘🐘

  • छत्तीसगढ़ म बसदेवा गीत

    छत्तीसगढ़ म बसदेवा गीत

    रायपुर 4 नवंबर 2022/
    छत्तीसगढ़ के धनहा-डोली मन म अन्नपूर्णा दाई सोनहा रूप धरे जइसे-जइसे लहराए लगथे किसान मन के मन नाचे अउ झूमे लगथे. एकरे संग वोला खेत ले परघा के बियारा अउ फेर बियारा ले मिंज-ओसा के कोठी अउ ढाबा म जतने के उदिम शुरू होथे. ठउका इहिच बेरा म इहाँ के गाँव गाँव अउ बस्ती बस्ती म ‘ जय हो गौंटनीन, जय हो तोर… जय गंगान’ के सुर लहरी छेड़त बसदेवा मन के आरो मिले लगथे.


    हमन लइका राहन त हमर गाँव म हमरे घर तीर के पीपर पेड़ के छइहां म एकर मन के जबर डेरा देखे बर मिलय. बढ़िया छमछम करत सवारी गाड़ी अउ गाड़ा म इन तीन चार परिवार माई-पिल्ला आवंय अउ रगड़ के तीन चार महीना असन इहें रमड़ा के रहंय. एमन अपन- अपन पूरा परिवार सहित आवंय. गाड़ी गाड़ा म आए राहंय उही गाड़ी मनके खाल्हे ल तोप-ढांक के सूते बसे के ठउर बनावंय अउ आगू के खाली जगा ल लिप-बहार के अंगना बरोबर उपयोग करंय, जेमा रंधना-गढ़ना सब हो जावय.
    लइका अउ माईलोगिन मन पीपर छइहां म ही अस्थायी बसेरा बरोबर राहंय, फेर आदमी जात मन होत बिहनिया जय गंगान के सुर लमावत घरों घर दान -दक्षिणा के जोखा म निकल जावंय. कभू कभार सियानीन माईलोगिन मन ल घलो “कांटा झन गड़य दाई, तोर बेटा के पांव म कांटा झन गड़य” गीत गावत, असीस देवत दिख जावय. जब हमर गाँव के पूरा घर म मांग-जांच डारंय, त फेर तीर-तखार के गाँव मन म घलो जावंय.
    वइसे भी लुवई-मिंजई के सीजन म छत्तीसगढ़ ह औघड़ दानी हो जाथे, तेकर सेती एमन ल धान-पान के संगे-संग नगदी अउ कभू-कभार बुढ़ावत बइला-भइंसा के संग खेत-खार घलो दान म मिल जावय. एला एमन या तो लहुटती बेरा म बेंच देवंय या फेर अधिया रेगहा म सौंप देवंय.
    एमन पूछे म बतावंय, के उन वृंदावन क्षेत्र के रहइया आंय, भगवान कृष्ण के सियान वासुदेव के वंशज. एकरे सेती वासुदेव के जीवन गाथा ल हमन गाथन. कभू-कभू कृष्ण अवतार, राम अवतार, श्रवण कुमार, हरिश्चंद्र, मोरध्वज, भरथरी, सती अनुसुइया, शिव विवाह आदि के कथा ल घलो गावंय.
    रायपुर आए के पाछू एकर मनके बारे म अउ जाने बर मिलिस, काबर ते इहाँ विवेकानंद आश्रम के आगू रामकुंड म एकर मन के जबर बसेरा हे. इहाँ एकर मनके एक पूरा के पूरा पारा हे, जेला बसदेवा पारा के नांव ले जाने जाथे. अब ए मन इहाँ स्थायी रूप ले बस गे हावंय. छत्तीसगढ़ के निवासी बनगे हावंय. ए मन इहाँ अपन स्वतंत्र चिन्हारी के उदिम घलो कर डारे हावंय. बसदेवा पारा (बस्ती) के आगू म एक सिरमिट के बने प्रवेशद्वार हे जेमा “जय माँ काली मंदिर बसदेव पारा” लिखाए हे. एला 13 नवंबर 1879 विक्रम संवत 1936 माघ कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी दिन गुरुवार के सिपाही लाल वासुदेव द्वारा बनवाए के उल्लेख करे गे हे, जेला बाद म 1997 म फिर से जीर्णोद्धार करे गे हवय. ए मंदिर म काली माता विराजमान हें. मंदिर म बड़का असन पीपर पेंड़ घलो जामे हे, वोकर संग शिव लिंग के पूजा होथे.
    एकर मनके तब जीवकोपार्जन के मुख्य साधन इही बसदेवा गीत गा के गुजर बसर करना ही रिहिसे, फेर अब बेरा के संग नवा पीढ़ी ह अलग- अलग काम-बुता म घलो रमे बर धर लिए हे, तेकर सेती अब एकर मनके गीत गा के मंगई-जचई ह कम घलो दिखथे.
    रायपुर के बसदेवा पारा म आके बसे के संबंध म इन बताथें, के उन गंगा तीर के मूल निवासी आयं. वैदिक काल म यज्ञ के विविध अनुष्ठान के बीच बीच म आख्यान गाए के परंपरा रिहिसे, इही ह लोककथा अउ लोकगाथा के रूप म पूरा गंगा क्षेत्र म फैल गे. बाद म अइसे कई किसम के परिस्थिति आवत गिस, जेकर चलत हमन बघेलखंड ले होवत एती गोंडवाना के धरती म पहुँच गेन अउ इहें अपन गाथा मनला गाये लगेन. अइसे करत फेर भोरमदेव अउ कवर्धा होवत रायपुर पहुँच गेन. छत्तीसगढ़ के धरती हमन ल भारी निक लागिस तेकर सेती अब हमन इहाँ के स्थायी निवासी बन गेन. अउ एकरे संग हमन छत्तीसगढ़ के कतकों अउ इलाका मन म घलो बगरगे हावन.

