भाजपा की सरकार में शिक्षा व्यवस्था बदहाल, स्कूलों में निर्माण और मरम्मत कार्य रोके, शिक्षकों की भर्ती बाधित की
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि पिछले 6 महीने में ही सरकारी स्कूलों की व्यवस्था बदहाल हो गई है। स्कूलों में मध्यान भोजन, साइकिल वितरण, गणवेश वितरण, छात्रवृत्ति सहित तमाम योजनाओं की जमीनी हकीकत बेहद डरावनी है। ज्यादातर योजनाएं केवल कागजों पर संचालित है। भुगतान रोक जाने से मध्यान भोजन और रेडी टू इट जैसी योजनाएं अघोषित तौर पर बंद हो गई है। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में 9491 बालवाड़ी खोले थे, आज इन बलवाड़ियों में सन्नाटा पसर गया है। भाजपा नेताओं के गुटबाजी के चलते हैं छत्तीसगढ़ के 48 हजार से अधिक सरकारी विद्यालय दुर्दशा के शिकार हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ में 1 लाख़ 47 हजार शिक्षाकर्मियों का शिक्षा विभाग में संविलियन किया, 14580 और 12489, 27 हजार से अधिक नियमित पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की, जो 33000 नियमित शिक्षकों के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूर्ववर्ती सरकार के समय शुरू की गई थी, भाजपा की सरकार आने के बाद वह भी बाधित कर दिया गया है। विद्या मितान और अतिथि शिक्षक निकाल दिए गए हैं, पूर्व में भर्ती किए गए बीएड डिग्री धारक सहायक शिक्षकों को निकाला जा रहा है, उनका पक्ष न्यायालय में नहीं रखा गया न ही समय सीमा के भीतर अपील की गई। भाजपा की डबल इंजन की सरकार का पूरा फोकस केवल कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार में है शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कानून व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण विषय साय सरकार की उपेक्षा और दुर्दशा के चलते बदहाल है।