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  • नगर पंचायत की सत्ता को लेकर दावेदारों की लगी लाइन,आरक्षण को लेकर उलझे

    नगर पंचायत की सत्ता को लेकर दावेदारों की लगी लाइन,आरक्षण को लेकर उलझे

    नगरी।

    नगरी निकाय चुनाव की सुगबुगाहट के बीच नगर के चौक चौराहों पर चुनावी चर्चा का दौर चल पड़ा है, इस बीच नगर पंचायत अध्यक्ष पद के दौड़ में शामिल राजनीतिक दलों के लोगों को आरक्षण का इंतजार है, वहीं कुछ ऐसे लोग हैं जो सिम्बोल की चिंता किए बिना अपनी लोकप्रियता और कार्यक्षमता के दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है।

    बता दें कि राज्य सरकार के फैसले के अनुसार इस बार नगरी निकायों में अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली के तहत सीधे जनता के द्वारा होना है,अभी न तो चुनाव का आगाज हुआ है न ही यह तय हुआ है कि कौन सी नगरी निकाय किस कोटे की है इसके बावजूद चुनाव लड़ने के इच्छुक व्यक्तियों में अंदरूनी घमासान शुरू है। नगर की सत्ता पर हुकूमत के लिए कई दावेदारों ने जोड़ तोड़ शुरू कर दिए हैं।

     

    कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार नगरी नगर पंचायत अध्यक्ष ओबीसी कोटे से होगा। इस कयास के आधार पर अभी से ही दावेदारों की फेहरिस्त तैयार होने लगी है, संभावित सामान्य सीट के संभावित उम्मीदवार भीतर ही भीतर टिकट की दावेदारी का दम दिखाने लगे हैं, सबसे ज्यादा उम्मीदवार भारतीय जनता पार्टी में हैं क्योंकि प्रदेश में भाजपा की सरकार है, माना जा रहा है कि भाजपा यहां से जिसे अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाएगी उसका जीतना लगभग तय है,जीत की पूरी उम्मीद होने के कारण भाजपा के सामान्य दावेदार और ओबीसी दावेदारों के 2 पैनल तैयार हो गए है। ओबीसी का पैनल इसलिए तैयार बैठा है क्योंकि उन्हें भी उम्मीद है कि अगर यह सीट सामान्य नहीं होती है तो ओबीसी सीट तो हो ही जाएगी ऐसे में जो अध्यक्ष पद के भावी ओबीसी कैंडीडेट हैं वो दावेदारी करने की बात कर रहे हैं।

    ओबीसी वर्ग से जिनकी दावेदारी की चर्चा सबसे ज्यादा है उसमें पहला नाम पूर्व सभापति और भाजपा के वरिष्ठ नेता आलोक सिंन्हा का है,जबकि दूसरे नम्बर पर अनिरूद्ध साहू और रुपेंद्र कुमार साहू का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है, कांग्रेस की बात करें तो पेमन स्वर्णबेर का है पूर्व में नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ चुका है जिसे महज आठ वोटो से करारी हार का सामना करना पड़ा था, वहीं भरत निर्मलकर भी चुनाव लडने का मन बना चुका है,सामान्य सीट की बात करें तो पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष नागेंद्र शुक्ला भाजपा से दावेदारी कर सकता है वर्तमान में उनकी धर्मपत्नी आराधना शुक्ला नगरपंचायत नगरी के अध्यक्ष पद पर विराजमान हैं, इसके अलावा सामान्य वर्ग से अध्यक्ष पद के लिए पूर्व पार्षद और सभापति बलजीत छाबड़ा, उपाध्यक्ष अजय नाहटा, पूर्व पार्षद विक्की बोहरा, विक्की खनूजा के नामों की चर्चा हो रही है।

    वहीं विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो नगर के कुछ ऐसे दमदार नेता हैं जो सिम्बोल की चिंता किए बिना ही अपनी लोकप्रियता और कार्यक्षमता के दम पर चुनाव लड़ेगे,मौजूदा हालात पर नजर डालें तो ओबीसी वर्ग से आलोक सिन्हा का पलड़ा भारी दिखाई देता है वर्तमान में खाद एवं हार्डवेयर संघ के अध्यक्ष है इसके अलावा छतीसगढ ओबीसी महासभा के उपाध्यक्ष के साथ ही नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी है, जो ओबीसी से दमदार प्रत्याशी हो सकते है। इसके बाद भी ऐसे कई नाम हैं जो अध्यक्ष पद के लाईन में हैं जो आरक्षण का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, इसके बाद अपना पत्ता खोल सकते हैं।

