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  • जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव के अध्यक्ष व जिला न्यायाधीश के मार्गदर्शन में मेगा कैम्प का आयोजन

    जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव के अध्यक्ष व जिला न्यायाधीश के मार्गदर्शन में मेगा कैम्प का आयोजन

    राजनांदगांव,07 नवम्बर 2022\ देश के सभी नागरिकों के लिए उचित, निष्पक्ष और न्यायिक प्रक्रिया सुनिश्चित कराने हेतु जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से राष्ट्र विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण छत्तीसगढ़ के तत्वाधीन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव के अध्यक्ष व जिला न्यायाधीश के मार्गदर्शन में मेगा कैम्प का आयोजन किया गया। जहां राजनांदगांव के ग्रामीण क्षेत्रों में विधिक जागरूकता अभियान चलाया गया और मोटर यान अधिनियम, घरेलु हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, साईबर क्राईम तथा नालसा व सालसा द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के संबंध में हर वर्ग के लोगों तक जानकारी पहुंचाई गई। मेगा कैम्प का आयोजन ग्राम मनकी, तोरनकट्टा, खुटेरी, ईरा, सांकरा, और धीरी में किया गया। जहां जिला न्यायालय राजनांदगांव के न्यायिक मजिस्ट्रेट आशीष भगत एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट कुमारी रूचि मिश्रा द्वारा आमजन के मध्य जाकर कानून से संबंधित जानकारियों से अवगत कराया गया। इस मेगा कैम्प में आगामी नेशनल लोक अदालत जिसका आयोजन 12 नवम्बर 2022 को होने वाला है। जिसके संबंध में जानकारी दी गई। कैम्प में बताया गया कि अगर कोई मामले आपसी राजीनामा के आधार पर अपने प्रकरण का निराकरण करा सकते है और अधिक से अधिक जानकारी के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय से संपर्क कर सकते है। मोटर यान अधिनियम के बारे में जानकारी देते हुये बताया गया कि अगर आप अपने वाहन का इस्तेमाल करते है, तो सर्वप्रथम यह ध्यान दें कि आपके पास ड्राईविंग लाईसेंस, वाहन के पंजीयन दस्तावेज, थर्ड पार्टी बीमा एवं आवश्यकता अनुसार परमिट अपने लेकर घर से निकले। घरेलु हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम में यह बताया गया कि अगर आपके साथ किसी भी प्रकार का घरेलू हिंसा अपराध होता है, तो वह अपने अधिकारों के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकती है। लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के संबंध में बच्चों के साथ-साथ उनके परिजनों को जागरूक रहने की जानकारी दी कि अगर इस तरह का कोई अपराध होता है तो तुरंत रिपोर्ट दर्ज कराये और कानूनी प्रक्रियाओं में उनकी व्यक्तिगत जानकारी गुप्त रखा जायेगा। साईबर क्राईम के संबंध में यह बताया गया कि वर्तमान में मोबाईल फोन और इंटरनेट का उपयोग बच्चों तथा युवकों में बढ़ गया है। जिससे  मोबाईल सुविधा का गलत इस्तेमाल ना कर केवल पढ़ाई के संबंध में इस्तेमाल करें। आमजनों को उपरोक्त अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के जुर्माना तथा कारावास के संबंध में अवगत कराया गया एवं नि:शुल्क विधिक सेवा की योजना एवं नालसा हेल्प लाईन नंबर 15100 एवं 14567 की जानकारी प्रदान की गई है।