  • कोई कांग्रेसी बहिष्कार कर रहा है कोई जमीन पर धरना दे रहा है ये कैसा राज्योत्सव मना रहे है कांग्रेसी*:*भाजपा

    रायपुर 4 नवंबर 2022/

     

    रायपुर। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने राज्योत्सव के शुभारंभ अवसर पर कांग्रेस की सार्वजनिक कलह का हवाला देते हुए कहा कि सरगुजा अंचल में राज्योत्सव के पावन अवसर पर भी बाबा- भूपेश विवाद की काली छाया प्रकट हो गई। यह राज्य की जनता का अपमान है। राज्योत्सव कांग्रेस का निजी आयोजन नहीं, बल्कि राज्य के जन जन का सबसे बड़ा वह त्यौहार है, जो परम श्रद्धेय अटलबिहारी वाजपेयी जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण करके हम सभी को उपलब्ध कराया है। इधर भाजपा आम जनता के साथ गौरव दिवस मना रही है और दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता उपेक्षा का आरोप लगाते हुए राज्योत्सव का बहिष्कार कर रहे हैं। धरने पर बैठ रहे हैं। कांग्रेसियों में कुर्सी युद्ध चल रहा है। पूरे छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी महाभारत के नजारे आम हैं। अब तो राज्योत्सव को ही कांग्रेस की कलह का कलंक लग गया।

    भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने अम्बिकापुर में आयोजित राज्योत्सव के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के बहिष्कार और मनेन्द्रगढ़ में नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल द्वारा साथियों सहित धरने पर बैठ जाने की घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोगों को जितना भी लड़ना, झगड़ना, एक दूसरे गुट का अपमान करना है, वह पूरे जोश से करें। लेकिन जनता के उत्सव में नहीं, अपितु कांग्रेस के दफ्तरों में करें। कांग्रेसियों के सांस्कृतिक कार्यक्रम राजीव भवनों में ही शोभा देते हैं।

