रायपुर/21 सितंबर 2023। राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि आज यहां आकर गर्व महसूस हो रहा है। ये भिलाई है। 1955 में पं. जवाहर लाल नेहरू जी ने यहां जो स्टील प्लांट है उसकी नीव डाली। आज जो भिलाई है वो पूरे देश के लिये एक मिसाल है। यहां पूरे देश भर से लोग आते है काम के लिये। आप साथ एकजुट होकर रहते है और एक तरह से आधुनिक भारत है उसकी नींव यहीं पे डली। ये आपकी मेहनत, आपके जज्बे और आपकी पहचान का मिसाल है। देश की उद्यमशीलता और आत्मनिर्भरता के सपने का प्रतीक है, यहां खड़े होकर देश के एक-एक वासी को गर्व महसूस होना चाहिये और होता होगा। यहां पर इस महिलाओं की मीटिंग में खड़े हुये और भी गौरव इसलिये होता है क्योंकि मीटिंग में मंच पर आने से पहले स्टॉल पर गयी और एक-एक स्टॉल देखा तो मैंने उसमें महिलायें देखी आत्मनिर्भर, उनमें अपना आत्मविश्वास, साहस, खुशी से मुस्कुरा रही है कि सरकार ने उनके लिये कुछ किया है। और सरकार ने किया है उसके बल पर वो अपने पैरो पर खड़ी हुई है। कई बहनों से मैंने पूछा कि इससे पहले क्या करती थी, तो कहा पहली बार हम रोजगार कर रहे है, पहली बार हम काम कर रहे है। मैंने कहा खुश हो तो सबने कहा दीदी बहुत खुश है, हम अपने पैरो पर खड़े हो पा रहे है। एक नौजवान डॉक्टर है गांव-गांव जाती है, दवाईयों का वितरण करती है। कुछ लड़कियां थी जो गोबर के साथ अन्य ऐसी चीजे बनाती है, गोबर बेच सकती है उससे कमाती है। स्व सहायता समूह के साथ जुड़ने से कितनी अपनी तरक्की हो सकती है। छत्तीसगढ़ महतारी के एक हाथ में छत्तीसगढ़ी संस्कृति का कलश है तो दूसरे हाथ में विज्ञान तकनीक का ब्रम्हस्त्र भी है। गर्व इसलिये होता है कि अगर आप भिलाई को लें या सारे कार्यो को लें जो छत्तीसगढ़ की सरकार आज कर रही है तो ये एक तरह की अलग राजनीति का प्रतीक है। हमारी जो राजनीति है इस देश की उसकी नीव स्वतंत्रता संग्राम में डली। पं. जवाहरलाल नेहरू के साथ ऐसे महापुरूष थे जो आजादी के लिये लड़े और उन्हीं के उसूलों से उस संग्राम के उसूलों से ये देश बना तो ये ऐसी राजनीति है जिसके नेता आगे भी देखते है भविष्य के लिये और साथ-साथ वर्तमान भी मजबूत बनाते है।मैंने खुद अपने अनुभव से देखा कि ये राजनीति क्या है। मैं एक कहानी बताती हूं जब मैं 12-13 साल की रही होंगी। अमेठी की एक बात है मेरे पिताजी प्रधानमंत्री थे। उनके साथ मैं अमेठी के दौरे पर गयी। खुद जीप चलाते हुये वो गये उनके साथ मैं बैठी थी। हम एक गांव में पहुंचे। गांव में हम उतरे और सड़क पर चलकर कुछ लोगों से बातचीत करने लगे अचानक एक महिला उठी बहुत जोर-जोर से डांटने लगी और मेरे पिताजी को डांटने लग गयी और मैं खुद चौक गयी। पानी बरसा था और पूरी सड़क डूब गयी थी मेरे पिताजी उनको जवाब दे रही थी ये उस समय की राजनीति है जब प्रधानमंत्री तक नेता को एहसास होता था कि जनता के प्रति उसके जवाबदेही है। गाड़ी में बैठे मैंने कहा बुरा नहीं लगा पापा, कहते है बिल्कुल नहीं ये मेरा कर्तव्य है, ये उसका कर्तव्य है, उस महिला ने मुझे याद दिलाये, बताये कि ये समस्या है इस समस्या को सुलझाओं।
