जांजगीर-चांपा 20 फरवरी 2024/
ग्राम पंचायत-पोंच में नवीन पी.डी.एस. भवन बनने से यदि सही मायनों में कोई सबसे ज्यादा खुश हैं, तो वे हैं गांव के ग्रामीणजन। उन्हें अब पी.डी.एस. भवन में प्रारंभ हुई उचित मूल्य की दुकान में अपने हक का राशन लेने में किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है। वे प्रवेश द्वार से आसानी से भवन के भीतर प्रवेश करते हैं और अपनी आंखों के सामने राशन तौल कराकर प्राप्त कर लेते हैं। इस प्रकार यहाँ यह कहना प्रासंगिक होगा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से बना यह पी.डी.एस. भवन उनके लिए कारगर साबित हो रहा है।जांजगीर-चाम्पा के विकासखण्ड-बलौदा की ग्राम पंचायत-पोंच में बने इस पी.डी.एस. भवन में उचित मूल्य की दुकान खुलने से गांव के ग्रामीण सहित दिव्यांगजनों, बुजुर्गों और महिलाओं में सबसे अधिक खुशी का माहौल है। उनके लिए यह किसी सौगात से कम नहीं है। उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं और सेवाएं आसानी से मिलें, इसी सोच के तहत ग्रामीणों के अनुकूल पी.डी.एस. भवन बनाने का निर्णय ग्राम पंचायत के द्वारा लिया गया।
पीडीएस के लिए महात्मा गांधी नरेगा एवं 15 वें वित मद के अभिसरण के तहत् उचित मूल्य की दुकान निर्माण कार्य स्वीकृत है। प्रशासकीय स्वीकृति राशि 12.15 लाख रुपये किये गये। जिसमें 10 लाख रूपए महात्मा गांधी नरेगा एवं 2.15 लाख 15 वें वित्त से वर्ष 2023-24 में मंजूरी दी गई। जब भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ तो मनरेगा जॉबकार्डधारियों की सहभागिता से भवन बनकर तैयार हो गया। ग्राम सभा की सहमति से इस नवीन भवन को उचित मूल्य की दुकान चलाने के लिए सहकारी सेवा समिति- को हस्तांतरित कर दिया गया। समिति ने भी गांव के 516 राशनकार्डधारी परिवारों को राशन का वितरण प्रारंभ कर दिया। अब ग्रामीण भाईयों और बहनों को प्रत्येक माह चावल, शक्कर और नमक सहित अन्य खाद्य सामग्री आसानी से प्राप्त हो रही है।
महात्मा गांधी नरेगा से बना यह पी.डी.एस. भवन खाद्य सुरक्षा कानून के क्रियान्वयन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। महात्मा गांधी नरेगा का कार्य कलेक्टर श्री आकाश छिकारा के निर्देशन एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गोकुल कुमार रावटे के मार्गदर्शन में सतत रूप से किया जा रहा है। पीडीएस निर्माण के दौरान कार्यक्रम अधिकारी श्री ह््रदय शंकर एवं तकनीकी सहायक द्वारा निरीक्षण किया गया। सरपंच श्री रमाकांत साहू बताते हैं कि गांव में राशन की दुकान सरकार की महत्वकांक्षी योजना मनरेगा एवं 15 वें वित्त की राशि से पूरा किया गया है। महात्मा गांधी नरेगा में कार्य करने वाली बिंदु, पंचकुंवर, संगीता, गौरीबाई, बुधवारा आदि जॉबकार्डधारी परिवारों ने गांव में रहते हुए रोजगार प्राप्त हुआ। तो वहीं कांताबाई, जानकीबाई, महेतरिनबाई, झूलबाई, सहित दिव्यांग राधेलाल, संजय कुमार राठौर, पुष्पा बाई कुर्रे को अब गांव में ही राशन दुकान बनने से आसानी हुई है।
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