    प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि सरगुजा क्षेत्र को कांग्रेस की गुटबाजी ने कुरुक्षेत्र बना दिया है। कांग्रेस के लोग ही स्थानीय विधायक व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सहित उनके गुट की उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं। बहिष्कार कर रहे हैं। बहस हो रही है! यह कांग्रेस का मंच है या राज्य का उत्सव? आलम यह है कि राज्योत्सव में पहुंचे मुख्य अतिथि संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने भी पार्टी का मामला बताकर हाथ खड़े कर दिए। कांग्रेस सरकार बताये कि राज्योत्सव कांग्रेस का मामला कैसे हो गया? मनेन्द्रगढ़ जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी ने भी हाल ही में बचरा पोड़ी तहसील के उद्घाटन के मौके पर कार्ड में अपना नाम न होने के विरोध में जमीन पर बैठकर आपत्ति दर्ज कराई थी। अनुराग सिहदेव ने कहा अटल जी द्वारा निर्मित छत्तीसगढ़ को बख्श दे कांग्रेसी।

  • आज की तारीख में आरक्षण की क्या स्थिति है स्पष्ट करें कांग्रेस देवलाल ठाकुर

    आज की तारीख में आरक्षण की क्या स्थिति है स्पष्ट करें कांग्रेस देवलाल ठाकुर

    रायपुर 4 नवंबर 2022/

    भाजपा प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने आरक्षण मामले में कांग्रेस सरकार की मंशा पर सवाल उठाया
    आरक्षण मामले में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की सरकार अपनी स्तिथि स्पष्ट करें।
    आज की तारीख में आदिवासियों का आरक्षण कितना प्रतिशत है?
    चुकि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद छत्तीसगढ़ सरकार की अधिसूचना निरस्त हो जाती है ऐसे में सरकार जब तक नई अधिसूचना जारी नही करती तब तक छत्तीसगढ़ प्रदेश में आरक्षण शून्य प्रतिशत माना जायेगा।

    श्री ठाकुर ने कहा छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहा है मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि किसका कितना प्रतिशत आरक्षण होगा ?
    अभी प्रदेश की सरकार ने सारी नियुक्तियों को रोक रखा है प्रमोशन रोक रखा है भर्ती प्रक्रिया निरस्त कर रखा है ऐसे में अभी आरक्षण को शून्य प्रतिशत माना जा रहा है।
    वही इंजियरिंग एव मेडिकल छात्रों के एडमिशन में सरकार के अधिकारी उच्च न्यायालय के फैसले को मानकर आदेश पत्र का हवाला देते हुए पूर्व आरक्षण पद्धति को मानकर प्रवेश देने की दो सौ बिंदुओं में रोस्टर प्रणाली जारी किया है जिसमे आदिवासीयो का आरक्षण 20 प्रतिशत बताया गया है।
    ऐसे में आदिवासी हितैषी होने का ढोंग करने वाली कांग्रेस सरकार प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल सरकार की ओर से अधिसूचना जारी करे किस समाज का आरक्षण कितना रहेगा
    कांग्रेस एवं उनके मुख्यमंत्री भुपेश बघेल जी छत्तीसगढ़ में जाति समाज को एक दूसरे से लड़ाने का काम कर रहे है।

  • आदिवासी नृत्य महोत्सव में आदिवासी नेता का अपमान करने से नहीं चूकी कांग्रेस- केदार कश्यप

    आदिवासी नृत्य महोत्सव में आदिवासी नेता का अपमान करने से नहीं चूकी कांग्रेस- केदार कश्यप

    रायपुर 3 नवंबर 2022/

    रायपुर। प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस की सरकार आदिवासी नृत्य महोत्सव में अपनी ही पार्टी की महिला आदिवासी नेता का अपमान करने से बाज नहीं आई। यह एक आदिवासी नेता के साथ साथ नारी शक्ति का भी अपमान है, जो छत्तीसगढ़ की संस्कृति के विरुद्ध है। आदिवासियों का हक छिनवाने सुनियोजित षड्यंत्र रचकर उपहार में राजनीतिक नियुक्ति देने वाली कांग्रेस सरकार की मानसिकता पूरी तरह उजागर हो गई है।

