यूक्रेन में युद्ध के बीच रूस ने अटलांटिक में तैनात की सबसे खतरनाक मिसाइल

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नई दिल्ली, 05 जनवरी 2022\ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध को लेकर पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते तनाव के बीच बुधवार को देश की नयी ज़िरकोन हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस एक युद्धपोत (फ्रिगेट) को वैश्विक समुद्री क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन के लिए भेजा. रूस का कहना है कि ज़िरकोन मिसाइल 7,000 मील प्रति घंटे (11,265 किमी/घंटा) की गति से उड़ान भरने और किसी भी पश्चिमी वायु रक्षा प्रणाली को भेदने में सक्षम है. वैश्विक समुद्री क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन के लिए भेजे गए ‘एडमिरल गोर्शकोव’ को लंबे परीक्षणों के बाद 2018 में रूसी नौसेना में शामिल किया गया था. यह नयी शृंखला का पहला युद्धपोत है, जिसे पुराने सोवियत-निर्मित विध्वंसक की जगह लेने के लिए तैयार किया गया है.

कई मिसाइलों से लैस यह युद्धपोत 130 मीटर (427 फीट) लंबा है और इसमें चालक दल के करीब 200 सदस्य हैं. 2019 में इसने विश्वभर के महासागरों में 35,000-समुद्री मील का सफर तय किया था. ‘ज़िरकोन’ मिसाइल का मुख्य परीक्षण ‘एडमिरल गोर्शकोव’ से ही किया गया था. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ‘ज़िरकोन’ की तारीफ करते हुए कहा कि यह 1,000 किलोमीटर से अधिक (620 मील से अधिक) दूरी से ध्वनि से नौ गुना तेज गति से उड़ान भरकर किसी भी मौजूदा मिसाइल रोधी प्रणाली को भेदने में सक्षम है. पुतिन ने इस बात पर जोर दिया है कि ‘ज़िरकोन’ रूसी सेना को लंबी दूरी पर स्थित लक्ष्यों को सटीकता के साथ निशाना बनाने की क्षमता प्रदान करती है.

बता दें कि यूक्रेन और रूस के बीच कई महीनों से युद्ध चल रहा है. यूक्रेन में घुसकर रूस लगातार हमले कर रहे है लेकिन रूस को उसके मन मुताबिक सफलता नहीं मिल रही है. यूक्रेन को अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देश लगातार हथियार मुहैया कराकर मदद कर रहे हैं.


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