    नगरी नगर पंचायत के राजनीतिक इतिहास को देखें तो जब से नगर पंचायत बना है तब से भाजपा का कब्जा रहा है यह अलग बात है कि एक बार निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई थी लेकिन बाद में उसने भाजपा का दामन थाम लिया था,बहराल अब लोग आरक्षण पर टिके हुए हैं।

  • चांद से लाई हुई मिट्टी क्यों उधार दे रहा चीनी, जाने रिपोर्ट में

    चांद से लाई हुई मिट्टी क्यों उधार दे रहा चीनी, जाने रिपोर्ट में

    नई दिल्ली

    चीन की अंतरिक्ष एजेंसी ने इस साल जून में पूरी दुनिया को चौंका दिया था, जब उसका चांग ई 6 लूनार मिशन चंद्रमा के सुदूर हिस्से से सैंपल लेकर पृथ्वी पर लौटा। चंद्रमा का सुदूर हिस्सा वह जगह है, जो पृथ्वी से दिखाई नहीं देती। चांद से लाई गई मिट्टी को चीन उधार में देने जा रहा है! यह मिट्टी उन रिसर्चर्स को दी जाएगी, जो शोध करना चाहते हैं। इसके लिए ड्रैगन ने रिसर्चर्स से ऐप्लिकेशंस मांगी हैं।

    चांग ई 6 मिशन को मई में लॉन्च किया गया था। यह 53 दिनों का मिशन था। चांग ई 6 ने चांद के सुदूर हिस्से में अपोलो क्रेटर पर लैंड करके सैंपल इकट्ठा किए थे। इसने जून में पृथ्वी पर वापसी की थी। चीन की अंतरिक्ष एजेंसी के हवाले से बताया गया है कि चंद्रमा से लाई गई 4 पाउंड और 4.29 औंस यानी करीब 1,935 ग्राम मिट्टी अब घरेलू एक्सपेरिमेंट के लिए उपलब्ध है।

    जो ऐप्लिकेशंस मंजूर होंगी, उन्हें मिट्टी उधार दी जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार, आज से पहले किसी भी देश ने चंद्रमा के सुदूर हिस्से से सैंपल नहीं जुटाए हैं। इन सैंपलों को स्टडी करके चंद्रमा के बारे में नई जानकारी सामने आ सकती है। वैज्ञानिक यह पता लगा सकते हैं कि चांद का वह इलाका इतना अलग क्यों है।

  • पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समापन, पशुधन विकास को मिलेगी नई दिशा

    पशु सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समापन, पशुधन विकास को मिलेगी नई दिशा

    सुकमा।

    कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन और सीईओ जिला पंचायत नम्रता जैन के मार्गदर्शन में जिले की पशु सखियों के लिए आयोजित 3 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का डीआरपीसी में सफलतापूर्वक समापन हुआ। बिहान और पशु चिकित्सा विभाग के सहयोग से आयोजित इस प्रशिक्षण का उद्देश्य पशु सखियों को पशुपालन से जुड़ी उपयोगी जानकारी और कौशल प्रदान करना था, जिससे वे जिले में पशुपालकों को और बेहतर सहायता मिल सकें।

    प्रशिक्षण के दौरान पशु सखियों की भूमिका, जिम्मेदारियां, पशु रोगों का प्रबंधन, पशुधन विकास के लिए सरकारी योजनाएं और सब्सिडी की जानकारी दी गई। इसके साथ ही, प्रतिभागियों को व्यावहारिक कौशल सिखाए गए और क्षेत्र में प्रदर्शन भी करवाया गया।

    इस कार्यक्रम में करीब 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया। उन्होंने समूह चर्चा, प्रस्तुति और व्यावहारिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रशिक्षण से जिले में पशुधन विकास को नई दिशा मिलेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

     

  • बोल्डनेस के लिए जाने जाने वाली अदिति मिस्त्री, जल्द ही लेंगी बिग बॉस में वाइल्डकार्ड एंट्री

    बोल्डनेस के लिए जाने जाने वाली अदिति मिस्त्री, जल्द ही लेंगी बिग बॉस में वाइल्डकार्ड एंट्री

    नई दिल्ली।

    कुछ समय पहले ही ख़बर आई थी कि बिग बॉस 18 में सलमान खान की जगह अब रवि किशन वीकेंड का वार एपिसोड होस्ट करेंगे। इसके बाद अब सूत्रों के पता चला की अदिति मिस्त्री शो में वाइल्ड कार्ड एंट्री बनकर शामिल होने वाली हैं।

