नई दिल्ली,06 अक्टूबर 2022 /
यह बैंकिंग शेयर आज सोमवार को लगभग 10% तक चढ़कर 158.25 रुपये पर बंद हुआ है। शेयरों में यह तेजी चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद देखने को मिल रही। बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) के शेयरों में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 12% तक की तेजी देखी गई। यह बैंकिंग शेयर आज सोमवार को लगभग 10% तक चढ़कर 158.25 रुपये पर बंद हुआ है। शेयरों में यह तेजी चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद देखने को मिल रही। बता दें कि सितंबर 2022 की तिमाही में बैड लोन में गिरावट और ब्याज आय में बढ़ोतरी के कारण मजबूत प्रदर्शन की सूचना दी। आईसीआईसीआई डायरेक्ट रिसर्च ने कहा कि हेल्दी परिणाम से शेयरों में तेजी की संभावना है। ब्रोकरेज ने शेयर पर 170 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘बाय’ रेटिंग दिया है।
सितंबर तिमाही के नतीजें
सार्वजनिक क्षेत्र के Bank of Baroda Ltd (बीओबी) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 59 फीसदी बढ़कर 3,313 करोड़ रुपये हो गया है।बैंक ने शनिवार को शेयर बाजारों को दी जानकारी में बताया कि फंसे कर्ज में कमी आने और ब्याज से प्राप्त आय बढ़ने से उसका लाभ बढ़ा है। पिछले वर्ष की समान तिमाही में बैंक को 2,088 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। बीओबी की कुल आय वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 23,080.03 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले वर्ष 20,270.74 करोड़ रुपये थी। इसकी शुद्ध ब्याज आय भी 34.5 फीसदी बढ़कर 10,714 करोड़ रुपये हो गई। एनपीए सितंबर 2022 के अंत में घटकर सकल अग्रिम का 5.31 फीसदी रह गईं जो एक साल पहले समान अवधि में 8.11 फीसदी थी। वहीं बैंक का शुद्ध एनपीए भी 2.83 फीसदी से घटकर 1.16 फीसदी रह गया।
22 साल पहले 10 रुपये थी कीमत
आपको बता दें कि बीओबी का मैक्सिमम रिटर्न 1,468.38% का है। एनएसई पर बीओबी के शेयर 22 साल पहले जनवरी 1999 को 10 रुपये के स्तर पर थे। वर्तमान में यह शेयर 158.25 रुपये पर पहुंच गए। इस दौरान इसने 1,468.38% का रिटर्न दिया है। यानी अगर किसी निवेशक ने लंबी अवधि के लिए इस शेयर में दांव लगाया होता तो उसे आज लगभग 16 लाख रुपये का फायदा होता। इस साल YTD में यह शेयर 88.84% का रिटर्न दिया है।
रायपुर, छत्तीसगढ़ विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मनोज मंडावी के निधन से रिक्त हुई बस्तर संभाग के कांकेर संसदीय क्षेत्र की भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर 5 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में स्व. मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी कांग्रेस की उम्मीदवार बन सकती है। इसका स्पष्ट संकेत चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद आज उनके द्वारा शिक्षक की नौकरी से इस्तीफा देने के साथ मिल गया है। दिवंगत विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी ने शासकीय सेवा से त्यागपत्र दे दिया है। इसके साथ ही यह तय माना जा रहा है कि कांग्रेस ने स्व. मंडावी के अधूरे कार्य को पूरा करने का जिम्मा उनकी पत्नी को सौंपने का फैसला कर लिया है। सिर्फ ऐलान की औपचारिकता बाकी है।
श्रीमती सावित्री मंडावी राजधानी रायपुर के कटोरा तालाब स्थित स्कूल में शिक्षिका के पद पर कार्य कर रही थीं। हाल ही यह चर्चा तेज हो चली है कि स्व. मनोज मंडावी की राजनीतिक विरासत उनकी पत्नी को सौंप सकती है। अब यह सुनिश्चित समझा जा रहा है कि श्रीमती सावित्री मंडावी ही भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस की ध्वजवाहक होंगी।
विदित है कि गत माह विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी का हृदयाघात से निधन हो गया। उस समय वे धमतरी के सर्किट हाउस में रुके हुए थे। अगले दिन सुबह उनके सीने में अचानक दर्द हुआ। जिसके बाद उन्हें धमतरी के अस्पताल ले जाया गया था। जांच के बाद डॉक्टरों ने मनोज मंडावी को मृत घोषित कर दिया था। उनके निधन पर कांग्रेस के साथ ही राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई थी।
उपचुनाव के मद्देनजर यदि 2018 के भानुप्रतापपुर सीट के चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मनोज सिंह मंडावी को 72,520 वोट मिले थे। भाजपा के देवलाल दुग्गा दूसरे नंबर पर थे, उन्हें 45,827 मत प्राप्त हुए थे। चुनाव में आम आदमी पार्टी ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा किया था, आप प्रत्याशी कोमल हुपेंडी को 9634 वोट मिले थे। हुपेंडी तीसरे स्थान पर रहे। साथ ही जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रत्याशी मानक दरपट्टी को 9611 मत प्राप्त हुए थे। भानुप्रतापपुर में आप ने जोगी कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन किया था। अब हालात बदल गए हैं और सियासी समीकरण भी एकदम अलग हैं।