  • बाढ़ आपदा से निपटने के लिए किया गया मॉकड्रिल का आयोजन

    बाढ़ आपदा से निपटने के लिए किया गया मॉकड्रिल का आयोजन

    रायगढ़,07  नवम्बर 2022\ राज्य एवं जिला स्तर पर बाढ़ बचाव प्रशिक्षण के लिए गत दिवस जिला प्रशासन के सहयोग से तहसील पुसौर में बाढ़ आपदा प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसके तहत बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए किये जाने वाले राहत बचाव की प्रक्रिया व प्रशिक्षण आदि की मॉकड्रिल किया गया। बाढ़ आपदा से निपटने और तत्काल राहत के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण रायगढ़ द्वारा पुसौर तहसील के ग्राम परसापाली, सिंगपुरी, चंघोरी, रायपाली एवं खपरापाली को इवेंट पॉइंट तय किए गए थे। जिसमें राहत व बचाव दल के अधिकारी और कर्मचारियों ने बाढ़ से प्रभावित लोगों का रेस्क्यू कर लोगों को रिलीफ कैंप तक पहुंचाने में भूमिका निभाई। इस दौरान बचाव-राहत टीम ने एक परिदृश्य तैयार किया जिसमें बाढ़ के दौरान लोगों के फंसने और नदी आदि में डूबने पर उसे खोजने का प्रदर्शन किया गया। मॉकड्रिल के दौरान आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य विभागों को सूचना मिलती है। भारी बारिश के कारण कुछ लोग बाढ़ में फंस गए हैं। इस पर अत्याधुनिक उपकरणों से लैस टीम घटना स्थल के लिए रवाना होती है। घटना स्थल पर पहुंच कर टीम घटना की सम्पूर्ण जानकारी लेती है और साथ ही साथ इंसिडेंट कमांड पोस्ट, हेली बेस-हेली पेड, मेडिकल ऐड पोस्ट, रिलीफ कैम्प पोस्ट तैयार गई थी। त्वरित कार्यवाही करते हुए टीम अपने मोटर बोट के माध्यम से नदियों में बचाव अभियान शुरू कर देती है। बचाव दल लाइफ बॉय, लाइफ जैकेट और डीप डाइवर्स की मदद से पीडि़तों को बचाता है और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल ले आता है। डूबे हुए व्यक्तियों को बाहर निकाल कर बचाव टीम की ओर से प्राथमिक उपचार दिया गया और एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया।
    बाढ़ आपदा प्रशिक्षण का कार्य डिप्टी कलेक्टर शिवकुमार कंवर के मार्गदर्शन में कराया गया। इस मौके पर संयुक्त कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी डी.आर.रात्रे, डिस्टिक कमांडेंट बी.कुजूर सहित अन्य संबंधित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

  • मेडिकल कालेज के बारे में कांग्रेस का बयान विरोधाभासी भाजपा

    मेडिकल कालेज के बारे में कांग्रेस का बयान विरोधाभासी भाजपा

    रायपुर 7 नवंबर 2022/

    भाजपा से प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा ,छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है इस प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंह देव जी यह स्पष्ट करें जब आपने चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण किया ,उस समय उनको एनएमसी से मान्यता प्राप्त थी या नहीं ?जैसा कि आपने आज पत्रकार अखबारों के माध्यम से कहा की चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के मान्यता के लिए सरकार के प्रयास जारी है मतलब साफ है आपने सदन में झूठी जानकारी दी या आज आप अखबारों के माध्यम से झूठ बोल रहे हैं आप जैसे बुद्धिमान व्यक्ति ने अमान्य मेडिकल कॉलेज को अधिग्रहण करने की सहमति कहीं मुख्यमंत्री के डर दबाव या भय में तो नहीं दी। छत्तीसगढ़ की जनता जवाब चाहती है?

    भाजपा प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा आज भी कांग्रेस जनता को भ्रमित कर रही है वह छत्तीसगढ़ के बच्चों की पढ़ाई का नाम लेकर अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के प्रयास में है भाजपा का कांग्रेस से सीधा सवाल है कि बच्चों की पढ़ाई की इतनी चिंता रही तो आज तक कालेज शुरू क्यों नहीं करवाया जा सका ?कांग्रेस बताएं कि कितने बच्चे चंदूलाल चंद्रकार मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे है ?

  • राज्योत्सव प्रदर्शनी में जनजातीय बाजार हाटुम बना लोगों के आकर्षण का केंद्र

    राज्योत्सव प्रदर्शनी में जनजातीय बाजार हाटुम बना लोगों के आकर्षण का केंद्र

    रायपुर, 07 नवम्बर 2022\ पिछले पांच दिनों से चले आ रहे छत्तीसगढ़ राज्योत्सव मेले में रविवार को लोगो का जबरदस्त हुजूम देखते को मिला । राज्य के सभी जिलों से लोग अपने परिवार के साथ आकर मेले और यहां लगे प्रदर्शनी का लुफ्त उठाते दिखे। राज्योत्सव मेले में ग्रामीणों के साथ-साथ शहरी लोगो को भी छत्तीसगढ़ी आभूषणों ने  अपनी ओर आकर्षित किया । शहरी युवतियां तो छत्तीसगढ़ के इन पारंपरिक गहनों को पहन कर व देखकर उत्साह से भरी नजर आईं। छत्तीसगढ़ी आभूषणों में सुता, पहुंची, रुपया माला, करधनी, बनुवारिया, ककनी, मुंदरी, पैरी, कटहल,  लच्छा, बिछिया ,नागमोती आदि गहने लोगो को बहुत ही ज्यादा पसंद आए।