    प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि एक तरफ छत्तीसगढ़ में आदिवासी नृत्य महोत्सव चल रहा है। 15 सौ से ज्यादा कलाकार बाहर से बुलाए गए हैं। छत्तीसगढ़ का खजाना खाली किया जा रहा है। दूसरी तरफ आदिवासी समाज जो छत्तीसगढ़ के आदि निवासी हैं, वह इसका विरोध बूढ़ा तालाब में कर रहे हैं। तीसरी बात यह कि जो कांग्रेस के ही आदिवासी नेता हैं, उन्हें पीछे की सीट मिल रही है। फूलोदेवी नेताम जो कि बड़ी आदिवासी नेता हैं, उच्च सदन की सदस्य हैं, छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं, उन्हें बैठने के लिए आगे की सीट तक नसीब नहीं हुई।

     

    प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस की संस्कृति में यही बुनियादी फर्क है। भाजपा की अटलबिहारी वाजपेयी सरकार ने आदिवासियों को सम्मान देते हुए आदिवासी विकास के लिए मंत्रालय बनाया। भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार ने आदिवासी महिला को देश का राष्ट्रपति बनाया, भाजपा की छत्तीसगढ़ सरकार ने आदिवासियों को 32 फीसदी आरक्षण दिया और दूसरी तरफ कांग्रेस की सरकार है जो अपनी ही महिला आदिवासी सांसद को आदिवासी नृत्य महोत्सव पर अपमानित कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार नृत्य के नाम पर आदिवासियों की आंखों में धूल झोंक रही है।

  • महतारी हुंकार रैली की रणनीति तैयार, पोस्टर हुआ लांच

    महतारी हुंकार रैली की रणनीति तैयार, पोस्टर हुआ लांच

    रायपुर 3 नवंबर 2022/

    रायपुर। प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा द्वारा 11 नवम्बर को बिलासपुर में आयोजित महतारी हुंकार रैली के मद्देनजर भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जम्वाल, भाजपा सहप्रभारी नितिन नबीन, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, महामंत्री संगठन पवन साय, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत सहित वरिष्ठ नेतागण की उपस्थिति में रणनीतिक बैठक सम्पन्न हुई।

    राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि महिला मोर्चा की रैली छत्तीसगढ़ का वातावरण परिवर्तित कर देगी। आम जनता और महिलाएं इस सरकार का विकल्प भाजपा में देख रही हैं। माता बहनों की हुंकार, गद्दी छोड़ो भूपेश सरकार। उन्होंने कहा कि माताओं बहनों की पुकार आ रही है कि भूपेश बघेल गरीब के हिस्से का कमीशन खा रहे हैं उनके प्रधानमंत्री आवास के पैसे से दूसरे राज्यों में चुनाव करवा रहे हैं। रेडी टू ईट मामलों में छत्तीसगढ़ की बहनों के पैसे अपने व्यापारिक मित्रों को दे रहे हैं। उन्होंने महिला मोर्चा से आवाहन किया कि कांग्रेस के घोषणा पत्र लेकर बहनों के पास जाइए और उनके प्रश्न भूपेश से पूछिए । डॉ रमन सिंह ने कहा कि भूपेश बघेल जी सवाल तो पूछे जाएंगे, आपको जवाब देना पड़ेगा। सच्चाई यह है कि भूपेश सरकार मुद्दों से भाग रही है ।
    छत्तीसगढ़ सहप्रभारी नितिन नबीन ने महिला मोर्चा की प्रशंसा करते हुए कहा कि आपने जमीन से जुड़कर जो कार्य प्रारंभ किया है, वह प्रशंसनीय है। अब ध्यान रखें कि जब सफर प्रारंभ हुआ है तो उसे अंजाम तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि आप प्रदेश की आधी आबादी की समस्याओं की वकील बनकर न्यायधानी में आंदोलन कर रही है और, सबसे महत्वपूर्ण बात है कि आप शासक वर्ग के खिलाफ खड़ी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आप सबका साथ लेकर, सबके विश्वास के लिए, सम्मिलित प्रयास से जो आंदोलन कर रही हैं, निःसंदेह यह भविष्य में सभी महिलाओं के विकास की नींव साबित होगी।
    बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने प्रत्येक जिले के महिला मोर्चा, भाजपा जिलाध्यक्ष व प्रभारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की। श्री साव ने कहा कि जो कांग्रेस गंगा मैया का सम्मान नही कर सकता वह छत्तीसगढ़ की माताओं की सम्मान क्या खाक करेगी। अध्यक्ष जी ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि नवा छत्तीसगढ़ कहकर भूपेश बघेल ने प्रदेश को अपराध का गढ़ बना दिया है। अरुण साव जी ने बताया की प्रदेश की महिलाओं की आवाज को बुलंद करने राष्ट्रीय केबिनेट मंत्री श्री स्मृति ईरानी जी और राष्ट्रीय महिला मोर्चा अध्यक्ष वानाथी श्रीनिवासन भी शामिल होंगी।
    बैठक में महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि किसी सरकार की समीक्षा करने के लिए 4 वर्ष पर्याप्त होते हैं। कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर विफल है। परंतु इस सरकार से सबसे ज्यादा प्रदेश की महिलाएं दुखी हैं। 11 नवम्बर को प्रदेश की महिलाएं अपने आक्रोश की अभिव्यक्ति के लिए न्यायधानी में जुटेंगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के महतारी अपने अधिकार के लिए हुंकार को तैयार है। और यह इतिहास है कि मातृशक्ति के जागरण से ही युग परिवर्तन होता है।
    बैठक में महिला मोर्चा प्रदेश प्रभारी लता उसेंडी , सहप्रभारी उषा टावरी, भाजपा प्रदेश महामंत्री विजय शर्मा ओपी चौधरी ,केदार कश्यप, संभाग प्रभारी जिला अध्यक्ष व जिला प्रभारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महिला मोर्चा महामंत्री विभा अवस्थी व आभार चंपा देवी पावले ने किया।
    इससे पहले प्रदेश सह प्रभारी नितिन नवीन जी सुबह मीडिया विभाग सोशल मीडिया विभाग की बैठक ली। वह द्वितीय सत्र में महामंत्री रिसर्च विभाग के साथ बैठक की।

  • अचानक 4% से ज्यादा चढ़ा Yes बैंक का शेयर, बैड लोन से जुड़ी खबर का असर

    अचानक 4% से ज्यादा चढ़ा Yes बैंक का शेयर, बैड लोन से जुड़ी खबर का असर

    नई दिल्ली,03 अक्टूबर 2022 /
    यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया है कि नवंबर के अंत तक जेसी फ्लावर्स को 48,000 करोड़ रुपये के बैड लोन ट्रांसफर हो जाएंगे। प्राइवेट सेक्टर के Yes बैंक के शेयर में गुरुवार को जबरदस्त उछाल आया है। कारोबार के दौरान Yes बैंक के शेयर में 4 फीसदी से ज्यादा की तेजी रही। दरअसल, बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया है कि नवंबर के अंत तक जेसी फ्लावर्स को 48,000 करोड़ रुपये के बैड लोन ट्रांसफर हो जाएंगे। Yes बैंक ने सितंबर में बताया था कि बोर्ड ने निजी इक्विटी कंपनी द्वारा चुनौती देने के लिए कोई बोली नहीं मिलने के बाद, जेसी फ्लावर एसेट रिकंस्ट्रक्शन को 48,000 करोड़ रुपये के स्ट्रेस्ड लोन की बिक्री को मंजूरी दी है। इसके बाद Yes बैंक के निदेशक मंडल ने स्ट्रेस्ड एसेट्स की बिक्री के लिए इस्तेमाल की जाने वाली स्विस चैलेंज पद्धति के विजेता के रूप में जेसी फ्लावर्स की घोषणा को मंजूरी दे दी।

