दीपावली से देपसांग-डेमचोक में पेट्रोलिंग शुरू करेगी आर्मी, एलएसी पर तैनात सैनिकों की संख्या नहीं घटाएगी भारतीय सेना
नई दिल्ली।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के दो महत्वपूर्ण मोर्चों डेमचोक और देपसांग में तनातनी खत्म करने पर बनी सहमति के बाद दोनों देशों ने अपने सैनिकों को पीछे हटाने की गति तेज कर दी है। दोनों देशों के सैनिक सैन्य साजोसमान, अस्थायी शेड और टेंट हटाकर पीछे लौट रहे हैं। दोनों देश अपने-अपने सैनिकों को 28-29 अक्टूबर तक विवाद के दोनों प्वाइंट से पीछे हटा लेंगे।भारतीय सेना 31 अक्टूबर यानी दीपावली के दिन से डेमचोक और देपसांग में सशस्त्र पेट्रोलिंग शुरू कर देगी। देपसांग और डेमचोक में अप्रैल, 2020 से पहले की स्थिति के अनुरूप भारतीय सेना पेट्रोलिंग सुनिश्चित करेगी। भारत की ओर से इस बारे में चीन को जानकारी भी दे दी गई है। एलएसी पर टकराव खत्म करने के लिए भारत-चीन के बीच ताजा सहमति डेमचोक और देपसांग के इलाके में ही पेट्रोलिंग शुरू करने को लेकर बनी है।सैन्य सूत्रों के अनुसार, नवीनतम समझौता केवल इन दोनों इलाकों के विवाद की जड़ बने अग्रिम मोर्चों तक सीमित है और गलवन घाटी, हाट स्पि्रंग, गोगरा जैसे इलाकों के मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच अलग-अलग स्तरों पर वार्ता जारी रहेगी। सैन्य सूत्र ने कहा कि अप्रैल, 2020 से पूर्व की स्थिति के अनुरूप पेट्रोलिंग सुनिश्चित करने पर भारतीय सेना के टिके रहने के कारण ही डेमचोक-देपसांग में टकराव का समाधान निकालने में ज्यादा वक्त लगा।