एसएचएम शिपकेयर ने ओएनजीसी के लिए भारत का पहला तेज रफ्तार से चलने वाला समुद्री जहाज- सी स्टैलियन-1 लॉन्च किया


मुंबई

भारतीय जहाजों के निर्माण, समुद्री और अपतटीय क्षेत्र में अग्रणी ताकत और जीवनरक्षक नौकाओं की मशहूर प्रदाता, एसएचएम शिपकेयर ने आधुनिक फीचर्स से लैस समुद्री जहाज लॉन्च किया। यह देश की महत्वपूर्ण तेल एवं गैस इंडस्ट्री मे “विंग्स टू वेव्स” बदलाव की शुरुआत का संकेत है। कंपनी ने बेहद गर्व से अपनी तरह का पहला तेज रफ्तार से चलने वाला समुद्री जहाज सी-स्टैलियन लॉन्च किया। 42 मीटर का समुद्री जहाज विशेष रूप से ओएनजीसी के लिए बनाया गया है। इसे 2022 में डायरक्‍टरेट जनरल ऑफ शिपिंग (डीजीएस) के ऑर्डर 20 के तहत बनाया है। इस जहाज पर 60 यात्री बैठ सकते हैं, इसमें तीन टन से ज्यादा सामान का परिवहन किया जा सकता है। इस जहाज में कई आधुनिक फीचर्स हैं, जिसमें गतिशील पोजशिनिंग सिस्टम (डीपी-1) , स्टेबलाइजिंग गायरो, मोशन-कंपन्‍सेटेड गैंगवे और इंटरसेप्‍टर सिस्टम जैसी विशेषताएं हैं।

एसएचएम शिपकेयर और ओएनजीसी की यह साझेदारी समुद्री तकनीक में अग्रणी छलांग का प्रतीक है, जिससे जहाज पर बैठे यात्रियों की सुरक्षा तो बढ़ी ही है, साथ ही जहाज के चालक दल की संचालन और क्रू ट्रांसफर की क्षमता में भी बढ़ोतरी हुई है।

मुंबई बंदरगाह प्राधिकरण के डोमेस्टिक क्रूज टर्मिनल पर सी-स्टैलियन-1 के भव्य उद्घाटन समारोह में कई जानी-मानी हस्तियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस कार्यक्रम में ओएनजीसी में टेक्‍नोलॉजी एंड फील्ड सर्विसेज के डायरेक्‍टर  ओ. पी. सिंह, ओएनजीसी में प्रोडक्‍शन में डायरेक्‍टर  पंकज कुमार, डायरेक्‍टर जनरल ऑफ शिपिंग श्याम जगन्नाथन (आईएएस), भारतीय शिपिंग रजिस्टर के प्रबंध निदेशक  विजय अरोड़ा, मुंबई बंदरगाह ट्रस्ट के डिप्‍टी कंजर्वेटर कैप्टन भाबातोष चंद के साथ ओएनजीसी और मुंबई बंदरगाह प्राधिकरण के अधिकारी उपस्थित थे। एसएचएम शिपकेयर के डिप्‍टी चेयरमैन अली असगर हाजी के साथ एसएचएम प्रबंधन की टीम भी इस अवसर पर उपस्थित थी।

एसएचएम शिपकेयर प्राइवेट लिमिटेड के क्रांतिकारी सी स्टैलियन-1 समुद्री जहाज ने ओएनजीसी की परिवहन क्षमता को प्रभावी ढंग से बढ़ाया है। इसके अलावा समुद्री जहाज में अपग्रेड किए गए सुरक्षा फीचर्स और आधुनिक तकनीक से सुरक्षा की गंभीर चिंताओं का हल किया गया है। इससे यात्रियों को कम कीमत पर बेमिसाल सुरक्षा मानक प्रदान करना सुनिश्चित किया जाता है। इससे प्रति यात्री खर्च में करीब 50 फीसदी की बचत होती है। विमान से की जाने वाली यात्रा की तुलना में इसमें 6 गुना ज्यादा यात्रियों को उनकी मंजिल पर पहुंचाया जा सकता है। इसमें दो डेक क्षेत्र है, जिसमें एक विशाल मेन डेक और आकर्षित करने वाला ब्रिज डेक शामिल है। इस समुद्री जहाज में ओएनजीसी के यात्रियों को लक्जरी से भरपूर क्रूज यात्रा जैसा अनुभव मिलता है। इस जहाज पर मिलने वाली सुविधाओं में सुसज्जित पैंट्री, मनोरंजन की सुविधाएं, शॉवर्स और अन्य सुविधाएं मिलती हैं, जिससे जहाज पर बैठे सभी यात्रियों के लिए उनका सफर सुहाना हो जाता है।

एसएचएम शिपकेयर के डिप्‍टी चेयरमैन  अली असगर हाजी ने इस विकास पर अपनी बात रखते हुए कहा, “भारतीय तेल एवं गैस इंडस्ट्री में “विंग्स टु वेव्स” बदलाव की शुरुआत “समुद्र में स्वतंत्रता को सक्षम बनाने” के एसएचएम ग्रुप के सिद्धांतों की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस बात से हमें और अधिक गर्व महसूस हो रहा है कि यह पल कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी कंपनी ओएनजीसी के बदलाव का भी क्षण है। एक जैसी सोच रखने वाली संस्थाओं से रणनीतिक साझीदारी और भागीदारी कर बड़ी से बड़ी सफलता अर्जित की जा सकती है, स्टैलियन-1 हाजी ने कहा, “हम अपने नए समुद्री जहाज की विशेषताओं को सामने लाकर बेहद उत्साहित हैं। यह तेल और गैस इंडस्ट्री में यात्रियों के स्थानांतरण की दिशा में क्रांतिकारी बदलाव लाने का वादा करता है। हमारा लक्ष्य अपने इस आधुनिक जहाज को देश और हितधारकों के साथ साझा करना है। यात्रियों के स्थानांतरण के क्षेत्र में बदलाव लाने और सकारात्मक असर डालने में इस जहाज की क्षमता पर जोर देती है। इंडस्ट्री में नया मानक स्थापित कर हमारा उद्देश्य यात्रियों के सुरक्षा उपायों को बेहतर बनाना और इस क्षेत्र में आधुनिक तकनीक की पेशकश करना है।’’


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