मैं उत्तर प्रदेश में काम कर रही थी एक मोहल्ले के अंदर चली गयी,एक महिला मिली और चूल्हे पर खाना पका रही थी मैंने पूछा गैस सिलेंडर है, कहा है दीदी खाली पड़ा है। मैंने कहा भर सकती हो, कहा नहीं भर सकती पैसे नहीं है। मैंने कहा घर पे काम कौन करता है? उसने कहा कोई नहीं करता, रोजगार नहीं मिलते आजकल, मैंने कहा कमाती कैसे हो, थोड़ी बहुत कांच की चुड़ियां थी उनको जोड़-जोड़ कर कमा लेती थी थोड़ा बहुत। मैंने कहा मोहल्ले की क्या परिस्थितियां है, उसने कहा बिजली के खंभे है बिजली नहीं आती, पानी की टोटी है पानी नहीं आता, सड़क खराब पड़ी हुई है। मैंने कहा वोट किसको दोगी इसी विधायक को दूंगी। अभी तो तुम कह रही थी पानी नहीं है, बिजली नहीं, सड़क नहीं है, रोजगार नहीं है, कमा नहीं पा रही हो तो उसको क्यों वोट दोगी उसने क्या किया है तुम्हाने लिये। तो उसने धर्म की बातें करने लग गयी, जाति की बात करने लग गयी, तब की राजनीति और आज की राजनीति में बहुत फर्क है। और फर्क क्या आया है जनता जागरूक तब भी थी जनता जागरूक अब भी है। लेकिन अब जनता के जज्बातों का इस्तेमाल हो रहा है। धर्म की बाते होती है, जाति की बातें हो होती है। इसमें इसका राजनीतिक इस्तेमाल होता है। इनका राजनीतिक इस्तेमाल इसलिये होता है कि जब आपका ध्यान उस तरफ होता है आपके जज्बात है, आपका धर्म है, जाति की बात है तो आप नहीं पूछेंगे कि आपने मेरी सड़क ठीक क्यों नहीं की? तो आप नहीं पूछेंगे की मेरे यहां पानी क्यों नहीं आ रहा है? तो आप नहीं पूछेंगे कि मेरे पति के लिये, मेरे लिये रोजगार नहीं दिलवाया, और ये एक साजिश है एक बहुत बड़ी राजनीतिक साजिश है। जिसे आप सबका ध्यान भटकाया जायेगा ताकि आप सही सवाल नहीं उठा पायेंगे। आज की राजनीति अफसोस की बात है लेकिन यही राजनीति चल रही है।आपने देखा होगा केंद्र सरकार को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को हाल ही में जी-20 कराया, कोई नहीं कहता की ये बुरी चीज है। अच्छा है देश का मान-सम्मान बढ़ता है। 27 हजार करोड़ रू. इन्होंने खर्चे। यशो भूमि को बनाने में 20 हजार करोड़ रू. खर्चे, नये संसद भवन को बनाने में, 8 हजार रू. के हवाई जहाजों में उड़ के जाते है ये सिर्फ उनके लिये दो हवाई जहाज खरीदे है 8-8 हजार करोड़ रू. के। लेकिन आपको ये जवाब नहीं दे पाते कि आपके सड़के टूटी क्यों हैं? आपको ये जवाब नहीं दे पाते कि आपके घर में रोजगार क्यों नहीं आ रहा है? आपको ये जवाब नहीं दे पाते कि महंगाई इतनी क्यों बढ़ गई है कि आपकी कमरतोड़ी जा रही है? इस देश का किसान 27 रू. प्रतिदिन कमा रहा है ये जवाब नहीं दे सकते? जब इस देश का किसान 27 रू. प्रतिदिन कमा रहा है तो उनके बड़े-बड़े उद्योगपति दोस्त एक दिन में 1600 करोड़ कैसे कमा रहे है? देश का मान-सम्मान बढ़ता है हर देशवासी के लिये अच्छी चीज है। सबको गर्व होता है लेकिन इसका मतलब नहीं कि इस देश के गरीब, मीडिल क्लास को भूल जाये और ये भूल जाये कि सत्ता उसे किसने दी। और उनको कैसे मिली। आज छत्तीसगढ़ में ऐसी प्रदेश की सरकार है जो पुरानी वाली राजनीति के उसूलों पर चल रही है।केंद्र की सरकार ने गरीबों और मीडिल क्लास से छीना है और छीन के बड़े-बड़े उद्योगपति मित्रों को सीचा है। छत्तीसगढ़ की इस प्रदेश सरकार ने एक-एक पैसा आपकी जेब में वापस डाला है। महिलाओं के लिये जितनी भी स्कीमें की है वो इस भावना को मन में रखते हुये कि महिला क्या और कितना बोझ उठाती है। इस देश की रीढ़ की हड्डी है महिला। मेरी बहने समाज का, परिवार का पूरा बोझ महिला ही उठाती है। यही भावना प्रदेश सरकार ने आगे बढ़ाई और महिलाओं सशक्त बनाने के लिये तमाम स्कीमें भूपेश बघेल जी की सरकार ने आगे बढ़ाई। 10 लाख से अधिक महिलायें 2018 से स्व सहायता समूह से जुड़ी है जो महिला पहले कमा नहीं पा रही थी उन्हें मौका मिल गया। इसी तरह से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मानदेय बढ़ाकर उनकी मदद की। सहायिका को भी मदद की उनका भी मानदेय बढ़ाया, मिनी आंगनबाड़ी की मानदेय बढ़ाया, मितानिन बहनों की प्रतिमाह 2200 रू. की आय भी उनको दिलाई। