रायपुर ।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य सरकार के लापरवाही के चलते प्रदेश में 22 लाख क्विंटल से अधिक धान जिसकी कीमत 682 करोड़ रुपए से अधिक है वह खराब हो गई है। डबल इंजन की सरकार धान को सडा कर अन्नदाताओं की मेहनत का अपमान कर रही। धान का सड़ना धान घोटाला की ओर इशारा कर रहे हैं। जानबूझकर धान के रखरखाव पर लापरवाही बरता गया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान बीते 5 वर्षों में बंपर धान की खरीदी हुई थी और समय पर कस्टम मिलिंग हो गया था। धान के रखरखाव के लिए उचित और पर्याप्त व्यवस्था धान खरीदी से पहले कर दी जाती थी भाजपा की सरकार बनने के बाद धान खरीदी केंद्रो में भारी लापरवाही सामने आया है। डबल इंजन की सरकार में प्रदेश के विकास का दावा करने वाली भाजपा की सरकार का पोल खुल गया है, उनकी ही केंद्र सरकार धान से बने चावल को संग्रहित करने में रुचि नहीं दिखा रही है जो परिस्थितियां सामने आयी है उस से ऐसा लगता है कि आने वाले समय में राज्य सरकार किसानों से 3100 रुपए क्विंटल की दर से 21 क्विंटल धान प्रति एकड़ खरीदने से बचना चाहती है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सरकार किसानों से धान खरीदने से बचने के लिए कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक 2024 लायी हैं। ताकि किसान मजबूर होकर अपने उपज को औने-पौने दाम में राज्य के बाहर के व्यापारियों को बेच सके और सरकार अपने धान खरीदी के जिम्मेदारी से मुक्त हो जाए।
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