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  • श्रीलंका की जीत-हार से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की किस्मत का होगा फैसला

    श्रीलंका की जीत-हार से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की किस्मत का होगा फैसला

    नई दिल्ली,05 अक्टूबर 2022 /
    टी20 वर्ल्ड कप 2022 सुपर-12 के ग्रुप 1 का आज आखिरी मैच खेला जाएगा। इंग्लैंड की टीम का सामना श्रीलंका से है, जो टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है, लेकिन इंग्लैंड सेमीफाइनल की रेस में बरकरार है। इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच टी20 वर्ल्ड कप सुपर-12 के ग्रुप 1 के आखिरी मैच में जबरदस्त टक्कर देखने को मिल सकती है। इंग्लैंड को सेमीफाइल में जगह पक्की करने के लिए ये मैच हर हाल में जीतना है, वहीं दूसरी तरफ श्रीलंका के लिए ये मैच मात्र औपचारिकता है। इंग्लैंड की टीम अगर इस मैच में जीत दर्ज करती है तो वह लगातार दूसरी बार आईसीसी के इस मेगा इवेंट के सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। हालांकि पिछली बार इंग्लैंड को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार समीकरण अलग होंगे। इंग्लैंड की टीम 4 मैचों में 5 अंक के साथ टी20 वर्ल्ड कप ग्रुप 1 में तीसरे स्थान पर कायम है। वहीं न्यूजीलैंड ने पांच मैचों में सात अंक के साथ ग्रुप-1 के शीर्ष पर पहुंचकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। टी20 विश्व कप 2021 की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया सात अंक के साथ दूसरे स्थान पर है, हालांकि उसका रन रेट पांच अंक वाली इंग्लैंड से खराब है, वहीं बटलर की टीम को शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ अपना आखिरी ग्रुप स्टेज मुकाबला खेलना है। 2010 की चैंपियन इंग्लैंड को श्रीलंका के खिलाफ सिर्फ जीत हासिल करनी है, क्योंकि दूसरे नंबर पर कायम ऑस्ट्रेलिया के भी 7 ही अंक हैं और इंग्लैंड की टीम के भी जीत के साथ 7 अंक हो जाएंगा, लेकिन बेहतर नेट रन रेट के कारण इंग्लैंड की टीम अंतिम-4 में पहुंच जाएगी।
    श्रीलंका की टीम अगर इंग्लैंड को हरा देती है, तो ऑस्ट्रेलिया की टीम ग्रुप 1 से सेमीफाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम बन जाएगी। ऑस्ट्रेलिया ने अपने पिछले मैच में अफगानिस्तान को 4 रन से हराया है।

    BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने शाहिद अफरीदी की बोलती की बंद, पूछा- हमें ICC से अन्य टीमों से क्या अलग मिलता है?
    न्यूजीलैंड का नॉकआउट चरण में क्वालीफिकेशन की पुष्टि ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच मैच के बाद हुई जिसमें गत चैम्पियन टीम आठ विकेट पर महज 168 रन ही बना सकी। जबकि उसे नेट रन रेट में न्यूजीलैंड को पछाड़ने के लिये 185 रन के अंतर से जीत दर्ज करने की जरूरत थी।