    मेले में आए बहुत से लोगों को कहना है कि ये गहने उन्होंने पहली बार देखे हैं। कुछ विद्यार्थियों का कहना है कि इन गहनों के बारे में उन्होंने अभी तक सिर्फ किताबों में पढा था, लेकिन आज इस मेले में इन्हें देखने का भी मौका मिला।  इतना ही नहीं ड्यूटी पर लगे अधिकारी व कर्मचारी भी इन आभूषणों की खरीददारी करते हुए नजर आए।

    गहनों को पहन कर युवतियों ने ली सेल्फी, छत्तीसगढ़ी आभूषणों का फ्यूजन कर नए फैशन को मिल रहा है बढ़ावा

    मेले में आयी अल्का सुश्री प्रीति वर्मा, बरखा भगत का कहना है कि इन  गहनों को उन्होंने आदिवासी नृत्य महोत्सव के दौरान कलाकारों  को पहने देखा था और अभी इन्हें खुद  अपने सामने देख रहे हैं व पहन पा  रहे है जो हमारे लिए बहुत खुशी की बात है।

    हाटुम एक गोड़ी शब्द है जिसका अर्थ है बाजार

    छतीसगढ़ी आभूषणों के इस स्टाल की संचालिका भेनू ठाकुर और उनके सहयोगी प्रीतेश साहू जी ने बताया कि हाटुम एक गोड़ी शब्द है जिसका अर्थ बाजार होता है। हाटुम एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसमे विभिन्न जनजातियों के  द्वारा बनाई गई सामग्रियों की बिक्री की जाती है। इसमें गोंड, धुरवा, उरांव व बैगा जनजातियों के द्वारा प्रयोग की जाने वाली सामग्री, आभूषण एवं परिधान सम्मिलित है। इसमें गिलट से बने आभूषण जिसमे सुता, पहुंची, रुपया माला, करधनी, बनुवारिया, ककनी, मुंदरी, पैरी आदि सम्मिलित है। बांस, लकड़ी व घास से बनी वस्तुओ में पिसवा, गप्पा, छोटे पर्स, पनिया (कंघी), पीढ़ा, चटाई सम्मिलित है। धुरवा जनजाति के द्वारा आभूषणों के रूप में प्रयोग की जाने वाली सिहाडी के बीजों से बने माला व पैजन सम्मिलित है। सभी जनजातियों के द्वारा प्रयोग की जाने वाली झालिंग, फुनद्रा, कौड़ी का श्रृंगार, नेर्क माला, आदि आभूषणों को सम्मिलित किया गया है। साथ ही जनजातीय समूहों के द्वारा प्रयोग में लाए जाने वाले परिधानों में साड़ी, गमछा, मास्क, कोट, कुर्ता, बैग एवं आदि भी शामिल हैं। भेनु ठाकुर का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस महोत्सव मंो आदिवासी युवाओं को अपनी पहचान स्थापित करने का जो मौका दिया है उसने के लिए वो मुख्यमंत्री को दिल से धन्यवाद देते हैं।

  • राज्योत्सव के दौरान श्रम विभाग के सुविधा केंद्र में 550 से अधिक लोगो ने किया आवेदन

    राज्योत्सव के दौरान श्रम विभाग के सुविधा केंद्र में 550 से अधिक लोगो ने किया आवेदन

    रायपुर, 07 नवम्बर 2022\ राजधानी के साइंस कालेज मैदान पर चल रहे राज्योत्सव मेला में श्रम विभाग ने ऑनस्पाट सुविधा केंद्र ई श्रमिक पंजीयन लगाया है। श्रम विभाग के इस स्टॉल में अब तक साढ़े पांच सौ से अधिक लोगों का ऑनस्पाट श्रमेव जयते नामक मोबाइल एप्प के माध्यम से पंजीयन हेतु आवेदन किया जा चुका है। श्रम विभाग द्वारा श्रमिको की सुविधा के लिए श्रमेव जयते नाम से मोबाइल एप्प बनाया गया है जिसके माध्यम से बहुत ही आसानी से श्रमिको का पंजीयन किया जा सकता है। एक बार पंजीयन हो जाने के बाद श्रमिक विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सरकारी योजनाओं के लिए इस एप्प के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