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, दाई दीदी क्लीनिक शुरू करवाई जिससे महिलाओं के लिये महिलाओं द्वारा संचालित क्लिनिक बनी जिससे निःशुल्क इलाज हो रहा है। महतारी जतन योजना जिसमें गर्भवती महिला को पौष्टिक भोजन मिलता है। सरकारी स्कूलों में लड़कियों को स्नातक तक मुफ्त शिक्षा दिलवायी, स्वामी आत्मानंद स्कूलों में 50 प्रतिशत महिला का आरक्षण हुआ। महिला स्व सहायता समूह में करोड़ों के लोन माफ किये गये। मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना से श्रमिकों की बेटियों को भी 20 हजार रू. का आर्थिक मदद मिली। गोठान समितियों में हजारों महिलाओं को रोजगार मिला। मिशन क्लिनसिटी परियोजना के तहत हजारों महिलायें कार्यरत हुई। ऐसे बहुत सारी स्कीमें प्रदेश की महिलाओं के लिये लागू की। ये इसलिये हो रहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार का आपके लिये एक विजन है। आपके आज को मजबूत बनाना चाहते है और आपके कल को बुलंद बनाना चाहते है। आप सबने अक्सर सोचा होगा कि सत्ता के पीछे बहुत लोग दौड़ते है। खासतौर से नेता लोग बहुत दौड़ते है। मैंने अपने अनुभव में देखा है कि कई ऐसे नेता सत्ता के लिये ही उत्सुक होते है, महत्वकांक्षी होते है। सत्ता इसलिये चाहते है कि उनका मान-सम्मान बढ़े, उनके पैसे इकट्ठे हो, बड़े-बड़े महल बने वो एक तरह का नेता होता है। लेकिन एक अलग तरह के नेता भी होते है जो सत्ता इसलिये चाहते है क्योंकि वो सत्ता के जरिये जनता की भलाई कर पायेंगे। और मैं गर्व से कहती हूं कि आज छत्तीसगढ़ में जो कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व है वह इसी तरह का है। सत्ता इसलिये इस्तेमाल करते है कि आप सबकी की भलाई हो। आप की संपत्ति है इस देश की संपत्ति है, इस प्रदेश की संपत्ति है वो आपके काम आयी।
आपने देखा होगा कि केंद्र सरकार आपकी सहायता नहीं करती है, प्रदेश की सरकार की। केंद्र सरकार की जो नीतियां है उनके तहत जितनी भी देश की संपत्ति थी चाहे बड़े-बड़े पीएसयू थे, चाहे बंदरगाह थे, चाहे एयरपोर्ट थे सब बड़े-बड़े उद्योगपति को दिये गये। ये आपकी संपत्ति थी आज ये आपकी नहीं रही। ऐसी सरकार केंद्र में है तो तरह से आपका सौभाग्य है कि प्रदेश में जो सरकार है वो आपकी हित की रक्षा करती है। देश की केंद्र की सरकार है उनकी तमाम ऐसी नीतियां है जनता का नुकसान हो रहा है, उससे आपको बचा कर रखती है। जितनी महंगाई आज बढ़ गयी है केंद्र की सरकार के नीतियों की वजह से उससे कुछ हद तक छत्तीसगढ़ की जनता, छत्तीसगढ़ का किसान, नौजवान बच रहा है।
महंगाई इतनी बढ़ चुकी है तेल, गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ चुकी है। महंगाई में गरीब और मीडिल लोग पीस रहे है। लेकिन इस बीच छत्तीसगढ़ की सरकार जो है उसने आपकी राहत के लिये और आपकी मदद के लिये बहुत कार्य किये है। आज छत्तीसगढ़ का किसान खुश है, खेती उसके लिये लाभ का जरिया बन गया है। छत्तीसगढ़ में खेती करने वाले लोग बढ़ रहे है। बाकी सभी जगह किसान त्रस्त है, परेशान है। महंगाई की वजह से डीजल की दाम की वजह से, खाद, यूरिया के दाम बढ़ने की वजह से बहुत कम कमा पा रहा है। यहां राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत देश में सबसे ज्यादा धान की कीमत छत्तीसगढ़ में ही मिल रही है। गन्ना, मक्का, कोदो, कुटकी, रागी, दलहन, आज कितना लाभ आप सबको मिल रहा है। आज छत्तीसगढ़ का नाम देश भर में जाना जाता है। आपके प्रदेश का सम्मान हर रोज बढ़ते चले जा रहा है।