    शो से जुड़े करीबी सूत्र ने बताया है कि जल्द ही शो में हॉट वाइल्ड कार्ड एंट्री होने वाली है। इस सिलसिले में मेकर्स की पॉपुलर मॉडल और इन्फ्लूएंसर अदिति मिस्त्री से बातचीत जारी है।

    रिपोर्ट्स की मानें तो अदिति मिस्त्री, फॉर्मर एक्टर साहिल खान को डेट कर चुकी हैं। दोनों की वेकेशन से सामने आईं कई तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में रही थीं।

    शो से जुड़े सूत्रों की मानें तो अदिति मिस्त्री के अलावा भी मेकर्स की कई लोगों से बातचीत जारी है, जिन्हें शो में लाने पर विचार किया जा रहा है। मेकर्स का मानना है कि अदिति मिस्त्री की शो में एंट्री से शो का टेंप्रेचर जरूर बढ़ेगा।

  • दिल्ली-NCR में अब आने वाली है ठंड, पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश को लेकर जानें IMD का पूर्वानुमान

    दिल्ली-NCR में अब आने वाली है ठंड, पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश को लेकर जानें IMD का पूर्वानुमान

    नई दिल्ली। फिलहाल भले ही मौसम में गर्माहट बनी हुई हो, लेकिन तीन चार दिन में हल्की ठंड का एहसास हो सकता है। स्काईमेट वेदर के अनुसार एक दो दिन के बाद पहाड़ों पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके असर से पहाड़ों पर ऊपर की ओर हल्की वर्षा और बर्फबारी होने के आसार हैं। ऐसा होने के एक दो दिन बाद इसका प्रभाव राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी देखने को मिल सकता है। तापमान में आंशिक गिरावट होगी तो हवा में भी ठंडक महसूस होने की उम्मीद है।
    मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार को भी सुबह और रात के समय हल्का कोहरा व स्मॉग देखने को मिल सकता है। दिन में आसमान साफ रहेगा। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 32 और 18 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है। उधर दिल्ली में रविवार को भी न्यूनतम और अधिकतम तापमान में खास बदलाव नहीं हुआ। न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 31.6 डिग्री रहा। हवा में नमी का स्तर 96 से 61 दर्ज हुआ।

  • मल्टीग्रेन दलिया से कुपोषण और एनीमिया को मिल रही मात

    मल्टीग्रेन दलिया से कुपोषण और एनीमिया को मिल रही मात

    रायपुर ।

     

    दंतेवाड़ा जिले में कुपोषण और एनीमिया एक बड़ी समस्या रही है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन की विशेष पहल पर सुपोषण योजना के तहत आंगनबाड़ी के बच्चों को मल्टीग्रेन दलिया दिए जाने की अभिनव पहल के बड़े ही सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। जिले में बीते अप्रैल माह में कुल कुपोषित बच्चों की संख्या 8082 थी, जो अब घटकर 6969 रह गई है। इसको देखते हुए यह उम्मीद है कि निकट भविष्य में दंतेवाड़ा जिले में कुपोषण और एनीमिया को न्यूनतम स्तर लाने में मल्टीग्रेन दलिया का उपयोग कारगर सिद्ध होगा। यह मल्टीग्रेन दलिया रागी, कोदो, कोसरा, बाजरा, ज्वार आदि से स्थानीय महिला स्व-सहायता समूह द्वारा तैयार कर आंगनबाड़ियों को प्रदाय किया जा रहा है।राष्ट्रीय पोषण माह में मल्टीग्रेन दलिया नियद नेल्लानार के ग्राम गमावाडा एवं धुरली के आंगनबाड़ी केंद्र में 3 से 6 वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने के समय अर्थात 3 बजे के आसपास खिचड़ी या हलवा के रूप में बनाकर दिया जाता है, जिससे आंगनबाड़ी केन्द्र से प्राप्त गर्म भोजन व घर में मिलने वाले शाम के भोजन के बीच में ‘‘न्यूट्रिशनल गैप‘‘ को पूरा करती है। मल्टीग्रेन दलिया पौष्टिक होने के साथ-साथ बच्चों को खाने में पसंद है। जिसके कारण आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है। इसके चलते ‘‘अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेषन‘‘ (ईसीसीई) गतिविधियों के क्रियान्वयन भी कारगर साबित हुआ है।

     

    दंतेवाड़ा जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलेट आधारित दलिया को मिड-डे मील के रूप में शामिल किया गया है। बच्चों और उनके माता-पिता से मिले सकारात्मक फीडबैक ने इस योजना की सफलता को और भी ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। बच्चों में पहले की तुलना में अधिक ऊर्जा, ध्यान केंद्रित करने की क्षमता और शारीरिक विकास में तेजी देखी गई है।