    नेट प्रॉफिट में गिरावट: जुलाई-सितंबर में प्राइवेट Yes बैंक का नेट प्रॉफिट 32.2 प्रतिशत घटकर 153 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने एक साल पहले इसी तिमाही में 225 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। 30 सितंबर, 2022 तक ग्रॉस एनपीए 12.9 प्रतिशत के साथ बैंक की संपत्ति गुणवत्ता प्रोफाइल में सुधार हुआ। एक साल पहले एनपीए 15 प्रतिशत था। वहीं, यस बैंक का नेट एनपीए 5.5 फीसदी से घटकर 3.6 फीसदी हो गया।
    शेयर का भाव: गुरुवार को कारोबार के अंत में यस बैंक का शेयर भाव 16.10 रुपये था, जो एक दिन पहले के मुकाबले 3.87% की तेजी को दिखाता है। वहीं, मार्केट कैपिटल 40,340 करोड़ रुपये के स्तर पर है।

  • लोगों ने हाथों-हाथ लिया यह IPO, 74 रुपये पहुंचा ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम

    लोगों ने हाथों-हाथ लिया यह IPO, 74 रुपये पहुंचा ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम

    नई दिल्ली,03 अक्टूबर 2022 /
    बाजार पर नजर रखने वाले लोगों के मुताबिक, डीसीएक्स सिस्टम के शेयर ग्रे मार्केट में 74 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। आईपीओ में कंपनी के शेयरों का प्राइस बैंड 197-207 रुपये था। डीसीएक्स सिस्टम्स (DCX Systems IPO) के आईपीओ को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। NSE के डेटा के मुताबिक, कंपनी का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन बुधवार को ओवरऑल 69.79 गुना सब्सक्राइब हुआ है। आईपीओ में 1.45 करोड़ शेयरों के मुकाबले 101.27 करोड़ शेयरों की बोली मिली है। डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ में क्वॉलीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का कोटा 84.32 गुना सब्सक्राइब हुआ है। वहीं, रिटेल इनवेस्टर्स का कोटा 61.77 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का कोटा 43.97 गुना सब्सक्राइब हुआ।
    मौजूदा प्रीमियम के हिसाब से 280 के ऊपर हो सकती है लिस्टिंग
    बाजार पर नजर रखने वाले लोगों के मुताबिक, डीसीएक्स सिस्टम के शेयर ग्रे मार्केट में 74 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। आईपीओ में कंपनी के शेयरों का प्राइस बैंड 197-207 रुपये था। अगर कंपनी के शेयर 207 रुपये के अपर प्राइस बैंड पर अलॉट होते हैं और ग्रे मार्केट के 74 रुपये के प्रीमियम पर लिस्टिंग होती है तो डीसीएक्स सिस्टम के शेयर एक्सचेंज में 284 रुपये पर लिस्ट हो सकते हैं। कंपनी के शेयर शुक्रवार 11 नवंबर 2022 को BSE और NSE पर लिस्ट हो सकते हैं।
    7 नवंबर को फाइनल हो सकता है शेयरों का अलॉटमेंट
    डीसीएक्स सिस्टम के आईपीओ के शेयरों का अलॉटमेंट सोमवार 7 नवंबर 2022 को फाइनल हो सकता है। Link Intime India शेयर सेल की रजिस्ट्रार है। कंपनी के आईपीओ में 400 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू है। इसके अलावा, कंपनी के प्रमोटर्स और शेयरहोल्डर्स ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 100 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे। NCBG होल्डिंग्स और VNG टेक्नोलॉजी कंपनी की प्रमोटर्स हैं। ज्यादातर ब्रोकरेज हाउसेज ने डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ को सब्सक्राइब रेटिंग दी थी।
    डिस्‍क्‍लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।