रायपुर /
वर्तमान समय में हमारे समाज में महिलाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी है। महिला शक्ति के सम्मान में पूरे विश्व में 8 मार्च 2024 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। नवगठित सक्ती जिले के विकास में भी महिलाओं की एक कलेक्टर, एसपी, डॉक्टर, सीईओ और शिक्षिका जैसे अतिमहत्वपूर्ण पदों पर महिलाए अपने दायित्वों का निर्वहन के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
सक्ती जिले की ओएसडी के साथ ही पहली कलेक्टर है आईएएस नूपुर राशि पन्ना
सक्ती जिले के गठन से पूर्व ही जिले में ओएसडी के रूप में महिला आईएएस अधिकारी नूपुर राशि पन्ना की नियुक्ति हुई। जिन्होंने नवगठित जिले के विकास में पूरे समर्पण और लगन से कार्य करते हुए जिले को आगे बढ़ाया। इसी क्रम में आईएएस नूपुर राशि पन्ना ने सक्ती जिले की पहली कलेक्टर के रूप में कार्यभार संभाला। शुरआती दौर में कम संसाधन और सीमित स्टाफ की चुनौतियों के बीच भी जिला कलेक्टर पन्ना ने बेहतर मार्गदर्शन और टीम भावना के साथ कार्य करने के लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रेरित किया। कलेक्टर आम जनता को शासन की योजनओ से ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित कराने के उद्देश्य से जमीनी स्तर पर चल रहे विभिन्न विभागीय कार्यों का पूरी तत्परता से लगातार निरीक्षण करती है। आम जनता की सुविधाओं के लिए कलेक्टर पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है। उनके दिशानिर्देशन में जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पानी जैसी आधारभूत सुविधाओं सहित अन्य कार्यों का तेजी से विस्तार हो रहा है। हाल ही में कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान आमजन के सड़क दुर्घटना में पाए जाने पर उन्हें स्वयं हॉस्पिटल पहुंचाकर उन्हें त्वरित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी थी। कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना इन दिनों अपने व्यस्ततम समय से कुछ समय जिले के युवाओं के लिए प्रतिदिन निकाल कर आईएएस, आईपीएस, आर्मी, एयरफोर्स जैसे अन्य प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी के लिए युवाओं का मार्गदशन कर रही हैं। इसी प्रकार उनके द्वारा जिले के विकास में पूरी संवेदनशीलता के साथ अनेक बेहतर कार्य किये जा रहे है और विभागीय अधिकारिओं को भी आमजन को शासन की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाने के निर्देश दिये जा रहे है।
जिले की कलेक्टर पन्ना एयर कंडीशन से बाहर निकलकर खुले आसमान के नीचे अपने जिले के अधिकारियों के साथ धरातल पर काम करने पर विश्वास करती है। आईएएस नूपुर राशि पन्ना बहुत ही सरल और सहज स्वभाव की धनी है और मूलतः झारखंड की रहने वाली हैं। कलेक्टर श्रीमती पन्ना सक्ती जिले की पहली तथा 2015 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।
छत्तीसगढ़ की पहली महिला आईपीएस अंकिता शर्मा है सक्ती जिले की एसपी
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की रहने वाली अंकिता ने शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल से की है। ग्रेजुएशन करने के बाद अंकिता ने एमबीए किया और वे एमबीए में गोल्ड मेडलिस्ट भी है। इसके बाद अंकिता शर्मा यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली चली गईं। अंकिता को पहले दो प्रयासों में यूपीएससी परीक्षा में सफलता नहीं मिली। उन्हें साल 2018 में तीसरे प्रयास में सफलता मिली और 203वीं रैंक हासिल हुई। वे होम कैडर पाने वाली छत्तीसगढ़ की पहली महिला आईपीएस हैं। नक्सल प्रभावित बस्तर में उन्हें नक्सल ऑपरेशन की इंचार्ज भी बनाया गया और मई 2022 में वह खैरागढ़ की एसपी बनी। पुलिस अधीक्षक सुश्री अंकिता शर्मा के पिता राकेश शर्मा व्यापारी हैं और मां सविता शर्मा गृहिणी हैं। अंकिता तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं। छत्तीसगढ़ की पहली महिला आईपीएस अधिकारी अंकिता शर्मा अपने दबंग अंदाज के लिए मशहूर हैं।
स्त्री रोग विशेषज्ञ सर्जन डॉ. कल्पना राठौर एमसीएच में दे रही चिकित्सा सुविधा
सक्ती जिले के एमसीएच अस्पताल में एमबीबीएस एम एस डॉ. कल्पना राठौर स्त्री रोग विशेषज्ञ सर्जन के रूप में अपनी सेवा दे रही है। नवीन जिला गठन उपरांत महज एक वर्ष में सक्ती जिले के एमसीएच अस्पताल में अकेले स्त्री रोग विशेषज्ञ सर्जन डॉ. कल्पना राठौर के द्वारा 568 सफल सीजेरियन आपरेशन, 10 जटिल गर्भाशय आपरेशन, 368 महिला नसबंदी कर कीर्तिमान स्थापित की है।
डॉक्टर कल्पना राठौर का मूल ग्राम डोंगिया पोरथा है साथ ही इनका ससुराल ग्राम भी पोरथा है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नवोदय विद्यालय मल्हार से पूरी कर एमबीबीएस में चयनित होकर मेडिकल कालेज रायपुर से एमबीबीएस की उपाधि प्राप्त की। जिसके उपरांत 1 वर्ष तक अपोलो अस्पताल बिलासपुर में जूनियर डॉक्टर के रूप में कार्य करते हुए उच्च अध्ययन में लगी रही और उनका चयन एम.एस. गायनेकोलॉजी में रायपुर मेडिकल कालेज में हुआ। यंहा से उन्होंने एम.एस. की उपाधि लेकर अपने विशेषज्ञ चिकित्सक केरियर की शुरुवात किया। उन्होंने निजी चिकित्सालय में सेवा न देकर हमेशा सरकारी चिकित्सालय में ही अपनी सेवा दी है।
डॉक्टर कल्पना राठौर एक अच्छी डॉक्टर होने के साथ ही ये एक कुशल गृहिणी भी है। अपने माता-पिता की सेवा और सास-ससुर की सेवा के लिए भी हमेशा तत्पर रहती है। इनके पति भी डॉक्टर है जो कि अभी सक्ती जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पद पर कार्यरत है। उनकी सुपुत्री कक्षा एक की पढ़ाई कर रही है। एक अच्छी गृहिणी होने के साथ-साथ एक कामयाब स्त्री रोग विशेषज्ञ सर्जन के रूप में डॉ कल्पना राठौर का नाम आज सुप्रसिद्ध है।
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