  • कोहली के बर्थडे पर अनुष्का ने शेयर की खूबसूरत पोस्ट, बहन भावना ने भी किया विश

    कोहली के बर्थडे पर अनुष्का ने शेयर की खूबसूरत पोस्ट, बहन भावना ने भी किया विश

    नई दिल्ली,05 अक्टूबर 2022 /
    विराट कोहली के जन्मदिन पर अभिनेत्री और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने बर्थडे विश किया है। इंस्टाग्राम पर शेयर पोस्ट में अनुष्का ने कोहली की कई फनी फोटो शेयर की हैं, जोकि इससे पहले आपने नहीं देखी होगा। टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली आज अपना 34वां जन्मदिन मना रहे हैं। पिछले कुछ महीने विराट कोहली के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं। हालांकि 34 वर्षीय कोहली की लाइफ में इस समय सब कुछ बेहतर है। वह इस समय ऑस्ट्रेलिया में जारी टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और अपनी टीम के लिए काफी जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। कोहली के जन्मदिन के मौके पर उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए मजाकिया अंदाज में कैप्शन लिखे हैं। इस फोटो में इन दोनों की बेटी वामिका भी नजर आ रही है। शनिवार को अनुष्का शर्मा ने इंस्टाग्राम पर विराट कोहली को जन्मदिन विश करते हुए लिखा, ”माई लव यह तुम्हारा बर्थडे है। मैंने इस पोस्ट के लिए तुम्हारा बेस्ट एंगल और फोटो लिया है। हर स्थिति में तुम्हे प्यार करती हूं।” अनुष्का द्वारा शेयर तस्वीर में विराट कई फनी एंगल में पोज देते हुए नजर आ रहे हैं। इस पोस्ट में वामिका भी है, लेकिन अनुष्का ने उसपर दिल वाला इमोजी लगा दिया है। विराट कोहली ने भी इस पोस्ट पर कमेंट किया है। अनुष्का फिलहाल महिला क्रिकेटर झूलन गोस्वामी के जीवन पर आधारित फिल्म ‘चकदा एक्सप्रेस’ की शूटिंग के सिलसिले में कोलकाता में हैं। इससे पहले अनुष्का ने पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप 2022 में खेली गई विराट की पारी की प्रशंसा की थी। विराट की शानदार पारी के चलते भारतीय टीम मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में 23 अक्टूबर को हुए टी-20 विश्व कप के रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान पर चार विकेट से जीत दर्ज करने में कामयाब रही। इस बेहद करीबी मुकाबले को अनुष्का ने होटल के कमरे में बेटी वामिका के साथ टीवी पर देखा।
    अनुष्का ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा कि एक दिन उनकी 21 महीने की बेटी वमिका समझ जाएगी कि उसकी मां पूरे कमरे में क्यों ‘पागलों की तरह नाच और चिल्ला रही थी।”

    उन्होंने कहा, ”एक दिन वह समझ जाएगी कि उस रात उसके पिता ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली, जो एक बेहद मुश्किल दौर के बाद आई, लेकिन इसके बाद वह पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और समझदार बनकर उभरे।” अनुष्का ने आगे लिखा, ”आप पर बहुत गर्व है! आपकी काबिलियत बहुत प्रभावित करती है और आपके हुनर की कोई सीमा नहीं है! आपसे हमेशा, हर अच्छे-बुरे दौर में प्यार करती रहूंगी।

  • कांग्रेस के लिए गुजरात फतह करने की राह में क्या हैं चुनौतियां

    कांग्रेस के लिए गुजरात फतह करने की राह में क्या हैं चुनौतियां

    अहमदाबाद,04 अक्टूबर 2022 /
    कांग्रेस के लिए गुजरात विधानसभा चुनाव को फतह करने की राह में कई बाधाएं और कमजोरियां हैं। इस रिपोर्ट में जानें छह बार भाजपा से हारी कांग्रेस इन चुनावों में कहां खड़ी है एक दौर था जब गुजरात की सियासत में कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था। लेकिन, 1995 के बाद से यह दबदबा कमजोर पड़ता नजर आया। भाजपा 1995 के बाद से लगातार छह विधानसभा चुनाव हार चुकी है। हालांकि इस बार वह सूबे की सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है। सनद रहे साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 182 में से 77 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि भाजपा को 99 सीटें हासिल हुई थीं। इस रिपोर्ट में जानें छह बार भाजपा से हारी कांग्रेस इन चुनावों में कहां खड़ी है
    कांग्रेस की ताकत
    कांग्रेस अपने पारंपरिक मतदाताओं से समर्थन की उम्मीद कर रही है। कांग्रेस को उम्मीद है कि ठाकोर और कोली जैसे ओबीसी समुदायों, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और मुसलमानों से उसे अपेक्षित समर्थन मिलेगा।

    पिछले चुनावों तक ऐसा रहा है जनाधार
    लगातार छह बार भाजपा से चुनाव हारने के बावजूद, कांग्रेस ने 40 फीसद मतों की हिस्सेदारी बनाए रखी है। अगर वह ‘खम’ (क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम) मतों को सहेजने में समर्थ हो जाती है। साथ ही असंतुष्ट पटेल समुदाय का समर्थन हासिल करने में सफल रहती है तो जाहिर है वह भाजपा को कड़ी टक्कर दे सकती है।