    साथ ही अन्य योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक निःशुल्क कार्ड योजना, मिनीमाता महतारी जतन योजना, नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना, मेधावी छात्र/छात्रा शिक्षा प्रोत्साहन योजना, निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना, विशेष शिक्षा सहायता योजना, मोबाईल रजिस्ट्रेशन वेन योजना, मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना, मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना, मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना, मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर कौशल विकास एवं परिवार सशक्तिकरण योजना, शहीद वीरनारायण सिंह श्रम अन्न योजना, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, बंधक निर्माण मजदूर पुनर्वास सहायता योजना, श्रम मित्र योजना, सिलिकोसिस से पीड़ित निर्माण श्रमिकों के लिये आर्थिक सहायता एवं पुनर्वास सहायता योजना, निर्माण श्रमिक ई-रिक्शा सहायता योजना,दुर्घटना में चिकित्सा सहायता योजना, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना की तरह के 60 प्रकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

    इस एप्प के माध्यम से श्रमिक अपना मजदूर कार्ड डाऊनलोड कर सकते हैं। श्रमिक अपने साथ काम करने वाले सहकर्मी के साथ हुई किसी भी दुर्घटना की सूचना विभाग को श्रमेव जयते एप्प के माध्यम से दे सकते हैं। राज्योत्सव में लगे श्रम विभाग के स्टाल के माध्यम से आने वाले आगंतुकों को विभाग की योजनाओं लाभ एवं जानकारी प्रदान की गई।

  • नवनियुक्त पदाधिकारी समाज की तरक्की के लिए कार्य करें: डॉ. टेकाम

    नवनियुक्त पदाधिकारी समाज की तरक्की के लिए कार्य करें: डॉ. टेकाम

    रायपुर, 07 नवम्बर 2022\ छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग के नव नियुक्त अध्यक्ष के.पी खांडे एवं सदस्य श्रीराम पप्पु बघेल, संतोष सारथी और रमेश पेगवार ने आज न्यू राजेन्द्र नगर स्थित सांस्कृतिक भवन में बाबा गुरूघासीदास की पूजा-अर्चना कर पदभार ग्रहण किया। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया की उपस्थिति में नव नियुक्त पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। मंत्री द्वय ने नवनियुक्त अध्यक्ष और सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर समाज के प्रतिनिधियों द्वारा भी नवनियुक्त पदाधिकारियों और अतिथियों का स्वागत किया।
    आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि संविधान के अधिकार के तहत आयोग में अध्यक्ष और पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है। आयोग के नवनियुक्त पदाधिकारियों का दायित्व है कि वे समाज की तरक्की के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग की तेजी से तरक्की के लिए पृथक से विभाग बनाने का निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार की स्पष्ट सोच है कि समाज आगे बढ़े और तरक्की करे। डॉ. टेकाम ने कहा कि समाज को तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए सबसे बड़ा हथियार शिक्षा है। उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज ही आगे बढ़ेगा। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में बेहतर शिक्षा के लिए स्वामी आत्मानंद हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम स्कूल का संचालन किया जा  रहा है। कक्षा पहली और दूसरी के बच्चों को स्थानीय भाषा में शिक्षा दी जा रही है।
    कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने नवनियुक्त पदाधिकारियों से कहा कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए जागरूक होकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि बाबा गुरूघासीदास के आशीर्वाद से समाज की उन्नति और विकास हो रहा है। बाबा गुरूघासीदास ने समाज में अन्याय, अत्याचार को दूर करने का काम किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर ने संविधान का निर्माण कर सभी को समानता का अधिकार दिया। संविधान की व्यवस्था से समाज को लाभ मिलेगा। बाबा साहब अम्बेडकर ने दलित, गरीब, महिलाओं, श्रमिकों को अधिकार दिलाने के लिए कार्य किया।
    इस अवसर पर अनुसूचित जाति आयोग की उपाध्यक्ष पदमा मनहर, उपाध्यक्ष औषधि पादप बोर्ड गुरू खुशवंत गोसाई, अतिरिक्त महाधिवक्ता बिलासपुर  मीना शास्त्री, अध्यक्ष चरोदा नगर निगम निर्मल कोसरे, सदस्य श्रम कल्याण असंगठित कर्मकार मंडल आनंद गिलहरे, बाल संरक्षण आयोग की सदस्य  पुष्पा पटेल, अध्यक्ष राजश्री सद्भावना समिति सकुन डहरिया सहित डॉ. जे. आर. सोनी, सुंदरलाल जोगी, . डी. एस. पात्रे,  जी. आर. वाघमारे, एम. डी. माहिलकर एवं अन्य जनप्रतिनिधि, समाज के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

