नई दिल्ली,03 अक्टूबर 2022 /
कंपनी फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाना पकाने के तेल बेचती है। खाना पकाने के तेल के अलावा यह चावल, गेहूं का आटा और चीनी जैसे खाद्य उत्पाद बेचता है। यह साबुन, हैंडवाश जैसे गैर-खाद्य उत्पाद भी बेचता है। गौतम अडानी समूह की कंपनी अडानी विल्मर लिमिटेड ने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस तिमाही में अडानी विल्मर के मुनाफे में 73% की गिरावट आई है। तिमाही के दौरान कंपनी का ग्रॉस नेट प्रॉफिट एक साल पहले के ₹182 करोड़ से गिरकर ₹48.7 करोड़ हो गया।
वहीं, परिचालन से राजस्व 4% से अधिक बढ़ गया है। अब राजस्व ₹13,558 करोड़ के मुकाबले ₹14,150 करोड़ पर पहुंच गया है। इसका कुल खर्च बढ़कर 14,149.6 हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 13,354 करोड़ रुपये था।
अडानी विल्मर का शेयर भाव: इस बीच अडानी विल्मर के स्टॉक में जबरदस्त बिकवाली का माहौल देखने को मिला। गुरुवार को अडानी विल्मर का शेयर भाव 680 रुपये से भी नीचे के स्तर पर था। यह एक दिन पहले के मुकाबले 2.50% तक की गिरावट देखने को मिली है। मार्केट कैपिटल 88,600 करोड़ रुपये है।
आपको बता दें कि अडानी विल्मर का आईपीओ 27 जनवरी 2022 को लॉन्च हुआ था और इसके शेयरों की लिस्टिंग 8 फरवरी 2022 को हुई थी। कंपनी का इश्यू प्राइस 218 – 230 रुपये रखा गया था। वहीं, 28 अप्रैल को अडानी विल्मर का शेयर 878 रुपये के स्तर तक गया था, जो अब तक का हाई लेवल है।
कंपनी के बारे में: अडानी विल्मर भारत के अडानी समूह और सिंगापुर के विल्मर समूह का एक ज्वाइंट वेंचर है। कंपनी फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाना पकाने के तेल बेचती है। खाना पकाने के तेल के अलावा यह चावल, गेहूं का आटा और चीनी जैसे खाद्य उत्पाद बेचता है। यह साबुन, हैंडवाश जैसे गैर-खाद्य उत्पा भी बेचता है।
मुनाफे में गिरावट की वजह: अडानी विल्मर ने एक बयान में कहा कि खाद्य तेल कैटेगरी में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। मसलन- उच्च मुद्रास्फीति, मानसून में देरी और सुस्त ग्रामीण मांग रही। इसका असर अडानी विल्मर के तिमाही नतीजों पर पड़ा।
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