    माधवसिंह सोलंकी ने अपनाई थी रणनीति
    कांग्रेस के पिछले रिकार्ड पर यदि नजर डालें तो पातें हैं कि जातियों और समुदायों के संयोजन को गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी ने एक जीत के फार्मूले के रूप में तैयार किया था। बाद के चुनावों में भी कांग्रेस इसी रणनीति पर आगे बढ़ी और दबदबा कायम करने में सफल रही।
    यह हैं कमजोरियां
    सूबे में कांग्रेस की कमियों पर नजर डालें तो पाते हैं कि मौजूदा वक्त में उसके पास राज्य स्तर पर मजबूत नेताओं की कमी है। इतना ही नहीं पार्टी की राज्य इकाई गुटबाजी और अंदरूनी कलह से भी जूझ रही है।

    शहरी मतदाताओं को साथ लेना बड़ी चुनौती
    कांग्रेस के सामने शहरी मतदाताओं को साथ लेना एक बड़ी चुनौती है। 66 फीसद शहरी और अर्ध-शहरी सीटें हैं जिन्हें कांग्रेस पिछले 30 वर्षों में नहीं फतह कर पाई है।

    राहुल क्यों नहीं दे रहे ध्यान
    सियासत के जानकारों का कहना है कि मौजूदा वक्त में कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में व्यस्त है। इस वजह से गुजरात राज्य इकाई को उसके हाल पर छोड़ दिया गया है। इससे पार्टी कैडर में उत्साह नहीं जग रहा है।

  • दो कानून कैसे, एक की सदस्यता रद्द, विक्रम को छोड़ दिया

    दो कानून कैसे, एक की सदस्यता रद्द, विक्रम को छोड़ दिया

    मेरठ,04 अक्टूबर 2022 /
    पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खान की विधायकी जाने के बाद रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने सबसे पहले सवाल उठाए। जयंत ने विधानसभाध्य़क्ष को पत्र लिखकर कहा कि विक्रम सैनी के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
    पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खान की विधायकी जाने के बाद रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने सबसे पहले सवाल उठाए। जयंत ने विधानसभाध्य़क्ष को पत्र लिखकर कहा कि आजम की तरह विक्रम सैनी के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। जब एक मामले में सदस्यता रद्द की गई तो दूसरे मामले में क्यों बचाव किया जा रहा है। जयंत ने कहा है कि न्याय की लेखनी का रंग एक-सा होता है, भिन्न-भिन्न नहीं।उन्होंने कहा है कि स्पेशल एमपीएमएलए कोर्ट में हेट स्पीच मामले में सपा नेता मो. आजम खां की सदस्यता विधानसभा अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी। जबकि एक अन्य मामले में इसी कोर्ट ने 11 अक्तूबर को विक्रम सैनी को भी दो साल की सजा सुनाई लेकिन उनके खिलाफ कोई निर्णय नहीं लिया गया। इस पत्र पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा था कि हमारा काम सदस्यता रद्द करना नहीं बल्कि सीट रिक्त घोषित करना है। प्रश्नगत मामले में वह जानकारी लेंगे। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के इस पत्र के बाद सियासत गर्मा गई थी। चूंकि विक्रम सैनी को दो साल की सजा हुई थी और इस मामले में जमानत भी हो गई, इसलिए विक्रम सैनी को “सेफ” कहा जा रहा था। लेकिन शुक्रवार को उनकी सदस्यता रद्द हो गई।
    आजम खान के बाद BJP के विक्रम सैनी की विधायकी गई, सजा मिलने के बाद सदस्यता रद्द

    विक्रम सैनी और जयंत में वार-पलटवार

    11 अक्तूबर 2022 को दो साल की सजा सुनाये जाने और जयंत चौधरी के पत्र के जवाब में विधायक विक्रम सैनी ने कहा था कि तीन साल की सजा पर विधायकी जाती है, दो पर नहीं।

    जयंत ने किया ट्वीट

    सैनी की सदस्यता जाने पर जयंत चौधरी ने ट्विट करके कहा-“ उत्तर प्रदेश विधानसभाध्यक्ष को मेरे पत्र के बाद कुछ लोग कह रहे थे कि मुझे जनप्रतिनिधित्व कानून की जानकारी नहीं है।