  • खेती-किसानी को मजबूत बनाना सरकार की प्राथमिकता : डॉ डहरिया

    खेती-किसानी को मजबूत बनाना सरकार की प्राथमिकता : डॉ डहरिया

    रायपुर, 07 नवंबर 2022\ प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने कहा है कि किसानों और खेती को मजबूत बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार किसानों की खुशहाली के लिए कार्य कर रही है। सरकार ने किसानों की बेहतरी के लिए अनेक फैसले लिए हैं। किसानों के अल्पकालीन कर्ज माफी, किसानों के जलकर माफी जैसे अनेक जनहितैषी फैसले लिए हैं।
    डॉ. डहरिया ने कहा कि खेती-किसानी की मजबूती के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को इनपुट सब्सिडी दी जा रही है। इससे खेती-किसानी का रकबा बढ़ने के साथ-साथ ऐसे किसान जो खेती छोड़ चुके थे, वे भी अब खेती-किसानी से जुड़ने लगे हैं। डॉ. डहरिया आज आरंग कृषि उपज मंडी में आयोजित वृहद सहकारी किसान सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अभनपुर क्षेत्र के विधायक धर्मेन्द्र साहू ने की।
    डॉ डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। गांव गरीब और किसान की खुशहाली के लिए काम करते रहना ही हमारी सरकार का ध्येय है। पिछले चार वर्ष में किसान हितैषी अनेक फैसले लिए गए। किसानों को ऋण के बोझ से मुक्त करने हेतु ऐतिहासिक निर्णय लिया गया।
    उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य में धान खरीदी के साथ-साथ किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना में इनपुट सब्सिडी दी जा रही है। इससे किसानों का मनोबल बढ़ा है। खेती-किसानी भी अब फायदा का सौदा साबित हो रहा है। गोधन न्याय योजना प्रारंभ कर पशु पालको एवं गोबर विक्रेतओं से 2 रूपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीदी की जा रही है। गोबर से वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के काम में ग्रामीणों और महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
    उन्होंने कहा कि विगत चार वर्षों में आरंग क्षेत्र के करीब 49 हजार 840 किसान भाईयों का कुल 74 लाख 10 हजार 592 क्विंटल धान की खरीदी किया गया। किसानों को 01 लाख 85 हजार 264 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ शासन ने कृषकों का ऋण माफ कर बड़ी राहत प्रदान की है इसी कड़ी में आरंग विकासखण्ड में 26 हजार 558 किसानों का 8256 लाख रूपये का कर्जमाफ किया गया है।

    कार्यक्रम के प्रारंभ में मंत्री डॉ डहरिया का जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने आत्मीय स्वागत किया। कार्यक्रम को  अभनपुर विधायक धनेद्र साहू ने भी संबोधित किया साथ ही अन्य जनप्रतिनिधि ने भी सभा को सम्बोधित किया। कार्यक्रम में जिला सहकारी बैंक रायपुर के अध्यक्ष पंकज शर्मा, जनपद अध्यक्ष आरंग खिलेश देवांगन, नगरपालिका अध्यक्ष चन्द्रशेखर चन्द्राकार सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि सहकारिता प्रतिनिधि सहकारी बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।