    गौरतबल है कि मिलेट्स के पोषक तत्वों एवं स्वास्थ्यवर्धक गुणों से पूरे देश-दुनिया परिचित हो चुकी है। जब से देश में चावल, गेहूं की भरपूर पैदावार होने लगी, तब से मिलेट्स यानि मोटे अनाजों से लोगों ने मुहं मोड़ लिया था। देश-दुनिया को मोटे अनाजों की पौष्टिकता, इसमें विद्यमान मल्टी विटामिन्स तथा कई रोगो के प्रति प्रतिरोधक क्षमता का पता लगा है, तब से उसके उपयोग को बढ़ावा मिला है। मोटा अनाज अब श्री अन्न कहा जाने लगा है। मिलेट्स सभी के लिए सुपाच्य एवं मरीजों के विभिन्न व्याधियों में फायदेमंद इस अनाज की मांग अब एकाएक बढ़ चुकी है। खास तौर पर महिलाओं एवं बच्चों के सेहत के लिए इसका उपभोग लाभकारी है।

  • हर घर जल से बदलती गांवों की तस्वीर

    हर घर जल से बदलती गांवों की तस्वीर

    रायपुर। 

    छत्तीसगढ़ राज्य में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में संचालित जल जीवन मिशन ने न केवल गांव के लोगों को पानी के स्रोत से जोड़ा है, बल्कि स्वास्थ्य और स्वच्छता के स्तर को भी सुधारा है। ग्रामीण अब शुद्ध पानी का सेवन कर रहे हैं, जिससे जलजनित बीमारियों में भी कमी आई है। इसके अलावा, बच्चों और महिलाओं को अब पानी लाने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ती। वह समय का उपयोग अन्य कार्यों में करने लगे हैं। यह मिशन केवल पानी की उपलब्धता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संपूर्ण ग्रामीण समाज के विकास का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है।जल जीवन मिशन के माध्यम से बेमेतरा जिले के ग्राम पंचायत मोहतरा (ख) में सफलता की एक प्रेरणादायक कहानी लिखी गई है, जहां हर घर जल का सपना अब हकीकत बन गया है। हाल ही में इस गांव में ‘हर घर जल उत्सव’ का आयोजन हुआ। यह उत्सव केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि उन सभी ग्रामीणों के लिए गर्व का क्षण था, जिन्होंने जल जीवन मिशन के इस महत्वपूर्ण अभियान का हिस्सा बनकर अपने गांव में एक नया अध्याय लिखा।

    गांव में जल जीवन मिशन के अंतर्गत 260 घरों में नल कनेक्शन दिए गए हैं, जिससे अब हर घर में शुद्ध पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है। इस काम को अंजाम देने के लिए 3305 मीटर की पाइप लाइन बिछाई गई है, जो गांव के हर कोने तक पानी पहुंचाने का काम करती है। इसके साथ ही, गांव में एक पानी की टंकी का निर्माण भी किया गया है जो जल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत है। यह टंकी न केवल गांव के सभी घरों में पानी पहुंचाती है बल्कि यह जल संग्रहण का भी एक बड़ा साधन है, जिससे जल संरक्षण को भी बढ़ावा मिलता है।गांव की महिलाएं, विशेष रूप से श्रीमति धन्ना बाई मानिकपुरी और  पुष्पा साहू, अत्यंत प्रसन्न हैं। पहले उन्हें पानी के लिए गांव के कुओं या हैंडपंपों पर निर्भर रहना पड़ता था, जिससे उन्हें न केवल मेहनत करनी पड़ती थी बल्कि अधिक समय भी खर्च करना पड़ता था। घर के अन्य कामकाज में उनकी यह व्यस्तता एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन अब, जब उनके घर के आंगन में ही नल से पानी उपलब्ध है, तो यह उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लेकर आया है। अब उन्हें पानी भरने के लिए समय और ऊर्जा की चिंता नहीं करनी पड़ती। उन्होंने इसके लिए सरकार को धन्यवाद दिया ।ग्राम पंचायत मोहतरा (ख) का यह कदम अन्य गांवों के लिए भी एक उदाहरण है। जल जीवन मिशन की यह सफलता बताती है कि जब सामूहिक प्रयास और सरकार की योजनाओं का समन्वय होता है, तो किसी भी समस्या का हल संभव है। इस गांव के लोगों ने दिखा दिया कि छोटी-छोटी मुश्किलों को पार करके एक बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। हर घर जल उत्सव के आयोजन के साथ ही यह संदेश भी दिया गया कि जल संरक्षण की आवश्यकता है ताकि आने वाली पीढ़ियों को भी इसका लाभ मिल सके।