    खतौली विधायक विक्रम सैनी को 24 दिन पहले ही हुई थी सजा

    विधायक विक्रम सैनी को अदालत ने 24 दिन पहले ही कवाल के बवाल में दोषी मानते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। पुलिस ने बवाल में उन्हें बलकटी के साथ गिरफ्तार दिखाया गया था। मुजफ्फरनगर में 2013 में दंगे के दौरान 29 अगस्त को कवाल में दो पक्षों में मारपीट और तोडफोड़ हुई थी। इस मामले में खतौली के भाजपा विधायक विक्रम सैनी सहित 12 आरोपियों को अदालत ने 11 अक्टूबर को ही दोषी ठहराते हुए 2-2 साल कैद की सजा सुनाई थी। साथ ही, सभी पर 10-10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था। इस मुकदमे की सुनवाई एमपीएमएल कोर्ट अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-4 गोपाल उपाध्याय की कोर्ट में हुई थी।

  • कार्बन डेटिंग जांच से ‘शिवलिंग’ को नुकसान तो नहीं होगा

    कार्बन डेटिंग जांच से ‘शिवलिंग’ को नुकसान तो नहीं होगा

    प्रयागराज,04 अक्टूबर 2022 /
    वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंग आकृति की कार्बन डेटिंग का मामला भी इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। हाईकोर्ट ने निगरानी याचिका स्वीकार करते हुए मुस्लिम पक्ष को नोटिस जारी किया है।वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंग आकृति की कार्बन डेटिंग का मामला भी इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। इसे लेकर दाखिल निगरानी याचिका में अधिवक्ता हरिशंकर जैन व विष्णु जैन ने बताया कि शुक्रवार को हाईकोर्ट ने निगरानी याचिका को विचारार्थ स्वीकार करते हुए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और मस्जिद की इंतजामिया कमेटी सहित अन्य पक्षकारों को नोटिस जारी किया है। साथ ही अगली सुनवाई के लिए 21 नवम्बर की तारीख लगाई है। यह आदेश न्यायमूर्ति जेजे मुनीर ने लक्ष्मी देवी व अन्य की निगरानी याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है।
    बकौल अधिवक्ता द्वय कोर्ट ने एएसआई से यह बताने को कहा है कि कार्बन डेटिंग कराने से शिवलिंग आकृति को कोई नुकसान तो नहीं होगा। साथ ही शिवलिंग आकृति को नुकसान पहुंचाए बिना भी इसकी कार्बन डेटिंग कराई जा सकती है या नहीं। कोर्ट ने सभी पक्षकारों से यह भी बताने को कहा है कि निगरानीकर्ताओं की मांग जायज है या नहीं। पक्षकारों को इस बिंदु पर सिर्फ अपनी राय देनी होगी। इसके अलावा पक्षकारों को यह भी बताना होगा कि इससे किसी तरह के कानून का उल्लंघन तो नहीं होता है।

    निगरानी याचिका में वाराणसी जिला जज के उस आदेश को चुनौती दी गई है, जिसमें भगवान विश्वेश्वर ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में कॉर्बन डेटिंग के साथ शिवलिंग के वैज्ञानिक निर्धारण की मांग अस्वीकार कर दी गई थी।
    गौरतलब है कि ज्ञानवापी परिसर से 16 मई 2022 को कमीशन की कार्यवाही के दौरान मिली शिवलिंग आकृति की उम्र, चरित्र आदि के वैज्ञानिक निर्धारण के लिए कमीशन जारी करने की मांग को लेकर अर्जी दी गई थी, जिसमें कॉर्बन डेटिंग की मांग भी शामिल है। अर्जी में जीपीआर सर्वे की भी मांग की गई थी। जिला जज ने गत 14 अक्टूबर के आदेश से उक्त अर्जी को खारिज कर दिया था। निगरानी में इसी आदेश की वैधानिकता को चुनौती दी गई है।

