रायपुर।
अंग्रेजी विभाग, मैट्स स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज, मैट्स विश्वविद्यालय, रायपुर ने 15 और 16 मार्च, 2024 को विकसित भारत @2047: साहित्य और जनसंचार माध्यमों की भूमिका पर 2-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। भारत के कई राज्यों और विदेशों से अनुसंधान विद्वानों, संकाय और मीडिया जगत से संबद्ध लोगो ने इस सम्मेलन में अपने शोधपत्र प्रस्तुत किया। संगोष्ठी में सौ से अधिक शोध पत्र प्राप्त हुए। पूर्ण सत्र में साहित्यिक कार्यों और जनसंचार के विभिन्न माध्यमों की राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका कैसे है, इस पर गहन शोध पत्रों की प्रस्तुति देखी गई। सत्र के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य नवप्रवर्तन आयोग के सचिव डॉ. आर.के. सिंह थे। अपने भाषण में सिंह ने एक रोड मैप प्रस्तुत किया कि हमारा देश, हमारा छत्तीसगढ़ राज्य और मैट्स विश्वविद्यालय भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में कैसे योगदान दे सकते हैं। उन्होंने रचनात्मक अर्थव्यवस्था की अवधारणा पर भी प्रकाश डाला। प्रो-वाइस चांसलर डॉ. दीपिका ढांड ने र्राष्ट्रीय गौरव को बहाल करने में भारतीय प्राचीन ज्ञान प्रणालियों की प्रासंगिकता पर बात की। उद्घाटन सत्र की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई। इसके बाद अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रंजना दास सार्खेल ने स्वागत भाषण दिया
उस दिन के मुख्य वक्ता प्रोफेसर इनोसेंट ई. चिलुवा, हेरियट-वाट यूनिवर्सिटी, एडिनबर्ग, यूके से थे। उनके समृद्ध व्याख्यान में इतिहास के विभिन्न कालखंडों में राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावनाओं को जागृत करने में साहित्यिक भूमिका को शामिल किया गया। प्रोफेसर चिलुवा ने मीडिया की भूमिका पर भी विस्तार से चर्चा की| उनके व्याख्यान का समापन भारतीय परिदृश्य के उनके अवलोकन पर था।
पहले दिन डॉ. जया तिवारी की अध्यक्षता में एक सत्र पूर्ण हुआ। दूसरे दिन डॉ. प्रोतिभा मुखर्जी साहूकार, डॉ. डी. पुनिता, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. स्वर्णिता शर्मा, डॉ. शशांक गुप्ता और डॉ. सुदर्शन भावरे की अध्यक्षता में छह पूर्ण सत्र हुए। । सम्मेलन के सभी विषयों से संबंधित विभिन्न विषयों पर पेपर प्रस्तुत किये गये। यह एक समृद्ध सम्मेलन रहा । दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन समापन सत्र के साथ समाप्त हुआ, आयोजकों ने मेहमानों और अध्यक्षों को धन्यवाद दिया और सम्मानित किया।
श्री गजराज पगारिया चांसलर, मैट्स विश्वविद्यालय और श्री प्रियेश पगारिया, महानिदेशक, मैट्स विश्वविद्यालय ने सम्मेलन की सफलता के लिए विभाग को बधाई दी । कुलपति डॉ. केपी यादव और रजिस्ट्रार श्री गोकुलानंद पांडा प्रोत्साहन के स्रोत रहे। पूरे कार्यक्रम के दौरान आयोजन समिति के सदस्य सुश्री दर्शिका चौधरी, सुश्री रुखसार परवीन, डॉ. नीता लालवानी, डॉ. वसंत गवई, डॉ. सारिका सिन्हा, डॉ. सजल ठाकुर, डॉ. विजय भूषण और श्री अमित साहू सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। विभिन्न विभागों के एचओडी, संकाय सदस्य, अनुसंधान विद्वान और छात्र भी उपस्थित थे।
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