  • आईआरसी की 83वीं वार्षिक बैठक : सड़क अनुसंधान और गुणवत्ता नियंत्रण पर प्रस्तुतियां एवं चर्चाएं

    आईआरसी की 83वीं वार्षिक बैठक : सड़क अनुसंधान और गुणवत्ता नियंत्रण पर प्रस्तुतियां एवं चर्चाएं

    रायपुर ।

    राजधानी रायपुर स्थित सांईस कॉलेज ग्राउण्ड में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के तीसरे दिन विभिन्न सत्रों के माध्यम से सड़क निर्माण, अनुसंधान और गुणवत्ता नियंत्रण पर चर्चा की गई है।आज के तकनीकी सत्र में प्रधान सचिव, सचिव और मुख्य अभियंता की बैठक का आयोजन हुआ, जिसके साथ ही सत्र 13 में ‘भारत में किए गए सड़क अनुसंधान कार्य’ पर विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियाँ दी गईं। इसके बाद, सत्र 14 में राज्य सरकार के पीडब्ल्यूडी, स्थानीय निकाय और पीएसयू के अधिकारियों द्वारा सड़क निर्माण से संबंधित नवीनतम कार्यों पर चर्चा की गई।द्वितीय तकनीकी सत्र में आईआरसी जर्नल में प्रकाशित शोध पत्रों पर प्रस्तुतियाँ (समानांतर सत्र) और ‘हाईवे परियोजनाओं में गुणवत्ता आश्वासन और गुणवत्ता नियंत्रण’ पर एक पैनल चर्चा आयोजित हुई। इसके पश्चात राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें उन्होंने अपनी परियोजनाओं और अनुभवों को साझा किया। व्यावसायिक बैठक में वार्षिक कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की गई।

  • खनिज विभाग की टीम की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी

    खनिज विभाग की टीम की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी

    रायपुर ।

    कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में रायपुर जिले में गौण खनिजों के उत्खनन एवं अवैध परिवहन के मामले में कार्रवाई का सिलसिला लगातार  जारी है। उप संचालक खनिज  के.के. गोलघाटे के निर्देशन में खनिज अधिकारियों की टीम अलग-अलग क्षेत्रों में दबिश देकर अवैध उत्खनन एवं परिहवन में संलिप्त लोगों के विरूद्ध कार्रवाई कर रही है।खनिज विभाग के सुपरवाइजर सुनीलदत्त शर्मा एवं उनकी टीम ने बीते दिनों आरंग इलाके के ग्राम गुदगुदा में रेत अवैध खनन में संलिप्त पनडुब्बी नुमा मशीन, एक चेन माउन्टेन और एक हाईवा को मौके से जप्त कर थाना आरंग के सुपुर्द करने की कार्रवाई की। इससे पूर्व इस टीम ने रेत के अवैध परिवहन कर रहे तीन टैªक्टर एवं एक हाईवा को आरंग के समीप ग्राम कुरूद से जब्त कर थाना गिद्धपुरी को सुपुर्द किया। इस कार्रवाई में सुपरवाइजर   बेलचंदन, डी के साहू व सैनिक रूपेश चंद्राकर, राजू बर्मन, गोलू वर्मा, केदार वर्मा, लुकेश वर्मा, प्रेम कुर्रे एवं पुलिस के जवानों का सहयोग रहा।

  • 1971 युद्ध के वीर योद्धा विंग कमांडर( सेवा निवृत्त) एमबी ओझा का रायपुर में निधन

    1971 युद्ध के वीर योद्धा विंग कमांडर( सेवा निवृत्त) एमबी ओझा का रायपुर में निधन

    रायपुर ।

     

    1971 युद्ध  के वीर योद्धा विंग कमांडर एमबी ओझा (सेवानिवृत्ति) का आज दिनांक 10 नवंबर 2024 को 89 वर्ष की उम्र में  रायपुर( छ ग  )में निधन हो गया। सोमवार प्रातः 11:30 बजे  महादेव  शमशान घाट में उनके पार्थिव शरीर को विदाई दी जाएगी । मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।विंग कमांडर एमबी ओझा (सेवानिवृत्ति)  1962 ,1965 ,1971 के युद्ध में शामिल थे तथा भारतीय शांति सेवा के मिशनों में भी शामिल थे।  वे भारतीय वायु सेना  में सन 1956 में कमीशन हुए थे । पाकिस्तानी सेना के 90000 सैनिकों ने जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष हथियार डाले थे, उस अवसर पर विंग कमांडर एम बी ओझा उपस्थित थे तथा वे उस  समर्पण के प्रत्यक्ष गवाह थे ।