  • टीजर आते ही छिड़ा विवाद, 32 हजार लड़कियों के धर्म बदलने की कहानी

    टीजर आते ही छिड़ा विवाद, 32 हजार लड़कियों के धर्म बदलने की कहानी

    मुंबई,04 अक्टूबर 2022 /
    फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का टीजर गुरुवार को मेकर्स ने रिलीज किया। इसमें अदा शर्मा ने मुख्य भूमिका की है। टीजर में दिखाया है कि केरल में 32 हजार महिलाएं गायब हो गईं। टीजर के बाद विवाद बढ़ता जा रहा है। फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) का टीजर गुरुवार को मेकर्स ने रिलीज किया। इसमें अदा शर्मा ने मुख्य भूमिका की है। टीजर में दिखाया जाता है कि केरल में 32 हजार महिलाएं गायब हो गईं और अब वह अफगानिस्तान, सीरिया और यमन के रेगिस्तान में दफन हो चुकी हैं। मेकर्स का दावा है कि फिल्म इन महिलाओं के साथ हुई साजिश और दर्द के पीछे की सच्चाई को दिखाएगी। टीजर के आने के बाद विवाद भी बढ़ता जा रहा है। ट्विटर पर यूजर्स दो गुटों में बंटे दिख रहे हैं।
    अगले साल रिलीज होगी फिल्म

    58 सेकेंड के टीजर में एक महिला की कहानी दिखाई है जो नर्स बनने का सपना देखती थी, लेकिन उसे उसके घर से अपहरण कर लिया गया था और अब वह ‘शालिनी उन्नीकृष्णन’ से ‘फातिमा बा’ बन चुकी है। वह आईएसआईएस आतंकवादी के रूप में अफगानिस्तान की जेल में बंद है। महिला का किरदार अदा शर्मा ने निभाया है।
    यूजर्स का क्या कहना है

    सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने लिखा कि ‘द केरल स्टोरी‘ की कहानी फेक प्रोपगंडा है और राज्य को बदनम करने की साजिश है। तो कई यूजर्स ने कहा कि ‘द कश्मीर फाइल्स‘ की तरह एक और फिल्म सच्चाई को बड़े पर्दे पर लाने जा रही है।
    कब रिलीज होगी फिल्म

    निर्माता विपुल अमृतलाल शाह का कहना है कि फिल्म को बनाने से पहले 4 साल तक रिसर्च किया गया। निर्देशक सुदीप्तो सेन ने केरल और अरब देशों की यात्रा की। उन्होंने स्थानीय लोगों और पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और उनकी बात सुनकर हैरान रह गए। ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म अगले साल बड़े पर्दे पर रिलीज होगी।

  • एक दिन पहले ही पता चल गया था कि मुझ पर हमला होगा: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान

    एक दिन पहले ही पता चल गया था कि मुझ पर हमला होगा: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान

    इस्लामाबाद,04 अक्टूबर 2022 /
    पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने अपने संबोधन के दौरान पीएमएल-एन और पीपीपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दोनों दलों ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया और देश का कर्ज बढ़ाया। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने ऊपर हुए कातिलाना हमले को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी एक दिन पहले ही लग गई थी कि उन पर अटैक होने वाला है। अस्पताल के अंदर से देश को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा, “मुझे एक दिन पहले ही पता चल गया था कि मुझ पर हमला होगा।” इमरान ने बताया कि उनके पैर में चार गोलियां लगी हैं। बता दें कि पंजाब प्रांत के वजीराबाद में एक विरोध मार्च के दौरान बृहस्पतिवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख के काफिले पर हमला किया गया था और खान के पैर में गोली लगी थी। हमले में एक शख्स की मौत हो गई है तथा कम से कम 10 लोग जख्मी हो गए हैं। अपने संबोधन के दौरान इमरान ने कहा, “मैं हमले की डिटेल के बारे में बाद में बताऊंगा। लेकिन मुझे [हमले] से एक दिन पहले पता चला कि उन्होंने वजीराबाद में मुझे मारने की योजना बनाई।”

    इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई वहीं खान (70) की पार्टी ने दावा किया कि यह ‘‘हत्या का प्रयास’’ था। पंजाब के वजीराबाद कस्बे के अल्लाहवाला चौक के पास यह घटना उस समय हुई जब खान जल्दी चुनाव कराने की अपनी मांग को लेकर इस्लामाबाद तक मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने अपने संबोधन के दौरान पीएमएल-एन और पीपीपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दोनों दलों ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया और देश का कर्ज बढ़ाया। उन्होंने कहा कि एनआरओ के जरिए दोनों पार्टियों के नेताओं को राहत दी गई है। इमरान ने कहा, “लोगों ने मुझे वोट दिया क्योंकि वे उनसे तंग आ चुके थे [लेकिन सैन्य] प्रतिष्ठान ने फैसला किया कि अब समय आ गया है और उन्होंने मुझे हटवा दिया।” उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठान का इस्तेमाल लोगों पर फैसले थोपने के लिए किया जाता है। इमरान ने कहा, “इस बार, वे चौंक गए कि लोग पिछले 40 वर्षों से चोरी करने वालों के साथ नहीं गए।

