इंदौर में 11-12 जनवरी 2023 को संपन्न ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह में मुख्यमंत्री
भोपाल,12 जनवरी 2023 /
आज हमारे बीच मंच पर उपस्थित भारत के कृषि एवं कल्याण मंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र सिंह तोमर जी, सिविल एविएशन मंत्री श्रीमान ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते जी, मध्य प्रदेश के उद्योग मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव जी, मेरे मंत्री मंडल के सभी आदरणीय सहयोगी, उद्योगपति मित्र, प्रिय बहनों और भाइयों, स्टार्टअप के भांजे-भांजियों| प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी का मार्गदर्शन, उनकी विजनरी लीडरशिप, सदैव उनका साथ, हमारे केंद्रीय मंत्री गणों का सहयोग, हम कदम से कदम कंधा मिलाकर साथ चलें। आज विदाई की बेला है, विदाई की बेला में एक बार फिर स्वागत। जिस आत्मीयता से, देश प्रेम से, दुनिया के 84 देशों के लोग मिले, अद्भुत हैं। मैंने अधिकांश से मिलने की कोशिश की| मैं माफी चाहता हूं सब से नहीं मिल पाया, यथासंभव कोशिश की, कोई निराश ना जा पाए। हमारे प्रधानमंत्री जी ने जी-20 के लिए भी वसुधैव कुटुंबकम का मंत्र दे दिया है। प्रधानमंत्री जी ने जो कहा वह भारत की परंपरा है आत्मबध सर्वभूतेषु मतलब अपने जैसा सबको मानो। भारत का कहना है जियो और जीने दो। हमने बच्चों को भारत के गांव में सिखाया है धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो। जी-20 का जो आयोजन हो रहा है भारत की अध्यक्षता, में वह भी विश्व के कल्याण का सर्वोत्तम उदाहरण बनेगा। अद्भुत देश है भारत। मैं छोटा उदाहरण देता हूं, ईश्वर को हम मानते हैं तो कहते हैं आस्तिक, कई लोग मानते हैं ईश्वर मूर्ति में आता है इसलिए मूर्ति की पूजा करते हैं। जब तक जियो सुख से जियो उधार लेकर भी घी पियो, शरीर तो माटी में मिलने वाला है। मुझे कहते हुए प्रसन्नता है ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 10 पार्टनर कंट्री को उनको धन्यवाद देता हूं| जापान, कनाडा, नीदरलैंड, गयाना, मॉरीशस, बांग्लादेश, जिंबाब्वे, सूरीनाम, पनामा, फिजी, सब ने अपने स्टाल भी लगाए हैं। 35 देशों के एंबेसेडर, काउंसलेट जनरल या डिप्टी चीफ ऑफ मिशन उपस्थित रहे, 84 कंट्रीज ने पार्टिसिपेट किया है, 447 इंटरनेशनल बिजनेस डेलीगेट्स और 401 इंटरनेशनल बायर-सेलर शामिल हुए हैं। लगभग 5000 से ज्यादा डेलीगेट्स आए| मुझे पता है एग्जीबिशन 7000 से ज्यादा लोगों ने देखी| ज़ी-20 के सारे के सारे देश आए हैं। 26 सौ से ज्यादा बीटूबी मीटिंग हुई, 200 से ज्यादा बीटूजी मीटिंग हुई जिनमें 5000 से ज्यादा व्यापारी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अलग-अलग हमारे सेशन 20 क्षेत्रों में हुए, वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम, वन-टू-वन मीटिंग। इंदौर अद्भुत है, मैं सचमुच में कहता हूं इंदौर से मध्य प्रदेश में निवेश का नया दौर प्रारंभ हो रहा है। अद्भुत वातावरण में विश्वास का वातावरण है, निवेश की आइडियल डेस्टिनेशन है मध्य प्रदेश| इसलिए