मैंने सुना प्रधानमंत्री मोदी जी यहां आकर धान खरीदी का श्रेय लेते है। मैं उत्तरप्रदेश से आती हूं। मैं पूछना चाहती हूं कि अगर मोदी जी सरकार छत्तीसगढ़ का धान खरीद रही है तो उत्तरप्रदेश के किसान अपना धान 1200 या 1400 में क्यों बेच रहे है? वहां तो इन्हीं की सरकार है। आवारा पशु की इतनी समस्या पूरे उत्तर भारत में है। जहां-जहां हम जाते है लोग त्रस्त है, परेशान है आवारा पशु रात को खेती खा रहा है। पूरी रात महिलाओं को खेती में बैठना पड़ता है। अपनी खेती की रखवाली के लिये, यहां जो गोठान की स्कीम है उसके जरिये ये समस्या ही दूर हो गयी है। छत्तीसगढ़ का मिसाल देखिये। ये समस्या हल हो सकती है छत्तीसगढ़ में हल की गयी है।सरकार बनते ही 24 घंटो के अंदर ही छत्तीसगढ़ के किसानों का कर्ज माफ होना शुरू हुआ। भूमिहीन कृषि मजदूरो को सालाना 7000 रू. की सहायता मिल रही है। 91 लाख एकड़ वनभूमि पर 5 लाख से अधिक पट्टे दिये गये। बस्तर में आदिवासियों की 4200 एकड़ की कृषि भूमि वापस की गयी। इसी तरह से लाखों बीपीएल परिवारों का 5 लाख तक निःशुल्क इलाज हुआ है। तेंदूपत्ता का संग्रहण बढ़ाकर 4000 रू. कर दिया गया। कमजोर वर्ग के ढाई लाख से ज्यादा बच्चों को आधुनिक स्कूलों में शिक्षा मिल रही है।
ये देश, ये प्रदेश आपकी संपत्ति है। आज आप जिन समस्याओं से आप जुझ रहे है उनमें साफ है कि केंद्र की नीतियां उनकी वजह से महंगाई, बेरोजगारी बढ़ रही है। प्रदेश सरकार पूरी तरह से कोशिश करती है कि इन समस्याओं से आपको बचाये और आपकी सहायता करें।चुनाव आने वाला है चुनाव के समय सब नेता आकर आपसे वोट मांगते है। मैं आपसे सिर्फ आपकी जागरूकता मांग रही हूं। जागरूक बनो। प्रधानमंत्री से एक महिला ने पूछा मेरे गांव की सड़क क्यों ठीक नहीं की वैसे ही आप भी बनो। जागरूक बनो और देखो पिछले पांच सालों में इस प्रदेश सरकार ने आपके लिये क्या नहीं किया। कितने ऐसे कार्य किये है जिससे आप आगे बढ़ रहे है, आप विकसित हो रहे है। आपका नाम, आपके प्रदेश का नाम देश भर में दुनिया भर में रोशन हो रहा है। इस जागरूकता का इस्तेमाल अपनी ही भलाई के लिये करो। जब सवाल उठाते हो, जब जागरूक बनते हो तो आपकी समस्यायें आगे आती है और आपका ध्यान भटकता नहीं है। जो ध्यान भटकाने वाली बाते है जो नेता आपके सामने आकर आपके जज्बातों के आधार पर, धर्म के आधार पर, जाति के आधार पर, संप्रदाय के आधार पर आपसे वोट मांगते है उनको अपनी सच्चाई दिखाओं। अपने अनुभव पर उतरों और उनसे पूछो आपने हमारे लिये क्या किया? जब ये सवाल आप छत्तीसगढ़ की सरकार से पूछेंगे तो इसका जवाब आपको हर जगह मिलेगा। आपको उन महिलाओं से मिलेगा, पाठशालाओं से मिलेगा, नौजवानों से मिलेगा और हर उस व्यक्ति से मिलेगा जिसके लिये इस प्रदेश की सरकार ने दिन-रात एक करके काम किया है। इसीलिये मैं आपसे कहना चाहती हूं कि आपकी जो महान संस्कृति है और हमारी राजनीति के जो पुराने उसूल है उनको याद करिये, उन्हें मत भूलिये। अपने प्रदेश के लिये अपनी भलाई के लिये कांग्रेस पार्टी, भूपेश बघेल का समर्थन कीजिये। ताकि इन्होंने जो काम शुरू किया है जिसका नतीजा आपने पांच सालों से अपने प्रदेश में देखा है ये काम रुक न पाये। आप ऐसे पार्टी को वोट देंगे तो जो बार-बार आपका ध्यान को भटकाती है तो इसी काम पर वो मस्त रहेंगे, इसी में वो व्यस्त रहेंगे, लेकिन आपकी समस्या हल नहीं होंगी। अपने भलाई के लिये अपने भविष्य को मजबूत बनाने के लिये अपना कीमती वोट दीजिये।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का उद्बोधन
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