  • फिर राजस्थान में चल गया गहलोत का जादू

    फिर राजस्थान में चल गया गहलोत का जादू

    नई दिल्ली,04 अक्टूबर 2022 /
    कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव के दौरान एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने पायलट को अश्वासन दिया था कि एक बार चुनाव संपन्न हो जाने के बाद राजस्थान का मसला सुलझाया जाएगा। कांग्रेस का राजस्थान संकट भले ही इन दिनों सुर्खियों में न हो लेकिन अंदर ही अंदर काफी हलचल मची हुई है। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट चाह कर भी उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे के तहत कांग्रेस का नया नेतृत्व हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनावों में लगा है और पायलट के कहने के बावजूद उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हाल ही में पायलट ने कहा था कि कांग्रेस के नए नेतृत्व को राजस्थान का मुद्दा जल्द सुलझाना चाहिए। पायलट का इशारा खुद को सीएम बनाने की ओर था। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव के दौरान एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने पायलट को अश्वासन दिया था कि एक बार चुनाव संपन्न हो जाने के बाद राजस्थान का मसला सुलझाया जाएगा।
    पार्टी तुरंत गहलोत को हटाना नहीं चाहती

    सचिन पायलट को सीएम बनाने का मतलब है कि अशोक गहलोत को किनारे करना होगा। लेकिन कांग्रेस का नया नेतृत्व ऐसा करने से बचना चाहता है। इसकी एक वजह गुजरात विधानसभा चुनाव है। पायलट की उड़ान पर ब्रेक लगाने का सीधा संबंध गुजरात चुनाव अभियान में गहलोत की अहम जिम्मेदारी से है। गहलोत को कांग्रेस ने गुजरात चुनाव की अहम जिम्मेदारी है जिसके चलते राजस्थान सीएम पिछले दिनों भाजपा शासित प्रदेश में कई रैलियां भी कर चुके है। चुनाव से पहले कांग्रेस गहलोत को हटाकर उनकी नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती है।

    भारत जोड़ो यात्रा, गुजरात चुनाव के चलते कड़ा कदम उठाने से पीछे हट रही

    ऐसा प्रतीता हो रहा है कि कांग्रेस विधानसभा चुनावों से ज्यादा राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो यात्रा को तवज्जो दे रही है। विशेषज्ञों की मानें तो कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो यात्रा और गुजरात चुनावों के बीच राजस्थान संकट को फिर से हवा नहीं देना चाहती है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि जब तक भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान से नहीं गुजर जाती है, तब तक वहां कुछ भी “अस्थिर” करने का पार्टी का इरादा नहीं है। पार्टी के कार्यक्रम के अनुसार, राहुल गांधी के नेतृत्व वाली यात्रा दिसंबर के पहले सप्ताह में राजस्थान पहुंचने वाली है। यात्रा दूसरे राज्य में जाने से पहले, राजस्थान में 15-20 दिनों तक जारी रहेगी। इसके अलावा गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के बीच पार्टी कड़ा कदम नहीं उठाना चाहती है।