प्रधानमंत्री जी ने कल कहा था मध्यप्रदेश अजब है, मध्यप्रदेश गजब है और मध्यप्रदेश सजग है। अजब इसलिए कि 18 साल में हमने शून्य से शिखर तक का सफर तय किया है गड्डे वाली सड़कों से शानदार हाईवे तक, गंदगी के ढेर से स्वच्छता के शिखर तक। मैं प्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता को बधाई देता हूं, मध्य प्रदेश वासियों को बधाई देता हूं इंदौर वासियों को बधाई देता हूं सचमुच में अद्भुत है। बीमारू से मध्य प्रदेश अग्रणी राज्य में है, 19% से ज्यादा ग्रोथ रेट है हमारी। गजब इसलिए कि संसाधन से संपन्न है, शांति का टापू है, आध्यात्मिकता का केंद्र है, पर्यटन में बेजोड़ है, इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर टेक्नॉलॉजी तक, इनोवेशन से लेकर एंटरप्रेन्योरशिप तक हर क्षेत्र में आगे चलने की क्षमता रखते हैं, इसलिए पीएम साहब ने कहा गजब है। सजग इसलिए हैं कि हमने अपनी कोर क्षमताओं को अपनी शक्ति बनाया है एग्रीकल्चर हो, फूड प्रोसेसिंग हो, टेक्सटाईल हो, फार्मा हो, लॉजिस्टिक हो, आईटी हो, ऑटोमोबाईल हो या फिर रिन्यूएबल एनर्जी हो यह मध्यप्रदेश की असली ताकत है। इन सबमें हम देश में अग्रणी है। प्रधानमंत्री जी ने एक बात और कही थी एक स्थिर सरकार, निर्णायक सरकार, सही नियत से चलने वाली सरकार, विकास को अभूतपूर्व गति देती है| मैं आपको विश्वास दिलाता हूं इस टीम के भरोसे विकास को निर्णायक गति देकर ही रहेंगे जिसमें निवेश शामिल है। मित्रों आज आपसे जो अलग-अलग सेट्रोजेल सेशंस में कुछ इस तरह की समस्या आई मैं उन पर चर्चा जरूर करना चाहूंगा। मैं मध्यप्रदेश के सीईओ के रूप में आपको विश्वास दिलाता हूं आपके निवेश की एक पाई भी व्यर्थ नहीं जाने देंगे, टीम मध्य प्रदेश हर हालत में आपके साथ खड़ी रहेगी, कोई दिक्कत नहीं आने देंगे। हम आपको ऐसा वातावरण देंगे, आप खुद आगे भी निवेश बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित होंगे। मेरी 7 सूत्रीय रणनीति है कि नंबर एक संवाद लगातार, दूसरा सहयोग-हर परिस्थिति में आपको सहयोग करेंगे, तीसरी सुविधा-नीति के अनुसार हर सुविधा देंगे, चौथा स्वीकृतिया-निश्चित समय सीमा में आपको सारे क्लीयरेंस मिल जाए, पांचवा-सेतु, उद्योगों के लिए डेडीकेटेड हेल्पलाईन, छठवा सिंगल विंडो सिस्टम सरलता, इसके बाद समन्वय यह हमारी रणनीति है। इस पर हम अमल करते हुए मध्य प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। चर्चा में से जो बिंदु निकले विशेषकर गारमेंट सेक्टर के मित्रों ने कहा था एक बात सच भी है कई बार पूंजी कम है और कम पूंजी में जमीन भी खरीद लो बिल्डिंग भी बना लो फिर मशीनरी के लिए पैसा कहां से लाओ इसलिए हम गारमेंट सहित आईटीआई की इनेबल सर्विसेज सेक्टर में प्लग एंड प्ले की फेसिलिटी दे रहे थे, लेकिन गारमेंट सहित बाकी क्षेत्र में भी हम प्लग एंड प्ले की सुविधा विकसित करेंगे, सरकारी सेक्टर में भी करेंगे और प्राइवेट सेक्टर आना चाहे तो उसका भी स्वागत करेंगे ताकि मेरे बच्चों को बड़ी पूंजी ना लगाना पड़े, बना-बनाया स्थान मिल जाए तो अपनी मशीन लगाएं और काम प्रारंभ कर दें।