  • विकासखंड स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक

    विकासखंड स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक

    रायपुर, 07 नवंबर 2022\ आरंग विकासखण्ड के ग्राम गुल्लू में रविवार को ब्लाक स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश के नगरीय प्रशासन, विकास एवं श्रम मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के ब्लाक स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि मनुष्य के जीवन में खेल बहुत महत्व है। खेल से ही तन और मन दोनों स्वास्थ्य रहता है और ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही प्रतिभावान खिलाड़ियों को खेल के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी मिलता है। खेल के माध्यम से खिलाड़ियों को मान सम्मान प्राप्त होता है। इसलिए बच्चों को बचपन से ही विभिन्न प्रकार के खोलों से परिचित कराना चाहिए साथ ही खेल के प्रति उनमें रुचि भी उत्पन्न करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

    इसी उद्देश्य को लेकर प्रदेश की भूपेश सरकार पूरे छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को ग्राम स्तर से शुरू किया है, जिससे गांव के प्रतिभावान खिलाड़ी को प्रदेश एवं देश स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त हो सके। प्रतियोगिता में भाग ले रहे सभी खिलाड़ियों का मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया ने उत्साहवर्धन करते हुए हर खेल में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का आह्वान भी किया।

    उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल महाकुंभ का पूरे प्रदेश भर में आयोजन किया जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर से शुरू हुए इस खेल को प्रदेश स्तर तक खेला जायेगा, जिसमें 18 आयु वर्ग तक की महिलाएं तथा पुरुषों के लिए 14 प्रकार के खेल आयोजन किया जा रहा है। उसी प्रकार 18 से 40 आयु वर्ग की महिला और पुरुष के लिए भी 14 प्रकार के खेलों का आयोजन किया जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों के सफल आयोजन के बाद ग्राम पंचायत स्तर के विजेता खिलाड़ियों को जोन स्तर पर खेलने का अवसर मिला और जोन स्तर पर विजेता खिलाड़ियों का चयन ब्लाक स्तर पर खेलने के लिए हुआ है।

    कार्यक्रम में प्रमुख रूप से खिलेश्वर देवांगन अध्यक्ष जनपद पंचायत आरंग, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कोमल सिंह साहू, केशरी मोहन साहू, दुर्गा राय, तारा ढीढी सरपंच, भारती चंद्राकार, यादराम साहू, दिनेश ठाकुर, राहुल कुर्रे, शिव साहू, नंदू साहू, शिक्षा विभाग एवं पंचायत विभाग के अधिकारी कर्मचारी सहित खेल प्रतिभागी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।

  • आईआईएम रायपुर में हुआ लीडरशिप समिट 2022 का सफल आयोजन

    आईआईएम रायपुर में हुआ लीडरशिप समिट 2022 का सफल आयोजन

    रायपुर 07 नवम्बर 2022/

    आईआईएम रायपुर के छठे लीडरशिप समिट के दूसरे दिन अपार ज्ञान और गहन चर्चा का सिलसिला जारी रहा। कार्यक्रम में समापन सत्र के विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. सर्वेश्वर भूरे, आईएएस, कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट, रायपुर, आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो. राम कुमार काकानी और प्रो. परीक्षित चरण, अध्यक्ष, कॉर्पोरेट रिलेशंस, आईआईएम रायपुर, और विभिन्न उद्योगों के नेताओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में वर्षों के अनुभव से प्रेरित अपने विचार प्रस्तुत किए।

    दिन की शुरुआत प्रो. कमल जैन, डीन (अकादमिक) और प्रोफेसर – एचआरएम और संगठनात्मक व्यवहार, आईआईएम रायपुर द्वारा संचालित “भविष्य की भारतीय अर्थव्यवस्था के उभरते इंजन” पर एक पैनल चर्चा के साथ हुई। श्री. जय मेहता, डॉयचे बैंक के निदेशक ने बुनियादी ढांचे और वित्त पोषण के विकास के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया, उन्हें ऋण और पूंजी निर्माण के दो स्तंभ कहा। श्री.अजीत चतुर्वेदी, हिंदुस्तान टाइम्स लर्निंग सेंटर्स के सीईओ ने मौजूदा मूल्य श्रृंखलाओं के बारे में बात की जो डिजिटलीकरण के इंजन के रूप में उभर रही हैं जैसे कि अर्ध-चालक और कपड़ा उद्योग। श्री. प्रद्युम्न माहेश्वरी, सीएफओ, कार्ल्सबर्ग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने भारत को विनिर्माण उद्योग के लिए एक प्यारा स्थान बताया और कहा कि यह अगले 5 वर्षों में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के हमारे लक्ष्य की ओर सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि कैसे करेगा। डॉ. भावना सपरा, हेड स्ट्रैटेजी, स्पेशल प्रोजेक्ट्स, डिस्ट्रीब्यूशन एंड कैपिटल इक्विपमेंट इंडिया हब, बोस्टन साइंटिफिक, ने हेल्थकेयर उद्योग को आर्थिक विकास के लिए एक उभरते इंजन के रूप में जोर दिया क्योंकि इसमें सबसे अधिक बढ़ते स्टार्ट-अप और बढ़ती मांगों के साथ विकास की संभावनाएं हैं।

