उफान पर नदियां, खोले जा रहे डैम के गेट और बाढ़ का खतरा… मध्य प्रदेश में बारिश का कहर जारी

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मध्य प्रदेश।

मध्य प्रदेश में बारिश कहर बनकर बरस रही है. राज्य की नर्मदा नदी खतरे के निशान को छूने जा रही है. नदी के सभी डैम फुल हो चुके हैं. प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं. घरों में पानी भरने से लोग पलायन कर रहे हैं. नदी किनारे गांवों में मुनादी कर लोगों को हटाया जा रहा है. बाढ़ को लेकर चेतावनी भी जारी की गई है. हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सेना को अलर्ट कर दिया गया है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गईं हैं. इधर, लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।

राज्य के हालात पर मुख्यमंत्री मोहन यादव नजर बनाए हुए हैं. गुरुवार को सीएम ने भोपाल में अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर बाढ़ के हालात पर चर्चा की. मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में तीन सिस्टम मानूसन ट्रक, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और लो प्रेशर एरिया के एक्टिव होने से भारी बारिश का सिलसिला जारी है. लगातार हो रही बारिश से बांध-तालाब भी ओवर फ्लो हो चुके हैं. राजधानी भोपाल समेत खराब मौसम की मार झेल रहे जिलों के स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है।

अधिकारियों की छुट्टियों पर लगाई रोक

गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आपात बैठक बुलाकर राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की. उन्होंने बैठक में अधिकारियों से राज्य के हालात जाने. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी विभागों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए. प्रदेश के जिन जिलों में बाढ़ को लेकर खतरा है वहां हालात पर लगातार नजर बनए रखने को कहा गया. बारिश से बिगड़ते हालात को देखते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों को सामान्य स्थिति तक छुट्टी पर नहीं जाने के निर्देश दिए गए हैं. बैठक में संभागीय आयुक्त, आईजी, कमिश्नर आफ पुलिस, जिला कलेक्टर और एसपी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।

खोले जा रहे डैम के गेट

भारी बारिश नर्मदा नदी उफान पर है. नदी का पानी खतरे के निशान को छूने जा रहा है. नदी पर बने सभी डैम पानी से भर चुके हैं. इनके गेट खोले जा रहे हैं. सबसे ज्यादा खतरा नदी किनारे बसे गांवों पर मंडरा रहा है. बाढ़ से आसपास के जिले प्रभावित होने वाले हैं. इसका असर मध्य प्रदेश के साथ सीमावर्ती राज्य गुजरात में भी देखने को मिलेगा. स्थानीय प्रशासन नदी किनारे रह रहे लोगों को मुनादी कर उन्हें वहां से हटा रहा है।

मकान गिरे, सड़कें बंद, पुल डूबा

गुरुवार को जबलपुर के बरगी डैम, नर्मदापुरम जिले का तवा डैम और रायसेन जिले का बारना डैम के गेट खोले गए हैं. इधर, भारी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है. बारिश से जगह-जगह मकान गिरने की खबरें हैं. कई सड़कें बंद की गई हैं. पानी से जबलपुर का झांसीघाट पुल डूब गया है. इससे पहले मंगलवार को बारिश के कारण डुमना एयरपोर्ट की सुरक्षा दीवार ढह गई।

नदियां उफान पर, एक शख्स बहा

शिवपुरी जिले की करैरा तहसील की महुअर नदी में पानी के तेज बहाव में एक व्यक्ति बह गया. भारी बारिश से सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर जिले के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. प्रदेश की कई अन्य नदियां भी उफान पर हैं. भारी बारिश से रायसेन जिले का सागर-भोपाल सड़क मार्ग बंद हो गया है. टीकमगढ़, विदिशा और शिवपुरी में भी सड़कें पानी मे डूब गईं हैं।


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