  • AAP के इसुदान गढ़वी को कितने लोग देखना चाहते हैं CM, रेस में सबसे आगे कौन

    AAP के इसुदान गढ़वी को कितने लोग देखना चाहते हैं CM, रेस में सबसे आगे कौन

    अहमदाबाद,04 अक्टूबर 2022 /
    दरअसल, सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि मुख्यमंत्री पद के लिए कौन सा चेहरा पसंद है? इसको लेकर लोगों ने बेहद चौका देने वाले जवाब दिए। सी वोटर्स के सर्वे के मुताबिक सर्वे में 33 फीसदी लोगों का मानना है गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। राज्य में एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा। इसके साथ ही प्रदेश में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। इससे पहले के विधानसभा चुनाव में सिर्फ दो पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही लड़ाई रही है। लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी की एंट्री ने गुजरात विधानसभा चुनाव और दिलचस्प कर दिया है। हाल ही में दिल्ली सीएम केजरीवाल ने अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के नाम ऐलान किया है। इसी बीच सी वोटर्स के ओपिनियन पोल सामने आए हैं। दरअसल, सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि मुख्यमंत्री पद के लिए कौन सा चेहरा पसंद है? इसको लेकर लोगों ने बेहद चौका देने वाले जवाब दिए। सी वोटर्स के सर्वे के मुताबिक सर्वे में 33 फीसदी लोगों का मानना है कि सीएम भूपेंद्र पटेल ही उनकी पहली पसंद हैं। जबकि 20 फीसदी लोगों ने आप के सीएम पद के उम्मीदवार इसुदान गढवी को पहली पसंद बताया। इसके आलवा 8 फीसदी लोगों ने विजय रुपाणी का नाम लिया तो 7 फीसदी लोगों ने अर्जुन मोढ़वाडिया को पहली पसंद बताया। इनके बाद नितिन पटेल, शक्ति सिंह गोहिल, जगदीश ठाकोर लोगों की पहली पसंद के रूप में सामने आए।

    भाजपा की नजर लगातार सातवीं जीत हासिल करने पर
    बीजेपी अगले महीने गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर का सामना करेगी और पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के अलावा आक्रामक तरीके से मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी (आप) के साथ मुकाबला करेगी। भाजपा ने 1995 से लेकर लगातार छह बार चुनावी जीत दर्ज की है।
    इसुदान गढ़वी CM पद के लिए AAP की पसंद
    आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को पूर्व टीवी प्रस्तोता और पत्रकार इसुदान गढ़वी को गुजरात में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है। यह घोषणा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की। उन्होंने कहा कि 40 वर्षीय गढ़वी को पार्टी द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में 73 प्रतिशत वोट मिले हैं। गढ़वी के सामने पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख गोपाल इटालिया थे, जिन्होंने पाटीदार समुदाय के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। गढ़वी द्वारका जिले के पिपलिया गांव के एक किसान परिवार से आते हैं और अन्य पिछड़ी जातियों से ताल्लुक रखते हैं, जो राज्य की आबादी का 48 प्रतिशत हिस्सा हैं।

  • पीसीएस-जे भर्ती में ईडब्ल्यूएस को मिलेगा भी आरक्षण

    पीसीएस-जे भर्ती में ईडब्ल्यूएस को मिलेगा भी आरक्षण

    लखनऊ,04 अक्टूबर 2022 /
    राज्य सरकार ने पीसीएस-जे के पदों पर होने वाली भर्ती में ईडब्ल्यूएस वर्ग को आरक्षण देगी। भविष्य में होने वाली इन भर्तियों में अन्य विभागों की तरह सभी श्रेणी के आरक्षण का लाभ दिया जा राज्य सरकार ने पीसीएस-जे के पदों पर होने वाली भर्ती में ईडब्ल्यूएस वर्ग को आरक्षण देगी। भविष्य में होने वाली इन भर्तियों में अन्य विभागों की तरह सभी श्रेणी के आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। अभी तक कुछ श्रेणियों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक में यह फैसला हुआ। नियुक्ति विभाग ने न्यायिक सेवा के पदों पर भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा नियमावली-2001 में बनाई थी। उस समय की जरूरतों के आधार पर इसे बनाया गया था। जरूरतों के आधार पर अप्रैल 2022 में इसमें मामूली संशोधन किया गया था। केंद्र सरकार ने सरकारी नौकरियों में और कई प्रकार के आरक्षण को अधिसूचित किया है।

    इसके आधार पर न्यायिक सेवा नियमावली में संशोधन की जरूरत थी। नियुक्ति विभाग ने नियमावली में सभी प्रकार के आरक्षण की व्यवस्था करते हुए कैबिनेट के समक्ष रखा था, जिसे मंजूरी मिल गई है। नियुक्ति विभाग द्वारा जिस दिन से संशोधित नियमावली जारी की जाएगी उस दिन से सभी तरह के आरक्षण की व्यवस्था लागू हो जाएगी। भर्ती परीक्षाओं में पूछे जाने वाले सवालों में पुराने के साथ नए किराया कानून के बारे में भी पूछा जाएगा। इसके साथ ही सामान्य ज्ञान से जुड़े सवालों में महिला व बाल उत्पीड़न और वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षा देने संबंधी सवालों को जोड़ दिया गया है।