    दिन का दूसरा पैनल प्रो. जगरूक डावरा, प्रोफेसर – मार्केटिंग, आईआईएम रायपुर द्वारा संचालित “व्यावसायिक व्यवधानों के युग में स्थिरता को चलाने की रणनीति” विषय पर था। डॉ. सूरज बहिरवानी, प्रेसिडेंट और ग्लोबल सेल्स हेड, आदित्य बिड़ला ग्रासिम ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि संगठन आज यह समझने की प्रक्रिया में हैं कि जलवायु परिवर्तन उनके लिए सबसे बड़ा खतरा होने के साथ उनके लिए स्थिरता का क्या मतलब है। श्री. लोकेश गौड़ा ऑप्टिव इंडिया के उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक ने पर्यावरणीय स्थिरता के लिए अपना जुनून दिखाया। ऑप्टिव ने बैंगलोर में दो झीलों के कायाकल्प को प्रायोजित किया है और हाथियों के लिए एक गलियारा बना रहा है। सुश्री करिश्मा गुप्ता, उपाध्यक्ष – वित्त, जुबिलेंट फूडवर्क्स लिमिटेड, ने पर्यावरण और व्यवसायों के बीच मजबूत संबंध बताया कि व्यवसायों को अपने आसपास के वातावरण को कैसे नया और अनुकूलित करना चाहिए, जैसे कि ऊर्जा उत्पादन उद्योग सौर पैनलों के साथ कर रहा है। श्री. संजय गुप्ता, सीएफओ और वित्त साझा सेवाओं के प्रमुख, टी.आई.ए.ए., ने कहा कि स्थिरता के दो खंड हैं – धीरज और दीर्घायु, तीन कारकों के साथ – संयंत्र, लोग, लाभ, और उनमें एक संतुलन व्यवसायों को टिकाऊ बनाता है। सुश्री दिव्या सोनाली मिंज, निदेशक मानव संसाधन, अवनेट ने एक साधारण विचारधारा के साथ व्यवधानों के साथ स्थिरता को परिभाषित किया – जब बाढ़ आती है, तो कोई या तो आश्रय ले सकता है, या कोई पवनचक्की का निर्माण कर सकता है।

    तीसरा पैनल प्रो. मोहित गोस्वामी, पीएचडी गोस्वामी (मॉडरेटर), एसोसिएट प्रोफेसर-ऑपरेशंस एंड क्वांट द्वारा संचालित “डिकोडिंग इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स एंड मार्केट शिफ्ट्स फॉर ड्राइविंग ग्रोथ” विषय पर था। श्री. दीपक जैन आर्गन एंड कंपनी के निदेशक ने आपूर्ति श्रृंखला विकसित करने में प्रौद्योगिकी और इसके महत्व के बारे में बात करके चर्चा की शुरुआत की। लॉजिस्टिक्स में आसानी के लिए अधिक से अधिक कंपनियां नई एंड-टू-एंड तकनीक में निवेश कर रही हैं। श्री.सचिन माथुर डॉर्फ केटल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एससीएम एंड प्रोक्योरमेंट ने लॉजिस्टिक्स में सुरक्षा मानकों के विकास पर प्रकाश डाला, जो आवश्यक है क्योंकि आपूर्ति श्रृंखला व्यवसाय के निर्माण में मदद कर सकती है। श्री. दिनकर सिंह यूपीएस के निदेशक ने सरकार के इस दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला कि लॉजिस्टिक्स किसी भी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, जिसे तब महसूस किया गया था जब कोविड -19 महामारी के दौरान लॉजिस्टिक्स को स्थानांतरित करना पड़ा था। डॉ. अरुण गिरी, उपाध्यक्ष एससीएम, कैलडरीज़ इंडिया रेफ्रेक्ट्रीज लिमिटेड, ने परिवहन, सीमा शुल्क, प्रलेखन और एकीकरण के रूप में देश में लॉजिस्टिक्स को संभालने के तरीके को विकसित करने और आसान बनाने में सरकार की पहल की प्रशंसा की।

    समापन सत्र के अतिथि माननीय डॉ. सर्वेश्वर भूरे, आई.ए.एस, कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट, रायपुर के एक प्रेरणादायक और प्रेरक भाषण के साथ दिन का अंत हुआ, क्योंकि उन्होंने अपनी यात्रा और प्रबंधन के नेताओं के बीच समानताएं आकर्षित कीं। उन्होंने अपने करियर के हर चरण में कड़ी मेहनत और ज्ञान के लिए उत्सुकता के महत्व पर जोर दिया और जीवन में अपना रास्ता खुद बनाते हुए रोल मॉडल कैसे चुनें।

    प्रो. परीक्षित चरण, अध्यक्ष, कॉर्पोरेट संबंध, आईआईएम रायपुर ने संस्थान के सभी मेहमानों, पैनलिस्टों, प्रबंधन और संकाय के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मंच पर अपनी उपस्थिति और उनके द्वारा योग में जोड़े गए मूल्य के लिए आभार व्यक्त किया।

  • कलिंगा विश्वविद्यालय में “ऑडियो प्रोडक्शन” पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न

    कलिंगा विश्वविद्यालय में “ऑडियो प्रोडक्शन” पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न

    रायपुर 7 नवंबर 2022/

    कला और मानविकी संकाय के तत्वावधान में पत्रकारिता और जनसंचार विभाग, कलिंगा विश्वविद्यालय ने “ऑडियो प्रोडक्शन” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया । आयोजन के विषय विशेषज्ञ सुप्रसिद्ध साउंड इंजीनियर और वॉयस ओवर कलाकार श्री आशुतोष कुमार थे। कला एवं मानविकी संकाय की अधिष्ठाता डॉ. शिल्पी भट्टाचार्य ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया, तत्पश्चात कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री राजकुमार दास द्वारा किया गया ।

    कार्यशाला में श्री आशुतोष ने अपने प्रारंभिक समय से अब तक के अपने व्यावसायिक अनुभवों को साझा किया । इस दौरान, उन्होंने किसी ऑडियो सामग्री निर्माण के लिए तैयारी से लेकर अंतिम आउटपुट के चरण तक की विभिन्न प्रक्रियाओं और तकनीकों पर अपनी विशेषज्ञता को साझा किया । उन्होंने ऑडियो रिकॉर्डिंग के तकनीकी पहलुओं, मिक्सिंग, मास्टरिंग और स्टूडियो डिजाइन के साथ उनकी प्रासंगिकता के बारे में बताया । उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी में बदलाव के साथ काम में सर्वश्रेष्ठ होने के लिए हमें स्वयं को अपडेट करते रहना चाहिए । इसके साथ ही उन्होंने वॉयस ओवर प्रक्रिया और इस क्षेत्र में विभिन्न करियर पहलुओं के बारे में छात्रों के विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दिया, उन्होंने विभिन्न ऑनलाइन – ऑफलाइन प्लेटफॉर्म और उपकरणों में किसी भी ऑडियो सामग्री की आउटपुट गुणवत्ता को बढ़ाने के तरीके के बारे में अपने विचार और अभ्यास भी साझा किए । सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ उन्होंने छात्रों को एडिटिंग सॉफ्टवेयर, हाई फिडेलिटी माइक्रोफोन और हेडफोन की सेटिंग्स और इंटरफेस का भी प्रदर्शन किया । कार्यक्रम के अंत में, पत्रकारिता और जनसंचार विभाग से प्राध्यापक सुश्री श्रेया द्विवेदी और सुश्री गीतिका ब्रम्हभट्ट द्वारा आभार प्रदर्शन और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया ।

    कार्यक्रम में श्री ए.के. कौल, अध्यक्ष, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, श्री शेख अब्दुल कादिर, सुश्री तुहिना चौबे तथा कला एवं मानविकी संकाय के साथ-साथ अन्य संकाय सदस्यों सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे ।